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शनि का मीन राशि में उदय (31 मार्च 2025)

शनि का मीन राशि में उदय 31 मार्च 2025 की रात 12 बजकर 43 मिनट पर होने जा रहा है। बता दें कि शनि देव 29 मार्च 2025 को मीन राशि में प्रवेश कर गए हैं जो कि उस समय अपनी अस्त अवस्था में थे। सामान्य शब्दों में कहें तो, अस्त अवस्था में शनि का गोचर मीन राशि में हुआ था इसलिए वह पूरी क्षमता के साथ परिणाम देने में असमर्थ थे। लेकिन, अब शनि देव के उदित होने से जातकों को पूरी शक्ति के साथ परिणाम दे सकेंगे।

शनि का मीन राशि में उदय 31 मार्च 2025 को होगा।

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विद्वान ज्योतिषियों से फोन पर बात करें और जानें शनि का मीन राशि में उदय का अपने जीवन पर प्रभाव

शनि ग्रह को अधिकतर पापी ग्रह माना जाता है जो अनुशासन, व्यावहारिकता, संरचना, तर्क, कानून और सामाजिक न्याय का प्रतिनिधित्व करते हैं। यह कड़ी मेहनत, धैर्य, देरी, दृढ़ता, भय और कर्मो से मिलने वाले अच्छे-बुरे परिणामों को नियंत्रित करते हैं। हालांकि, शनि ग्रह को जीवन में समस्याएं एवं चुनौतियां लेकर आने के लिए जाना जाता है। इन्हें “कर्म के कारक” भी कहा जाता है अर्थात यह उन लोगों को पुरस्कृत करते हैं जो अपने लक्ष्यों को पाने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं और उनके प्रति समर्पित रहते हैं।

अब शनि देव के मीन राशि में उदित होने से जातकों को पेशेवर जीवन में सुधार देखने को मिलेगा। साथ ही, आप जिम्मेदारियों के प्रति सजग रहेंगे और अनुशासन में चलना पसंद करेंगे। शनि का मीन राशि में उदय होने से राशि चक्र की हर राशि को अलग-अलग तरह से प्रभावित करेंगे। आइए जानते हैं कि शनि उदित होकर आपकी राशि को देंगे कैसे परिणाम।

वैदिक ज्योतिष में शनि ग्रह का महत्व

वैदिक ज्योतिष में शनि देव को सबसे शक्तिशाली ग्रह माना जाता है, लेकिन यह सभी ग्रहों में सबसे मंद गति से चलते हैं। यह कर्म, न्याय, धैर्य और सहन करने की क्षमता को भी दर्शाते हैं। शनि ग्रह द्वारा पैदा की जाने वाली समस्याओं और देरी की वजह से लोग इनसे भयभीत रहते हैं, परंतु ऐसा नहीं है क्योंकि यह एक अध्यापक के रूप में आपको जीवन में आने वाली समस्याओं के माध्यम से ज्ञान प्रदान करते हैं। साथ ही, शनि महाराज इस बात को सुनिश्चित करते हैं कि हमें अपने जीवन वह सब मिले जिसके हम हकदार हैं।

शनि ग्रह को मकर और कुंभ राशि पर स्वामित्व प्राप्त हैं। इसके अलावा, यह कार्यक्षेत्र का वातावरण, संरचना और समाज में न्याय व्यवस्था को भी नियंत्रित करते हैं। शनि देव काल (समय), दीर्घायु, शक्ति और जीवन के छोटे-मोटे लक्ष्य हासिल करने के बजाय दीर्घकालिक लक्ष्यों को हासिल करने की प्रेरणा देते हैं।

शनि गोचर की सबसे मुख्य विशेषता साढ़े साती और ढैय्या होती है। साढ़े सात और ढाई साल की इस अवधि को बेहद कठिन माना जाता है क्योंकि इस दौरान शनि देव आपकी परीक्षा लेते हैं और आपके जीवन में परिवर्तन लेकर आते हैं। इस अवधि में जातक स्वयं में सुधार करने के लिए प्रेरित होता है। जीवन में आने वाली सभी समस्याओं का सामना करने के लिए शनि महाराज आपको कड़ी मेहनत, सच्चाई और दृढ़ता का आशीर्वाद देते हैं।

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यह राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी व्यक्तिगत चन्द्र राशि अभी जानने के लिए चंद्र राशि कैलकुलेटर का उपयोग करें

शनि का मीन राशि में उदय: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय

मेष राशि

मेष राशि के जातकों के लिए शनि देव आपके दसवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके बारहवें भाव में उदित होने जा रहे हैं। शनि ग्रह 31 मार्च 2025 को आपके बारहवें भाव में उदित हो रहे हैं और इसके परिणामस्वरूप, आप कभी-कभी खुद को बंधा हुआ महसूस कर सकते हैं, लेकिन यह आपको अनुशासन में लेकर आने का काम करेंगे। जैसे कि शनि का मीन राशि में उदय हो रहा है और ऐसे में, यह आपके मस्तिष्क को सक्रिय बनाएंगे। शनि ग्रह आपके लिए विदेश से नौकरी के अवसर लेकर आ सकते हैं या फिर आपको काम के सिलसिले में विदेश में बसना पड़ सकता है। करियर के क्षेत्र में आप विदेशी लोगों के साथ कुछ प्रोफेशनल संपर्क स्थापित कर सकते हैं या फिर विदेशों में यात्रा के माध्यम से नए लोगों से पेशेवर रिश्ते बना सकते हैं।

शनि उदित की अवधि को विदेशी कंपनियों में दीर्घकालिक निवेश करने के लिए अनुकूल कहा जाएगा क्योंकि शनि देव मंद गति से चलने वाले ग्रह हैं। इन जातकों की रुचि आध्यात्मिकता के प्रति बढ़ेगी और ऐसे में, आप ध्यान करना और एकांत में समय बिताना पसंद कर सकते हैं। यह समय आपके लिए शुद्धिकरण का हो सकता है क्योंकि इस दौरान आप उन चीज़ों को छोड़ सकेंगे जो अब आपके लिए जरूरी नहीं हैं या फिर जो आपके पक्ष में काम नहीं कर रही हैं। साथ ही, आप उन लोगों को छोड़कर आगे बढ़ने में सक्षम होंगे जो आपके साथ सच्चे नहीं हैं और ऐसे में, आपको नए दोस्त बनाने के मौके मिलेंगे।

शनि देव अपनी तीसरी दृष्टि से आपके दूसरे भाव को देख रहे होंगे। इसके परिणामस्वरूप, आपको खानपान का ध्यान रखना होगा। यदि आपकी वाणी कटु है, तो आपको बहुत सोच-समझकर बोलने की सलाह दी जाती है। शनि ग्रह की सातवीं दृष्टि आपके छठे भाव पर पड़ रही होगी और इसके परिणामस्वरूप, आप प्रतिद्वंदी और विरोधियों पर भारी पड़ सकते हैं। नकारात्मक पक्ष की बात करें तो, इनकी दृष्टि के प्रभाव से आपके रिश्ते अपने मामा के साथ बिगड़ सकते हैं। लेकिन, यह उन छात्रों के लिए फलदायी साबित हो सकती है जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में जुटे हैं। साथ ही, शनि महाराज अपनी दसवीं दृष्टि से आपके नौवें भाव को देख रहे होंगे और ऐसे में, आपका पिता के साथ मतभेद या विवाद होने की आशंका है। दूसरी तरफ, आपकी नौकरी में बदलाव देखने को मिल सकता है। शनि का मीन राशि में उदय के दौरान आपको बेकार की यात्राएं करनी पड़ सकती हैं या फिर आप किसी धार्मिक स्थल की यात्रा पर जा सकते हैं।

उपाय: प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करें। साथ ही, हर मंगलवार और शनिवार के दिन हनुमान जी को बूंदी का प्रसाद चढ़ाएं।

मेष राशिफल 2025

वृषभ राशि

वृषभ राशि वालों के लिए शनि ग्रह आपकी कुंडली में नौवें भाव और दसवें भाव के स्वामी हैं। ऐसे में, यह आपके लिए योगकारक ग्रह बन जाते हैं। अब शनि का मीन राशि में उदय आपके ग्यारहवें भाव में हो रहा है जो आपके जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव लेकर आ सकता है।

शनि ग्रह को सीमाओं और अनुशासन का ग्रह कहा जाता है और ग्यारहवें भाव में इनकी उपस्थिति आपकी इच्छाओं पर रोक लगाने का काम करेगी। यह एक ऐसी अवधि होगी जब आप वर्षों में अर्जित किए गए ज्ञान को दुनिया के सामने रख सकेंगे। इसके अलावा, यह समय आर्थिक लाभ कमाने के लिए अच्छा रहेगा और आप व्यवस्थित तरीके से पैसा कमाने में सक्षम होंगे।

शनि के उदित होने से आपकी दोस्ती अपने दोस्तों के साथ परिपक्व होगी और ऐसे में, आपके रिश्ते एक जैसी सोच रखने वाले लोगों के साथ मज़बूत होंगे, लेकिन इनकी संख्या सीमित होगी। करियर के क्षेत्र में आप प्रभावशाली लोगों के साथ पेशेवर संबंध बनाने में सक्षम होंगे जिससे आपका प्रोफेशनल नेटवर्क मज़बूत बनेगा। ऐसे में, आपकी आर्थिक स्थिति को स्थिरता का आधार मिलेगा। जब शनि देव मीन राशि में उदित होंगे, तब आपके रिश्ते बड़े भाई-बहनों के साथ मजबूत होंगे। साथ ही, आप करियर में वृद्धि प्राप्त करेंगे। वृषभ राशि वालों पर शनि का प्रभाव आपके विश्वास को हकीकत में बदलेगा और इस प्रकार, आप अपनी बातों या विचारों को आराम से दूसरों के सामने रख सकेंगे।

शनि ग्रह ग्यारहवें भाव में बैठकर अपनी तीसरी दृष्टि से आपके पहले भाव को देख रहे होंगे। ऐसे में, आप समझदार, परिपक्व और अनुशासन में रहने वाले इंसान बनेंगे। हालांकि, अगर आप अपनी देखभाल नहीं करेंगे और असंतुलित जीवनशैली जिएंगे, तो आपका स्वास्थ्य नकारात्मक रूप से प्रभावित हो सकता है। वहीं, इनकी सातवीं दृष्टि आपके पांचवें भाव पर पड़ने से गंभीरता और मन लगाकर पढ़ाई करने वाले छात्रों को लाभ करवाएगी। उन्हें अपनी मेहनत का फल मिलेगा। इसके विपरीत, जो छात्र अपनी पढ़ाई को लेकर लापरवाह हैं, उन्हें शिक्षा में समस्याओं से दो-चार होना पड़ सकता है। इसके अलावा, शनि की दसवीं दृष्टि आपके आठवें भाव पर होने से जीवन में अनिश्चितताओं और अचानक से आने वाली समस्याओं में कमी आएगी। साथ ही, यह जीवनसाथी के साथ संयुक्त संपत्ति को बढ़ाने का भी काम करेंगे।

कुल मिलाकर, शनि की उदित अवस्था को एक परिवर्तन की अवधि माना जाता है जो आर्थिक जीवन, करियर और रिश्तों में स्थिरता लेकर आएगी। साथ ही, आपको धैर्यवान बनाने का काम करेगी।

उपाय: शनिवार के दिन गरीबों को भोजन कराएं।

वृषभ राशिफल 2025

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मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातकों के लिए शनि महाराज आपके आठवें और नौवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके दसवें भाव में उदित होने जा रहे हैं। शनि का मीन राशि में उदय आपके पेशेवर जीवन में कुछ बड़े बदलाव लेकर आ सकता है और ऐसे में, यह आपके करियर में स्थिरता की नींव रख सकता है।

शनि देव की दसवें भाव में मौजूदगी आपके करियर में ज्ञान और अनुशासन को एक करने का काम करेगी। यह समय मेंटर, गुरु, कोच या कंसलटेंट के रूप में खुद को स्थापित करने के लिए एकदम शानदार होगा क्योंकि इस दौरान आपका व्यक्तित्व दूसरों को प्रभावित करेगा और उनका मार्गदर्शन करने का काम करेगा। साथ ही, नौवें भाव के स्वामी का दसवें भाव में जाना इस बात का संकेत करता है कि इन जातकों को गुरु, मेंटर या करियर में अनुभवी लोगों का मार्गदर्शन प्राप्त होगा इसलिए इस अवधि में आपको मिलने वाली किसी भी तरह की सलाह या प्राप्त होने वाली सहायता को स्वीकार करें। वहीं, शनि महाराज के प्रभाव से आपको अपने पिछले प्रयासों के आधार पर लोकप्रियता, सराहना और पुरस्कार की प्राप्ति होगी। शनि का मीन राशि में उदय आपके करियर के लिए प्रगति का मार्ग प्रशस्त करेगा जिसका लाभ आपको कई वर्षों तक मिलेगा। व्यापार करने वाले जातक अपने बिज़नेस को बढ़ाने के लिए पैतृक संपत्ति का उपयोग या बिज़नेस पार्टनर के साथ मिलकर व्यापार बढ़ा सकते हैं।

शनि देव दसवें भाव में बैठकर अपनी तीसरी दृष्टि से आपके बारहवें भाव को देखेंगे और ऐसे में, आपके विदेश यात्रा पर जाने या दूर स्थान पर जाकर काम करने की संभावना प्रबल होगी। हालांकि, आप इन दोनों विकल्पों से आगे बढ़ते हुए वर्क फ्रॉम होम का चयन कर सकते हैं। वहीं, जिन जातकों का इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट का व्यापार है, उनका कारोबार शनि उदित के दौरान तेज़ रफ़्तार से आगे बढ़ेगा। आपके चौथे भाव पर शनि महाराज की सातवीं दृष्टि होने से आपके नया घर, नई गाड़ी व कोई संपत्ति खरीदने के योग बनेंगे।

हालांकि, यह अवधि आपके परिवार में कुछ समस्याएं लेकर आ सकती हैं जिसके चलते परिवार की शांति भंग हो सकती है इसलिए आपको धैर्य और शांति बनाए रखने की सलाह दी जाती है। शनि ग्रह अपनी दसवीं दृष्टि से आपके सातवें भाव को देख रहे होंगे जो आपके विवाह के लिए अनुकूल कही जाएगी, विशेष रूप से साल का दूसरा भाग। इस राशि के जिन जातकों का विवाह हो चुका है और यदि वह अपने साथी को महत्व नहीं देते हैं, तो उन्हें परेशानियां झेलनी पड़ सकती हैं। हालांकि, यह समय करियर में उन्नति, आर्थिक स्थिरता और प्रगति पाने के लिए उत्तम रहेगा। शनि देव के अनुशासन और मार्गदर्शन को अपनाकर आप दीर्घकालिक सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

उपाय: शनिवार के दिन कौवों को भोजन या दाना खिलाएं।

मिथुन राशिफल 2025

कर्क राशि

कर्क राशि वालों के लिए शनि ग्रह आपके सातवें भाव और आठवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके नौवें भाव में उदित होने जा रहे हैं। शनि का मीन राशि में उदय आपके ज्ञान और विश्वास को बदलने का काम करेगा। यह जातक अपनी धार्मिक मान्यताओं के बारे में फिर से सोच-विचार करते हुए नज़र आ सकते हैं जिससे गूढ़ रहस्यों को लेकर आपकी समझ गहरी होगी। शनि उदित की अवधि को उन छात्रों के लिए अच्छा कहा जाएगा जो पीएचडी, उच्च शिक्षा या गूढ़ विज्ञान की पढ़ाई करना चाहते हैं। वहीं, गूढ़ विज्ञान जैसे ज्योतिष आदि के माध्यम से आपका सफलता की प्राप्ति होगी और आपकी किस्मत चमक सकती है। साथ ही, इस अवधि में आपका रिश्ता पिता, गुरु या मेंटर के साथ मजबूत होगा। ऐसे में, आप पहले से अधिक परिपक्व होंगे और जीवन में नए-नए सबक सीखेंगे।

शनि का मीन राशि में उदय आपके नौवें भाव में होने से पार्टनर के माध्यम से आपका भाग्योदय होगा, विशेष रूप से अगर आपकी शादी हाल-फिलहाल में हुई है। आपका जीवनसाथी आपकी ज़िन्दगी में सुख, सौभाग्य और समृद्धि लेकर आएगा इसलिए आपके लिए अपने जीवन में उनके महत्व को समझना और उनका सम्मान करना जरूरी होगा। इन लोगों को पैतृक संपत्ति की प्राप्ति हो सकती है या फिर जीवनसाथी के साथ आपकी संयुक्त संपत्ति में वृद्धि होने के योग बनेंगे। शनि देव की तीसरी दृष्टि आपके ग्यारहवें भाव पर पड़ने से आप धन निवेश को लेकर गंभीर हो सकते हैं जिसके चलते आपकी रुचि दीर्घकालिक योजनाओं में धन निवेश और धन संचय करने में बढ़ेगी।

शनि ग्रह अपनी सातवीं दृष्टि से आपके तीसरे भाव को देखेंगे और इसके परिणामस्वरूप, आपके भीतर साहस में वृद्धि होगी और संचार कौशल बेहतर होगा। ऐसे में आप परिपक्व बनने के साथ-साथ आपकी वाणी प्रभावी बनेगी। वहीं, इनकी दसवीं दृष्टि आपके छठे भाव पर होने से आप प्रतिद्वंदियों को पीछे छोड़ते हुए प्रतियोगी परीक्षाओं में आगे निकलने में सक्षम होंगे। हालांकि, इस दौरान आपको मामा के साथ रिश्ते को लेकर सतर्क रहना होगा क्योंकि आपके संबंध उनके साथ बिगड़ सकते हैं। सकारात्मक पक्ष की बात करें तो, शनि उदित की अवधि कर्क राशि के प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए अनुकूल रहेगी।

शनि का मीन राशि में उदय आपके लिए परिवर्तनकारी साबित हो सकता है जो आपके जीवन में धन-समृद्धि, आर्थिक स्थिरता और आय में वृद्धि के अवसर लेकर आएगा। यह जातक धैर्य और अनुशासन का पालन करके दीर्घकालिक सफलता पाने में सफल होंगे।

उपाय: सोमवार और शनिवार के दिन भगवान शिव को काले तिल अर्पित करें।

कर्क राशिफल 2025

सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों के लिए शनि महाराज आपकी कुंडली में छठे भाव और सातवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके आठवें भाव में उदित हो रहे हैं। यह आपके लिए परिवर्तनकारी समय होगा जो आपके करियर और निजी जीवन में बदलाव लेकर आएगा। यह अवधि विशेष रूप से उन लोगों के लिए अनुकूल रहेगी जिनका संबंध रिसर्च, सीक्रेट सर्विस या गूढ़ विज्ञान आदि क्षेत्रों से हैं क्योंकि शनि महाराज ब्रह्मांड के रहस्यों को जानने में आपकी सहायता करेंगे। ऐसे में, आपकी रुचि गूढ़ विज्ञान या ज्योतिष जैसे विषयों में बढ़ सकती है। इसके परिणामस्वरूप, आप पहले से अधिक पेशेवर और काम के प्रति सजग रह सकते हैं।

हालांकि, शनि का मीन राशि में उदय उनके लिए चुनौतीपूर्ण रह सकता है जो पार्टनर के प्रति वफादार नहीं होंगे। इन लोगों के अफेयर सामने आ सकते हैं जिसका असर आपके मान-सम्मान के साथ-साथ आपके रिश्ते पर पड़ सकता है। ऐसे में, आपके लिए साथी के साथ ईमानदार और वफादार रहना आवश्यक होगा। करियर के क्षेत्र में शनि उदित की अवधि आपके लिए दीर्घकालिक सफलता लेकर आ सकती है। अगर आप गुप्त सेवाओं, रिसर्च या इन्वेस्टिगेशन के काम से जुड़े हैं, तो इस दौरान आपको स्थिर सफलता की प्राप्ति होगी। इसके अलावा, अगर आप किसी पैतृक संपत्ति या प्रॉपर्टी से जुड़े किसी कानूनी विवाद में फंसे हैं, तो शनि के प्रभाव से इस मामले के परिणाम आपके पक्ष में आ सकते हैं।

शनि देव आठवें भाव में बैठकर अपनी तीसरी दृष्टि से आपके दसवें भाव को देख रहे होंगे। इसके फलस्वरूप, आप काम के प्रति समर्पित और सजग रहेंगे। इसके अलावा, इनकी सातवीं दृष्टि आपके दूसरे भाव पर होने से आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा और ऐसे में, आप धन की अच्छी ख़ासी बचत करने में भी सक्षम होंगे। हालांकि, यह जातक अपने शब्दों का चयन बहुत सोच-समझकर करेंगे और बात करते समय काफ़ी संयमित रहेंगे।

शनि ग्रह की दसवीं दृष्टि पांचवें भाव पर पड़ रही होगी जो इस बात की तरफ इशारा करती है कि इन जातकों को अपने प्रेम जीवन में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसके फलस्वरूप, यह समय सिंह राशि के प्रेम करने वाले जातकों को मुश्किल लग सकता है। इसके विपरीत, सिंह राशि के जो छात्र पढ़ाई को लेकर गंभीर और अनुशासित हैं, उनके लिए शनि की उदित अवस्था फलदायी रहेगी क्योंकि अब आपके द्वारा की गई कड़ी मेहनत आपको सकारात्मक परिणाम प्रदान करेगी। वहीं, पढ़ाई के प्रति लापरवाह छात्रों को शिक्षा में असफलता हाथ लग सकती है।

शनि का मीन राशि में उदय जीवन में बड़े परिवर्तन, करियर में स्थिरता और आर्थिक समृद्धि पाने की अवधि होगी। यह जातक धैर्य, अनुशासन अपनाकर और नैतिक मूल्यों पर चलकर इन समस्याओं को पार करने में न सिर्फ़ सफल रहेंगे, बल्कि मज़बूत बनकर उभरेंगे।

उपाय: जरूरत के समय अपने नौकरों की सहायता करें और उनके बोझ को कम करने का प्रयास करें।

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कन्या राशि

कन्या राशि वालों की कुंडली में शनि देव आपके पांचवें भाव और छठे भाव के स्वामी हैं जो अब आपके सातवें भाव में उदित होने जा रहे हैं। शनि का मीन राशि में उदय की अवधि आपके रिलेशनशिप, साझेदारी और पेशेवर जीवन में स्थिरता लेकर आएगी। सातवें भाव में शनि के उदित होने से आप प्रेम जीवन में अपने रिश्ते के प्रति पहले की तुलना में अधिक प्रतिबद्ध रहेंगे। वहीं, इस समय कुछ जातक अपने रिश्ते को विवाह में भी बदल सकते हैं। जो जातक शादीशुदा हैं, वह अपने साथी के साथ सेवा एवं मानवता से जुड़े कार्य करते हुए दिखाई देंगे और जिम्मेदारियों को मिलकर उठाते हुए अपने रिश्ते को मजबूत करेंगे।

शनि उदित की अवधि करियर या व्यापार के क्षेत्र में पार्टनरशिप के लिए बहुत अच्छी रहेगी। ऐसे में, आप इस समय का उपयोग कोलैबोरेशन जैसे कामों के लिए कर सकते हैं। इस दौरान आप किसी भी तरह के विवाद में पड़ने के बजाय प्रतिद्वंद्वियों और विरोधियों के साथ चल रहे मतभेदों को सुलझाने का प्रयास करेंगे। इस वजह से पेशेवर जीवन में आपके मान-सम्मान में वृद्धि होगी। दूसरी तरफ, शनि मीन राशि में उदित होने से इस राशि के छात्र पढ़ाई को लेकर अत्यधिक आत्मविश्वास से भरे रहेंगे और शिक्षा को लेकर आपका नजरिया भी स्पष्ट बनेगा। ऐसे में, आपका प्रदर्शन शिक्षा में शानदार रहेगा।

सातवें भाव से शनि महाराज की तीसरी दृष्टि आपके नौवें भाव पर पड़ रही होगी। इसके परिणामस्वरूप, आपकी पिता के साथ किसी बात पर बहस हो सकती है जिसकी वजह से आपको नौकरी या कंपनी में बदलाव करना पड़ सकता है।साथ ही, आपको बेकार की यात्राएं करनी पड़ सकती हैं या फिर आप तीर्थस्थल की यात्रा पर जा सकते हैं। दूसरी तरफ, शनि महाराज की सातवीं दृष्टि आपके लग्न भाव पर भी होगी। ऐसे में, शनि का प्रभाव लग्न भाव पर होने से आपको स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकती हैं, लेकिन ऐसा भी तभी होगा अगर आप अपनी सेहत का ध्यान नहीं रखेंगे। सकारात्मक पक्ष देखें तो, शनि उदित की अवधि आपको परिपक्व, अनुशासित और जिम्मेदार बनाने का काम करेगी। साथ ही, आपका व्यक्तित्व भी मज़बूत बनकर उभरेगा। इन लोगों के चौथे भाव पर दसवीं दृष्टि होने से यह अवधि रियल एस्टेट और संपत्ति में वृद्धि के लिए अच्छी रहेगी। इस दौरान आप नया घर बनवा सकते हैं, नई संपत्ति या फिर नया वाहन खरीद सकते हैं।

शनि मीन राशि में उदित होकर आपके पेशेवर और निजी जीवन को प्रभावित करेगा। कन्या राशि के जातक प्रतिबद्धता, अनुशासन और धैर्य को अपनाकर जीवन में सफलता हासिल करने में सक्षम होंगे। इस प्रकार, आप भविष्य के लिए मज़बूत नींव तैयार करेंगे।

उपाय: आप जीवन को व्यवस्थित करें क्योंकि शनि ग्रह को अव्यवस्था पसंद नहीं आती है।

कन्या राशिफल 2025

तुला राशि

तुला राशि के जातकों के लिए शनि ग्रह आपके चौथे और पांचवें भाव के अधिपति देव हैं। इस प्रकार, यह आपके केंद्र और त्रिकोण भाव के स्वामी होने के कारण आपकी राशि के लिए योगकारक ग्रह बन जाते हैं। शनि का मीन राशि में उदय आपके छठे भाव में होने जा रहा है और ऐसे में, यह आपके पेशेवर जीवन में कुछ बड़े बदलाव लेकर आ सकते हैं। यह अवधि आपको नौकरी और करियर में स्थिरता और प्रगति दोनों प्रदान करेगी। शनि उदित की अवधि प्रतियोगी परीक्षा या सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए काफ़ी अच्छी रहेगी क्योंकि शनि देव आपको दृढ़ बनाने के साथ-साथ आपकी एकाग्रता मज़बूत बनाने का काम करेंगे।

जो जातक किसी कानूनी मामले में फंसे हैं या फिर जीवन में किसी भी तरह की समस्या का सामना कर रहे हैं, तो उन्हें अब सकारात्मक परिणाम मिलने शुरू हो जाएंगे। हालांकि, घर-परिवार में संपत्ति को लेकर विवाद जन्म ले सकते हैं और इन्हें आपको बहुत सावधानी से संभालने की सलाह दी जाती है। वहीं, इस राशि के जो जातक प्रेम जीवन में अपने रिश्ते को लेकर गंभीर नहीं हैं या पार्टनर के प्रति वफादार नहीं हैं, उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में, आपका रिश्ता टूटने की कगार पर पहुंच सकता है। इसके अलावा, तुला राशि के माता-पिता को भी अपनी संतान के साथ कुछ उतार-चढ़ावों से जूझना पड़ सकता है जिसकी वजह उनकी ख़राब सेहत, मतभेद या विचारों का अलग होना हो सकता है। हालांकि, शनि की उदित अवस्था के दौरान आप अपनी सेहत पर ध्यान देते हुए दिखाई देंगे। ऐसे में, यह आपको एक नियमित दिनचर्या का पालन करने के लिए प्रेरित करेंगे ताकि आपकी शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर हो सके।

शनि महाराज की छठे भाव से तीसरी दृष्टि आपके आठवें भाव पर होगी। ऐसे में, यह आपके जीवन से अनिश्चितताओं और समस्याओं को धीरे-धीरे कम करेगी। साथ ही, जीवनसाथी के साथ संयुक्त संपत्ति को बढ़ाने का काम करेगी। शनि ग्रह की सातवीं दृष्टि आपके बारहवें भाव पर पड़ रही होगी जिसके चलते आपको विदेश यात्राओं पर जाने के अवसर मिलेंगे। लेकिन इसका नकारात्मक पक्ष देखें तो, सेहत को नज़रअंदाज़ करने की स्थिति में आपके अस्पताल में भर्ती होने या फिर जेल जाने की नौबत आ सकती है। शनि महाराज की दसवीं दृष्टि आपके तीसरे भाव पर होने से आपका संचार कौशल बेहतर होगा और आप परिपक्व बनेंगे। ऐसे में, अब आप खुद को दूसरों के सामने सही तरीके से रख सकेंगे। इसके अलावा, यह आपको साहस और दृढ़ता का आशीर्वाद भी देंगे। हालांकि, तुला राशि वालों का रिश्ता अपने छोटे भाई-बहनों के साथ बिगड़ सकता है या फिर उन्हें जीवन में समस्याओं से दो-चार होना पड़ सकता है।

उपाय: नेत्रहीन लोगों की सेवा करें और नेत्रहीन विद्यालयों की सहायता करें।

तुला राशिफल 2025

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि वालों के लिए शनि देव आपके तीसरे भाव और चौथे भाव के स्वामी हैं जो अब आपके पांचवें भाव में उदित होने जा रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप, शनि का मीन राशि में उदय आपके आत्मविश्वास, सीखने की क्षमता, निवेश और रिश्ते सहित जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण परिवर्तन लेकर आएगा।

मीन राशि में शनि आपके पांचवें भाव में उदित होने से आपकी इच्छाशक्ति को मज़बूत बनाएंगे। साथ ही, जीवन के लक्ष्य पाने के लिए आपको साहस प्रदान करेंगे। इस अवधि को नई-नई चीज़ें सीखने और अपने ज्ञान को बढ़ाने की दृष्टि से शानदार कहा जाएगा। वृश्चिक राशि के पढ़ाई करने वाले छात्रों को शनि उदित के दौरान अनुशासन में रहने की सलाह दी जाती है क्योंकि शिक्षा से ध्यान भटकने का असर पढ़ाई में आपके अंकों पर नज़र आ सकता है। इस समय एकाग्रता और दृढ़ता आपके लिए सफलता की कुंजी होगी। वृश्चिक राशि के जो जातक किसी को प्रेम करते हैं, उनके लिए शनि ग्रह की पांचवें भाव में उपस्थिति साथी के प्रति आपकी वफ़ादारी की परीक्षा ले सकती है।

अगर आप साथी के साथ रिश्ते को मज़बूत बनाना चाहते हैं, तो आपको परिपक्व और अनुशासित होना होगा क्योंकि लापरवाही बरतने से आपके रिश्ता में मतभेद जन्म ले सकते हैं या फिर रिश्ता ब्रेकअप की तरफ जा सकता है। वहीं, जो लोग शेयर बाजार में निवेश करते हैं, तो इस अवधि को आपके लिए अनुकूल नहीं कहा जा सकता है। लेकिन, आप दीर्घकालिक निवेश या सोच-समझकर निवेश कर सकते हैं। इसके अलावा, शनि उदित के दौरान आपको संपत्ति के माध्यम से लाभ की प्राप्ति हो सकती है।

शनि देव की पांचवें भाव से तीसरी दृष्टि आपके सातवें भाव पर होगी और ऐसे में, साल का दूसरा भाग विवाह बंधन में बंधने के लिए अच्छा रहेगा। लेकिन, इस राशि के शादीशुदा जातकों को अपने साथी को नज़रअंदाज़ करने या फिर उनके साथ रिश्ते को महत्व न देने की वजह से कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। शनि ग्रह की सातवीं दृष्टि आपके ग्यारहवें भाव पर पड़ रही होगी जिसके चलते आप अपनी आर्थिक स्थिति को लेकर गंभीर रहेंगे। साथ ही, यह आपको छोटे-मोटे निवेश के बजाय दीर्घकालिक निवेश करने के लिए प्रेरित करेगी।

दूसरी तरफ, आपके दूसरे भाव पर शनि की दसवीं दृष्टि का प्रभाव आपकी वाणी, धन-समृद्धि और पारिवारिक मामलों पर दिखाई देगा। ऐसे में, आप अच्छी तरीके से धन का प्रबंध कर सकेंगे और शब्दों का उपयोग भी बहुत सोच-समझकर करेंगे। लेकिन, फिर भी आप पर पारिवारिक जिम्मेदारियां बढ़ सकती हैं या फिर आपको परिवार से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

उपाय: शनि देव की कृपा प्राप्ति के लिए प्रतिदिन हनुमान की पूजा करें।

वृश्चिक राशिफल 2025

बृहत् कुंडली : जानें ग्रहों का आपके जीवन पर प्रभाव और उपाय

धनु राशि

धनु राशि के जातकों के लिए शनि ग्रह आपके दूसरे भाव और तीसरे भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके चौथे भाव में उदित होने जा रहे हैं। ऐसे में, शनि का मीन राशि में उदय आपकी वाणी, आर्थिक और पेशेवर जीवन को प्रभावित करेगा।

चौथे भाव में शनि महाराज के उदित होने से आपका संचार कौशल स्पष्ट बनेगा और शब्दों का आप सही तरीके से इस्तेमाल कर सकेंगे जिसके चलते दूसरे आपसे आसानी से प्रभावित होंगे। साथ ही, आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार और स्थिरता देखने को मिलेगी क्योंकि शनि ग्रह आपकी आय को स्थिरता प्रदान करेंगे। दूसरे भाव के स्वामी के रूप में शनि देव के आपके चौथे भाव में जाने से आप अपनी जमा पूंजी को संपत्ति में निवेश कर सकते हैं जैसे कि नया घर खरीदना, घर को रेनोवेट करवाना या फिर नया वाहन खरीदना आदि। शनि उदित की अवधि को रियल एस्टेट या फिर फैमिली बिज़नेस के माध्यम से लाभ प्राप्त करने के लिए अनुकूल कहा जाएगा। हालांकि, इस अवधि में घर-परिवार पर आपका ध्यान केंद्रित रहेगा और अब परिवार एवं परिवार के सदस्यों के प्रति पहले की तुलना में अधिक जिम्मेदार बनेंगे।

बता दें कि चौथे भाव से शनि ग्रह की तीसरी दृष्टि आपके छठे भाव पर पड़ रही होगी जो आपको दृढ़ और अनुशासन पसंद बनाएगी जिसकी वजह से आप जीवन में उत्पन्न समस्याओं को पार कर सकेंगे। साथ ही, आप अपने प्रतिद्वंदियों पर भी जीत हासिल करने में सक्षम होंगे। इस दौरान आपकी सेहत और कार्य करने की क्षमता में भी सुधार आएगा, परंतु आपको तनाव से बचने के लिए जीवन में संतुलन बनाकर चलने की आवश्यकता होगी। दूसरी तरफ, शनि देव की सातवीं दृष्टि आपके दसवें भाव में होने से यह आपको करियर में कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित करेगी।

इन जातकों के करियर की स्थिरता पूरी तरह से आपके समर्पण पर निर्भर करेगी और इसके परिणामस्वरूप, आप कार्यक्षेत्र में कुछ नई जिम्मेदारियों को निभाते हुए दिखाई दे सकते हैं या फिर आप टीम का नेतृत्व कर सकते हैं। धनु राशि के लग्न/पहले भाव पर शनि देव की दसवीं दृष्टि: होने से आपके व्यक्तित्व को एक आकार मिलेगा और ऐसे में, आप अनुशासन प्रिय, गंभीर और लक्ष्यों को पाने के प्रति समर्पित रहेंगे। लेकिन, आपको स्वयं पर हद से ज्यादा बोझ डालने से बचने की सलाह दी जाती है क्योंकि शनि के प्रभाव कभी-कभी आप पर मानसिक दबाव बढ़ाने के साथ-साथ आपको आत्म-संदेह में डाल सकता है।

उपाय: आप श्रमदान करें और जरूरतमंदों की निस्वार्थ भाव से सेवा करें।

धनु राशिफल 2025

मकर राशि

मकर राशि वालों की कुंडली में शनि ग्रह आपके लग्न भाव और दूसरे भाव के स्वामी हैं जो अब आपके तीसरे भाव में उदित होने जा रहे हैं। शनि का मीन राशि में उदय आपके संचार कौशल, साहस, नेटवर्क और आर्थिक जीवन में प्रमुख परिवर्तन लेकर आ सकता है। बता दें कि शनि आपके तीसरे भाव में उदित होने से आपका स्वास्थ्य बेहतर बना रहेगा। ऐसे में, आप दैनिक जीवन में आने वाली समस्याओं का सामना साहस से करेंगे। साथ ही, आप दृढ़ रहने के साथ-साथ आत्मविश्वास से भरे रहेंगे।

हालांकि, यह अवधि नए लोगों से संपर्क स्थापित करने और सामाजिक जीवन के साथ-साथ पेशेवर जीवन के दायरे का विस्तार करने के लिए श्रेष्ठ रहेगी। इसके अलावा, आप इस अवधि में मार्केटिंग या नेटवर्किंग से जुड़ी गतिविधियों में भी भाग ले सकते हैं। शनि मीन राशि में उदित के दौरान आपकी प्रभावशाली वाणी ही आपके लिए सफलता की कुंजी होगी। इन लोगों को अपने छोटे भाई-बहनों, पड़ोसियों और करीबी दोस्तों का हर कदम पर साथ मिलेगा। अगर आप छोटी दूरी की यात्रा पर जाना चाहते हैं, तो ऐसा करने के लिए यह समय उत्तम रहेगा। हालांकि, आपके लिए आसपास की यात्रा करना फायदेमंद रहेगा।

मकर राशि पर शनि का प्रभाव आपकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में सहायक साबित होगा। ऐसे में, आपको आर्थिक रूप से लाभ होगा। हालांकि, इन लोगों को सारा ध्यान संपत्ति को बढ़ाने, धन का प्रबंधन करने और पारिवारिक संपत्ति को सुरक्षित रखने पर केंद्रित होगा। शनि उदित की अवधि नई-नई चीज़ें सीखने, ज्ञान और अपनी क्षमताओं को बढ़ाने की दृष्टि से काफ़ी अच्छी कही जाएगी। ऐसे में, यह आपको लंबे समय तक बने रहने वाली सफलता प्रदान करेगी।

शनि ग्रह तीसरे भाव में बैठकर अपनी तीसरी दृष्टि से आपके पांचवें भाव को देखेंगे। इसके परिणामस्वरूप, इन लोगों के रिश्ते में समस्याएं बनी रह सकती हैं। ऐसे में, मकर राशि के प्रेम करने वाले जातकों को शनि उदित होने से ज्यादा लाभ न मिलने की आशंका है। हालांकि, जो जातक पढ़ाई के प्रति गंभीर हैं और पूरे मन से पढ़ाई करते हैं. उन्हें अच्छे परिणामों की प्राप्ति होगी। लेकिन, जो छात्र पढ़ाई को लेकर लापरवाह हैं, उन्हें शनि उदित के दौरान कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। दूसरी तरफ, आपके नौवें भाव पर शनि देव की सातवीं दृष्टि पड़ने से आपका पिता या पिता तुल्य किसी व्यक्ति से विवाद हो सकता है। इसकी वजह से आपको कंपनी या नौकरी बदलनी पड़ सकती है। साथ ही, इस समय आप बेकार की यात्राएं करने के लिए मज़बूर हो सकते हैं या फिर कुछ जातकों के तीर्थस्थल की यात्रा के योग बन सकते हैं।

शनि देव की दसवीं दृष्टि आपके बारहवें भाव पर होने के कारण आपको विदेश यात्रा पर जाने के अवसर मिलेंगे। लेकिन इसका नकारात्मक पक्ष देखें तो, इन लोगों को अपनी सेहत नज़रअंदाज़ करने पर अस्पताल में भर्ती होने की संभावना है या फिर आपको जेल जाना पड़ सकता है।

उपाय: शनि को शांत करने के लिए नियमित रूप से शनि मंत्र "ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः" का जाप करें।

मकर राशिफल 2025

कुंभ राशि

कुंभ राशि वालों के लिए शनि देव आपकी कुंडली में लग्न भाव और बारहवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके दूसरे भाव में उदित हो रहे हैं। ऐसे में, शनि का मीन राशि में उदय आपके जीवन के महत्वपूर्ण क्षेत्रों जैसे कि स्वास्थ्य, आर्थिक जीवन और संचार कौशल आदि में परिवर्तन लेकर आ सकता है। शनि उदित की अवधि आपके लिए अपने खानपान की आदतों और डाइट पर ध्यान देने के लिए सर्वश्रेष्ठ होगी। अगर आपको खुद पर नियंत्रण रखने में परेशानी हो रही है, तो यह समय आपको खानपान की आदतों को काबू में रखने के लिए फलदायी साबित होगा। ऐसे में, आपका स्वास्थ्य अच्छा बना रहेगा। शनि के उदित होने से आपकी बातों में परिपक्वता दिखाई देगी और अब आप खुद को दूसरों के सामने सही तरीके से पेश कर सकेंगे। इसके फलस्वरूप, आप पेशेवर और व्यक्तिगत जीवन में मान-सम्मान प्राप्त करने में सक्षम होंगे।

शनि उदित का समय आर्थिक जीवन में स्थिरता पाने और धन की बचत करने के लिए अनुकूल रहेगा। बात करें धन-संपत्ति की तो, इन मामलों में आप बहुत सोच-समझकर और योजना बनाकर चलेंगे। आपको आय में वृद्धि के अवसर भी मिलेंगे। जैसे कि हम जानते हैं कि शनि आपके बारहवें भाव के भी स्वामी हैं और इसके परिणामस्वरूप, यह आपको विदेश से धन कमाने के अवसर प्रदान करेंगे। हालांकि, यह आपके खर्चे बढ़ाने का भी काम करेंगे इसलिए आपके लिए पैसों की बचत करना भी जरूरी होगा। शनि देव की तीसरी दृष्टि आपके चौथे भाव पर होगी और ऐसे में, आपके भीतर घर-परिवार के प्रति जिम्मेदारी के भाव बढ़ सकते हैं। यह आपके जीवन में स्थिरता लेकर आने का काम करेगी, लेकिन आपको घर में सौहार्द बनाए रखने के लिए प्रयास करने होंगे।

दूसरे भाव से शनि महाराज की सातवीं दृष्टि आपके आठवें भाव पर होगी। ऐसे में, यह आपके जीवन में अचानक से घटने वाली घटनाओं और अनिश्चितताओं को कम करेगी। साथ ही, आपको जीवन में स्थिरता प्रदान करेगी। इनकी दृष्टि के प्रभाव से साथी के साथ आपकी संयुक्त संपत्ति में बढ़ोतरी होगी। शनि ग्रह की दसवीं दृष्टि ग्यारहवें भाव पर होने से आप बेहद गंभीर बनेंगे और इसके फलस्वरूप, विचार-विमर्श करने के बाद ही निवेश करना पसंद करेंगे। इस अवधि में आपके द्वारा बनाई गई धन से जुड़ी योजना आपके लिए फलदायी साबित होगी।

उपाय: शनिवार के दिन शनि देव के सामने सरसों के तेल का दीपक जलाएं।

कुंभ राशिफल 2025

मीन राशि

मीन राशि के जातकों की कुंडली मेंशनि देव आपके ग्यारहवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके लग्न भाव में उदित होने जा रहे हैं। शनि का मीन राशि में उदय होना आपके व्यक्तित्व में, स्वास्थ्य में और सामाजिक जीवन में बड़े बदलाव लेकर आने का काम करेगा। यह आपके पहले भाव में उदित होंगे और इनकी लग्न भाव में उपस्थिति आपको परिपक्व, जिम्मेदार और अनुशासित बनाएगी। आप अपने लक्ष्यों को पाने के प्रति एक सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाएंगे।

शनि महाराज आपके बारहवें भाव के स्वामी है इसलिए अगर आप अपनी सेहत को नज़रअंदाज़ करेंगे, तो आपको स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकती हैं। इस अवधि में आप खुद की फिटनेस पर ध्यान रखेंगे और खुद की देखभाल करते हुए नज़र आएंगे। शनि उदित की अवधि आपको विदेश यात्रा या फिर विदेश में बसने के अवसर प्रदान करेगी। इन जातकों को अपने बड़े बजुर्गों से भी मार्गदर्शन की प्राप्ति होगी और ऐसे में, आप आत्म-चिंतन करते हुए नज़र आएंगे। शनि की उदित अवस्था के दौरान आप सामाजिक जीवन में जिन भी लोगों के संपर्क में आएंगे, वह लंबे समय तक आपका साथ देंगे। इसके फलस्वरूप, यह समय आपको आर्थिक स्थिरता प्रदान करने के साथ-साथ आपकी इच्छाओं की पूर्ति करेगा।

शनि देव अपनी तीसरी दृष्टि से आपके तीसरे भाव को देख रहे होंगे और इसके फलस्वरूप, आपका संचार कौशल शानदार होगा। साथ ही, आप परिपक्व, साहसी, दृढ और स्पष्ट बनेंगे जो आपको जीवन के बड़े फैसले लेने में सहायता करेंगे। दूसरी तरफ, आपको छोटे भाई-बहनों के साथ रिश्ते में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है या फिर वह अपने जीवन में मुश्किल दौर से गुजर सकते हैं।

शनि देव आपके लग्न भाव में बैठकर अपनी सातवीं दृष्टि से आपके सातवें भाव को देखेंगे और यह आपके विवाह के लिए फलदायी साबित होगी। हालांकि, जो शादीशुदा जातक अपने पार्टनर की कद्र नहीं करते हैं, उन्हें अपने रिश्ते में समस्याओं से दो-चार होना पड़ सकता है। ऐसे में, आपको रिश्ते में प्रेम एवं सौहार्द बनाए रखने के लिए काफ़ी प्रयास करने होंगे। हालांकि, आपके दसवें भाव पर शनि ग्रह की दसवीं दृष्टि आपको मेहनती और करियर को लेकर समर्पित बनाएगी। शनि महाराज आपको करियर के क्षेत्र में लंबे समय तक बनी रहने वाली सफलता के मार्ग पर लेकर जाएंगे। लेकिन, सफलता आपको तब ही प्राप्त होगी जब आप धैर्य बनाए रखेंगे।

उपाय: एक बर्तन में सरसों का तेल लेकर उसमें अपनी छाया देखें और फिर उस तेल को शनि मंदिर में दान कर दें।

मीन राशिफल 2025

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1. कुंडली में शनि ग्रह के कमज़ोर होने पर क्या होता है?

कुंडली में कमज़ोर शनि के प्रभाव से कार्यों में देरी, करियर में समस्याएं, असुरक्षा और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

2. कुंडली में मज़बूत सूर्य आपकी सहायता कैसे करते हैं?

किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य मज़बूत होने पर आपको नाम, प्रसिद्धि, नेतृत्व की क्षमता और मज़बूत व्यक्तित्व की प्राप्ति होती है।

3. कमज़ोर शनि को मज़बूत कैसे करें?

शनि देव के नकारात्मक प्रभावों को शांत करने के लिए शनि के बीज मंत्र का जाप करना, शनिवार के दिन सरसों के तेल का दीपक जलाना और जीवन में अनुशासन का पालन करना चाहिए।

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