बुध का वृश्चिक राशि में गोचर: बुद्धि के कारक ग्रह बुध 06 नवंबर 2023 की दोपहर 04 बजकर 11 मिनट पर मंगल द्वारा शासित राशि यानी वृश्चिक राशि में गोचर करने जा रहे हैं, जो बुध के शत्रु ग्रह हैं। वृश्चिक राशि की बात करें तो यह राशि चक्र की आठवीं और जल तत्व की राशि है और यह हमारे शरीर में तामसिक ऊर्जा को नियंत्रित करती है। वृश्चिक राशि को सभी राशियों में सबसे संवेदनशील राशि माना गया है। यह हमारे जीवन में सभी प्रकार के उतार-चढ़ाव और निरंतर परिवर्तनों को नियंत्रित करती है। साथ ही ये हमारे जीवन के छिपे हुए और गहरे रहस्यों का प्रतिनिधित्व भी करती है। वृश्चिक राशि खनिज और भूमि संसाधनों जैसे पेट्रोलियम तेल और गैस क्षेत्र, रत्न आदि के कारक है। यह राशि हमारे जीवन में दुर्घटनाओं व सर्जरी का भी प्रतिनिधित्व करती है। वहीं बुध ग्रह इस राशि में बहुत अधिक सहज प्रतीत नहीं हो रहे हैं।
बात करते हैं बुध ग्रह की तो वैदिक ज्योतिष में बुध को युवा ग्रह माना गया है, जो ज्ञान, सोचने की क्षमता और बेहतर तर्क क्षमता और अच्छे संचार कौशल के कारक हैं और इन्हें राजकुमार की उपाधि दी गई है।चंद्रमा के बाद बुध सबसे छोटे और सबसे तेज गति से चलने वाले ग्रह हैं और चंद्रमा की तरह बेहद संवेदनशील हैं। यह जातक की बुद्धि, सीखने की क्षमता, सजगता, भाषण और भाषा आदि को प्रभावित करते हैं। बुध के अनुकूल प्रभावों के परिणामस्वरूप व्यक्ति कॉमर्स, बैंकिंग, शिक्षा, संचार, लेखन, हास्य और मीडिया आदि क्षेत्र में खूब तरक्की करता है। बुध का सभी 12 राशियों के बीच मिथुन और कन्या राशि पर आधिपत्य है।
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एस्ट्रोसेज का यह लेख आपको बुध का वृश्चिक राशि में गोचर से संबंधित सारी जानकारी प्रदान करेगा। इस आर्टिकल के अंतर्गत हम जानेंगे कि बुध का गोचर किन राशि के जातकों को अच्छे और किन जातकों को प्रतिकूल परिणाम देंगे। इसके साथ ही बुध के अशुभ प्रभाव से बचने के उपाय भी जानेंगे।
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यह राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी व्यक्तिगत चन्द्र राशि अभी जानने के लिए चंद्र राशि कैलकुलेटर का उपयोग करें।
मेष राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं और बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपके आठवें यानी कि दीर्घायु, अचानक होने वाली घटनाएं, गोपनीयता, रहस्य विज्ञान और बदलाव के भाव में होगा। मेष राशि के जातकों के लिए यह गोचर अनुकूल प्रतीत नहीं हो रहा है लेकिन आठवें भाव पर आपके लग्न स्वामी मंगल का आधिपत्य है इसलिए आपको आठवें भाव के हानिकारक प्रभाव का अनुभव नहीं होगा। इस दौरान आप अपने बातचीत में बदलाव का अनुभव करेंगे लेकिन फिर भी आपको अपनी वाणी पर नियंत्रण रखने की सलाह दी जाती है। बातचीत करते समय सावधानी बरतें।
स्वास्थ्य की दृष्टि से देखें, तो बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपको स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां दे सकता है। इस दौरान आप त्वचा संबंधी समस्याओं या गले से संबंधित किसी रोग से ग्रस्त हो सकते हैं। इसके अलावा, अचानक होने वाली घटनाओं के कारण आपके तनाव में आने की संभावना है। मानसिक रूप से आप बेचैनी महसूस कर सकते हैं। ऐसे में, आपको सलाह दी जाती है कि इन स्वास्थ्य समस्याओं को नज़रअंदाज़ न करें अन्यथा यह बीमारी लंबे समय के लिए आपको परेशान कर सकती है। आठवें भाव से बुध आपके दूसरे भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं जिसके चलते आप बचत करने में सक्षम होंगे लेकिन आपके अचानक खर्चे बढ़ सकते हैं।
उपाय: किन्नरों (ट्रांसजेंडर) का सम्मान करें और हो सके तो उन्हें हरे रंग के कपड़े दान करें और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।
वृषभ राशि वालों के लिए बुध दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपके जीवनसाथी और बिज़नेस पार्टनरशिप के सातवें भाव में होने जा रहा है। प्रेम संबंधों के लिहाज़ से यह अवधि अनुकूल रहेगी, आप अपने संबंधों में मजबूती लाएंगे। आप जिन्हें पसंद करते हैं उनके सामने अपने दिल की बात कह सकते हैं यानी कि जिन्हें आप प्यार करते हैं उन्हें प्रपोज कर सकते हैं। वहीं जो लोग लंबे समय से एक दूसरे के साथ संबंध में हैं, वे अपने रिश्ते को शादी के बंधन तक ले जाने की कोशिश करेंगे। यदि आप अपने प्रिय को अपने परिवार से मिलाने की योजना बना रहे हैं तो यह बिल्कुल सही समय होगा, क्योंकि आपका परिवार इस रिश्ते को मंजूरी दे सकता है। बुध का वृश्चिक राशि में गोचर प्रेम विवाह करने वाले जातकों के लिए अच्छी साबित होगी।
विवाहित जोड़े अपने रिश्ते में प्यार, आकर्षण और अच्छे पलों का आनंद लेंगे। जो जातक अपने वैवाहिक जीवन में कुछ समस्याओं का सामना कर रहे थे वे अपने बेहतर संचार कौशल की मदद से हर समस्या को हल करने में सक्षम होंगे। यदि आप परिवार के किसी सदस्य के साथ मिलकर पार्टनरशिप में बिज़नेस करने की सोच रहे हैं तो यह समय आपके लिए अनुकूल साबित होगा। आपकी यह साझेदारी फायदेमंद साबित होगी। सातवें भाव से बुध आपके लग्न भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप यह अवधि आपके स्वास्थ्य के लिए भी अच्छी साबित होगी। आप अपने फिटनेस पर पूरा ध्यान देंगे। हालांकि, फिर भी आपको स्वस्थ आहार लेने और अच्छी जीवनशैली अपनाने की सलाह दी जाती है।
उपाय: अपने शयनकक्ष (बेडरूम) में इंडोर पौधे रखें और उनकी अच्छे से देखभाल करें।
मिथुन राशि वालों के लिए बुध लग्न और चौथे भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपके शत्रु, स्वास्थ्य, प्रतिस्पर्धा और चाचा के छठे भाव में होने जा रहा है। इसके परिणामस्वरूप आपको इस दौरान अपने स्वास्थ्य के साथ-साथ अपनी माता के स्वास्थ्य पर भी ध्यान देने की आवश्यकता हो सकती क्योंकि यह अवधि आपकी और आपकी माता के स्वास्थ्य के लिए अनुकूल न होने की आशंका है। आपके चिकित्सा खर्चों में वृद्धि हो सकती है इसलिए थोड़ी सावधानी बरतें।
बुध का वृश्चिक राशि में गोचर पारिवारिक मुद्दों को जन्म दे सकता है। इसके चलते आपको अपने परिवार में कुछ विवादों का भी सामना करना पड़ सकता है। सकारात्मक पक्ष की बात करें तो आप अपनी माता जी के साथ अपने चाचा से मिलने जा सकते हैं। इस दौरान आप अपने रोजमर्रा के काम पर ध्यान केंद्रित करेंगे। कार्यक्षेत्र में काम के दबाव को कम करने के लिए आपको अपने संपर्क बढ़ाने होंगे और अधिक से अधिक लोगों से मिलना चाहिए। हालांकि, आप कार्यस्थल पर पूरे उत्साह के साथ काम करेंगे। काम के सिलसिले से आपको यात्रा करने का मौका भी मिलेगा और ये यात्राएं आपके उद्देश्यों को पूरा करेंगी और आपके लिए फायदेमंद साबित होंगी। जो लोग खुद का व्यापार कर रहे हैं उन्हें सलाह दी जाती है कि इस समय कोई बड़ा रिस्क न लें अन्यथा आपको भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है और अचानक आपके खर्चे भी बढ़ सकते हैं।
उपाय: बुधवार के दिन 5-6 कैरेट का पन्ना चांदी या सोने की अंगूठी में धारण करना मिथुन राशि के जातकों के लिए शुभ फलदायी रहेगा।
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कर्क राशि वालों के लिए बुध बारहवें और तीसरे भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपके पांचवें भाव यानी कि शिक्षा, प्रेम संबंधों, बच्चों के भाव में होने जा रहा है और यह पूर्व पुण्य भाव भी है। चूंकि बुध बुद्धि के कारक हैं, ऐसे में पांचवें भाव में बुध का गोचर कर्क राशि के छात्रों के लिए बेहद शानदार साबित होगा इसलिए छात्रों को इस अवधि का सदुपयोग अपनी पढ़ाई व बेहतरी के लिए करना चाहिए। जो छात्र मास कम्युनिकेशन, रिसर्च, राइटिंग या किसी अन्य भाषा की पढ़ाई कर रहे हैं उनके लिए बुध का वृश्चिक राशि में गोचर बेहद अनुकूल साबित होगा। इसके अलावा जो छात्र विदेश की संस्था में पढ़ने के इच्छुक हैं, उन्हें अपना पसंदीदा संस्थान मिल सकता है।
वहीं दूसरी ओर बारहवें भाव के स्वामी का पांचवें भाव में गोचर प्रेम संबंध रखने वाले जातकों के लिए अनुकूल प्रतीत नहीं हो रहा है। इस दौरान आपके रिश्ते में कुछ गलतफहमियां पैदा हो सकती है या आपकी बातों का गलत अर्थ निकाला जा सकता है, जिसके कारण आपका पार्टनर के साथ कुछ वाद-विवाद या झगड़ा हो सकता है। इसलिए आपको इन विवादों से बचने और धैर्य बनाए रखने की सलाह दी जाती है। साथ ही, अपने साथी को समझने का प्रयास करें और दिल खोलकर अपने पार्टनर के सामने अपनी बात को बोलें। इसके अलावा, कर्क राशि की गर्भवती महिलाओं को अपने और शिशु के स्वास्थ्य को लेकर अधिक सावधान रहने की भी सलाह दी जाती है क्योंकि आपको तनाव या मूड स्विंग जैसी कुछ स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में, आपको जरूरत पड़ने पर नियमित अंतराल पर डॉक्टर से चेकअप करने व उचित सलाह लेने का सुझाव दिया जाता है।
उपाय: जरूरतमंद व गरीब बच्चों और विद्यार्थियों को किताबें बांटे और उनकी पढ़ाई में मदद करना आपके लिए फायदेमंद साबित होगा।
सिंह राशि वालों के लिए बुध दूसरे और ग्यारहवें भाव यानी वित्तीय के भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपके चौथे भाव यानी माता, घरेलू जीवन, घर, वाहन और संपत्ति के भाव में होने जा रहा है। जैसा कि ऊपर बताया जा चुका है कि आपके लिए बुध वह ग्रह है जो आपके वित्त को नियंत्रित करता है, इसलिए आपके चौथे भाव में बुध का गोचर आपको चौथे भाव से संबंधित मामलों में निवेश करने के लिए प्रेरित करेंगे। आशंका है कि आप इस अवधि अपने घरेलू जीवन को और अधिक बेहतर बनाने के लिए धन खर्च करें। आप घर या वाहन खरीदने में पैसे खर्च कर सकते हैं या संभव है कि घर के लिए नए उपकरण खरीदे या परिवार और दोस्तों के लिए घर पर पार्टी या पूजा भी करवा सकते हैं।
बुध चौथे भाव से आपके दसवें भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं जो आपके पेशेवर जीवन के लिए विशेष रूप से रियल एस्टेट या प्रॉपर्टी एजेंट से जुड़े क्षेत्रों के लिए अनुकूल रहेगा। बुध का वृश्चिक राशि में गोचर कार्यक्षेत्र में आपको अपने वरिष्ठों व टीम के सदस्यों का सहयोग प्रदान करेगा और आप अपने प्रोजेक्ट को समय पर पूरा करने में सक्षम होंगे।
उपाय: प्रतिदिन तुलसी के पौधे पर तेल का दीपक जलाएं और पूजा करें।
कन्या राशि वालों के लिए बुध दसवें और लग्न भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपके तीसरे भाव में होने जा रहा है। यह भाव आपके भाई-बहनों, शौक, छोटी दूरी की यात्रा, संचार कौशल का प्रतिनिधित्व करता है। लग्न भाव के स्वामी बुध का तीसरे भाव में गोचर आपके बातचीत करने के ढंग को अधिक प्रभावी बनाएगा। आप अपने बातचीत करने के तरीके और राइटिंग स्किल्स से दूसरों को अपनी ओर प्रभावित करने में सक्षम होंगे। कन्या राशि के जो जातक पत्रकार, मीडियाकर्मी, लेखक, काउंसलर, फिल्म निर्देशक, एंकर या स्टैंड अप कॉमेडियन के रूप में काम कर रहे हैं उनके लिए बुध का वृश्चिक राशि में गोचर शानदार परिणाम लेकर आएगा और वे अपने क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
तीसरे भाव में बुध के गोचर के परिणामस्वरूप आपको काम के सिलसिले से कम दूरी की यात्रा करनी पड़ सकती है या हो सकता है कि आप किसी तीर्थ यात्रा पर जाए। इसके अलावा यह भी संभव है कि आप अपने भाई-बहनों या किसी करीबी दोस्तों के साथ बाहर घूमने की योजना बना लें ताकि उनके साथ कुछ अच्छे पल बिता सकें और अपने रिश्ते को और अधिक मजबूत बना सकें। बुध तीसरे भाव से आपके धर्म, पिता और गुरु के नौवें भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं जिसके फलस्वरूप आपके पिता के साथ आपके संबंध काफ़ी अच्छे रहेंगे और वे आपके काम की सराहना करेंगे व अपना पूरा सहयोग देंगे। इस अवधि आपका झुकाव आध्यात्मिक गतिविधियों की तरफ अधिक रहेगा और आप अधिक धार्मिक होंगे। आपके नौवें भाव पर बुध की दृष्टि आपके पेशेवर जीवन में अनुकूल बदलाव लेकर आएगी, जो आपके लिए शुभ साबित होगी।
उपाय: बुधवार के दिन 5-6 कैरेट का पन्ना चांदी या सोने की अंगूठी में धारण करना कन्या राशि के जातकों के लिए शुभ फलदायी रहेगा।
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तुला राशि वालों के लिए बुध बारहवें और नौवें भाव यानी परिवार, बचत और वाणी के भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपके दूसरे भाव में होने जा रहा है। दूसरे भाव में बुध के गोचर के परिणामस्वरूप आप अपनी वाणी में नियंत्रण रखेंगे और आपकी बातचीत करने का तरीका बहुत अधिक प्रभावी होगा। हालांकि बुध बारहवें भाव के स्वामी भी हैं और इसके कारण आपका किसी से व्यंग्य या मजाक करना आपको परेशानी में डाल सकता है इसलिए थोड़ा सावधान रहें।
आर्थिक जीवन के लिए बुध का वृश्चिक राशि में गोचर कुछ ख़ास परिणाम लाता नहीं दिख रहा है। इस दौरान आपके अनावश्यक खर्चे बढ़ सकते हैं या घाटा या नुकसान होने के कारण आप बचत करने में असफल हो सकते हैं। इसके अलावा, आप अपनी लंबी दूरी की यात्रा पर भी पैसा खर्च कर सकते हैं। इस अवधि बाहर विदेश से परिवार का कोई सदस्य या आपका कोई मित्र आपसे मिलने आ सकता है। तुला राशि के जातकों के पेशेवर जीवन की बात करें तो कार्यक्षेत्र में आपके स्थान या पद में कोई बदलाव आ सकता है, वहीं जो लोग अपना खुद का व्यापार कर रहे हैं उन्हें सलाह दी जाती है कि इस अवधि में कोई भी बड़ा रिस्क न लें क्योंकि हानि व नुकसान होने की प्रबल संभावनाएं हैं। साथ ही, अचानक से खर्चे बढ़ने की भी आशंका है।
सकारात्मक पक्ष की बात करें तो, बुध की आठवें भाव पर दृष्टि आपको अपने ससुराल वालों का सहयोग प्रदान करेगी और आप उनका आशीर्वाद प्राप्त करेंगे। साथ ही पार्टनर के साथ आपकी संयुक्त संपत्ति में वृद्धि होगी। आपके स्वास्थ्य के लिहाज़ से देखें तो इस दौरान आपको उचित स्वच्छता बनाए रखने और अपनी त्वचा की देखभाल करने की सलाह दी जाती है अन्यथा आपको एलर्जी से जुड़ी समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
उपायः तुलसी के पौधे में प्रतिदिन जल दें और नियमित रूप से एक पत्ते का सेवन करें।
वृश्चिक राशि वालों के लिए बुध ग्यारहवें और आठवें भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपके लग्न भाव में होने जा रहा है। बुध वृश्चिक राशि में ही गोचर कर रहे हैं। सामान्य तौर पर यह गोचर अच्छा माना जाता है क्योंकि यह जातक को बुद्धि, अच्छे संचार कौशल और युवावस्था का आशीर्वाद देते हैं। ऐसे में, वृश्चिक राशि वालों के लिए यह गोचर अनुकूल परिणाम लेकर आएगा लेकिन बुध आठवें भाव के स्वामी भी हैं और इसके परिणामस्वरूप आपके व्यक्तित्व में कई बदलाव देखने को मिलेंगे और साथ ही आपके जीवन में कई अचानक होने वाली घटनाओं में वृद्धि हो सकती है। स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से आपको बुध का वृश्चिक राशि में गोचर काल के दौरान सलाह दी जाती है कि आप अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। स्वस्थ आहार लें और अच्छी जीवनशैली अपनाएं, उचित स्वच्छता और त्वचा की देखभाल करें अन्यथा आपको एलर्जी, यूटीआई या त्वचा संक्रमण संबंधित कुछ समस्याएं परेशान कर सकती है।
वहीं दूसरी ओर ग्यारहवें भाव के स्वामी का लग्न भाव में गोचर करने के फलस्वरूप आपको बेहतर आर्थिक जीवन का आशीर्वाद प्राप्त होगा। कार्यक्षेत्र में आपको अपनी कड़ी मेहनत का प्रतिफल इस दौरान प्राप्त होगा। इसके अलावा, आपको अपने नेटवर्क सर्किल का भी पूरा सहयोग मिलेगा। बुध की सातवें भाव पर दृष्टि के फलस्वरूप आपको अपने बिज़नेस पार्टनरशिप और जीवनसाथी के व्यवहार में सुधार देखने को मिलेगा और आपको उनका पूरा सहयोग भी प्राप्त होगा।
उपाय: प्रतिदिन बुध ग्रह के बीज मंत्र का जाप करें।
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धनु राशि वालों के लिए बुध सातवें और दसवें भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपके बारहवें भाव में यानी कि विदेशी भूमि, पृथक्करण, अस्पतालों, व्यय और एमएनसी कंपनियों के भाव में होने जा रहा है। बारहवें भाव में बुध का गोचर के परिणामस्वरूप आपको विदेश से नौकरी के अवसर प्राप्त हो सकते हैं। साथ ही, धन कमाने के साधन में बढ़ोतरी होगी लेकिन आपके खर्चे इतने बढ़ सकते हैं कि कमाए हुए पैसा आपके लिए पर्याप्त न हो। इसके अलावा, आप बिज़नेस के सिलसिले ये या किसी अन्य उद्देश्यों की पूर्ति के लिए दूसरे देश की यात्रा करने जा सकते हैं। स्वास्थ्य के लिहाज़ से बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपके लिए उतार-चढ़ाव भरा साबित होने की आशंका है। यदि आपको कोई स्वास्थ्य संबंधी समस्या परेशान कर रही है तो उसे नज़रअंदाज़ न करें अन्यथा वह समस्या गंभीर रूप ले सकती है और आपके लिए बाद में परेशानी का सबब बन सकती है।
सातवें भाव के स्वामी का बारहवें भाव में गोचर आपके जीवनसाथी को भी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं दे सकता है, जैसे उन्हें घबराहट सी महसूस हो सकती है। यदि आपकी और आपके साथी की जो दशा चल रही है वह अनुकूल है तो आपको इस दौरान विदेश यात्रा करने का अवसर प्राप्त होगा। बुध बारहवें भाव से आपके छठे भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं और इसके फलस्वरूप यह अवधि धनु राशि के छात्रों के लिए शानदार होगी, विशेष रूप से जो किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं।
उपाय: भगवान गणेश की पूजा करें और उन्हें दूर्वा चढ़ाएं।
मकर राशि वालों के लिए बुध छठे और नौवें भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपके ग्यारहवें भाव में होने जा रहा है और यह भाव वित्तीय लाभ, इच्छा, बड़े भाई-बहन और चाचा को दर्शाता है। मकर राशि वालों के लिए छठे भाव के स्वामी बुध का ग्यारहवें भाव में गोचर शत्रुओं के साथ चले आ रहे संघर्ष को हल करने के लिए अनुकूल साबित होगा। आप अपनी बुद्धिमत्ता और बातचीत करने के तरीके से अपने दुश्मनों को भी दोस्त बनाने में सक्षम होंगे।
बुध का वृश्चिक राशि में गोचर मकर राशि के उन छात्रों के लिए भी शानदार होगा जो किसी प्रतियोगी परीक्षाओं या किसी अन्य प्रतियोगिता की तैयारी कर रहे हैं। उन्हें इस दौरान अपनी मेहनत और समर्पण का मनचाहा परिणाम प्राप्त होगा। यही नहीं व्यवसाय करने वालों के लिए भी यह गोचर किसी आशीर्वाद से कम नहीं होगा। जो जातक बिज़नेस या किसी अन्य कारण से लोन या ऋण लेने की कोशिश कर रहे थे उन्हें सफलता प्राप्त होगी। इस अवधि में आपको अपने चाचा, बड़े भाई-बहनों या अन्य लोगों से भी सहयोग प्राप्त होगा। पेशेवर जीवन में भी आपको कई सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे, जिसकी आप पहले से उम्मीद कर रहे थे।
चूंकि बुध ग्यारहवें भाव में गोचर कर रहे हैं और शिक्षा के पांचवें भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं तो ऐसे में यह समय उन छात्रों के लिए अच्छा प्रतीत हो रहा है जो मास कम्युनिकेशन, राइटिंग और किसी अन्य भाषा के क्षेत्र से जुड़े हैं।
उपाय: प्रतिदिन गाय को हरा चारा खिलाएं।
कुंभ राशि वाले जातकों के लिए बुध पांचवें और आठवें भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपके पेशे और कार्यस्थल के दसवें भाव में होने जा रहा है। दसवें भाव में बुध का गोचर कुंभ राशि के उन छात्रों के लिए अनुकूल रहेगा जो पढ़ाई पूरी कर नौकरी करना चाहते हैं, विशेष रूप से जो छात्र रिसर्च या पीएचडी कर रहे हैं। यहां तक कि जो जातक ज्योतिष, अंकज्योतिष या टैरो जैसे रहस्य विज्ञान की कला सीख रहे थे या इस पर शोध कर रहे थे उन्हें अपने पेशे को आगे बढ़ाने या शुरुआत करने का मौका मिलेगा। करियर के क्षेत्र में आपको नए-नए अवसर प्राप्त होंगे और कार्यक्षेत्र में जो कड़ी मेहनत आपने की थी उसके अच्छे परिणाम आपको इस दौरान प्राप्त होगा और इन परिणामों को पाकर आप खुशी से समा नहीं पाएंगे।
बुध का वृश्चिक राशि में गोचर कार्यक्षेत्र में आपका मान-सम्मान को बढ़ाएगा और आप अपने मन की बात सुनेंगे। इस अवधि में धन संबंधी लेन-देन और जमीन-जायदाद के फैसले उपयोगी साबित होंगे। बुध दसवें भाव से चौथे भाव यानी कि माता और घरेलू सुख के भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं। जिसके परिणामस्वरूप आपको अपनी माता का पूरा सहयोग प्राप्त होगा और आपके घर का माहौल भी अच्छा बना रहेगा।
उपाय: घर और कार्यस्थल पर बुध यंत्र स्थापित करें।
मीन राशि वालों के लिए बुध चौथे और सातवें भाव के स्वामी हैं। बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपके नौवें भाव में होने जा रहा है और यह भाव धर्म, पिता, लंबी दूरी की यात्रा, तीर्थ यात्रा और भाग्य के भाव को दर्शाता है। यह अवधि मीन राशि के उन जातकों के लिए अच्छी साबित होने वाली है जो शादी के बंधन में बंधने की योजना बना रहे हैं या सगाई करने की इच्छा रखें हुए हैं। वहीं मीन राशि के जो जातक पहले से शादीशुदा हैं वे इस दौरान अपने घर पर किसी धार्मिक कार्यक्रम जैसे पूजा या कोई पाठ का आयोजन करवा सकते हैं और ऐसे में, आपके घर का माहौल काफी धार्मिक रहेगा।
वहीं बुध का वृश्चिक राशि में गोचर आपके करियर के लिए भी शानदार रहेगा। जो लोग फिलोसोफर, कंसल्टेंट, मेंटर या शिक्षक के रूप में काम कर रहे हैं उनकी बातचीत करने की स्किल्स पहले से और अधिक प्रभावी होगी, जिसे उनका पेशेवर जीवन और अधिक फलेगा-फूलेगा। वहीं जो छात्र उच्च शिक्षा प्राप्त करने की इच्छा रखते हैं या इसके लिए पहले से योजना बना रहे हैं उनको इस दौरान आगे बढ़ने के कई अच्छे अवसर प्राप्त होंगे। यही नहीं यह अवधि तीर्थ यात्रा करने या अपने परिवार के साथ लंबी दूरी की यात्रा पर जाने के लिए अच्छी साबित होगी। इस दौरान आपके उद्देश्यों की पूर्ति होगी। चूँकि बुध की दृष्टि आपके तीसरे भाव पर है इसलिए आपको अपने छोटे भाई-बहनों का भी पूरा सहयोग प्राप्त होगा। वे आपके काम की सराहना करेंगे और हर कदम आपका साथ देंगे।
उपाय: भगवान गणेश की पूजा करें और उन्हें दूर्वा घास चढ़ाएं।
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