शुक्र सिंह राशि में अस्त (15 सितंबर 2022)
शुक्र सिंह राशि में अस्त विषय पर तैयार किया गया एस्ट्रोसेज का यह विशेष लेख आपको इस महत्वपूर्ण खगोलीय घटना से जुड़ी पूरी जानकारी से अवगत कराने के तर्ज़ पर तैयार किया गया है। शुक्र का सिंह राशि में अस्त होना स्वाभाविक तौर पर सभी 12 राशियों के जीवन को प्रभावित करेगा। ऐसे में इस विशेष लेख के माध्यम से आप भी जानिए कि सिंह राशि में शुक्र अस्त का आपकी राशि पर क्या प्रभाव पड़ेगा और इसके नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए क्या कुछ उपाय किए जा सकते हैं।
शुक्र सिंह राशि में अस्त (15 सितंबर 2022) होकर सभी 12 राशियों के जातकों के जीवन पर आवश्यक ही प्रभाव डालने का कार्य करेंगे। हमारे इस लेख में आपको शुक्र के सिंह में अस्त का विस्तृत राशिफल दिया जा रहा है, जो पूरी तरह वैदिक ज्योतिष की सटीक भविष्यवाणियों पर आधारित है।
ज्योतिष शास्त्र में किसी भी ग्रह की अस्त स्थिति वो होती है जब वो ग्रह सूर्य के इतना समीप आ जाता है कि वो ग्रह अपने स्वयं के कारक तत्व के अनुसार अनुकूल व प्रभावी परिणाम देने में पूरी तरह से असमर्थ हो जाता है। ऐसे में आज इस लेख के माध्यम से आप जानेंगे कि सिंह राशि में शुक्र का अस्त होना आखिर आपके जीवन को कैसे प्रभावित करेगा।
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वैदिक ज्योतिष में शुक्र ग्रह
शुक्र को सुख, वासना, प्रेम, विलासिता, आभूषण आदि का कारक माना जाता है। शुक्र ग्रह की कृपा के अभाव में जातक अपने जीवन में भौतिक सुखों-सुविधाओं और दांपत्य सुख भोगने से वंचित रहता है। जबकि कुंडली में शुक्र का मजबूत होना व्यक्ति को अपने जीवन में इच्छाओं को पूरा करते हुए सभी इच्छाओं व सुख-साधन का आनंद लेने में मदद करता है। शुक्र की कृपा से ही जातक एक अच्छे पारिवारिक जीवन का आनंद लेते हुए, अच्छे व आलीशान घर में रहने का अपना सपना पूरा करता है। साथ ही वो जीवन में नई संपत्ति में निवेश या खरीद करने में भी सफल रहता है।
कुंडली में शुक्र का प्रबल होना व्यक्ति को अधिक चतुर, गणनात्मक और विकसित भाव से परिपूर्ण करता है। वहीं यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शुक्र पीड़ित है या शुक्र कमजोर हो तो वो जातक अपने जीवन के सुखों का आनंद नहीं ले पाता। उसके जीवन में हमेशा धन का प्रवाह कम रहेगा और उसे दृष्टि संबंधी कोई समस्या भी होने की आशंका अधिक रहेगी। ऐसे में कमजोर शुक्र वाला व्यक्ति अपने वैवाहिक जीवन में अधिक संवेदनशील, भावुक और असंतुष्ट हो सकता है या उसे कई बार अपने विवाह में देरी का सामना करने से भी परेशानी संभव है।
15 सितंबर 2022 को सिंह राशि में शुक्र अस्त की समयावधि
शुक्र सिंह राशि में अस्त की अवधि 15 सितंबर 2022 को सुबह 02 बजकर 29 मिनट पर शुरू होगी और फिर 2 दिसंबर को सुबह 6 बजकर 13 मिनट पर सिंह राशि में शुक्र अस्त की अवस्था समाप्त हो जाएगी। इसके परिणामस्वरूप जातकों को अपने निजी जीवन में विचारों में मतभेद के कारण सुख व धन की कमी के साथ-साथ कई परेशानी भी उत्पन्न होने की आशंका है।
यदि आप किसी प्रेम संबंध मे हैं और अपने प्रियतम से विवाह करना चाहते हैं तो शुक्र का अस्त होना आपके लिए प्रतिकूल रहेगा। ऐसे में जो लोग शादी करने का इंतजार कर रहे हैं उन्हें अभी अनुकूल अवधि का इंतजार करने की ज़रूरत होगी। क्योंकि शुक्र अस्त के दौरान विवाह संबंधी कार्य व तारीख तय करना अशुभ माना जाता है।
शुक्र सिंह राशि में अस्त का सभी 12 बारह राशियों पर क्या-क्या प्रभाव रहने वाला है यह जानने के लिए आइये आगे बढ़ते हैं और पढ़ते हैं यह विशेष लेख।
यह राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है। यहां क्लिक कर चंद्र राशि कैल्कुलेटर से जानें अपनी चंद्र राशि।
Read in English: Venus Combust in Leo - 15 September 2022 (Link)
मेष
मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र उनके द्वितीय और सप्तम भाव के स्वामी होते हैं और अब इस अवधि में शुक्र आपके पंचम भाव में अस्त होंगे। इसके परिणामस्वरूप आपको अपने जीवन में आ रही कई बाधाओं का सामना करने के बाद अच्छे परिणाम प्राप्त करने में सफलता मिलेगी। आपका इस दौरान रुझान आध्यात्मिकता की ओर भी बढ़ सकता है। साथ ही आप जीवन में अच्छा धन कमाने और निजी जीवन में खुशियों को बनाए रखने में अधिक रुचि लेते भी दिखाई देंगे।
अब बात करें करियर की तो कार्यक्षेत्र के लिहाज़ से ये समय आपके लिए मध्यम परिणाम लेकर आ रहा है। इस दौरान आपको नौकरी के नए अवसर तो मिलेंगे, परंतु आप उनसे खुशी व संतुष्टि प्राप्त नहीं कर पाएंगे। आध्यात्मिक झुकाव और उसी के प्रति बढ़ती आपकी रुचि के चलते, आप हर प्रकार की नकारात्मकता से अपना बचाव करेंगे और आप अपनी नौकरी से जुड़ी अच्छी सफलता भी हांसिल करने वाले हैं।
वहीं व्यापार से जुड़े जातकों के लिए ये अवधि मध्यम लाभ प्राप्त करने वाली रहेगी। परंतु कई जातकों को धन की कुछ कमी भी हो सकती है। इसलिए आपको शुरुआत से ही अपने व्यापार संचालन को अधिक ठोस करने के तरीकों पर कार्य करते हुए सही योजना बनाने की आवश्यकता रहेगी। क्योंकि ऐसा करके ही आप अपने व्यवसाय में अच्छे अवसर प्राप्त करेंगे। लेकिन बावजूद इसके आप उन सभी अवसरों का प्रभावी ढंग से उपयोग करने में भी असफल रह सकते हैं। आपको कुछ नुकसान भी होगा, लेकिन अच्छी बात ये है कि मौजूद हानि के बाद भी आप हार नहीं मानेंगे।
शुक्र सिंह राशि में अस्त की इस अवधि में धन पक्ष के दृष्टिकोण से यूँ तो आप अच्छा धन अर्जित करेंगे, लेकिन आप बचत व अधिक धन संचय के मामले में इस समय का उचित उपयोग नहीं कर पाएंगे। कुछ जातकों को शेयरों, लॉटरी आदि के माध्यम से भी लाभ प्राप्त होगा। परंतु आप अपने कार्य और मेहनत के अनुसार उम्मीद से कम ही धन अर्जित करेंगे। आप इस दौरान अपने भविष्य को सुरक्षित करने हेतु कुछ वित्त संबंधित योजना भी बना सकते हैं, क्योंकि इस समय ऐसा करना आपके लिए आवश्यक रहेगा।
वहीं प्रेम संबंधों की बात करें तो शादीशुदा जातकों को अपने जीवनसाथी के साथ कुछ मतभेद का सामना करना पड़ेगा। हालांकि आप अपने साथी को अपनी परिस्थितियों के बारे में समझाते हुए और उनके समक्ष अपने प्रेम का इजहार करके, इस समस्या से जल्द ही निजात पा सकते हैं। स्वास्थ्य को देखें तो आपको इस समय यूँ तो किसी बड़ी स्वास्थ्य समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। लेकिन बावजूद इसके आप पाचन संबंधी कुछ समस्याओं और आंखों में जलन से परेशान हो सकते हैं। इसलिए आपको अपना सही ध्यान करने की ख़ास सलाह दी जाती है।
उपायः अपनी कुंडली में शुक्र ग्रह के शुभ फल पाने के लिए "ॐ शुक्राय नमः" मंत्र का प्रतिदिन 42 बार जाप करें।
वृषभ
वृषभ राशि के जातकों के लिए शुक्र उनके स्वामी ग्रह होते हैं, अर्थात वे आपके प्रथम भाव के स्वामी होने के साथ-साथ उन्हें आपके छठे भाव का स्वामित्व भी प्राप्त होता है। अब इस दौरान वे आपके चतुर्थ भाव में अस्त होंगे। इसके परिणामस्वरूप आपका किसी वैचारिक मतभेद के कारण पारिवारिक विवाद संभव हैं। साथ ही घर की जरूरतों और कार्यों पर भी आपको अधिक धन खर्च करना होगा, जिससे आप पर कई बार आर्थिक बोझ भी बढ़ सकता है।
अब बात करें कार्यक्षेत्र की तो आपके पास यूँ तो कई अवसर उपलब्ध होंगे। परंतु बावजूद इसके आप उन अवसरों से संतुष्ट नहीं दिखाई देंगे। कई जातकों को कार्यस्थल पर विभागों के बीच कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन आप इस स्थिति से भी निपटते हुए सफलतापूर्वक उससे बाहर निकलते दिखाई देंगे। यदि आप व्यापार से जुड़े हैं तो आपको मध्यम लाभ मिलेगा। आप व्यवसाय में अधिक विकास और विस्तार के लिए अपनी उच्च उम्मीदें विकसित करेंगे। साथ ही आप इस दौरान ऐसी स्थिति में होंगे, जिसमें आप व्यापार में सुख-सुविधाओं को बढ़ाने में पूरी तरह सक्षम होंगे।
धन पक्ष के लिहाज़ से यदि आपको अपनी कुछ प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए धन की आवश्यकता है तो आप इस अवधि का उपयोग खासतौर से अपना ऋण सुरक्षित करने के लिए कर सकते हैं। कई जातक अपने द्वारा अर्जित धन या नया घर बनाने के लिए जमा किये गए अपने धन से भी अच्छा लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
व्यक्तिगत जीवन में आपको घर-परिवार में कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। कुछ रिश्तेदार या परिजन भी आपको कुछ समस्या देते दिखाई देंगे, लेकिन आप इस स्थिति को अधिक दृढ़ संकल्प और परिपक्वता के साथ संभालते हुए उसे हल करने में भी सक्षम रहने वाले हैं। अगर स्वास्थ्य दृष्टिकोण से देखें तो आपको अपनी मां के स्वास्थ्य पर अपना कुछ धन खर्च करना होगा। क्योंकि आशंका है कि उन्हें किसी प्रकार की कोई एलर्जी से संबंधित समस्या होने से परेशान हो।
उपाय: शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी का पूजन करें।
मिथुन
मिथुन राशि के स्वामी बुध है और शुक्र, बुध के मित्र ग्रह होते हैं। इसके अलावा शुक्र मिथुन राशि के पांचवें भाव व बारहवें भाव की अध्यक्षता करते हैं और अब इस स्थिति में वे आपकी राशि के तीसरे भाव में अस्त है। जिसके परिणामस्वरूप आपको इस दौरान कार्यक्षेत्र या आध्यात्मिक उद्देश्यों के लिए किसी प्रकार की विदेश यात्रा पर जाना पड़ सकता है। ये समय यूँ तो आपके लिए स्वयं के विकास वाला सिद्ध होगा, लेकिन कई प्रयासों के बाद भी आपको अच्छे परिणाम प्राप्त करने में कुछ देरी का सामना करना पड़ सकता है।
कार्यक्षेत्र पर आप अपनी वर्तमान नौकरी में बदलाव या दूर किसी स्थान पर नई नौकरी की तलाश कर सकते हैं। नौकरी में आए ये बदलाव आपके लिए यूँ तो चुनौतीपूर्ण रहेंगे, लेकिन आप अपनी सही योजना बनाते हुए काम को अच्छी तरह संभालेंगे और इन सभी चुनौतियों का भी सफलतापूर्वक सामना करने में सक्षम रहेंगे। यदि आप व्यापार में हैं तो लाभ-हानि से जुड़े मिश्रित परिणाम मिलने वाले हैं। जिसके चलते इस अवधि में अपने नुकसान से पार पाने में लिए आपके लिए अपने गृहनगर या शहर के बजाय विदेश में जाकर एक नया व्यवसाय शुरू करना सबसे अधिक अनुकूल रहने वाला है। क्योंकि ऐसा करके ही आप अपने बिजनेस को सफल और लोकप्रिय बना सकते हैं।
आर्थिक पक्ष के लिहाज़ से इस अवधि के दौरान आपको अपने जीवन में धन लाभ और खर्च दोनों देखने को मिलेंगे। कई जातक विरासत या पैतृक संपत्ति के माध्यम से भी अच्छा धन लाभ कर सकते हैं। इस दौरान आप अपने धन को लेकर मध्यम रूप से बचत करते दिखाई देंगे।
व्यक्तिगत जीवन में यदि आप शादीशुदा हैं तो आप अपने बच्चों की प्रगति को लेकर कुछ चिंतित दिखाई दे सकते हैं। क्योंकि उनमें अपने विकास को लेकर उत्साह की कमी साफ़ देखी जाएगी। ऐसे में आप इस परिस्थिति से उबरने के लिए बच्चों के साथ किसी पिकनिक या आउटिंग की योजना बनाते हुए, पारिवारिक वातावरण में अनुकूलता ला सकते हैं। वहीं स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से आपको इस दौरान यात्रा करने से बचना होगा, क्योंकि इस दौरान आपके द्वारा की गई हर यात्रा आपको थकान देगी। साथ ही आपको जितना संभव हो योग और ध्यान करने की सलाह भी दी जाती है।
उपाय: अनुकूल परिणाम प्राप्त करने के लिए बुध और शुक्र ग्रह के लिए यज्ञ का आयोजन करें।
कर्क
कर्क राशि के जातकों के लिए शुक्र उनके चतुर्थ व एकादश भाव के स्वामी होते है और अब वे इस दौरान आपके दूसरे भाव में अस्त है। जिसके परिणामस्वरूप आपको संपत्ति खरीदने या निवेश करने से इस समय अच्छा लाभ मिलने के योग बनेंगे। साथ ही विभिन्न स्रोतों से भी अधिक धन कमाने की आपकी प्रबल इच्छा देखी जा सकती है।
कार्यक्षेत्र के लिहाज़ से भी आप अपने असाइनमेंट और परियोजनाओं के संबंध में किसी प्रकार की छोटी दूरी की यात्राओं पर जा सकते हैं। कुछ जातकों को अपने वरिष्ठों और सहकर्मियों के साथ संबंधों में मधुरता की कमी के कारण कुछ समस्याओं का सामना भी करना होगा। क्योंकि ये वो समय होगा जब आपका उनके साथ किसी बात को लेकर तर्क-वितर्क देखा जाएगा। इसलिए आपके लिए बेहतर यही होगा कि केवल और केवल अपने काम पर ही अपना पूरा ध्यान लगाते हुए खुद को हर प्रकार की समस्याओं से दूर रखने का प्रयास करें।
वहीं यदि आप व्यापार से जुड़े हैं तो आपको लाभ तो मिलने, लेकिन ये लाभ आपके अनुमान से कुछ कम हो सकता है। कई जातक अपने व्यवसाय में विस्तार के लिए अपने वरिष्ठ सहयोगियों से सलाह-मशवरा लेते हुए, उन्हें अपनी योजनाओं में अपनाकर अच्छा लाभ अर्जित करने की स्थिति में होंगे।
आर्थिक रूप से इस दौरान आपको उत्तराधिकार के रूप में परिवार से अच्छा धन लाभ मिलने की संभावना रहेगी। इसके अलावा जीवन में भी धन का अच्छा प्रवाह देखा जाएगा, लेकिन कुछ घर से जुड़े खर्चें आपको परेशान कर सकते हैं। व्यक्तिगत दृष्टिकोण से इस दौरान शादीशुदा जातकों के रिश्ते में रुचि व उत्साह की कमी देखी जाएगी और इससे आपको अपने जीवनसाथी के साथ संचार समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। परंतु आप साथी से मीठी-मीठी बातें करते हुए और उनकी बातों को समझने की कोशिश करके, अपने रिश्ते में पुनः मधुरता लाने में सफल हो सकते हैं।
इसके अलावा स्वास्थ्य जीवन में शुक्र अस्त के कारण आपको इस अवधि में आंखों में जलन की समस्या हो सकती है। इसलिए जितना संभव हो अपना ध्यान रखें।
उपाय: सोमवार के दिन चंद्र ग्रह से जुड़ी पूजा करें।
सिंह
सिंह राशि के जातकों के लिए शुक्र आपके तृतीय व दशम भाव के स्वामी होते है और अब इस दौरान वे आपकी ही राशि अर्थात आपके प्रथम भाव में अस्त है। इसके कारण आप अपने प्रयासों में सफल होने के लिए दृढ़ संकल्प और व्यावसायिकता प्राप्त कर सकते हैं।
कार्यक्षेत्र आप आपके लिए विदेश में रोजगार के नए अवसर प्राप्त होने की स्थिति बनेगी और इस तरह के अवसर आपके लिए अनुकूल साबित होंगे। साथ ही नौकरीपेशा जातकों को वर्तमान में अपेक्षित मान्यता या प्रोत्साहन की कमी के कारण आपके वरिष्ठों के साथ संचार और तालमेल संबंधित समस्याओं से दो-चार होना पड़ेगा।
यदि आप व्यवसाय से जुड़े हैं तो उच्च लाभ प्राप्त करने के लिए आवश्यक लक्ष्य को पूरा करना, इस दौरान आपके लिए खासा मुश्किल रहेगा। लेकिन व्यवसाय में मौजूदा स्थिति को बेहतर बनाने और उस स्थिति को अच्छे परिणामों में बदलने की आपकी हर कोशिश सफल रहेगी और उसके लिए आप अपने द्वारा किये गए हर प्रयासों से लाभ अर्जित करेंगे। आर्थिक लिहाज़ से आप इस समय मध्यम धन अर्जित करेंगे। ऐसे में आपके लिए अपने धन को संचय करने की आशंका कम ही रहने वाली है। इसके अलावा कुछ जातकों को अपनी किसी लापरवाही के कारण धन से जुड़ी कुछ हानि भी संभव है।
वहीं बात करें आपके पारिवारिक जीवन की तो आपको अपने भाई-बहनों के साथ संबंधों में कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। जिसके पीछे का असल कारण आपस में संचार की कमी रहेगा। हालांकि स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से यूँ तो आपको इस समय कोई बड़ी स्वास्थ्य संबंधी समस्या नहीं होगी। परंतु कुछ जातक हृदय संबंधी किसी प्रकार की समस्या से परेशान हो सकते हैं। इसलिए अपना ख्याल रखें और जितना संभव हो प्राणायाम व योग करें।
उपाय: श्री उमा महेश्वर के लिए यज्ञ करें।
कन्या
कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र उनके द्वितीय व नवम भाव के स्वामी होते हैं और अब इस दौरान वे आपके द्वादश भाव में अस्त होंगे। इसके परिणामस्वरूप अपने करियर में आपको भाग्य का साथ नहीं मिलेगा, जिससे आप अपने कार्यों से अच्छे लाभ प्राप्त करने में असक्षम होंगे। इस समय आपके विरोधी व आपके प्रतिद्वंदी काफी सक्रिय होंगे और वे लगातार षड्यंत्र की योजना बनाते हुए आपके खिलाफ साजिश करते दिखाई देंगे। परंतु आप जल्दी ही उनकी सभी योजनाओं को सफलतापूर्वक मात देकर अपने कार्यक्षेत्र पर लाभ अर्जित भी करेंगे।
इसके अलावा ये वो अवधि होगी जब आप तर्कसंगत रूप से अपनी हर चीज की योजना बनाकर उसी दिशा में कार्य करेंगे तो आपको सफलता ज़रूर मिलेगी। वहीं यदि आप व्यापार से जुड़े हैं तो आपको इस समय लाभ की कुछ कमी रहने की आशंका है। साथ ही हो सकता है कि आपको अपने प्रतिद्वंदियों से नुकसान और कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना भी करना पड़े। आर्थिक पक्ष के लिहाज़ से आपके खर्चे आय से ज्यादा रहेंगे। ऐसे में धन का खर्च आमदनी से अधिक होने के कारण आप अपनी आर्थिक तंगी को लेकर काफी परेशान या मायूस भी दिखाई देंगे। इस स्थिति में आपके ऊपर कर्ज़ भी बढ़ सकता है।
हालांकि व्यक्तिगत जीवन में शादीशुदा जातकों को शुक्र सिंह राशि में अस्त की यह समय अवधि आपको रिश्ते में सामंजस्यता की कुछ कमी परेशान करेगी। साथ ही आपसी समझ की कमी के कारण, परिवार के सदस्यों के साथ भी कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में जितना संभव हो आपसी तालमेल बनाकर चलना ही आपके लिए अनुकूल रहेगा। साथ ही कुछ जातकों के पार्टनर को इस दौरान कब्ज की शिकायत भी रहने वाली है। इसलिए जितना हो उनकी सेहत के प्रति सतर्कता बरतें। इसके अलावा आपको भी अपनी सेहत के प्रति भी शुरुआत से ही सावधान रहने की सलाह दी जाती है। इसके लिए हमेशा संतुलित आहार का सेवन करें और समय पर भोजन ग्रहण करें।
उपाय: बुधवार के दिन गरीबों व ज़रूरतमंदों को पके हुए चावल दान करें।
तुला
तुला राशि के स्वामी शुक्र होते हैं। इसके अलावा शुक्र देव आपके अष्टम भाव पर भी स्वामित्व रखते हैं और अब वे आपके एकादश भाव में अस्त हैं। इसके परिणामस्वरूप आपको कार्यक्षेत्र पर कुछ बाधाओं का सामना करना होगा। हालांकि इन बाधाओं के बाद आप अपने कार्यों में अच्छी प्रगति देखते हुए सफलता हासिल करेंगे। साथ ही पदोन्नति के रूप में अप्रत्याशित लाभ प्राप्त होने की संभावना भी है। इसलिए शुरुआत में ही खुद को केवल और केवल अपने लक्ष्यों के प्रति ही केंद्रित रखने का प्रयास करें।
वहीं यदि आप व्यापार से जुड़े हैं तो व्यापारी जातकों को कार्यस्थल पर धीरे-धीरे ही सही, लेकिन लाभ ज़रूर प्राप्त करने में सफलता मिलेगी। इससे आपके व्यापार में भी विस्तार होगा और आपकी मार्किट में स्थिति भी मजबूत बनेगी।
इसके अलावा आर्थिक पक्ष के लिहाज़ से आपके जीवन में धन का प्रवाह यूँ तो होता रहेगा। लेकिन जितना धन आप प्राप्त करेंगे, आपके खर्चों में भी उतनी ही तेजी देखी जाएगी और इससे आपको अपने धन को संचय करने में मुश्किल महसूस हो सकती है। हालांकि अप्रत्याशित रूप से धन लाभ होने की भी संभावना प्रबल है।
व्यक्तिगत जीवन की बात करें तो शादीशुदा जातक साथी के साथ अपने रिश्ते में आ रही हर परेशानी हो हल करते हुए, धीरे-धीरे रिश्ते में खुशी और प्रेमी की अनुभूति करेंगे। कुछ जातकों को इस दौरान एक दूसरे के करीब जाने के कई अवसर भी मिलने वाले हैं। अब बात करें आपके स्वास्थ्य जीवन की तो सेहत के लिहाज़ से यूँ तो आपके जीवन में इस अवधि में कोई बड़ी स्वास्थ्य संबंधी परेशानी नहीं होगी। लेकिन आपको आंखों और त्वचा से संबंधित छोटी-मोटी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए इस बदलते मौसम के साथ अपने खान-पान का विशेष ध्यान रखें।
उपायः हर शुक्रवार के दिन मंदिर में जाकर देवी लक्ष्मी के समक्ष एक दीपक ज़रूर जलाएं।
वृश्चिक
वृश्चिक जल तत्व की राशि होती है, जिसके स्वामी मंगल ग्रह को माना जाता हैं। इसके अलावा शुक्र आपके द्वादश भाव व सप्तम भाव को नियंत्रित करते हैं और अब वे आपके कर्म यानी दशम भाव में अस्त हैं। जिसके परिणामस्वरूप आपको करियर में मध्यम परिणाम प्राप्त होने के योग बनेंगे। कार्यक्षेत्र के लिए ये समय यूँ तो आपको काम के संबंध में अस्थायी रूप से कुछ चुनौतियां दे सकता है। जैसे कि आपके काम को नज़रअंदाज़ किया जा सकता है, सहकर्मियों के कारण आपको कुछ परेशानियों से जूझना पड़ सकता है। ऐसे में आप नौकरी बदलने का मूड भी बना सकते हैं। परंतु ये सभी बाधाएं ज्यादा समय तक आपको परेशान नहीं करेंगी। क्योंकि आप अपनी मेहनत और समझदारी के बल पर हर चुनौती का समाधान निकालने में सक्षम रहने वाले हैं।
परंतु वो जातक जो व्यापार से जुड़े हैं, उन्हें उम्मीद से बेहद कम लाभ मिलने की आशंका रहेगी। चूंकि आपको अपने प्रतिस्पर्धियों से कड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में आप लाभ तो अर्जित करेंगे, लेकिन अर्जित लाभ आपको संतुष्टि नहीं दे सकेंगे और इससे आपको कुछ मानिसक तनाव संभव है।
व्यक्तिगत जीवन की अब बात करें तो शादीशुदा जातकों को अपने दांपत्य जीवन में जीवनसाथी के साथ आपसी समझ की कमी के कारण अहंकार से जुड़ी कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में आपके लिए इस समय जितना संभव हो अपने रिश्ते को अहम से ऊपर रखते हुए ही, साथी को समझने का प्रयास करना आवश्यक रहने वाला है।
हालांकि शुक्र सिंह राशि में अस्त के दौरान आपको स्वास्थ्य के लिहाज से कोई बड़ी शारीरिक समस्या नहीं होगी। लेकिन आप इस शुरुआत से ही अपने जीवन में चल रही उतार-चढ़ाव भरी परिस्थितियों के कारण सिरदर्द, थकान और मानसिक तनाव के शिकार हो सकते हैं।
उपायः प्रतिदिन 9 बार "ॐ भौमाय नमः" का जाप करें।
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धनु
अग्नि तत्व की राशि धनु के लिए शुक्र छठे भाव और ग्यारहवें भाव के स्वामी होते हैं। अब इस समय वे आपकी राशि से नवम भाव में अस्त हैं। इसके परिणामस्वरूप कार्यक्षेत्र पर आपको इस दौरान काम के संबंध में भाग्य का साथ मिलने में कुछ देरी संभव है। ऐसे में आप जिस भी कार्य को करेंगे उसमें आपको सफलता तो मिलेगी, लेकिन सफलता मिलने में कुछ समय ज़रूर लग सकता है। चूंकि इस दौरान हो सकता है कि आपको अपने वरिष्ठों का अधिक सहयोग मिले। इसलिए ऐसे में आपको शुरुआत से ही धैर्य के साथ अपनी मेहनत और प्रयास जारी रखने होंगे।
वहीं वो जातक जो व्यापार से जुड़े हैं उन्हें शुक्र की इस स्थिति के दौरान मध्यम लाभ ही प्राप्त होने वाले हैं। क्योंकि मार्किट में आपके विरोधी आपको अच्छा मुकाबला देते हुए आपसे बेहतर योजना बनाएंगे। जिसके चलते आपको किसी विशेषज्ञ व अपने कर्मियों के अनुभव की अधिक आवश्यकता रहेगी। वहीं यदि आप साझेदारी के व्यवसाय में हैं, तो हो सकता है कि आपके व्यापारिक भागीदार आपका सहयोग न करें बल्कि आपको परेशानी देने का प्रयास करें।
अब बात करें आपके निजी जीवन की तो शादीशुदा जातकों को अपने रिश्ते में जीवनसाथी के साथ कुछ तनाव व विवाद से दो-चार होना पड़ेगा। क्योंकि इस दौरान आप दोनों के ही स्वभाव में अहम की वृद्धि होगी और आप दोनों ही खुद के अहंकार को अपने रिश्ते से अधिक महत्व देते दिखाई देंगे। इसलिए आपके लिए बेहतर यही होगा कि समझदारी दिखाएं और एक-दूसरे से प्रेम व सम्मान के साथ बातचीत के जरिये हर विवाद को हल करने का प्रयास करें।
इसके अलावा स्वास्थ्य के लिहाज से आपकी सेहत में सुधार आने की संभावना दिखाई देगी। परंतु बावजूद इसके कुछ जातकों को गर्मी के कारण त्वचा संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में अधिक गर्म व मसालेदार खाने से परहेज करते हुए, ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ लेने की कोशिश करें।
उपाय: प्रतिदिन 12 बार 'ॐ बृं बृहस्पतये नमः' का जाप करें।
मकर
मकर एक गतिशील राशि होने के साथ-साथ पृथ्वी तत्व की राशि है। मकर राशि के जातकों के लिए शुक्र उनके पंचम व दशम भाव के स्वामी होते हैं और अब वे आपके अष्टम भाव में अस्त हैं। ऐसे में आपके अष्टम भाव में शुक्र की उपस्थिति के कारण आपको करियर में सफलता मिलने में कुछ बाधाएं महसूस होंगी। खासतौर से नौकरीपेशा जातकों के लिए ये अवधि कई चुनौतियां लेकर आ रही है। वे जिस भी कार्य को करेंगे या कार्य की जिम्मेदारी लेंगे, उसे वे पूरा करने में असक्षम रहने वाले हैं। साथ ही उन्हें अपने सहकर्मियों से कुछ अवांछित परेशानियों का भी सामना करना पड़ सकता है क्योंकि आपके अच्छे प्रदर्शन के कारण वे आपके प्रति ईर्ष्या विकसित कर सकते हैं। इसके अलावा कुछ जातकों की नौकरी जा सकती है और कुछ का जबरन तबादला किया जा सकता है। इस प्रकार स्थान परिवर्तन या ट्रांसफर के कारण नौकरी में बदलाव आने के योग भी बनेंगे।
वहीं यदि आप व्यापार करते हैं तो आपको इस दौरान शुक्र देव की कृपा से अपने व्यापार में हानि और लाभ दोनों ही परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए आपके लिए बेहतर यही होगा कि अधिक जोखिम भरा कोई भी निवेश करने से बचें, अन्यथा हानि बढ़ सकती है और जिससे आगे चलकर आपकी आर्थिक स्थिति भी प्रभावित होने की आशंका रहेगी। आपको सलाह दी जाती है कि अपने व्यवसाय के पैटर्न को बदलें और अपने प्रतिस्पर्धियों से सावधान रहें।
व्यक्तिगत जीवन की बात करें शुक्र सिंह राशि में अस्त के दौरान दांपत्य जातक सबसे अधिक अपने परिवार और अपने बच्चों के विकास को लेकर खासा चिंतित दिखाई देंगे। इस चिंता के चलते ही उनके मानसिक तनाव में वृद्धि भी देखी जाएगी। ऐसे में अंदर ही अंदर खुद को परेशान करने की जगह, हर परिस्थिति का हल निकालने के लिए सही योजना पर कार्य करना ही आपके लिए एकमात्र उपाय सिद्ध होगा।
इसके अलावा स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से भी आपको शुरुआत से ही अपनी सेहत के प्रति सतर्कता बरतने की सलाह दी जाती है। क्योंकि आशंका है कि इस दौरान सबसे अधिक आपको पाचन और आंखों से संबंधित कुछ समस्याएं हो सकती है। इसलिए समय-समय पर अपनी आंखों को ठंडे पानी से धोते रहें और अधिक धूल भरी व प्रदूषण वाली जगहों पर जाने से बचें तथा अपने खानपान के प्रति सावधानी बरतें।
उपायः शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी का हवन करें।
कुंभ
कुंभ वायु तत्व की राशि है और शुक्र उनके चतुर्थ व नवम भाव के स्वामी होते हैं। अब वे आपकी राशि के सप्तम भाव में अस्त हैं। ऐसे में सप्तम भाव में शुक्र की उपस्थिति से करियर में आप अच्छे परिणाम हासिल करेंगे।
कार्यक्षेत्र पर आपको अपने हर कार्य में अपार सफलता मिलेगी और आप अपने लक्ष्यों को समय पर प्राप्त कर करियर में रफ़्तार के साथ आगे बढ़ते दिखाई देंगे। साथ ही इस समय आप अपनी सफलता से भी अधिक संतुष्टि हासिल करने में सक्षम होंगे। खासतौर से यदि आपको किसी कार्य को पूरा करने में पूर्व में परेशानी आ रही थी तो उसे आप इस समय सही से पूरा कर सकेंगे। इसके अलावा काम के सिलसिले से विदेश यात्रा करने का मौका भी मिल सकता है। हालांकि कुछ नौकरीपेशा जातकों को कार्यस्थल पर अपने सहकर्मियों से संबंधों में समस्या के कारण चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
जो लोग ख़ुद का व्यवसाय चला रहे हैं, उन्हें लाभ कमाने के अच्छे मौके मिलेंगे। लेकिन लाभ बड़े पैमाने पर नहीं हो सकता है। इस दौरान आपको कुछ नए दोस्त मिलेंगे, जो व्यापार में आपका सहयोग कर सकते हैं।
आर्थिक पक्ष के लिहाज़ से भी शुक्र सिंह राशि में अस्त के दौरान आपको मिश्रित परिणाम मिलेंगे। क्योंकि ये वो समय होगा जब आपको धन लाभ तो होगा, परंतु आपके खर्चों में भी उतनी ही तेजी से वृद्धि देखी जाएगी। ऐसे में आपको समय रहते ही अपने खर्चों पर नियंत्रण रखते हुए एक सही बजट प्लान बनाकर ही कुछ भी ख़रीदारी करने की सलाह दी जाती है।
वहीं निजी जीवन में भी शादीशुदा जातकों को अपने रिलेशनशिप में अपने पार्टनर के साथ खुशहाली भरा व्यापार देखने को मिलेगा। इसे और बेहतर करने के लिए साथी के साथ किसी डेट या कही बाहर घूमने जाने का प्लान करें। इसके अलावा स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से भी आप उत्तम सेहत के धनी रहेंगे। क्योंकि योग बन रहे हैं कि इस समय आपको कोई बड़ा रोग या स्वास्थ्य परेशानी समस्या नहीं देगी।
उपाय: शनिवार के दिन वृद्धों को दही-चावल का दान करें।
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मीन
मीन जल तत्व की राशि है और शुक्र उनके तृतीय व अष्टम भाव को नियंत्रित करते हैं। अब वे आपके छठे भाव में अस्त हैं। ऐसे में शुक्र का आपके छठे भाव में उपस्थित होना कार्यक्षेत्र पर जातकों को अनुकूल परिणाम मिलने के योग बनाएगा।
करियर में आप अपने बेहतर व लगातार प्रयासों से अच्छा प्रदर्शन देते हुए तरक्की हासिल करेंगे। जिससे आपकी आमदनी में भी वृद्धि होने के योग बनेंगे। हालांकि कई जातकों को अपने सहकर्मियों के कारण सहयोग न मिलने से कार्यस्थल पर कुछ बाधाओं का भी सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में जितना संभव हो इधर-उधर की बातों पर ध्यान न देते हुए केवल खुद को अपने कार्यों की ओर ही केंद्रित रखें।
वहीं वो जातक जो व्यवसाय से जुड़े हैं उन्हें ये समय मध्यम लाभ ही देगा। ऐसे में कोई भी निवेश करते हुए किसी बड़े या विशेषज्ञ से पहले सलाह-मशविरा ज़रूर लें। चूंकि इस दौरान आपके प्रतियोगी आपसे आगे निकलने की कोशिश करेंगे। ऐसे में यह आपके हाथ में होगा कि आप इसे कैसे देखते हैं और कैसे अपने व्यवसाय में प्रगति करते हैं।
अब बात करें आपके निजी जीवन की तो ये समय आपके रिश्तों में कई समस्याएं लेकर आने वाला है। क्योंकि आशंका है कि आप दांपत्य जीवन में चल रही उठा-पटक के कारण खुशियों के साक्षी न बन पाएं और इसका सीधा नकारात्मक प्रभाव आपके व साथी के बीच तनाव उत्पन्न कर सकता है।
इसके अलावा स्वास्थ्य के लिहाज से आपको अपने खानपान के प्रति शुरुआत से ही सावधानी बरतने की ज़रूरत होगी। क्योंकि आशंका अधिक है कि आप पाचन संबंधी समस्याओं से इस दौरान काफी परेशान दिखाई देंगे और इसके लिए आपको अपने धन का एक बड़ा भाग भी खर्च करना पड़ सकता है।
उपायः गुरुवार को मंदिर में जाकर भगवान शिव की पूजा करना आपके लिए अनुकूल रहेगा।
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