एस्ट्रोसेज के इस विशेष लेख में आपको “बुध का तुला राशि में गोचर” से जुड़ी समस्त जानकारी प्राप्त होगी जैसे कि तिथि, समय एवं राशियों पर प्रभाव। ज्योतिष में बुध ग्रह को नवग्रहों के युवराज का दर्जा प्राप्त है और इनकी स्थिति सूर्य महाराज के सबसे निकट होती है। अब बुध महाराज 10 अक्टूबर 2024 की सुबह 11 बजकर 09 मिनट पर तुला राशि में गोचर करने जा रहे हैं। आइए जानते हैं बुध का यह गोचर सभी 12 राशियों को कैसे परिणाम देगा।
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बुध को बुद्धि और सीखने की क्षमता का ग्रह कहा जाता है। कोई व्यक्ति बुध ग्रह के आशीर्वाद के बिना अपने गुणों और क्षमताओं के साथ जीवन में आगे नहीं बढ़ सकता है और न ही इनके उपयोग से सफलता प्राप्त कर सकता है। बुध न सिर्फ सीखने में सहायता करते हैं, बल्कि यह व्यापार के क्षेत्र में सफलता प्रदान करते हैं। विशेष रूप से जिनका संबंध ट्रेड के व्यापार से होता है, वह कुंडली में बुध ग्रह की मज़बूत स्थिति से कामयाबी हासिल कर सकते हैं।
कुंडली मेंबुध ग्रह की स्थिति स्वास्थ्य और खुशियां लेकर आती हैं। साथ ही, विचारों को स्पष्ट बनाती है। यह आपको व्यापार के संबंध में गहराई से रिसर्च करने और सोच-समझकर निर्णय लेने के लिए प्रेरित करते हैं। कुंडली में बुध देव की मज़बूत स्थिति जातक की अध्यात्म और व्यापार दोनों में रुचि को बढ़ाती है। लेकिन, समस्याएं उस समय जन्म लेती हैं जब कुंडली में बुध अशुभ ग्रहों जैसे कि मंगल या राहु-केतु के साथ बैठा होता है। इसका सीधा असर आपकी बुद्धि और स्वभाव पर नज़र आता है।
जब बुध महाराज शुभ एवं लाभकारी ग्रह गुरु के साथ होते हैं, तब व्यक्ति के ज्ञान में वृद्धि होती है और वह इससे लाभ प्राप्त करता है। अगर बुध मिथुन राशि में उपस्थित होते हैं, तो ऐसे जातक को जीवन में काफ़ी यात्राएं करनी पड़ती हैं और उन्हें यात्राएं करना पसंद होता है। साथ ही, यह लोग व्यक्तिगत विकास के इच्छुक हो सकते हैं। बुध ग्रह के कन्या राशि में विराजमान होने पर आपका झुकाव ज्योतिष, गूढ़ विज्ञान आदि में होता है और व्यापार करना पसंद करते हैं।
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अब बुध का तुला राशि में गोचर होने जा रहा है और चलिए अब आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि यह राशि चक्र की सभी राशियों को किस तरह प्रभावित करेंगे।
यह राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी व्यक्तिगत चन्द्र राशि अभी जानने के लिए चंद्र राशि कैलकुलेटर का उपयोग करें।
मेष राशि वालों की कुंडली में बुध ग्रह तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं जो अब आपके सातवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं।
ऐसे में, बुध का तुला राशि में गोचर होने से आप दोस्तों और करीबियों के साथ यात्राएं करते हुए दिखाई देंगे। इस अवधि में की गई यात्राएं आपके लिए फलदायी साबित होंगी।
करियर के क्षेत्र में आपको विदेश से नौकरी के नए अवसर प्राप्त होंगे और इस तरह के मौके आपके लिए आशा और प्रगति दोनों लेकर आएंगे।
बात करें व्यापार की तो, बुध का यह गोचर आपको मुनाफा प्रदान करेगा और आपको मल्टी मार्केटिंग के व्यापार में भी सफलता मिलने की संभावना है।
आर्थिक जीवन में बुध का तुला राशि में प्रवेश आपको अच्छा ख़ासा धन लाभ करवाएगा। साथ ही, आपको दोस्तों से भी सहायता मिल सकती है।
निजी जीवन को देखें, तो इस दौरान आपके मन में पार्टनर के प्रति प्रेम में बढ़ोतरी होगी और इसकी वजह उनकी तरफ से आपको हर कदम पर मिलने वाला साथ होगा।
बुध के इस राशि परिवर्तन के दौरान आप अपने स्वास्थ्य और फिटनेस को बनाए रखने के प्रति जागरूक बने रहेंगे।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ नरसिंहाय नमः” का 11 बार जाप करें।
वृषभ राशि वालों के लिए बुध ग्रह आपके दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके छठे भाव में गोचर करने जा रहे हैं।
इसके परिणामस्वरूप, अगर आप अपनी आवश्यकताओं और जरूरतों को पूरा करने के लिए लोन लेना चाहते हैं, तो आपको लोन मिल सकता है।
करियर की बात करें तो, यह जातक अपने सकारात्मक दृष्टिकोण से काम में सफलता हासिल करेंगे। साथ ही, आपको ऑनसाइट से जुड़े नए अवसर मिल सकते हैं।
बुध का तुला राशि में गोचर व्यापार में आपको औसत रूप से लाभ प्रदान करेगा। लेकिन, इस अवधि में आपके लिए ज्यादा से ज्यादा धन जमा और एक नए व्यापार की शुरुआत करना आसान नहीं रहने की आशंका है।
आर्थिक जीवन में आपको औसत रूप से सफलता की प्राप्ति होगी। साथ ही, इस दौरान मिलने वाले अवसरों को आप बड़े अवसरों में बदलने में नाकाम रह सकते है।
निजी जीवन में बुध के इस गोचर के दौरान आपको जीवनसाथी के साथ बात करते समय सावधान रहना होगा क्योंकि आप दोनों के बीच बहस हो सकती है।
स्वास्थ्य के मामले में बुध का तुला राशि में प्रवेश आपको त्वचा से जुड़ी समस्याएं देने का काम कर सकता है जिसकी वजह आपकी कमज़ोर रोग प्रतिरोधक क्षमता हो सकती है।
उपाय: गुरुवार के दिन बृहस्पति ग्रह के लिए यज्ञ/हवन करें।
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मिथुन राशि वालों के लिए बुध महाराज आपके पहले और चौथे भाव के स्वामी हैं। अब बुध का तुला राशि में गोचर आपके पांचवें भाव में होने जा रहा है।
ऐसे में, इन जातकों को अपने कार्यों में अच्छी खासी सफलता और लाभ दोनों की प्राप्ति होगी। इसके अलावा आप परिस्थितियों के अनुसार खुद को ढाल सकेंगे।
बुध के इस गोचर के दौरान आप करियर के क्षेत्र में कामयाबी हासिल करेंगे और आपको अपने कार्यों के लिए पुरस्कृत किया जाएगा। ऐसे में, आपके प्रमोशन के भी योग बनेंगे।
व्यापार की बात करें, तो इस अवधि में सट्टेबाजी से जुड़े लोग अच्छा लाभ कमाने और रिटर्न प्राप्त करने में सक्षम होंगे।
आर्थिक जीवन में आपको काफ़ी धन लाभ होने के योग बनेंगे और ऐसे में, आप ज्यादा से ज्यादा धन की बचत भी कर सकेंगे।
बुध के तुला में प्रवेश करने से यह जातक निजी जीवन में प्रसन्न दिखाई देंगे और आपका सारा ध्यान पार्टनर के साथ रिश्ते में प्रेम एवं सौहार्द बनाए रखने में होगा। आपके लिए ऐसा करना आपसी तालमेल की वजह से संभव हो सकेगा।
इस अवधि में छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याओं को हटा दें, तो मिथुन राशि वालों की सेहत उत्तम बनी रहेगी।
उपाय: प्रतिदिन विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
कर्क राशि वालों के लिए बुध ग्रह आपके तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके चौथे भाव में गोचर करने जा रहे हैं।
बुध का तुला राशि में गोचर आपकी सुख-सुविधाओं में कमी करवा सकता है क्योंकि घर-परिवार में समस्याओं की वजह से आप तनाव में आ सकते हैं।
करियर को देखें, तो कार्यक्षेत्र में आप जो भी काम कर रहे हैं, उसमें कड़ी मेहनत करने के बावजूद आपके मान-सम्मान में कमी आ सकती है।
व्यापार में बुध का यह गोचर आपको औसत रूप से लाभ प्रदान कर सकता हैं और इसका कारण सही योजनाओं का अभाव होने की आशंका है।
आर्थिक जीवन में आपको मिलने वाला लाभ ज्यादा खास नहीं रहने का अनुमान है और इसकी परिणामस्वरूप, आपको अपनी जरूरतों को पूरा करने में समस्याओं का अनुभव हो सकता है।
बुध गोचर की अवधि में आप पार्टनर के साथ मधुर संबंध बनाए रखने में असफल रह सकते हैं जिसकी वजह आपसी तालमेल की कमी हो सकती है।
स्वास्थ्य को देखें, तो कर्क राशि के जातकों की माता को कुछ बड़ी स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और ऐसे में, आपको उनकी सेहत पर पैसा खर्च करना पड़ेगा।
उपाय: सोमवार के दिन दिव्यांग महिलाओं को दही चावल का दान करें।
सिंह राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह आपके दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके तीसरे भाव में गोचर करने जा रहे हैं।
इसके परिणामस्वरूप, आप व्यक्तिगत विकास के संबंध में सफलता पाने में सक्षम होंगे। साथ ही आप पर्याप्त मात्रा में लाभ कमा सकेंगे।
करियर की बात करें, तो बुध का तुला राशि में गोचर आपके लिए नौकरी के नए अवसर लेकर आ सकता है जिसमें विदेश में काम करने का मौका भी शामिल होगा। ऐसे अवसर आपको सफलता दिलाने का काम करेंगे।
सिंह राशि के व्यापार करने वाले जातक इस अवधि में अच्छा लाभ कमा सकेंगे जो कि आपके द्वारा की जा रही मेहनत का परिणाम होगा।
बुध का तुला में प्रवेश होने से आप यात्राओं के माध्यम से काफी पैसा कमाने में सक्षम होंगे और इस तरह का धन लाभ आपके लिए फलदायी कहा जाएगा।
निजी जीवन में आपका रिश्ता जीवनसाथी के साथ अनुकूल बना रहेगा और ऐसे में, आपके संबंध बनाए रखने का उद्देश्य पूरा होगा।
बुध गोचर की अवधि में सिंह राशि वालों की सेहत अच्छी रहेगी जो कि आपके भीतर के उत्साह और आत्मविश्वास का परिणाम होगा।
उपाय: रविवार के दिन दिव्यांगों को कच्चे चावल का दान करें।
कन्या राशि के जातकों की कुंडली में बुध ग्रह को पहले और दसवें भाव का स्वामित्व प्राप्त है। अब यह तुला राशि में गोचर करके आपके दूसरे भाव में जा रहे हैं।
ऐसे में, इस अवधि में आपको काफ़ी लाभ की प्राप्ति होगी और साथ ही, आपके घर-परिवार में खुशियां बनी रहेंगी। इस दौरान आप करियर को लेकर बेहद सावधान रह सकते हैं।
जब बात आती है करियर की तो, इन जातकों को नौकरी के सिलसिले में लंबी यात्रा करनी पड़ सकती है जो कि आपके लिए काफ़ी अच्छी साबित होने के साथ-साथ आपको शुभ परिणाम दे सकती है।
बुध के इस गोचर की अवधि में आप व्यापार के क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा लाभ कमा सकेंगे और यह आपके सकारात्मक दृष्टिकोण का नतीजा हो सकता है।
आर्थिक जीवन में कन्या राशि के जातकों को विदेश में रहते हुए पैसा कमाने के अवसर मिलेंगे और ऐसे में, आप इस बात को लेकर सतर्क नज़र आ सकते है।
निजी जीवन को देखें, तो यह लोग अपने पार्टनर के प्रति ईमानदार रहेंगे और इसके फलस्वरूप, आपके रिश्ते में खुशियां बनी रहेंगी।
तुला राशि में बुध के प्रवेश के दौरान इन जातकों का स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। लेकिन, छोटी-मोटी समस्याएं रह सकती हैं।
उपाय: बुधवार के दिन गरीब बच्चों को नोटबुक का दान करें।
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तुला राशि वालों के लिए बुध देव बारहवें और नौवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके पहले भाव में गोचर करने जा रहे हैं।
बुध का तुला राशि में गोचर आपके लिए सौभाग्य और अचानक से होने वाला धन लाभ लेकर आएगा।
बात करें करियर की, तो इस राशि वाले बेहद भाग्यशाली रहेंगे क्योंकि आपको इंसेंटिव मिलने की संभावना है। साथ ही, आपको इस दौरान लंबी दूरी की यात्रा करनी पड़ सकती है और आपको पुरस्कृत किया जा सकता है।
व्यापार करने वाले जातक बुध गोचर की अवधि में अच्छा लाभ कमाने में सक्षम होंगे और यह बिज़नेस के प्रति आपके सकारात्मक दृष्टिकोण का परिणाम होगा।
आर्थिक जीवन के लिए इस समय को शुभ कहा जाएगा क्योंकि आप पर्याप्त मात्रा में धन लाभ कमाने के साथ-साथ ट्रेड के माध्यम से आय प्राप्त कर सकेंगे।
निजी जीवन में तुला राशि वाले अपने पार्टनर के साथ ख़ुश दिखाई देंगे क्योंकि जीवनसाथी का व्यवहार आपके प्रति विनम्र रहेगा।
स्वास्थ्य के मामले में आपके भीतर की ऊर्जा की वजह से आपकी सेहत उत्तम बनी रहेगी।
उपाय: प्रतिदिन ललिता सहस्रनाम का पाठ करें।
वृश्चिक राशि वालों के लिए बुध ग्रह आपके आठवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके बारहवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं।
इसके परिणामस्वरूप, इन जातकों को पैतृक संपत्ति के माध्यम से अप्रत्याशित लाभ की प्राप्ति हो सकती है। लेकिन दूसरी तरफ, आपको आय और खर्चों के बीच संतुलन बनाकर चलने में मुश्किल का अनुभव हो सकता है।
बुध का तुला राशि में गोचर के दौरान कार्यक्षेत्र में की गई मेहनत के लिए आपको मनचाही सराहना और प्रशंसा नहीं मिलने की आशंका है। साथ ही, आप पर काम का दबाव बढ़ सकता है।
वृश्चिक राशि के व्यापार करने वाले लोगों को इस समय हानि का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि बुध का गोचर आपके लिए थोड़ा मुश्किल रह सकता है।
आर्थिक जीवन में आप इस दौरान जितना भी धन कमा लें, लेकिन आपके खर्चे आय से ज्यादा ही रह सकते हैं और ऐसे में आप परेशानी का अनुभव कर सकते हैं।
निजी जीवन की बात करें, तो यह जातक रिश्ते में आपसी तालमेल और समझ की वजह से पार्टनर के साथ नाख़ुश दिखाई दे सकते हैं।
वृश्चिक राशि वालों की माता को बुध गोचर की अवधि में पैरों में दर्द की समस्या परेशान कर सकती है जिसकी वजह कमज़ोर रोग प्रतिरोधक क्षमता हो सकती है।
उपाय: बुधवार के दिन बुध ग्रह के लिए यज्ञ/हवन करें।
बृहत् कुंडली : जानें ग्रहों का आपके जीवन पर प्रभाव और उपाय
धनु राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह सातवें और दसवेंभाव के स्वामी हैं। अब बुध का तुला राशि में गोचर आपके ग्यारहवें भाव में होने जा रहा है।
इसके परिणामस्वरूप, बुध गोचर की अवधि में आप नए दोस्त और नए संपर्क बनाने में सक्षम होंगे। ऐसे में, आपके भीतर आत्मविश्वास बढ़ेगा।
इस राशि के जातकों को अपनी मौजूदा नौकरी में तरक्की मिलने की संभावना है। साथ ही, यह समय आपके लिए नौकरी के नए अवसर लेकर आएगा।
व्यापार की बात करें तो, व्यापार के कारक ग्रह बुध महाराज के गोचर के दौरान इन जातकों को अपने बिज़नेस पार्टनर का साथ मिलेगा और ऐसे में, आप अच्छा लाभ कमाने में सफल रहेंगे।
आर्थिक जीवन में आप आर्थिक रूप से मज़बूत रहेंगे और इसके फलस्वरूप, आप अपनी सभी इच्छाओं को पूरा करने में सक्षम होंगे।
निजी जीवन में आपका रिश्ता साथी के साथ प्रेम से पूर्ण बना रहेगा और आपका साथी अपनी भावनाओं को आपके सामने जाहिर कर सकता है।
स्वास्थ्य के लिहाज़ से, बुध के इस गोचर की अवधि में आपका सकारात्मक दृष्टिकोण आपके अच्छे स्वास्थ्य की वजह बनेगा। ऐसे में, यह जातक अपनी सेहत को सही बनाए रखने की दिशा में काम करते हुए दिखाई देंगे।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ गुरवे नमः” का 21 बार जाप करें।
मकर राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह आपके छठे और नौवें भाव के स्वामी हैं। अब इनका गोचर आपके दसवें भाव में होने जा रहा है।
ऐसे में, बुध का तुला राशि में गोचर आपके लिए भाग्यशाली साबित होगा और इस दौरान आपके द्वारा किए गए प्रयास सफल होंगे। साथ ही, आप जीवन में सिद्धांतों पर चलना पसंद करेंगे।
बुध की यह स्थिति करियर के क्षेत्र में आपके लिए विदेश यात्रा के अवसर लेकर आ सकती है और आपको अच्छी सफलता मिलने के योग बनेंगे।
इस राशि के व्यापार करने वाले लोगों के लिए यह समय शानदार रहेगा, विशेष रूप से बिज़नेस में की जाने वाली डील्स के लिए। इस प्रकार, आप व्यापार में अपनी चमक बिखेरते हुए नज़र आएंगे।
आर्थिक जीवन में मकर राशि के जातक अपने सामर्थ्य के अनुसार ज्यादा से ज्यादा धन कमाने के साथ-साथ बचत भी कर सकेंगे।
प्रेम जीवन में आप रिश्ते में पार्टनर के प्रति वफादार रहेंगे और समय-समय पर इसका प्रदर्शन भी करते रहेंगे।
बुध गोचर के दौरान आपका स्वास्थ्य अच्छा बना रहेगा और आप ऊर्जावान नज़र आएंगे। साथ ही, आप साहस से भरे रहेंगे।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ शं शनैश्चराय नमः” का 44 बार जाप करें।
कुंभ राशि वालों के लिए बुध महाराज आपके पांचवें और आठवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके नौवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं।
इसके फलस्वरूप, इस जातकों का झुकाव अध्यात्म के प्रति बढ़ सकता है और आपको इस संबंध में यात्रा भी करनी पड़ सकती है।
बुध का तुला राशि में गोचर के दौरान करियर में आपको कोई लंबी दूरी की यात्रा करनी पड़ सकती है और यह आपके लिए फलदायी साबित होगी।
व्यापार करने वाले जातक अच्छा ख़ासा लाभ कमाने में सक्षम होंगे और बिज़नेस में आपका सबसे हटकर नज़रिया आपके लाभ की वजह बनेगा।
जब बात आती है आर्थिक जीवन की तो, इस दौरान आपको धन प्राप्त होगा परन्तु आपके सामने खर्चे भी आ सकते हैं। ऐसे में, इन जातकों के लिए पैसों की बचत करना संभव नहीं होगा।
बुध के इस गोचर की अवधि में आपको जीवनसाथी का साथ न मिलने की आशंका है जिसकी वजह आप दोनों में सामंजस्य की कमी हो सकती है।
कुंभ राशि वालों का स्वास्थ्य इस समय अच्छा बना रहेगा और आप ऊर्जावान रहेंगे जो कि आपके साहस का परिणाम हो सकता है।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ मंदाय नमः” का 11 बार जाप करें।
मीन राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह को चौथे और सातवें भाव पर स्वामित्व प्राप्त हैं। अब बुध गोचर करके आपके आठवें भाव में जा रहे हैं।
इसके फलस्वरूप, बुध गोचर की अवधि में इन लोगों द्वारा किये जा रहे प्रयास नाकाम रह सकते हैं। साथ ही, आपकी माता को स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और सुख-सुविधाओं में भी कमी आ सकती हैं।
करियर के क्षेत्र में आप पर काम का बोझ काफ़ी अधिक हो सकता है और इस वजह से आपको नौकरी में तालमेल बिठाने की सलाह दी जाती है।
मीन राशि के व्यापार करने वाले जातकों को बिज़नेस में प्रतिद्वंदियों से कड़ी टक्कर मिल सकती है और यह आपके लिए परेशानी की वजह बन सकती है।
आर्थिक जीवन में बुध का यह गोचर आपके खर्चें बढ़ाने का काम कर सकता है जिन्हें नज़रअंदाज़ करना आपके लिए संभव नहीं होगा। इस तरह के खर्चे अनावश्यक हो सकते हैं।
प्रेम जीवन में, इन जातकों को रिश्ते में पार्टनर के साथ उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है और इसका असर रिश्ते में आपकी खुशियों पर दिखाई दे सकता है। आशंका है कि आप इसे सहन नहीं कर पाएंगे।
जब बात आती है स्वास्थ्य की, तो इन लोगों को अपनी माता और पार्टनर की सेहत पर काफ़ी पैसा खर्च करना पड़ सकता है इसलिए आपको उनकी सेहत का ख्याल रखने की सलाह दी जाती है।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ शिव ॐ शिव ॐ” का 21 बार जाप करें।
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1. बुध का तुला राशि में गोचर कब होगा?
बुध ग्रह 10 अक्टूबर 2024 को तुला राशि में गोचर कर जाएंगे।
2. बुध की राशियां कौन सी हैं?
राशि चक्र में बुध ग्रह मिथुन और कन्या राशि के स्वामी हैं।
3. तुला राशि का स्वामी कौन है?
प्रेम के कारक ग्रह शुक्र को तुला राशि का स्वामित्व प्राप्त है।