शुक्र की मकर राशि में वक्री चाल का प्रभाव (19 दिसंबर, 2021)
वैदिक ज्योतिष में शुक्र ग्रह की वक्री चाल एक महत्वपूर्ण घटना है क्योंकि शुक्र ग्रह को वैदिक ज्योतिष में काफी महत्व दिया जाता है। यह नैसर्गिक रूप से एक अत्यंत शुभ ग्रह है और इसकी शुभ दृष्टि जिस भाव पर भी पड़ती है, उस भाव की वृद्धि करती है अर्थात उस भाव से संबंधित अच्छे फल प्रदान करती है तथा जिस भाव में शुक्र बैठा होता है, उस भाव से भी संबंधित अच्छे फलों की संभावना दिखाई देती है। शुक्र ग्रह यदि कुंडली में अच्छी स्थिति में हो तो व्यक्ति को धन, वैभव, ऐश्वर्य और समस्त सुख प्रदान करता है। उसके जीवन में प्रेम की भी कोई कमी नहीं रहती और आपसी संबंधों में भी अपनापन बना रहता है। शुक्र ग्रह वृषभ और तुला राशियों के स्वामी हैं। यह मीन राशि में अपनी उच्च राशि में तथा कन्या राशि में अपनी नीच राशि में स्थित माने जाते हैं। यह सुख और समृद्धि के कारक भी हैं तथा जीवन में प्रेम प्राप्ति का कारण बनते हैं। यह व्यक्ति को सौंदर्य प्रेमी बनाते हैं तथा प्रजनन क्षमता और समृद्धि के कारक हैं।
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भोर का तारा और संध्या का तारा जैसे नामों से सुशोभित शुक्र ग्रह सौंदर्य और प्रेम के विशेष कारक ग्रह हैं और जिस की कुंडली में यह शुभ स्थिति में हों, उन्हें ये सभी चीजें बड़ी आसानी से प्राप्त हो जाती हैं। उनके जीवन में प्रेम की कोई कमी नहीं रहती तथा दांपत्य जीवन भी सुख पूर्वक व्यतीत होता है। ऐसे व्यक्ति में रचनात्मकता, कला, आभूषण और वस्तुओं के प्रति विशेष लगाव, स्वयं को सजाने संवारने और निखारने पर ध्यान देना, लोगों के समक्ष कितना अच्छा दिखाई देना है, यह सब बातें शुक्र ग्रह का प्रभाव बताती हैं। शुक्र ग्रह से प्रभावित व्यक्ति के चेहरे पर एक अच्छी चमक होती है और यह मनोरंजन, भौतिक सुख, रंगमंच, फैशन का क्षेत्र, सुगंध का कार्य और मनुष्य के शरीर में प्रजनन अंगों को भी नियंत्रित करते हैं। यह एक सौम्य प्रकृति के ग्रह हैं। हालांकि कुंडली में शुक्र की अशुभ स्थिति बहुत बड़े दुष्प्रभावों को भी दिखा सकती हैं। ऐसा व्यक्ति गुप्त रोगों से पीड़ित, प्रजनन क्षमता से विहीन, जीवन में प्रेम और सुख सुविधाओं से वंचित हो सकता है। इस प्रकार कहा जा सकता है कि शुक्र ग्रह वास्तव में एक ऐसा ग्रह है जो प्रत्येक व्यक्ति को शुभता प्रदान करता है। वर्तमान समय में कलियुग में जब समस्त और भौतिकता का बोलबाला है, ऐसे में शुक्र ग्रह की प्रासंगिकता और भी अधिक बढ़ जाती है क्योंकि जितने भी भौतिक सुख हैं, वे सभी शुक्र के प्रभाव में आते हैं। वर्तमान समय में शुक्र अपने मित्र शनि की राशि मकर में गोचर कर रहा है लेकिन 19 दिसंबर 2021 को सायंकाल 16:32 बजे यह अपनी मार्गी अवस्था से वक्री अवस्था में आ जाएंगे और अपनी वक्री चाल का प्रभाव सभी प्राणियों पर डालने लगेंगे। इनकी यह वक्री चाल 29 जनवरी 2022 दोपहर 14:00 बजे तक रहेगी और उसके बाद यह मार्गी हो जाएंगे। आइए जानते हैं शुक्र ग्रह की इस वक्री गति का कालचक्र की विभिन्न राशियों पर क्या प्रभाव होने वाला है।
यह राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है। इसके अलावा व्यक्तिगत भविष्यवाणी जानने के लिए ज्योतिषियों के साथ फ़ोन पर या चैट पर जुड़ें ।
Read in English: Venus Retrograde in Capricorn (19 December, 2021)
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र देव दूसरे भाव और सप्तम भाव के स्वामी हैं और वर्तमान समय में मकर राशि में वक्री हो रहे हैं। शुक्र के वक्री होने के कारण आपके कार्यक्षेत्र में आपको ज्यादा मेहनत करनी होगी और मनचाहे नतीजे पाने के लिए बहुत ज्यादा प्रयास करने होंगे। यह समय काम में बदलाव करने के लिए भी प्रेरित कर सकता है। आपको कार्यक्षेत्र में कुछ नए अवसर प्राप्त होंगे। यदि आप कोई नया स्टार्टअप करना चाह रहे हैं और उसके लिए प्रयासरत हैं तो यह समय आपको सफलता देगा। आर्थिक तौर पर भी यह समय अच्छा रहेगा और प्रयासों के परिणामस्वरूप आपके व्यवसाय में भी धन प्राप्ति हो सकती है। हालांकि आपके ऊपर काम का दबाव अधिक हो सकता है लेकिन आप इसे हंसी खुशी पूरा करेंगे और एक चैलेंज की तरह अपने काम को हाथ में लेकर जल्द से जल्द पूरा करेंगे। स्वास्थ्य को लेकर थोड़ा ध्यान देने की आवश्यकता पड़ेगी। हालांकि कोई बड़ी समस्या तो नहीं होगी फिर भी छोटी मोटी स्वास्थ्य समस्याएं इस दौरान आपको परेशान कर सकती हैं। यदि आप किसी प्रेम संबंध में हैं तो यह समय आपके लिए अनुकूल रहेगा और आपको बार-बार अपने प्रियतम के निकट आने का मौका मिलेगा। दोनों साथ मिलकर अच्छा समय बिताएंगे। यदि आप अभी तक अकेले हैं तो आपके जीवन में किसी खास व्यक्ति की दस्तक हो सकती है जो आपके जीवन में आपके दिल के काफी निकट आ सकता है। इस प्रकार शुक्र ग्रह की यह वक्री चाल आपके लिए अनेक प्रकार के शुभ परिणाम लेकर आ सकती है।
उपायः शुक्र देव की कृपा प्राप्ति के लिए आपको शुक्रवार के दिन श्वेत वर्ण की गाय को अपने हाथों से आटे की लोई बनाकर खिलानी चाहिए।
वृषभ राशि
मकर राशि में शुक्र ग्रह की वक्री स्थिति आपकी कुंडली के भाग्य स्थान में हो रही है। शुक्र देव आपकी कुंडली में आपकी राशि के स्वामी होने के साथ-साथ आप के छठे भाव के स्वामी भी हैं। शुक्र देव की मकर राशि में वक्री चाल आपके लिए काफी अनुकूल साबित होगी और आपके भाग्य में बढ़ोतरी होगी। भाग्य का साथ मिलने से आपके कामों में सफलता मिलेगी और जिस काम में भी आप हाथ डालेंगे, उसी में सफलता मिलने की संभावना और भी बढ़ जाएगी। इस समय में आपको अपने मित्रों का पूरा सहयोग और समर्थन मिलेगा। विशेषकर महिला मित्रों का समर्थन भी हासिल होगा। यदि आप की हाल फिलहाल किसी से नई दोस्ती हुई है तो वह दोस्त ज्यादा काम आएंगे और इस दौरान कुछ नए लोगों से मेल मुलाकात का मौका भी मिलेगा। यदि आपके स्वास्थ्य की बात करें तो यह स्थिति आपको स्वास्थ्य के क्षेत्र में अच्छे सुधार की ओर इशारा करती है। आपको पुरानी समस्याओं से भी मुक्ति मिल सकती है। प्रेम संबंधी मामलों में शुक्र की स्थिति आपको काफी रोमांटिक और आकर्षक बनाएगी। आपके प्रेम जीवन में आप और आपके प्रियतम के बीच निकटता बढ़ेगी और रिश्ता मजबूत होगा। शुक्र की इस वक्री चाल के कारण आपकी आर्थिक स्थिति में भी इजाफा होगा और आर्थिक तौर पर समृद्धि प्राप्त होगी। सामाजिक तौर पर आप की छवि मजबूत होगी। हालांकि आपके पिताजी के लिए इसके कुछ विपरीत प्रभाव भी दिखेंगे और उनके स्वास्थ्य में समस्या हो सकती है। इस दौरान कुछ खूबसूरत जगहों पर घूमने जाने के भी योग बनेंगे और आप प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद उठाएंगे जिससे आपको मानसिक शांति भी प्राप्त होगी।
उपायः शुक्र ग्रह के अशुभ प्रभावों को बढ़ाने के लिए आपको गुलाबी और चमकीले सफेद वस्त्र धारण करने चाहिए।
मिथुन राशि
शुक्र देव आपकी राशि से द्वादश भाव और पंचम भाव के स्वामी हैं और वर्तमान समय में उनकी वक्री चाल आपकी राशि से अष्टम भाव में होने जा रही है। आपकी राशि स्वामी बुध देव के परम मित्र शुक्र की यह वक्री चाल आपको भविष्य में होने वाली घटनाओं के प्रति चिंतित बनाएगी। आप भविष्य को लेकर कुछ चिंता जाहिर कर सकते हैं और इस दौरान कोई रिटायरमेंट पॉलिसी खरीद सकते हैं। यह समय स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से उचित नहीं कहा जा सकता है इसलिए आपको अपने स्वास्थ्य के प्रति पूरी तरह से सतर्क रहना होगा। यदि कुछ भी समस्या होती है तो तुरंत उसके उपचार का प्रयास करें ताकि वह किसी बड़े लोग का रूप ना ले ले। आपको सर्दी - जुकाम जैसी समस्याएं भी परेशान कर सकती हैं इसलिए इनके प्रति सावधानी रखना बेहद आवश्यक होगा। यदि आप नौकरी करते हैं तो यह समय उतार-चढ़ाव से भरा रहेगा और आपको अपनी स्थिति को अनुकूल बनाए रखने के लिए काफी प्रयास करने होंगे जबकि यदि आप व्यापार करते हैं तो आपको अच्छे परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। हालांकि कोई भी बड़ा निर्णय लेने से पहले आपको कई बार सोच लेना जरूरी होगा या फिर किसी विशेषज्ञ की मदद लेना भी अच्छा विकल्प हो सकता है। आर्थिक दृष्टिकोण से यह समय कमजोर हो सकता है इसलिए पैसों का निवेश करने से पहले बहुत सोच समझ लें, नहीं तो पैसा डूबने की संभावना भी बन सकती है। आपका काम तो ठीक चलेगा लेकिन इस समय में किसी बड़े लाभ की उम्मीद करने से बचें। भविष्य में आपको अच्छी संभावनाएं दिखाई देंगी। विद्यार्थियों के लिए यह गोचर उतार-चढ़ाव से भरा रहेगा। आपको काफी मेहनत करने के साथ-साथ अपनी पढ़ाई पर ध्यान देना जरूरी होगा, तभी अच्छे परिणामों की उम्मीद कर सकते हैं।
उपायः शुक्र देव की विशेष अनुकंपा प्राप्त करने के लिए आपको शुक्रवार के दिन व्रत रखना चाहिए।
कर्क
कर्क राशि के लोगों के लिए शुक्र देव आपके चौथे भाव और ग्यारहवें भाव के स्वामी होकर वर्तमान समय में आपकी राशि से सप्तम भाव में वक्री चाल शुरू करने जा रहे हैं। शुक्र अपनी वक्री चाल से आपके सप्तम भाव को प्रमुख रूप से प्रभावित करेंगे जिसकी वजह से दांपत्य जीवन में इसका प्रभाव देखने को मिलेगा। आप अपने जीवन साथी के और नजदीक आएंगे और आप दोनों के मध्य आकर्षण और प्रेम संबंधों की वृद्धि होगी। इसकी वजह से आपका दांपत्य जीवन भी सुखद रहेगा और जीवन साथी आपको आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगा। आप दोनों साथ मिलकर अपने दांपत्य जीवन में खुश नजर आएंगे और जो छोटी-मोटी समस्याएं चली आ रही हैं, उन्हें दूर करने का प्रयास भी करेंगे। यदि आप कोई व्यवसाय करते हैं तो इस दौरान आपको व्यवसाय में और मेहनत करके अपने व्यवसाय के दायरे को और आगे बढ़ाने का मौका मिलेगा। कुछ नए लोगों से मुलाकात होगी। किसी महिला के द्वारा भी व्यापार में अच्छा लाभ के योग बन सकते हैं। यह रास्ता आसान तो नहीं होगा और आप के मार्ग में अनेक प्रकार की चुनौतियां भी आएंगी, जिनका सामना करके आप इस समय का पूरा सदुपयोग कर सकते हैं। हालांकि एक महत्वपूर्ण बात यह है कि इस दौरान अपने दांपत्य जीवन या फिर व्यवसाय को लेकर कोई भी बड़ा निर्णय लेने से आपको बचना चाहिए क्योंकि इस दौरान लिया गया निर्णय गलत दिशा में भी जा सकता है जो आपको परेशानी दे सकता है। जीवन साथी के साथ अच्छा संबंध आपके पारिवारिक जीवन में खुशियां लेकर आएगा। आपको अपने स्वास्थ्य का थोड़ा ध्यान रखना पड़ेगा क्योंकि इस दौरान स्वास्थ्य पीड़ित हो सकता है। अपने विवेक का इस्तेमाल करें और सही समय पर सही काम करें।
उपायः शुक्र ग्रह की शुभता को बढ़ाने के लिए आपको विभिन्न प्रकार के इत्रों का अपने दैनिक जीवन में प्रयोग करना चाहिए।
सिंह राशि
यदि सिंह राशि की बात करें तो शुक्र ग्रह की वक्री चाल आपकी राशि से छठे भाव में होने जा रही है यह आपकी कुंडली के तीसरे भाव और दसवें भाव के स्वामी हैं। आपकी राशि से छठे भाव में शुक्र ग्रह की वक्री चाल स्वास्थ्य के प्रति चिंता का कारण बन सकती है। यह समय किसी बीमारी का संकेत दे रहा है इसलिए आपको सतर्क और सावधान रहना चाहिए। यदि कोई समस्या पहले से चली आ रही है तो उसके बढ़ने की संभावना बन सकती है इसलिए समय रहते मेडिकल उपचार पर ध्यान दें और किसी भी तरह की लापरवाही ना बरतें, नहीं तो आप परेशानी में आ सकते हैं। विशेष रूप से कफ प्रकृति के रोग और अव्यवस्थित खानपान के कारण आप बीमार पड़ सकते हैं। नौकरी करने वाले लोगों को अपने कार्य क्षेत्र में इस समय में थोड़ा जागरूक रहना होगा। आपके विरोधी प्रबल होंगे और आपकी पद और प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने का पूर्ण प्रयास करेंगे। इस दौरान वे थोड़े मजबूत भी होंगे इसलिए आप शांति से ही इस समय को निकल जाने दें। आर्थिक तौर पर यह समय कुछ कमजोर रह सकता है। आपके खर्चों में बेतहाशा वृद्धि आर्थिक स्थिति पर पूरा जोर डालेगी जिसकी वजह से कर्ज लेने की स्थिति बन सकती है। खर्चों पर नियंत्रण रखने से आर्थिक स्थिति को सफल बनाया जा सकता है। इस दौरान किसी भी महिला से दुर्व्यवहार करना आपको बड़ी परेशानी में डाल सकता है। कोर्ट केस भी हो सकते हैं इसलिए सावधान रहें। आपकी संतान के लिए यह समय अनुकूल रहेगा और प्रेम संबंधों के लिहाज से यह समय आनंदित करने वाला होगा। आप अपनी प्रेम जीवन को खुशी के साथ बिताएंगे और आपके प्रियतम से आपकी नज़दीकियां बढ़ेंगी।
उपायः अपने जीवन में सुख सुविधाओं की बढ़ोतरी के लिए शुक्रवार के दिन शिवलिंग पर अक्षत अर्पित करें।
कन्या राशि
कन्या राशि के लोगों के दृष्टिकोण से शुक्र ग्रह की वक्री स्थिति आपकी राशि से पांचवें भाव में होने वाली है। यह आपकी राशि के लिए दूसरे भाव और नवम भाव के स्वामी हैं। पंचम भाव में शुक्र ग्रह की वक्री चाल आपके लिए कुछ अच्छे अवसर भी लेकर आएगी और कुछ चुनौतियां भी। एक तरफ आपकी नौकरी के क्षेत्र में आपको सफलता मिलेगी और इस दौरान एक से अधिक नौकरी के अवसर भी मिल सकते हैं इसलिए यदि आप बहुत समय से नौकरी बदलने का प्रयास कर रहे थे तो शुक्र ग्रह का यह वक्री प्रभाव आपको नौकरी बदलने के प्रबल अवसर प्रदान करेगा और आपके हाथ में कुछ नए अवसर आएँगे, जिन्हें आप अपनी सुविधानुसार स्वीकार कर सकते हैं। हालांकि वर्तमान कार्य क्षेत्र में थोड़ा ध्यान रखकर चलना होगा क्योंकि काम में समस्या होने के चलते नौकरी में संकट भी आ सकता है। आपके निजी जीवन के लिए यह वक्री प्रभाव अनुकूल रहेगा और पारिवारिक संबंधों में सुधार होगा। यदि आप किसी प्रेम संबंध में हैं तो इस दौरान आप और आपके प्रियतम के बीच प्रेम की प्रगाढ़ता देखने को मिलेगी। वह भी आपके प्रति पूर्ण समर्पित नजर आएंगे और आप भी उनके लिए बहुत कुछ करेंगे। साथ में घूमने फिरने जाना और उनको कोई महंगे तोहफे देना भी आपको पसंद आएगा। हालांकि इस वजह से और अन्य कारणों से आपके खर्चों में बढ़ोतरी जरूर होगी जिसकी वजह से शुरुआत में तो आप परेशानी महसूस करेंगे लेकिन धीरे-धीरे आप समझ जाएंगे कि घबराने की जरूरत नहीं क्योंकि आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा और आपके पास आराम से इतनी आमदनी होगी कि आप अपने मनमाफिक खर्चे कर सकें। संतान के दृष्टिकोण से यह समय अनुकूल रहेगा और उन्हें अपने क्षेत्र में सफलता मिलने से घर में भी खुशी का माहौल रहेगा। जीवनसाथी को कार्यक्षेत्र में अच्छी सफलता प्राप्त हो सकती है।
उपायः जीवन में सफलता प्राप्ति के लिए शुक्रवार के दिन छोटी कन्याओं के चरण छू कर उनके आशीर्वाद से अपना काम शुरू करें।
तुला राशि
शुक्र ग्रह आपकी ही राशि के स्वामी हैं और इसके साथ ही यह आपके अष्टम भाव के स्वामी भी हैं और वर्तमान समय में अपनी बकरी गति आपकी राशि से चौथे भाव में शुरू कर रहे हैं। शुक्र ग्रह की वक्री गति के कारण आपका पारिवारिक सुख सकारात्मक रूप से प्रभावित होगा। आपके भौतिक सुखों में वृद्धि होगी और माता से प्रेम बढ़ेगा और उन के माध्यम से आपको कोई अच्छा समाचार सुनने को मिल सकता है। शुक्र ग्रह के प्रभाव से आप अपने सुख संसाधनों को भी बढ़ाएंगे और घरेलू खर्च भी करेंगे। घर में जरूरत की और लग्जरी की वस्तुएं लेकर आएंगे तथा घर की साज-सज्जा पर भी खूब धन खर्च करेंगे। इस समय में आप अपने घर को एक आदर्श स्थान बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। इसकी वजह से खर्चे तो होंगे लेकिन आपको संतुष्टि भी होगी। कार्यक्षेत्र में यह समय मजबूती देगा लेकिन आप पारिवारिक जीवन में थोड़ा ज्यादा व्यस्त रहने के कारण काम पर कम ध्यान दे पाएंगे। अपने मित्रों के साथ अच्छा समय व्यतीत करने का अवसर मिलेगा। इस दौरान आपके मन में खुशी की भावना रहेगी और आप चाहेंगे कि उस खुशी को अपने लोगों के साथ बांटें जिससे आपके चारों तरफ का वातावरण भी अनुकूल हो जाएगा आर्थिक दृष्टिकोण से यह समय अनुकूल रहेगा और परिवार की आय में भी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। यह समय मानसिक तौर पर आप को मजबूत बनाएगा और आप दूसरों की खुशी में अपनी खुशी देखना पसंद करेंगे। परिवार के लोगों के साथ समय बिताना आपको ज्यादा पसंद आएगा और इस दौरान अधिकांश समय परिवार के लोगों के साथ ही बिताएंगे। ऐसा भी संभव है कि उन्हें साथ लेकर कहीं घूमने जाएं।
उपायः उत्तम स्वास्थ्य और शुक्र ग्रह की कृपा पाने के लिए शुक्र देव के बीज मंत्र का यथासंभव जाप करें।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए शुक्र देव की वक्री गति तीसरे भाव में होगी। यह आपकी राशि के लिए सप्तम भाव और द्वादश भाव के स्वामी हैं। आप के तीसरे भाव में शुक्र ग्रह की वक्री चाल आपके लिए यह संकेत दे रही है कि आपको थोड़ा सावधान रहना होगा। भाई बहनों से संबंधों पर विशेष प्रभाव पड़ेगा और आप से उनके संबंध बिगड़ सकते हैं। आपसी रिश्तों में अहम को बीच में ना आने दें क्योंकि इससे संबंध खराब ही होंगे। इस दौरान कोई भी बड़ा रिस्क लेने से बचें क्योंकि इससे व्यापार में नुकसान होने की संभावना बन सकती है। यदि आप नौकरी करते हैं तो अपने साथ काम करने वाले लोगों पर भरोसा रखें लेकिन अंधा विश्वास ना करें क्योंकि वे पीठ पीछे आप को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर सकते हैं। आपको अपना आपा खोने से बचना चाहिए और किसी को भी भरा बुरा बोलने से बचना चाहिए। अपने दोस्तों और जीवन साथी के साथ व्यवहार में संयम बरतें और उनकी भावनाओं को भी सम्मान देना सीखें। इस दौरान आपके स्वभाव में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा। आप जिस चीज को बहुत ही शिद्दत के साथ प्राप्त करना चाहेंगे, अभी वह आपसे दूर जाती हुई महसूस होगी लेकिन इससे निराश ना हों और बिल्कुल भी ना घबराएं। थोड़ा धैर्य रखें। अपने निजी जीवन और पेशेवर जीवन में संतुलन बनाए रखने की कोशिश करें तथा इस समय में कुछ भविष्य की महत्वपूर्ण योजनाओं पर काम करें, जो आने वाले समय में आप को आगे बढ़ाने में मदद करेंगी। विशेष रूप से जीवन साथी के साथ यदि भविष्य में कोई काम करने का मन है तो उस पर प्लानिंग कर सकते हैं। व्यवसाय करने वाले लोगों को अपने व्यावसायिक साझेदार से अच्छे संबंध बनाए रखने का प्रयास करना चाहिए।
उपायः शुक्र देव के वक्री गोचर के दुष्प्रभावों को दूर करने के लिए शुक्रवार के दिन माता जी के मंदिर में श्रृंगार की सामग्री भेंट करें।
धनु राशि
शुक्र ग्रह का अपनी चाल में परिवर्तन करके वक्री स्थिति में आना आपकी राशि से दूसरे भाव में होगा और यह आपकी कुंडली के छठे भाव और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र ग्रह की यह वक्री चाल आपके दूसरे भाव में विशेष रूप से प्रभाव डालेगी जिसकी वजह से आर्थिक तौर पर यह समय बहुत बढ़िया रहेगा। आपके बैंक बैलेंस में वृद्धि होगी और कहीं गया हुआ धन भी वापस लौट सकता है। यानी कि यदि पूर्व में आपने किसी को धन उधार दिया हुआ है तो इस दौरान वह धन लौट कर वापस आ सकता है और उससे आप की आर्थिक स्थिति में सुधार देखने को मिलेगा। पारिवारिक माहौल भी सुख संपत्ति दायक रहेगा और घर में खुशियां रहेंगी। पारिवारिक जीवन में कोई शुभ कार्य या फंक्शन होने के कारण घर में धन का वातावरण रहेगा तथा आपसी सामंजस्य से बेहतर बनेगा। आपकी वाणी में भी मिठास बढ़ेगी जो आपके विरोधियों को भी आपका अपना बनाने में मदद करेगी। आप अच्छे भोजन का आनंद उठाएंगे और कुछ महंगे कपड़े भी खरीद सकते हैं। प्रेम जीवन बिता रहे लोगों के लिए यह समय बहुत अच्छा रहेगा। आपके प्रेम संबंधों में रोमांस का तड़का लगेगा। विवाहित लोगों के दांपत्य जीवन में भी रोमांस की बढ़ोतरी होगी और जीवन साथी से आप की नज़दीकियां बढ़ेंगी। एक दूसरे के प्रति आकर्षण और समर्पण का भाव मजबूत होगा। इस दौरान आपको अपने रिश्तेदारों और सगे संबंधियों का पूरा सहयोग प्राप्त होगा। यदि आर्थिक रूप से भी आवश्यकता पड़ेगी तो वे आपकी मदद करेंगे। कार्य क्षेत्र में आप के वरिष्ठ अधिकारी आप पर अपना भरोसा जताएंगे जिससे नौकरी में स्थितियां भी अनुकूल हो जाएंगी। यदि पूर्व से चला आ रहा कोई कोर्ट केस अभी चल रहा है तो उसका फैसला आपके हाथ में आ सकता है और आपको लाभ प्रदान कर सकता है।
उपायः शुक्रवार के दिन भगवान भोलेनाथ के मंदिर जाकर सफेद पुष्प और सफेद वस्त्र अर्पित करना आपके लिए उत्तम फलदायक रहेगा।
मकर राशि
मकर राशि वालों के लिए यह समय बड़ा महत्वपूर्ण है क्योंकि मकर राशि वालों के लिए शुक्र ग्रह एक योगकारक ग्रह हैं। यह आपके पंचम भाव और दशम भाव के स्वामी हैं और वर्तमान समय में आपकी ही राशि में वक्री गति शुरू करने जा रहे हैं। शुक्र के आपके राशि में गोचर करने के कारण और उसी में वक्री चाल चलने के कारण यह समय आपके लिए अनुकूल रहेगा। आपके जीवन में खुशियों की बयार बहेगी और आप खुशी-खुशी अपने सभी कामों को सकारात्मक प्रदान करेंगे। यदि आप व्यवसाय करते हैं तो यह समय आर्थिक उन्नति दायक रहेगा और व्यापार का विस्तार भी हो सकता है जिससे आप का आत्मबल भी मजबूत होगा। यदि आप किसी कलात्मक क्षेत्र, फैशन, इंटीरियर डिजाइनिंग या फाइन आर्ट के क्षेत्र से जुड़े हैं तो यह समय आपको खासतौर से मान सम्मान प्रसिद्धि और आर्थिक लाभ प्रदान कर सकता है। इस दौरान आपका स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा और यदि पूर्व में कोई बीमारी परेशान कर रही है तो इस दौरान उस समस्या में भी कमी आएगी। आप अपने अंदर गजब का उत्साह देखेंगे और उत्साह के साथ ही अपने निजी और पेशेवर जीवन को बेहतर बनाने का प्रयास करेंगे। शुक्र ग्रह के इस वक्री प्रभाव के कारण संभव है कि आप किसी यात्रा पर भी जाएं और उसके लिए शुरू से ही तैयारी करें। जीवन साथी से निकटता बढ़ेगी और उनके साथ आपका सामंजस्य पहले के मुकाबले और भी बढ़िया होगा। यह समय निजी जीवन में भी खुशियां देगा और आप इस समय का पूरा सदुपयोग करेंगे।
उपायः शुक्रवार के दिन माता के मंदिर जाकर लाल पुष्प अर्पित करना आपके लिए उत्तम रहेगा।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के लोगों के लिए शुक्र एक अत्यंत शुभ ग्रह हैं और यह आपके केंद्र त्रिकोण भाव के स्वामी होने के कारण अर्थात आपकी कुंडली के चौथे और नवें भाव के स्वामी होने के कारण एक योगकारक ग्रह भी हैं। वर्तमान समय में शुक्र का वक्री प्रभाव आपकी राशि से द्वादश भाव में विशेष रूप से प्रभाव डालेगा। द्वादश भाव में शुक्र की वक्री चाल आपके लिए थोड़ी सी परेशानियों का कारण बन सकती है। विशेष रूप से स्वास्थ्य और धन के मामलों में आपको सचेत रहने की आवश्यकता होगी। इस दौरान व्यर्थ के खर्चे भी ज्यादा होंगे और आप भोग विलास में ज्यादा दिमाग लगाएंगे, जिसकी वजह से आपकी फिजूलखर्ची बढ़ जाएगी। इस दौरान अव्यवस्थित खानपान और अनियमित दिनचर्या के चलते आपको स्वास्थ्य हानि भी हो सकती है और यदि आप पहले से बीमार चल रहे हैं तो यह समय अस्पताल में भर्ती भी करवा सकता है इसलिए बहुत सावधान रहें और जरा सी भी समस्या होने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें। याद रखें कि लापरवाही बरतना आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। इस दौरान विदेश यात्रा की संभावना भी बन सकती है और लंबी दूरी की यात्रा करने का भी योग बनेगा। ऐसा नहीं है कि केवल खर्चे ही होंगे, इस दौरान धन की प्राप्ति भी होगी और आप की आमदनी में कुछ वृद्धि देखने को मिलेगी लेकिन आपको बचत करने में सफलता मिल पाना संभव नहीं होगा। आपके निजी जीवन में यह समय रोमांस भरेगा और जीवन साथी से भी अंतरंग संबंधों की बढ़ोतरी होगी। इस दौरान अपने जन्म स्थान से दूर संपत्ति खरीदने का विचार भी कर सकते हैं।
उपायः आपके लिए शुक्रवार को माता महालक्ष्मी की उपासना करना समस्त सुख प्रदायक रहेगा।
मीन राशि
यदि मीन राशि के लोगों की बात की जाए तो शुक्र देव आपकी राशि के लिए तीसरे भाव और आठवें भाव के स्वामी हैं तथा वर्तमान समय में शुक्र देव अपनी वक्री गति आपकी राशि से एकादश भाव में प्रारंभ कर रहे हैं। शुक्र ग्रह की एकादश भाव में वक्री चाल बहुत अनुकूलता दिखा रही है। विशेष रूप से आर्थिक दृष्टिकोण से यह समय आपके लिए सोने पर सुहागा जैसा रहेगा। आपकी जो आर्थिक स्थिति चल रही है, उसमें आमूलचूल बदलाव आएंगे और आपको अधिक धन की प्राप्ति होगी। सामाजिक रुप से आप की सक्रियता बढ़ेगी और आप समाज में लोकप्रिय होंगे। पारिवारिक बुजुर्गों का आशीर्वाद आपको प्राप्त होगा जिससे आपके कार्यों में सफलता मिलेगी। इस दौरान आपके स्वास्थ्य में भी अच्छा सुधार देखने को मिलेगा। प्रेम संबंधों के लिए यह समय बेहद अनुकूल है और आप यदि अभी तक सिंगल हैं तो आपके जीवन में किसी व्यक्ति की आहट हो सकती है जो आपके दिल के बेहद करीब हो जाएगा। यदि आप पहले से ही किसी प्रेम संबंध में हैं तो आपके प्रियतम से आपके संबंध मधुर बनेंगे। रिश्ते में रोमांस और आकर्षण की बढ़ोतरी होगी। साथ में अच्छा समय बिताएंगे और एक दूसरे के लिए समर्पित नजर आएंगे। आप अपने प्रेम जीवन को दिशा देते हुए रिश्ते में आगे बढ़ने का प्रयास करेंगे और उन्हें विवाह का प्रस्ताव दे सकते हैं, जिसकी संभावना सहमति में मिलना हो सकती है। इस दौरान यदि आप नौकरी करते हैं तो आपको अपने वरिष्ठ अधिकारियों से थोड़ा सा संभल कर बातचीत करनी होगी ताकि आपके संबंध बिगड़ने ना पाएं। आपकी किसी महत्वकांक्षी परियोजना के पूर्ण होने से आपको संतुष्टि मिलेगी। हालांकि यह इच्छा पूर्ण होने से पूर्व आप से काफी मेहनत भी करवाएगी। अचानक धन प्राप्ति के योग भी बनेंगे और पैतृक संपत्ति भी प्राप्त हो सकती है। इस दौरान आपको अपने भाई-बहनों का और मित्रों का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा।
उपायः शुक्रवार के दिन सफेद चंदन से शिव जी का रुद्राभिषेक कराने से समस्त कष्टों का निवारण होगा और भगवान शिव जी के साथ शुक्र देव जी की कृपा भी प्राप्त होगी।
हम आशा करते हैं कि आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा। एस्ट्रोसेज के साथ जुड़े रहने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।