वक्री गुरु का मकर राशि में गोचर (15 सितंबर 2021)
गुरु को ज्योतिष में एक ज्ञानी ग्रह के रूप में जाना जाता है। यह सभी ग्रहों में सबसे शुभ ग्रह माना जाता है। गुरु ग्रह की पूजा अर्चना की जाती है और इसे सिद्धि और स्थिरता का ग्रह भी माना जाता है। गुरु उत्तर-पूर्व दिशा का मालिक है, यह पुरुष ग्रह माना जाता है, आकाश इसका कारक और इसका शुभ रंग पीला है। अन्य भावों की तुलना में गुरु का प्रभाव केंद्र स्थान में बहुत अधिक होता है।
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गुरु के मित्र ग्रहों में सूर्य, चंद्रमा और मंगल आते हैं और शनि के प्रति यह तटस्थ रहता है वहीं बुध और शुक्र को इसका शत्रु माना जाता है। गुरु को कर्क राशि में उच्च का और मकर राशि में नीच का माना जाता है। गुरु को ज्योतिष की दुनिया में सबसे अधिक लाभकारी ग्रहों में से एक माना जाता है और यह भाग्य और सम्मान प्राप्ति का भी मुख्य कारक माना जाता है। गुरु का यह गोचर कई नए अवसर लेकर आ सकता है, इस दौरान लोगों के उत्साह में वृद्धि हो सकती है, रुके काम फिर से बन सकते हैं। शिक्षा, यात्रा, प्रकाशन, व्यवसाय आदि में सफलता प्राप्त होने के भी संयोग हैं। इस दौरान लोगों के कई काम बन सकते हैं। हालांकि यह गोचर कुछ लोगों के लिए चुनौतीपूर्ण भी हो सकता है।यह गोचर कुछ लोगों के लिए बहुत अच्छा और कुछ के लिए चुनौतीपूर्ण होने वाला है। गुरु मानसिक शक्ति, उत्साह, पेशेवर कौशल और आपकी प्रतिभा को प्रभावित करता है। यह किसी के व्यक्तिगत पेशेवर जीवन को बल देता है। गुरु ग्रह स्थिति के अनुसार सभी 12 राशि के जातकों को अच्छे और बुरे दोनों तरह के परिणाम देता है। गुरु का गोचर शनि की युति के साथ होगा इसलिए इस गोचर को बहुत ही अनोखा माना जाता है क्योंकि इस गोचर का प्रभाव लंबे समय तक रहेगा। वक्री गुरु के इस गोचर के दौरान कुछ महत्वपूर्ण घटनाएं हो सकती हैं। दुनिया के कुछ हिस्सों में भूकंप आने की प्रबल संभावना है। साथ ही राजनीतिक उथल-पुथल होने की भी संभावना है।
मकर राशि में वक्री गुरु का गोचर 15 सितंबर 2021 को सुबह 4:22 बजे होगा, यह ग्रह 20 नवंबर 2021 को सुबह 11:23 बजे तक मकर राशि में ही रहेगा और उसके बाद कुंभ राशि में गोचर कर जाएगा।
आइए देखते हैं कि सभी 12 राशियों पर इस गोचर का क्या प्रभाव पड़ेगा-
यह राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है। इसके अलावा व्यक्तिगत भविष्यवाणी जानने के लिए ज्योतिषियों के साथ फ़ोन पर या चैट पर जुड़े ।
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मेष
मेष राशि के जातकों के लिए, गुरु नौवें और बारहवें भाव का स्वामी है और करियर, नाम और प्रसिद्धि के आपके दसवें भाव में इस ग्रह का वक्री अवस्था में गोचर होगा। इस गोचर के दौरान इस राशि के जातक उपलब्धियां प्राप्त करेंगे क्योंकि गुरु आपके कर्म के घर में होंगे। व्यावसायिक रूप से, इस गोचर के दौरान आपका कोई बड़ा सपना सच हो सकता है, और आपको सराहना मिल सकती है। व्यवसाय से संबंधित यात्रा भी हो सकती है, जो लाभदायक सिद्ध होगी। इस गोचर के दौरान इस राशि के नौकरीपेशा लोगों को पदोन्नति या वेतन में वृद्धि मिल सकती है। आपको भविष्य की योजनाओं की बेहतर समझ के साथ कदम से कदम मिलाकर अपने करियर की योजनाएं बनाने की सलाह दी जाती है। आर्थिक रूप से आप सहज महसूस करेंगे क्योंकि दूसरे भाव पर गुरु की सकारात्मक दृष्टि होगी, यह भाव अर्थ और परिवार के सदस्यों के साथ जुड़ा हुआ है। जरूरी खर्चों के लिए आपको पर्याप्त धन रखने की सलाह दी जाती है। रिश्ते नातों की बात की जाए तो आप सब कुछ बहुत चतुराई से संभालेंगे, क्योंकि आप निजी जीवन में शांति और सद्भाव बनाए रखना चाहते हैं, ताकि आप अन्य महत्वपूर्ण चीजों पर ध्यान केंद्रित कर सकें। इस अवधि के दौरान बच्चों और परिवार के सदस्यों की मांगें बढ़ सकती हैं और परिवार में कोई मांगलिक कार्य भी हो सकता है। शादीशुदा जोड़े आनंदमय जीवन का अनुभव करेंगे। अतीत में जो पारिवारिक मुद्दे पारिवारिक मुद्दे आफको परेशान कर रहे थे वह हल हो सकते हैं। स्वास्थ्य जीवन की बात की जाए तो आप समय का आनंद ले सकते हैं। हालांकि, छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याओं को नजरअंदाज न करें और परेशानी से बचने के लिए जरूरी उपाय लें। खुद को वायरल संक्रमण से बचाने के लिए एहतियाती उपाय करें।
उपाय: अपने माथे पर हल्दी या नारंगी चंदन का लेप लगाएं।
वृषभ
वृषभ राशि के जातकों के लिए गुरु आठवें और ग्यारहवें भाव का स्वामी है। यह ग्रह धर्म, अंतर्राष्ट्रीय यात्राओं, भाग्य और पिता के साथ संबंध आपके नौवें भाव में वक्री अवस्था में गोचर कर रहा है। इस गोचर के दौरान आपको भाग्य का साथ मिलेगा। पेशेवर जीवन पर नजर डाली जाए तो, वह नौकरी के अवसर जिनकी तलाश आप लंबे समय से कर रहे थे वह आपको मिल सकते हैं। जो लोग विदेश में नौकरी करने की चाह रखते हैं उन्हें भी गुरु गुरु का आशीर्वाद मिलेगा। आपके ईमानदार प्रयासों के चलते इस समय आपको पदोन्नति और पहचान मिल सकती है। आपका पेशेवर जीवन संतोषजनक रहेगा और वरिष्ठों का सहयोग आपको प्राप्त होगा। आपको अपने लक्ष्यों में सफलता मिलेगी। इस अवधि में आपको अपनी मित्र मंडली और रिश्तेदारों के बीच नाम प्रसिद्धि और सम्मान मिलेगा। आर्थिक रूप से, आपकी आय का प्रवाह आपके लिए अनुकूल और संतोषजनक रहेगा। आपको आय के कुछ नए स्रोत भी मिल सकते हैं और इस चरण के दौरान आपको कोई बड़ा खर्च नहीं होगा। आने वाले समय के लिए अच्छी आर्थिक योजना बनाएं और आकस्मिक खर्चों के लिए वित्त का प्रबंधन करना सीखें। विवाहित जोड़े अपने जीवनसाथी के साथ एक खुशहाल और आनंदित गुजार सकते हैं। इस राशि के जो जातक प्रेम संबंध में हैं वो बेहतर समझ और गुरु के प्रभाव के कारण अपने संगी के साथ संबंधों में सुधार देखेंगे। इस समय के दौरान सिंगल जातक शादी कर सकते हैं क्योंकि आपके किसी रिश्ते में प्रवेश करने की पूरी संभावना है। आपको आध्यात्मिक और धार्मिक गतिविधियों में भी इस राशि के जातक इस दौरान शामिल हो सकते हैं। इस गोचर के दौरान आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। आपके पिता का स्वास्थ्य भी इस दौरान बेहतर होगा।
उपाय: पीले रंग के वस्त्र पहनने से जीवन में सकारात्मकता आएगी।
मिथुन
मिथुन राशि के जातकों के लिए गुरु भगवान सातवें और दसवें भाव के स्वामी हैं और आपके गुप्त विज्ञान, वंशानुक्रम और अचानक लाभ / हानि के आठवें घर में इनका वक्री अवस्था में गोचर हो रहा है। पेशेवर रूप से इस गोचर के दौरान, व्यवसाय करने वाले जातक ग्राहकों से अच्छे सौदे प्राप्त करेंगे। हालांकि, कारोबारियों को इस समय सामान की डिलीवरी करने में कठिनाई हो सकती है। इस गोचर के दौरान, आपके द्वारा अनुभव की जा रही कठिन परिस्थितियों के बारे में ग्राहकों को जागरूक रखें। नौकरी पेशा लोगों को अधिक परिश्रम करने की आवश्यकता है और अपने कार्यस्थल पर अच्छी स्थिति को बनाए रखने के लिए अधिक आउटपुट देने की कोशिश करनी चाहिए। आर्थिक रूप से, सचेत रहना होगा इस समय किसी से उधार लेने या किसी को उधार देने से बचें। यह गोचर बीमा, पीएफ, लोन जैसे मुद्दों के लिए भी अहम हो सकता है। विवाहित जोड़ों को अपने साथी के साथ संवाद करते समय सावधानी बरतने की आवश्यकता है क्योंकि इससे गलतफहमी और संघर्ष की कुछ स्थितियां पैदा हो सकती हैं। प्रेमी-प्रेमिकाओं के लिए यह एक अच्छी अवधि है क्योंकि आप इस गोचर के दौरान एक अच्छे रिश्ते का आनंद लेंगे। इस अवधि के दौरान मिथुन राशि के जातक परिवार के साथ जुड़ेंगे। स्वास्थ्य जीवन पर नजर डाली जाए तो आपको अपने स्वास्थ्य और अपने पति या पत्नी और परिवार के बुजुर्ग सदस्यों के स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना चाहिए। इस गोचर के दौरान अनावश्यक यात्रा से आपको बचना चाहिए। स्वास्थ्य के मुद्दों के बारे में उचित सावधानी बरतें।
उपाय: गुरुवार को गाय को गुड़ खिलाएं।
कर्क
कर्क राशि के जातकों के लिए गुरु छठे और नौवें भाव का स्वामी है और यह आपके विवाह और साझेदारी के सप्तम भाव में वक्री चाल में गोचर करेगा। इस गौचर के दौरान आप अपने सहकर्मियों और उच्च अधिकारियों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखेंगे और वेतन में वृद्धि की भी संभावना है। इस राशि के कुछ जातकों को नौकरी के बेहतर अवसर भी प्राप्त हो सकते हैं। करियर को बेहतर करने के लिए जो लक्ष्य आपने तय किये हैं उन्हें आप प्राप्त कर सकते हैं। कारोबारियों के लिए गोचर लाभकारी है। आपका व्यवसाय विस्तार आशाजनक बना रह सकता है और व्यापारिक साझेदार के साथ चल रहे विवाद का समाधान होने की संभावना है। जो लोग एक नया व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं वह भी इस दौरान आगे बढ़ सकते हैं। व्यवसायिक रूप से आप अच्छी स्थिति में रह सकते हैं और इस दौरान कोई बड़ा खर्चा भी नहीं होगा। अप्रत्याशित वित्तीय लाभ होने की भी संभावना है। जोखिम भरा निवेश करने से इस राशि के जातकों को बचना चाहिए। परिवार के सदस्यों के साथ रिश्ते में सुधार होगा, वैवाहिक जीवन में यदि किसी तरह की परेशानी चल रही थी तो वह भी इस दौरान दूर हो सकती है। प्रेम जीवन में भी कुछ सकारात्मक परिणाम मिलने की उम्मीद है। स्वास्थ्य के लिहाज से, सामान्य सर्दी और खांसी की समस्या इस दौरान आपको हो सकती है। स्वास्थ्य समस्याएं हैं तो रात को ज्यादा भारी भोजन करने से बचें और सुबह के समय हल्का-फुल्का व्यायाम अवश्य करें।
उपाय: भगवान विष्णु की पूजा करें और विष्णु सहस्त्रनाम का जाप करें।
सिंह
सिंह राशि के जातकों के लिए गुरु पंचम और आठवें भाव का स्वामी है। वर्तमान गोचर में यह आपके शत्रु भाव यानि कि षष्ठम भाव में वक्री अवस्था में गोचर करेगा। इस गोचर के दौरान नौकरी पेशा लोगों को मिले-जुले परिणाम प्राप्त होंगे हो सकता है कि आपको इस दौरान करियर क्षेत्र में अच्छे अवसर न मिलें। कार्यक्षेत्र में काम की अधिकता हो सकती है जिससे आप तनाव में आ सकते हैं। कार्यक्षेत्र में आ रही परेशानियों को दूर करने के लिए अपने जीवन में स्थिरता लाने की कोशिश करें। आपके रिश्तेनातों पर नजर डाली जाए तो किसी न किसी वजह से आप असहज या अशांत महसूस कर सकते हैं, इसलिए आपको किसी भी तरह की वाद-विवाद की स्थिति से दूर रहने की सलाह दी जाती है। यदि आप शादीशुदा हैं तो अपने साथी के साथ ईमानदार रहें और विवाहित जीवन को सुचारू रूप से चलाने की कोशिश करें। अगर आप ऐसा नहीं करते तो जीवनसाथी के साथ आपके टकराव हो सकते हैं। इस राशि के जातकों को इस दौरान कोई भी नया रिश्ता नहीं जोड़ना चाहिए और ग्रह नक्षत्रों की चाल को अपने अनुकूल होने तक इंतजार करना चाहिए। आर्थिक रूप से आप इस दौरान मजबूती पा सकते हैं। आर्थिक स्थिति को संतुलित और मजबूत बनाए रखने के लिए इस दौरान आपको धार्मिक कार्यों में पैसे का दान करना चाहिए। अपने आर्थिक पक्ष को लंबे समय तक मजबूत बनाए रखने के लिए पैसे की बचत अवश्य करें। आपको अपने स्वास्थ्य का इस गोचर के दौरान विशेष ध्यान रखना होगा छोटी-छोटी स्वास्थ्य समस्याएं आपको हो सकती हैं।
उपाय: गुरुवार के दिन व्रत रखें।
कन्या
कन्या राशि के जातकों के लिए गुरु चौथे और सातवें घर का स्वामी है और प्रेम, रोमांस और बच्चों के आपके पांचवें घर में यह वक्री स्थिति में गोचर कर रहा है। व्यावसायिक रूप से आप अपने अधीनस्थों, सहकर्मियों और वरिष्ठों के साथ अपने संबंधों को बेहतर बना सकते हैं। अपने कार्यक्षेत्र में कड़ी मेहनत और ईमानदारी प्रयासों के लिए, आप ईनाम और सराहना प्राप्त कर सकते हैं। आपकी टीम भी आपको उचित सम्मान देगी। कारोबारी मीटिंगों का भी इस दौरान लाभ मिलेगा और व्यावसायिक यात्रा के भी आसार हैं। विद्यार्थियों के लिए भी यह समय फायदेमंद होगा क्योंकि उन्हें वांछित संस्थान में प्रवेश मिल सकता है। पेशेवर पाठ्यक्रमों में उच्च अध्ययन के लिए आवेदन करने के लिए भी सही समय है। वित्तीय रूप से यह संपत्ति / वाहनों में निवेश करने का एक अच्छा समय हो सकता है क्योंकि लाभ मिलने के पूरे आसार हैं, यदि आप अपनी संपत्ति बेचने की योजना बना रहे हैं तो उससे भी आप अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। आपका समझदार रवैया आपके जीवनसाथी आपके रिश्ते में सुधार करेगा और आप एक सुखद और आनंदमय समय उनके साथ बिता सकते हैं। स्वास्थ्य जीवन पर नजर डालें तो खांसी और जुकाम जैसे छोटे-मोटे रोग हो सकते हैं, इस दौरान किसी भी तरह के वायरल संक्रमण से बचने के लिए जरूरी सावधानी बरतें।
उपाय: शिवलिंग पर मक्खन का लेप लगाएं।
तुला
तुला राशि के जातकों के लिए गुरु तीसरे और छठे घर का स्वामी है और आराम, माता, संपत्ति और खुशी के आपके चौथे घर में यह ग्रह गोचर करेगा। इस गोचर के दौरान जो जातक करियर को लेकर गंभीर हैं उनके लिए स्थिति अच्छी होगी और करियर क्षेत्र में बेहतर करने के लिए वह प्रेरित होंगे। कारोबार में उचित कार्य और मुनाफे के लिए इस राशि के कारोबारियों को कड़ी मेहनत करनी होगी। कुछ कारोबारियों को अच्छा सौदा करने का एक बड़ा अवसर मिलेगा। किसी भी रिश्ते में आपको अपने प्रियजन से वांछित प्रतिक्रिया इस दौरान नहीं मिलेगी जिससे तर्क-वितर्क या संघर्ष हो सकते हैं, जिनसे आपको बचना चाहिए। आर्थिक रूप से, सट्टेबाजी और स्टॉक मॉर्केट से आपको सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं, हालांकि आपकी कुंडली में शनि और गुरु की स्थिति पर भी यह निर्भर करता है। कुछ स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं आपको चिंतित कर सकती हैं। स्वास्थ्य की उचित देखभाल करें और संक्रमण से खुद को बचाने की कोशिश करें। पुत्री के विवाह के लिए यह अवधि अच्छी है। गर्भवती महिलाओं को साल की पहली तिमाही में अपना विशेष ख्याल रखने की सलाह दी जाती है।
उपाय: भगवान विष्णु की पूजा करें।
वृश्चिक
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए गुरु दूसरे और पांचवें भाव का स्वामी है और साहस, भाई-बहन, संचार और छोटी यात्राओं के आपके तृतीय भाव में इसका वक्री अवस्था में गोचर हो रहा है। पेशेवर जीवन पर नजर डाली जाए तो इस पारगमन के दौरान कार्यस्थल पर आपकी ज़िम्मेदारियाँ बढ़ने वाली हैं, इसलिए खुद को इसके लिए तैयार रखें। यदि आप अपने करियर में बदलाव करना चाहते हैं और विदेश जाना चाहते हैं, तो अपने प्रयासों को गति देने के लिए यह सही समय है, लेकिन नए संपर्क या नई नौकरी पाने के लिए ईमानदारी से प्रयास करना पड़ सकता है। जो लोग अपने प्रिय को प्रपोज करना चाहते हैं उनके लिए यह गोचर मिश्रित परिणाम देने वाला साबित होगा। जीवनसाथी के साथ भावनात्मक और शारीरिक दूरी की संभावना है। आर्थिक पक्ष को देखें तो इस दौरान अनावश्यक व्यय हो सकते हैं, हालांकि आर्थिक पक्ष में मामूली वृद्धि देखी जा सकती है। आप नियमित और आकस्मिक खर्चों का प्रबंधन करने में सक्षम होंगे। हालाँकि, आपको दीर्घावधि के लिए बजट प्लान करने की आवश्यकता है ताकि उन दिनों में यह काम आए जब धन की सबसे अधिक आवश्यकता होती है। स्वास्थ्य जीवन पर नजर डालें तो इस दौरान अपनी माँ के स्वास्थ्य का ध्यान रखें और खुद भी इस गोचर के दौरान उचित आहार और दिनचर्या का पालन करें।
उपाय: कुछ भी नया काम शुरू करने से पहले लगातार आठ दिनों तक मंदिर में हल्दी का दान करें।
धनु
धनु राशि के जातकों के लिए, गुरु पहले और चौथे भाव का स्वामी है और आपके परिवार, संचार और वाणी के दूसरे घर में इस ग्रह का वक्री अवस्था में गोचर हो रहा है। वित्तीय मोर्चे पर निवेश से इस अवधि में आप लाभ कमा सकते हैं और धन की बचत के लिए भी यह समय अनुकूल है, विशेष रूप पारिवारिक जीवन के लिए धन संचित करने के लिए। इस गोचर के दौरान आपको अपने निजी जीवन में कुछ बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है और इससे धनु राशि के जातक अपनी मानसिक शांति खो सकते हैं। इस राशि के जातकों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे हर स्थिति में शांत रहें और मानसिक और शारीरिक रूप से गलत दिशा में जाने से बचें। इस दौरान योग या ध्यान का अभ्यास करने की आपको सलाह दी जाती है। व्यावसायिक रूप से यह गोचर इस राशि के जातकों के लिए फायदेमंद हो सकता है यदि उनके व्यवसाय या पेशेवर जीवन में वृद्धि की संभावना है। आपको अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए बहुत अधिक मेहनत और समर्पण की जरूरत होगी। जो लोग अपनी नौकरी में बदलाव करना चाहते हैं या अपने व्यवसाय में विविधता लाना चाहते हैं उन्हें वांछित परिणाम प्राप्त करने के लिए ईमानदारी से निर्णय लेने की जरूरत होगी। इस समय धनु राशि के जातकों का शादीशुदा जीवन सुचारू रूप से चलेगा और ऐसे लोग जो शादी करने की योजना बना रहे हैं उनके लिए भी समय अच्छा होगा। प्रेम विवाह की योजना भी इस अवधि में बनाई जा सकती है। स्वास्थ्य के लिहाज से, इस राशि के जातक अपनी आंखों से संबंधित कुछ परेशानियां महसूस कर सकते हैं, यह समस्या बड़ी न हो इसलिए आपको तुरंत एक नेत्र रोग विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए। जो लोग किसी बीमारी से ग्रस्त हैं या जिनकी उम्र ज्यादा है उन्हें स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। स्वास्थ्य में आयी गड़बड़ी पर तुरंत प्रतिक्रिया लें। नियमित स्वास्थ्य जांच और उचित उपचार से आप कई परेशानियों से बच सकते हैं। उपाय: हर पूर्णिमा के दिन व्रत लें और सत्यनारायण कथा का श्रवण करें।
मकर
मकर राशि के जातकों के लिए गुरु तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी हैं और आत्मा और व्यक्तित्व के आपके पहले घर में यह वक्री स्थिति में गोचर कर रहे हैं। इस गोचर के दौरान इस राशि के जातकों का अपने प्रियजनों से संघर्ष हो सकता है और इसके कारण मानसिक शांति खराब हो सकती है। यह समय आपकी परीक्षा का समय माना जा सकता है और इस अवधि के दौरान भौतिकवादी सुखों में कमी आ सकती है। आपको यह सलाह दी जाती है कि धैर्य बनाए रखें और अति आत्मविश्वास से बचें और सभी के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखने की कोशिश करें। यह अवधि प्रेमी-प्रेमिकाओं के लिए अच्छी नहीं कही जा सकती। जो लोग शादी करने वाले हैं उनके जीवन में भी कुछ रुकावटें आ सकती हैं। व्यावसायिक जीवन पर नजर डालें तो इस दौरान कार्यस्थल पर माहौल बहुत अच्छा नहीं होगा। इस दौरान आपको वरिष्ठों के साथ अनावश्यक बहस से बचने की सलाह दी जाती है। साथ ही विपरीत परिस्थितियों में भी इस समय आपको ईमानदारी का रास्ता अपनाना चाहिए। आर्थिक पक्ष पर नजर डाली जाए तो लंबी अवधि में फायदा पाने की इच्छा से किये जा रहे निवेश के लिए यह अच्छा समय है। स्वास्थ्य पर नजर डाली जाए तो, दुनिया को प्रभावित करने वाली महामारी को ध्यान में रखते हुए आपको इस गोचर के दौरान बहुत सावधान रहने की जरूरत है। इस साल वायरल संक्रमण होने की संभावना है इसलिए जरूरी सावधानी बरतें और अपने आप को सुरक्षित और स्वस्थ रखें।
उपाय: गुरुवार को गुड़ खाने जाएं।
कुंभ
कुंभ राशि वालों के लिए गुरु द्वितीय और एकादश भाव का स्वामी है और आपके व्यय, हानि और मोक्ष के द्वादश भाव में यह गोचर कर रहा है। आर्थिक रूप से इस गोचर के दौरान आपके ख़र्च बढ़ सकते हैं और अनावश्यक ख़र्च आपको परेशान कर सकते हैं। संपत्ति से संबंधित मामलों से निपटने के लिए आपको सावधान रहने की सलाह दी जाती है क्योंकि धोखा मिलने की भी संभावना है। यदि आप अचल संपत्ति बेच रहे हैं तो आप सौदे को अंतिम रूप देने में समस्या का सामना कर करते हैं। परिस्थितियाँ आपको अपने परिवार से दूर रहने के लिए मजबूर कर सकती हैं और घरवालों से दूर जा सकते हैं या लंबी यात्रा पर निकल सके हैं। व्यावसायिक रूप से यह गोचर आपके लिए बहुत फलदायी नहीं कहा जा सकता है क्योंकि आपको नौकरी बदलने के लिए मजबूर किया जा सकता है। इसलिए आपको यह सलाह दी जाती है कि अपने पेशेवर जीवन से संबंधित मामलों में काम करते समय ध्यान रखें। आपके स्वास्थ्य पर नजर डाली जाए तो इस अवधि के दौरान आप खुद को तनावग्रस्त पा सकते हैं, कुछ चिंता आपको अकेला कर सकती हैं, इस दौरान आपको आध्यात्मिक मार्ग पर चलने की सलाह दी जाती है। इससे आप जीवन की वास्तविकता से रूबरू होंगे।
उपाय: भगवान शिव का रुद्राभिषेक करें।
मीन
मीन राशि के जातकों के लिए गुरु दसवें और पहले भाव का स्वामी है और लाभ, आय और इच्छाओं के आपके एकादश भाव में इसका वक्री अवस्था में गोचर होगा। इस गोचर की शुरुआत में आपको अच्छे और शुभ परिणाम मिलेंगे। यह वह समय है जब आपको अतीत में किए गए अपने परिश्रम का लाभ मिलने की संभावना है। आप ईमानदारी के साथ अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को निभाने में सफल रहे हैं तो आपको पुरस्कार के रूप में सराहना भी मिलेगी। पेशेवर रूप से, यह बहुत अच्छी अवधि होगी क्योंकि आप अपने काम में पूरी तरह से संतुष्टि महसूस करेंगे और अपने जीवन में आय के विभिन्न स्रोतों को उत्पन्न करने में भी सक्षम होंगे। आपको अपने वरिष्ठों और अधीनस्थों का पूरा सहयोग मिलेगा। वित्तीय रूप से, यह आपके लिए एक अच्छी अवधि है और इस दौरान किया गया निवेश आपको भविष्य में लाभ देगा। रिश्तेनातों पर नजर डालें तो आपको अपने दोस्तों और सामाजिक दायरे का पूरा साथ इस दौरान मिलेगा और वो आपके सहयोग के लिए तैयार रहेंगे। इस लिए यह अवधि आपको आशावादी बनाएगी। आपको अपने भाई-बहनों और परिवार के सदस्यों का भी पूरा सहयोग मिलेगा। विवाह जैसे शुभ कार्य भी इस गोचर के दौरान हो सकते हैं क्योंकि यह प्रेमी-प्रेमिकाओं के विवाह बंधन में बंधने का एक अच्छा समय है। आपको सलाह दी जाती है कि आप खुद को धर्मार्थ गतिविधियों में शामिल करें क्योंकि यह आपके लिए फायदेमंद साबित होगा। स्वास्थ्य जीवन पर नजर डालें तो, इस समय आपका स्वास्थ्य सामान्य रूप से अच्छा रहेगा लेकिन फिर भी स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम करने की आपको सलाह दी जाती है। जो लोग नये मेहमान का इंतजार कर रहे हैं वह भी इस दौरान खुशखबरी पा सकते हैं। यह गोचर जैसे-जैसे आगे बढ़ेगा वैसे-वैसे स्वास्थ्य समस्याएं कम होने लगेंगी।
उपाय: गुरु मंत्र का नियमित रूप से जाप करें।
हम आशा करते हैं कि आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आया होगा। एस्ट्रोसेज के साथ जुड़े रहने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।