मंगल का धनु राशि में गोचर: ज्योतिष में मंगल ग्रह को महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है और अब यह 27 दिसंबर 2023 की रात 11 बजकर 40 मिनट पर धनु राशि में गोचर करने जा रहे हैं। मंगल के गोचर का प्रभाव निश्चित रूप से सभी के जीवन पर पड़ेगा। कुछ के लिए यह फायदेमंद साबित होगा तो कुछ के लिए यह गोचर कई समस्याएं लेकर आ सकता है। एस्ट्रोसेज के इस विशेष आर्टिकल में हम आपको मंगल के गोचर से होने वाले सभी प्रकार के परिवर्तनों से रूबरू कराएंगे। साथ ही, इसके नकारात्मक प्रभावों से बचने के अचूक उपाय भी बताएंगे। आइए विस्तार से जानते हैं।
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ग्रहों के सेनापति मंगल को ऊर्जा व साहस का कारक माना गया है, जो बृहस्पति, शनि जैसे अन्य बाहरी ग्रहों की तुलना में पृथ्वी के सबसे नजदीक है। मंगल ग्रह का व्यास लगभग 4200 मील है और यह धरती के व्यास का लगभग आधा है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, मंगल महाराज शुभता का प्रतिनिधित्व करते हैं और इन्हें “भूमि का पुत्र” भी कहा जाता है, जो विवाद, विनाश और युद्ध के कारक हैं। इन्हें उग्र और पुरुष प्रधान ग्रह माना जाता है। मंगल व्यक्ति में बड़ी महत्वाकांक्षाएं और इच्छाएं पैदा करने के लिए जाना जाता है। इसके अलावा, यह जीवन शक्ति, इच्छा शक्ति, सहनशक्ति, समर्पण, कुछ करने की प्रेरणा और किसी कार्य को पूरा करने की लगन आदि के भी कारक माने गए हैं। आम तौर पर मंगल को एक क्रूर ग्रह है।
यह ग्रह किसी भी जातक के शरीर में मांसपेशी तंत्र, बायां कान, चेहरा, सिर, मूत्राशय, नाक, स्वाद का बोध, गर्भाशय, किडनी और रक्त प्रवाह के लिए जिम्मेदार होते हैं। वह जातक जिन पर मंगल का गहरा प्रभाव होता है, उनके चमड़े का रंग सफ़ेद के साथ हल्की लालिमा लिए रहता है। ऐसा जातक लंबा और गठीला होता है और उसके चेहरे पर मुंहासे रहते हैं। ऐसे जातकों की आंखें गोल होती हैं। मंगल ग्रह के अशुभ प्रभाव से जातक तीव्र बुखार, चेचक, चिकन पॉक्स, प्लेग, खसरा, कण्ठमाला, सूजन की शिकायत, जलन, कोशिकाओं का टूटना, घाव, मस्तिष्क ज्वर, रक्तस्राव टाइफाइड, प्रसूति ज्वर, आंतों में अल्सर, मलेरिया, गर्भपात, फोड़े, रक्तस्राव, ट्यूमर, टिटनेस आदि रोगों से ग्रस्त हो सकता है। वहीं कुंडली में मंगल की मजबूत स्थिति जातक को किसी भी कठिन परिस्थिति का सामना करने के लिए दृढ़ इच्छा शक्ति प्रदान करता है। मंगल के प्रभाव से जातक शल्य चिकित्सा, रसायन शास्त्र, सेना, युद्ध, पुलिसकर्मी, सर्जन, दंत चिकित्सक आदि क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन करने में सक्षम होते हैं।
मंगल को मेष और वृश्चिक राशि का स्वामित्व प्राप्त है और यह मकर राशि में 28 डिग्री पर उच्च का हो जाते हैं जबकि कर्क राशि में 28 डिग्री पर नीच के हो जाते हैं। मंगल मेष राशि में 12 अंश तक मूलत्रिकोण के होते हैं एवं शेष अंशों में स्वराशि के होते हैं। इस ग्रह का बहुमूल्य रत्न "लाल मूंगा" है। सभी लाल पत्थर मंगल ग्रह द्वारा शासित होते हैं। मंगल ग्रह द्वारा शासित दिन "मंगलवार" है, यदि कोई व्यक्ति "मंगल" की महादशा पर शासन करता है तो इस दिन बेहतर परिणाम की उम्मीद की जा सकती है। कुंडली में मंगल को मजबूत बनाने के लिए तांबे धातु का प्रयोग किया जाता है।
अब बात करते हैं धनु राशि की, तो काल पुरुष कुंडली में धनु नौवीं राशि है। धनु अग्नि तत्व की राशि है जो कि दोहरे स्वभाव वाली पुरुष प्रधान राशि है। यह धर्म, उच्च ज्ञान, आस्था, वेद, सत्य, भाग्य, पिता, गुरु, प्रेरक वक्ता, राजनेता, बुद्धि और भाग्य का प्रतीक है। धनु राशि के स्वामी बृहस्पति हैं और यह मंगल के मित्र राशि है और मंगल इस राशि में सहज महसूस करते हैं। मंगल का धनु राशि में गोचर जातकों को कर्म करने के लिए प्रोत्साहित करता है। इस दौरान जातक खुद को दैनिक कार्यों में लिप्त करते हैं और कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने की कोशिश करते नजर आते हैं। जातकों का रुझान इस दौरान जोखिम भरे कार्यों की तरफ ज्यादा रहता है और वे इस दौरान नए परियोजनाओं को शुरू करने को लेकर उत्साहित नजर आते हैं। राजनीति, धार्मिक उपदेशक, काउंसलर, शिक्षक और मोटिवेशनल स्पीकर इस दौरान स्वभाव से आक्रमक हो सकते हैं और अपनी मान्यताओं को लेकर सख्त भी नज़र आ सकते हैं। हालांकि इसका प्रभाव जातक की जन्म कुंडली में मंगल की स्थिति और दशा पर निर्भर करता है। आइए अब आगे बढ़ते हैं और जानते हैं मंगल का धनु राशि में गोचर का सभी 12 राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
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यह राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी व्यक्तिगत चन्द्र राशि अभी जानने के लिए चंद्र राशि कैलकुलेटर का उपयोग करें।
मंगल का धनु राशि में गोचर: राशि अनुसार राशिफल और उपाय
मंगल ग्रह मेष राशि के जातकों के लग्न भाव और आठवें भाव के स्वामी हैं और मंगल का धनु राशि में गोचर आपके नौवें भाव यानी कि पिता, धर्म, अंतर्राष्ट्रीय यात्रा लंबी दूरी की यात्रा, तीर्थ यात्रा और भाग्य के भाव में होने जा रहा है। नौवें भाव में मंगल का गोचर आपके लिए अनुकूल प्रतीत हो रहा है। इसके परिणामस्वरूप आप अपने जीवन में सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त करेंगे और आप जिस भी क्षेत्र में काम कर रहे हैं उसमें आपको नए-नए अवसर प्राप्त होंगे। आप अपने जीवन में जो भी कार्य करना चाहते हैं या जो भी चीज़ चाहते हैं उसके लिए प्रयास करें क्योंकि इस अवधि आपको सफलता मिलने की प्रबल संभावना है। इस दौरान आप एडवेंचर से भरी ट्रिप पर जाने की योजना बना सकते हैं। मेष राशि के छात्र इस अवधि राजनीतिक सक्रियता जैसे सांस्कृतिक, शैक्षिक या राजनीतिक संगठनों में भाग लेने के लिए उत्साहित होंगे लेकिन सावधान रहें कि आप बहुत अधिक अंधे न हो जाएं और अपनी राय दूसरों पर न थोपें। आप अपने पिता व गुरु के अनुभव व मार्गदशक से जीवन में आगे बढ़ेंगे।
मंगल अपनी चौथी दृष्टि से आपके बारहवें भाव को देख रहे हैं और इसके परिणामस्वरूप आप थोड़े चिंतित हो सकते हैं। मंगल गोचर के दौरान आप अपने अचानक होने वाले खर्चों और नुकसान को लेकर अधिक सतर्क रहेंगे। मंगल अपनी सातवीं दृष्टि से आपके तीसरे भाव को देख रहे हैं और इस वजह से आप बहुत अधिक तनाव में आ सकते हैं। हालांकि आपके अंदर आत्मविश्वास कूट-कूटकर भरा रहेगा और आपके छोटे भाई-बहनों के साथ आपका रिश्ता मजबूत होगा। आपको उनका पूरा सहयोग प्राप्त होगा। वहीं मंगल अपनी आठवीं दृष्टि से आपके चौथे भाव को देख रहे हैं और इसके परिणामस्वरूप आपके घरेलू जीवन और पारिवारिक सुख में कुछ अशांति देखने को मिल सकती है इसलिए इससे बचने के लिए आपको घर पर किसी कथा या पूजा का आयोजन करने की सलाह दी जाती है।
उपाय: मंगल ग्रह के शुभ परिणाम प्राप्त करने के लिए अपने दाहिने हाथ की अनामिका में सोने में तैयार अच्छी गुणवत्ता वाला लाल मूंगा पहनें।
वृषभ राशि के जातकों के लिए मंगल बारहवें और सातवें भाव के स्वामी हैं। मंगल का धनु राशि में गोचर आपके दीर्घायु, अचानक होने वाली घटनाओं, गोपनीयता, रहस्य विज्ञान और परिवर्तन के आठवें भाव में होने जा रहा है। मंगल का आठवें भाव में गोचर वृषभ राशि के जातकों के लिए अनुकूल न रहने की संभावना है। इस दौरान आपके जीवन में अचानक होने वाली घटना घटित हो सकती है इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि यात्रा करते समय, गाड़ी चलाते समय, खाना बनाते समय या यदि आप किसी भी प्रकार के शारीरिक खेल में शामिल हैं तो अतिरिक्त सचेत रहें।
इसके अलावा, यह गोचर आपके अचानक खर्चों में वृद्धि भी कर सकता है या अचानक लंबी दूरी की यात्रा भी करा सकता है। यदि कुंडली में आपकी दशा अनुकूल नहीं हैं तो मंगल गोचर आपके प्रेम जीवन में भी उतार-चढ़ाव ला सकता है। संभावना है कि आपके पार्टनर के साथ आपके वाद-विवाद या झगड़ा हो जाए। हालांकि इस गोचर के सकारात्मक पक्ष की बात करें तो इस दौरान साथी के साथ संयुक्त संपत्ति में निवेश करने से आपको लाभ होगा। मंगल अपनी चौथी दृष्टि से आपके ग्यारहवें भाव को देख रहे हैं जो आपको अपने निवेश और वित्तीय लाभ के बारे में थोड़ा अधिक संवेदनशील बना सकता है। वहीं मंगल सातवीं दृष्टि से आपके दूसरे भाव को देख रहे हैं जिसके चलते आपके बातचीत करने का तरीका प्रभावशाली होगा लेकिन साथ ही, यह कुछ मौखिक संक्रमण या मुंह से संबंधित बीमारी भी दे सकता है। मंगल अपनी आठवीं दृष्टि से आपके तीसरे भाव को देख रहे हैं और इसके परिणामस्वरूप साहस से भरे रहेंगे लेकिन पैतृक संपत्ति के कारण आपके छोटे भाई-बहनों या चचेरे भाइयों के साथ झगड़े होने की आशंका है।
उपाय: मंगल ग्रह के बीज मंत्र का नियमित जाप करें।
मिथुन राशि वाले जातकों के लिए मंगल आपके ग्यारहवें भाव और छठे भाव के स्वामी हैं। मंगल का धनु राशि में गोचर आपके जीवन साथी और बिज़नेस पार्टनरशिप के सातवें भाव में होने जा रहा है। इस गोचर के परिणामस्वरूप आपको इस अवधि किसी भी प्रकार के विवाद से बचने और अपने पार्टनर के साथ धैर्य बनाए रखने की सलाह दी जाती है। चूंकि मंगल एक क्रूर और कठोर ग्रह हैं, जो वैवाहिक जीवन के लिए बहुत अधिक अनुकूल प्रतीत होता नहीं दिख रहा है। इस दौरान आपको अपने वैवाहिक जीवन में कई समस्याओं से दो-चार होना पड़ सकता है। छठे भाव के स्वामी का सातवें भाव में गोचर मिथुन राशि के जातकों के लिए ज्यादा अच्छी न रहने की संभावना है। इस अवधि साथी के साथ आपके झगड़े होने की भी आशंका है और हो सकता है कि उनका स्वास्थ्य भी प्रभावित हो जाए।
मंगल का धनु राशि में गोचर के सकारात्मक पक्ष की बात करें तो, जो जातक व्यवसाय करने के लिए निवेश या पार्टनरशिप की तलाश में हैं उन्हें इस दौरान अच्छे विकल्प मिल सकते हैं। अब मंगल की दृष्टि की बात करें तो, मंगल अपनी चौथी दृष्टि से आपके दसवें भाव को देख रहे हैं, जो आपके करियर में वृद्धि के लिए बहुत अनुकूल साबित हो रहा है लेकिन साथ ही, यह आपको पेशेवर जीवन से संबंधित कुछ समस्याएं दे सकता है। वहीं मंगल सातवीं दृष्टि से आपके पहले भाव को देख रहे हैं और इसके परिणामस्वरूप आपकी ऊर्जा के स्तर में वृद्धि देखने को मिलेगी और आपको अच्छे स्वास्थ्य का आशीर्वाद प्राप्त होगा। हालांकि छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याएं आपको परेशान कर सकती है। मंगल अपनी आठवीं दृष्टि से आपके दूसरे भाव को देख रहे हैं, जिसके फलस्वरूप आपके धन में अचानक वृद्धि हो सकती है और आपके अंदर पैसा कमाने की इच्छा तेजी से जागृत हो सकती है लेकिन आपके इस व्यवहार से परिवार के सदस्यों के साथ आपके रिश्ते खराब हो सकते हैं और उनके साथ आपका विवाद हो सकता है।
उपाय: हर मंगलवार हनुमान जी को तुलसी के पत्तों की माला चढ़ाएं।
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कर्क राशि के जातकों के लिए मंगल दसवें और पांचवें भाव के स्वामी हैं। मंगल का धनु राशि में गोचर आपके शत्रु, स्वास्थ्य, प्रतिस्पर्धा और मामा के छठे भाव में हो रहा है। कर्क राशि वालों के लिए मंगल एक योगकारक ग्रह है, लेकिन छठे भाव में इसका गोचर आपके लिए मिले जुले परिणाम लेकर आ सकता है। हालांकि छठे भाव में मंगल की मौजूदगी आपके शत्रुओं और प्रतिस्पर्धियों को दबाने के लिए बहुत अनुकूल है इसलिए इस दौरान आपके शत्रु व विरोधी आपको कोई नुकसान नहीं पहुंचा पाएंगे। जो छात्र किसी तरह की प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, वे इस अवधि शानदार प्रदर्शन करेंगे।
स्वास्थ्य की दृष्टि से देखें तो मंगल गोचर आपके लिए प्रतिकूल साबित हो सकता है इसलिए इस दौरान अपने स्वास्थ्य का अधिक से अधिक ध्यान दें क्योंकि सूजन या तंत्रिका तनाव के कारण होने वाली समस्या आपको परेशान कर सकती है। इसके अलावा, आपको अपने बच्चों के स्वास्थ्य का भी अच्छे से ध्यान रखने की जरूरत हो सकती है। मंगल अपनी चौथी दृष्टि से आपके नौवें भाव को देख रहे हैं और इसके परिणामस्वरूप आप अपने पिता के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हो सकते हैं। वहीं मंगल की सातवीं दृष्टि से आपका झुकाव आध्यात्मिक गतिविधियों की तरफ अधिक होगा और आप धार्मिक बन सकते हैं। मंगल के बारहवें भाव पर दृष्टि उन छात्रों के लिए शानदार साबित हो सकता है जो अपनी पढ़ाई के लिए विदेश जाने की इच्छा रख रहे हैं। वही पेशेवर जातकों को भी काम के सिलसिले से विदेश या लंबी दूरी की यात्रा करने का अवसर मिलेगा। मंगल अपनी आठवीं दृष्टि से आपके पहले भाव को देख रहे हैं और इसके फलस्वरूप आपको कई नए अवसर प्राप्त होंगे लेकिन स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही आपको कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी दे सकता है इसलिए सावधान रहें।
उपाय: अच्छे स्वास्थ्य के लिए नियमित रूप से गुड़ का सेवन करें।
सिंह राशि के जातकों के लिए मंगल आपके नौवें भाव और बारहवें भाव के स्वामी हैं। मंगल का धनु राशि में गोचर आपके शिक्षा, प्रेम संबंधों, बच्चों के पांचवें भाव में होने जा रहा है और यह पूर्व पुण्य का भाव भी है। इसके परिणामस्वरूप सिंह राशि के जातकों को सलाह दी जाती है कि अपने प्रेम जीवन में अपनी इच्छाओं को नियंत्रण में रखें और संवेदनशील रहें। ईर्ष्या, निराशा और आक्रामक व्यवहार करने से सावधान रहें। सिंह राशि के जो जातक माता-पिता हैं उन्हें भी सुझाव दिया जाता है कि वे अपने बच्चों पर इस दौरान अधिक से अधिक ध्यान दें और उन्हें बाहरी खेलों या शारीरिक गतिविधियों में शामिल करने की बजाय हिंसक मनोरंजन और वीडियो गेम खेलने से सतर्क करें। आपके लिए इस अवधि अपने बच्चों को नियंत्रित करना मुश्किल हो सकता है लेकिन आपको अपना नियंत्रण नहीं खोना चाहिए और प्यार से अपने बच्चों को समझाना चाहिए।
मंगल का धनु राशि में गोचर उन छात्रों के लिए अनुकूल है, जो टेक्निकल या इंजीनियरिंग के क्षेत्र से जुड़े हैं। यह अवधि शैक्षणिक विकास के लिए शानदार रहेगी और आपको अपने शिक्षकों और माता-पिता का भी पूरा समर्थन प्राप्त होगा। मंगल की दृष्टि की बात करें तो, मंगल अपनी चौथी दृष्टि से आपके आठवें भाव को देख रहे हैं और यह उन छात्रों के लिए अच्छी साबित हो रही है, जो रिसर्च और रहस्य विज्ञान में रुचि रखते हैं। मंगल अपनी सातवीं दृष्टि से आपके एकादश यानी ग्यारहवें भाव को देख रहे हैं और इस दौरान आप अपनी भौतिकवादी इच्छाओं को पूरा करने के लिए काफी उत्साहित रहेंगे। आपको अपने बड़े भाई-बहनों और दोस्तों का भी सहयोग मिलेगा। इस अवधि आपको अच्छा मुनाफ़ा भी होगा। मंगल आठवीं दृष्टि से आपके द्वादश यानी बारहवें भाव को देख रहे हैं, जो आपके आर्थिक जीवन के लिए बेहतरीन साबित होगी और आप अपने फिजूल खर्चों पर नियंत्रण रखने में सक्षम होंगे।
उपाय: मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करें और मिठाई का प्रसाद चढ़ाएं।
कन्या राशि के जातकों के लिए मंगल ग्रह आठवें और तीसरे भाव के स्वामी हैं। मंगल गोचर आपके माता, घरेलू जीवन, घर, वाहन और संपत्ति के चौथे भाव में होने जा रहा है। मंगल का चौथे भाव में गोचर आपके लिए अधिक अनुकूल होता प्रतीत नहीं हो रहा है लेकिन फिर भी मंगल के गोचर का परिणाम आपको कैसा मिलेगा यह आपकी कुंडली में ग्रहों की दशा पर निर्भर करेगा। यदि दशा अनुकूल है तो यह अवधि घर, संपत्ति व वाहन खरीदने के लिए अच्छी साबित होगी लेकिन यदि दशा अनुकूल नहीं है तो आपको इन मामलों से संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि मंगल एक क्रूर ग्रह है और आपके आठवें भाव के स्वामी भी हैं और इसके परिणामस्वरूप आपके घरेलू जीवन में अचानक होने वाली समस्याएं बढ़ सकती है, जिससे घर का माहौल अशांत हो सकता है।
मंगल चौथी दृष्टि से आपके सातवें भाव को देख रहे हैं और इसके कारण आप अपने पार्टनर के प्रति अधिक पजेसिव हो सकते हैं और यहां तक कि आपके वैवाहिक जीवन में आपकी माता का अत्यधिक हस्तक्षेप भी आपके पार्टनर के साथ अनबन का कारण बन सकता है। मंगल सातवीं दृष्टि से आपके दसवें भाव को देख रहे हैं और यह आपके पेशेवर जीवन के लिए अनुकूल है, विशेषकर उन लोगों के लिए जो रियल एस्टेट के व्यवसाय से जुड़े हैं। मंगल अपनी आठवीं दृष्टि से आपके ग्यारहवें भाव को देख रहे हैं, जिससे आपके पेशेवर नेटवर्क सर्कल में कुछ समस्याएं उत्पन्न हो सकती है। साथ ही, बड़े भाई-बहनों के साथ अचानक आपके संबंधों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है और यह अवधि किसी भी प्रकार के निवेश के लिए अनुकूल नहीं होती दिख रही है इसलिए इस दौरान कोई भी रिस्क लेने से बचें।
उपाय: मंदिर में गुड़ और मूंगफली की मिठाई चढ़ाएं।
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तुला राशि के जातकों के लिए मंगल सातवें भाव और दूसरे भाव के स्वामी हैं। मंगल का धनु राशि में गोचर आपके भाई-बहन, शौक, छोटी दूरी की यात्रा और संचार कौशल के तीसरे भाव में होने जा रहा है। मंगल का तीसरे भाव में गोचर आपके लिए शुभ साबित हो रहा है। इसके परिणामस्वरूप जिन जातकों का अपना व्यवसाय हैं या जो फ्रीलांसर या स्वरोजगार से जुड़े हैं उन्हें अधिक लाभ होगा। सातवें भाव के स्वामी का तीसरे भाव में गोचर करना प्रेम जीवन के लिए भी अधिक अनुकूल रहेगा। इस दौरान आप और आपका पार्टनर खुलकर एक-दूसरे के समझ अपनी बातों को रखेंगे और एक-दूसरे को उपहार भी देंगे। साथ ही, आप किसी डेट पर या छोटी दूरी की यात्रा करने भी जा सकते हैं। कुल मिलाकर इस अवधि आप एक-दूसरे पर खुलकर पैसा खर्च करेंगे और बेहतरीन पल का आनंद लेंगे।
इसके अलावा, मंगल का धनु राशि में गोचर आपके छोटे भाई-बहनों और चचेरे भाइयों के साथ आपके रिश्ते में मधुरता लेकर आएगा। लेकिन यदि आपकी जन्म कुंडली में मंगल पीड़ित है तो आपके व्यवहार में बदलाव देखने को मिल सकता है और आप स्वभाव में चिड़चिड़े हो सकते हैं, जो व्यक्तिगत और व्यावसायिक दोनों ही मामलों में आपके लिए समस्या पैदा कर सकता है। अब बात मंगल की दृष्टि के बारे में करें तो, मंगल चौथी दृष्टि से आपके छठे भाव को देख रहे हैं और इसके परिणामस्वरूप आप अपने शत्रु व विरोधियों पर हावी हो सकते हैं। साथ ही, मंगल की ये स्थिति उन जातकों के लिए भी अच्छी साबित होगी जो किसी भी प्रकार की प्रतियोगिता परीक्षा में भाग ले रहे हैं। मंगल अपनी सातवीं दृष्टि से आपके नौवें भाव को देख रहे हैं, जिससे आप धार्मिक रूप से उन्नतिवान बनेंगे और इससे आपको लाभ होगा। इसके अलावा, आपको अपने पिता और गुरु का भी सहयोग प्राप्त होगा। मंगल आठवीं दृष्टि से आपके दसवें भाव को देख रहे हैं और इसके कारण आपके व्यवहार में बदलाव देखने को मिल सकता है। कार्यक्षेत्र में आपके आक्रामक व्यवहार के कारण आपको कुछ समस्याओं से दो-चार होना पड़ सकता है इसलिए अपने व्यवहार पर नियंत्रण रखें।
उपाय: अपने छोटे भाई-बहनों को गुड़ से बनी कोई मीठी चीज या लाल रंग की कोई वस्तु उपहार में दें।
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए मंगल छठे और पहले (लग्न) भाव के स्वामी हैं। मंगल का धनु राशि में गोचर आपके परिवार, बचत और भाषण के दूसरे भाव में होने जा रहा है। मंगल के इस गोचर के परिणामस्वरूप आपका झुकाव भौतिक सुख-सुविधा की ओर अधिक होगा और आप बचत करने में भी सक्षम होंगे। साथ ही, आपके बातचीत करने का तरीका भी प्रभावशाली होगा लेकिन कई बार इस वजह से आपके निकटतम परिवार के सदस्यों के साथ वाद-विवाद भी हो सकता है इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि दूसरों से बातचीत करते समय अपने शब्दों पर विशेष ध्यान दें क्योंकि आपके शब्दों का गलत मतलब निकाला जा सकता है।
मंगल गोचर आपको कुछ स्वास्थ्य संबंधी समस्या दे सकता है। इस दौरान आपको गले से संबंधित परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। परिवार के करीबी सदस्यों के साथ आपके संबंधों में कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। मंगल चौथी दृष्टि से आपके पांचवें भाव यानी कि शिक्षा, बच्चों और प्रेम जीवन के भाव को देख रहे हैं। ऐसे में इन क्षेत्रों में आपको असुरक्षा की भावना महसूस हो सकती है और इसके परिणामस्वरूप आपको अपने व्यवहार पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता होगी। वहीं मंगल अपनी सातवीं दृष्टि से आपके आठवें भाव को देख रहे हैं। जिसके चलते इस दौरान कुछ अचानक होने वाली घटना घटित हो सकती है इसलिए इस अवधि यात्रा करते समय और वाहन चलाते समय अधिक सावधान रहें। मंगल आठवीं दृष्टि से आपके नौवें भाव को देख रहे हैं और इस वजह से आपको अपने पिता के स्वास्थ्य के प्रति अधिक सचेत रहने की सलाह दी जाती है।
उपाय: दाहिने हाथ में तांबे का कड़ा पहनें।
बृहत् कुंडली: जानें ग्रहों का आपके जीवन पर प्रभाव और उपाय
धनु राशि के जातकों के लिए मंगल पांचवें और द्वादश यानी बारहवें भाव के स्वामी हैं। मंगल का धनु राशि में गोचर आपके लग्न यानी कि प्रथम भाव में होने जा रहा है इसलिए धनु राशि के जातकों के लिए मंगल का यह गोचर आपके व्यक्तित्व पर सबसे अधिक प्रभाव डालेगा। इस दौरान आपको साहस, शक्ति, आत्मविश्वास और उच्च ऊर्जा का आशीर्वाद प्राप्त होगा और आप अपने गुणों का सही तरीके से उपयोग करने में सक्षम होंगे। हालांकि आपको अपने व्यवहार पर नजर रखने की बेहद आवश्यकता है अन्यथा आपका स्वभाव आक्रामक हो सकता है और आप दूसरों पर हावी हो सकते हैं। स्वास्थ्य की दृष्टि से देखें तो मंगल का धनु राशि में गोचर आपको कुछ स्वास्थ्य समस्याएं दे सकता है, जो आपकी लापरवाही का नतीजा हो सकता है।
धनु राशि के जो छात्र इंजीनियरिंग जैसे तकनीकी क्षेत्र से जुड़े हैं उनके लिए यह समय अच्छा रहेगा। वहीं जो जातक सिंगल है उन्हें इस दौरान कई प्रेम के प्रस्ताव मिल सकते हैं और जो लोग परिवार का विस्तार करने की योजना बना रहे हैं, उन्हें इस अवधि अच्छी खबर मिल सकती है। अब बात करते हैं मंगल की दृष्टि की तो यह अपनी चौथी दृष्टि से आपके चौथे भाव को देख रहे हैं। ऐसे में, आप अपने पारिवारिक जीवन को लेकर अधिक पजेसिव हो सकते हैं और इसके परिणामस्वरूप आपके घर की शांति भंग हो सकती है। मंगल अपनी सातवीं दृष्टि से आपके विवाह के सातवें भाव को देख रहे हैं और इसके परिणामस्वरूप आपके पार्टनर को कुछ स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से दो-चार होना पड़ सकता है। मंगल आठवीं दृष्टि से आपके आठवें भाव को देख रहे हैं और इस वजह से आपके जीवन में अचानक होने वाली घटना में वृद्धि हो सकती है और साथ ही, आपके ससुराल वालों के साथ भी कुछ समस्या उत्पन्न हो सकती है।
उपाय: प्रतिदिन सात बार हनुमान चालीसा का जाप करें
मकर राशि के जातकों के लिए मंगल चौथे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। मंगल का धनु राशि में गोचर आपके विदेशी भूमि, पृथक्करण, अस्पतालों, व्यय और एमएनसी कंपनियों के बारहवें भाव में होने जा रहा है। मंगल का बारहवें भाव में गोचर मकर राशि के जातकों के लिए अधिक अनुकूल प्रतीत होता नहीं दिख रहा है क्योंकि इस दौरान आपके साहस, ऊर्जा और उत्साह में कमी देखने को मिल सकती है। आपके आर्थिक जीवन की बात करें तो, इस गोचर के दौरान आपको धन हानि होने की संभावना है और आपके खर्चों में भी वृद्धि हो सकती है इसलिए कोई बड़ा वित्तीय जोखिम लेने से बचें। संकेत मिल रहे हैं कि इस अवधि आप किसी दूर स्थान या विदेश में कोई संपत्ति या वाहन खरीदने पर पैसा खर्च कर सकते हैं। यदि कुंडली में आपकी दशा अनुकूल नहीं है तो आपको अत्यधिक खर्चों और धन की हानि का सामना करना पड़ सकता है। मंगल गोचर आपकी माता के स्वास्थ्य में भी गिरावट ला सकता है इसलिए अधिक सावधान रहें क्योंकि आशंका है कि माता की सेहत की वजह से आपको कई बार अस्पताल के चक्कर काटने पड़े।
मंगल चौथी दृष्टि से आपके तीसरे भाव को देख रहे हैं और इस वजह से छोटे भाई-बहनों या चचेरे भाइयों से आपकी अनबन हो सकती है। साथ ही, आप व्यवहार से चिड़चिड़े हो सकते हैं। मंगल अपनी सातवीं दृष्टि से आपके छठे भाव को देख रहे हैं और इसके परिणामस्वरूप आप अपने शत्रुओं और विरोधियों पर हावी होंगे और उन्हें पराजित करने में सफल होंगे। वहीं मंगल अपनी आठवीं दृष्टि से आपके सातवें भाव को देख रहे हैं और इसके चलते आपके वैवाहिक जीवन में कुछ समस्याएं आ सकती हैं और आपके पार्टनर के भी स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।
उपाय: अपनी मां को गुड़ की मिठाई उपहार में दें।
कुंभ राशि के जातकों के लिए मंगल तीसरे भाव और दसवें भाव के स्वामी हैं। मंगल का धनु राशि में गोचर आपके वित्तीय लाभ, इच्छा, बड़े भाई-बहन और चाचा के ग्यारहवें भाव में होने जा रहा है। इसके परिणामस्वरूप आपका भौतिकवादी चीज़ों के प्रति झुकाव अधिक होगा। साथ ही, आप शारीरिक गतिविधियों, दोस्तों या लोगों के साथ काम करने में भी व्यस्त रहेंगे और यह आपके लिए फायदेमंद भी साबित होगा। इस दौरान आपका ध्यान अपने सपनों और लक्ष्यों को हासिल करने की ओर होगा। इसके लिए आपको टीम वर्क की जरूरत पड़ सकती है इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि खुद की मदद के लिए व कार्यों को अच्छे से पूरा करने के लिए सही लोगों का चयन करें।
मंगल का धनु राशि में गोचर आपको अपने भाई-बहनों व मामा का सहयोग प्रदान करेगा लेकिन यदि आपकी जन्म कुंडली में मंगल की स्थिति नकारात्मक है तो आपको अपने दोस्तों के गलत कार्यों से बचने और उनसे प्रभावित होने से बचने की सलाह दी जाती है। मंगल चौथी दृष्टि से आपके दूसरे भाव को देख रहे हैं और इसलिए आपको अपने आर्थिक जीवन में थोड़ा सावधान रहने की जरूरत हो सकती है क्योंकि वित्त के मामले में आपको असुरक्षा की भावना महसूस हो सकती है लेकिन साथ ही, यह अवधि आपको पैसे कमाने के कई अवसर देगी, जिससे आपके बैंक बैलेंस में वृद्धि होगी। मंगल सातवीं दृष्टि से आपके पांचवें भाव को देख रहे हैं और ऐसे में, यह अवधि कुंभ राशि के छात्रों के लिए बहुत ही फलदायी साबित होगी। हालांकि आपके प्रेम जीवन के लिए अनुकूल न रहने की संभावना है क्योंकि कुछ समस्याएं आपको परेशान कर सकती है। मंगल आठवीं दृष्टि से आपके छठे भाव को देख रहे हैं, जो आपके शत्रुओं और प्रतिस्पर्धियों पर सफलता प्राप्त करने के लिए फलदायी रहेगी।
उपाय: शनिवार के दिन गरीबों को गुड़ की मिठाई दान करें।
मीन राशि के जातकों के लिए मंगल दूसरे और नौवें भाव के स्वामी हैं। मंगल गोचर आपके पेशे और कार्यस्थल के दसवें भाव में होने जा रहा है। दसवें भाव में मंगल को दिशात्मक बल प्राप्त होता है इसलिए मंगल का दसवें भाव में गोचर के परिणामस्वरूप आप ने करियर को लेकर जो लक्ष्य तय किए है, उन्हें आप पूरा करेंगे और तेज़ी से प्रदर्शन करेंगे। कामकाज के लिए आपको शारीरिक मेहनत करनी पड़ सकती है। यह अवधि उन जातकों के लिए भी अच्छी साबित होगी, जो अपने करियर की शुरुआत करने के लिए नए अवसरों की तलाश कर रहे हैं या व्यवसाय शुरू करने पर विचार कर रहे हैं। लेकिन साथ ही, आपको सावधान रहने की भी ज़रूरत है क्योंकि आप तानाशाही व्यवहार कर सकते हैं, जिससे लोगों का आपसे टकराव हो सकता है।
मंगल का धनु राशि में गोचर कार्यस्थल में कई प्रकार के बदलाव भी ला सकता है इसलिए जो लोग नौकरी बदलना चाहते हैं या दूसरी जगह ट्रांसफर लेना चाहते हैं, उनके लिए यह आदर्श समय है। इस दौरान आपको काम के सिलसिले से लंबी दूरी की यात्रा पर भी जाना पड़ सकता है। मंगल चौथी दृष्टि से आपके पहले भाव को देख रहे हैं, जिसके चलते आपकी व्यावसायिक उपलब्धियों के कारण आप अपने व्यक्तित्व में बहुत आत्मविश्वासी और साहसी होंगे लेकिन साथ ही, संभावना भी है कि काम में अत्यधिक व्यस्तता के कारण आप अपने स्वास्थ्य को नजरअंदाज कर सकते हैं। मंगल सातवीं दृष्टि से आपके चौथे भाव को देख रहे हैं, जो रियल एस्टेट के बिज़नेस से जुड़े लोगों और घर या संपत्ति बनाने के इच्छुक लोगों के लिए अच्छा है। हालांकि यह अवधि आपके घरेलू जीवन में कुछ उतार-चढ़ाव लेकर आ सकती है। मंगल आठवीं दृष्टि से आपके पांचवें भाव को देख रहे हैं और यह स्थिति मीन राशि के छात्रों के लिए अनुकूल साबित न होने की आशंका है। यही नहीं मीन राशि की जो महिलाएं गर्भवती हैं उन्हें भी इस दौरान सतर्क रहने और गर्भ में पल रहे शिशु व अपने स्वास्थ्य पर भी ध्यान देने की सलाह दी जाती है।
उपाय: अपने कार्यस्थल पर लाल रंग के फूल लगाएं और उनकी अच्छे से देखभाल करें।
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