बुध का धनु राशि में गोचर (3 दिसंबर 2022)
बुध का धनु राशि में गोचर (3 दिसंबर, 2022) से जुड़ी सही व सटीक भविष्यवाणियाँ आपको ऐस्ट्रोसेज के इस विशेष आर्टिकल के माध्यम से प्राप्त होंगी। यह भविष्यवाणियाँ हमारे विद्वान ज्योतिषियों द्वारा बुध ग्रह की चाल एवं स्थिति का विश्लेषण कर प्रदान की गई हैं, जो पूर्ण रूप से वैदिक ज्योतिष पर आधारित हैं। इस लेख में आपको सभी 12 राशियों के जातकों के पेशेवर जीवन, व्यक्तिगत जीवन, आर्थिक जीवन, स्वास्थ्य तथा शिक्षा आदि से जुड़े राशिफल के साथ-साथ नकारात्मक प्रभावों से बचने के उपाय भी बताए गए हैं, जिनकी मदद से आप अपने आने वाले कल को बेहतर बना सकते हैं। आइए आगे बढ़ते हैं और राशिनुसार जानते हैं कि बुध का यह गोचर हमारे जीवन में क्या बदलाव लेकर आने वाला है।

जैसा कि आप जानते हैं कि बुध ग्रह का हमारे जीवन में बहुत बड़ा महत्व है क्योंकि बुध ग्रह को बुध्दि, संवाद कौशल और तार्किक शक्ति आदि का प्रतीक माना जाता है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार बुध काल पुरुष की कुंडली में तीसरे और छठे भाव को नियंत्रित करता है तथा चौथे और दसवें भाव का कारक होता है। चौथे भाव में बुध काफ़ी बेहतर परिणाम प्रदान करता है, जो कि सुख का भाव होता है। इसी प्रकार बुध दसवें भाव यानी कि पेशे और करियर के भाव में भाव में भी फलदायी सिद्ध होता है क्योंकि बुध की अनुकूल स्थिति जातकों को अच्छा संवाद कौशल प्रदान करती है। साथ ही यह आपको व्यवसाय स्थापित करने में भी मदद करता है।
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बुध का धनु राशि में गोचर 2022: तिथि व समय
बुध का धनु राशि में गोचर 3 दिसंबर, 2022 दिन शनिवार की सुबह 06:34 बजे होगा। बुध सौरमंडल का सबसे छोटा ग्रह है, साथ ही सबसे तेज़ गति से चलने वाला ग्रह है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार बुध ग्रह को बुद्धि, तार्किक क्षमता, और अच्छे संवाद कौशल का प्रतीक माना जाता है।
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बुध राशि चक्र की नौवीं राशि धनु में गोचर करने जा रहा है, जो कि अग्नि तत्व की राशि होती है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार धनु राशि को धन, प्रेरणा, बुद्धि और सौभाग्य आदि का प्रतीक माना जाता है। अतः बुध का यह गोचर दार्शनिकों, सलाहकारों, मेंटर्स और शिक्षकों के लिए फलदायी सिद्ध होगा क्योंकि वे आसानी से दूसरों को प्रभावित कर सकते हैं। सभी 12 राशियों के जातकों के लिए बुध के परिणाम पूर्ण रूप से कुंडली में इसकी स्थिति तथा जातक की दशा पर निर्भर करेंगे।
बुध का धनु राशि में गोचर का हमारे जीवन पर क्या प्रभाव पड़ने की संभावना है तथा इसके नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए क्या उपयुक्त उपाय किए जा सकते हैं आइए इसकी राशिनुसार जानकारी प्राप्त करते हैं और पढ़ते हैं यह विशेष लेख।
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Read in English: Mercury Transit In Sagittarius (3 December, 2022)
मेष
मेष राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और छठे भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान यह आपके नौवें भाव यानी कि धर्म, पिता, लंबी दूरी की यात्रा, तीर्थ यात्रा और भाग्य के भाव में गोचर करेगा।
पेशेवर रूप से देखा जाए तो दार्शनिकों, मेंटर्स, सलाहकारों और शिक्षकों के लिए बुध का यह गोचर फलदायी सिद्ध होगा। इस दौरान आप दूसरों को बड़ी ही आसानी से प्रभावित कर सकेंगे। परिणामस्वरूप आपको अपने करियर में वृद्धि देखने को मिलेगी।
जो छात्र उच्च शिक्षा प्राप्ति की योजना बना रहे हैं, उन्हें इस गोचर काल में आगे बढ़ने का मौका मिलेगा अर्थात आपको अपनी योजनाओं में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे।
आपको अपने पिता, गुरुओं और मार्गदर्शकों का पूरा सहयोग प्राप्त होगा, लेकिन चूंकि बुध आपके छठे भाव का स्वामी है और नौवें भाव में गोचर कर रहा है, इसलिए आपको अपने पिता के स्वास्थ्य के प्रति थोड़ी सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।
बुध के इस गोचर के दौरान आपका झुकाव धार्मिक मार्ग की ओर अधिक रहेगा और आप कोशिश करेंगे कि ज़्यादा से ज़्यादा अच्छे कर्म करें। लंबी दूरी की यात्रा और किसी तीर्थ यात्रा पर जाने के लिए यह समय प्रबल है। जैसा कि बुध आपके तीसरे भाव का भी स्वामी है, इसलिए इस दौरान आपके संबंध अपने छोटे भाई-बहनों के साथ अच्छे रहेंगे तथा आपको उनका पूरा सहयोग प्राप्त होगा।
उपाय: प्रतिदिन तुलसी के पौधे को पानी दें और उसकी एक पत्ती का सेवन करें।
वृषभ
वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे तथा पांचवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान यह आपके आठवें भाव यानी कि आकस्मिक घटना, रहस्य, रहस्य विज्ञान और अनिश्चितता के भाव में गोचर करेगा।
जो जातक ज्योतिष या रहस्य विज्ञान से संबंधित किसी अन्य चीज़ का अध्ययन करना चाहते हैं, वे इस दौरान शुरुआत कर सकते हैं। यदि आप रिसर्च फ़ील्ड से जुड़े हुए हैं तो आपको अपनी मेहनत का सकारात्मक परिणाम प्राप्त होगा और यही वह समय है जब आप अपने शोध कार्यों को दुनिया के सामने सफलतापूर्वक पेश कर सकेंगे।
बुध के धनु राशि में गोचर के दौरान आपको अपने स्वास्थ्य के प्रति सावधान रहने की आवश्यकता होगी, इसलिए कोशिश करें कि संतुलित आहार का सेवन करें और स्वच्छता बनाए रखें।
बुध की दृष्टि आपके दूसरे भाव पर भी पड़ रही है, इसलिए यह समय धन की बचत करने के लिए अच्छा है। बचे हुए धन को भविष्य में आने वाले अप्रत्याशित ख़र्चों के लिए किया जा सकता है।
उपाय: ट्रांसजेंडर का सम्मान करें और हो सके तो उन्हें हरे रंग के कपड़े और चूड़ियां दें।
मिथुन
मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध लग्न तथा चौथे भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान यह आपके सातवें भाव यानी कि जीवनसाथी, व्यवसाय और साझेदारी के भाव में गोचर करेगा।
जो जातक अविवाहित हैं और विवाह की प्रतीक्षा कर रहे हैं, उन्हें इस अवधि में शादी के बंधन में बंधने का मौका मिल सकता है। वहीं जो लोग वैवाहिक जीवन व्यतीत कर रहे हैं, वे अपने जीवनसाथी के साथ सुखद पलों का आनंद उठाएंगे और अपने घर में धार्मिक कार्यक्रमों जैसे कि सत्यनारायण पूजा या होरा आदि का आयोजन करने की योजना बनाएंगे।
साझेदारी में व्यवसाय करने के लिए यह समय अनुकूल है। यदि आप इसकी तलाश कर रहे हैं तो आपको सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे। इस दौरान आपको अपने स्वास्थ्य और फ़िटनेस का ध्यान रखने की सलाह दी जाती है क्योंकि बुध आपके लग्न भाव पर दृष्टि डाल रहा है। इसके लिए आप संतुलित आहार का सेवन करें और एक अच्छी जीवनशैली अपनाएं। साथ ही योग, व्यायाम और ध्यान करने जैसी आदतों को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं।
उपाय: अपने बेडरूम में इनडोर प्लांट (जो पौधे घर के अंदर रखे जाते हैं) लगाएं।
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कर्क
कर्क राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे तथा बारहवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान यह आपके छठे भाव यानी कि शत्रु, रोग, प्रतिस्पर्धा और मामा के भाव में गोचर करेगा।
इस दौरान आपको अपनी सेहत का ख़ास ख़्याल रखने की सलाह दी जाती है क्योंकि शराब या चिकनाई युक्त भोजन का सेवन करना मधुमेह, लिवर की समस्या या पाचन संबंधी समस्याओं का कारण बन सकता है।
यदि आप किसी कानूनी मामले में उलझे हुए हैं तो संभावना है कि इस गोचर काल में विरोधी व्यक्ति के साथ सही बातचीत करने से मामला आसानी से सुलझ सकता है।
डेटा इंटरप्रिटेशन, ट्रेडिंग, नेगोशिएशन और बैंकिंग आदि क्षेत्रों में काम कर रहे जातकों के लिए बुध का यह गोचर लाभकारी सिद्ध होगा। जो छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें अपनी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त होगी। व्यक्तिगत जीवन में आपको अपने मामा का भी पूरा सहयोग मिलेगा।
उपाय: प्रतिदिन गायों को हरा चारा खिलाएं।
सिंह
सिंह राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे तथा ग्यारहवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान बुध आपके पांचवें भाव यानी कि प्रेम, शिक्षा, संतान और पूर्व पुण्य के भाव में गोचर करेगा।
बुध का धनु राशि में गोचर उन जातकों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा, जो सट्टा बाज़ारों जैसे कि शेयर मार्केट, स्टॉक मार्केट आदि से जुड़े हुए हैं। उन्हें अपनी डीलिंग्स या निवेशों से लाभ की प्राप्ति होगी।
जो छात्र गणित, मास कम्युनिकेशन, लेखन और किसी अन्य लैंगुएज कोर्स के लिए उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, उनके लिए यह एक अनुकूल अवधि होगी क्योंकि इस दौरान उनके अंदर सीखने की क्षमता बढ़ेगी। जिसके परिणामस्वरूप उनका प्रदर्शन बेहतर होगा तथा उनमें से कुछ छात्रों को स्कॉलरशिप भी मिल सकती है।
जो लोग प्रेम संबंध में हैं, वे अपने प्रिय के साथ अच्छा समय बिताएंगे, जिससे कि उनके बीच प्रेम व आपसी समझ में वृद्धि होगी। वहीं दूसरी ओर वे विवाहित जातक जो संतान सुख की प्राप्ति के लिए लंबे समय से योजना बना रहे हैं, उन्हें बुध के इस गोचर के दौरान गर्भधारण का शुभ समाचार प्राप्त हो सकता है।
उपाय: शुक्रवार के दिन माँ सरस्वती की पूजा करें और उन्हें लाल रंग के पांच फूल चढ़ाएं।
कन्या
कन्या राशि के जातकों के लिए बुध लग्न तथा दसवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान बुध आपके चौथे भाव यानी कि माता, गृहस्थ जीवन, संपत्ति, भवन और वाहन के भाव में गोचर करेगा।
चौथे भाव में बुध का गोचर आपके घर में खुशियां लेकर आएगा। माता जी के साथ आपके संबंध मज़बूत होंगे तथा आपको उनका पूरा सहयोग प्राप्त होगा। साथ ही आप उनके साथ क्वालिटी टाइम बिताएंगे।
यह समय कोई संपत्ति या वाहन ख़रीदने के लिए प्रबल है। यदि आप ऐसी कोई योजना बना रहे हैं तो आपको उसमें सफलता मिलेगी यानी कि आप बिना किसी बाधा-रुकावट के वह काम कर सकेंगे।
दसवें भाव में बुध की दृष्टि रियल एस्टेट डेवेलपर और एजेंट्स के लिए लाभकारी सिद्ध होगी। वे इस अवधि में कुछ अच्छे और लाभकारी सौदे करने में सफल होंगे। इसके अलावा आप वर्क फ्रॉम होम की शुरुआत भी कर सकते हैं।
उपाय: बुधवार के दिन 5-6 कैरेट का पन्ना पंचधातु या सोने की अंगूठी में धारण करें ।
तुला
तुला राशि के जातकों के लिए बुध नौवें तथा बारहवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान बुध आपके तीसरे भाव यानी कि भाई-बहन, शौक, लघु यात्रा और संचार कौशल के भाव में गोचर करेगा।
यह अवधि संचार से जुड़े कार्यक्षेत्र जैसे कि मीडिया, पब्लिकेशन, लेखन, डॉक्यूमेंटेशन, कंसल्टेशन और मार्केटिंग आदि में काम कर रहे लोगों के लिए फलदायी सिद्ध होगी क्योंकि इस दौरान उनके संचार कौशल में ग़ज़ब का सुधार देखने को मिलेगा। जिससे कि उनके ग्राहक आसानी से आकर्षित होंगे।
इस दौरान आप अपने छोटे भाई-बहनों या क़रीबी दोस्तों के साथ अच्छा समय बिताने के लिए कम दूरी की यात्रा या किसी तीर्थयात्रा की योजना बना सकते हैं। तीसरे भाव से बुध आपके नौवें भाव पर दृष्टि बनाए हुए है, जिसके फलस्वरूप आपको अपने पिता, गुरुओं और मार्गदर्शकों का भी पूरा सहयोग प्राप्त होगा।
उपाय: बुधवार के दिन अपने घर में तुलसी का पौधा लगाएं।
वृश्चिक
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध आठवें तथा ग्यारहवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान बुध आपके दूसरे भाव यानी कि धन, परिवार, वाणी, संवाद और बचत के भाव में गोचर करेगा।
इस दौरान आपको अपनी वाणी और संवाद कौशल में बेहतरीन सुधार देखने को मिलेगा। आप अपनी बातचीत से सभी का मन मोह लेंगे। परिवारजनों के साथ आपके संबंध आपकी वाणी की वजह से मजबूत होंगे।
इस दौरान आपको अचानक से किसी प्रकार का लाभ प्राप्त हो सकता है। आपकी पदोन्नति हो सकती है या फिर आपके वेतन में वृद्धि हो सकती है। जो लोग ख़ुद का व्यवसाय चला रहे हैं, वे इस अवधि में अच्छा मनाफ़ा कमा सकेंगे यानी कि उनकी आय का प्रवाह अच्छा रहेगा।
दूसरे भाव से बुध आपके आठवें भाव पर दृष्टि डाल रहा है, जिसके परिणामस्वरूप आप अपने जीवनसाथी के साथ मिलकर कोई गुप्त निवेश कर सकते हैं। इसके अलावा वृश्चिक राशि के जिन जातकों का झुकाव ज्योतिष विद्या की ओर अधिक है, वे इस दौरान सीखने की शुरुआत कर सकते हैं।
उपाय: बुध बीज मंत्र का जाप करें।
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धनु
धनु राशि के जातकों के लिए बुध सातवें तथा दसवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान बुध आपके लग्न भाव में गोचर करेगा। लग्न भाव में स्थित बुध जातक को बुद्धिमान, व्यवसायी और चतुर व्यक्तित्व बनाता है, जिसकी आवश्यकता व्यापारिक दुनिया में होती है।
बुध का यह गोचर धनु राशि के जातकों के लिए पेशेवर रूप से अनुकूल सिद्ध होगा क्योंकि बुध दसवें भाव का स्वामी भी है। अतः यह समय डेटा साइंटिस्ट, आयात-निर्यात, नेगोशिएटर, बैंकिग, मेडिकल और व्यवसाय आदि क्षेत्रों के लिए प्रबल है। साथ ही सातवें भाव में बुध की दृष्टि व्यावसायिक साझेदारी में सुधार लेकर आएगी तथा साझेदार के साथ बेहतर संबंध स्थापित करेगी।
जो जातक वैवाहिक जीवन व्यतीत कर रहे हैं, वे अपने जीवनसाथी के साथ शांतिपूर्ण और प्रेमपूर्ण संबंधों का आनंद उठाएंगे। साथ ही भविष्य की कुछ योजनाओं पर चर्चा करते नज़र आएंगे।
उपाय: भगवान गणेश की पूजा करें और उन्हें दूर्वा (दूब घास) अर्पित करें।
मकर
मकर राशि के जातकों के लिए बुध छठे तथा नौवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान बुध आपके बारहवें भाव यानी कि विदेशी भूमि, आइसोलेशन हाउस, अस्पताल, व्यय और बहुराष्ट्रीय कंपनी के भाव में गोचर करेगा।
नौवें भाव के स्वामी बुध का बारहवें भाव में गोचर करना लंबी दूरी की विदेश यात्रा के संकेत दे रहा है। ऐसे में जो छात्र विदेश के किसी कॉलेज या यूनिवर्सिटी से आगे की पढ़ाई करने की योजना बना रहे हैं, उन्हें अपने मनचाहे कॉलेज/संस्थान में प्रवेश पाने का मौका मिल सकता है।
जो जातक बहुराष्ट्रीय कम्पनियों के साथ काम कर रहे हैं या आयात-निर्यात के व्यवसाय में हैं, उनके लिए यह गोचर काल लाभकारी सिद्ध होगा। आपको इस अवधि में सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। लेकिन इस दौरान आपको अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता होगी, इसलिए स्वच्छता का विशेष ख़्याल रखें तथा अपने संतुलित आहार का सेवन करें।
कुंडली का बारहवां भाव व्यय और हानि का भाव होता है। अतः इस दौरान आपके ख़र्चों में वृद्धि हो सकती है या फिर आर्थिक नुकसान हो सकता है। इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि इससे बचने के लिए अपने ख़र्चों को नियंत्रित करें तथा ख़र्चों की सही ढंग से योजना बनाएं।
उपाय: बुधवार के दिन गायों को हरी घास खिलाएं।
कुंभ
कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध पांचवें तथा आठवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान बुध आपके ग्यारहवें भाव यानी कि आय, लाभ, इच्छा, बड़े भाई-बहन और चाचा के भाव में गोचर करेगा।
इस दौरान आपके संबंध अपने बड़े भाई-बहनों एवं चाचा के साथ अच्छे रहेंगे तथा आपको उनका पूरा सहयोग मिलेगा। संकेत मिल रहे हैं कि इस अवधि में आपको अचानक से धन लाभ हो सकता है।
पेशेवर रूप से देखा जाए तो आपको अपने करियर और व्यवसाय में की गई पिछले एक साल की कड़ी मेहनत का फल इस गोचर काल के दौरान प्राप्त होगा।
ग्यारहवें भाव से बुध आपके पांचवें भाव को देख देख रहा है, इसलिए वे छात्र जो मास कम्युनिकेशन, लेखन और किसी अन्य लैंगुएज कोर्स के क्षेत्र में पढ़ाई कर रहे हैं, उन्हें अपनी पढ़ाई में प्रगति देखने को मिलेगी। साथ ही उनका प्रदर्शन भी अच्छा होगा।
जो जातक प्रेम संबंध में हैं और जो वैवाहिक जीवन व्यतीत कर रहे हैं, दोनों के लिए बुध गोचर 2022 अनुकूल सिद्ध होगा। आप अपने जीवनसाथी/प्रिय के साथ सुखद पलों का आनंद लेंगे और इससे आपके बीच घनिष्ठता और आत्मीयता बढ़ेगी।
उपाय: छोटे बच्चों को हरे रंग का कोई उपहार दें।
मीन
मीन राशि के जातकों के लिए बुध चौथे तथा सातवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान बुध आपके दसवें भाव यानी कि पेशे और व्यवसाय के भाव में गोचर करेगा।
यह अवधि आपके लिए पेशेवर रूप से फलदायी सिद्ध होगी। यदि आप ख़ुद का व्यवसाय चला रहे हैं तो इस दौरान आपका व्यवसाय समृद्ध होगा और उसकी ब्रांड वैल्यू बढ़ेगी। इसके अलावा राजनीति, तकनीकी क्षेत्र और संचार क्षेत्र में काम कर रहे जातकों को भी सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। आपको अपने करियर में कुछ अच्छे व नए अवसर मिलेंगे या फिर आप अपना कोई काम शुरू कर सकते हैं।
दसवें भाव से बुध की दृष्टि आपके चौथे भाव पर पड़ रही है, इसलिए यह समय नया वाहन या लग्ज़री आइटम्स ख़रीदने के लिए अनुकूल है। इस दौरान आप अपने घर पर धार्मिक पूजा आदि कराने में भी धन ख़र्च कर सकते हैं।
उपाय: अपने घर और कार्यस्थल में बुध यंत्र स्थापित करें।
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