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मंगल वृषभ राशि में मार्गी (13 जनवरी 2023)

ज्योतिष में मंगल ग्रह को स्वभाव से उग्र माना गया है। सभी नौ ग्रहों में से मंगल और सूर्य शरीर में अग्नि तत्व को नियंत्रित करते हैं। मंगल ग्रह के कारण ही जीवन शक्ति, शारीरिक ऊर्जा, सहनशक्ति, समर्पण, इच्छाशक्ति, कार्य को पूरा करने की ऊर्जा प्राप्त होती है। कुंडली में मंगल के प्रभाव से व्यक्ति साहसी होता है और हमेशा आगे बढ़ने की इच्छा रखता है। साथ ही जिन लोगों की कुंडली में मंगल ग्रह की स्थिति मजबूत होती है, वे लोग रियल स्टेट, टेक्नोलॉजी और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अपना करियर बनाते हैं। ऐसे में साल 2023 में मंगल वृषभ राशि में मार्गी होने जा रहे हैं, जिससे कई बदलाव देखने को मिलेंगे।

13 जनवरी को मंगल वृषभ राशि में मार्गी होंगे, जानें प्रभाव!

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एस्ट्रोसेज के इस विशेष लेख में हम जानेंगे कि मंगल के वृषभ राशि में मार्गी होने से सभी 12 राशियों पर कैसा प्रभाव पड़ेगा? कुछ ऐसी राशियां हैं, जिनको मार्गी मंगल सफलता दिलाएंगे, तो वहीं कुछ राशियों के स्वास्थ्य, व्यवहार और आर्थिक जीवन में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं। इसके अलावा इसमें हम राशि अनुसार ऐसे उपायों के बारे में जानेंगे जो बुरे प्रभावों से निपटने में आपकी मदद करेंगे। आगे बढ़ने से पहले जानते हैं मंगल की इस अवस्था की तिथि और समय के बारे में।

मंगल वृषभ राशि में मार्गी: तिथि और समय

जब कोई ग्रह किसी राशि में रहते हुए सीधी चाल से चलता है तो उसे मार्गी कहते हैं। लगभग ढाई महीने बाद मंगल मार्गी होने जा रहे हैं। बता दें कि 13 जनवरी 2023, शुक्रवार को रात 12 बजकर 07 मिनट पर होंगे।

यह राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी व्यक्तिगत चन्द्र राशि अभी जानने के लिएचंद्र राशि कैलकुलेटर का उपयोग करें।

Read in English: Mars Direct in Taurus (13 Jan 2023)

आइए जानते हैं कि मंगल की इस अवस्था का किस राशि पर क्या प्रभाव पड़ने की संभावना है।

मेष राशि

मेष राशि के जातकों के लिए मंगल लग्न और आठवें भाव के स्वामी हैं। जो आपके परिवार, बचत व वाणी के दूसरे भाव में वक्री थे, जिसके कारण आप लंबे समय से आक्रामक रवैया, परिवार के सदस्यों के साथ संघर्ष, आर्थिक जीवन में उतार-चढ़ाव और स्वास्थ्य को लेकर कई समस्याओं से जूझ रहे थे। लेकिन मंगल मार्गी होने के कारण इन सभी मुश्किलों से राहत मिलेगी। हालांकि आपको अपने खानपान में सुधार लाना होगा क्योंकि इसमें लापरवाही आपके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है। इसके अलावा आपको वाहन चलाते समय सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।

उपाय: प्रतिदिन सात बार हनुमान चालीसा का जाप करें।

वृषभ राशि

वृषभ राशि के जातकों के लिए मंगल बारहवें व सातवें भाव के स्वामी हैं और यह आपके लग्न यानी प्रथम भाव में वक्री थे। लेकिन इसी भाव में मंगल के मार्गी होने से आपको पहले की अपेक्षा कम नुकसान का सामना करना पड़ेगा। आशंका है कि इस दौरान चिकित्सा से संबंधित खर्चे बढ़ सकते हैं यानी कि आपको खुद के लिए या अपनी माता जी की बीमारी से संबंधित खर्च करने पड़ सकते हैं। हालांकि इन समस्याओं से निपटने के लिए आप सक्षम होंगे। लेकिन चूंकि मंगल आपके बारहवें भाव यानी कि व्यय और हानि भाव के स्वामी हैं इसलिए आपको किसी भी प्रकार का सौदा या लेन-देन करते वक्त अधिक सावधान रहने की आवश्यकता होगी। इस दौरान जो लोग एकल जीवन व्यतीत कर रहे हैं, उन्हें अपना हमसफर मिल सकता है।

उपाय: माँ दुर्गा की पूजा करें और उन्हें लाल रंग के पुष्प अर्पित करें।

मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातकों के लिए मंगल छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और यह आपके बारहवें भाव मार्गी होंगे जो कि विदेशी भूमि, मल्टीनेशनल कंपनी, अस्पतालों आदि का भाव होता है। ऐसे में जो लोग इन क्षेत्रों से जुड़े हैं और समस्याओं का सामना कर रहे थे, उन्हें राहत मिलेगी। हालांकि हो सकता है कि समस्याओं से पूरी तरह छुटकारा न मिल पाए क्योंकि मंगल अभी भी आपके बारहवें भाव में हैं, जिसके परिणामस्वरूप आपको स्वास्थ्य के लिए धन खर्च करना पड़ सकता है। इसके अलावा आठवें भाव के साथ-साथ मंगल की दृष्टि आपके सातवें भाव यानी कि साझेदारी और विवाह के भाव पर भी है इसलिए आपको अपने जीवनसाथी के साथ संबंध में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं। ऐसे में आपके लिए बेहतर होगा कि अपने जीवनसाथी के साथ शांतिपूर्ण ढंग से पेश आएं और विनम्र स्वभाव के साथ चीजों को सुलझाने की कोशिश करें।

उपाय: प्रतिदिन सुबह भगवान कार्तिकेय की पूजा करें।


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कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों के लिए मंगल योगकारक ग्रह है। यह आपके केंद्र और त्रिकोण भावों का नियंत्रक है यानी कि पांचवें और दसवें भाव का स्वामी हैं और यह आपके ग्यारहवें भाव यानी कि लाभ और इच्छाओं के भाव में मार्गी होंगे। जिसके परिणामस्वरूप आप कुछ समस्याओं जैसे कि आर्थिक मुद्दे, कार्यस्थल पर संघर्ष, प्रमोशन और वेतन वृद्धि में देरी, नौकरी में कम अवसर आदि से छुटकारा मिलेगा। मंगल वृषभ राशि में मार्गी होकर कर्क राशि के छात्रों के लिए अनुकूल सिद्ध होंगे। वे इस दौरान एकाग्रचित्त होकर अपने विषयों पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगे। जो छात्र प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे थे वे अच्छा प्रदर्शन करने में सक्षम होंगे। वहीं स्वास्थ्य की बात करें तो यदि आप किसी बीमारी से ग्रस्त हैं तो इस दौरान आपको उससे निजात मिल सकती है। कुल मिलाकर मंगल देव की कृपा आप पर बनी रहेगी।

उपाय: मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करें और उन्हें बूंदी का प्रसाद चढ़ाएं।

सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों के लिए मंगल नौवें और चौथे भाव के स्वामी हैं। सिंह राशि के लोगों के लिए मंगल एक योगकारक ग्रह है, जो आपके दसवें भाव में मार्गी होगा। ऐसे में कार्यक्षेत्र में उच्च अधिकारियों, वरिष्ठों और गुरुजनों की ओर से आप जो समस्याएं झेल रहे थे, उनसे छुटकारा मिलेगा और आपको नौकरी के क्षेत्र में लाभ की प्राप्ति होगी। साथ ही आधिकारिक पदों पर नए अवसर मिलने के योग बनेंगे। इस दौरान स्वास्थ्य सेवा (सर्जन), रियल एस्टेट और आर्मी आदि से जुड़े जातकों को सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। साथ ही आपके व्यक्तित्व में निखार देखने को मिलेगा। इस अवधि माता जी के साथ संबंधों में मधुरता आएगी और आपको उनकी तरफ से पूरा सहयोग प्राप्त होगा।

उपाय: अपने दाहिने हाथ में तांबे का कड़ा पहनें।


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कन्या राशि

कन्या राशि के लोगों के लिए मंगल तीसरे तथा आठवें भाव के स्वामी हैं और इस दौरान मंगल आपके नौवें भाव यानी कि पिता, गुरु और भाग्य के भाव में मार्गी हो रहे हैं। यदि आप अभी तक अपने पिता व गुरु के साथ संबंधों में समस्याएं महसूस कर रहे थे तो प्रबल संभावना है कि मंगल वृषभ राशि में मार्गी होकर आपके संबंधों में मधुरता लेकर आएंगे। उनके साथ आपके रिश्ते पहले से बेहतर होते दिखाई देंगे। हालांकि आप अपने माता-पिता के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हो सकते हैं। वहीं इस दौरान आपको अपने छोटे भाई-बहनों की ओर से पूरा सहयोग प्राप्त होगा।

उपाय: मंदिर में गुड़ और मूंगफली की मिठाई दें।

तुला राशि

तुला राशि के जातकों के लिए मंगल दूसरे और सातवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके आठवें भाव में मार्गी हो रहे हैं। जिसके परिणामस्वरूप, अचानक आने वाली समस्याओं से थोड़ी राहत मिलेगी। लेकिन आशंका है कि धन और स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं से पूरी तरह छुटकारा नहीं मिल पाएगा। हालांकि दूसरे भाव पर मंगल की दृष्टि आपकी वाणी और भाषा शैली में सुधार करेगी लेकिन फिर भी आपको अपने से बड़ों व आधिकारिक लोगों से बातचीत करते समय सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है और यह भी सलाह दी जाती है कि आकस्मिक घटना से बचने के लिए यात्रा के दौरान अधिक सतर्क रहें।

उपाय: यदि स्वास्थ्य अच्छा हो तो रक्तदान करें। अगर आप स्वस्थ न हों तो मजदूरों को गुड़ और मूंगफली की मिठाई दान करें।

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए मंगल लग्न और छठे भाव के स्वामी हैं और यह आपके सातवें भाव यानी कि वैवाहिक सुख और बिजनेस पार्टनरशिप के भाव में मार्गी हो रहे हैं। जिसके परिणामस्वरूप दांपत्य जीवन में चल रहे तनाव से कुछ राहत मिल सकती है, लेकिन समस्या पूरी तरह से हल नहीं हो सकेगी। ऐसे में आपको अपने वैवाहिक जीवन पर भी ध्यान देने की जरूरत होगी। धैर्य बनाए रखें, इससे परिस्थिति को हल करने में भी सक्षम होंगे। दसवें भाव पर मंगल की दृष्टि आपके लिए पेशेवर रूप से अनुकूल सिद्ध होगी। वहीं बिजनेस पार्टनरशिप भी सफल होगी और इससे अच्छे परिणाम भी प्राप्त होंगे। लग्न और दूसरे भाव पर मंगल की दृष्टि से आप ऊर्जावान महसूस करेंगे। हालांकि मंगल वृषभ राशि में मार्गी होकर आपके स्वभाव में थोड़ी-बहुत आक्रामकता भी लेकर आएंगे। जिसके परिणामस्वरूप सार्वजनिक रूप से आपकी छवि और आपके प्रियजनों के साथ आपके संबंधों पर असर पड़ सकता है। ऐसे में आपको अपने व्यवहार में सरलता लाने की जरूरत होगी।

उपाय: मंगल के बीज मंत्र का प्रतिदिन 108 बार जाप करें।


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धनु राशि

धनु राशि के जातकों के लिए मंगल पांचवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं और यह आपके छठे भाव यानी कि रोग, प्रतिस्पर्धा और शत्रु के भाव में मार्गी हो रहे हैं। मंगल के लिए छठा भाव एक अनुकूल स्थिति है क्योंकि यह छठे भाव का कारक होता है। ऐसे में आपके शत्रु आपको नुकसान नहीं पहुंचा पाएंगे और न ही आपके काम में कोई बाधा डाल पाएंगे। यदि आप किसी कानूनी लड़ाई से जूझ रहे हैं तो प्रबल संभावना है कि मामला आपके पक्ष में हल होगा। स्वास्थ्य के लिहाज से यह अवधि आपको अनुकूल महसूस होगी। आपको सभी पुरानी बीमारियों से निजात मिलेगी और सेहत में सुधार देखने को मिलेगा। जो छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें इस अवधि में सफलता मिलने की प्रबल संभावना है। वे अच्छे अंकों के साथ अपनी परीक्षा में सफल हो सकते हैं। आपके नौवें, बारहवें और लग्न भाव पर मंगल की दृष्टि पड़ने के परिणामस्वरूप आप लंबी दूरी की यात्रा की योजना बना सकते हैं।

उपाय: नियमित रूप से गुड़ या गुड़ से बनी मिठाई का सेवन करें।

मकर राशि

मकर राशि के जातकों के लिए मंगल चौथे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और यह आपके पांचवें भाव यानी कि प्रेम, शिक्षा व संतान के भाव में मार्गी होंगे। ऐसे में जिन छात्रों को पढ़ाई में संघर्ष का सामना करना पड़ रहा था वे इस दौरान राहत महसूस करेंगे। आप पढ़ाई में ध्यान केंद्रित कर पाएंगे। मंगल वृषभ राशि में मार्गी होकर माता जी जी के साथ आपके संबंधों में सुधार करेंगे। परिवार में चल रहे विवाद खत्म होंगे। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं के लिए यह समय अनुकूल होगा। लेकिन मंगल आपके आठवें भाव पर दृष्टि डाल रहा है, इसलिए सावधानी बरतने की भी आवश्यकता होगी।

उपाय: किसी जरूरतमंद बच्चे को लाल रंग के वस्त्र दान करें।

कुंभ राशि

कुंभ राशि के जातकों के लिए मंगल तीसरे और दसवें भाव के स्वामी हैं और यह आपके चौथे भाव यानी कि माता, गृहस्थ जीवन, भूमि, संपत्ति और वाहन के भाव में मार्गी होंगे। ऐसे में इन क्षेत्रों से जुड़ी सभी समस्याओं का हल आसानी से संभव होगा। इस दौरान अगर आप प्रॉपर्टी खरीदने या अपने पुराने वाहन को बदलने की योजना बना रहे हैं तो यह समय आपके लिए अनुकूल है।

इस अवधि में आपकी माता जी का स्वस्थ्य बेहतर रहेगा, लेकिन कई बार आपकी माता जी थोड़ी उग्र हो सकती हैं। सातवें भाव पर मंगल की चतुर्थ दृष्टि जीवनसाथी के साथ आपके बंधन मजबूत करेगी। इसके अलावा ग्यारहवें और दसवें भाव पर मंगल की दृष्टि कार्यस्थल पर आपकी जिम्मेदारियां बढ़ा सकती है और अच्छे अवसर दे सकती है। साथ ही कार्यक्षेत्र में आपको प्रोत्साहन भी मिलेगा। मंगल वृषभ राशि में मार्गी होकर आपको अपने काम के प्रति समर्पित होने के लिए प्रेरित करेंगे, जिससे आप टारगेट को समय पर पूरा करने में सक्षम होंगे और आपकी इच्छाएं पूरी होंगी।

उपाय: अपनी माता जी को गुड़ की मिठाई उपहार में दें।

मीन राशि

मीन राशि के जातकों के लिए मंगल दूसरे और नौवें भाव के स्वामी हैं और यह आपके तीसरे भाव यानी कि भाई-बहन, शौक, कम दूरी की यात्रा और संचार कौशल के भाव में मार्गी होंगे। इसके परिणामस्वरूप भाई- बहनों के साथ जो समस्याएं आप अभी तक झेल रहे थे उनका हल निकलेगा। आप बेहतर सामंजस्य बैठाने में कामयाब होंगे। इसके अलावा छठे भाव पर मंगल की दृष्टि, स्वास्थ्य के लिहाज से अनुकूल साबित होगी। इस दौरान आपकी सहनशक्ति व ऊर्जा बढ़ेगी, जिसकी मदद से आप किसी पुरानी बीमारी से निजात पा सकेंगे। वहीं मंगल की दृष्टि आपके नौवें भाव पर भी पड़ रही है। ऐसे में आपका झुकाव आध्यात्मिकता व रहस्य विज्ञान की ओर अधिक रहेगा। अगर आप ज्योतिष विद्या का अभ्यास करने का विचार बना रहे हैं तो मंगल वृषभ राशि में मार्गी होकर अनुकूल परिणाम प्रदान करेंगे।

उपाय: संभव हो तो तीर्थ यात्रा पर जाएं या फिर मंगलवार और शनिवार के दिन हनुमान मंदिर जाएं।


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