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बुध का मकर राशि में गोचर

बुध ग्रह जिसे बुद्धि, संचार, विज्ञान, व्यापार और अनुसंधान, आदि का कारक माना जाता है, वो वर्ष 2021 की शुरुआत में ही अपना स्थान परिवर्तन करते हुए, 05 जनवरी, मंगलवार सुबह 03 बजकर 42 मिनट पर, धनु राशि से मकर राशि में गोचर करेंगे। इसके बाद बुध मकर राशि में अगली 25 जनवरी, तक रहेंगे और फिर दोपहर 04 बजकर 42 मिनट पर मकर से कुंभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे। बुध के इस गोचर का सभी राशियों पर प्रभाव पड़ेगा। आईये जानते हैं बुध के मकर राशि में, इस गोचर का ज्योतिष महत्व।

बुध का मकर राशि में गोचर

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यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी चंद्र राशि जानने के लिए क्लिक करें - चंद्र राशि कैलकुलेटर

मेष राशि

बुध आपके तीसरे और छठे भाव का स्वामी होकर, इस गोचर के दौरान आपकी राशि से दसवें भाव में गोचर करेगा। बुध की यह स्थिति दर्शाती है कि, आपको कार्यक्षेत्र पर अच्छे फलों की प्राप्ति होगी। क्योंकि अपनी बेहतर संवाद शैली से आप कार्यक्षेत्र पर, अपने वरिष्ठ अधिकारियों को खुश रखने में सफल होंगे। यह समय नई रणनीति बनाने के लिए भी उत्तम रहेगा, जिससे आप अपने करियर में आगे बढ़ सकेंगे।

आप अपने विचार और सुझावों से अपने वरिष्ठ अधिकारियों और बॉस को अपनी ओर आकर्षित कर सकेंगे। शत्रु सक्रिय रहेगा, परंतु वह आपके सामने टिक नहीं पाएंगे। व्यापार या कार्य क्षेत्र से जुड़ी यात्रा करना, इस समय आपके लिए लाभदायक रहेगा। क्योंकि उससे आपको पद-प्रतिष्ठा और अच्छा मुनाफ़ा प्राप्त होगा। खेल कूद या अन्य कलाओं से जुड़े क्षेत्रों में कार्य कर रहे जातकों के लिए भी, समय उत्तम रहने वाला है।

कुंडली का तीसरा भाव इच्छाओं का भाव होता है। ऐसे में इस दौरान आप अपनी इच्छाओं की पूर्ति करते दिखाई देंगे। आपके अपने भाई-बहनों से भी रिश्ते बेहतर होंगे और पारिवारिक वातावरण खुशहाल नजर आएगा।

हालांकि इस दौरान बुध ग्रह, शनिदेव के साथ युति कर रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप आपको अपनी प्रतिष्ठा, सफलता और जिम्मेदारियों के प्रति थोड़ा सजग रहने की सलाह दी जाती है। इस दौरान आपके तनाव और थकान में भी वृद्धि होगी, जिसका आपकी सेहत पर विपरीत असर पड़ेगा। ऐसे में शांत रहते हुए, वर्तमान की परिस्थितियों पर ही खुद को केंद्रित रखें।

उपाय: बुधवार के दिन, भगवान गणेश को दूर्वा घास अर्पित करें।


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वृषभ राशि

बुध आपके दूसरे और पंचम भाव के स्वामी होते हैं, और इस गोचर के दौरान वो आपकी राशि के नवम भाव में विराजमान होंगे। जो भाग्य का भाव होता है। ऐसे में वृषभ राशि के जातकों के लिए, बुध का यह गोचर विशेष भाग्यशाली रहने वाला है। खासतौर से उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्रों को, इस दौरान उत्तम फलों की प्राप्ति होगी। वो अपनी राह में आ रही हर बाधा को दूर करने में सफल होंगे।

निजी जीवन में भी, दांपत्य जातक अपनी संतान के साथ अपने रिश्ते बेहतर करते दिखाई देंगे। परंतु इस दौरान पंचम भाव के स्वामी बुध, आपके आठवें भाव के स्वामी गुरु बृहस्पति के साथ युति कर रहे हैं। ऐसे में आशंका है कि आपकी संतान को कुछ स्वास्थ्य हानि हो।

हालांकि प्रेम में पड़े जातक इस समयावधि में, अपने प्रेमी के साथ बेहतर समय बिता सकेंगे। इससे उनका रिश्ता और मजबूत बनेगा। आध्यात्मिक और रहस्यमय विज्ञान, जैसे: ज्योतिष आदि में, आपकी रुचि इस अवधि में बढ़ने की संभावना है।

कार्यक्षेत्र और आर्थिक जीवन में, बुध थोड़े सामान्य फल देंगे। क्योंकि इस दौरान वह शनि के साथ युति करेंगे। इसके परिणामस्वरूप, आपको इच्छानुसार फल प्राप्त करने के लिए कुछ प्रतीक्षा करनी पड़ सकती है। परंतु इसके लिए आपको शुरुआत से ही, सही दिशा में कार्य करने की आवश्यकता होगी। ऐसे में निरंतर अपने प्रयास जारी रखें। बावजूद इसके ये समय, शेयर बाजार, आदि से जुड़े जातकों के लिए अच्छा मुनाफ़ा लेकर आ रहा है।

चूँकि बुध आपकी कुंडली के पंचम भाव के स्वामी होते हैं, ऐसे में आप इस समय अपने निर्णय को लेकर अधिक जिम्मेदार दिखाई देंगे। इसके साथ ही बुध का शनि के साथ युति करना आपको अपने हर निर्णय का फल देने में, कुछ देरी कर सकता है। ऐसे में आप समय रहते, बेहतर अवसरों का उचित लाभ उठाने में असफल हो सकते हैं।

सेहत के लिहाज से भी, समय थोड़ा चिंताजनक रहेगा। आपको भूलने की बीमारी या याददाश्त के कमज़ोर होने की समस्या परेशान करेगी। ऐसे में सावधान रहते हुए, हर अवसर का समय रहते लाभ उठाने, और खुद को केंद्रित रखने की कोशिश करें।

उपाय: रोज़ाना सुबह, “विष्णु सहस्त्रनाम” का जप करें।

मिथुन राशि

बुध आपकी राशि के ही स्वामी, यानी आपके लग्न और पंचम भाव के स्वामी होते हैं। अब इस गोचर के दौरान वो आपके आठवें भाव में प्रवेश करेंगे, जो परिवर्तन और बदलावों का भाव होता है। ऐसे में इस दौरान मिथुन राशि के जातकों को, मिश्रित परिणामों की प्राप्ति होगी।

बुध इस दौरान, आपके अष्टम भाव के ही स्वामी शनि के साथ युति करेंगे, जिससे आपको अपने जीवन में कुछ बदलावों और बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है। इससे आपके मानसिक तनाव और थकान में वृद्धि होगी। जिससे आपके आत्मविश्वास और साहस में भी गिरावट दर्ज की जाएगी, और आप कोई भी निर्णय लेने में असमर्थ होंगे। आपके तनाव में वृद्धि होने से, आपकी सेहत प्रभावित होगी, और आप खुद को कमजोर महसूस करेंगे।

परंतु यह परिस्थितियां भी आपको आत्मनिर्भर बनाने, और अपनी ग़लतियों के संभावित कारणों का पता लगाते हुए, उससे सीख लेने में मदद करेंगी। जिसके परिणामस्वरूप, आप भविष्य में कोई भी फैसला लेते समय अधिक सक्षम बन सकेंगे।

बुध आपके आठवें भाव में होते हुए, आपके दूसरे भाव को भी दृष्टि कर रहा है। जो बचत और धन लाभ का भाव होता है। ऐसे में आप आर्थिक लाभ की प्राप्ति के लिए, किसी प्रकार का शॉर्टकट भी अपना सकते हैं। हालांकि आपको ऐसा करने से परहेज करते हुए, धन लाभ पाने के लिए सही रणनीति बनाने की आवश्यकता होगी। साथ ही समय पर अपना टैक्स भरना, आपके लिए अच्छा रहेगा।

पारिवारिक जीवन को देखें तो, आपकी मां की सेहत में गिरावट आएगी। ऐसे में आपको उनकी देखभाल करने की सलाह दी जाती है। किसी ज़मीन की खरीदी, बिक्री या उसकी मरम्मत में देरी होने के योग बनेंगे।

बुध को संचार माध्यमों का कारक माना गया है। इसलिए इस गोचर के दौरान उनका शनि देव के साथ युति करना, आपकी वाणी में कठोरता लेकर आएगा। जिससे पारिवारिक वातावरण थोड़ा नकारात्मक हो सकता है। हालांकि धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यो के लिए समय उत्तम रहेगा। आप कुछ धार्मिक किताबें पढ़ते हुए, खुद में सकारात्मकता की वृद्धि करते दिखाई देंगे। इससे आपको भविष्य में बेहतर निर्णय लेने में मदद मिलेगी।

ये गोचरकाल, छात्रों के लिए अच्छा रहेगा। खासतौर से खोज, आदि के विषयों से जुड़े छात्र, इस दौरान नया कोर्स शुरू कर सकते हैं। क्योंकि वो अपने सभी विषयों को समझने में आ रही परेशानी भी इस समय, दूर करने में सफल होंगे।

उपाय: अपने दाहिने हाथ की छोटी उंगली में सोने या चांदी की अंगूठी में, उच्च गुणवत्ता वाला पन्ना धारण करें।

कर्क राशि

बुध आपकी राशि के तीसरे और द्वादश भाव के स्वामी होते हैं, और इस गोचर के दौरान वे आपकी राशि के सातवें भाव में विराजमान होंगे। जो जीवनसाथी और यात्राओं का भाव होता है। बुध की यह स्थिति दर्शा रहा है कि, आपको कार्यक्षेत्र पर बेहतर फल प्राप्त होंगे।

आपको छोटी दूरी की यात्रा करने का अवसर मिलेगा, जिससे आपको आर्थिक मुनाफ़ा भी प्राप्त होगा। बुध का यह गोचर आई.टी, टेक्नोलॉजी और पब्लिक डीलिंग क्षेत्रों से जुड़े जातकों को, इच्छानुसार फल देगा।

बुध आपके तीसरे भाव के स्वामी होते हैं, जो संचार माध्यमों को दर्शाता है। ऐसे में इस दौरान व्यापारी जातक सोशल मीडिया, इंटरनेट, ईमेल, आदि जैसे हर प्रकार के संचार साधनों का उपयोग करके, अपने व्यापार में विस्तार कर सकेंगे। साथ ही वह जातक जो विदेश में बसना चाहते हैं, या विदेशी स्तोत्र से आय अर्जित कर रहे हैं, उनके लिए विशेष रूप से बुध का यह गोचर लाभकारी सिद्ध होगा।

निजी जीवन में गोचर की यह स्थिति, आपके और साथी के बीच आ रही हर ग़लतफहमी को हल करने में मदद करेगी। क्योंकि इस समय आप अपनी भावनाओं और प्रेम को, अपने प्रेमी के समक्ष खुलकर व्यक्त करने में सक्षम होंगे। समाज में भी आपकी प्रतिष्ठा की वृद्धि होगी, और लोग आप से सलाह लेते दिखाई देंगे। आपके भाई-बहनों और दोस्तों के साथ आपके संबंध बेहतर होंगे। इससे पारिवारिक वातावरण भी बेहतर दिखाई देगा।

स्वास्थ्य के लिहाज से, आपको तंत्रिका तंत्र और पेट से संबंधित कुछ परेशानी हो सकती है। इसलिए ज्यादा वजन उठाने से परहेज करना, आपके लिए बेहतर रहेगा।

उपाय: अपने दफ्तर और घर पर कपूर जलाएं। इससे आपको बुध के शुभ फलों की प्राप्ति होगी।

सिंह राशि

बुद्ध आपकी राशि के दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी होते हैं, और इस गोचर के दौरान वो आपके छठवें भाव में विराजमान होंगे। जो प्रतियोगी और चुनौतियों का भाव होता है। ऐसे में सिंह राशि के जातकों के लिए, बुध का यह गोचर लाभकारी परिणाम प्रदान करने वाला रहेगा।

कार्यक्षेत्र पर आपको अपने शेडूल और कार्यक्रमों को संगठित करने, और अपने कौशल व कला में सुधार करने की आवश्यकता होगी। ताकि आप अपने कार्यस्थल पर, अपनी कार्य क्षमता को बढ़ा सकें। आपके अधीन कार्य कर रहे कर्मियों और सहकर्मियों के साथ, आपके संबंधों में सुधार होने की संभावना है। इससे आपके उनके साथ रिश्ते बेहतर होंगे और वो आपको सहयोग करेंगे। इसके चलते आप अपने लक्ष्य को समय से पहले पूरा करने में सफल होंगे।

वो व्यापारी जातक जो, अपने व्यवसाय का विस्तार करने के लिए बैंकों या अन्य संस्थाओं से समर्थन पाना चाह रहे थे, उनके लिए समय ख़ासा अनुकूल रहने वाला है।

इस गोचरकाल के दौरान, आप अपने स्वास्थ्य जीवन के बारे में अधिक जागरूक और सावधान होंगे। क्योंकि आप इस दौरान, नए व्यायाम या अन्य शारीरिक गतिविधि शुरू करने का मन बना सकते हैं। आप अपने पूरे शरीर की जांच कराने का भी फैसला लेंगे।

बुध आपके दूसरे भाव के स्वामी होकर, आपके छठे भाव में गोचर करेंगे। ऐसे में आशंका है कि आप अपने रिश्तेदारों या करीबियों से, किसी पैतृक संपत्ति को लेकर कुछ अदालती मामले या कानूनी मामलों में उलझ सकते हैं। जिससे आपका पैसा और ऊर्जा दोनों को नुकसान पहुंचने के योग बनेंगे। हालांकि भविष्य में आपको इस मामले में, विजय भी प्राप्त होगी। वहीं प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए, समय उत्तम ही रहेगा।

उपाय: बुधवार के दिन मुख्य रूप से हिजड़ों का आशीर्वाद लेना, आपके लिए विशेष फलदायी साबित होगा।

कन्या राशि

बुध आपके लग्न और दसवें भाव के स्वामी होते हैं। अब मकर राशि में होने वाले गोचर के फलस्वरूप बुध ग्रह, कन्या राशि से पांचवें भाव में संचरण करेंगे। आपके पांचवें भाव में बुध की ये स्थित होने से, आपको विभिन्न क्षेत्रों में मिश्रित परिणामों की प्राप्ति होगी।

बुध का यह गोचर दांपत्य जातकों को, उन छोटी-छोटी बातों पर अत्यधिक जिद्दी बना सकता है, जिसके चलते उनके अपनी संतान के साथ संबंधों में दूरियाँ आएगी। आप इस दौरान अपने जीवन साथी के साथ भी, बेवजह की बात पर झगड़ा करेंगे। इसके अलावा आपको अपने संगति के प्रति भी अधिक सावधान रहने की जरूरत होगी। अन्यथा आपको लंबे समय तक, कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

बुध आपके दशम भाव का स्वामी होता है और इस दौरान उनका आपकी राशि के आठवें भाव में स्थित होना, कार्यस्थल पर कुछ विपरीत परिस्थितियाँ उत्पन्न करेगा। इसके परिणामस्वरूप, अपनी नौकरी को लेकर असुरक्षा या अनिश्चितता की भावना, आपको परेशान कर सकती है और इससे आपके तनाव में वृद्धि होगी।

मानसिक तनाव के चलते, आप कुछ फैसले जल्दबाजी में लेंगे, जिससे आपको भविष्य में कोई बड़ा नुकसान उठाना पड़ेगा। ऐसे में हर परिस्थिति में खुद को शांत रखते हुए, विपरीत अवधि समाप्त होने तक प्रतीक्षा करें, और उसके बाद ही किसी भी निर्णय पर पहुंचे।

छात्रों के लिए भी, समय अधिक मेहनत करने वाला होगा। ऐसे में आपको अपनी पढ़ाई-लिखाई में अपना प्रदर्शन बेहतर करने के लिए, अधिक प्रयास करने की आवश्यकता होगी। सेहत की बात करें तो, आपके तनाव और चिंताओं में वृद्धि होगी। इससे अपच, कब्ज, जैसी अन्य समस्या, आपको परेशान कर सकती हैं। इसलिए जितना संभव हो खुद को शांत रखते हुए, आराम करें।

उपाय: रोज़ाना तुलसी के पौधे को जल अर्पित करते हुए, उसकी पूजा करें।

तुला राशि

बुध आपके नवम और द्वादश भाव के स्वामी होते हैं, और इस गोचर के दौरान वो आपके चौथे भाव में प्रवेश करेंगे। जो खुशहाली, मां, घर और आराम का भाव होता है। इस गोचर के फलस्वरूप, पारिवारिक जीवन में ख़ुशियाँ आएँगी। मां की सेहत में भी सुधार होगा, जिससे आपको प्रसन्नता की अनुभूति होगी। आप इस दौरान अपने जीवन से संतुष्ट दिखाई देंगे। जीवन साथी अपने कार्य क्षेत्र में बेहतर करेगा। साथ ही उनसे आपको किसी बड़े लाभ की प्राप्ति होगी।

निजी जीवन की सकारात्मकता, आपके कार्य क्षेत्र में भी आपको सफलता प्रदान करेगी। इससे आपको अपनी आय में वृद्धि करने के बहुत से अवसर प्राप्त होंगे। कार्यक्षेत्र से जुड़ी यात्रा करना, इस समय आपके लिए फ़ायदेमंद रहेगा, क्योंकि इससे आपको संतुष्टि के साथ-साथ धन की प्राप्ति होने के भी योग बनेंगे। छात्रों के लिए भी, यह गोचार उत्तम रहने वाला है, क्योंकि उनकी एकाग्रता में वृद्धि होने से वह अपने सभी विषयों को बेहतर तरीके से समझने में सफल होंगे।

यह समय आपकी समृद्धि और विलासिता में वृद्धि लेकर आएगा, जिसके चलते आप किसी नई ज़मीन या संपत्ति में निवेश करने का फैसला ले सकेंगे। चूँकि बुध तुला राशि के चतुर्थ भाव में उपस्थित होगा, इसलिए प्रेम संबंधों में आप सुरक्षा की तलाश करते दिखाई देंगे। इसके परिणामस्वरूप, आप किसी खास व्यक्ति से मुलाकात करने का अच्छा अवसर भी गवा सकते हैं। ऐसे में थोड़ा सावधान रहें और प्रेम से जुड़े फैसले लेते समय दिमाग की जगह, दिल का इस्तेमाल करें।

उपाय: रोज़ाना बुध की होरा में, बुध ग्रह के मंत्र “ॐ बुं बुधाय नमः” का जप करें।

वृश्चिक राशि

बुध ग्रह आपके अष्टम और एकादश भाव के स्वामी होते हैं। परन्तु मकर राशि में होने वाला गोचर के दौरान, वो आपकी राशि से तीसरे भाव में विराजमान होंगे। जो संचार माध्यमों, भाई-बहनों और छोटी दूरी की यात्राओं का भाव होता है। ऐसे में यह गोचरकाल की अवधि, आपके लिए उत्तम रहने वाली है।

आपके एकादश भाव के स्वामी बुध, इस दौरान आपके दूसरे भाव के स्वामी गुरु बृहस्पति के साथ युति करेंगे। इससे आपकी आय और प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। बुध आपके आठवें भाव के भी स्वामी होते हैं। इसलिए जो नौकरी पेशा जातक अपनी नौकरी में बदलने का सोच रहे थे, उनके लिए समय विशेष अनुकूल रहेगा। यह गोचर आपको एक बार में, कई कार्यों को करने की क्षमता प्रदान करेगा। इससे कार्य स्थल पर, आपकी कार्य क्षमता का विकास होगा।

हालांकि आपको बीच-बीच में, कुछ परेशानी उत्पन्न हो सकती है। ऐसे में एक समय में केवल एक कार्य ही करते हुए, निरंतर और स्थिरता के साथ अपना प्रदर्शन देने की ओर अपने प्रयास करें।

मनोरंजन और आनंद के लिए की गई, छोटी दूरी की यात्रा से लाभ की प्राप्ति होगी। साथ ही वह जातक जो पब्लिक डीलिंग, दूरसंचार, सेल, पर्यटन और यात्रा संबंधित क्षेत्रों से जुड़े हैं, उनके लिए इस गोचरकाल की अवधि, विशेष उत्तम रहने वाली है। उन्हें कई नई टेक्नोलॉजी को अपनाते हुए, अपने करियर को रफ्तार देने में मदद मिलेगी।

निजी जीवन में सलाह दी जाती है कि, अपने व्यस्त जीवन से समय निकालते हुए, अपने भाई-बहनों के साथ कुछ पल बताएं, उन्हें सुनें और और उनकी उम्मीदों और इच्छाओं को समझें। तभी आप उनके साथ अपने संबंध बेहतर करने में सफल होंगे।

सेहत के लिहाज से, आपको कुछ समस्या उत्पन्न होगी। आशंका है कि आपको पेट से संबंधित कोई इन्फेक्शन या नाक, कान, गला, आदि से जुड़ी कुछ परेशानी हो। इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि अपने खान-पान पर ध्यान देते हुए, धूल और प्रदूषण वाली जगहों पर जाने से परहेज करें।

उपाय: रोज़ाना सुबह, बुध यंत्र की उपासना करें।


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धनु राशि

धनु राशि के जातकों के लिए बुध, अपने इस गोचर के दौरान आपके दूसरे भाव को प्रभावित करेगा। जो परिवार, आय, बचत, वाणी और खाने की आदतों को दर्शाता है। ऐसे में इस दौरान आपको अपने खान-पान का ध्यान रखते हुए, अपने मुंह के क्षेत्रों के आसपास की स्वच्छता पर अधिक सतर्कता बरतने की आवश्यकता होगी। अन्यथा आपको मसूड़ों और दाँतों से संबंधित, समस्या परेशान कर सकती है।

काल पुरुष की कुंडली के अनुसार, बुध आपके सप्तम भाव के स्वामी होते हैं। जो जीवनसाथी, वैवाहिक जीवन और साझेदार का भाव होता है। ऐसे में इस दौरान बुध की खुद से अष्टम भाव में उपस्थिति, आपके जीवनसाथी और प्रेमी को कुछ सेहत से जुड़ी परेशानी देने का कार्य करेगी। ऐसे में उन्हें पूरा सहयोग करें। हालांकि विवाह के योग्य जातकों को, इस गोचर के दौरान विवाह के बहुत से अच्छे प्रस्ताव मिलने के योग बनेंगे।

पारिवारिक व्यवसाय या पार्टनरशिप में व्यवसाय कर रहे जातकों के लिए भी, समय खासा उत्तम रहेगा। क्योंकि इस अवधि में आपके व्यवसाय में, लगातार वृद्धि दिखाई देगी। बुध आपकी संवाद शैली में निखार लेकर आएगा, जिसकी मदद से आप उन सभी सौदों और डील से लाभ उठा सकेंगे, जिनमें आपको पूर्व में परेशानी आ रही थी।

यदि आप किसी संगठन के साथ कार्यरत हैं तो, आपकी मेहनत और लगन के कारण आपको अपने वरिष्ठ और उच्च अधिकारियों की सराहना मिलेगी। ज़मीन, संपत्ति, सरकारी बांड और किसी पॉलिसी में निवेश के लिए, समय विशेष अनुकूल अवसर लेकर आ रहा है। इससे आपको और आपके परिवार को, लंबे समय के लिए लाभ मिलता रहेगा।

प्रतियोगी या अन्य कोई परीक्षा दे रहे जातकों के लिए, ये समय अवधि अच्छी रहेगी। छात्रों में इस समय प्रतिस्पर्धा की भावना अधिक होगी, जिससे वो सफलता प्राप्त कर सकेंगे।

उपाय: ज़रूरतमंदों में किताबें, और शिक्षा की सामग्री भेंट करें।

मकर राशि

मकर राशि के जातक इस अवधि के दौरान, रचनात्मक विचारों से भरपूर रहेंगे। क्योंकि बुध आपकी ही राशि में गोचर करते हुए, आपके लग्न भाव को प्रभावित करेगा। बुध की इस स्थिति और उसके प्रभाव से, आपके मान-सम्मान और सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।

आपकी सोचने-समझने, विश्लेषण करने और व्यवसाय करने की क्षमता, सबसे प्रबल होगी। जिसके चलते आप अपनी राह में आ रही, हर चुनौतियों का डटकर सामना करते दिखाई देंगे। इससे आपको हर कार्य में, आश्चर्यजनक सफलता की प्राप्ति भी होगी।

हालांकि बुध का आपके लग्न भाव में होना, कभी-कभी बिना किसी कारणवश आपको बेवजह के वाद-विवाद या बातों में फंसाते हुए, आपका समय बर्बाद कर सकता है। जिससे आपकी ऊर्जा और क्षमता को भी नुकसान पहुँचेगा। ऐसे में जरूरी कार्यों के लिए, अपनी ऊर्जा और अपने प्रयासों को संचय करके चलें।

काल पुरुष की कुंडली के अनुसार, बुध देव आपके नवम भाव के स्वामी होते हैं। ऐसे में आर्थिक जीवन में आपको भाग्य का साथ मिलेगा, जिससे आपको आर्थिक लाभ होने के योग बनेंगे। परंतु बुध की इस स्थिति के कारण, आप हर चीजों की छानबीन करते और सभी प्रयासों में पूर्ण रूप से सफलता प्राप्त करने की, कोशिश करते दिखाई देंगे। आपका ये स्वभाव आपको कभी-कभी दूसरे कार्यों के प्रति, अत्यधिक गंभीर बना सकता है, जिसके परिणामस्वरूप, आपको अपने निजी और व्यावसायिक जीवन में कुछ समस्याओं से दो-चार होना पड़ सकता है। इससे कार्यक्षेत्र में आप कार्यों को समय सीमा के अनुसार, पूरा करने में असमर्थ रहेंगे।

सेहत के लिहाज से भी, आपको थोडा सावधान रहना होगा। क्योंकि आपको किसी प्रकार का त्वचा रोग, एलर्जी या हार्मोन, आदि से जुड़ी कुछ परेशानियां होने की आशंका है।

उपाय: रोज़ाना सुबह के समय, “ओम् नमो भगवते वासुदेवाय: मंत्र का जप करें।

कुंभ राशि

आपकी राशि में बुध का बारहवें भाव में गोचर करना, कुंभ राशि के जातकों को मिश्रित परिणाम देगा। हालांकि बुध का यह गोचर, छात्रों के लिए शुभ रहेगा। खासतौर से विदेश जाकर उच्च शिक्षा करने का सपना देख रहे छात्रों को, इस दौरान शुभ समाचार प्राप्त होने के योग बनेंगे।

कार्यक्षेत्र पर आपको अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए, अधिक प्रयास करने की आवश्यकता होगी। क्योंकि बुध कर्मफल दाता शनि से पीड़ित होंगे, जिसके चलते आप अपने जीवन में, बेहद सुस्त गति से आगे बढ़ते दिखाई देंगे। इससे आपको निराशा, तनाव और बेचैनी महसूस हो सकती है। इसलिए शुरुआत से ही धैर्य बनाकर रखना, आपके लिए एकमात्र विकल्प रहेगा।

जितना संभव हो, हर प्रकार के विवादों और झगड़ों से भी दूर रहने की कोशिश करें। क्योंकि इससे आपको नुकसान हो सकता है। साथ ही गोचरकाल में, झूठ बोलने से बचें और किसी दुश्मन या प्रतियोगी से सीधे विवाद या झगड़े में ना पड़े। अन्यथा छवि नुकसान के साथ-साथ, आपको दूसरों के सामने शर्मिंदा भी होना पड़ सकता है।

आर्थिक जीवन में इस दौरान, आपके ख़र्चों में अत्यधिक वृद्धि होगी। ऐसे में आपको अपनी आय और ख़र्चों के बीच, सही तालमेल बिठाने की सलाह दी जाती है।

बुध आपके अष्टम भाव के स्वामी भी होते हैं, जो परिवर्तनों और बदलावों का भाव होता है। ऐसे में सेहत के लिहाज से, आपको इस दौरान विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता होगी। अन्यथा आपको तंत्रिका तंत्र, पेट और पैर से जुड़ी समस्या परेशान कर सकती हैं। इसके साथ ही बुध की इस स्थिति के कारण, आप अपने पुराने अनुभवों या आहतों के चलते अनावश्यक भय या ग़लतफहमी में पड़ सकते हैं। इससे आपको मानसिक तनाव के साथ-साथ, बेचैनी की समस्या भी हो सकती है, जिसका असर आपकी निद्रा को प्रभावित करेगा।

इस समयावधि में आप अपने साथी के समक्ष, अपनी भावनाओं को व्यक्त करने में कुछ झिझक या मुश्किल महसूस करेंगे। जिससे आपके और साथी के बीच, मतभेद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इसलिए जितना संभव हो उनके साथ पारदर्शी संचार करें और उन्हें समझें। इससे आपको हर विवाद को सुलझाने में मदद मिलेगी।

उपाय: अपने घर और दफ्तर पर कपूर जलाएं।

मीन राशि

बुध के मकर राशि में गोचर के दौरान, मीन राशि के जातकों को अपने जीवनसाथी से लाभ, प्रेम और भरपूर सहयोग की प्राप्ति होगी। क्योंकि इस समय बुध ग्रह आपकी राशि से, ग्यारहवें भाव में प्रस्थान करेंगे। जो लाभ, सफलता और मुनाफ़े का भाव होता है। पार्टनरशिप में व्यवसाय कर रहे जातकों को भी, अच्छा मुनाफ़ा मिलेगा। साथ ही आप अपने दोस्तों से, बहुत समय बाद मुलाकात कर पाएंगे, जिससे आपको खुशी और प्रसन्नता की अनुभूति होगी।

इस गोचरकाल के दौरान, आपकी दूसरों को सुनने और दूसरों के साथ संवाद करने की बेहतरीन क्षमता, आपको अपने सहकर्मियों और अपने अधीन कार्य कर रहे कर्मियों के बीच, लोकप्रियता प्रदान करेगी। इससे आपके विचारों और सुझावों का विकास होगा, और आपके वरिष्ठ अधिकारी भी आपकी सराहना करने से खुद को नहीं रोक पाएंगे।

हर समस्या को हल करने की कला, आपके प्रयास और रचनात्मक समाधान खोजने की आपकी उम्दा क्षमता, आपको कार्यस्थल पर प्रशंसा दिलाने में मदद करेगी। साथ ही व्यापारी जातकों को भी, अलग-अलग स्रोतों से धन लाभ होने की संभावना बन रही है।

बुध इस समय, गुरु बृहस्पति के साथ युति करेंगे, जिसका उत्तम परिणाम छात्रों को मिलेगा। छात्र अपनी शिक्षा के प्रति अधिक केंद्रित दिखाई देंगे। साथ ही उनमें नई-नई चीज़ों को सीखने की जिज्ञासा, और उनकी समझने की शक्ति का विकास होगा, जिससे वह सभी विषयों को आसानी से याद रख सकेंगे।

सेहत को देखें तो, उसके लिए भी समय अच्छा ही रहने वाला है। आप इस दौरान खुद को, अधिक ऊर्जावान महसूस करेंगे।

उपाय: नियमित रूप से, तुलसी के पौधे की पूजा करें।


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