शुक्र का मकर राशि में गोचर (29 दिसंबर, 2022)
शुक्र का मकर राशि में गोचर (29 दिसंबर, 2022) से जुड़ी सही व सटीक भविष्यवाणियाँ प्राप्त होंगी। यह भविष्यवाणियाँ हमारे विद्वान ज्योतिषियों द्वारा शुक्र ग्रह की चाल एवं स्थिति का विश्लेषण कर प्रदान की गई हैं, जो पूर्ण रूप से वैदिक ज्योतिष पर आधारित हैं। इस लेख में आपको सभी 12 राशियों के जातकों के पेशेवर जीवन, व्यक्तिगत जीवन, आर्थिक जीवन, स्वास्थ्य तथा शिक्षा आदि से जुड़े राशिफल के साथ-साथ नकारात्मक प्रभावों से बचने के उपाय भी बताए गए हैं, जिनकी मदद से आप अपने आने वाले कल को बेहतर बना सकते हैं। आइए आगे बढ़ते हैं और राशिनुसार जानते हैं कि शुक्र का यह गोचर हमारे जीवन में क्या बदलाव लेकर आने वाला है।
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वैदिक ज्योतिष के अनुसार शुक्र ग्रह को सुख, पैशन, प्रेम, विलासिता और महंगे आभूषण या रत्न आदि का कारक माना जाता है। कहा जाता है कि शुक्र के बिना जीवन का आनंद नहीं उठाया जा सकता है और न ही वैवाहिक जीवन में सुख का अनुभव होता है। कुंडली में शुक्र की मज़बूत स्थिति जातक को महत्वाकांक्षी बनाती है। ऐसे लोग अच्छा पारिवारिक जीवन व्यतीत करते हैं, बड़े घरों में रहते हैं तथा नई संपत्तियों की ख़रीदारी करते हैं। साथ ही वे स्वभाव से चतुर, गणनात्मक और हंसी-मज़ाक करने वाले होते हैं।
वहीं दूसरी ओर यदि किसी जातक की कुंडली में शुक्र कमज़ोर या पीड़ित अवस्था में होता है तो वह अपने जीवन का आनंद नहीं ले पाता है। उसे आर्थिक समस्याओं से गुज़रना पड़ सकता है। आंखों से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। वैवाहिक जीवन में संतुष्टि कम हो सकती है या फिर उसके विवाह में देरी हो सकती है। ऐसे में जातक स्वभाव से अधिक संवेदनशील और भावुक हो सकता है।
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शुक्र का मकर राशि में गोचर: तिथि व समय
शुक्र का मकर राशि में गोचर 29 दिसंबर, 2022 को 15:45 बजे हो जाएगा। जिसके परिणामस्वरूप मकर राशि के जातकों को अपने पेशे, आध्यात्मिकता और आय के संबंध में अनुकूल परिणाम देखने को मिलेंगे। जीवन में सुख-समृद्धि और आराम संभव होगा। उनकी जीवनशैली में सुधार होगा तथा प्रेम के मामले में सफलता भी मिल सकती है। हालांकि सभी 12 राशियों के लिए शुक्र ग्रह के परिणाम कुंडली में इसकी स्थिति तथा जातक की दशा पर निर्भर करेंगे।
शुक्र के मकर राशि में गोचर का हमारे जीवन पर क्या प्रभाव पड़ने वाला है तथा इसके नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं आइए राशि अनुसार और विस्तार से जानते हैं इसकी सम्पूर्ण जानकारी।
यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। जानें अपनी चंद्र राशि
Read in English: Venus Transit in Capricorn (29 December, 2022)
मेष
मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र दूसरे तथा सातवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान यह आपके दसवें भाव यानी कि पेशे, कार्यक्षेत्र के भाव में गोचर करेगा।
आर्थिक रूप से यह अवधि लाभकारी सिद्ध होगी अर्थात आप अच्छा पैसा कमाने में सक्षम होंगे। आपका सामाजिक दायरा बढ़ेगा और आप कुछ नए संपर्क स्थापित करेंगे। पेशेवर रूप से देखा जाए तो आपको इस दौरान काम के सिलसिले से कोई यात्रा करनी पड़ सकती है और इस तरह की यात्रा से आपको लाभ होगा।
यदि आप ख़ुद का व्यवसाय चला रहे हैं तो शुक्र का मकर राशि में गोचर आपके लिए लाभकारी साबित होगा। इस अवधि में आपको अच्छा मुनाफ़ा होगा। यदि आप साझेदारी में कोई व्यवसाय चला रहे हैं तो आपका व्यवसाय फलता-फूलता नज़र आएगा तथा साझेदार का पूरा सहयोग प्राप्त होगा।
शुक्र का मकर राशि में गोचर काल के दौरान आर्थिक रूप से धन का प्रवाह अच्छा रहेगा तथा बचत भी संभव होगी। व्यक्तिगत जीवन की बात करें तो जीवनसाथी के साथ मधुर संबंध रहेंगे और आपको उनका पूरा सहयोग मिलेगा। स्वास्थ्य के लिहाज से समय अनुकूल है यानी कि आप इस दौरान अच्छे स्वास्थ्य का अनुभव करेंगे।
उपाय: प्रतिदिन 24 बार "ॐ शुक्राय नमः" का जाप करें।
वृषभ
वृषभ राशि के जातकों के लिए शुक्र लग्न तथा छठे भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान यह आपके नौवें भाव भाग्य और धर्म के भाव में गोचर करेगा। इसके कारण इस दौरान आपका झुकाव आध्यात्मिकता की ओर अधिक रहेगा और आप इस संदर्भ में कई पावन स्थलों की यात्राएं भी कर सकते हैं।
करियर के लिहाज से आपको इस दौरान आगे बढ़ने के कई मौके मिलेंगे। विदेश जाने का मौका भी मिल सकता है और ऐसा मौका आपके लिए काफ़ी अच्छा साबित होगा। यदि आप ख़ुद का व्यवसाय चला रहे हैं तो प्रबल संभावना है कि आप इस अवधि में कोई नया व्यवसाय शुरू कर सकते हैं। साथ ही आपको आउटसोर्सिंग के रूप में विदेशों से कॉन्ट्रैक्ट मिल सकते हैं। इसके अलावा इस दौरान आपको अपने बिज़नेस पार्टनर्स का भी पूरा सहयोग प्राप्त होगा।
शुक्र का मकर राशि में गोचर के दौरान आपके व्यक्तिगत जीवन की बात करें तो किन्हीं कारणों से आप अपने जीवनसाथी को वक़्त देने में असफल हो सकते हैं। ऐसे में आपसी समझ में कमी के कारण वाद-विवाद भी हो सकता है। स्वास्थ्य की बात करें तो इस अवधि में आपको अपनी आंखों का ख़ास ख़्याल रखने की सलाह दी जाती है। बेहतर होगा कि आप अपनी आंखों की नियमित रूप से जांच कराएं।
उपाय: शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी के लिए तेल का दीपक/दीया जलाएं।
मिथुन
मिथुन राशि के जातकों के लिए शुक्र पांचवें तथा बारहवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान यह आपके आठवें भाव में गोचर करेगा। इसके कारण आपको अपने बच्चों को लेकर चिंता हो सकती है। वहीं अगर सकारात्मक पक्ष की बात की जाए तो इस दौरान आप अपने गुप्त कौशल में वृद्धि देखेंगे, जो आपके जीवन में विकास लेकर आएगा।
करियर के लिहाज से इस दौरान आपको अपने कार्यस्थल पर कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही नौकरी का दबाव भी महसूस हो सकता है। लिहाजा, मानसिक तनाव संभव होगा। लेकिन इसी समय आप अपनी क्षमताओं और योग्यताओं को साबित करने का पूरा प्रयास करते भी नज़र आएंगे। यदि आप ख़ुद का व्यवसाय चला रहे हैं तो हो सकता है कि इस अवधि आपको बहुत अच्छा लाभ न प्राप्त हो।
आर्थिक रूप से देखा जाए तो शुक्र का मकर राशि में गोचर काल के दौरान आपके ख़र्चों में वृद्धि हो सकती है। ऐसे में आप धन की बचत करने में सक्षम नहीं होंगे। यदि आप किसी प्रेम संबंध में हैं तो इस दौरान आपको कुछ समस्याओं से गुज़रना पड़ सकता है। वहीं अगर आपके स्वास्थ्य की बात करें तो दांतों में दर्द होने की आशंका है। आपको सलाह दी जाती है कि ख़ुद का ख़्याल रखें और मेडिटेशन आदि शुरू करें।
उपाय: शुक्रवार के दिन लक्ष्मी अष्टोत्रम का पाठ करें।
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कर्क
कर्क राशि के जातकों के लिए शुक्र चौथे तथा ग्यारहवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान यह आपके सातवें भाव में गोचर करेगा। इसके कारण इस दौरान आप नए दोस्त बनाने तथा नए साझेदार बनाने में असफल हो सकते हैं। वहीं दूसरी ओर यात्रा करते समय आपको काफ़ी सावधान रहने की आवश्यकता होगी क्योंकि इस दौरान आप अपनी कोई कीमती चीज़ खो सकते हैं।
करियर के लिहाज से इस दौरान आपको कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। यदि आप ख़ुद का व्यवसाय चला रहे हैं तो साझेदारी में कोई समस्या खड़ी सकती है। ऐसे में अच्छा लाभ प्राप्त होने की संभावना कम ही रहेगी। व्यक्तिगत जीवन की बात करें तो आपसी समझ में कमी के कारण जीवनसाथी के साथ संबंध में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। वहीं स्वास्थ्य के लिहाज से इस दौरान आपके घुटनों और जोड़ों में दर्द हो सकता है, इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि योग, व्यायाम आदि करें।
उपाय: सोमवार के दिन चंद्र ग्रह की पूजा करें।
सिंह
सिंह राशि के जातकों के लिए शुक्र तीसरे तथा दसवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान यह आपके छठे भाव में गोचर करेगा। इसके कारण आपकी दिनचर्या में बदलाव हो सकता और आपको कुछ यात्राएं करनी पड़ सकती है।
करियर के लिहाज से देखें तो शुक्र का मकर राशि में गोचर काल के दौरान आपको किसी काम के सिलसिले से यात्रा करनी पड़ सकती है और आपको इससे सफलता भी मिलेगी। यदि आप कोई व्यवसाय चला रहे हैं तो अधिक मनाफ़ा होने की संभावना थोड़ी कम है लेकिन धीमी गति से मुनाफ़ा होता रहेगा।
व्यक्तिगत जीवन की बात करें तो यह समय अपने जीवनसाथी के साथ अच्छा वक़्त बिताने तथा उन्हें समझने के लिए प्रबल है। इससे आपके बीच घनिष्ठता बढ़ेगी। स्वास्थ्य के लिहाज से इस दौरान आपके जोड़ों में दर्द हो सकता है, इसलिए सलाह दी जाती है कि योग, व्यायाम आदि शुरू करें तथा ख़ुद का ख़्याल रखें।
उपाय: रविवार के दिन ग़रीब और ज़रूरतमंद लोगों को दही चावल का भोग लगाएं।
कन्या
कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र दूसरे तथा नौवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान यह आपके पांचवें भाव में गोचर करेगा। इसके कारण इस दौरान आपका झुकाव आध्यात्मिक गतिविधियों की ओर अधिक रहेगा।
करियर के मामले में आपको सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। इस दौरान आपके करियर में प्रगति संभव होगी। यदि आप ख़ुद का व्यवसाय चला रहे हैं तो शुक्र का मकर राशि में गोचर काल के दौरान आप नया व्यवसाय शुरू कर सकते हैं, जिससे आपको अधिक लाभ प्राप्त होगा।
व्यक्तिगत जीवन की बात की जाए तो जीवनसाथी के साथ आप सुखद पल बिताएंगे। इससे आपके बीच आत्मीयता बढ़ेगी। वहीं अगर स्वास्थ्य की बात करें तो आप एक स्वस्थ और फिट शरीर का अनुभव करेंगे। कोई भी बड़ी स्वास्थ्य समस्या न होने के संकेत मिल रहे हैं।
उपाय: प्रतिदिन नारायणीयम का जाप करें।
तुला
तुला राशि के जातकों के लिए शुक्र प्रथम तथा आठवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान यह आपके चौथे भाव में गोचर करेगा। इसके कारण आपका गृहस्थ जीवन अच्छा होगा तथा सुख-सुविधाओं में वृद्धि देखने को मिलेगी।
करियर के लिहाज से यह अवधि फलदायी सिद्ध होगी। कार्यस्थल का माहौल अनुकूल रहेगा तथा आपको नौकरी के नए अवसर भी मिलेंगे। यदि आप कोई व्यवसाय चला रहे हैं तो आपको इस दौरान अच्छे लाभ के रूप में सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे।
शुक्र का मकर राशि में गोचर आपके व्यक्तिगत जीवन के लिए अनुकूल रहेगा। जीवनसाथी के साथ आपके संबंध सौहार्दपूर्ण और सहज रहेंगे तथा आपको अपने जीवनसाथी का पूरा सहयोग प्राप्त होगा। जीवन के हर पहलू में खुशियां होने के कारण आपका स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा।
उपाय: प्रतिदिन 24 बार “ॐ भार्गवाय नमः” का जाप करें।
वृश्चिक
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए शुक्र सातवें तथा बारहवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान यह आपके तीसरे भाव में गोचर करेगा। आपके लिए यह अवधि आर्थिक रूप से चुनौतीपूर्ण हो सकती है।
करियर की बात करें तो कार्यस्थल के अस्त-व्यस्त माहौल के कारण आप अपनी नौकरी से असंतुष्ट हो सकते हैं। लिहाजा, आप अपनी नौकरी बदलने की योजना बना सकते हैं। यदि आप ख़ुद का व्यवसाय चला रहे हैं तो सफलता प्राप्त करने के लिए आपको अपनी कार्यशैली में बदलाव करने की आवश्यकता होगी।
व्यक्तिगत जीवन की बात करें तो आपसी समझ में कमी के कारण जीवनसाथी के साथ संबंध में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं। वहीं अगर स्वास्थ्य के लिहाज से देखा जाए तो इस दौरान आपके पैरों में दर्द की शिकायत हो सकती है। आपको सलाह दी जाती है कि एक्सरसाइज करें तथा खान-पान पर ध्यान दें।
उपाय: शुक्रवार के दिन नरसिंह भगवान की पूजा करें।
बृहत् कुंडली: जानें ग्रहों का आपके जीवन पर प्रभाव और उपाय
धनु
धनु राशि के जातकों के लिए शुक्र छठे तथा ग्यारहवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान यह आपके दूसरे भाव में गोचर करेगा। इस दौरान आपको आर्थिक लेन-देन करते समय तथा किसी से बातचीत करते समय सावधान रहने की आवश्यकता होगी।
करियर के लिहाज से इस दौरान आपको कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। संभावना है कि आपके ऊपर नौकरी का दबाव अधिक हो सकता है। साथ ही यह भी हो सकता है कि सहकर्मियों और वरिष्ठों का भी ज़्यादा सहयोग न मिले। ऐसे में आपको बहुत ही संभल कर चलना होगा। यदि आप ख़ुद का व्यवसाय चला रहे हैं तो आपको इस अवधि में उम्मीद से भी कम लाभ प्राप्त हो सकता है।
व्यक्तिगत जीवन की बात करें तो आपसी समझ में कमी के कारण जीवनसाथी के साथ संबंध में खटास आने की आशंका है। ऐसे में बेहतर होगा कि जीवनसाथी के साथ समय बिताएं और चीज़ों को सुलझाने का प्रयास करें। वहीं स्वास्थ्य की दृष्टि से आप मानसिक तनाव का शिकार हो सकते हैं, इसलिए मेडिटेशन आदि करना आपके लिए सही रहेगा।
उपाय: गुरुवार के दिन भगवान विष्णु के लिए तेल का दीपक/दीया जलाएं।
मकर
मकर राशि के जातकों के लिए शुक्र पांचवें और दसवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान यह आपके लग्न भाव में गोचर करेगा। इस दौरान आप ख़ुद पर और ख़ुद के करियर पर अधिक ध्यान देंगे। साथ ही आपकी रुचि अध्यात्म की ओर बढ़ सकती है।
करियर के लिहाज से यह अवधि फलदायी साबित होगी। आप अपने करियर में प्रगति देख सकेंगे। काम के सिलसिले से कुछ यात्राएं करनी पड़ सकती हैं और इन यात्राओं से आपको लाभ मिलेगा। यदि आप स्वयं का कोई व्यवसाय चला रहे हैं तो यह समय व्यवसाय की उन्नति तथा व्यवसाय से लाभ कमाने के लिए प्रबल है।
व्यक्तिगत जीवन की बात करें तो परिवारजनों तथा जीवनसाथी के साथ आपके संबंध सौहार्दपूर्ण रहेंगे। इससे आपके जीवन में ख़ुशियों का आगमन होगा। इस दौरान आपका स्वास्थ्य भी उत्तम रहेगा।
उपाय: शुक्रवार के दिन लक्ष्मी जी का यज्ञ करें।
कुंभ
कुंभ राशि के जातकों के लिए शुक्र चौथे तथा नौवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान यह आपके बारहवें भाव में गोचर करेगा। यह समय आपके पारिवारिक जीवन के लिए बेहतर साबित होगा।
करियर की दृष्टि से, इस दौरान आप अपनी मौजूदा नौकरी से असंतुष्ट होकर नौकरी बदलने की योजना बना सकते हैं। यदि आप ख़ुद का व्यवसाय चला रहे हैं तो आपको अपने मनमुताबिक लाभ कमाने के लिए कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।
शुक्र का मकर राशि में गोचर काल के दौरान व्यक्तिगत जीवन की बात करें तो जीवनसाथी के साथ संबंध अच्छे रहेंगे तथा पारिवारिक माहौल भी सौहार्दपूर्ण रहेगा।
उपाय: शनिवार के दिन वृद्धजनों (बूढ़े लोगों को) को उबले हुए चावल का भोग लगाएं।
मीन
मीन राशि के जातकों के लिए शुक्र तीसरे तथा आठवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान यह आपके ग्यारहवें भाव में गोचर करेगा।
इस दौरान आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं। करियर के लिहाज से देखा जाए तो कार्यस्थल पर आप अपनी क्षमता एवं योग्यता साबित करने में सफल होंगे। यदि आप ख़ुद का व्यवसाय चला रहे हैं तो इस दौरान आपके संबंध अपने बिज़नेस पार्टनर्स के साथ अच्छे रहेंगे। लिहाजा, आपको इस अवधि में अच्छा लाभ होगा। वहीं स्वास्थ्य की बात करें तो आप एक स्वस्थ और फिट शरीर का अनुभव करेंगे।
उपाय: गुरुवार के दिन शिव मंदिर में भगवान शिव की पूजा करें।
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