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बुध का कुंभ राशि में गोचर- 11 मार्च 2021

वैदिक ज्योतिष में बुध ग्रह को बुद्धि, वाणी, धन, तर्क, संवाद और व्यापार का कारक माना जाता है। बुध ग्रह हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में बुध ग्रह उच्च का होता है, तो उस व्यक्ति में आकर्षण शक्ति बहुत अधिक होती है। बुध ग्रह बुद्धिमत्ता, ग्रहणशील क्षमता, मजबूत निर्णय लेने, याद रखने, सोच, ज्ञान, व्यवहार कौशल, सूचना और गहन अध्ययन का प्रतीक है। किसी व्यक्ति के जीवन के इन सभी पहलुओं में सफलता प्राप्त करने के लिए जन्म कुंडली में बुध की स्थिति देखी जाती है।

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कुंभ राशि में बुध का गोचर- समय और महत्व

बुध 11 मार्च 2021 को दोपहर 12 बजकर 25 मिनट पर मकर राशि से निकलकर कुंभ राशि में प्रवेश करेगा। इसके बाद 31 मार्च 2021 तक यह कुम्भ राशि में ही स्थित रहेगा और फिर 1 अप्रैल को दोपहर 12 बजकर 33 मिनट पर मीन राशि में प्रवेश करेगा।

बुध के कुंभ राशि में गोचर के साथ, व्यक्ति के सोच-विचार अधिक प्रगतिशील हो जाते हैं। यह संकेत मानसिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए जाना जाता है, और इस अवधि के दौरान, अपनी कार्यक्षमता में कैसे विस्तार किया जाए आप इस विषय पर ज़्यादा चिंतन करने लगते हैं। साथ ही आपका दिमाग सामान्य समय की तुलना में अधिक तेज़ गति के साथ चलने लगता है और मस्तिष्क अच्छे विचारों का भंडार बन जाता है।

जब बुध ग्रह कुम्भ राशि से होकर गोचर करता है, तो व्यक्ति भावनात्मक रूप से जुड़ी चीज़ों को अधिक व्यवहारिक होकर समझने और देखने लगता है, जिसकी वजह से स्थिति का सही आंकलन करने में भी मदद मिलती है। कुछ परिस्थितियों में कुंभ राशि में बुध का गोचर आपकी भावनाओं पर हावी भी हो सकता है। इस दौरान आप थोड़े असंवेदनशील हो सकते हैं, इसलिए आपको इस समय के दौरान लोगों के साथ बातचीत करते समय अपनी वाणी पर नियंत्रण रखने की पूरी कोशिश करनी चाहिए।

चलिए अब जानते हैं कि बुध का कुम्भ राशि में यह गोचर आपके जीवन में क्या बदलाव लाएगा।

Click here to read in English : Mercury transit in Aquarius 11 March 2021

यह राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है। जानें अपनी चंद्र राशि : चंद्र राशि कैलकुलेटर

मेष राशि

बुध आपके तीसरे और छठे भाव का स्वामी है और यह आपके ग्यारहवें घर में गोचर करेगा। बुध का यह गोचर आपके लिए काफी लाभप्रद रहने वाला है। इस दौरान आपको कई जगहों से आर्थिक लाभ होगा और आपकी कड़ी मेहनत का आपको फल मिलेगा। यह गोचर प्रेम संबंधों में पड़े लोगों के लिए भी बेहद शुभ रहने वाला है। इस राशि के सिंगल जातकों के जीवन में किसी खास का आगमन हो सकता है। यदि आप पहले से प्रेम संबंधों में पड़े हैं और अपने साथी से विवाह के बंधन में बंधना चाहते हैं तो यह समय आपके लिए अति उत्तम है। बुध का यह गोचर आपकी लेखन शक्ति को काफी अच्छा करेगा और इस समयावधि में आप काम के सिलसिले में छोटी दूरी की यात्राएं भी कर सकते हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं में हिस्सा लेने वाले विद्यार्थियों के लिए भी यह समय अच्छा रहेगा। सेहत की बात करें तो, इस दौरान आपके खाने-पीने की आदतें और शारीरिक व्यायाम आदि आपको स्वस्थ रखने में मदद करेंगे।

उपाय: बुधवार के दिन शिवलिंग का शहद से अभिषेक करें।

वृषभ राशि

बुध आपके दूसरे और पांचवें भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान यह आपके दसवें घर में प्रवेश करेगा। दसवाँ घर करियर, नाम और प्रसिद्धि को दर्शाता है। इस अवधि के दौरान आपको अपने करियर में वृद्धि और सफलता मिलने की संभावना है। आपके कार्यक्षेत्र में बदलाव आपके लिए अच्छा लाभ लेकर आएगा। आर्थिक रूप से, यह अवधि धन संबंधी मामलों और निवेश के लिए बहुत अनुकूल रहेगी। इस अवधि में किया गया निवेश आपके लिए फ़ायदेमंद रहेगा। पारिवारिक व्यवसाय में शामिल लोगों के लिए, बुध का यह गोचर आपके बिज़नेस के विस्तार के लिए एक शानदार समय हो सकता है। वहीँ बात करें आपके व्यक्तिगत जीवन की तो, आपके रिश्ते सुखद होंगे, क्योंकि आप सभी को खुश रखने की पूरी कोशिश करते नज़र आएँगे। आपके पिता के साथ समबन्धों में भी मज़बूती आएगी और इस अवधि में आपको अपने माता-पिता से आर्थिक सहायता भी मिल सकती है। आपके बच्चे इस दौरान आपकी खुशी का स्रोत बनेंगे।

उपाय: बुध की होरा में बुध मंत्र का जाप करें।

मिथुन राशि

बुध आपके लग्न और चौथे भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान यह आपके नवें घर में प्रवेश करेगा। नवम भाव भाग्य और समृद्धि को दर्शाता है। आप इस गोचर के दौरान काफी सकारात्मक और आशावादी रहेंगे। इस समय के दौरान आपका झुकाव आध्यात्मिकता की ओर होगा और इसकी मदद से आपको आनंद और शांति की प्राप्ति होगी। व्यावसायिक रूप से यह अवधि बहुत शुभ रहेगी, और आप सभी बाधाओं को नियंत्रित करने में भी सक्षम होंगे। काम से संबंधित यात्राएं फ़ायदेमंद होगी, और इस दौरान आप लंबी दूरी की तीर्थ यात्रा पर भी जा सकते हैं। इस गोचर के दौरान, आपका आत्मविश्वास ऊँचा रहेगा, और आप अपने कार्यस्थल पर अपने विचारों और सुझावों को बेहतरीन तरीके से व्यक्त करके दूसरों को प्रभावित कर पाएंगे। व्यवसाय की दृष्टि से, यह समय अपनी कार्यशैली में सुधार लाने और नई नीतियों को पेश करने के लिए अनुकूल होगा। आयात और निर्यात और विदेशी योजनाओं से जुड़े लोगों को इस अवधि के दौरान सफलता मिलने की संभावना है। व्यक्तिगत मोर्चे पर, बुध का यह गोचर आपके लिए बहुत अनुकूल होगा। इस समयावधि में आप घर में सभी के साथ नए और मजबूत संबंध विकसित करेंगे।

उपाय: प्रतिदिन सुबह घर में कपूर जलाएं।

कर्क राशि

बुध आपके तीसरे और बारहवें भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान यह आपके आठवें घर में प्रवेश करेगा। आठवां भाव जादू-टोने और अचानक से होने वाले हानि/ लाभ को दर्शाता है। इस अवधि के दौरान, अपने काम में आपको काफी उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। यह स्थिति आपको काफी हतोत्साहित भी कर सकती है, जिससे आपको लगेगा कि आपकी कड़ी मेहनत का पूरा फल आपको नहीं मिल रहा है। इस अवधि के दौरान, आपको सोच-समझकर बोलने की ज़रूरत है। सेहत की बात करें तो आपको त्वचा संबंधी कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। आपको सलाह दी जाती है कि इस दौरान अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें। इस गोचरकाल के दौरान यात्रा करने से बचें क्योंकि यात्रा करना आपके लिए ज़्यादा लाभकारी नहीं होगा। यह अवधि उन लोगों के लिए उपयुक्त है, जो अनुसंधान या जांच-आधारित गतिविधियों से जुड़े हुए हैं। व्यक्तिगत रूप से, आपके संचार कौशल और कूटनीतिक व्यवहार से आपको अपने परिवार के सदस्यों, समुदाय और सामाजिक मंडल का दिल जीतने में मदद मिलेगी। आपको इस दौरान अपने ससुराल से कोई उपहार और समर्थन मिलने की संभावना है।

उपाय: बुधवार को हरे कपड़े या खाद्य पदार्थों का दान करें।


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सिंह राशि

बुध आपके दूसरे और ग्यारहवें भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान यह आपके सातवें घर में प्रवेश करेगा। सातवाँ भाव विवाह और साझेदारी को दर्शाता है। यह गोचर आपके लिए अनुकूल परिणाम लाने वाला है। इस गोचर के दौरान, आपकी आय अच्छी होगी और कई व्यापारिक सौदे भी आप करेंगे। इस अवधि में व्यावसायिक साझेदारी फलदायी रहेगी और व्यापार का विस्तार भी होगा। हालाँकि, आपको सलाह दी जाती है कि साझेदारी में किसी नए काम को शुरू करने से बचें। इस गोचर की अवधि के दौरान, सही दिशा में आपके निरंतर प्रयासों के कारण आपका व्यवसाय बढ़ेगा और समृद्ध होगा। यदि आप इस अवधि में अपना कोई नया बिज़नेस शुरू करना चाहते हैं, तो यह समय उसके लिए एकदम सही है, क्योंकि आप इस अवधि में जो भी शुरू करेंगे, उसमें सफलता प्राप्त करेंगे क्योंकि भाग्य इस दौरान आपके साथ है। बुध का यह गोचर विवाहित जातकों के लिए थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है। आपको अपने और जीवनसाथी के स्वास्थ्य की अतिरिक्त देखभाल करने की आवश्यकता होगी। आपको सलाह दी जाती है कि आपको इस गोचरकाल के दौरान अपनी भावनाओं को अच्छे से व्यक्त करना चाहिए और अपने रिश्ते में अहंकार और वर्चस्व दिखाने से बचना चाहिए।

उपाय: रोजाना सुबह गजेंद्र मोक्ष स्तोत्रम का पाठ करें।

कन्या राशि

बुध आपके लग्न और दसवें भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान यह आपके छठे घर में प्रवेश करेगा। छठा भाव ऋण, रोगों और शत्रुओं को दर्शाता है। इस अवधि के दौरान, स्वास्थ्य कारणों या फिर पेशेवर प्रतिबद्धताओं की वजह से आपके और आपके जीवनसाथी के बीच की दूरी बढ़ सकती है। सेहत की बात करें तो, आपको संतुलित आहार लेने और तनाव और चिंता को दूर करने के लिए नियमित ध्यान का अभ्यास करने की सलाह दी जाती है। इस अवधि के दौरान, आपके खर्चें बढ़ सकते हैं, जिसकी वजह से आपको तनाव और चिंता होने की संभावना है। थोड़ी सी भी असावधानी संभवतः आपको परेशानी में डाल सकती है, इसलिए सावधान रहें। करियर के मोर्चे पर, आप अपनी नौकरी में अनुकूल परिणाम प्राप्त करने में सक्षम होंगे, और आपके प्रयास आपको दीर्घकालिक लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करेंगे। इस गोचरकाल के दौरान आपका प्रमोशन भी हो सकता है। इसके साथ ही, आपको कार्यक्षेत्र में वरिष्ठों और सहकर्मियों से सराहना मिलने की संभावना भी है। इस अवधि के दौरान, आपके दुश्मन आपको कुछ परेशानी में डाल सकते हैं, इसलिए यह सलाह दी जाती है कि किसी भी तर्क में शामिल न हों या किसी के साथ लड़ाई न करें। कुल मिलाकर यह अवधि आपके लिए औसत साबित होगी।

उपाय: शुभ फल पाने के लिए एक मुखी रुद्राक्ष पहनें ।

तुला राशि

बुध आपके नौवें और बारहवें भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान यह आपके पांचवें घर में प्रवेश करेगा। पांचवां भाव प्रेम, रोमांस, शिक्षा और बच्चों को दर्शाता है। यह अवधि आपके लिए शानदार साबित होगी, क्योंकि आपकी आय में तेजी से वृद्धि होगी, और आपकी योजनाएं बिना किसी बाधा के आगे बढ़ेगी। आप इस दौरान सभी प्रतिस्पर्धा को पार करेंगे, और आप अपने प्रतिद्वंद्वियों को कड़ी चुनौती देने और बेहतर लाभ प्राप्त करने में सक्षम होंगे। व्यक्तिगत रूप से, यह अवधि प्रेमियों के लिए अनुकूल रहने की संभावना है। जो लोग विवाहित हैं, वे किसी यात्रा पर जा सकते हैं, जिससे आपके संबंध मज़बूत होंगे। साथ ही यह अवधि विवाह के बंधन में बंधने लिए भी अनुकूल रहने वाली है। आर्थिक रूप से, यह गोचरकाल आपके लिए शुभ रहेगा, और भाग्य आपके पक्ष में होगा। यह अवधि उन जातकों के लिए उपयुक्त है, जो रचनात्मक क्षेत्रों से जुड़े हैं। आप अपने वरिष्ठों को प्रभावित करने में सक्षम होंगे। सेहत के लिहाज़ से, यह आपके लिए एक अनुकूल अवधि होगी, लेकिन फिर भी, आपको नियमित रूप से व्यायाम करने की सलाह दी जाती है। कुल मिलाकर, तुला राशिवालों के लिए यह गोचर शुभ साबित होगा ।

उपाय: प्रतिदिन तुलसी के पौधे की पूजा करें।


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वृश्चिक राशि

बुध आपके आठवें और ग्यारहवें भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान यह आपके चौथे घर में प्रवेश करेगा। चौथा भाव विलासिता, आराम, भूमि और माता को दर्शाता है। इस अवधि के दौरान, आपको ऐसे अवसर मिल सकते हैं जो बहुत ही आकर्षक लगेंगे, जैसे कि लॉटरी और जुआ। संपत्ति की बिक्री से संबंधित अच्छे लाभ आपको मिलने की संभावना है। परिवार का माहौल बहुत अनुकूल होगा, और पारिवारिक मेलजोल के लिए यह एक अच्छा समय हो सकता है। आर्थिक रूप से यह अवधि आपके लिए फ़ायदेमंद साबित होगी, क्योंकि आय में वृद्धि हो सकती है, और आपको भविष्य में वृद्धि और विकास का अवसर मिलेगा। छात्रों के लिए यह अवधि उचित है, क्योंकि इस समय उन्हें अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने और परीक्षाओं में अच्छा प्रदर्शन करने में मदद मिलेगी। सेहत की बात करें तो इस गोचरकाल के दौरान अपने स्वास्थ्य पर ध्यान रखें, क्योंकि अचानक उतार-चढ़ाव के कारण कुछ मानसिक तनाव पैदा हो सकता है।

उपाय: "ऊँ भ्रां भ्रीं भ्रौं बुधाय नमः" मंत्र का रोज 108 बार जाप करें।

धनु राशि

बुध आपके सातवें और दसवें भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान यह आपके तीसरे घर में प्रवेश करेगा। तीसरा भाव छोटे भाई-बहनों, शौर्य और पराक्रम को दर्शाता है। इस अवधि के दौरान, आपके द्वारा साझेदारी में किये जा रहे व्यवसाय में वृद्धि होगी, और यह समय पैसों के लेनदेन के लिए एकदम सही है। आप अपने भाई-बहनों के साथ आनंदमय समय बिताएँगे। इस गोचरकाल में आप किसी यात्रा पर जा सकते हैं, जो आपको आनंद और धन की प्राप्ति करा सकता है। हालाँकि आपको अपनी यात्राओं के दौरान सतर्क रहने की सलाह दी जाती है। यह समय अपने संचार का उपयोग करने और अपने रिश्तेदारों के साथ अपने संबंध को बढ़ाने के लिए उत्तम है। आपको प्रसिद्धि और भाग्य का साथ मिल सकता है। सेहत की बात करें तो, आप इस समय के दौरान आप अच्छे स्वास्थ्य का आनंद लेंगे, लेकिन फिर भी आपको यह सलाह दी जाती है कि एक बार अपने स्वास्थ्य की जांच ज़रूर करा लें।

उपाय: बुधवार के दिन अपनी क्षमता के अनुसार दान करें।

मकर राशि

बुध आपके छठे और नौवें भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान यह आपके दूसरे घर में प्रवेश करेगा। दूसरा भाव परिवार, धन और वाणी को दर्शाता है। इस अवधि के दौरान, आप अपनी बुद्धि से सभी को प्रभावित करेंगे। आपका भाग्य आपको इस अवधि में अधिकतम लाभ प्राप्त करने में मदद करेगा। यह समय आपको अपने वित्त में बढ़ोतरी करने में मदद करेगा। आप घर और बाहर अच्छे भोजन का आनंद लेंगे, लेकिन किसी भी चीज़ का अत्यधिक सेवन आपके स्वास्थ्य के लिए परेशानी खड़ी कर सकता है, इसीलिए थोड़ा संभलकर रहें। इस गोचरकाल में अपने परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य की देखभाल भी आपकी प्राथमिकता होनी चाहिए। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे इस गोचर के किसी भी चिंता या तनाव को अपने ऊपर हावी न होने दें।

उपाय: रविवार को गरीबों और ज़रूरतमंदों को गेहूं दान करें।


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कुम्भ राशि

बुध आपके पांचवें और दसवें भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान यह आपके लग्न भाव यानि पहले घर में प्रवेश करेगा। बुध ग्रह का यह गोचर आपके लिए शुभ रहने वाला है। परिवार और दोस्तों के साथ आपके रिश्ते पहले से ज्यादा मजबूत होंगे। इस दौरान अपने सेहत की उचित देखभाल करना आपके लिए आवश्यक है, क्योंकि आपको कुछ स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आपको इस अवधि में कुछ अच्छे लाभ भी प्राप्त होंगे। हालाँकि, ख़र्चों पर नियंत्रण रखने से आपको इस अवधि में अपने लक्ष्य तक पहुँचने में आपको मदद मिलेगी। जिन लोगों का व्यवसाय साझेदारी में है, उनके रिश्ते पहले से ज़्यादा मजबूत होंगे। आपको सलाह दी जाती है कि अपने व्यस्त जीवन और अत्यधिक कार्यों के बोझ के कारण, अपने स्वास्थ्य की उपेक्षा न करें और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें। कुल मिलाकर यह अवधि आपके लिए अनुकूल साबित होगी।

उपाय: "ओम नमो भगवते वासुदेवाय नमः" का जाप करें।

मीन राशि

बुध आपके चौथे और सातवें भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान यह आपके बारहवें घर में प्रवेश करेगा। बारहवां भाव अस्पताल में भर्ती होने, खर्च और विदेशी लाभ को दर्शाता है। इस अवधि के दौरान, आपका झुकाव विलासिता की ओर होगा और आप जीवन में फैंसी चीजों को शामिल करना चाहेंगे। इस अवधि के दौरान आप यात्रा पर भी जा सकते हैं, और आप उच्च पदों पर बैठे लोगों के साथ संपर्क स्थापित करेंगे, जो लंबे समय में आपके लिए फायदेमंद होगा। इस गोचरकाल के दौरान जीवनसाथी के साथ कुछ ग़लतफहमी होने की भी संभावना है, इसलिए अपने साथी के साथ शांति और विनम्रता से पेश आएं। संपत्ति संबंधी मामलों से दूर रहें और अपने परिवार के साथ अच्छा समय बिताने की कोशिश करें। इस दौरान धार्मिक कार्य आपके जीवन में मानसिक शांति ला सकते हैं। सेहत की बात करें तो, स्वास्थ्य की उचित देखभाल करें क्योंकि आपके या आपके परिवार के सदस्यों में से किसी को स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। जो लोग निर्यात और आयात से संबंधित हैं, आपके लिए यह अवधि अनुकूल है और वहीँ जो व्यावसायिक क्षेत्रों में हैं, उन्हें सावधान रहने की सलाह दी जाती है। कुल मिलाकर यह गोचर आपके लिए औसत रहने वाला है।

उपाय: विवाहित महिला को हरी चूड़ियाँ भेंट करें।


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