बुध कन्या राशि में वक्री पर एस्ट्रोसेज के इस विशेष लेख में हम आपको इस विशेष खगोलीय घटना से जुड़ी पूरी जानकारी से अवगत कराएंगे। साथ ही यहाँ हम जानेंगे बुध का कन्या राशि में वक्री होना 12 राशियों के जीवन को कैसे प्रभावित करेगा? किस राशि के लिए यह सौभाग्य लाएगा, और किन जातकों को इससे सतर्क रहना होगा? तो आइये आगे बढ़ते हैं और जान लेते हैं सभी बारह राशियों पर कन्या राशि में बुध वक्री का प्रभाव और उपाय!
बुध कन्या राशि में वक्री (10 सितंबर 2022 को) होकर हर जातकों को प्रभावित करने वाले हैं। क्योंकि वाणी, भाषा बुद्धि व संचार के कारक ग्रह बुध को वैदिक ज्योतिष में बेहद अहम ग्रह मानते हुए राजकुमार ग्रह की उपाधि दी गई है। ऐसे में किसी भी जातक की कुंडली में बुध की स्थिति बलवान होती है तो वह जातक अच्छे वक्ता, हास-परिहास की कला से भरपूर होने के साथ-साथ ऊर्जावान व अच्छी तार्किक क्षमता वाले बनते हैं। इसके अलावा बुध व्यापार, वाणिज्य, वित्तीय संस्थानों, लेखा और बैंकिंग के क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व भी करते हैं।
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बुध ग्रह अपनी मार्गी गति में अपना राशि परिवर्तन लगभग 24 दिन की अवधि में करते हैं। यानी बुध को एक राशि से दूसरी राशि में जाने में 24 दिनों का समय लगता है। अब वे कन्या में उपस्थित होते हुए कन्या में ही वक्री हो जाएंगे। वैदिक ज्योतिष के अनुसार वक्री बुध यूँ तो जातकों की रचनात्मकता को बढ़ाता है, परंतु इसका प्रभाव जातक के व्यवहार, वाणी और बुद्धि को भी प्रभावित करने का कार्य करता है। बुध कन्या राशि में उच्च के होते हैं, क्योंकि मिथुन के साथ-साथ कन्या राशि बुध के स्वामित्व वाली राशि है। ऐसे में अपनी ही राशि में बुध का वक्री होना कई जातकों के लिए खासा शुभ साबित हो सकता है।
बुध कन्या राशि में वक्री 10 सितंबर 2022, शनिवार को सुबह 8 बजकर 42 मिनट पर होगा और उसके बाद 2 अक्टूबर 2022, रविवार को बुध कन्या राशि में ही अपनी मार्गी गति शुरू करेंगे। जिसके बाद वे 26 अक्टूबर 2022, बुधवार को कन्या से तुला राशि में गोचर कर जाएंगे।
आइए जानते हैं कि इस गोचर का सभी राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा-
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Read in English: Mercury becomes Retrograde in Virgo (10 September 2022)
मेष राशि के जातकों के लिए बुध तृतीय और षष्ठम भाव के स्वामी हैं। अब वे 10 सितंबर 2022 को आपकी राशि के षष्ठम भाव में वक्री होंगे। ऐसे में बुध की ये स्थिति सबसे अधिक मेष राशि के जातकों के स्वास्थ्य जीवन को प्रभावित करेगी। इस कारण आपको सेहत से जुड़ी कई परेशानियों से दो-चार होना पड़ेगा।
कार्यक्षेत्र की बात करें तो कार्यस्थल पर आपके शत्रु भी इस दौरान आपको लगातार हानि पहुंचाने का प्रयास करते दिखाई देंगे। इसलिए आपको बुध के वक्री होते ही सबसे अधिक अपने प्रतिद्वंद्वियों से सतर्क रहने की आवश्यकता होगी। ऐसे में किसी पर भी जल्दी व आंख मूंदकर विश्वास न करें। साथ ही आपको अपने संबंध बेहतर करने के लिए भी अधिक प्रयास करना होगा। क्योंकि इससे आपको अपने कार्यों को पूरा करने में उनका सहयोग मिल सकेगा। वो नौकरीपेशा जातक जो अपनी नौकरी में किसी प्रकार के परिवर्तन का सोच रहे हैं, उन्हें बुध देव कोई अच्छा अवसर देते हुए अनुकूल फल देने का कार्य करेंगे। हालांकि आपको जल्दबाजी में कोई भी फैसला लेने से भी बचने की सलाह दी जाती है।
इसके अलावा यदि आप पहले किसी प्रोजेक्ट पर कार्य कर रहे थे और आपको उसे पूरा करने में समस्या आ रही थी तो इस दौरान आपको उसमें भी सफलता मिलने के योग बनते दिखाई देंगे। परंतु आपका खराब स्वास्थ्य आपके जीवन में बाधा लेकर आएगा। इसलिए उसका शुरुआत से ही ध्यान रखें, अन्यथा आप डिप्रेशन, त्वचा संबंधित परेशानियों आदि से पीड़ित हो सकते हैं। ऐसे में आपके लिए बदलते मौसम के साथ संतुलित व केवल घर का बना ही भोजन करना अधिक अनुकूल रहेगा।
बुध कन्या राशि में वक्री के प्रभावस्वरूप जो जातक वकालत के क्षेत्र से जुड़े हैं या जज हैं उन्हें बुध देव उत्तम फल देंगे। वहीं व्यवसाय कर रहे जातकों को भी अपने व्यापार में वृद्धि करने के कई सुनहरे अवसर मिलने वाले हैं। इसके अलावा आपको इस समय आर्थिक जीवन में अपनी आमदनी बढ़ाते हुए अच्छा धन अर्जित करने में भी सफलता मिलेगी। इस राशि के छात्र भी अपनी शिक्षा में अच्छा प्रदर्शन देते हुए खुद को प्रोत्साहित कर सकेंगे।
उपाय: बुधवार के दिन हरी सब्जियों व फलों का दान करें। साथ ही अगर संभव हो तो गाय को हरा चारा खिलाएं।
बुध वृषभ राशि के लोगों के द्वितीय और पंचम भाव के स्वामी हैं। वर्तमान में बुध वृषभ राशि के लोगों के पंचम भाव में ही वक्री होंगे। ऐसे में बुध की ये स्थिति आपको मिले-जुले फल देने के योग बनाएगी। इस समय बुध देव सबसे अधिक आपकी कौशल क्षमता को प्रभावित करेंगे। जिसके परिणामस्वरूप आप आपके प्रियजनों व करीबियों के साथ अपने संबंधों में सुधार करते दिखाई देंगे। ऐसे में यदि आपका घर पर किसी सदस्य के साथ कोई विवाद चल रहा था तो आप उसे भी हल करने में सक्षम रहने वाले हैं।
इसके अलावा आर्थिक जीवन पर भी वक्री बुध का प्रभाव सकारात्मक रूप से देखने को मिलेगा। जिससे आप अलग-अलग माध्यमों से धन लाभ करते हुए अपने बैंक बैलेंस में वृद्धि कर सकेंगे। परंतु सट्टेबाजी या शेयर मार्केट से जुड़े जातकों को थोड़ा सावधान रहने की ज़रूरत होगी। ऐसे में किसी भी गैरकानूनी गतिविधि से या शॉर्टकट से जल्दी पैसे कमाने के चक्कर में अपने धन का निवेश करने से बचें। क्योंकि इससे आपको बड़ा नुकसान भोगना पड़ सकता है।
हालांकि प्रेम संबंधों में आपको सामान्य से कम अनुकूल फल मिलने की आशंका रहेगी। क्योंकि इस दौरान बुध देव प्रेमी जातकों का अपने प्रियतम के साथ विवाद उत्पन्न कर सकते हैं। ऐसे में आपके लिए बेहतर यही होगा कि साथी को लेकर अपने मन में नकारात्मक विचार न लेकर आएं और उन पर विश्वास रखें। साथ ही आपको सुनी-सुनाई बातों पर शक न करते हुए साथी के साथ बहस में पड़ने से भी बचना होगा। हालांकि जिन जातकों का ब्रेकअप हुआ था उनके पाटनर की वापसी इस दौरान संभव है। वहीं यदि आप शादीशुदा हैं और संतान प्राप्ति का सोच रहे हैं तो बुध देव आपको आशीर्वाद के रूप में संतान प्राप्ति होने के योग बनाएंगे।
इस राशि के विद्यार्थियों की बात करें तो वे अपनी शिक्षा में बेहतर करते दिखाई देंगे। क्योंकि ये वो अवधि होगी जब छात्रों का पूरा ध्यान उनकी पढ़ाई पर होगा। पारिवारिक जीवन में भी वातावरण में शांति की अनुभूति आपको ख़ुशी देगी। परंतु घर के बच्चों के साथ अच्छा वयवहार करें और उनपर गुस्सा करने से बचें, अन्यथा बच्चों के साथ आपके रिश्ते खराब हो सकते हैं।
उपाय: नियमित रूप से गणेश जी की आराधना करें और उन्हें लड्डूओं का भोग लगाएं।
मिथुन वायु तत्व की राशि है और इनके स्वामी ग्रह बुध ही हैं। इसके अलावा बुध आपकी राशि के चतुर्थ भाव के स्वामी भी होते हैं और अब वे इस दौरान आपके चतुर्थ भाव में ही वक्री होंगे। ऐसे में बुध का प्रभाव मिथुन राशि के जातकों के लिए बेहद शुभ रहेगा। क्योंकि इस दौरान बुध देव की कृपा से आपको समाज में अपनी छवि बेहतर करते हुए दूसरों को अपनी ओर आकर्षित करने का अवसर मिलेगा।
पारिवारिक जीवन में भी आपको अपने घर के सदस्यों के साथ समय व्यतीत करने का और आपसी संबंध मधुर करने का मौका मिलेगा। हालांकि बावजूद इसके आपको पारिवारिक मामलों के प्रति थोड़ी सावधानी बरतते हुए घर से जुड़े हर निर्णय को लेने से पहले सभी सदस्यों की राय अवश्य लेने की सलाह दी जाती है। साथ ही हर उस मुद्दों को उठाने से बचें जिसके कारण घर की शांति भंग हो सकती है।
वो जातक जो अपने घर के निर्माण या नवीकरण की सोच रहे हैं उन्हें अपने प्रयासों में बुध देव सफलता देने का कार्य करेंगे। क्योंकि ये समय आपके लिए शुभ रहने वाला है। साथ ही आप अपनी सुख-सुविधाओं में भी खासा वृद्धि करते दिखाई देंगे। कई जातक इस समय किसी यात्रा पर जाने का प्लान भी बना सकते हैं।
अब बात करें आपके करियर की तो कार्यक्षेत्र पर आपको कुछ समस्याओं से तनाव मिलने की आशंका रहेगी। क्योंकि इस दौरान आपके कार्यों में अड़चन आने से आपके बने हुए कार्य भी रुक जाएंगे। परंतु बावजूद इसके आप उन विपरीत परिस्थिति में भी अपनी समझ का परिचय देते हुए दूसरों की मदद से अपने सभी कार्य पूरे करने में सफल रहेंगे। हालांकि इसमें कुछ समय अधिक लग सकता है। इसलिए धैर्य रखें और शांत होकर ही हर कार्य करें।
वहीं इस राशि के छात्रों के लिए समय मिलाजुला ही रहेगा। क्योंकि बीच-बीच में बुध देव आपके आत्मविश्वास में कुछ उतार-चढ़ाव करते दिखाई देंगे। जिसके कारण आपको अपने कुछ विषयों को समझने में परेशानी हो सकती है। लेकिन इस दौरान आपके शिक्षकों और अभिभावकों का सहयोग आपके साथ रहेगा और उनकी मदद से आप शिक्षा में बेहतर कर सकेंगे।
उपाय: हमेशा अपनी जेब या पर्स में एक हरे रंग का रूमाल ज़रूर रखें।
बुध, कर्क राशि वालों के लिए उनके तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी हैं। अब वर्तमान में बुध ग्रह आपके तृतीय भाव में ही वक्री होंगे। ऐसे में बुध की यह स्थिति आपके संचार और आपके जीवन को सामान्य रूप से प्रभावित करेगी। जिसके कारण आपको किसी से बातचीत के दौरान अधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता रहेगी, अन्यथा आपकी बातों का सामने वाला गलत मतलब निकाल सकता है।
इसके अलावा आपको कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय लेने से पहले भी खुद को शांत रखकर एक बार पुनः सोच-विचार करना होगा। कार्यक्षेत्र पर सभी व्यापारी जातकों को इस समय कोई भी सौदा करते समय हर दस्तावेज को ठीक से पढ़ने की ज़रूरत होगी। साथ ही किसी पर भी आंख मूंदकर भरोसा न करते हुए उनके साथ अपनी रणनीति साझा करना भी आपके लिए समस्या का कारण बन सकता है। वहीं नौकरीपेशा जातकों को कार्यस्थल पर उनके शत्रु लगातार परेशान करेंगे। इसके परिणामस्वरूप उनकी कार्यक्षमता प्रभावित होगी और उन्हें कई प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
कुछ जातकों का वाणी दोष के कारण अपने बॉस व वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मतभेद भी देखने को मिलेगा। इसलिए अपने शब्दों का चयन सोच-समझकर करें और मर्यादित आचरण बरतें। क्योंकि आशंका अधिक है कि लोग आपकी बातों का गलत मतलब निकाल लें। पारिवारिक जीवन के लिहाज़ से भी इस अवधि में आपकी अपने भाई-बहनों के साथ गलतफहमी की वजह से संबंधों में परेशानी उत्पन्न होने वाली है। इसलिए घर पर रहते समय आपको खुद को विनम्र रखते हुए अपने गुस्से को खुद पर हावी न होने देने की ज़रूरत होगी।
हालांकि बुध देव आपके दोस्तों की संख्या में इजाफ़ा करेंगे और इससे आप नए दोस्त बनाते हुए उनके साथ घूमने का प्लान भी कर सकते हैं। परंतु आपके लिए लंबी दूरी की यात्रा करना थोड़ा कष्टदायक रहेगा। इसलिए ज़रूरी न हो तो लंबी दूरी की यात्रा करने से अभी परहेज करें।
उपाय: बुध ग्रह को अपनी राशि में प्रबल बनाने के लिए नियमित रूप से गाय को हरा चारा खिलाएं।
सिंह राशि के दूसरे और ग्यारहवें भाव पर बुध ग्रह का शासन होता है। बुध सिंह राशि के जातकों के लिए योग कारक ग्रह भी होते हैं और अब 10 सितंबर को बुध आपकी राशि के द्वितीय भाव में ही वक्री होंगे। ऐसे में इसके परिणामस्वरूप आपको मिश्रित फल मिलने की संभावना रहेगी। क्योंकि इस दौरान बुध देव आपके पारिवारिक जीवन में सबसे अधिक अशांति उत्पन्न करने वाले हैं। इससे घर-परिवार में सदस्यों के बीच कुछ मतभेद देखने को मिलेगा।
बुध कन्या राशि में वक्री की यह अवधि आर्थिक जीवन के लिहाज से भी प्रतिकूल रहेगी। ऐसे में अभी किसी भी प्रकार का धन उधारी पर लेने से बचें, अन्यथा भविष्य में उसे चुकाना आपके लिए मुश्किल होगा। इसके लिए बेहतर यही होगा कि अपनी आमदनी के अनुसार एक सही बजट प्लान बनाएं और उसी के अनुसार ही अपना धन खर्च करें। जितना संभव हो आपको अनावश्यक की चीजों पर भी अपना धन खर्च करने से बचना होगा।
वो जातक जो अपना पैसा कहीं निवेश करना चाहते हैं तो किसी अन्य की बातों में आकर अपने धन का निवेश करने से बचें और स्वयं बेहद सोच-समझकर ही किसी भी फैसला पर पहुंचें, अन्यथा उन्हें कोई बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है। संपत्ति, आदि में निवेश करना भी आपके लिए प्रतिकूल रहेगा। इसलिए अभी ऐसा करने से बचें। वहीं बात करें व्यापारी जातकों की तो यदि वो अपने बिजनेस को लेकर कुछ नया प्लान बना रहे हैं तो उनके लिए अवधि सामान्य से अनुकूल रहेगी। क्योंकि इस समय आपके द्वारा किया गया व्यापार में हर निवेश आपको भविष्य में लाभ देगा।
इसके अलावा नौकरीपेशा जातकों को कार्यस्थल पर किसी भी कर्मी के साथ बातचीत करते समय सावधानी बरतनी होगी। क्योंकि आशंका अधिक है कि न चाहते हुए भी आप अपनी भाषा या वाणी से दूसरों के साथ अपने संबंध खराब कर दें। इसलिए कुछ भी कहने से पहले ठीक से सोचो और उसके बाद ही कुछ बोलो। इसके अतिरिक्त आपके लिए समय बेहतर ही रहेगा।
शिक्षा के लिहाज़ से भी इस राशि के छात्रों के लिए अवधि उत्तम रहेगी। ख़ासतौर से कृषि क्षेत्र से जुड़े छात्र अपने द्वारा किए गए सभी प्रयासों में सफल रहेंगे। इतना ही नहीं उन्हें जिन भी विषयों को समझने में पूर्व में जो भी समस्या आ रही थी उनकी वो हर समस्या भी दूर होगी और इससे वे अपना बेहतर प्रदर्शन देने में सक्षम रहेंगे।
उपाय: नियमित रूप से बाल गोपाल की पूजा करना आपके लिए लाभकारी रहेगा।
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कन्या राशि में बुध ग्रह उच्च स्थिति में होते हैं, क्योंकि बुध कन्या राशि के स्वामी ग्रह माने गए हैं। इसके अलावा ये आपके दशम भाव के स्वामी भी हैं और अब बुध इस समय आपके प्रथम भाव में ही वक्री होंगे। ऐसे में प्रथम भाव में बुध का वक्री होना आपको सबसे अधिक कार्यक्षेत्र पर अनुकूल फल मिलने के योग बनाएगा। इससे आपको करियर में सफलता के अवसर मिलेंगे। व्यक्तिगत जीवन में भी आप अपनी एक अलग पहचान बनाते हुए सामाजिक दृष्टि से भी अपनी छवि में सुधार करते दिखाई देंगे।
हालांकि आपके शत्रु इस समय सक्रिय रहेंगे और लगातार आपको हानि पहुंचने की कोशिश करेंगे। इसलिए उनके प्रति भी आपको अधिक सावधान रहने की आवश्यकता है। निजी जीवन में बदलती परिस्थितियों पर आपको ध्यान देने की आवश्यकता है। खासतौर पर शादीशुदा जातकों को किसी भी अन्य व्यक्ति की सुनी-सुनाई बातों पर विश्वास करते हुए अपने जीवनसाथी से बहस करने से बचना होगा। अन्यथा आप दोनों के बीच बढ़ती गलतफहमी के कारण आपका रिश्ता खराब हो सकता है। इसलिए साथी से कुछ भी बोलने से पहले परिस्थितियों को स्वयं ठीक से जांच लें।
जो लोग विज्ञापन या मीडिया क्षेत्र से जुड़े हैं उनके लिए अवधि अधिक अनुकूल रहने के योग बन रहे हैं। परंतु करियर से जुड़ा आपको कोई भी बड़ा निर्णय लेने से अभी बचना होगा, अन्यथा आपको भविष्य में उसके लिए पछताना भी पड़ सकता है। वहीं छात्रों की बात करें तो मीडिया या पत्रकारिता की शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्रों को बुध देव अच्छे परिणाम प्राप्त होने के संकेत बना रहे हैं।
उपाय: बुध ग्रह से संबंधित मंत्रों का 108 बार जप करें।
तुला राशि के जातकों के लिए बुध उनके नौवें और बारहवें भाव के अधिपति हैं। अब इस अवधि में वे आपके बारहवें भाव में वक्री होंगे। ऐसे में बुध की ये वक्री अवस्था आपके जीवन में नकारात्मक बदलाव लेकर आएगी।
बुध कन्या राशि में वक्री की अवधि के दौरान आपके अंदर क्रोध की वृद्धि भी हो सकती है। ऐसे में शुरुआत से ही अपनी वाणी का खास ख्याल रखें और किसी को कुछ भी ऐसा न कहें जिससे उनकी भावना आहत हों। हालांकि कार्यक्षेत्र पर आपके लंबे समय से अटके हुए काम आप अपनी लगन और मेहनत के पूरा करने में सफल रहेंगे। परंतु आपको अपने विरोधियों को भी नज़रअंदाज़ न करते हुए उनके प्रति सावधान रहने की आवश्यकता होगी। क्योंकि आशंका ये भी है कि वे आपके ही खिलाफ साजिश करते हुए आपको नुकसान पहुंचाएं। इसलिए किसी के साथ भी अपनी रणनीति साझा न करें।
निजी जीवन में भी आपको अपनी समझदारी दिखाते हुए हर निर्णय को बुद्धि व बड़ों की सलाह-मशवरा के साथ लेने की ज़रूरत होगी। कई जातकों का इस दौरान अपने पिता के साथ वाद-विवाद भी संभव है। इसलिए घर पर शांति का वातावरण बनाए रखने के लिए आपको उनकी बातों को समझने का प्रयास करना होगा। आर्थिक जीवन के दृष्टिकोण से भी आपको शुरुआत से ही अपने बेकार के खर्चों पर लगाम लगाते हुए अपना धन अधिक खर्च करने से बचना होगा।
उपाय: बुध ग्रह के शानदार परिणाम प्राप्त करने के लिए किन्नरों में हरे वस्त्रों का दान करें।
वृश्चिक राशि वालों के लिए बुध उनके अष्टम और एकादश भाव के स्वामी हैं और वर्तमान में अब वे आपके एकादश भाव में वक्री होंगे। ऐसे में आपके एकादश भाव में बुध का वक्री होना आपको सामान्य से अनुकूल फल मिलने के योग बनाएगा। घर-परिवार में शांति और ख़ुशी का वातावरण रहेगा और इससे आप अपना ज्यादातर समय घरवालों के साथ व्यतीत करते दिखाई देंगे। आपके भाई-बहन भी आपका सहयोग करेंगे। परंतु कुछ परिस्थितियां ऐसी भी उत्पन्न हो सकती हैं कि आपका बातचीत के समय अपने भाई-बहनों व किसी मित्र के साथ कोई वाद-विवाद हो। इसलिए इस दौरान अपनी वाणी और शब्दों का चयन सोच-समझकर ही करें।
आर्थिक पक्ष को देखें तो उसमें आपको मिश्रित फल मिलेंगे। क्योंकि जहाँ इस अवधि में आपको एक से अधिक आय के स्रोतों से आमदनी अर्जित करने में कष्ट संभव है। वहीं यदि आपका कही धन अटका हुआ था तो वो आपको पुनः वापस मिल सकेगा। करियर में भी आप अपने अधूरे पड़े कार्य या प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाते हुए उसे पूरा करने में सफल रहेंगे। जिससे सबसे अधिक व्यापारी जातकों को मुनाफा मिलने की संभावना रहेगी।
बुध देव आपकी मुलाक़ात कई नए लोगों से भी कराएंगे और इससे आप नए दोस्त बनाते हुए उनके साथ अपने संबंध स्थापित कर सकेंगे। परंतु इस समय आपको किसी भी व्यक्ति से अपनी दोस्ती की शुरुआत करते समय इस बात का ध्यान रखना होगा कि आप कोई गलत संगत मे न पड़ जाएं। वहीं जो लोग मार्केटिंग क्षेत्र से जुड़े हैं उनको लाभ प्राप्त होने के संकेत मिल रहे हैं।
इसके अलावा आपको अपने स्वास्थ्य के प्रति भी सतर्कता बरतते हुए आलस करने से बचना होगा। साथ ही केवल और केवल घर का बना खाना ही खाना व संतुलित आहार लेना इस समय आपके लिए अधिक आवश्यक रहने वाला है।
उपाय: किसी भी कार्य को करने से पहले अपने माता-पिता का आशीर्वाद ज़रूर लें।
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बुध द्विस्वभाव राशि धनु के जातकों के लिए उनके सातवें और दसवें भाव के स्वामी होते हैं। अब 10 सितंबर 2022 को बुध उनके दशम भाव में ही वक्री होंगे। ऐसे में बुध का आपके इस भाव में वक्री होना सबसे अधिक कार्यस्थल या व्यावसायिक पार्टनर के साथ उनके संबंधों को प्रभावित करेगा। क्योंकि इस दौरान कार्यक्षेत्र पर आपको लाभ प्राप्त होंगे और आपकी मेहनत की कार्यस्थल पर जमकर तारीफ भी होगी।
यदि आप व्यापार करते हैं तो भी ये समय आपके लिए शुभ रहने वाला है। परंतु कोई भी नए प्रोजेक्ट के सफल होने पर आपको अहंकारी व अभिमानी बनने से भी बचना होगा। क्योंकि इस कारण आपके अधीन कार्य कर रहे कर्मियों के बीच आपकी छवि खराब हो सकती है। वो जातक जो पार्टनरशिप का व्यापार करते हैं उन्हें भी अपने पार्टनर के साथ अच्छे रिलेशन बनाने में बुध देव मदद करेंगे।
पारिवारिक जीवन के लिहाज़ से जिन जातकों को अपने घर-परिवार से जुड़ा कोई भी बड़ा निर्णय लेने में परेशानी आ रही थी, उनकी समस्या दूर होगी और वे हर निर्णय लेने में सफल रहेंगे। हालांकि इसके लिए आपको दूसरों से अधिक स्वयं पर विश्वास रखना होगा। साथ ही अपने मन में उठने वाले नकारात्मक विचारों को भी खुद पर हावी न होने देने की आपको सलाह दी जाती है।
अब बात करें प्रेम संबंधों की तो जो जातक लम्बे समय से अपने लिए किसी अच्छे पाटनर की तलाश कर रहे थे, उनकी तलाश बुध देव के वक्री होने से पूरी होने की संभावना है। परंतु शादीशुदा जातकों के लिए समय थोड़ा प्रतिकूल रहेगा। क्योंकि इस दौरान आप न चाहते हुए भी अपने शब्दों से साथी को आहत कर देंगे।
उपाय: अपने कमरे की दीवारों पर हरा पेंट कराना आपके लिए शुभ रहेगा।
मकर राशि के जातकों के लिए बुध उनके छठे और नौवें भाव पर शासन करते हैं और अब इस अवधि के दौरान वे आपके नवम भाव में वक्री होंगे। ऐसे में बुध देव की ये स्थिति आपको अनुकूल फल देने के योग बनाएगी। खासतौर से सभी कानूनी मामलों से संबंधित कार्यों में आपको अपार सफलता मिलेगा। यदि कोई मामला कोर्ट-कचहरी में चल रहा था तो बुध देव उसका फैसला आपके पक्ष में देंगे। इससे आपकी जीत सुनिश्चित होगी और घर-परिवार में भी खुशहाली का माहौल देखने को मिलेगा।
कई जातकों को इस दौरान कार्य से संबंधित किसी यात्रा पर भी जाना पड़ सकता है। हालांकि अभी हर प्रकार की यात्रा करने से बचें, अन्यथा आपको हानि संभव है। छात्रों की बात करें तो उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे जातकों को बुध देव सफलता मिलने के योग बनाएगा। क्योंकि ये अवधि उन्हें हर परीक्षा को पास करने में मदद करेगी। बुध देव मकर जातकों में धार्मिक कार्यों के प्रति उनकी रुचि भी बढ़ाने वाले हैं। इससे वे किसी प्रकार के धार्मिक कार्य का आयोजन कराने का फैसला ले सकते हैं।
करियर की बात करें तो सरकारी क्षेत्र में कार्यरत जातकों को उत्तम फल मिलेंगे। इस समय उनका प्रमोशन या इच्छानुसार ट्रांसफर मिलने की संभावना है। यदि बात करें व्यापारी जातकों की तो प्रॉपर्टी, ज़मीन आदि से जुड़े व्यापारियों को अच्छा धन लाभ करने का अवसर मिलेगा। क्योंकि आपकी कोई ऐसी प्रॉपर्टी जो लंबे समय से अटकी हुई थी वो आप बेचने में सफल रहेंगे। साथ ही अपने द्वारा किए गए सौदों से भी आपको अच्छा धन लाभ होने की पूरी संभावना है।
उपाय: बुध के शुभ फल प्राप्त करने के लिए बुधवार के दिन हरे वस्त्र पहनें।
बुध कुंभ राशि के जातकों के लिए उनके पांचवें व आठवें भाव के स्वामी हैं और वर्तमान में वे आपके अष्टम भाव में ही वक्री होंगे। ऐसे में बुध देव का ये प्रभाव सबसे अधिक आपके बच्चों के साथ आपके संबंधों, आर्थिक जीवन व प्रेम संबंधों को प्रभावित करेगा। कई जातकों की अपने माता-पिता के साथ संबंधों में अलगाव की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है। हालांकि बावजूद इसके परिवार के लोग आपका सहयोग करते दिखाई देंगे।
इसके अलावा बुध देव के कारण आप कुछ थकान व खुद पर दबाव महसूस करेंगे। इसके परिणामस्वरूप आपके अंदर आत्मविश्वास की भी कमी देखी जाएगी। ऐसे में खुद को तरोताज़ा व थकानमुक्त रखने के लिए आपको अच्छी व गहरी नींद लेने की ज़रूरत होगी। इसलिए केवल काम में लगे न रहें और खुद के लिए कुछ समय निकालते हुए अपने शरीर को आराम दें।
बुध कन्या राशि में वक्री की इस अवधि में आर्थिक जीवन के लिहाज़ से भी आपको किसी भी प्रकार का धन निवेश करने से बचना चाहिए। साथ ही उधारी पर भी आपका लेन-देन करना इस दौरान आपके लिए कष्टदायक सिद्ध होगा। वो जातक जो सट्टेबाजी, शेयर बाज़ार आदि में लिप्त हैं उन्हें खुद को गैरकानूनी गतिविधियों से दूर रखने की सलाह दी जाती है। वहीं ऋण के लिए किसी बैंक में आवेदन करना भी आपके लिए नुकसान दायक रहेगा।
प्रेम संबंधों की बात करें तो प्रेमी जातकों को अपने प्रियतम के साथ शांति और धैर्य से बातचीत करनी होगी। साथ ही आपसी रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए एक दूसरे को पर्याप्त समय दें और एक दूसरे की बातों को समझने का प्रयास करें। हालांकि इस राशि के वो छात्र जो रिसर्च से जुड़े हैं उन्हें बुध देव कामयाबी मिलने के योग बनाएंगे। इसके अतिरिक्त जो छात्र विदेश जाकर शिक्षा प्राप्त करने का सोच रहे थे उन्हें इस अवधि में कोई शुभ समाचार मिलेगा।
उपाय: भगवान शिव को हरी दूर्वा अर्पित करें।
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बुध मीन राशि के चौथे और सातवें घर के स्वामी होते हैं। अब वे 10 सितंबर को आपके सप्तम भाव में वक्री होंगे। ऐसे में इस समय आपको साझेदारी में या साझेदारी आधारित व्यवसाय में व्यापार करते समय सबसे अधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता होगी। क्योंकि वो व्यापारी जातक जो पार्टनरशिप के व्यवसाय से जुड़े हैं उनको बुध देव किसी प्रकार का कोई नुकसान होने की आशंका बनाएंगे। ऐसे में व्यापार संबंधित किसी भी सौदे पर हस्ताक्षर करने से पहले हर दस्तावेज को ठीक से पढ़ें। साथ ही आपको आंख मूंदकर हर किसी पर भरोसा करने से भी बचना होगा।
प्रेम संबंधों की बात करें तो शादीशुदा जातकों का दांपत्य जीवन कुछ तनावपूर्ण रहेगा। क्योंकि आशंका है कि आपके और साथी के बीच गलतफहमी उत्पन्न होने से आपस में बात-बात पर विवाद की स्थिति बनी रहे। इसलिए किसी भी बात को अपने मन में रखने की बजाय उसे साथी के साथ बातचीत के जरिए हल करने की कोशिश करें। वहीं कई जातकों को अपने ससुराल पक्ष से भी कुछ कष्ट मिल सकता है।
पारिवारिक जीवन में भी आपको तानाशाही न करते हुए हर फैसला लेते समय घरवालों से सलाह-मशवरा करना होगा। कई जातक अपने परिवार में किसी प्रकार के कार्यक्रम के संपन्न होने से अपने परिजनों से मुलाक़ात करने में सफल होंगे। इस राशि के छात्रों के लिए समय कुछ प्रतिकूल रह सकता है। इसके पीछे का कारण उनकी स्मरण शक्ति में आई कमी रहेगी और इसकी वजह से वे अपना अच्छा प्रदर्शन देने में सक्षम नहीं होंगे। हालांकि आर्थिक दृष्टिकोण से इस समय आपका वित्तीय पक्ष मजबूत होगा। इसके परिणामस्वरूप यदि धन से जुड़ी कोई पूर्व में समस्या आ रही थी तो वो इस दौरान दूर होने से आप खुद को तनावमुक्त रखने में सफल होंगे।
उपाय: भगवान विष्णु और उनके अवतारों से संबंधित पौराणिक कथाएं पढ़ें व सुनें।
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