शुक्र का वृषभ राशि में गोचर (4 मई 2021)
शुक्र ग्रह सौंदर्य कारक ग्रह माना जाता है और यह यह सूर्य के सबसे नजदीकी ग्रहों में से है। वृषभ राशि में शुक्र का गोचर इस अवधि के दौरान वाणी में आकर्षण और आकर्षक व्यक्तित्व लोगों को प्रदान करेगा। लोगों में उच्च विश्लेषणात्मक दृष्टि और तार्किक बुद्धि होगी, सुंदर और रचनात्मक चीजों के प्रति भी लोगों में आकर्षण देखा जा सकता है। इसके अलावा जो लोग आध्यात्म के क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहते हैं और ज्ञान अर्जित करना चाहते हैं उनके लिए भी यह समय अच्छा रहेगा।
शुक्र वह ग्रह है जो स्त्रैण गुणों का प्रतीक माना जाता है और प्रेम, सौंदर्य, विवाह, संतोष और विलासिता को भी दर्शाता है। ज्योतिष में इसे शुभ ग्रह के रूप में जाना जाता है, इसका मुख्य गुण जीवन, मनोरंजन और आनंद के साथ अपने पसंदीदा व्यक्ति के साथ जीवन व्यतीत करने से भी है।
जीवन की हर समस्या के समाधान के लिए विद्वान ज्योतिषियों से करें फोन पर बात
शुक्र जीवन के कई पहलुओं पर असर डालता है, अन्य लोगों के बारे में आपकी भावनाओं और लोगों की धारणा को भी यह प्रभावित करता है। किसी की कुंडली में मजबूत शुक्र यह सुनिश्चित करता है कि व्यक्ति अपने जीवन में सभी विलासिता और भौतिकवादी सुखों का अनुभव करेगा। हालांकि, कमजोर शुक्र रिश्तों में असफलता, वैवाहिक कलह, आंखों से संबंधित समस्याएं दे सकता है।
वृषभ राशि में शुक्र का गोचर 4 मई 2021 को दोपहर 1:09 बजे पर होगा और यह 28 मई 2021, 11:44 बजे तक इसी राशि में रहेगा, इसके बाद यह मिथुन राशि में प्रवेश कर जाएगा।
आइए देखते हैं कि वृषभ राशि में शुक्र का गोचर सभी राशियों के लिए कैसा है।
मेष
मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र द्वितीय और सप्तम भाव के स्वामी हैं और वर्तमान गोचरीय स्थिति में वह आपके द्वितीय भाव में गोचर करेंगे। यह गोचर आपके लिए फायदेमंद साबित होगा क्योंकि यह धन और आर्थिक मजबूती आपकी जिंदगी में लाएगा और आपके रिश्तों को भी बेहतर बनाएगा। आप समझदारी से काम लेंगे लेकिन आपको साहसी होने के साथ-साथ स्थिति को हाथ में लेकर चलने की जरूरत हो सकती है। आपको अपने खर्चों पर नजर रखनी होगी क्योंकि कुछ फालतू खर्च होने की संभावना है। जीवनसाथी के साथ आपके संबंध कुछ खराब हो सकते हैं। तो सावधान रहें और किसी भी गलतफहमी को बढ़ने न दें आपको शांत रहने और उचित संचार बनाए रखने की सलाह दी जाती है। अपने काम में अपनी आंतरिक रचनात्मकता को बाहर लाने के लिए यह अवधि अच्छी है, विशेष रूप से अपने सीनियर्स को दिखाएं की आपकी काबीलियत क्या है, यह आपको निकट भविष्य में लाभ देगा। पैसों के संबंध में आपको कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। यह बहुत चिंता की बात नहीं है क्योंकि यह एक अस्थायी चरण है। गोचर आपके स्वास्थ्य के लिए भी अनुकूल रहेगा। हालांकि आपको ठंडे खाद्य पदार्थों को खाने से बचना चाहिए अन्यथा आप सर्दी और खांसी या किसी तरह के वायरल संक्रमण से पीड़ित हो सकते हैं।
उपाय: शुक्रवार के दिन गणेश जी को चावल अर्पित करें।
वृषभ
वृषभ राशि के जातकों के लिए, शुक्र पहले और षष्ठम भाव के स्वामी है और यह गोचर आपके प्रथम भाव में ही होगा। प्रथम भाव आत्मा, मानसिक क्षमताओं और सांसारिक दृष्टिकोण को दर्शाता है। यह गोचर आपके जीवन में नाम और प्रसिद्धि लाएगा। सामाजिक दायरे में आपके लिए स्वीकृति का स्तर बढ़ेगा। आप कुछ शक्तिशाली / प्रभावशाली लोगों के संपर्क में आ सकते हैं। लोगों के साथ आपका संबंध व्यक्तिगत और वित्तीय मोर्चे पर आपकी योजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए अच्छी तरह से काम करेगा। यह आपके लिए एक बढ़िया समय है इस दौरान आप आत्मअवलोकन करें और उन मजेदार परियोजनाओं पर काम करें, जिन्हें आपने आगे बढ़ाया है। कुछ नया सीखें और खुद को विकसित करें। आपको मनोरंजन, खरीदारी आदि पर धन खर्च सोच समझकर करने की सलाह दी जाती है। अगर आप नई नौकरी की तलाश में हैं, तो यह गोचर आपके लिए अनुकूल रहेगा। आपको यह सलाह दी जाती है कि अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें क्योंकि छोटी बीमारियां आपको परेशान कर सकती हैं।
उपाय: ओपल रत्न धारण करें।
मिथुन
मिथुन राशि के जातकों लिए, शुक्र बारहवें और साथ ही पंचम भाव के स्वामी हैं और यह विदेश यात्रा, व्यय, हानि और मानसिक स्वास्थ्य के बारहवें भाव में गोचर कर रहे हैं। यह गोचर मानसिक रूप से आपको थोड़ा परेशान कर सकता है और आपको शादीशुदा जीवन में भी कुछ उलझनों का सामना करना पड़ सकता है। इस गोचर के दौरान, आपके लिए साधना, ध्यान और जरूरी कामों को समय पर निपटाना जरूरी है। शुक्र के इस गोचर के दौरान आप आलसी हो सकते हैं क्योंकि आप घर पर सिर्फ खाने और सोने में ही अपना दिन गुजार सकते हैं। इस पारगमन के दौरान, आपको विदेशों से बेहतर मौद्रिक लाभ हो सकता है। यदि आप आगे की पढ़ाई के लिए योजना बना रहे हैं तो आप विदेश में शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं। आपके साथी की स्वास्थ्य परेशानियों के कारण आपको कुछ वित्तीय अस्थिरता हो सकती है। आपका मन विलासिता और सुख-सुविधा की चीजों को खरीदने का हो सकता है। हालांकि, पैसे खर्च करने में अति न करें और भविष्य के लिए पैसे बचाने के बारे में सोचें। अपने वित्तीय मोर्चे को बेहतर बनाने के लिए कोई जोखिम न लें।
उपाय : प्रतिदिन गाय को हरा चारा खिलाएं।
कर्क
कर्क राशि वाले जातकों के लिए, शुक्र ग्यारहवें और चौथे घर का स्वामी है और इस गोचर के दौरान आपके एकादश भाव में गोचर कर रहा है। यह भाव मित्रों, लाभ, आय और इच्छाओं का प्रतिनिधित्व करता है। यह गोचर आपको रोमांटिक बना देगा और आप लोगों से जुड़ना चाहेंगे। आप राजनीतिक संबंध भी विकसित करेंगे और सांसारिक मामलों में भी रुचि लेंगे। इस अवधि के दौरान, आपके मित्र मंडल में भी विस्तार हो सकता है, आप गुणवान लोगों से इस दौरान मिलेंगे। आप इस गोचर के दौरान भौतिकवादी चीजों की ओर अधिक झुकाव रखेंगे। यह गोचर आपके प्रेम जीवन के लिए भी लाभदायक सिद्ध होगा। आप अपने साथी के साथ उम्दा समय बिता सकते हैं और आपके बीच आपसी समझ बेहतर भी होगी। प्रॉपर्टी से भी आपको लाभ मिलने की संभावना है साथ ही आपको अपने बड़े भाई-बहनों का अच्छा सहयोग मिलेगा।
उपाय : शुक्रवार के दिन श्री सूक्त का पाठ करें।
सिंह
सिंह राशि के जातकों के लिए, शुक्र दसवें और तीसरे घर का स्वामी है और वर्तमान गोचरीय स्थिति में यह ग्रह आपके करियर, प्रसिद्धि और सामाजिक स्थिति के दसवें भाव में गोचर करेगा। दशम भाव में शुक्र का गोचर करियर की सफलता में प्रमुख भूमिका निभा सकता है और आपको नई पहचान दिला सकता है। इस गोचर के दौरान, आप उच्च अधिकारियों के साथ अपने संबंधों में सुधार करेंगे जिससे आपको वित्तीय स्थिरता मिलेगी, आप अपने संचार कौशल में भी सुधार करेंगे जो आपके करियर में फायदेमंद साबित हो सकता है। अपने पिता से सलाह लेने से आपको आर्थिक रूप से आगे बढ़ने में मदद मिलेगी। यह गोचर आपके घरेलू मोर्चे के लिए फायदेमंद साबित होगा, नई संपत्ति या वाहन की खरीद कर सकते हैं। आपके घर पर कोई शुभ कार्यक्रम या समारोह भी आयोजित किया जा सकता है, जिससे वातावरण खुशनुमा बनेगा।
उपाय: शुक्र की कृपा पाने के लिए हर शुक्रवार को माता लक्ष्मी की पूजा करें।
कन्या
कन्या राशि के जातकों के लिए, शुक्र नौवें और दूसरे घर का स्वामी है और वृषभ राशि में शुक्र के गोचर के दौरान यह आपके नवम भाव में होगा। नवम भाव में शुक्र का गोचर आपको भाग्यशाली बनाएगा। इस गोचर के दौरान, आपको लंबी यात्राओं पर पैसा खर्च करना पड़ सकता है। उच्च शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए यह अच्छा समय है क्योंकि यह समय आपको अनुकूल परिणाम देगा। आपको आगे बढ़ने के कई अवसर मिल सकते हैं और इनको आप भुना पाने में भी कामयाब होंगे। करियर और वित्तीय मोर्चा भी अच्छा रहेगा क्योंकि पदोन्नति या नौकरी में स्थानांतरण की संभावना है। आपके आर्थिक पक्ष में भी इस दौरान मजबूती आ सकती है। आपके छोटे भाई-बहन भी बहुत लाभ प्राप्त करेंगे और पेशेवर मोर्चे पर कोई बड़ी उपलब्धि प्राप्त कर सके हैं। आपके परिवार में कोई शुभ-मांगलिक कार्य इस दौरान संपन्न हो सकता है।
उपाय: छह मुखी रुद्राक्ष धारण करें।
तुला
तुला राशि के जातकों के लिए, शुक्र आठवें और पहले घर का स्वामी है और वर्तमान में यह आपके आठवें घर में गोचर करेगा जोकि विरासत, मनोगत विज्ञान, लड़ाइयों और विरासत का प्रतिनिधित्व करता है। अष्टम भाव में गोचर से जातक का झुकाव गूढ़ विज्ञान की ओर होगा और आप राजनेताओं, सरकारी अधिकारियों के साथ गुप्त संबंध रखने की इच्छा रख सकते हैं। गुप्त रूप से आपमें सबसे शक्तिशाली व्यक्ति बनने की इच्छा होगी। इस गोचर के दौरान आप उस पैतृक संपत्ति से लाभ प्राप्त कर सकते हैं जो जिसका अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ था। इस अवधि में आपकी वित्तीय स्थिति मजबूत होगी। आप संपत्ति खरीदने के लिए इच्छुक हो सकते हैं लेकिन वित्त से संबंधित मामले में कोई भी बड़ा निर्णय लेने से आपको बचना चाहिए। इसके अलावा, अपने स्वास्थ्य और अनचाहे खर्चों का ध्यान रखें। यदि आप विवाहित हैं, तो आपके पास अपने ससुराल वालों के साथ किसी तरह के समारोह में भाग लेने का अवसर होगा। ससुराल से आपका रिश्ता मजबूत होगा और घरेलू मोर्चे पर शांति और सद्भाव कायम रहेगा। आपको अनावश्यक यात्राएं करनी पड़ सकती हैं, लेकिन चिंता करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि यह अंत में काफी लाभदायक साबित होंगी।
उपाय: शुक्र बीज मंत्र “ॐ शुं शुक्राय नमः” का प्रतिदिन जाप करें।
वृश्चिक
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए, शुक्र सातवें और बारहवें घर के स्वामी हैं और शुक्र का यह गोचर आपके सप्तम भाव में होने जा रहा है। यह भाव विवाह, साझेदारी और दीर्घकालिक समझौतों का प्रतिनिधित्व करता है। सप्तम भाव में शुक्र का गोचर प्रेम विवाह में कुछ बाधा लाएगा। आप इस गोचर के दौरान कार्यक्षेत्र में अपनी संचार शक्ति में वृद्धि देखेंगे। इस राशि के जो जातक किसी रिलेशनशिप में हैं इस दौरान कुछ दबाव में आ सकते हैं क्योंकि आपका लवमेट रिश्ते को लेकर आपकी राय जानना चाहेगा, आप इस रिश्ते को शादी में बदलेंगे कि नहीं यह जानना चाहेगा। कुछ लोग प्रभावशाली व्यक्तियों के साथ साझेदारी कर सकते हैं। व्यक्तिगत और पेशेवर मोर्चे पर अपनी साझेदारियों को मजबूत करने के लिए यह एक बहुत अच्छी अवधि है, आपको विदेश यात्रा के मौके भी इस दौरान मिल सकते हैं। आपको सलाह दी जाती है कि अपने व्यावसायिक भागीदारों के साथ बातचीत के दौरान किसी तरह की गलतफहमी पैदा करने से बचें। जो व्यवसायी आयात और निर्यात से जुड़े हैं उन्हें इस पारगमन में अच्छा धन लाभ होगा। स्वास्थ्य स्थिर रहेगा। इस राशि के जातकों की सामाजिक स्थिति भी इस गोचर के दौरान सुधरेगी। साथ ही, कुछ लोगों को अपने जीवनसाथी को खुश करने के लिए काफी खर्चा करना पड़ सकता है।
उपाय: कुबेर मंत्र का जाप करें।
धनु
धनु राशि के जातकों के लिए, शुक्र षष्ठम और एकादश भाव का स्वामी है और यह आपके षष्ठम भाव में गोचर करेगा। यह भाव स्वास्थ्य, काम और दिनचर्या का प्रतिनिधित्व करता है। यह गोचर रिश्तों में झगड़े, बहस पैदा कर सकता है और आपके विरोधी भी आपको परेशान कर सकते हैं। नौकरी पेशा से जुड़े लोग बेहतर संभावनाओं को खोजने के लिए नौकरी में बदलाव करने का विचार बना सकते हैं। इस गोचर के दौरान आपकी वित्तीय स्थिति ठीक रहेगी, हालाँकि आपके निजी खर्च बढ़ सकते हैं। प्रतियोगिताओं में भाग लेने वालों के लिए यह बहुत अनुकूल अवधि है आपको सफलता मिलेगी। आपके जीवनसाथी या बड़े भाई-बहनों में से किसी को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं जो आपकी चिंता का कारण भी बन सकती हैं। आपको कुछ प्रतिद्वंद्वियों का सामना करना पड़ सकता है, इसलिए यह सलाह दी जाती है कि अनावश्यक बहस और तर्क-वितर्क में शामिल होकर समय बर्बाद न करें क्योंकि आप बहस से किसी भी तरह का लाभ प्राप्त नहीं करेंगे। अपने आसपास की महिला रिश्तेदारों का सम्मान करें। जल जनित रोगों को लेकर जागरूक रहें क्योंकि ऐसी संभावनाएँ है कि आप ऐसी समस्याओं से दो चार हो सकते हैं।
उपाय: शुक्रवार के दिन चीनी और चावल का दान करें।
मकर
मकर राशि के जातकों के लिए, शुक्र पांचवें और दशवें घर का स्वामी है और यह वर्तमान गोचरीय स्थिति में आपके पंचम भाव में गोचर करेगा। यह भाव प्रेम संबंधों, अवकाश, आनंद, संतान, शिक्षा का प्रतिनिधित्व करता है। अपने स्वास्थ्य और अपने प्रेम जीवन का इस दौरान ध्यान दें। पांचवें भाव में शुक्र का गोचर आपके गर्भ धारण करने और स्वस्थ-सुंदर बच्चे पैदा करने की संभावना बढ़ा सकता है। आप कोई शैक्षिक प्रयास इस दौरान शुरू कर सकते हैं, समय पर सही शिक्षा अर्जित करना आपके लिए सही है। शुक्र के इस गोचर के दौरान आप वित्तीय लाभ प्राप्त करेंगे, आप वित्तीय मोर्चे पर एक आरामदायक स्थिति में रहेंगे। इस राशि के सिंगल जातक किसी ऐसे शख्स को प्रपोज कर सकते हैं जो आजीवन उनका साथ दे सके। जो लोग पहले से ही किसी रिश्ते में हैं वह अहम को खुद पर हावी न होने दें। यह करियर में वृद्धि के लिए एक अनुकूल अवधि है क्योंकि आपको अपने पेशेवर जीवन में तरक्की मिलने या एक कदम आगे बढ़ने का मौका मिल सकता है। शुक्र का गोचर उन जातकों के लिए बहुत शुभ साबित होगा जो एक से अधिक व्यवसाय करते हैं।
उपाय: अच्छी गुणवता का ओपल रत्न धारण करें।
कुंभ
कुंभ राशि के जातकों के लिए, शुक्र नवम और चतुर्थ भाव का स्वामी है। यह गोचर आपके चतुर्थ भाव में होगा। चतुर्थ भाव से आपके परिवार और संबंधों, संपत्ति और गृह जीवन और मां के बारे में विचार किया जाता है। यह गोचर कुंभ राशि के जातकों के प्रभाव क्षेत्र को बढ़ाएगा। इस राशि के लोग घर को सुशोभित या पुनर्निर्मित करने के लिए बहुत उत्सुक हो सकते हैं। इस गोचर के दौरान आपको अपने घर में समय बिताना चाहिए और घर की साज-सज्जा के साथ रिश्तों में भी मजबूती लानी चाहिए ताकि पारिवारिक जीवन में शांति और सद्भाव बना रहे। आप अपने घर के निर्माण या नवीनीकरण में पैसा खर्च कर सकते हैं। इस अवधि में आपका स्वास्थ्य संतोषजनक रहेगा। साथ ही पेशेवर मोर्चे पर आपकी रचनात्मक क्षमताओं में वृद्धि होगी जिससे आपको वांछित परिणाम मिलेंगे। यदि आप अतीत में किसी संपत्ति में निवेश करने की योजना बना रहे थे तो इस अवधि के दौरान आपको अधिक लाभ होगा। विदेशों में निवास करने वाले इस राशि के जातकों को अपने वतन लौटने का अवसर मिल सकता है। आप अपने परिवार के सदस्यों के साथ कुछ क्वालिटी टाइम बिताने के बाद खुश होंगे। आपका मानसिक तनाव भी गायब हो जाएगा और आप इस अवधि के दौरान खुद को ऊर्जावान महसूस करेंगे।
उपाय: शुक्र की कृपा प्राप्त करने के लिए आपको छह मुखी रूद्राक्ष धारण करना चाहिए
मीन
मीन राशि के जातकों के लिए, शुक्र तीसरे और आठवें घर के स्वामी हैं और यह आपके तीसरे घर में गोचर करेंगे। यह भाव संचार और छोटे भाई-बहनों का प्रतिनिधित्व करता है। गोचर आपको रचनात्मक बनाएगा और आपके और आपके भाई-बहनों के साथ मजबूत बंधन बनाएगा। इस अवधि के दौरान आप वित्तीय मामलों में भाग्यशाली रहेंगे और यदि आप संगीत कला और नाटक के क्षेत्र से संबंधित हैं तो आपको लाभ मिलेगा। आप अपने दोस्तों के लिए महंगा सामान खरीदने के लिए भी अपना पैसा खर्च कर सकते हैं। आपको यह सलाह दी जाती है कि बातचीत करते समय आपको सतर्क रहना और गलत शब्दों के इस्तेमाल से दूर रहना चाहिए नहीं तो समस्याएं पैदा हो सकती हैं। कार्य / व्यवसाय से संबंधित यात्रा आपको अनुकूल परिणाम देगी, अल्पकालिक यात्राएं भी सुखद होंगी। कुछ लोग मानसिक तनाव और चिंता से पीड़ित हो सकते हैं। कार्यक्षेत्र में छोटे कार्यों को पूरा करने के लिए आपको अपने सहकर्मियों पर निर्भर रहना पड़ सकता है। लेकिन चिंता करने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि कार्यक्षेत्र का माहौल बहुत सहायक होगा।
उपाय: शुक्रवार के दिन किसी भी मंदिर में जाएं और सफेद रंग की मिठाई अर्पित करें।