बुध का मकर राशि में गोचर (28 दिसंबर, 2022)
बुध का मकर राशि में गोचर (28 दिसंबर, 2022) से जुड़ी सही व सटीक भविष्यवाणियाँ आपको ऐस्ट्रोसेज के इस आर्टिकल के माध्यम से प्राप्त होंगी। यह भविष्यवाणियाँ हमारे विद्वान ज्योतिषियों द्वारा बुध ग्रह की चाल एवं स्थिति का विश्लेषण कर प्रदान की गई हैं, जो पूर्ण रूप से वैदिक ज्योतिष पर आधारित हैं। इस लेख में आपको सभी 12 राशियों के जातकों के पेशेवर जीवन, व्यक्तिगत जीवन, आर्थिक जीवन, स्वास्थ्य तथा शिक्षा आदि से जुड़े राशिफल के साथ-साथ नकारात्मक प्रभावों से बचने के उपाय भी बताए गए हैं, जिनकी मदद से आप अपने आने वाले कल को बेहतर बना सकते हैं। आइए आगे बढ़ते हैं और राशिनुसार जानते हैं कि बुध का यह गोचर हमारे जीवन में क्या बदलाव लेकर आने वाला है।
वैदिक ज्योतिष के अनुसार बुध जातक की बुद्धि, तार्किक शक्ति और अच्छे संचार कौशल का प्रतिनिधित्व करता है। यह मिथुन और कन्या दो राशियों का स्वामी है। यह हमारी बुद्धि, स्मृति, सीखने की क्षमता, वाणी, संचार कौशल, सजगता आदि को नियंत्रित करता है। यही कारण है कि बुध ग्रह कॉमर्स, बैंकिंग, शिक्षा, संचार, लेखन, किताबों, हास्य और सभी तरह के मीडिया साधनों का कारक होता है।
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बुध का मकर राशि में गोचर: तिथि व समय
बुध का मकर राशि में गोचर 28 दिसंबर, 2022 दिन बुधवार की सुबह 04:05 होगा। मकर राशि चक्र की दसवीं राशि है, जिसका स्वामित्व शनि ग्रह को प्राप्त है।
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मकर स्वभाव से स्त्री प्रवृत्ति की राशि है। जो कि किसी संगठन के प्रति कर्तव्यों, प्रतिबद्धताओं तथा अनुशासन का प्रतिनिधित्व करती है। इसलिए यह राशि बुध के लिए अनुकूल मानी जाती है। आमतौर पर बुध का यह गोचर जातकों को स्वभाव से अधिक व्यवहारिक तथा भौतिकवादी बना सकता है। मकर राशि में बुध का गोचर होने से, मीडिया, मास कम्युनिकेशन, अकाउंटेंट, फाइनेंस सेक्टर और इन्वेस्टमेंट सेक्टर से जुड़े हुए लोगों को सकारात्मक फल प्राप्त होंगे। लेकिन सभी 12 राशियों के जातकों के लिए बुध के परिणाम कुंडली में इसकी स्थिति तथा जातक की दशा पर निर्भर करेंगे।
बुध के मकर राशि में गोचर का हमारे जीवन पर क्या प्रभाव पड़ने वाला है और इसके नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं आइए विस्तार से और राशि अनुसार जानते हैं इसकी सम्पूर्ण जानकारी।
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Read in English: Mercury Transit in Capricorn (28 December, 2022)
मेष
मेष राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे तथा छठे भाव के स्वामी हैं और इस गोचर काल के दौरान यह आपके दसवें भाव यानी कि पेशे, कार्यस्थल और प्रतिष्ठा के भाव में गोचर करेंगे।
पेशेवर रूप से देखा जाए तो बुध का मकर राशि में गोचर फलदायी सिद्ध होगा। इस दौरान आप अपने कार्यस्थल पर सभी काम बड़े ही व्यवस्थित ढंग से करेंगे। आपके संचार कौशल में बेहतरीन सुधार संभव होगा। जो लोग मीडिया, मास कम्युनिकेशन, अकाउंटेंट, फाइनेंस सेक्टर, और इन्वेस्टमेंट बैंकिंग आदि क्षेत्रों में काम कर रहे हैं, उन्हें भी बुध के सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे, लेकिन काम के सिलसिले से कोई यात्रा करनी पड़ सकती है, जिसके कारण उनकी तबियत में गिरावट आ सकती है। इसलिए सलाह दी जाती है कि अपनी सेहत का ख़्याल ज़रूर रखें।
दसवें भाव से बुध आपके चौथे भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं, जिसके फलस्वरूप आपको अपनी माता जी का पूरा सहयोग मिलेगा, साथ ही घर का माहौल भी सौहार्दपूर्ण रहेगा।
उपाय: प्रतिदिन 108 बार 'ॐ गण गणपतये नमः' का जाप करें।
वृषभ
वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे तथा पांचवें भाव के स्वामी हैं और इस गोचर काल के दौरान यह आपके नौवें भाव यानी कि ड्रामा, पिता, लंबी दूरी की यात्रा, तीर्थयात्रा और भाग्य के भाव में गोचर करेंगे।
छात्रों के लिए यह अवधि अनुकूल रहेगी, विशेष रूप से उनके लिए जो परास्नातक और पीएचडी जैसे उच्च अध्ययन कर रहे हैं। इस दौरान आपका झुकाव धार्मिक तथा पौराणिक ग्रंथों और पुस्तकों को पढ़ने की ओर अधिक रहेगा।
बुध का मकर राशि में गोचर के दौरान यदि आप किसी को कोई सलाह देंगे तो दूसरों पर इसका काफ़ी असर दिखेगा यानी कि आप सलाह देने में काफ़ी अच्छे होंगे, इसलिए यदि आप दार्शनिक, कंसल्टेंट, मेंटर या अध्यापक हैं तो आप दूसरों को आसानी से प्रभावित कर सकेंगे। बुध के इस गोचर के दौरान आपको अपने पिता और गुरुओं का पूरा सहयोग प्राप्त होगा। वहीं तीसरे भाव पर बुध की दृष्टि पड़ने से आपके संबंध छोटे भाई-बहनों के साथ अच्छे रहेंगे और हो सकता है कि आप उनके साथ अच्छा समय बिताने के लिए किसी तीर्थ यात्रा पर भी जाएं।
उपाय: गणेश जी की पूजा करें और उन्हें दूर्वा अर्पित करें।
मिथुन
मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध लग्न तथा चौथे भाव के स्वामी हैं और इस गोचर काल के दौरान यह आपके आठवें भाव यानी कि दीर्घायु, आकस्मिक घटना और रहस्य के भाव में गोचर करेंगे।
आपके लिए बुध का मकर राशि में गोचर थोड़ा चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है। आपको अपने और अपनी माता जी के स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की सलाह दी जाती है चूंकि आपको त्वचा और तांत्रिक तंत्र से संबंधित कुछ स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
पेशेवर रूप से जाए तो कार्यस्थल पर कुछ अनिश्चितताएं संभव हो सकती हैं। साथ ही आपके ख़र्चों में अचानक वृद्धि हो सकती है, जिसके कारण आप मानसिक तनाव का शिकार हो सकते हैं। लेकिन यदि रिसर्च वर्क, रहस्य विज्ञान या ज्योतिष विद्या आदि से जुड़े हैं तो आपको इस दौरान सकारात्मक फल प्राप्त होंगे।
आठवें भाव से बुध की दृष्टि आपके दूसरे भाव पर पड़ रही है, जिसके परिणामस्वरूप आपका संवाद कौशल अच्छा होगा। लेकिन आपको सलाह दी जाती है कि हंसी-मज़ाक और कटाक्ष करते समय सावधानी बरतें क्योंकि आपके शब्द परिवार के सदस्यों, विशेष रूप से आपकी माता जी को भावनात्मक रूप से आहत कर सकते हैं।
उपाय: ट्रांसजेंडर्स का सम्मान करें और उन्हें कुछ गिफ्ट करें।
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कर्क
कर्क राशि के जातकों के लिए बुध बारहवें तथा तीसरे भाव के स्वामी हैं और इस गोचर काल के दौरान यह आपके सातवें भाव यानी कि जीवनसाथी और साझेदारी के भाव में गोचर करेंगे।
व्यावसायिक साझेदारी के लिए यह समय अनुकूल रहेगा। यदि किसी विदेशी कंपनी के साथ आपके व्यापारिक संबंध हैं तो आपको इस अवधि में अच्छा लाभ होगा। वहीं दूसरी ओर यदि आप अपने जीवनसाथी के साथ यादगार पल बिताने के लिए विदेश यात्रा करने की योजना बना रहे हैं तो इस गोचर काल में आपकी यह योजना सफल हो सकती है।
सातवें भाव से बुध की दृष्टि आपके लग्न भाव पर पड़ रही है, इसलिए आपको अपने स्वास्थ्य और फ़िटनेस पर ज़्यादा ध्यान देने की आवश्यकता होगी। सलाह दी जाती है कि संतुलित आहार का सेवन करें और एक अच्छी जीवनशैली अपनाने का प्रयास करें, जिससे कि आपके व्यक्तित्व में और ज़्यादा निखार आएगा।
उपाय: अपने बेडरूम में कोई इंडोर प्लांट लगाएं।
सिंह
सिंह राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे तथा ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और इस गोचर काल के दौरान यह आपके छठे भाव यानी कि रोग, प्रतिस्पर्धा, शत्रु और मामा के भाव में गोचर करेंगे।
आर्थिक रूप से यह अवधि थोड़ी चुनौतीपूर्ण हो सकती है। हो सकता है कि आपके खर्चे बढ़ जाएं, जिसके कारण आप अपनी बचत भी खर्च कर दें। लेकिन आप बैंक से लोन लेने की योजना बना रहे हैं तो इस बात की प्रबल संभावना है कि आपका ऋण स्वीकृत हो सकता है।
पेशेवर रूप से भी यह अवधि फलदायी सिद्ध होगी तथा जो छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं और परीक्षा दे चुके हैं तो परिणाम उनके पक्ष में आने की संभावना अधिक है। बस केवल आपको अपने स्वास्थ्य प्रति सचेत रहना होगा क्योंकि आपकी सेहत में गिरावट आ सकती है, इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि संतुलित आहार का सेवन करें तथा अपनी दिनचर्या में योग, व्यायाम और ध्यान करने जैसी आदतों को शामिल करें। इसके अलावा, इस दौरान आपके संबंध अपने मामा के साथ अच्छे रहेंगे तथा आपको उनका पूरा सहयोग प्राप्त होगा।
उपाय: प्रतिदिन गायों को हरा चारा खिलाएं।
कन्या
कन्या राशि के जातकों के लिए बुध लग्न तथा दसवें भाव के स्वामी हैं और इस गोचर काल के दौरान यह आपके पांचवें भाव यानी कि प्रेम, शिक्षा, संतान और पूर्व पुण्य के भाव में गोचर करेंगे।
बुध का मकर राशि में गोचर उन लोगों के लिए फलदायी सिद्ध होगा, जो कोई भी प्रोफेशनल कोर्स कर रहे हैं और नौकरी की तलाश कर रहे हैं क्योंकि उन्हें अपना करियर शुरू करने के लिए अच्छा मौका मिल सकता है।
जो लोग प्रेम संबंध में हैं, वे अपने प्रिय के साथ रोमांटिक समय व्यतीत करेंगे। हालांकि आपके बीच कुछ छोटे-मोटे झगड़े हो सकते हैं, लेकिन इससे आपके रिश्ते में कोई समस्या नहीं होगी बल्कि आप अपने प्रिय को ख़ुश करने का हर संभव प्रयास करेंगे, इससे आपके रिश्ते में मज़बूती आएगी। वहीं दूसरी ओर विवाहित जातक अपने बच्चों के साथ क्वालिटी टाइम बिताएंगे तथा उनके साथ खेल-कूद, मनोरंजन आदि करते नज़र आएंगे।
जो महिलाएं लंबे समय से संतान सुख की प्राप्ति के लिए कामना कर रही हैं, उन्हें बुध के इस गोचर काल में गर्भधारण का शुभ समाचार सुनने को मिल सकता है, लेकिन उन्हें सलाह दी जाती है कि अपने खानपान पर अधिक ध्यान दें और मानसिक तनाव से दूर रहें।
उपाय: बुधवार के दिन 5-6 कैरेट का पन्ना किसी पंचधातु या सोने की अंगूठी में धारण करें।
तुला
तुला राशि के जातकों के लिए बुध नौवें तथा बारहवें भाव के स्वामी हैं और इस गोचर काल के दौरान यह आपके चौथे भाव यानी कि माता, गृहस्थ जीवन, भवन, वाहन और संपत्ति के भाव में गोचर करेंगे।
इस अवधि में आपका गृहस्थ जीवन सुखद और आरामदायक रहेगा। परिवारजनों के साथ आपके संबंध सौहार्दपूर्ण रहेंगे। विशेष रूप से आपको अपनी माता जी का पूरा सहयोग प्राप्त होगा तथा आप उनके साथ क्वालिटी टाइम का आनंद लेंगे। संभव है कि आप इस अवधि में अपने घर के लिए कुछ आधुनिक गैजेट्स की ख़रीदारी भी करेंगे।
जो लोग कोई प्रोफेशनल वर्क शुरू करना चाहते हैं या बिज़नेस फ्रॉम होम शुरू करना चाहते हैं, उनके लिए बुध का मकर राशि में गोचर फलदायी साबित होगा। इस दौरान वे इसकी शुरुआत कर सकते हैं। जो लोग पारिवारिक व्यवसाय चला रहे हैं, वे अपनी मेहनत से व्यवसाय को एक नए स्तर पर का जा सकेंगे। इसके अलावा रियल एस्टेट डेवेलपर और एजेंट्स के लिए बुध का यह गोचर लाभकारी सिद्ध होगा क्योंकि वे इस दौरान कुछ अच्छे और लाभकारी सौदे करने में सफलता प्राप्त करेंगे।
उपाय: प्रतिदिन एक दीपक या दीया जलाएं और तुलसी के पौधे की पूजा करें।
वृश्चिक
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध आठवें तथा ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और इस गोचर काल के दौरान यह आपके तीसरे भाव यानी कि भाई-बहन, शौक, लघु यात्रा और संचार कौशल के भाव में गोचर करेंगे।
बुध का मकर राशि में गोचर के दौरान आप अपने शौक और रुचि के कार्यों पेशे में बदलने की योजना बना सकते हैं या फिर अपने भाई-बहनों के साथ कोई व्यवसाय शुरू कर सकते हैं। साथ ही आप अपने भाई-बहनों के साथ अचानक किसी लघु यात्रा या तीर्थ यात्रा की योजना भी बना सकते हैं।
जो लोग लेखन, रिसर्च आदि का काम कर रहे हैं या फिर जो लोग सस्पेंस ऑथर, क्राइम रिपोर्टर, फिक्शन मूवी डायरेक्टर या फिर किसी ऐसे पेशे में हैं, जहां गुप्त और छिपी हुई चीज़ों को दुनिया के सामने लाना होता है, उनके लिए यह अवधि फलदायी सिद्ध होगी। इस दौरान बुध की दृष्टि आपके नौवें भाव पर भी पड़ रही है, जिसके फलस्वरूप आपके संबंध अपने पिता जी के साथ बहुत अच्छे रहेंगे तथा वे आपके अच्छे कामों की तारीफ़ करेंगे।
उपाय: अपने छोटे भाई या चचेरे भाई को कुछ उपहार दें।
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धनु
धनु राशि के जातकों के लिए बुध सातवें तथा दसवें भाव के स्वामी हैं और इस गोचर काल के दौरान यह आपके दूसरे भाव यानी कि धन, परिवार, वाणी और बचत के भाव में गोचर करेंगे।
इस दौरान आपके संचार कौशल तथा संवाद कौशल में बेहतरीन सुधार देखने को मिलेगा क्योंकि बुध अच्छे संवाद का कारक होता है। करियर के लिहाज से, जो लोग अकाउंटेंसी, इन्वेस्टमेंट बैंकिंग या फाइनेंस सेक्टर आदि क्षेत्रों में काम कर रहे हैं, वे अपने कार्यक्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। व्यावसायिक साझेदारी के लिए भी यह समय प्रबल है।
बुध के इस गोचर काल में आपको अपने साथी के स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की सलाह दी जाती है क्योंकि उन्हें इस दौरान त्वचा और तंत्रिका तंत्र से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में बेहतर यही होगा कि उनके स्वास्थ्य की नियमित रूप से जांच कराएं।
दूसरे भाव से बुध आपके आठवें भाव पर दृष्टि बनाए हुए हैं, जिसके परिणामस्वरूप आप अपने जीवनसाथी के साथ मिलकर कोई संयुक्त संपत्ति (जॉइंट एसेट्स) आदि ख़रीद सकते हैं।
उपाय: प्रतिदिन बुध ग्रह के बीज मंत्र का जाप करें।
मकर
मकर राशि के जातकों के लिए बुध छठे तथा नौवें भाव के स्वामी हैं और इस गोचर काल के दौरान यह आपके प्रथम भाव यानी कि लग्न भाव में गोचर करेंगे।
प्रथम भाव में बुध का गोचर जातक को बुद्धिमान, व्यवसायी और चतुर बनाता है, जो कि एक अच्छे व्यापारी के लक्षण होते हैं। अतः ख़ुद का व्यवसाय चला रहे लोग अच्छा मनाफ़ा कमा सकेंगे। जो जातक शिक्षक, लेक्चरर, मेंटर और राजनेता आदि हैं, उन्हें भी इस दौरान बुध के सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे।
इस दौरान बुध की दृष्टि आपके सातवें भाव पर पड़ रही है, जिसके फलस्वरूप व्यावसायिक साझेदारी में सुधार संभव होगा और आपको अपने साझेदार का पूरा सहयोग प्राप्त होगा। वहीं नौवें भाव के स्वामी का लग्न भाव में गोचर, पिता के साथ आपके संबंधों में मज़बूती लाएगा तथा उनका सहयोग प्रदान करेगा।
उपाय: अपने घर और ऑफिस में बुध यंत्र स्थापित करें।
कुंभ
कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध पांचवें तथा आठवें भाव के स्वामी हैं और इस गोचर काल के दौरान यह आपके बारहवें भाव यानी कि विदेशी भूमि, आइसोलेशन हाउस, अस्पताल, व्यय और विदेशी कंपनियों जैसे कि बहुराष्ट्रीय कंपनी आदि के भाव में गोचर करेंगे।
बुध के इस गोचर काल में वे छात्र लाभान्वित होंगे, जो विशेष रूप से विदेश में अध्ययन करना चाहते हैं या विदेश के किसी विश्विद्यालय से कोई प्रोफेशनल कोर्स करना चाहते हैं। जो लोग बहुराष्ट्रीय कम्पनियों या ग्लोबल कंपनियों में काम कर रहे हैं, उनके लिए भी यह अवधि फलदायी साबित होगी।
इस दौरान आपको अपने स्वास्थ्य के प्रति सावधान रहने की सलाह दी जाती है, इसलिए संतुलित आहार का सेवन करें तथा स्वच्छता का ख़ास ख़्याल रखें। जैसा कि आप जानते हैं कि कुंडली का बारहवां भाव व्यय और हानि का भाव होता है, इसलिए इस दौरान आपके ख़र्चों में वृद्धि हो सकती है या फिर आपको आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में बेहतर होगा कि अपने आर्थिक मामलों को लेकर थोड़ा सावधान रहें।
उपाय: एक पूरा कद्दू लें और इसे अपने माथे पर छुएं और बहते पानी में प्रवाहित कर दें।
मीन
मीन राशि के जातकों के लिए बुध चौथे तथा सातवें भाव के स्वामी हैं और इस गोचर काल के दौरान यह आपके ग्यारहवें भाव यानी कि आय, लाभ, इच्छा, बड़े भाई-बहन और चाचा के भाव में गोचर करेंगे।
बुध का मकर राशि में गोचर के दौरान आपको अपनी सारी मेहनत का सकारात्मक फल प्राप्त होगा। साथ ही आपकी मनोकामनाएं पूरी होंगी। पेशेवर रूप से देखा जाए तो कार्यस्थल पर आपको प्रसिद्धि प्राप्त होगी। संपत्ति से भी लाभ प्राप्त होने की संभावना अधिक है।
ग्यारहवें भाव से बुध आपके पांचवें भाव पर दृष्टि बनाए हुए हैं, जिसके परिणामस्वरूप यह अवधि उन छात्रों के लिए अनुकूल सिद्ध होगी, जो विशेष रूप से मास कम्युनिकेशन, लेखन और किसी लैंगुएज कोर्स की पढ़ाई कर रहे हैं। व्यक्तिगत जीवन की बात करें तो इस दौरान समाज में आपकी इज़्ज़त बढ़ेगी तथा आपको अपने परिवार का पूरा सहयोग मिलेगा।
उपाय: छोटे बच्चों को हरे रंग का कोई उपहार दें।
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