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मंगल कन्या राशि में अस्त (24 सितंबर, 2023)

मंगल कन्या राशि में अस्त: साहस और पराक्रम के कारक ग्रह मंगल 24 सितंबर 2023 की शाम 06 बजकर 26 मिनट पर कन्या राशि में अस्त होने जा रहे हैं। 

मंगल कन्या राशि में अस्त 24 सितंबर, 2023 को होगा।

To Read in English Click Here: Mars Combust in Virgo (24 September 2023)

वैदिक ज्योतिष में मंगल को योद्धा का दर्जा प्राप्त है जो कि स्वभाव से पुरुष और एक गतिशील ग्रह है। इस लेख में हम आपको मंगल कन्या राशि में अस्त के सभी राशियों पर पड़ने वाले शुभ और अशुभ प्रभाव के बारे में बताएंगे। यदि मंगल अपनी मूल त्रिकोण राशि मेष में विराजमान हो, तो यह जातकों को काफ़ी अच्छे परिणाम प्रदान करते हैं। मेष और वृश्चिक राशि के स्वामी ग्रह मंगल हैं और ऐसे में, इन दोनों राशियों में से किसी एक राशि में मंगल के बैठे होने पर जातकों को अपार लाभ करवाते हैं। साथ ही, मंगल ग्रह पहले और आठवें भाव को नियंत्रित करते हैं क्योंकि राशि चक्र में मेष पहली और वृश्चिक आठवीं राशि है। अधिकार और पद के संबंध में मंगल जातकों के लिए लाभदायक साबित होता है।

आइए अब आगे बढ़ते हैं और इस लेख के माध्यम से जानते हैं कि मंगल कन्या राशि में अस्त होने से राशि चक्र की सभी 12 राशियों के जातकों के जीवन पर कैसा प्रभाव पड़ेगा और किन उपायों को अपनाकर उन प्रभावों से बचा जा सकता है। 

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मंगल कन्या राशि में अस्त: ज्योतिष में मंगल का महत्व

ज्योतिष शास्त्र में मंगल को एक गतिशील ग्रह के रूप में जाना जाता है जिसे उच्च अधिकार प्राप्त है। यह प्रशासन और सिद्धांतों को दर्शाते हैं। मंगल एक उग्र ग्रह है जो राजसी गुणों का प्रतिनिधित्व करता है। मंगल के आशीर्वाद के बिना कोई व्यक्ति अपने जीवन में सफलता प्राप्त नहीं कर सकता है, विशेष रूप से करियर में। ऐसे लोग मज़बूत व्यक्ति के रूप में स्वयं को विकसित कर पाते हैं।

इसके विपरीत, मंगल की अच्छी स्थिति जातकों को जीवन में सभी प्रकार के सुख प्रदान करते हैं। साथ ही, व्यक्ति को अच्छे स्वास्थ्य और तेज़ बुद्धि का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल की स्थिति मज़बूत होती है, तो ऐसे जातक अपने करियर में मान-सम्मान और पद प्राप्त करते हैं। साथ ही, यह व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक रूप से सुख भी प्रदान करते हैं, विशेष रूप से जब मंगल किसी शुभ ग्रह जैसे बृहस्पति के साथ स्थित हो या फिर गुरु की दृष्टि इन पर पड़ रही हो।

दूसरी तरफ, मंगल ग्रह के किसी अशुभ ग्रह जैसे राहु या केतु के साथ बैठेने पर जातकों को स्वास्थ्य समस्याएं, मानसिक तनाव, मान-सम्मान में कमी, धन हानि आदि परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। मंगल ग्रह के शुभ प्रभावों में वृद्धि के लिए जातक मूंगा रत्न धारण कर सकते हैं। साथ ही, प्रतिदिन मंगल गायत्री मंत्र और हनुमान चालीसा का पाठ करना भी अत्यंत फलदायी साबित होता है।

ज्योतिष में ग्रह का अस्त होना

जब हम बात करते हैं किसी ग्रह के अस्त होने की, तो ज्योतिष के अनुसार, अस्त अवस्था के दौरान ग्रह बेहद कमज़ोर या शक्तिहीन होते हैं। कोई ग्रह उस समय अस्त होता है जब वह सूर्य के काफ़ी नज़दीक चला जाता है और ऐसे में, वह अपनी शक्तियां खो देता है। हालांकि, नवग्रहों में राहु और केतु ऐसे ग्रह हैं जो कभी अस्त नहीं होते हैं क्योंकि इन्हें छाया ग्रह माना जाता है। इसके अलावा, सूर्य के निकट स्थित होने के कारण बुध ग्रह को भी अस्त अवस्था का सामना नहीं करना पड़ता है। आपको बता दें कि ग्रह अपनी अस्त अवस्था के दौरान अच्छे परिणाम देने में सक्षम नहीं होते हैं क्योंकि वह कमज़ोर होते हैं।

इस लेख में हम मंगल कन्या राशि में अस्त के बारे में विस्तार से बात करेंगे। कन्या राशि के स्वामी बुध हैं और यह राशि मंगल ग्रह के शत्रु की राशि है। जैसे कि हम जानते हैं कि बुध देव बुद्धिमान ग्रह हैं जबकि मंगल उग्र ग्रह है। अब मंगल कन्या राशि में अस्त हो रहे हैं जिसके चलते जातकों में ऊर्जा और दृढ़ता की कमी देखने को मिल सकती है। इस दौरान जातकों के भीतर एक अनजान भय पैदा हो सकता है और ऐसे में, यह लोग अपना आपा खो सकते हैं।

यह राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी व्यक्तिगत चन्द्र राशि अभी जानने के लिए चंद्र राशि कैलकुलेटर का उपयोग करें।

मंगल कन्या राशि में अस्त 2023: राशि अनुसार राशिफल और उपाय

आइए अब हम नज़र डालते हैं 12 राशियों पर मंगल कन्या राशि में अस्त होने से कैसा प्रभाव पड़ेगा। साथ ही जानेंगे, मंगल के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए किये जाने वाले उपायों के बारे में।

मेष राशि

राशि चक्र की पहली राशि मेष है जो कि उग्र और स्वभाव से पुरुष है। मेष राशि के जातक ऊर्जावान होते हैं और यह अपने काम से कभी भी थकते नहीं हैं। साथ ही, अपने मार्ग में आने वाली चुनौतियों का सामना डटकर करते हैं और लगातार अपने लक्ष्यों को पाने की दिशा में कदम बढ़ाते हैं। 

ज्योतिष की दृष्टि से, मेष राशि के अधिपति देवता मंगल हैं जो कि आपकी कुंडली में पहले और आठवें भाव के स्वामी भी हैं जो अब आपके छठे भाव में अस्त हो रहे हैं। कन्या राशि में मंगल बुध ग्रह के विपरीत स्थित होंगे। छठे भाव में मंगल की स्थिति और इसी भाव में मंगल के अस्त होने से मेष राशि के जातकों को स्वास्थ्य और धन से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। मंगल के कन्या राशि में अस्त होने से आपके जीवन में चिंताएं बढ़ सकती हैं। इन जातकों के मन में अज्ञात भय जन्म ले सकता है और दृढ़ता की कमी भी दिखाई दे सकती है जिसके चलते करियर के क्षेत्र में तरक्की और धन कमाने के अवसर आपके हाथ से निकल सकते हैं।

मंगल की अस्त अवस्था कमर दर्द और पाचन से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याएं दे सकती हैं। वहीं, कुछ लोगों को तांत्रिक तंत्र संबंधी परेशानियां भी झेलनी पड़ सकती हैं। सकारात्मक पक्ष की बात करें तो, मेष राशि के जातकों को पैतृक संपत्ति या फिर अन्य स्रोतों से धन लाभ होने की संभावना है। इस अवधि में आपके द्वारा किये गए प्रयासों से अतिरिक्त आय भी हो सकती है जबकि कुछ जातकों को सट्टेबाजी के क्षेत्र में भाग्य का साथ मिल सकता है और उन्हें धन लाभ हो सकता है। 

कुल मिलाकर, मेष राशि के जातकों को धन से जुड़े मामलों में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। आपकी आय में बढ़ोतरी और कमी दोनों हो सकती है। 

आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि मंगल कन्या राशि में अस्त इन जातकों के जीवन के विभिन्न क्षेत्रों को कैसे प्रभावित करेगा।

करियर/व्यापार

मंगल अस्त की अवधि में कार्यों को पूरा करने के लिए आपको योजनाओं को पेशेवर तरीके से बनाना होगा ताकि कार्य सही तरह से पूरी हो सके। आशंका है कि कड़ी मेहनत के बावजूद आपको वरिष्ठों से सराहना न मिले जिससे आप असंतुष्ट दिखाई दे सकते हैं और इसका मुख्य कारण काम का दबाव हो सकता है जो कि आपके लिए चिंता का विषय बन सकता है। ऐसे में, आप बेहतर अवसर को तलाशते हुए नौकरी बदलने के बारे में सोच-विचार करते हुए दिखाई दे सकते हैं। हालांकि, नौकरी तुरंत बदलना इस समय आपके लिए संभव नहीं होगा। मंगल कन्या राशि में अस्त के दौरान आपको विदेश से नौकरी का कोई अवसर मिलने की प्रबल संभावना है। लेकिन, इससे भी आपको वह संतुष्टि नहीं मिलेगी जिसकी आपको तलाश है और इसके परिणामस्वरूप, आपको नौकरी के जो नए अवसर प्राप्त होंगे, वह औसत हो सकते हैं। 

 यदि आप व्यापार करते हैं, तो लाभ की दृष्टि से यह अवधि आपको औसत रूप से सफलता प्रदान कर सकती है। हालांकि, आपको मिलने वाला मुनाफा औसत रह सकता है, लेकिन आपको नुकसान का भी सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में, आपको जोख़िम उठाने पड़ सकते हैं और प्रतिद्वंदियों से भी कड़ी टक्कर मिल सकती है।इन सब परिस्थितियों से बचने के लिए आपको अपनी व्यापार की रणनीति को नए सिरे से बनाने की आवश्यकता होगी।

आर्थिक जीवन

मंगल कन्या राशि में अस्त होने से मेष राशि वालों को उनके द्वारा किये गए प्रयासों की तुलना में धन की प्राप्ति कम हो सकती है। संभावना है इन जातकों को अपनी लापरवाही के चलते इस दौरान धन हानि भी उठानी पड़ सकती है। साथ ही, आपके लिए जरूरी होगा कि धन निवेश से जुड़े फैसले लेने से बचें जिससे आपको नुकसान का सामना न करना पड़ें। इसके अलावा, मेष राशि के जातकों को दोस्तों या दूसरों को धन उधार देने से बचना होगा, अन्यथा आप मुसीबत में फंस सकते हैं।

आपको अपना पैसा शेयरों में निवेश करने या फिर संपत्ति खरीदने में लगाने से बचना होगा क्योंकि ऐसा करने से आपको जोख़िम के साथ-साथ भारी नुकसान का भी सामना करना पड़ सकता है। यदि आप नए बिज़नेस की शुरुआत पार्टनरशिप में करने की सोच रहे हैं, तो आप अपने लिए समस्याएं खड़ी कर सकते हैं।

प्रेम जीवन

मंगल कन्या राशि में अस्त होने से मेष राशि के जातक अपने पार्टनर के साथ मधुर संबंध बनाए रखने में सक्षम नहीं होंगे। इस दौरान आपके घर-परिवार में अहंकार से जुड़े मुद्दे उत्पन्न हो सकते हैं और ऐसे में, इस वजह से परिवार के लोगों के बीच बेकार की समस्याएं जैसे बातचीत की कमी आदि जन्म ले सकती हैं।

पारिवारिक जीवन में ख़ुशियां बनाए रखने के लिए आपको परिवार में सामंजस्य बैठाना होगा और घर-परिवार में उठने वाली समस्याओं को बड़ा होने से पहले ही शांत करना होगा। किसी भी तरह की नकारात्मकता से बचने के लिए आपको पार्टनर और परिवार के लोगों से बात करते समय अपने शब्दों का चुनाव बहुत सोच-समझकर करना होगा। जीवन में खुशहाली और संतुष्टि के लिए आपको पार्टनर के साथ तालमेल और आपसी समझ कायम करनी होगी। 

स्वास्थ्य

सेहत के लिहाज़ से, मंगल अस्त के दौरान इन जातकों को अपनी माता के स्वास्थ्य पर काफ़ी धन ख़र्च करना पड़ सकता है जो कि आपके लिए चिंता का सबब बन सकता है। साथ ही, इस अवधि में आपकी सुख-सुविधाओं में कमी आ सकती है जिसके चलते आप परेशान नज़र आ सकते हैं। स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव के चलते आपकी खुशियों में कमी देखने को मिल सकती हैं।ख़ुशी और संतुष्टि पर ही आपका स्वास्थ्य निर्भर करता है और यदि यही आपके जीवन से नदारद होंगी, तो स्वास्थ्य को अच्छा बनाए रखना आपको मुश्किल लग सकता है।

इसके अलावा, इन जातकों को सर्दी-जुकाम, एलर्जी और दांत में दर्द आदि समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और यह आपकी कमज़ोर रोग-प्रतिरोधक क्षमता की वजह से हो सकता है। ऐसा इसलिए होगा क्योंकि मंगल कन्या राशि में अस्त होगा। ऐसे में, आपके लिए बेहतर होगा कि आप योग या ध्यान का अभ्यास करें ताकि आपकी इम्यूनिटी मज़बूत हो सके।

उपाय: प्रतिदिन 11 बार “ॐ दुर्गायै नमः” का जाप करें। 

मेष साप्ताहिक राशिफल

वृषभ राशि

वृषभ राशि का स्थान राशि चक्र में दूसरा है जिसका संबंध पृथ्वी से है और यह स्वभाव से स्त्री है। इस राशि के जातकों को अपनी रचनात्मकता और कलात्मक कौशल के लिए जाना जाता है। यह अपने कार्यों को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं और यदि किसी व्यक्ति के साथ रिश्ता बनाते हैं, तो इनका सारा ध्यान उस रिश्ते को निभाने पर होता है। धन कमाना और आर्थिक स्थिरता प्राप्त करना इनके जीवन के मुख्य लक्ष्य होते हैं। वृषभ राशि वालों के भीतर लंबी यात्राओं पर जाने की तीव्र इच्छा देखने को मिलती हैं।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, वृषभ राशि वालों के लिए मंगल आपके दूसरे और सातवें भाव के स्वामी हैं और अब अस्त अवस्था में आपके पांचवें भाव में विराजमान होंगे। इसके परिणामस्वरूप, दैनिक जीवन में इन जातकों की प्रगति की रफ़्तार धीमी रह सकती है। इस दौरान आर्थिक जीवन में भी आपको उतार-चढ़ाव से गुज़रना पड़ सकता है। साथ ही, बातचीत की कमी के कारण रिश्ते में भी समस्याएं पैदा हो सकती हैं। वृषभ राशि वालों को इस समय अपने भविष्य की चिंता तंग कर सकती है और वहीं, इस राशि के माता-पिता अपनी संतान के विकास को लेकर थोड़ा परेशान दिखाई दे सकते हैं। संभव है कि मंगल अस्त की अवधि में यह जातक कभी-कभी अपना धैर्य खो दें और इसके चलते आसानी से उत्तेजित हो जाएं। 

आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि मंगल कन्या राशि में अस्त होकर इन जातकों के जीवन के विभिन्न क्षेत्रों को कैसे प्रभावित करेगा।

करियर/व्यापार

करियर के लिहाज़ से, मंगल कन्या राशि में अस्त की अवधि में वृषभ राशि के जातकों को कड़ी मेहनत करने के साथ-साथ अपनी बुद्धि का उपयोग भी करना होगा, तब भी आप सफलता प्राप्त कर सकेंगे। हो सकता है कि वर्तमान नौकरी में आपकी रुचि न रहे और ऐसे में, आप संतुष्टि और वेतन में बढ़ोतरी के लिए नई नौकरी की तलाश कर सकते हैं। इसके अलावा, आपको कार्यस्थल पर वरिष्ठों के साथ भी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और इसके फलस्वरूप, आपके द्वारा की गई मेहनत का फल आपको न मिलने की आशंका है।

जिन जातकों का अपना व्यापार है वह ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमाने के प्रति अत्यधिक जुनूनी हो सकते हैं। लेकिन, हो सकता है कि आप ज्यादा लाभ कमाने में सक्षम न हो और ऐसे में, आपको मिलने वाला मुनाफा कम रह सकता है या फिर हानि भी हो सकती है। इन लोगों को व्यापार में पार्टनर की तरफ से परेशानियों से दो-चार होना पड़ सकता है। 

आर्थिक जीवन

किसी यात्रा के दौरान लापरवाही के चलते आपको धन हानि हो सकती है। आपके सामने ऐसी परिस्थितियां भी पैदा हो सकती हैं जहाँ आपको जिम्मेदारियों के चलते काफ़ी पैसा ख़र्च करने के लिए मज़बूर होना पड़ें। साथ ही, इन जातकों को अपने बच्चों की सेहत पर भी धन ख़र्च करना पड़ सकता है। 

प्रेम जीवन

मंगल कन्या राशि में अस्त होने से वृषभ राशि वाले पार्टनर के साथ रिश्तों में मधुरता बनाए रखने में नाकाम हो सकते हैं क्योंकि इस दौरान वह अपने रिश्ते में कुछ ख़ास प्रयास करने में सक्षम नहीं होंगे। आप दोनों के बीच अहंकार से जुड़ी समस्याएं जन्म ले सकती हैं और इसके फलस्वरूप, आपके रिश्ते से ख़ुशियाँ गायब हो सकती हैं। ऐसे में, आपका रिश्ता प्रभावित हो सकता है। यदि आप जीवनसाथी के साथ सामंजस्य और तालमेल बिठाने में कामयाब रहेंगे, तो निश्चित रूप से यह समय आपका होगा।

स्वास्थ्य

मंगल अस्त के दौरान वृषभ राशि के जातक अपने बच्चों की सेहत को लेकर चिंतित नज़र आ सकते हैं और इसे आपके लिए ठीक नहीं कहा जा सकता है। साथ ही, आपको अपनी आँखों की जांच करवाने की सलाह भी दी जाती है क्योंकि आंखों में जलन की समस्या आपको परेशान कर सकती है। इन लोगों को अपने पार्टनर के स्वास्थ्य पर भी पैसा ख़र्च करना पड़ सकता है। 

उपाय: प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करें। 

वृषभ साप्ताहिक राशिफल

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मिथुन राशि

मिथुन राशि को राशि चक्र में तीसरा स्थान प्राप्त है जिसका संबंध दोहरे स्वभाव के लोगों से है। इस राशि के लोगों की रुचि व्यवसाय में होती है और यह इस क्षेत्र में उत्कृष्टता भी हासिल करते हैं। साथ ही, इन जातकों को शेयर में निवेश करना और उनसे लाभ कमाना भी बेहद पसंद होता है। मिथुन राशि के जातकों में जो गुण मुख्य रूप से पाया जाता है वह है यात्रा करना। प्रेम जीवन के मामलों में इन्हें संतुष्टि मिलती है। 

ज्योतिष की दृष्टि से, मिथुन राशि वालों के लिए मंगल आपके छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके चौथे भाव में अस्त अवस्था में मौजूद होंगे। ऐसे में, आपको परिवार में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और इसके परिणामस्वरूप आपके परिवार की शांति भंग हो सकती है तथा तनाव में भी बढ़ोतरी हो सकती है।आर्थिक परेशानियां भी पैदा हो सकती हैं क्योंकि आपको माता के स्वास्थ्य पर धन खर्च करना पड़ सकता है। मिथुन राशि वालों को अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए धन उधार लेने या लोन लेने की नौबत आ सकती है।

आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि मंगल कन्या राशि में अस्त होकर इन जातकों के जीवन के विभिन्न क्षेत्रों को कैसे प्रभावित करेगा।

करियर/व्यवसाय

मंगल कन्या राशि में अस्त के प्रभाव से, यह समय आपके करियर के लिए थोड़ा चुनौतीपूर्ण रह सकता है और इस दौरान कार्यस्थल पर काम में संतोषजनक परिणाम प्राप्त करना आपको मुश्किल लग सकता है। संभव है कि वर्तमान नौकरी में अब आपको वह सुख-सुविधाएं न मिलें जिन्हें आप पाना चाहते हैं और इसका असर नौकरी में आपके प्रदर्शन पर पड़ सकता है। साथ ही, काम का दबाव ऑफिस में आपके काम को प्रभावित कर सकता है और फलस्वरूप आप ख़ुद पर संदेह करते हुए नज़र आ सकते हैं। इन सभी समस्याओं से निपटने के लिए आपको योजना बनाकर काम करना होगा।

जो जातक अपना व्यापार करते हैं, उन्हें बिज़नेस के क्षेत्र में चल रहे ट्रेंड्स और परिस्थितियों को स्वीकार करना होगा। यह आपके लिए बेहद जरूरी होगा क्योंकि आपको प्रतिद्वंदियों से कड़ी टक्कर मिल सकती हैऔर वह आपकी छवि ख़राब करने की कोशिश भी कर सकते हैं। इन जातकों को व्यापार बहुत ही सावधानी से संभालना होगा क्योंकि आपको कुछ उतार-चढ़ावों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में, प्रतिस्पर्धियों से आगे रहने के लिए आपको सावधान रहने और मार्केट की बदलती परिस्थितियों के अनुसार स्वयं को ढ़ालना होगा।

आर्थिक जीवन

मंगल की अस्त अवस्था के दौरान आपको आर्थिक जीवन में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। इस अवधि में आपको धन लाभ के साथ-साथ ख़र्चों में वृद्धि भी देखने को मिल सकती है। इन ख़र्चों को पूरा करना आपको कठिन प्रतीत हो सकता है। संभव है कि आपको लाभ प्राप्त हो भी जाए, लेकिन आप बचत करने की स्थिति में नहीं होंगे जो कि आपको परेशान कर सकता है।

प्रेम जीवन

मंगल कन्या राशि में अस्त की अवधि में आपको परिवार में बेकार के मतभेदों और विवादों का सामना करना पड़ सकता है जिसके चलते घर-परिवार का माहौल बिगड़ सकता है। ऐसे में, आप नाख़ुश दिखाई दे सकते हैं। पैतृक संपत्ति को लेकर परिवार में कुछ समस्याएं जन्म ले सकती हैं और इसके परिणामस्वरूप, आपको भाई-बहनों के साथ कुछ परेशानियों का अनुभव हो सकता है और यह आपके लिए चिंता का कारण बन सकता है। इन सभी समस्याओं के चलते आप पार्टनर पर ध्यान देने में सक्षम नहीं होंगे। 

स्वास्थ्य

मिथुन राशि के जातकों में इस समय ऊर्जा और उत्साह की कमी दिखाई दे सकती है। साथ ही, आपको बेचैनी और पाचन से जुड़े रोग परेशान कर सकते हैं। इसके अलावा, आपको घबराहट भी महसूस हो सकती है जो कि आपकी समस्याएं बढ़ाने का काम कर सकती हैं। 

उपाय: प्रतिदिन विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।

मिथुन साप्ताहिक राशिफल

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कर्क राशि

कर्क राशि चक्र की चौथी राशि है जो कि जल तत्व से संबंधित है और यह एक गतिशील राशि है। इस राशि के तहत जन्मे लोगों का झुकाव संपत्ति खरीदने में होता है और यह जातक अपने घर-परिवार की सुख-सुविधाओं पर भी धन खर्च करने में पीछे नहीं रहते हैं। कर्क राशि वालों को अपनी सेहत के प्रति सजग रहना चाहिए क्योंकि सर्दी-जुकाम जैसे रोग आपको परेशान कर सकते हैं। इनकी इंटुइशन क्षमता काफ़ी अच्छी होती है जिसका इस्तेमाल यह जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में अपने प्रदर्शन को अच्छा करने के लिए करते हैं।

कर्क राशि वालों के लिए मंगल आपके पांचवें और दसवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके तीसरे भाव में अस्त अवस्था में उपस्थित होंगे। ऐसे में, कुछ समय के लिए आपके भीतर साहस और दृढ़ता की कमी दिखाई दे सकती है। अगर आप किसी यात्रा पर जा रहे हैं, तो आशंका है कि सफर में आपको कुछ चुनौतियों से दो-चार होना पड़ें। इसके अलावा, आपको भाई-बहनों के साथ भी समस्याओं से जूझना पड़ सकता है जो किसी परिस्थिति का फायदा उठाने का प्रयास कर सकते हैं। नौकरी में भी बाधाएं उत्पन्न हो सकती हैं और इसके फलस्वरूप, आपके आत्मविश्वास में कमी आ सकती है। 

आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि मंगल कन्या राशि में अस्त होकर इन जातकों के जीवन के विभिन्न क्षेत्रों को कैसे प्रभावित करेगा।

करियर/व्यवसाय 

करियर के लिहाज़ से, मंगल कन्या राशि में अस्त की अवधि में आप अपने प्रयासों से अपार सफलता प्राप्त करना चाहेंगे। लेकिन, नौकरी के संबंध में, यह जातक अपने लक्ष्यों को पाने में पीछे छूट सकते हैं। वरिष्ठों और सहकर्मियों का सहयोग न मिलने के कारण आपको इन समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है जो आपके लिए चिंता का विषय बन सकता है। 

यदि आपका ख़ुद का व्यापार है, तो इस दौरान आपके हाथ से कई सुनहरे अवसर निकल सकते हैं। इसके परिणामस्वरूप, आपको नुकसान होने की भी आशंका है। प्रतिस्पर्धी आपको कड़ी टक्कर दे सकते हैं और ऐसे में, आप ज्यादा लाभ कमाने में असफल रह सकते हैं।

आर्थिक जीवन

कर्क राशि के जातकों को यात्रा के दौरान लापरवाही की वजह से नुकसान झेलना पड़ सकता है। इन परिस्थितियों में आपको बेहद सावधान रहना होगा क्योंकि मंगल कन्या राशि में अस्त होने के कारण वर्तमान स्थिति आपके पक्ष में नहीं होने के संकेत हैं। जब धन से जुड़े मामलों की बात आती है तो, संभव है कि भाग्य आपका साथ न दें और इसके परिणामस्वरूप, पर्याप्त मात्रा में लाभ कमाना आपको मुश्किल लग सकता है।.साथ ही, इस दौरान धन की बचत करना भी आपके लिए चुनौतीपूर्ण रहने की आशंका है।

प्रेम जीवन

मंगल अस्त के दौरान कर्क राशि के जातकों की पार्टनर के साथ बहस होने की आशंका है। आपसी समझ और सामंजस्य की कमी के चलते आपको रिश्ते में इन समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। रिश्ते में प्रेम और ख़ुशियाँ बनाए रखने के लिए आपको पार्टनर के साथ तालमेल बिठाने की कोशिश करनी होगी। 

स्वास्थ्य

इस समय आपको सिर दर्द और पाचन संबंधित समस्याएं परेशान कर सकती हैं। साथ ही, आप तनावग्रस्त नज़र आ सकते हैं जिससे आपके मनोबल में कमी देखने को मिल सकती है। ऐसे में, कर्क राशि के जातकों का स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। 

उपाय: शनिवार के दिन दिव्यांगों को भोजन कराएं। 

कर्क साप्ताहिक राशिफल

सिंह राशि

मंगल कन्या राशि में अस्त के अनुसार, सिंह राशि को राशि चक्र में पांचवां स्थान प्राप्त है जो कि स्वभाव से उग्र और एक स्थिर राशि है। सिंह को अपनी तीव्रता के लिए जाना जाता है। सिंह राशि के तहत पैदा हुए लोग समय के पाबंद और बेहद ईमानदार होते हैं। साथ ही, अपने कार्यों को पूरा करने के लिए समर्पित होकर कार्य करते हैं। इन जातकों के पास अधिकार मौजूद होते हैं और स्वयं को नियंत्रित करना भी यह बख़ूबी जानते हैं। ये गुण इन्हें सफलता प्राप्त करने में मदद करते हैं। अपनी क्षमताओं के दम पर यह जातक दूसरों को प्रभावित करने में सक्षम होते हैं। 

ज्योतिष की दृष्टि से, सिंह राशि वालों के लिए मंगल आपके चौथे और नौवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके दूसरे भाव में अस्त अवस्था में बैठे होंगे। इसके परिणामस्वरूप, सिंह राशि के जातकों को प्रेम और धन संबंधित मामलों में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आय में कमी और खर्चों में वृद्धि देखने को मिल सकतीहै।ऐसे में, आर्थिक चुनौतियां आपके सामने आकर खड़ी हो सकती हैं। आशंका है कि इस समय भाग्य भी आपके साथ न दें और यह बात आपको निराश कर सकती है। इन जातकों को कार्यों में सफलता प्राप्त करने के लिए योजना को बहुत ही सावधानीपूर्वक बनाना होगा।

आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि मंगल कन्या राशि में अस्त होकर इन जातकों के जीवन के विभिन्न क्षेत्रों को कैसे प्रभावित करेगा।

करियर/व्यवसाय

करियर के लिहाज़ से, मंगल कन्या में अस्त की अवधि में सिंह राशि वाले अपनी मौजूदा नौकरी में असंतुष्ट नज़र आ सकते हैं। इन जातकों को अपने सहकर्मियों की तरफ से कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में, वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए सामंजस्य बिठाने के साथ-साथ योजना बनाकर चलना आपके लिए जरूरी होगा। करियर के क्षेत्र में इस दौरान आपको मनमुताबिक परिणाम नहीं मिलने के संकेत हैं।

यदि आप बिज़नेस करते हैं, तो संभव है कि आप अपने हाथ में आने वाले नए अवसरों का लाभ उठाने से चूक सकते हैं। ऐसे में, आपको हानि का सामना करना पड़ सकता है। इन जातकों को इस दौरान किसी भी तरह के व्यापार की शुरुआत करने या फिर नई पार्टनरशिप में आने से बचने की सलाह दी जाती है, अन्यथा आपको भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है।

आर्थिक जीवन

आर्थिक जीवन की बात करें तो, इस दौरान बचत की तुलना में खर्चे ज्यादा हो सकते हैं। साथ ही, किसी यात्रा के दौरान लापरवाही के चलते आपको धन हानि होने की भी आशंका है। इसके फलस्वरूप, इन जातकों को अपने धन को सुरक्षित रखने के लिए योजना बनाकर चलना होगा, नहीं तो आपके सामने परेशानियां खड़ी हो सकती हैं। 

प्रेम जीवन

मंगल कन्या राशि में अस्त होने से सिंह राशि वालों को रिश्ते में पार्टनर के साथ बहस या विवाद के रूप में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। संभव है कि इन परेशानियों की वजह अहंकारहो।साथ ही, बातचीत की कमी भी रिश्ते को बिगाड़ने का काम कर सकती है। इसके परिणामस्वरूप, रिश्ते में खुशियां बनाए रखने के लिए आपको शांत रहना होगा और धैर्य बनाकर चलना होगा। 

स्वास्थ्य

सेहत के लिहाज़ से, सिंह राशि वालों को दांत में दर्द और आंखों से संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान आपको आँखों में एलर्जी से जुड़े रोग परेशान कर सकते हैं। ऐसे में, आपको बेहद सावधान रहना होगा और अपनी सेहत को प्राथमिकता देनी होगी। इसके अलावा, असुरक्षा की भावना आपको स्वास्थ्य समस्याएं देने का काम कर सकती हैं।

उपाय: प्रतिदिन “ॐ भास्कराय नमः” का 11 बार जाप करें। 

सिंह साप्ताहिक राशिफल

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कन्या राशि

राशि चक्र में कन्या राशि को छठा स्थान प्राप्त है और इसके स्वामी ग्रह बुध हैं। कन्या राशि के तहत पैदा हुए लोग बेहद रचनात्मक और उत्सुक होते हैं। ऐसे जातकों में व्यापार का विस्तार करने की प्रबल इच्छा देखी जाती है और यह ज्यादा से ज्यादा लाभ कमाना चाहते हैं। साथ ही, यह जातक लंबी दूरी की यात्रा करने के शौक़ीन होते हैं।

कन्या राशि वालों के लिए मंगल आपके तीसरे और आठवें भाव के स्वामी हैं और इसके परिणामस्वरूप मंगल का प्रभाव आप पर दिखाई दे सकता है। अब यह अस्त अवस्था में आपके पहले भाव में विराजमान होंगे। ऐसे में, आपकी प्रगति की रफ़्तार थोड़ी सुस्त पड़ सकती है। इन जातकों को अपनी सेहत को भी प्राथमिकता देनी होगी क्योंकि पाचन, सिर दर्द और कमर दर्द आदि समस्याएं आपको इस अवधि में झेलनी पड़ सकतीहैं।आपके भीतर असुरक्षा की भावना पैदा हो सकती है जो आपकी चिंता और बेचैनी का कारण बन सकती है।

आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि मंगल कन्या राशि में अस्त होकर इन जातकों के जीवन के विभिन्न क्षेत्रों को कैसे प्रभावित करेगा।

करियर/व्यवसाय

करियर की बात करें तो, मंगल कन्या राशि में अस्त आपके नौकरीपेशा जीवन के लिए औसत रह सकता है। संभव है कि इस दौरान आपको काम के लिए सराहना न मिले और यह आपके लिए चिंता का कारण बन सकता है। इन जातकों को नौकरी में स्थानांतरण का सामना करना पड़ सकता है और संभव है कि यह आपके मन के अनुरूप न हो। ऐसे में, आपकी परेशानियां थोड़ी बढ़ सकती हैं और कार्यस्थल पर भी सहकर्मियों के साथ आपके मतभेद होने की आशंका है। इस अवधि के दौरान नौकरी में संतुष्टि न होने की वजह से आपको नौकरी में बदलाव करना पड़ सकता है।

कन्या राशि के जो जातक व्यापार करते हैं, उन्हें नुकसान हो सकता है। साथ ही, आपको प्रतिद्वंदियों से हार का सामना भी करना पड़ सकता है। बिज़नेस में इन लोगों की राह समस्याओं से भरी हो सकती हैं और इन परेशानियों के चलते आप सफलता पाने में पीछे रह सकते हैं।

आर्थिक जीवन

आर्थिक जीवन के संबंध में, कन्या राशि वालों को इस अवधि में समस्याओं और उतार-चढ़ाव से जूझना पड़ सकता है। मंगल अस्त के दौरान आप धन से जुड़े कुछ फैसले जल्दबाज़ी में ले सकते हैं जिसका असर लंबे समय तक आर्थिक मामलों पर देखने को मिल सकता है। संभव है कि जितना भी धन आपके पास हो, आप उसकी बचत करने में सक्षम नहों।

प्रेम जीवन 

मंगल कन्या राशि में अस्त आपको रिश्ते में पार्टनर के साथ समस्याएं दे सकता है जैसे कि बातचीत की कमी और बहस आदि। इन समस्याओं के चलते आप दोनों के बीच आपसी समझ का अभाव देखने को मिल सकता है और ख़ुशियाँ आपके रिश्ते से नदारद से रह सकती हैं।

स्वास्थ्य

कन्या राशि वाले इस अवधि में अपने स्वास्थ्य को अच्छा बनाए रखने में सक्षम नहीं होंगे जो कि आपके भीतर ऊर्जा की कमी की वजह से हो सकता है। साथ ही, आपको सिर दर्द और एलर्जी भी परेशान कर सकती है। इस दौरान आप ज्यादा उत्साहित हो सकते हैं जिसका असर आपकी सेहत पर पड़ सकता है। 

उपाय: प्रतिदिन 41 बार “ॐ नमो नारायणा” का जाप करें।

कन्या साप्ताहिक राशिफल

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तुला राशि

तुला, राशि चक्र की सातवीं राशि है और इसका संबंध वायु तत्व से है। इस राशि के तहत पैदा होने वाले लोगों में कलात्मक और रचनात्मक गुण पाए जाते हैं। इन जातकों की रुचि बिज़नेस में होती है और यह नए-नए व्यापार करने की कोशिश भी करते हैं तथा उसमें सफलता भी प्राप्त करते हैं। यह लोग अपने जीवन में काफ़ी यात्राएं करते हैं।

तुला राशि वालों के लिए मंगल आपके दूसरे और सातवें भाव के स्वामी हैं जो अब अस्त अवस्था में आपके बारहवें भाव में मौजूद होंगे। ऐसे में, इन जातकों को प्रेम जीवन के साथ-साथ धन से जुड़ी समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है। काम के सिलसिले में अनचाही यात्राओं पर जाने के योग बन रहे हैं और यह यात्राएं आपके लिए फलदायी न रहने की आशंका है। आपको बात करते समय अपने शब्दों का चयन बेहद सावधानीपूर्वक करना होगा क्योंकि हो सकता है कि आपके मुंह से निकली कोई बात पार्टनर के दिल को ठेस पहुंचा दें और इसका असर आपके रिश्ते पर भी दिखाई दे सकता है। 

आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि मंगल कन्या राशि में अस्त होकर इन जातकों के जीवन के विभिन्न क्षेत्रों को कैसे प्रभावित करेगा।

करियर/व्यवसाय

मंगल कन्या राशि में अस्त के प्रभाव से करियर के क्षेत्र में दबाव के चलते आपको वरिष्ठों के साथ कुछ परेशानियों से दो-चार होना पड़ सकता है। इन जातकों को अपने काम के लिए सराहना न मिलने की आशंका है और यह बात आपको परेशान कर सकती है। नौकरी में आपका ट्रांसफर किसी ऐसी जगह हो सकता है जो आपको बिल्कुल पसंद न आये। 

जो जातक ख़ुद का व्यापार करते हैं उन्हें पार्टनर के साथ चल रही समस्याओं की वजह से बिज़नेस बंद करने की नौबत आ सकती है। साथ ही, आपको व्यापार में प्रतिद्वंदियों से कड़ी टक्कर मिल सकती है और इस वजह से बिज़नेस में मिलने वाले मुनाफे में कमी आ सकती है।

आर्थिक जीवन

आर्थिक जीवन की बात करें तो, तुला राशि वालों के लिए पैसा इस समय एक बड़ी समस्या बनकर उभर सकता है। आपको धन की कमी महसूस हो सकती है और ऐसे में, आप ज्यादा पैसों की बचत करने में भी सक्षम नहीं होंगे। इसके परिणामस्वरूप, आपको रिश्ते में तालमेल बनाकर चलना होगा क्योंकि इस समय यह आपके लिए बेहद जरूरी होगा।

प्रेम जीवन

मंगल कन्या राशि में अस्त के प्रभाव से तुला राशि के जातकों को अपने पार्टनर के साथ असहमति और विवादों का सामना करना पड़ सकता है जिसकी वजह कुछ अनसुलझे मुद्दे हो सकते हैं। ऐसे में, रिश्ते में खुशियां बनाए रखने के लिए आपको अपनी भावनाओं को नियंत्रित करके रिलेशनशिप को सुधारने का प्रयास करना होगा। साथ ही, पार्टनर के साथ बात करते समय आप बेचैनी या असुविधा महसूस कर सकते हैं और यह बात आपको परेशान कर सकती है। 

स्वास्थ्य

तुला राशि वालों को इस दौरान अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना होगा क्योंकि आपको सिर दर्द और माइग्रेन आदि का सामना करना पड़ सकता है। इन सबका कारण आपकी कमज़ोर रोग-प्रतिरोधक क्षमता का होना हो सकता है। 

उपाय: शनिवार के दिन दिव्यांगों को भोजन कराएं।

तुला साप्ताहिक राशिफल

वृश्चिक राशि

राशि चक्र की आठवीं राशि वृश्चिक है जिसके स्वामी ग्रह मंगल महाराज हैं। इस राशि के तहत पैदा होने वाले बेहद महत्वाकांक्षी होते हैं और यह लोग अपने लक्ष्यों को जल्द ही स्थापित करने में सक्षम होते हैं। साथ ही, कार्यों और लक्ष्यों के अनुरूप योजना बनाने में भी कुशल होते हैं और इसके परिणामस्वरूप, भविष्य में इनको सफलता प्राप्त होने की संभावना प्रबल होती है। 

ज्योतिष के अनुसार, मंगल वृश्चिक राशि वालों के लिए पहले और छठे भाव के स्वामी हैं जो अब आपके ग्यारहवें भाव में अस्त अवस्था में स्थित होंगे। इसके फलस्वरूप, मंगल कन्या राशि में अस्त के दौरान इन जातकों को धन लाभ औसत रूप से होगा और सफलता की प्राप्ति भी सीमित रहने की आशंका है। करियर के विकास के संबंध में किये गए प्रयासों में देरी और बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, आपके अंदर साहस और दृढ़ता की कमी भी दिखाई दे सकती है जिसकी इस समय आपको सबसे ज्यादा जरूरत होगी। 

आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि मंगल कन्या राशि में अस्त होकर इन जातकों के जीवन के विभिन्न क्षेत्रों को कैसे प्रभावित करेगा।

करियर/व्यवसाय

करियर की दृष्टि से, मंगल कन्या राशि में अस्त आपके लिए अनुकूल साबित हो सकता है क्योंकि इस दौरान आप समर्पित होकर प्रयास करना जारी रखेंगे। ऐसे में, कड़ी मेहनत और समर्पण के बल पर इन जातकों के पदोन्नति के योग बनेंगे। 

जिन जातकों का अपना व्यापार है, तो यह अवधि आपके लिए अनुकूल रहेगी और आप अच्छा मुनाफा कमाएंगे। लेकिन, यह लाभ लंबे अर्से तक आपके उद्देश्यों को पूरा करने में नाकाम रह सकता है, लेकिन इस दौरान आपको किसी नई पार्टनरशिप में आने से बचना होगा।

आर्थिक जीवन

मंगल कन्या राशि में अस्त आपके लिए अच्छा रहेगा क्योंकि इस दौरान धन का प्रवाह सुगम रहने के आसार है। हालांकि, कुछ खर्चे आपके लिए समस्याएं पैदा कर सकते हैं। लेकिन, इस अवधि में आपके पास जो धन होगा उसकी बचत कर पाना आपको मुश्किल लग सकता है। 

प्रेम जीवन

कन्या राशि में मंगल के अस्त होने से आपको परिवार में चल रही समस्याओं के कारण पार्टनर के साथ छोटी-मोटी बहस का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, ये पारिवारिक मसलें ज्यादा बड़े नहीं होंगे। ऐसे में, आपको रिश्ते में प्रेम बनाए रखने के लिए सौहार्द बनाए रखना होगा।

स्वास्थ्य

वृश्चिक राशि वालों को इस अवधि में स्वास्थ्य समस्याओं से जूझना पड़ सकता है। इसके परिणामस्वरूप, आपको पाचन से जुड़े रोग घेर सकते हैं जिसके चलते आपकी भूख में कमी आ सकती है। रात को नींद न आने की समस्या भी आपको परेशान कर सकती है। ऐसे में, आपके लिए ध्यान का अभ्यास करना फायदेमंद साबित होगा।

उपाय: रोज़ाना 27 बार “ॐ हनुमते नमः” का जाप करें। 

वृश्चिक साप्ताहिक राशिफल

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धनु राशि

धनु राशि को राशि चक्र में नौवां स्थान प्राप्त है और यह स्वभाव से उग्र राशि है। जिन लोगों का जन्म धनु राशि के तहत होता है, वह लोग बेहद धार्मिक प्रवृत्ति के होते हैं और ईश्वर में बहुत आस्था रखते हैं। इन लोगों के व्यक्तित्व में नेतृत्व क्षमता और प्रशासनिक गुण पाए जाते हैं।

धनु राशि के जातकों के लिए मंगल आपके पांचवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं और इस दौरान वह आपके दसवें भाव में अस्त अवस्था में बैठे होंगे। इसके परिणामस्वरूप, इन जातकों को मिले-जुले परिणामों की प्राप्ति हो सकती है जो कि शुभ या अशुभ दोनों हो सकते हैं। इस दौरान आपको करियर के क्षेत्र में उतार-चढ़ाव और बदलावों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, आपको आर्थिक नुकसान भी झेलना पड़ सकता है।

आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि मंगल कन्या राशि में अस्त होकर इन जातकों के जीवन के विभिन्न क्षेत्रों को कैसे प्रभावित करेगा।

करियर/व्यवसाय

मंगल कन्या राशि में अस्त की अवधि में आपकी कार्यक्षमता औसत रह सकती है। ऐसे में, आपको काम में उत्कृष्टता और सफलता हासिल करने के लिए काम को बुद्धिमानी और व्यवस्थित तरीके से करना होगा। ऐसा करके आप काम में शानदार परिणाम प्राप्त कर सकते हैं।

जिन जातकों का अपना व्यापार है उनके लिए यह समय थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है। साथ ही, यह अवधि आपके धैर्य की परीक्षा भी ले सकती है। इस अवधि में आपको हानि भी उठानी पड़ सकती है, विशेष रूप से तब जब आपको पार्टनर का समर्थन न मिल रहा हो। इन सभी समस्याओं से पार करने के लिए आपको सावधानी बरतनी होगी और योजना बनाकर चलना होगा।

आर्थिक जीवन

आर्थिक जीवन की बात करें तो, आपके ख़र्चों में बढ़ोतरी हो सकती है जिन्हें पूरा करना आपके लिए मुश्किल लग सकता है। ऐसे में, आप निराश महसूस कर सकते हैं। इन जातकों को सट्टे बाजार और ट्रेडिंग के क्षेत्र में अनुकूल परिणाम प्राप्त हो सकते हैं।

प्रेम जीवन

मंगल कन्या राशि में अस्त की अवधि में धनु राशि वाले को रिश्ते में प्रेम की कमी का अहसास हो सकता है। साथ ही, बच्चों के भविष्य की चिंता आपको परेशान कर सकती है।इसके अलावा, पार्टनर के साथ आपको विवादों और मतभेदों का सामना करना पड़ सकता है और ऐसे में, तालमेल बिठाना आपको कठिन प्रतीत हो सकता है। 

स्वास्थ्य

सेहत की बात करें तो, यह जातक गले से संबंधित संक्रमण या फिर किसी बीमारी की चपेट में आ सकते हैं। साथ ही, आपको ऐसी परिस्थिति का भी सामना करना पड़ सकता है जहां आपको पार्टनर के स्वास्थ्य पर धन ख़र्च करना पड़ें। 

उपाय: प्रतिदिन 27 बार “ॐ गुरवे नमः” का जाप करें। 

धनु साप्ताहिक राशिफल

मकर राशि

मकर राशि को राशि चक्र में दसवां स्थान प्राप्त है। इस राशि के लोग अपने कार्यों को प्राथमिकता देते हैं और अपने काम के प्रति प्रतिबद्ध होते हैं। इन लोगों को लंबी यात्राओं का शौक होता है और यह बेहद रचनात्मक होते हैं।

मकर राशि के जातकों के लिए मंगल आपके चौथे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और अब मंगल कन्या राशि में अस्त आपके नौवें में होंगे। इसके फलस्वरूप, इस अवधि में इन जातकों को अच्छे और बुरे दोनों तरह के परिणाम मिल सकते हैं। मकर राशि वालों को करियर में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है और संभव है कि आपको करियर में बदलाव भी देखना पड़ें। साथ ही, आपको आर्थिक नुकसान होने की भी आशंका है।

आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि मंगल कन्या राशि में अस्त होकर इन जातकों के जीवन के विभिन्न क्षेत्रों को कैसे प्रभावित करेगा।

करियर/व्यवसाय

मकर राशि वालों को करियर के विभिन्न आयामों में औसत रूप से वृद्धि देखने को मिल सकती है और ऐसे में, संतुष्टि भी औसत ही रह सकती है। अपने काम में की गई मेहनत के लिए आपको सराहना न मिलने की संभावना है जिसके चलते आपके काम में बाधाएं खड़ी हो सकती हैं। इन्हें कार्यक्षेत्र पर दबाव झेलना पड़ सकता है और इसके परिणामस्वरूप, आपके मन में नौकरी बदलने का विचार आ सकता है।

व्यापार करने वाले जातकों के लिए मंगल कन्या राशि में अस्त ज्यादा फलदायी नहीं रहने की आशंका है और इस दौरान आपको औसत परिणामों की प्राप्ति हो सकती है। बिज़नेस में प्रतिद्वंदियों से कड़ी टक्कर मिलने की वजह से आपको हानि होने की संभावना है।

आर्थिक

आर्थिक जीवन की बात करें तो, मकर राशि के जातकों को धन से जुड़े मामलों में उतार-चढ़ाव से गुजरना पड़ सकता है। साथ ही, खर्चों में बढ़ोतरी हो सकती है। आप घर-परिवार की जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए मज़बूर हो सकते हैं जिसके चलते आपको संघर्ष करना पड़ सकता है। 

प्रेम जीवन

मंगल कन्या राशि में अस्त होकर परिवार में चल रही समस्याओं के कारण आपको रिश्ते में औसत परिणाम दे सकता है। साथ ही, परिवार के सदस्यों के बीच विवाद भी होने की आशंका है। इस दौरान आप पार्टनर की ज़रूरतों को समझने में असमर्थ रह सकते हैं।

स्वास्थ्य

मकर राशि वालों का स्वास्थ्य इस समय ज्यादा ख़ास नहीं रहने का अनुमान है क्योंकि आपको तंत्रिका तंत्र से जुड़ी समस्याएं परेशान कर सकती हैं और इसका मुख्य कारण तनाव हो सकता है। 

साथ ही, आपको काफ़ी धन अपनी माता की सेहत पर ख़र्च करना पड़ सकता है। 

उपाय: प्रतिदिन 27 बार “ॐ भौमाय नमः” का जाप करें। 

मकर साप्ताहिक राशिफल

कुंभ राशि

राशि चक्र में कुंभ को ग्यारहवां स्थान प्राप्त है और इस राशि के तहत पैदा होने वाले लोगों की विशेष रुचि रिसर्च में होती है तथा वह इस क्षेत्र में उत्कृष्टता भी हासिल करते हैं। मंगल अस्त के दौरान इन जातकों की बुद्धि तेज़ होगी। 

कुंभ राशि वालों के लिए मंगल आपके तीसरे और दसवें भाव के स्वामी हैं जो अब अस्त अवस्था में आपके आठवें भाव में बैठे होंगे। ऐसे में, कुंभ राशि के लोगों को मिले-जुले परिणामों की प्राप्ति हो सकती हैं।साथ ही, इन जातकों को करियर, वित्त और प्रेम जीवन से जुड़े मामलों में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। संभव है कि इस दौरान कार्यों में संतुष्टि भी न मिले और भाई-बहनों के साथ मतभेद भी हो सकते हैं। 

आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि मंगल कन्या राशि में अस्त होकर इन जातकों के जीवन के विभिन्न क्षेत्रों को कैसे प्रभावित करेगा।

करियर/व्यवसाय

मंगल कन्या राशि में अस्त आपके करियर के लिए विशेष नहीं रहने की आशंका है क्योंकि इस दौरान आप अच्छे परिणाम प्राप्त नहीं कर सकेंगे और प्रगति की रफ़्तार भी थोड़ी सुस्त रह सकती है। ऐसे में, आप अपनी चमक बिखरने में सक्षम नहीं होंगे। इस अवधि में पदोन्नति और इंसेंटिव मिलना संभव नहीं होगा।

जिन जातकों का अपना व्यापार है उनके लिए यह समय अच्छा रहेगा और इस दौरान आप अच्छा ख़ासा मुनाफा कमाएंगे। साथ ही, प्रसन्न नज़र आएंगे। बिज़नेस में मिलने वाली चुनौतियों का सामना आप डटकर करेंगे और ऐसे में, प्रतिद्वंदियों को कड़ी टक्कर देंगे। 

आर्थिक जीवन

कुंभ राशि वालों को इस दौरान अपनी कमाई में कमी का अनुभव हो सकता है क्योंकि अचानक से ख़र्चों में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती हैजिसके चलते आपको लोन लेना पड़ सकता है। साथ ही, मंगल अस्त की अवधि में आप धन की बचत ज्यादा करने में सक्षम नहीं होंगे। 

प्रेम जीवन

प्रेम जीवन के लिहाज़ से, कुंभ राशि के जातकों को रिश्ते में सामंजस्य बनाए रखना मुश्किल लग सकता है और ऐसे में, पार्टनर के साथ दिल खोलकर बात करने में आपको संघर्ष का सामना करना पड़ सकता है। पारिवारिक समस्याएं आपकी खुशियों को कम कर सकती हैं। साथ ही, इस समय आपका स्वास्थ्य भी ज्यादा ख़ास नहीं होने की आशंका है और आँखों में जलन की समस्या भी आपको परेशान कर सकती है।

स्वास्थ्य

मंगल कन्या राशि में अस्त आपकी सेहत के लिए अच्छा नहीं कहा जा सकता है। आँखों में जलन की समस्या आपको परेशान कर सकती है और यह आपको निरंतर परेशान कर सकती है। ऐसे में, आंखों को डॉक्टर को दिखाने और पूरा इलाज करवाने की सलाह दी जाती है। 

उपाय: रोज़ाना “ॐ नमः शिवाय” का 27 बार जाप करें। 

कुंभ साप्ताहिक राशिफल

मीन राशि

राशि चक्र की अंतिम एवं बारहवीं राशि मीन है और इस राशि के लोगों को लंबी दूरी की यात्रा करना बेहद पसंद होता है। इन जातकों में अपनी आय में वृद्धि करने की प्रबल इच्छा होती है और यह धन कमाने के साथ-साथ उसकी बचत करने में भी विश्वास करते हैं। 

मीन राशि वालों के लिए मंगल आपके दूसरे और नौवें भाव के स्वामी हैं जो कि अब आपके सातवें भाव में अस्त अवस्था में विराजमान होंगे। इसके परिणामस्वरूप, आपको आर्थिक संकट, व्यापार और पार्टनरशिप में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, आपको लाभ में कमी देखने को मिल सकती है और आप निराश भी महसूस कर सकते हैं।

आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि मंगल कन्या राशि में अस्त होकर इन जातकों के जीवन के विभिन्न क्षेत्रों को कैसे प्रभावित करेगा।

करियर/व्यवसाय

करियर की बात करें तो, इन जातकों को करियर के क्षेत्र में ज्यादा ख़ास परिणाम प्राप्त न होने का अनुमान है। मंगल कन्या राशि में अस्त के दौरान आपको दक्षता में कमी के साथ-साथ सीमित मात्रा में लाभ और प्रगति का अनुभव हो सकता है। यह समय आपके लिए उत्साहित करने वाला नहीं रहेगा क्योंकि काम के लिए कार्यस्थल पर सराहना मिलना आपके लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है।

यदि आप व्यापार करते हैं, तो यह समय आपके लिए प्रभावी न रहने की आशंका है। प्रतिद्वंदियों को टक्कर देने और सफलता प्राप्त करने में आपको संघर्ष का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, बिज़नेस में प्रतिस्पर्धी आपकी राह में परेशानियां खड़ी कर सकते हैं और यह आपकी मुश्किलों को बढ़ाने का काम कर सकता है।

आर्थिक जीवन

मंगल कन्या राशि में अस्त होने से आपको भाग्य का साथ न मिलने के संकेत हैं। ऐसे में, आप आउटसोर्सिंग तथा विदेशी स्रोतों के माध्यम से लाभ कमाने में सक्षम नहीं होंगे। साथ ही, आपको धन हानि भी झेलनी पड़ सकती है।

प्रेम जीवन

मीन राशि के जातकों को पार्टनर और उनके परिवार के साथ रिश्तों में प्रेम और सौहार्द की कमी देखने को मिल सकती है। इसके परिणामस्वरूप, आप पार्टनर के साथ खुशियां बनाए रखने में सक्षम नहीं होंगे।

स्वास्थ्य

मंगल कन्या राशि में अस्त की अवधि आपकी सेहत के लिए थोड़ी मुश्किलभरी रह सकती है। इस दौरान आपकी रोग-प्रतिरोध क्षमता कमज़ोर हो सकती है जिसकी वजह से आपको नींद न आना और आंखों में जलन की समस्या परेशान कर सकती है। 

उपाय: प्रतिदिन 27 बार “ॐ मंगलाय नमः” का जाप करें। 

मीन साप्ताहिक राशिफल

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