बृहस्पति वृषभ राशि में अस्त: वैदिक ज्योतिष में बृहस्पति को बुद्धि का ग्रह कहा जाता है। इसके अलावा यह ग्रह आशीर्वाद, दिव्यता, बुद्धि और शुभता के देवता के रूप में भी जाना जाता है। ज्योतिष के अनुसार बृहस्पति ग्रह इन क्षेत्रों पर शासन करता है। इसके अलावा बृहस्पति शांति का प्रतिनिधित्व भी करता है। यह धन और विस्तार के साथ रिश्ते को नियंत्रित करने के लिए भी जाना जाता है लेकिन बृहस्पति व्यक्ति के जीवन में विवाह आदि शुभ घटनाओं के समय को भी दर्शाता है। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में बृहस्पति मजबूत स्थिति में होता है तो व्यक्ति को बिना किसी देरी और रुकावट के जीवन में शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं। वहीं इसके विपरीत अगर बृहस्पति कुंडली में नीचे का है या कमजोर अवस्था में है तो इससे व्यक्ति के जीवन में सुख सुविधा में कमी, विवाह में देरी आदि देखने को मिलती है।
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ज्योतिष में जब किसी भी ग्रह को अस्त कहा जाता है तो यह एक ऐसी घटना को दर्शाता है जब कोई ग्रह किसी विशिष्ट राशि में 10 डिग्री के अंदर सूर्य के साथ युति करता है। बृहस्पति वृषभ राशि में 3 मई 2024 को अस्त होने जा रहा है और यह शुक्र द्वारा शासित वृषभ राशि में होगा जिसके परिणाम स्वरुप ग्रह की स्वाभाविक प्रवृत्ति शक्तिहीन नजर आएगी।
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3 मई 2024 को 22:08 पर बृहस्पति वृषभ राशि में अस्त हो जाएगा।
बृहस्पति अस्त होकर शुक्र द्वारा शासित वृषभ राशि में सूर्य के करीब आ जाएगा। वृषभ राशि बृहस्पति के लिए शत्रु मानी गई है। अस्त की इस स्थिति के दौरान प्रेम की शुरुआत करने, विवाह जैसी शुभ चीजों के लिए समय अनुकूल नहीं माना जाएगा और अगर कोई व्यक्ति इस समय अवधि में ऐसे फैसले लेता है अर्थात प्रेम या विवाह से जुड़े फैसले लेता है तो उन्हें भविष्य में गंभीर परिणाम झेलने पड़ सकते हैं। आपको अपनी गतिविधियों में सावधानी बरतनी और अपने जीवनसाथी के साथ अपने रिश्ते को मजबूत बनाए रखने की आवश्यकता पड़ेगी।बृहस्पति के अस्त होने के दौरान जातक अपने जीवनसाथी के साथ संवेदनशील मुद्दों में उलझते नजर आएंगे। मुमकिन है कि यह मुद्दे पारिवारिक भी हो सकते हैं।
आइये अब आगे बढ़ते हैं और जान लेते हैं अस्त बृहस्पति सभी 12 राशियों को किस तरह से प्रभावित करेंगे और साथ ही जानेंगे इससे बचने के लिए क्या कुछ उपाय किए जा सकते हैं।
राशि चक्र की पहली राशि मेष एक उग्र और मर्दाना राशि मानी जाती है। मेष राशि के जातकों के लिए बृहस्पति नवम और बारहवें घर का स्वामी है और यह अब आपके दूसरे घर में अस्त होने जा रहा है।
करियर के मोर्चे पर बात करें तो आपको अपने काम और उससे संबंधित प्रगति के माध्यम से जीवन में संतुष्टि प्राप्त होगी। आपको इस दौरान नई नौकरी के अवसर भी मिल सकते हैं। इस राशि के जो जातक व्यवसाय के क्षेत्र से संबंधित हैं उन्हें व्यवसाय में ज्यादा मुनाफा कमाने और ऐसे शुभ अवसर प्राप्त होने की उच्च संभावना बन रही है।
आर्थिक तौर पर बात करें तो आपको विदेश से अच्छा धन लाभ हो सकता है। साथ ही इस दौरान आपके जीवन में बचत की गुंजाइश भी ज्यादा रहेगी।
व्यक्तिगत मोर्चे पर देखा जाए तो आप अपने जीवन साथी के साथ खुशनुमा पल व्यतीत करेंगे और इस तरह से आपके दोनों के रिश्ते में उचित सामंजस्य बना रहेगा।
अंत में बात करें स्वास्थ्य की तो आप अपने जीवन में सकारात्मकता बनाए रखने में कामयाब होंगे जिससे आपका स्वास्थ्य उत्तम बना रहेगा। आपकी प्रतिरक्षा स्टार उच्च रहेगा जो आपको फिट रखने में मददगार साबित होगा।
उपाय: गुरुवार के दिन बृहस्पति ग्रह के लिए यज्ञ करें।
वृषभ राशि के जातकों के लिए बृहस्पति अष्टम और ग्यारहवें भाव का स्वामी है और अब आपके पहले घर में अस्त होने जा रहा है। बृहस्पति वृषभ राशि में अस्त के दौरान आपको गले से संबंधित कुछ समस्याओं और अचानक से धन से जुड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
करियर के मोर्चे पर बात करें तो आपको अपनी नौकरी में अवांछित बदलाव और संतुष्टि की कमी उठानी पड़ेगी। साथ ही आपको अपने सहकर्मियों से भी रुकावटों का सामना करना पड़ सकता है। इस राशि के जो जातक व्यापार के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं उन्हें घाटा होने की आशंका नजर आ रही है।
आपको आर्थिक मोर्चे पर धन लाभ और बढ़े हुए खर्चों का सामना करना पड़ेगा जिससे आपके जीवन में बचत की गुंजाइश काफी कम रहने वाली है।
आपके रिश्ते में कुछ परेशानियां बनी रहेगी और मुमकिन है कि आपके जीवनसाथी के साथ आपकी लड़ाई झगड़ा और बहस ज्यादा हो।
अंत में बात करें स्वास्थ्य की तो इस दौरान आपको गले और फेफड़ों से संबंधित संक्रमण का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में आपको अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने की जरूरत पड़ेगी।
उपाय: गुरुवार के दिन बृहस्पति ग्रह के लिए पूजा करें।
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मिथुन राशि के जातकों के लिए बृहस्पति सप्तम और दशम भाव का स्वामी है और आपके बारहवें घर में अस्त होने जा रहा है।
बृहस्पति वृषभ राशि में अस्त के परिणाम स्वरुप आपको रिश्ते और पेशे में अचानक से बदलाव का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान आपको नई नौकरी भी मिलने की संभावना है या फिर वर्तमान नौकरी के संबंध में आपका स्थान परिवर्तन हो सकता है। मुमकिन है कि यह आपके लिए ज्यादा अनुकूल न साबित हो। अगर आप व्यावसायिक क्षेत्र से जुड़े हुए हैं तो आपको व्यापार में घाटा उठाना पड़ सकता है और ऐसे नुकसान आपको अचानक होने वाले हैं।
इस दौरान आपको ज्यादा लाभ और ज्यादा खर्च दोनों ही होने की आशंका है जिससे बचत की गुंजाइश काफी कम नजर आ रही है।
अंत में बात करें स्वास्थ्य की तो आपके पैरों में दर्द, जोड़ों में अकड़न आदि का सामना करना पड़ेगा। साथ ही आपके जीवन में प्रतिरक्षा स्तर की कमी भी इस दौरान रहेगी।
उपाय: गुरुवार के दिन लिंगाष्टकम् का पाठ करें।
कर्क राशि के जातकों के लिए बृहस्पति छठे और नवम भाव का स्वामी है और आप आपके 11वें भाव में अस्त होने जा रहा है। बृहस्पति के अस्त होने का परिणाम स्वरुप आपको अचानक से अपने प्रयासों से धन लाभ होने की संभावना है। हालांकि यह लाभ आपको धीरे-धीरे प्राप्त होंगे।
करियर के लिहाज से बात करें तो आप अत्यधिक लाभ प्राप्त करने की स्थिति में नजर आएंगे और अपने प्रयासों में बड़ी सफलता प्राप्त करेंगे। साथ ही आपके जीवन में संतुष्टि का स्तर भी बढ़ेगा। अगर आप व्यावसायिक क्षेत्र से जुड़े हुए हैं तो आपको अपने प्रयासों से पूर्ण संतुष्टि और भारी लाभ दोनों प्राप्त होगा। उच्च लाभ प्राप्त करने में भी आपको सफलता मिलेगी।
रिश्ते के मोर्चे पर बात करें तो इस दौरान आपके जीवन में शांति और संतुष्टि दोनों रहने वाली है। आप अपने जीवनसाथी के साथ ज्यादा सामंजस्य स्थापित करने और संतुष्टि के साथ मिलने में कामयाब रहेंगे।
स्वास्थ्य के मोर्चे पर बात करें तो आप अपने अंदर मौजूद खुशी के चलते अच्छे स्वास्थ्य का लुफ्त उठाएंगे। इसके अलावा आपको कोई बड़ी स्वास्थ्य संबंधित परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
उपाय: अपाहिज व्यक्तियों को भोजन का दान करें।
सिंह राशि के जातकों के लिए बृहस्पति पंचम और अष्टम भाव का स्वामी है और अब आपके दसवें घर में अस्त होने जा रहा है। बृहस्पति वृषभ राशि में अस्त के प्रभाव स्वरूप आप अपने बच्चों के जीवन में विकास के संदर्भ पर और अपने काम को लेकर चिंतित नज़र आ सकते हैं।
नौकरी के संबंध में बात करें तो अपने काम में संतुष्टि की कमी के चलते आप बार-बार नौकरी बदलते नजर आएंगे। इस राशि के जो जातक व्यापार के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं उन्हें असफलताओं का सामना करना पड़ सकता है।
आपके जीवन में धन का प्रवाह ठीक रूप से नहीं होगा और धन के मामले में आपके जीवन में तमाम उतार-चढ़ाव बने रहेंगे।
व्यक्तिगत मोर्चे पर बात करें तो आपको अपने जीवन साथी के साथ अहंकार संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
स्वास्थ्य की बात करें तो पर्याप्त प्रतिरक्षा स्तर की कमी के चलते इस दौरान आपका स्वास्थ्य ज्यादा अनुकूल नहीं रहने वाला है।
उपाय: प्रतिदिन 21 बार 'ॐ बृं बृहस्पतये नम:' मंत्र का जाप करें।
कन्या राशि के जातकों के लिए बृहस्पति सप्तम और चतुर्थ भाव का स्वामी है और अब आपके नवम भाव में अस्त होने जा रहा है।
बृहस्पति वृषभ राशि में अस्त के प्रभाव स्वरूप कन्या राशि के जातकों को भाग्य और व्यावसायिक उन्नति के संदर्भ में मिश्रित परिणाम प्राप्त होंगे। इस राशि के जातकों को विदेशी अवसरों के साथ सकारात्मक रूप से अपने करियर में कुछ बदलावों का सामना भी करना पड़ सकता है। इस राशि के जो जातक व्यवसाय के क्षेत्र से संबंधित हैं उन्हें विदेशी व्यापार और यात्रा संबंधी व्यवसाय से लाभ प्राप्त होगा।
आपको तीव्र गति से नहीं बल्कि धीमी गति से धन लाभ होने की संभावना है। इसके अलावा आप मध्यम धन बढ़ाने की स्थिति में भी नजर आएंगे।
रिश्ते के मोर्चे पर मुमकिन है कि आपको अपने पार्टनर के साथ पूर्ण रूप से संतुष्टि ना प्राप्त हो सके।
अंत में बात करें स्वास्थ्य की तो स्वास्थ्य के मामले में कोई बड़ी स्वास्थ्य संबंधित परेशानी नहीं होने वाली है।
उपाय: गुरुवार का व्रत प्रारंभ करें।
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तुला राशि के जातकों के लिए बृहस्पति तीसरे और छठे घर का स्वामी है और अब आपके अष्टम भाव में अस्त होने जा रहा है।
बृहस्पति वृषभ राशि में अस्त के प्रभाव स्वरूप इस राशि के जातकों को अपने करियर में अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। साथ ही नई नौकरी के अवसर भी आपके जीवन में नजर आने वाले हैं। इस राशि के जो जातक व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं उन्हें लाभ भी मिलेगा साथ ही आप अपने व्यवसाय का विस्तार भी कर सकते हैं। अगर आप नया व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं तो इसमें भी आपको सफलता मिल सकती है।
इस समय अवधि में आपको प्रचुर मात्रा में धन लाभ होगा और आप इसे संचित करने में भी कामयाब रहने वाले हैं।
रिश्तो के मोर्चे पर बात करें तो यह जातक प्रेम की भावना को बढ़ाने में सफल रहेंगे। इस राशि के कुछ जातकों का प्यार विवाह के बंधन में भी तब्दील हो सकता है।
स्वास्थ्य की बात करें तो आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।
उपाय: शुक्रवार के दिन महिलाओं को चावल का दान करें।
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बृहस्पति दूसरे और पंचम भाव का स्वामी है और अब आपके सातवें घर में अस्त होने जा रहा है।
बृहस्पति वृषभ राशि में अस्त के प्रभाव स्वरूप वृश्चिक राशि के जातकों को नौकरी में चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है लेकिन आप परेशानियों से निपटने और सफलतापूर्वक उभरने की स्थिति में रहेंगे। इस राशि के जो जातक व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं उन्हें अपनी व्यावसायिक रणनीतियों को बदलने की जरूरत पड़ेगी ताकि आप अपने प्रतिस्पर्धियों से आगे निकल सकें।
रिश्ते की बात करें तो परिवार में मतभेद हो सकते हैं और सामंजस्य बनाए रखने के लिए आपको समायोजन करने की आवश्यकता पड़ेगी।
स्वास्थ्य के लिहाज से बात करें तो आप अच्छी स्थिति में नजर आएंगे। आपको कोई बड़ी स्वास्थ्य संबंधित परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
उपाय: गुरुवार के दिन मंदिर में भगवान शिव की पूजा करें और तेल का दीपक जलाएं।
धनु राशि के जातकों के लिए बृहस्पति पहले और चतुर्थ घर का स्वामी है और अब आपके छठे घर में अस्त होने जा रहा है। बृहस्पति वृषभ राशि में अस्त के प्रभाव स्वरूप आपको अपने जीवन स्तर में बदलाव का सामना करना पड़ सकता है और ऐसे बदलाव आपके लिए ज्यादा अनुकूल नहीं साबित होंगे।
करियर की बात करें तो धनु राशि के जातकों को कुछ अप्रिय स्थितियों का सामना करना पड़ सकता है और नौकरी में बदलाव की भी संभावना है। अगर आप व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं तो इस दौरान आपको कुछ बढ़ते घाटे और औसत लाभ मिलने की संभावना है। साथ ही इस दौरान आपके जीवन में प्रतिस्पर्धियों का दबाव भी नजर आने वाला है।
रिश्ते के मोर्चे पर बात करें तो आपको अपने साथी की तरफ से कुछ असुविधा या फिर अवांछित बहस का सामना करना पड़ेगा।
अंत में बात करें स्वास्थ्य की तो कम प्रतिरक्षा स्तर के चलते आपको गले में गंभीर संक्रमण हो सकता है। सावधान रहें।
उपाय: गुरुवार के दिन बुजुर्ग ब्राह्मण को भोजन का दान करें।
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मकर राशि के जातकों के लिए बृहस्पति तीसरे और 12वें घर का स्वामी है और आपके पांचवे घर में अस्त होने जा रहा है।
बृहस्पति वृषभ राशि में अस्त के प्रभाव स्वरूप आपके करियर में अच्छा लाभ प्राप्त होगा। साथ ही नई नौकरी के अवसर भी आपके जीवन में दस्तक दे सकते हैं। इस राशि के जो जातक व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं वह अच्छा मुनाफा कमाएंगे। व्यवसायी जातक अपने व्यवसाय को आउटसोर्सिंग के माध्यम से भी अच्छा मुनाफा दिला सकते हैं।
रिश्ते में आपसी समझ के चलते हैं आपके जीवनसाथी के साथ सामंजस्य बढ़ेगा।
स्वास्थ्य की बात करें तो आपको अपने संतान के स्वास्थ्य पर खर्च करना पड़ सकता है।
उपाय: गुरुवार के दिन 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का जाप करें।
कुंभ राशि के जातकों के लिए बृहस्पति दूसरे और ग्यारहवें घर का स्वामी है और अब आपके चौथे घर में अस्त होने जा रहा है। बृहस्पति अस्त के प्रभाव स्वरूप आपको धन आध्यात्मिक प्रगति आदि के संदर्भ में सुचारू परिणाम नहीं प्राप्त होंगे।
करियर के लिहाज से बात करें तो कुंभ राशि के जातकों को नौकरी में बदलाव का सामना करना पड़ सकता है या अलग-अलग जगह पर स्थानांतरित होना पड़ सकता है। अगर आप व्यावसायिक क्षेत्र से जुड़े हुए हैं तो आप अच्छा मुनाफा आसानी से नहीं कमा पाएंगे। आपको व्यवसाय चलाने के लिए मेहनत करने की आवश्यकता पड़ेगी।
रिश्ते में कुंभ राशि के जातकों को किसी तरह की गलतफहमी के चलते अपने जीवनसाथी के साथ अहंकार संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
स्वास्थ्य की दृष्टि से बात करें तो कुंभ राशि के जातकों को जोड़ों में कुछ अकड़न की समस्या होने की संभावना है।
उपाय: शनिवार के दिन 'ॐ हनुमते नमः' मंत्र का जाप करें।
मीन राशि के जातकों के लिए बृहस्पति पहले और दसवें घर का स्वामी है और आपके तीसरे घर में अस्त होने जा रहा है।
करियर के मोर्चे पर कार्यस्थल में कठिन चुनौतियों के चलते आपको नौकरी में दबाव और असंतुष्टि मिलने वाली है। व्यावसायिक मोर्चे पर बात करें तो इस राशि के जातकों को मुनाफे की कमी का सामना करना पड़ेगा जिसके चलते विकास में भी कमी होने की प्रबल आशंका है।
रिश्ते के मोर्चे पर आपको अहंकार के चलते अपने जीवनसाथी के साथ अच्छी समझ बनाए रखने में परेशानी होने वाली है।
मुमकिन है कि आपको यह समय ज्यादा अच्छा ना लगे और तनाव के चलते पाचन संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़े।
उपाय: गुरुवार के दिन 'ॐ शिव ॐ शिव ॐ' मंत्र का जाप करें।
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