शुक्र का कन्या राशि में गोचर: शुक्र स्त्री ऊर्जा का प्रतिनिधित्व करते हैं जो कि सुंदरता के कारक ग्रह माने जाते हैं। अब शुक्र 25 अगस्त 2024 की मध्यरात्रि 12 बजकर 59 मिनट पर कन्या राशि में गोचर करने जा रहे हैं। एस्ट्रोसेज का यह लेख आपको शुक्र गोचर के बारे में जानकारी प्रदान करेगा जो कि कन्या राशि में होने जा रहा है। शुक्र के गोचर का सभी 12 राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा आइए जानते हैं इसके बारे में लेकिन, उससे पहले जान लेते हैं शुक्र का ज्योतिष में महत्व।
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कुंडली में मज़बूत शुक्र जातकों को जीवन में संतुष्टि, अच्छा स्वास्थ्य और तेज़ बुद्धि प्रदान करते हैं। साथ ही, ऐसे लोगों को शुक्र जीवन में ख़ुशी और आनंद प्राप्त करने की राह में अपार सफलता देते हैं। यह अपना पूरा जीवन ऐशो-आराम और सुख-शांति से पूर्ण व्यतीत करते हैं। धन कमाने के साथ-साथ सुख-सुविधाओं में बढ़ोतरी करने के मामले में भी सफल होते हैं।
इसके विपरीत, जब शुक्र अशुभ ग्रहों जैसे राहु-केतु और मंगल के साथ बैठे होते हैं, तो जातकों को समस्याओं और बाधाओं का सामना करना पड़ता है। यदि शुक्र महाराज मंगल के साथ युति करते हैं, तो जातक को आवेगी और आक्रामक बनाते हैं और अगर यह छाया ग्रह राहु या केतु के साथ मौजूद होते हैं, तो जातक को त्वचा से जुड़ी समस्याएं, नींद की कमी, सूजन जैसी स्वास्थ्य समस्याओं से जूझना पड़ता है। हालांकि, यदि शुक्र लाभकारी ग्रह जैसे बृहस्पति के साथ स्थित होते हैं तो जातक को प्राप्त होने वाले परिणाम दोगुने हो जाते हैं। इसके परिणामस्वरूप, उन्हें व्यापार, ट्रेड, धन कमाने और आय के नए स्त्रोतों में बढ़ोतरी आदि के मामलों में अच्छे परिणामों की प्राप्ति होती है।
आइये अब नज़र डालते हैं शुक्र का कन्या राशि में गोचर कैसे प्रभावित करेगा 12 राशियों को।
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मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र दूसरे और सातवें भाव के स्वामी हैं और शुक्र का कन्या राशि में गोचर आपके छठे भाव में होगा। इसके परिणामस्वरूप, आपको परिवार में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और साथ ही, आपको धन की हानि भी हो सकती है। आशंका है कि आपको कर्ज लेना पड़े।
करियर के मोर्चे पर, संभावना है कि आपको कार्यक्षेत्र में अपने काम में अधिक सफलता प्राप्त न हो।
व्यापार के मोर्चे पर, आपको अपने बिज़नेस पार्टनर के साथ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और साथ ही, आपको हानि भी हो सकती है, जिसके चलते आप निराश व असंतुष्ट हो सकते हैं।
आर्थिक जीवन की बात करें तो, आपको अपने परिवार पर अधिक खर्च करना पड़ सकता है। कभी-कभी आपके खर्च इतने बढ़ सकते हैं कि उसे संभालना आपकी सीमा के बाहर हो।
रिश्तों की बात करें तो, आपको परिवार में वाद-विवाद का सामना करना पड़ सकता है और इसके कारण, आप रिश्ते में मधुर संबंध बनाए रखने में असफल हो सकते हैं।
स्वास्थ्य के लिहाज़ से, आपको प्रतिरक्षा की कमी के कारण पाचन संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
उपाय: प्रतिदिन 41 बार “ॐ बुधाय नमः” का जाप करें।
वृषभ राशि के जातकों के लिए शुक्र पहले और छठे भाव के स्वामी हैं और शुक्र का कन्या राशि में गोचर आपके पांचवें भाव में होगा। इस दौरान आप अपने बारे में विचार कर के चिंतित हो सकते हैं और बच्चों की प्रगति भी आपको चिंतित कर सकती है।
करियर के मोर्चे पर, आशंका है कि आपका मन काम में न लगे और इसके चलते आप चिंतित हो सकते हैं।
जिन जातकों का खुद का व्यापार हैं वे अपनी लापरवाही की वजह से अच्छे अवसरों से हाथ धो सकते हैं। इसके परिणामस्वरूप व्यवसाय में मंदी का दौर देखा जा सकता है।
आर्थिक जीवन की बात करें, तो हो सकता है कि आपको भाग्य का साथ न मिले और इस वजह से आपको हानि का सामना करना पड़े। साथ ही, आपके काम में कई प्रकार की बाधाएं आ सकती है।
रिश्तों की बात करें, तो आपके साथी के साथ संवाद की कमी के कारण आपका तालमेल कम हो सकता है और इस तरह रिश्ते में खुशी की कमी महसूस हो सकती है।
स्वास्थ्य के पहलू पर, आपको बच्चों के स्वास्थ्य के लिए पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं और यह लापरवाही के कारण हो सकता है।
उपाय: बुधवार को बृहस्पति ग्रह के लिए यज्ञ-हवन करें।
मिथुन राशि के जातकों के लिए शुक्र पांचवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं और शुक्र का कन्या राशि में गोचर आपके चौथे भाव में होने जा रहा है। इसके कारण, आपको अपने परिवार में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और अप्रत्याशित परिवर्तन का सामना भी करना पड़ सकता है।
आपके करियर की बात करें तो, आपको नौकरी के संबंध में स्थानांतरण का सामना करना पड़ सकता है और इस वजह से आप असंतुष्ट हो सकते हैं।
आर्थिक जीवन की बात करें तो, योजना की कमी और लापरवाही के कारण आपको अधिक खर्च से गुजरना पड़ सकता है। साथ ही, आप अधिक पैसा कमाने के बहुमूल्य अवसर खो सकते हैं।
रिश्तों के लिहाज़ से, आशंका है कि आप रिश्ते में मधुर संबंध बनाए रखने में असफल हो और यह आपके लिए चिंता का कारण बन सकता है।
स्वास्थ्य के मोर्चे पर, इस दौरान आपको अपनी माता के लिए पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं क्योंकि उन्हें त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
उपाय: मंगलवार को केतु ग्रह के लिए यज्ञ-हवन करें।
कर्क राशि के जातकों के लिए शुक्र चौथे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और शुक्र का कन्या राशि में गोचर आपके तीसरे भाव में होगा।
इसके परिणामस्वरूप, आपको कम सुख-सुविधाएं प्राप्त हो सकती है। साथ ही, जीवन साथी के साथ तालमेल में कमी भी देखने को मिल सकती है और यह समस्या बातचीत की कमी के कारण हो सकता है।
करियर के मोर्चे पर, आपको कार्यक्षेत्र में काम के दबाव का सामना करना पड़ सकता है और आप में से कुछ जातकों को अवांछित स्थान पर स्थानांतरित किया जा सकता है।
जिन जातकों का खुद का व्यापार हैं, उन्हें अपने व्यावसायिक विचारों को समय पर क्रियान्वित करने में लंबी देरी का सामना करना पड़ सकता है और यह आपके लिए चिंता का कारण हो सकता है।
आपके रिश्तों की बात करें तो, आपको अपने जीवन साथी के साथ आपसी समझ की कमी के कारण असहजता का सामना करना पड़ सकता है और यह बात आपको परेशान कर सकती है।
स्वास्थ्य के लिहाज़ से, आपको गर्मी से संबंधित एलर्जी हो सकती है और यह आपके भीतर मौजूद प्रतिरक्षा समस्याओं की कमी के कारण उत्पन्न हो सकती है।
उपाय: प्रतिदिन 11 बार “ॐ चंद्राय नमः” का जाप करें।
सिंह राशि के जातकों के लिए शुक्र तीसरे और दसवें भाव के स्वामी हैं और शुक्र का कन्या राशि में गोचर आपके दूसरे भाव में होगा। इसके कारण, आपको धन संबंधी समस्याओं, निजी जीवन में समस्याओं और काम में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
करियर के लिहाज़ से, आपको कार्यक्षेत्र में काम के दबाव का सामना करना पड़ सकता है और आशंका है कि आपको अपने किए जा रहे काम के लिए सराहना भी प्राप्त न हो।
जिन जातकों का खुद का बिज़नेस हैं, उन्हें नुकसान और बिज़नेस पार्टनर से समर्थन की कमी महसूस हो सकती है और यह आपके लिए चिंता का कारण बन सकता है।
रिश्तों की बात करें, तो आपको समझ की कमी के कारण अपने जीवन साथी के साथ बहस का सामना करना पड़ सकता है, जिसके चलते रिश्ते में खटास आ सकती है।
स्वास्थ्य के लिहाज़, से आपको आंखों से संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है जो संक्रमण के कारण हो सकता है।
उपाय: प्रतिदिन 11 बार “ॐ भास्कराय नमः” का जाप करें।
कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र दूसरे और नौवें भाव के स्वामी हैं और शुक्र का कन्या राशि में गोचर आपके पहले भाव में होगा। इसके परिणामस्वरूप, आप अधिक से अधिक धन अर्जित करने के बारे में सोच सकते हैं और धन में बढ़ोतरी कर सकते हैं। हालांकि, आपको अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने की आवश्यकता हो सकती है।
करियर के लिहाज़ से, आपको नौकरी में अवांछित बदलाव का सामना करना पड़ सकता है, आशंका है कि यह आपको पसंद न आए।
जिन जातकों का खुद का व्यापार हैं, उन्हें बिज़नेस पार्टनर से समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और कम लाभ मिलने की भी आशंका है, जिससे आप चिंतित हो सकते हैं।
रिश्ते की बात करें तो, तालमेल की कमी के कारण आपको रिश्ते में संचार की समस्या का सामना करना पड़ सकता है, जिससे जीवन साथी के साथ रिश्ते में मधुरता की कमी देखने को मिल सकती है।
आपके स्वास्थ्य की बात की जाए, तो आपको त्वचा संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और यह एलर्जी के कारण हो सकती है।
उपाय: प्रतिदिन 11 बार “ऊँ नमो नारायण” का जाप करें।
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तुला राशि के जातकों के लिए शुक्र पहले और आठवें भाव के स्वामी हैं और शुक्र का कन्या राशि में गोचर आपके बारहवें भाव में होगा। इसके परिणामस्वरूप, आपको अनचाही यात्रा, अप्रत्याशित निराशा और रोग प्रतिरोधक क्षमता की कमी का सामना करना पड़ सकता है।
करियर के लिहाज़ से, आपको काम के दबाव और वरिष्ठों से सहयोग की कमी के कारण कार्यस्थल पर निराशा का सामना करना पड़ सकता है।
जिन जातकों का खुद का व्यापार हैंं, उन्हें अपने व्यवसाय के फ़ॉर्मूलों को समय पर क्रियान्वित करने और सफलता प्राप्त करने में लंबी देरी का सामना करना पड़ सकता है।
रिश्ते की बात करें, तो आशंका है कि इस अवधि आपको अपने जीवनसाथी की तरफ से कोई सहयोग प्राप्त न हो और इस वजह से रिश्ते में खुशी की कमी का सामना करना पड़ सकता है, जिससे आप चिंतित हो सकते हैं।
आपके स्वास्थ्य की बात करें तो, आपको पैरों में दर्द की समस्या हो सकती है और यह फिटनेस की कमी के कारण हो सकता है।
उपाय: प्रतिदिन 11 बार “ॐ शुक्राय नमः” का जाप करें।
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए शुक्र सातवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं और शुक्र का कन्या राशि में गोचर आपके ग्यारहवें भाव में होगा। इसके परिणामस्वरूप, आपको यात्रा के माध्यम से सफलता मिल सकती है, नए अच्छे दोस्त मिल सकते हैं और भाग्य में भी वृद्धि देखने को मिलेगी।
करियर के लिहाज़, से आपको काम के दबाव का सामना करना पड़ सकता है। वृश्चिक राशि के कुछ जातक कार्यक्षेत्र में संतुष्टि की कमी के कारण अपनी नौकरी बदलने की योजना बना सकते हैं।
जिन जातकों का खुद का व्यापार हैं, उन्हें अच्छे व्यावसायिक लाभ और बिज़नेस पार्टनर का समर्थन मिलेगा।
रिश्ते की बात करें, तो आप जीवनसाथी के साथ अच्छे पलों का आनंद लेंगे, जिससे आपको खुशी मिलेगी और आप एक-दूसरे से मीठी-मीठी बातें करेंगे।
स्वास्थ्य के मामले में, आपको गर्मी से एलर्जी हो सकती है, जो कमज़ोर प्रतिरक्षा तंत्र के कारण हो सकती है।
उपाय: प्रतिदिन 11 बार “ॐ भौमाय नमः” का जाप करें।
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धनु राशि के जातकों के लिए शुक्र छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और शुक्र का कन्या राशि में गोचर आपके दसवें भाव में होगा। इसके परिणामस्वरूप, आपको करियर में समस्याएं, सुस्ती और असुरक्षा की भावना का सामना करना पड़ सकता है।
करियर के मोर्चे पर, आपको संतुष्टि की कमी और लाभ मिलने में देरी के कारण नौकरी में बदलाव का सामना करना पड़ सकता है।
जिन जातकों का खुद का व्यवसाय हैं, उन्हें व्यावसायिक विचारों को आगे बढ़ाने और अच्छा लाभ प्राप्त करने में देरी का सामना करना पड़ सकता है।
रिश्ते की बात करें, तो आपको अपने जीवन साथी के साथ अहंकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और यह परिवार में संवेदनशील मुद्दों के कारण हो सकता है।
स्वास्थ्य के लिहाज़, से आपको पाचन संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है जो प्रतिरक्षा की कमी के कारण उत्पन्न हो सकती हैं।
उपाय: प्रतिदिन 11 बार “ॐ बृं बृहस्पतये नमः” का जाप करें।
मकर राशि के जातकों के लिए शुक्र पांचवें और दसवें भाव के स्वामी हैं और शुक्र का कन्या राशि में गोचर आपके नौवें भाव में होगा। इसके परिणामस्वरूप, आपको अनुकूल परिणामों की प्राप्ति होगी। आपको भाग्य का साथ मिलेगा और आप तेज़ी से प्रगति करेंगे। इसके अलावा, इस अवधि आप खुद में अच्छे बदलाव देखेंगे।
करियर के मोर्चे पर, आपको विदेश से नई नौकरी का प्रस्ताव मिल सकता है। कार्यक्षेत्र में आपके काम की प्रशंसा की जाएगी और इसके चलते आपको पदोन्नति मिलने की संभावना है।
जिन जातकों का खुद का व्यवसाय हैं, उन्हें इस दौरान अधिक लाभ प्राप्त होगा, जो व्यवसाय के क्षेत्र में आपको प्रगति दिला सकता है।
रिश्ते की बात करें, तो आपको अपने जीवन साथी का प्यार और सहयोग प्राप्त होगा। इसके फलस्वरूप आपको संतुष्टि प्राप्त होगी।
स्वास्थ्य के मोर्चे पर, आपको स्वास्थ्य में अच्छे परिणाम देखने को मिल सकते हैं और यह उच्च प्रतिरक्षा स्तर के कारण संभव है।
उपाय: प्रतिदिन 11 बार “ॐ भार्गवाय नमः” का जाप करें।
कुंभ राशि के जातकों के लिए शुक्र चौथे और नौवें भाव के स्वामी हैं और शुक्र का कन्या राशि में गोचर आपके आठवें भाव में होने जा रहा है। इसके परिणामस्वरूप, आशंका है कि आपको भाग्य का साथ न मिले। परिवार के साथ आपके संबंधों में समस्या आ सकती है और साथ ही, संभव है कि आपके पिता का स्वास्थ्य अच्छा न रहे।
करियर के मोर्चे पर, आशंका है कि आप अपनी नौकरी में मौजूदा स्थिति से नाखुश रहे। यह बात आपको और अधिक चिंतित कर सकता है।
जिन जातकों का खुद का व्यापार है, उन्हें अधिक लाभ प्राप्त करने में देरी का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, बिज़नेस में प्रतिद्वंदियों से कड़ी टक्कर मिल सकती है, जिसकी वजह से आप असुतंष्ट हो सकते हैं।
रिश्ते की बात करें तो, आपका अपने जीवन साथी के साथ वाद-विवाद हो सकता है और यह सामंजस्य की कमी के कारण हो सकता है।
बात यदि आपके स्वास्थ्य की करें, तो यदि आप महिला हैं तो आपको हार्मोन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं और यदि आप पुरुष हैं, तो आपको त्वचा संबंधी समस्याएं होने की संभावना है।
उपाय: प्रतिदिन 11 बार “ॐ मन्दाय नमः” का जाप करें।
मीन राशि के जातकों के लिए शुक्र तीसरे और आठवें भाव के स्वामी हैं और शुक्र का कन्या राशि में गोचर आपके सातवें भाव में होगा और इसके परिणामस्वरूप, आपको दोस्तों, परिवार के साथ तालमेल की कमी का सामना करना पड़ सकता है। संभावना है कि यह उचित बातचीत न करने की वजह से हो।
करियर की बात करें तो, मीन राशि के कुछ जातकों से लोग कार्यक्षेत्र में संतुष्टि न प्राप्त करें और इस वजह से उन्हें नौकरी से हाथ भी धोना पड़ सकता है। वहीं कुछ लोग काम में समस्या की वजह से नौकरी में बदलाव करने का विचार बना सकते हैं।
जिन जातकों का खुद का व्यापार है, उन्हें बिज़नेस पार्टनर के साथ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और नुकसान भी झेलना पड़ सकता है।
रिश्तों की बात करें तो, आपका अपने साथी के साथ तालमेल की कमी के कारण बहस या विवाद हो सकता है और जिस वजह से मधुर संबंध बनाए रखना आपके लिए मुश्किल हो सकता है।
स्वास्थ्य के मामले में, आप अपने जीवनसाथी के स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों को लेकर चिंतित हो सकते हैं, ऐसे में अधिक दवाओं का सेवन और उनके खर्च आपको परेशान कर सकते हैं।
उपाय: प्रतिदिन 11 बार “ॐ नमः शिवाय” का जाप करें।
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1. शुक्र का कन्या राशि में गोचर कब हो रहा है?
शुक्र 25 अगस्त 2024 की मध्यरात्रि 12 बजकर 59 मिनट पर कन्या राशि में गोचर करने जा रहे हैं।
2. क्या कन्या राशि में शुक्र हमेशा नीच का होता है?
कन्या राशि में शुक्र नीच राशि में होते हैं, लेकिन शुक्र की यह स्थिति अभी भी औसत है क्योंकि कन्या राशि के स्वामी बुध और शुक्र एक दूसरे के मित्र हैं।
3. क्या कन्या राशि में शुक्र एक अच्छा स्थान है?
कन्या राशि में शुक्र की उपस्थिति कई मामलों में शुभ परिणाम प्रदान कर सकती है। बुध कन्या राशि का स्वामी ग्रह है।
4. शुक्र कौन सी राशि में उच्च का होता है?
मीन राशि में शुक्र उच्च का, जबकि कन्या राशि में यह नीच का होता है।