मंगल कर्क राशि में वक्री
मंगल कर्क राशि में वक्री 07 दिसंबर 2024 की सुबह 04 बजकर 56 मिनट पर होने जा रहे हैं। वैदिक ज्योतिष में मंगल देव को साहस का ग्रह माना जाता है इसलिए इनकी चाल, दशा या स्थिति में होने वाले बदलाव राशियों सहित देश-दुनिया को प्रभावित करते हैं। एस्ट्रोसेज का यह आर्टिकल “मंगल कर्क राशि में वक्री” विशेष रूप से आपके लिए तैयार किया गया है जिसके माध्यम से आपको वक्री मंगल से जुड़ी समस्त जानकारी प्राप्त होगी। साथ ही, मंगल की वक्री चाल राशि चक्र की सभी 12 राशियों को किस तरह प्रभावित करेगी और इस दौरान किन उपायों को करना आपके लिए फलदायी साबित होगा? यह भी हम आपको बताएंगे। तो चलिए शुरुआत करते हैं इस विशेष लेख की और सबसे पहले जानते हैं मंगल का ज्योतिष में महत्व।
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विद्वान ज्योतिषियों से फोन पर बात करें और जानें मंगल कर्क राशि में वक्री का अपने जीवन पर प्रभाव
वैदिक ज्योतिष में मंगल को साहस, दृढ़ता और पराक्रम का ग्रह माना जाता है। राशि चक्र में यह लग्न भाव और छठे भाव को नियंत्रित करते हैं।अगर मंगल महाराज अपने स्वामित्व वाली राशि मेष और वृश्चिक में विराजमान होते हैं, तो यह आपको बेहद शुभ परिणाम प्रदान करते हैं। इसी क्रम में, मंगल देव जब शनि महाराज की राशि मकर में बैठे होते हैं जो कि इनकी उच्च राशि है और यहां यह काफ़ी मज़बूत स्थिति में होते हैं। ऐसे में, मंगल व्यक्ति को करियर, धन और प्रेम जीवन से जुड़े मामलों में सकारात्मक परिणाम देने के साथ-साथ अपार सफलता का आशीर्वाद भी देते हैं। वहीं, इसके विपरीत,अब मंगल ग्रह के वक्री होने से कुछ लोगों को प्रेम संबंधों में शुभ फल प्राप्त हो सकते हैं। जैसे कि हम जानते हैं कि मंगल महाराज कर्क राशि में मौजूद हैं और इसके परिणामस्वरूप, जातकों को धन लाभ कमाने की राह में समस्याएं और करियर में ज्यादा सफलता न मिलने जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, यह रिश्ते में नकारात्मकता पैदा करने का काम कर सकते हैं।
मंगल ग्रह मेष राशि के लिए पहले और आठवें भाव के स्वामी हैं तथा अब यह इनके चौथे भाव में वक्री हो रहे हैं। ऐसे में, मंगल देव आपको सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह के परिणाम देने का काम कर सकते हैं। बात करें मंगल कर्क राशि में वक्री की, तो यह आपको प्रेम संबंधों में शांति और आपके बीच आपसी सामंजस्य को बेहतर कर सकते हैं।
वैदिक ज्योतिष में मंगल का महत्व
जिन जातकों की कुंडली में मंगल मज़बूत स्थिति में होते हैं, उन्हें जीवन में सभी तरह के सुख प्रदान करते हैं, विशेषकर उत्तम स्वास्थ्य और तेज़ बुद्धि की प्राप्ति होते हैं। इसके विपरीत, मंगल महाराज के अशुभ ग्रहों जैसे शनि या राहु/केतु के साथ मौजूद होने पर जातकों को समस्याओं और बाधाओं का सामना करना पड़ता है। साथ ही, नींद न आना, त्वचा और तंत्रिका तंत्र से जुड़ी समस्याएं भी परेशान कर सकती हैं। हालांकि, मंगल और बुध के एक साथ उपस्थित होने पर व्यक्ति की बुद्धिमानी में कमी आती है और उनके स्वभाव में गुस्स और आवेग बढ़ता है। लेकिन, अगर मंगल देव शुभ ग्रह बृहस्पति के साथ बैठे होते हैं, तो व्यक्ति को बेहद उत्तम परिणाम प्राप्त होते हैं।
आइए अब हम आगे बढ़ते हैं और इस विशेष लेख के माध्यम से आपको अवगत करवाते हैं कि मंगल कर्क राशि में वक्री होकर सभी 12 राशियों को किस तरह के परिणाम देंगे और इस दौरान किन उपायों को आपको करना चाहिए।
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मंगल कर्क राशि में वक्री: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए मंगल देव आपके पहले और आठवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके चौथे भाव में वक्री होंगे।
इसके परिणामस्वरूप, मंगल कर्क राशि में वक्री के दौरान आपकी खुशियों और सुख-सुविधाओं में कमी आ सकती हैं। साथ ही, आपको घर-परिवार में भी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
करियर की बात करें तो, इस अवधि में आपको कार्यक्षेत्र में वरिष्ठों और सहकर्मियों के साथ रिश्ते में उतार-चढ़ाव से दो-चार होना पड़ सकता है।
व्यापार के क्षेत्र में, प्रतिद्वंदियों से कड़ी टक्कर मिलने की वजह से आपको हानि हो सकती है और बिज़नेस में आपकी योजनाएं भी पुरानी हो सकती हैं।
आर्थिक जीवन में इन जातकों के खर्चों में बढ़ोतरी होने की संभावना है और इसके फलस्वरूप, आपको धन का प्रबंधन करने में कठिनाई का अनुभव हो सकता हैं।
प्रेम जीवन में आपके और पार्टनर के बीच बातचीत बहुत कम होने की आशंका है जिसके चलते आपके रिश्ते से प्रेम एवं सौहार्द गायब रह सकता है।
मंगल की वक्री अवस्था के दौरान आपको कमर दर्द और फेफड़ों में इन्फेक्शन जैसी समस्याएं परेशान कर सकती हैं इसलिए अपना ध्यान रखें।
उपाय: शनिवार के दिन शनि ग्रह की पूजा करें।
वृषभ राशि
वृषभ राशि वालों के लिए मंगल ग्रह आपके सातवें और बारहवें भाव के अधिपति देव हैं जो अब आपके तीसरे भाव में वक्री होने जा रहे हैं।
इसके फलस्वरूप, इन जातकों में साहस और दृढ़ता की कमी रह सकती है। साथ ही, इस दौरान की गई यात्राओं में भी आपको समस्या हो सकती है। इसके अलावा, आपका रिश्ता बाधाओं से भरा रह सकता है जिसकी वजह बातचीत की कमी हो सकती है।
करियर के क्षेत्र में मंगल कर्क राशि में वक्री के दौरान नौकरी में आपका ट्रांसफर किसी अनजान जगह पर हो सकता है। ऐसे में, आप नाख़ुश दिखाई दे सकते हैं।
व्यापार की बात करें, तो बिज़नेस में ज्ञान और बुद्धि के अभाव में आप अच्छा लाभ कमाने में पीछे रह सकते हैं।
आर्थिक जीवन में यात्राओं के दौरान लापरवाही बरतने के कारण आपको धन हानि झेलनी पड़ सकती है इसलिए आपको सावधान रहना होगा।
निजी जीवन में आप पार्टनर के साथ रिश्ते को मधुर बनाए रखने में नाकाम रह सकते हैं और ऐसे में, आपके रिलेशनशिप से ख़ुशियां नदारद रह सकती हैं क्योंकि आप दोनों के बीच आपसी समझ की कमी रह सकती है।
स्वास्थ्य के मामले में आपको विटामिन की कमी के कारण फ्लू से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकती हैं।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ भौमाय नमः” का 21 बार जाप करें।
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मिथुन राशि
मिथुन राशि वालों की कुंडली में मंगल देव आपके छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके दूसरे भाव में वक्री होने जा रहे हैं।
इसके फलस्वरूप, मंगल की वक्री अवस्था में आपको कर्ज़ और परिवार से जुड़ी समस्याएं परेशान कर सकती हैं। साथ ही, आपको लंबी दूरी की यात्राएं करनी पड़ सकती हैं।
करियर को देखें तो, मिथुन राशि वालों को कार्यक्षेत्र में सहकर्मियों और सीनियर्स के साथ कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है जिसका असर आपके प्रदर्शन पर नज़र आ सकता है।
व्यापार के संबंध में मंगल कर्क राशि में वक्री होकर आपको आर्थिक नुकसान करवा सकते हैं जिसकी वजह आपकी व्यापार नीतियों का पुराना होना हो सकता है।
आर्थिक जीवन की बात करें, तो इस अवधि में योजनाओं की कमी की वजह से आपके खर्चों में वृद्धि होने की संभावना है इसलिए जितना हो सके, इन्हें नियंत्रित करने का प्रयास करें।
प्रेम जीवन में आप पार्टनर से बात करते समय कठोर शब्दों का उपयोग कर सकते हैं और इसका सीधा असर आपके रिश्ते पर पड़ सकता है।
बात करें स्वास्थ्य की, तो मंगल की वक्री चाल के दौरान आपको आँखों और दांतों का ध्यान रखने की सलाह दी जाती है क्योंकि आपको कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
उपाय: प्रतिदिन विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
कर्क राशि
कर्क राशि वालों की कुंडली के लिए मंगल ग्रह आपके पांचवें और दसवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके लग्न/पहले भाव में वक्री हो रहे हैं।
इसके परिणामस्वरूप, आपको कार्यस्थल में काम के प्रति जागरूक रहना होगा और बहुत सोच-समझकर काम करना होगा। इन लोगों की रुचि बच्चों की तरक्की देखने में होगी।
करियर की बात करें तो, यह जातक जीवन में संतुष्टि पाने के लिए नौकरी में बदलाव करने का मन बना सकते हैं और साथ ही, आपको लाभ की प्राप्ति होगी।
व्यापार करने वाले जातक मंगल कर्क राशि में वक्री के दौरान नए व्यापार में प्रवेश कर सकते हैं क्योंकि पुराने व्यापार से आपको ज्यादा लाभ नहीं मिल रहा होगा।
आर्थिक जीवन में आपको ट्रेड के माध्यम से मुनाफा मिलने के योग बनेंगे और इस प्रकार, आप धन की बचत भी कर सकेंगे।
प्रेम जीवन में पार्टनर के प्रति आपके मन में असुरक्षा की भावना आ सकती है और इस वजह से आपके रिश्ते में प्यार का अभाव रहेगा।
स्वास्थ्य को देखें तो, मंगल की वक्री अवस्था के दौरान आपको सर्दी-खांसी से जुड़े रोग परेशान कर सकते हैं जो कि आपकी कमज़ोर रोग प्रतिरोधक क्षमता का परिणाम हो सकते हैं।
उपाय: शनिवार के दिन राहु ग्रह के लिए यज्ञ/हवन करें।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों की कुंडली में मंगल देव आपके चौथे और नौवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके बारहवें भाव में वक्री हो रहे हैं।
मंगल कर्क राशि में वक्री के दौरान यह जातक धार्मिक स्थानों की यात्रा करते हुए दिखाई देंगे जो कि लंबी दूरी की हो सकती है।
करियर के क्षेत्र में इस अवधि में आप नौकरी खो सकते हैं और आपको नई नौकरी के लिए बाहर जाना पड़ सकता है।
सिंह राशि के व्यापार करने वाले जातकों को योजनाओं की कमी और पेशेवर तरीके से काम न करने की वजह से नुकसान उठाना पड़ सकता है।
आर्थिक जीवन में इस अवधि में आपको भाग्य का साथ न मिलने की संभावना है जिसकी वजह से आपका लाभ कम रह सकता है।
निजी जीवन में आप तनाव में डूबे रह सकते हैं और ऐसे में, आप साथी से सही तरीके से बात करने में असमर्थ रह सकते हैं।
स्वास्थ्य को देखें तो, इन लोगों को पैरों और जोड़ों में दर्द रह सकता है इसलिए अपनी सेहत का ध्यान रखें।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ आदित्य नमः का 21 बार जाप करें।
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कन्या राशि
कन्या राशि वालों के लिए मंगल ग्रह आपके तीसरे और आठवें भाव के अधिपति देव हैं जो अब आपके ग्यारहवें भाव में वक्री होने जा रहे हैं।
इसके परिणामस्वरूप, मंगल कर्क राशि में वक्री की अवधि में इन जातकों की इच्छाएं पूरी होंगी, लेकिन आपको मिलने वाली संतुष्टि औसत रह सकती है। हालांकि, आपका संचार कौशल अच्छा रहेगा।
करियर की बात करें तो, इस अवधि में आप अपनी कड़ी मेहनत और लगातार प्रयास के दम पर करियर में सफलता प्राप्त करेंगे।
व्यापार के क्षेत्र में इन लोगों को पैतृक संपत्ति और सट्टेबाजी के माध्यम से लाभ मिलने के योग बनेंगे।
बात करें आर्थिक जीवन की, तो मंगल की वक्री अवस्था के दौरान आपको पर्याप्त मात्रा में धन की प्राप्ति होगी, लेकिन साथ ही आपके सामने खर्चे बने रहे सकते हैं।
निजी जीवन में आप साथी के साथ दिल खोलकर बातें करते हुए नज़र आएंगे और ऐसे में, आप दोनों का रिश्ता मधुरता से भरा रहेगा।
स्वास्थ्य को देखें तो, कन्या राशि के जातक साहस और ऊर्जा से भरे रहेंगे जिसके चलते आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ केतवे नमः” का 21 बार जाप करें।
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तुला राशि
तुला राशि के जातकों की कुंडली में मंगल देव आपके दूसरे और सातवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके दसवें भाव में वक्री होने जा रहे हैं।
इसके फलस्वरूप, इन लोगों को काम के सिलसिले में यात्रा करनी पड़ सकती है और ऐसे में, आप सफलता प्राप्त करेंगे। साथ ही, आप धन की बचत करने में भी सक्षम होंगे।
करियर को देखें तो, मंगल कर्क राशि में वक्री होकर आपके लिए नौकरी के नए अवसर लेकर आएगा जिससे आप संतुष्ट दिखाई देंगे।
व्यापार करने वाले तुला राशि के जातक नई बिज़नेस पार्टनरशिप में प्रवेश कर सकते हैं जो आपको संतुष्टि देने का काम करेगी। ऐसे में, आप अच्छा ख़ासा लाभ कमाने में सफल रहेंगे।
आर्थिक जीवन में आप काफ़ी पैसा कमाएंगे और इसके परिणामस्वरूप, आपकी धन कमाने की क्षमता में वृद्धि होगी।
प्रेम जीवन में इन लोगों का रवैया पार्टनर के प्रति मधुर बना रहेगा और ऐसे में, आप साथी से दिल खोलकर बातें करते हुए दिखाई देंगे।
स्वास्थ्य के लिहाज़ से, वक्री मंगल के दौरान यह जातक ऊर्जावान और आत्मविश्वास से भरे रहेंगे जिसके चलते आपका स्वास्थ्य उत्तम बना रहेगा।
उपाय: गुरुवार के दिन गुरु ग्रह के लिए यज्ञ/हवन करें।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि वालों के लिए मंगल महाराज आपके पहले/लग्न भाव और छठे भाव के स्वामी हैं जो अब आपके नौवें भाव में वक्री होने जा रहे हैं।
ऐसे में, मंगल कर्क राशि में वक्री होने से आप कार्यों में नए प्रयास करते हुए दिखाई देंगे। इस दौरान की गई यात्राओं में भाग्य आपका साथ देगा और साथ ही, आपको धार्मिक कार्यों में शामिल होकर ख़ुशियों की प्राप्ति होगी।
करियर की बात करें तो, इस अवधि में आपको कार्यस्थल में एक के बाद एक काम मिल सकते हैं। ऐसे में, आपको जिम्मेदार होना होगा, तब ही आप कार्यों में सफलता प्राप्त कर सकेंगे।
मंगल की वक्री अवस्था के दौरान इस राशि के व्यापार करने वाले जातकों को काम के सिलसिले में लंबी दूरी की यात्रा पर जाना पड़ सकता है और ऐसा करके आपको नए व्यापार के माध्यम से लाभ कमाने के अवसर मिलेंगे।
आर्थिक जीवन को देखें तो, आप ट्रेवल के माध्यम से धन कमाएंगे और ऐसे में, आप पैसा कमाने के लिए विदेश जा सकते हैं।
प्रेम जीवन में वृश्चिक राशि वालों को कदम-कदम पर अपने पार्टनर और बड़ों का साथ मिलेगा। इस वजह से साथी के साथ आपका रिश्ता मज़बूत होगा।
स्वास्थ्य के मामले में आपकी सेहत अच्छी बनी रहेगी जिसकी वजह आपके भीतर का साहस और निडरता होगी।
उपाय: मंगलवार के दिन मंगल ग्रह के लिए यज्ञ/हवन करें।
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धनु राशि
धनु राशि वालों की कुंडली में मंगल देव आपके पांचवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके आठवें भाव में वक्री होने जा रहे हैं।
इसके फलस्वरूप, इन जातकों को कार्यों में किये जा रहे प्रयासों में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और साथ ही, आपको लंबी दूरी की यात्रा करनी पड़ सकती है।
करियर के क्षेत्र में मंगल कर्क राशि में वक्री होकर आपको अप्रत्याशित रूप से लाभ प्रदान करेंगे जिससे आप संतुष्ट नज़र आएंगे। इस अवधि में आपको नौकरी के नए अवसर मिलेंगे जो आपके मन के अनुरूप होंगे।
धनु राशि के व्यापार करने वाले जातकों का अगर फैमिली बिज़नेस है या फिर वह सट्टेबाजी से जुड़ा कोई व्यापार करते हैं, तो आपको लाभ की प्राप्ति होगी। साथ ही, इन लोगों को अच्छा रिटर्न मिलेगा।
आर्थिक जीवन में आपको थोड़ा सतर्क रहने की सलाह दी जाती है क्योंकि वक्री मंगल की अवधि में लाभ के साथ-साथ आपके खर्चों में भी बढ़ोतरी होने की संभावना है।
प्रेम जीवन में इन जातकों के मन में असुरक्षा की भावना जन्म ले सकती है और इस वजह से आप साथी का हर बात पर विरोध कर सकते हैं।
स्वास्थ्य को देखें तो, धनु राशि वालों को इस अवधि में आंखों से जुड़ी समस्याएं परेशान कर सकती हैं और ऐसे में, आपको आंखों में दर्द की शिकायत रह सकती है।
उपाय: गुरुवार के दिन गुरु ग्रह की पूजा करें।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के लिए मंगल ग्रह आपके ग्यारहवें और चौथे भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके सातवें भाव में वक्री होने जा रहे हैं।
ऐसे में, मंगल के आपके सातवें भाव में वक्री होने से आपका सारा ध्यान नए दोस्त और संपर्क बनाने पर केंद्रित होगा और इसमें आप काफ़ी हद तक सफल भी रहेंगे।
बात करें करियर की तो, इस अवधि में आपको लंबी दूरी की यात्रा करनी पड़ सकती है और इस तरह की यात्राएं आपके लिए प्रगति लेकर आएंगी।
मंगल कर्क राशि में वक्री के दौरान मकर राशि के जातकों द्वारा व्यापार के सिलसिले में की गई यात्राएं लाभदायी साबित होंगी। आप मुनाफा भी प्राप्त कर सकेंगे और ऐसे में, आप अपने बिज़नेस की नींव तैयार करेंगे।
आर्थिक जीवन की बात करें तो, यह जातक अपने दोस्तों को धन उधार दे सकते हैं और इस वजह से आपको धन हानि हो सकती है क्योंकि संभव है कि उनसे धन आपको वापस न मिले। ऐसे में, आपकी परेशानियां बढ़ सकती हैं।
निजी जीवन में आपको पार्टनर के साथ रिश्ते में सावधानी बरतने के साथ-साथ उच्च मूल्य बनाकर चलना होगा और खुशियों को बनाए रखने का प्रयास करना होगा।
स्वास्थ्य की बात करें तो, आपको खानपान का ध्यान रखना होगा क्योंकि आपको पाचन से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकती हैं।
उपाय: शनिवार के दिन शनि ग्रह की पूजा करें।
कुंभ राशि
कुंभ राशि वालों के लिए मंगल महाराज आपके तीसरे और दसवें भाव के स्वामी ग्रह हैं जो अब आपके छठे भाव में वक्री होने जा रहे हैं।
इसके फलस्वरूप, इन जातकों को कार्यों में की जा रही कड़ी मेहनत और दृढ़ता के बल पर सफलता की प्राप्ति होगी, लेकिन आप फिर भी असंतुष्ट रह सकते हैं।
बात करें करियर की तो, मंगल कर्क राशि में वक्री के दौरान आप बेहतर संभावनाओं को देखते हुए नौकरी में बदलाव कर सकते हैं और ऐसे में, आपको काफ़ी लाभ मिलेगा जिससे आप संतुष्ट नज़र आएंगे।
व्यापार की बात करें तो, इन जातकों के हाथ से कुछ सही और योग्य लोगों के साथ बिज़नेस पार्टनरशिप में आने के अवसर निकल सकते हैं। इसके फलस्वरूप, आपके लाभ में कमी आ सकती है।
आर्थिक जीवन में आपके खर्चे बढ़ने की आशंका है और इसके परिणामस्वरूप, आपको लोन लेना पड़ सकता है जिसकी वजह से आप पर आर्थिक बोझ बढ़ सकता है।
निजी जीवन में वक्री मंगल के दौरान आप पार्टनर के साथ नाखुश रह सकते हैं इसलिए आपको रिश्ते पर ध्यान देना होगा।
स्वास्थ्य की दृष्टि से, कुंभ राशि के जातकों को त्वचा से जुड़ी समस्याएं परेशान कर सकती हैं और ऐसे में, आप किसी एलर्जी के शिकार हो सकते हैं।
उपाय”: शनिवार के दिन दिव्यांगों को भोजन दान करें।
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के लिए मंगल देव आपके दूसरे और नौवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके पांचवें भाव में वक्री हो रहे हैं।
मंगल कर्क राशि में वक्री होने की अवधि में इन जातकों की रुचि अध्यात्म के प्रति बढ़ सकती है और ऐसे में, आप धर्म-कर्म के कार्य करते हुए नज़र आएंगे।
करियर को देखें तो, इन जातकों को इस अवधि में अन्य लाभों के साथ-साथ प्रमोशन मिलने के योग बनेंगे जो कि आपकी मेहनत का परिणाम होगा।
व्यापार के क्षेत्र में मीन राशि वालों को अपनी गलत योजनाओं और नीतियों की वजह से आर्थिक नुकसान झेलना पड़ सकता है।
आर्थिक जीवन में मंगल की वक्री चाल आपसे संतान की प्रगति और विकास पर काफ़ी पैसा खर्च करवा सकती है।
निजी जीवन में आपका साथी आपसे संतान के बारे में बात करते हुए दिखाई दे सकते हैं जो कि उनके भविष्य एवं विकास के संबंध में होने की संभावना है।
जब बात आती है स्वास्थ्य की तो, इन जातकों को हाइपरटेंशन की वजह से सिर दर्द की शिकायत रह सकता है इसलिए आपको योग करने की सलाह दी जाती है।
उपाय: मंगलवार के दिन मंगल ग्रह के लिए यज्ञ/हवन करें।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. मंगल ग्रह कब वक्री होंगे?
कर्क राशि में मंगल ग्रह 07 दिसंबर 2024 को वक्री हो जाएंगे।
2. मंगल ग्रह की कौन सी राशि है?
राशि चक्र में मंगल देव मेष राशि और वृश्चिक राशि के स्वामी हैं।
3. वक्री किसे कहते हैं?
ज्योतिष में जब कोई ग्रह उल्टा अर्थात पीछे की तरफ चलता हुआ प्रतीत होता है, तो उसे ग्रह की वक्री अवस्था कहते हैं।