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शुक्र कर्क राशि में वक्री (23 जुलाई 2023)

शुक्र कर्क राशि में वक्री: 23 जुलाई 2023 को प्रेम के कारक ग्रह शुक्र सुबह 6 बजकर 01 मिनट पर कर्क राशि में वक्री हो जाएंगे। शुक्र स्त्री ग्रह होने के साथ-साथ प्रेम, आकर्षण और स्नेह के प्रतीक हैं। इस विशेष ब्लॉग में हम शुक्र कर्क राशि में वक्री होने से जातकों को मिलने वाले नकारात्मक और सकारात्मक प्रभावों के बारे में जानेंगे।

शुक्र कर्क राशि में वक्री 23 जुलाई 2023 को होंगे।

शुक्र वृषभ और तुला राशि पर शासन करते हैं और इन दोनों राशियों में इनकी मौजूदगी जातकों को शुभ फल देते हैं। इसके अलावा जब शुक्र अपनी उच्च राशि यानी कि मीन में रहते हैं, तो इसके अनुकूल प्रभाव और भी बढ़ जाते हैं।

शुक्र एक गतिशील और जल तत्व की राशि है। इस आर्टिकल में आगे हम शुक्र के वक्री होने से जातकों के जीवन पर पड़ने वाले अहम प्रभावों के साथ ही शुक्र के ज्योतिषीय महत्व को भी जानेंगे।

ज्योतिष में शुक्र का महत्व

शुक्र को सुंदरता का प्रतीक ग्रह माना जाता है और यह सांसारिक सुखों को दर्शाते हैं। शुक्र हमारे जीवन में सुख-सुविधाएं प्रदान करते हैं। जिन जातकों की कुंडली में शुक्र मज़बूत स्थिति में होते हैं, उन्हें सभी तरह की सुख-समृद्धि और ऐशो-आराम की सुविधा जीवन में आसानी से मिलती है और साथ ही मन की शांति भी प्राप्त होती है।

हालांकि, यह पूरी तरह से इस बात पर निर्भर है कि आपकी कुंडली में शुक्र किन ग्रहों के साथ हैं। अगर शुक्र पापी ग्रह जैसे राहु और केतु या फिर मंगल से पीड़ित हैं, तो जातकों को अनुकूल परिणाम प्राप्त होने की संभावना कम होती है। आसान भाषा में कहें तो, शुक्र के अनुकूल परिणाम तभी मिलते हैं, जब किसी हानिकारक ग्रह का प्रभाव न हो।

यदि शुक्र और मजबूत शनि के साथ मौजूद होते हैं तो जातकों को आमतौर पर सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं। जातक करियर में अच्छे परिणाम प्राप्त करता है। कार्यक्षेत्र में मान-सम्मान व पदोन्नति के प्रबल योग बनते हैं। इसके साथ ही आपकी आर्थिक स्थिति मज़बूत बनी रहती है। वही जब शुक्र कमजोर ग्रहों के साथ मौजूद होते हैं तो प्रतिकूल परिणाम प्रदान करते हैं। ऐसे में जातक सुख सुविधाओं में कमी महसूस करता है और आर्थिक हानि का भी सामना करना पड़ता है।

शुक्र ग्रह को ज्योतिष शास्त्र में एक महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है क्योंकि यह हम सभी के जीवन पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों ही तरह के प्रभाव डालता है। हालांकि, आम तौर पर जातकों को इससे शुभ प्रभाव ही प्राप्त होती है।

इसके अलावा जातकों के जीवन में शुक्र आकर्षण, सुंदरता, यौवन, इच्छा और प्रेम की पूर्ति का प्रतीक है। इसी के साथ यह धन, यश, समृद्धि और आनंद के भी प्रतीक है। इन सबके अलावा शुक्र संगीत, डिजाइन, मनोरंजन, मीडिया, फिल्म इंडस्ट्री, फैशन, ज्वैलरी, कीमती पत्थर और कॉस्मेटिक वस्तुओं को भी दर्शाते हैं। आपको बता दें कि शुक्र उच्च यात्रा, उच्च स्तर के भोजन और उच्च दर्जे के परिवहन के प्रतीक भी हैं।

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To Read in English Click Here: Venus Retrograde In Cancer (23 July)

मेष राशि

मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र दूसरे और सातवें भाव के स्वामी हैं। दूसरा भाव परिवार, आर्थिक पक्ष, संवाद को दर्शाता है। वहीं सातवां भाव जीवनसाथी का प्रतिनिधित्व करता है। दूसरे और सातवें भाव के स्वामी के तौर पर शुक्र आपकी कुंडली के चौथे भाव में वक्री होने जा रहे हैं।

करियर के लिहाज़ से आपके लिए यह अवधि अनुकूल न रहने के आसार हैं। इस दौरान आपको अपनी कड़ी मेहनत और लगातार कार्य के बावजूद भी उचित पहचान न मिलने की संभावना है, जिसके कारण आप तनावग्रस्त हो सकते हैं। इसके अलावा आपको कार्यक्षेत्र में सतर्क रहने की आवश्यकता है क्योंकि संकेत हैं कि आप काम में कुछ गलतियां कर बैठें।

बिज़नेस के लिहाज़ से बात करें तो इस अवधि में आपको कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ सकता है और इसी के कारण हानि होने की संभावना हो सकती है। इस समय में आप बिज़नेस के पुराने तौर-तरीकों के साथ काम करते हुए नज़र आएंगे और यह आपके लिए ज्यादा फायदेमंद न रहने के आसार हैं। इसके अलावा इस दौरान आपको बड़ी धन हानि होने के भी संकेत मिल रहे हैं इसलिए सावधान रहें।

शुक्र कर्क राशि में वक्री आपके लिए आर्थिक लिहाज़ अनुकूल प्रतीत नहीं हो रहा है। इस समय में आपको अधिक धन खर्च करना पड़ सकता है और यह आपके लिए चुनौतीपूर्ण रहेगा। इसके अलावा संकेत मिल रहे हैं कि आपको अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए लोन लेना पड़े। इसके अलावा आप प्रॉपर्टी खरीदने में या इसमें निवेश करने में भी पैसे खर्च करेंगे।

प्रेम संबंध के लिहाज से इस दौरान आपको कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आपके रिश्ते में आपसी समझ की कमी देखने को मिलेगी। जिस वजह से आपका रिश्ता कमजोर हो सकता है। इसके अलावा आपके परिवार में संपत्ति को लेकर भी विवाद पैदा हो सकता है, जिसका नकारात्मक प्रभाव घर के माहौल पर पड़ेगा।

शुक्र का कर्क राशि में वक्री आपकी ऊर्जा में कमी ला सकता है जिसके कारण आपके स्वास्थ्य में गिरावट आ सकती है। इस समय में आप खांसी और जुकाम की चपेट में आ सकते हैं। इसके अलावा संकेत हैं कि आपको अपनी माता जी की सेहत पर भी पैसे खर्च करने पड़ें।

चौथे भाव से शुक्र आपके दसवें भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं। यह भाव करियर का प्रतिनिधित्व करता है और इसके परिणामस्वरूप आपको करियर में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। आप इस अवधि में कुछ महत्वपूर्ण मौके हाथ से गंवा सकते हैं। ऐसे में कामयाबी का स्वाद चखने के लिए आपको अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा।

उपाय- प्रतिदिन 24 बार “ॐ शुं शुक्राय नम:” का जाप करें।

वृषभ राशि

वृषभ राशि के जातकों के लिए शुक्र पहले और छठे भाव के स्वामी हैं। पहला भाव जीवन और व्यक्तित्व का प्रतिनिधित्व करता है। वहीं, छठा भाव दुख, कर्ज और कानूनी मामलों को दर्शाता है।

यह अवधि आपके लिए अनुकूल साबित होगा। इस दौरान आपको अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। इसके साथ ही आपको जीवन में बहुमूल्य अवसरों की प्राप्ति होगी और आप नए लोगों से संपर्क बनाने में सफल होंगे। इसके अलावा आप लंबी दूरी की यात्रा पर भी जा सकते हैं।

करियर के लिहाज से शुक्र कर्क राशि में वक्री आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगा। जातकों को इस अवधि में नए मौके मिलेंगे और यह आपके लिए सुखद साबित होगा। आपको करियर में अच्छी तरक्की मिलेगी और आपको संतुष्टि का एहसास होगा। हालांकि, आपको काम के सिलसिले में ज्यादा यात्राएं करनी पड़ सकती हैं और इस वजह से आप थोड़े व्यस्त रह सकते हैं।

अगर आप बिज़नेस करते हैं तो इस दौरान आपको उत्तम परिणामों की प्राप्ति होगी। आप अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने और लाभ कमाने में सक्षम होंगे और आपको विदेश में कारोबार करना का मौका मिल सकता है। इसके साथ ही आप अपने प्रतिद्वंदियों को कड़ी टक्कर देने में खरे उतरेंगे।

आर्थिक पक्ष को देखें तो, विदेश में रहने वाले जातकों के लिए शुक्र कर्क राशि में वक्री होना अत्यंत लाभकारी होगा और आप बड़े लाभ कमाने में सफल होंगे। इसके अलावा यह समय प्रॉपर्टी में निवेश करने और इससे लाभ पाने के लिए बिल्कुल सटीक है। इस दौरान आप पैसे बचाने में सक्षम होंगे।

शुक्र कर्क राशि में वक्री आपके प्रेम जीवन के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है। इस दौरान आप अपने जीवनसाथी के साथ गलतफहमियों के चलते विवाद में पड़ सकते हैं। इसके अलावा परिवार में चल रहे कलह के कारण भी आपके प्रेम संबंध बिगड़ने के संकेत हैं।

स्वास्थ्य के लिहाज़ यह अवधि आपके लिए छोटी मोटी समस्याएं पैदा कर सकता है। हालांकि कोई भी बड़ी परेशानी न होने की संभावना है। इस दौरान आपको आंखों में जलन की शिकायत होने के संकेत हैं। हालांकि, आपको अपनी माता जी के स्वास्थ्य पर कुछ अधिक धन खर्च करना पड़ सकता है।

तीसरे भाव से शुक्र आपके नौवें भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं। यह भाव लंबी दूरी की यात्रा को दर्शाता है। इसके परिणामस्वरूप आपको अधिक यात्रा करनी पड़ सकती है और संकेत हैं कि कुछ जातक विदेश में जाकर बस जाएं। इसके अलावा आप इस अवधि में पूर्ण रूप से कामयाब होने में सफल होंगे और आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होगी।

उपाय- माता लक्ष्मी के लिए शुक्रवार के दिन हवन-यज्ञ करें।

मिथुन राशि

मिथुन राशि वालों के लिए शुक्र पांचवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं। पांचवां भाव पिछले कर्मों, बच्चों के जन्म, बुद्धिमत्ता और रचनात्मकता का प्रतिनिधित्व करता है। वहीं, बारहवां भाव हानि, खर्च और विदेश यात्रा का प्रतिनिधित्व करता है। मिथुन राशि वालों के लिए शुक्र कर्क राशि में वक्री आपके दूसरे भाव में होगा।

यह अवधि मिथुन राशि के जातकों के लिए ज्यादा अनुकूल न रहने की आशंका है। इस दौरान आपके खर्चों में वृद्धि आ सकती है। जरूरतों को पूरा करने के लिए आपके खर्चे बढ़ सकते हैं और बचत की संभावना कम होगी। अगर आप शेयर मार्केट या ट्रेडिंग से जुड़े हैं, तो आपके लिए यह समय अनुकूल रहेगा और आप अच्छा धन लाभ अर्जित करने में सफल होंगे।

करियर के दृष्टि से शुक्र कर्क राशि में वक्री आपके लिए अनुकूल प्रतीत नहीं हो रहा है। इस दौरान बेहतर प्रदर्शन करने के लिए आपको अधिक मेहनत करने की आवश्यकता होगी अन्यथा परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इस समय में आपके ऊपर काम का दबाव अधिक रहेगा और मुमकिन है कि आपको अपनी मेहनत के लिए उचित पहचान प्राप्त न हो। आपको सलाह दी जाती है कि सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ते हुए खुद को प्रोत्साहित करते रहें।

अगर आप बिज़नेस कर रहे हैं, तो इस अवधि में आपको ज्यादा धन लाभ कमाने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इस समय में आपको अपने कौशल का इस्तेमाल करते हुए अपने प्रतिद्वंद्वियों से आगे निकलने की कोशिश करनी होगी क्योंकि ऐसा न करने से आपको नुकसान होने के आसार हैं। कुल मिलाकर कहें तो आपके लिए यह समय लाभ और हानि, दोनों ही संभव है।

शुक्र कर्क राशि में वक्री आपको लाभ हानि दोनों प्रदान करेगा। हालांकि, अंदेशा है कि आपके खर्चे आपकी कमाई से ज्यादा हों। जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए आपको लोन भी लेना पड़ सकता है और यह आपकी परेशानी को और बढ़ा सकता है।

यह अवधि प्रेम जीवन में उतार-चढ़ाव लेकर आएगा। इस अवधि में आप दोनों के बीच तालमेल और समझबूझ की कमी रहने के कारण आपके रिश्ते में संतुष्टि की कमी होने का अंदेशा है।

स्वास्थ्य के लिहाज से यह समय आपके लिए अनुकूल प्रतीत नहीं हो रहा है। इस दौरान आपको आंखों में इंफेक्शन की शिकायत होने की आशंका है। इसके अलावा संकेत हैं कि आपको अपने बच्चों की सेहत पर भी अधिक धन खर्च करना पड़े।

दूसरे भाव से शुक्र आपके आठवें भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं और इसके फलस्वरूप जातकों को अधिक धन खर्च करना पड़ सकता है और इसके कारण आप पैसे बचाने में असफल रहेंगे। इसके अलावा परिवार में तालमेल की कमी के कारण विवाद पैदा हो सकता है।

उपाय- प्रतिदिन श्री सूक्त का पाठ करें।


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कर्क राशि

कर्क राशि के लिए शुक्र चौथे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। चौथा भाव वैवाहिक सुख, आराम, घर, वाहन और माता को दर्शाता है। वहीं ग्यारहवां भाव लाभ, इच्छाओं की पूर्ति और बड़े भाई-बहन का प्रतिनिधित्व करता है।

शुक्र कर्क राशि में वक्री आपके पहले भाव में होने जा रहा है और यह आपके लिए ज्यादा अनुकूल न रहने की आशंका है। इस दौरान आपको ज्यादा संतुष्ट करने वाले नतीजे न मिलने की संभावना है। इस समय में पारिवारिक माहौल में उतार-चढ़ाव देखा जा सकता है। हालांकि इस दौरान आप अच्छा धन लाभ अर्जित करेंगे लेकिन साथ ही आपके खर्च भी बढ़ सकते हैं।

करियर के लिए लिहाज से यह अवधि आपके लिए अधिक फलदायी नज़र नहीं आ रहा है। नौकरी करने वाले जातक किसी कानूनी मामले में फंस सकते हैं। इसके अलावा कर्क राशि के कुछ जातकों को नौकरी से हाथ भी धोना पड़ सकता है और आप में से कुछ अपनी नौकरी भी बदल सकते हैं।

अगर आप व्यवसाय करते हैं तो यह समय आपके लिए ज्यादा लाभदायक न रहने की आशंका है और मुमकिन है आप अधिक धन लाभ अर्जित करने में चूक जाएं। वहीं, दूध के आयात-निर्यात के बिज़नेस से जुड़े जातकों के लिए यह अवधि फायदेमंद साबित होगी और आप अच्छी कमाई करेंगे। कुल मिलाकर, इस पूरी अवधि में मुनाफा कमाने के लिए आपको योजना बनाकर चलने की आवश्यकता होगी।

आर्थिक लिहाज से शुक्र कर्क राशि में वक्री आपके लिए प्रतिकूल रहने का अंदेशा है। इस दौरान आपके खर्च में वृद्धि होने के प्रबल संकेत हैं और आपको इसे मैनेज करने में समस्या हो सकती है। हालांकि आप बड़ी मात्रा में धन लाभ अर्जित करने में भी सफल रहेंगे लेकिन बचत करने में असफल हो सकते हैं।

प्रेम जीवन की बात करें तो, इस वक्त में जातकों को पारिवारिक रिश्तों में उतार-चढ़ाव देखने पड़ सकते हैं। इसके अलावा घर के सदस्यों के साथ प्रॉपर्टी से संबंधित विवाद पैदा होने का अंदेशा है। कुल मिलाकर आपके लिए यह अवधि घरेलू विवादों से भरी रह सकती है, जिसका असर घर के खुशनुमा माहौल पर पड़ेगा।

स्वास्थ्य के लिहाज़ से कर्क राशि के जातकों को सर्दी-जुकाम की शिकायत होने के आसार हैं। इसके अलावा आपको एलर्जी की शिकायत भी हो सकती है और संभव है कि आपको अपने जीवनसाथी के सेहत पर भी धन खर्च करना पड़े।

पहले भाव से शुक्र आपके सातवें भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं। सातवां भाव जीवनसाथी, दोस्तों और रिश्तों को दर्शाता है। इसके फलस्वरूप आपको दोस्तों, जीवनसाथी और बिज़नेस में चुनौतीपूर्ण स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा आपको ज्यादा से ज्यादा यात्राएं भी करनी पड़ सकती है।

उपाय- प्रतिदिन दुर्गा चालीसा का पाठ करें।

सिंह राशि

सिंह राशि वालों के लिए शुक्र तीसरे और दसवें भाव के स्वामी हैं। तीसरा भाव भाई-बहन, साहस और संवाद का प्रतिनिधित्व करता है। वहीं दसवां भाव नौकरी पेशे, प्रतिष्ठा और अवसरों को दर्शाता है।

शुक्र कर्क राशि में वक्री आपके बारहवें भाव में होगा और यह आपके लिए फायदेमंद रहेगा। शुक्र के इस भाव में वक्री होने से आपको करियर में तरक्की प्राप्त होगी और यह आपको संतुष्टि प्रदान करेगा। इसके अलावा आपको कई नए अवसर भी प्राप्त होंगे।

शुक्र तीसरे भाव के स्वामी हैं और इसके फलस्वरूप आपको नौकरी में कई बदलाव देखने को मिलेंगे। इस दौरान आपको अपने सीनियर्स का भरपूर साथ भी प्राप्त होगा। घरेलू जीवन में भी आपको अपने भाई-बहनों का पूरा सहयोग मिलेगा। शुक्र दसवें भाव के स्वामी हैं और इसके परिणामस्वरूप आपको नौकरी का नया और बेहतर अवसर भी मिलेगा।

शुक्र कर्क राशि में वक्री व्यवसाय करने वाले जातकों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा। इस अवधि में आप अच्छा धन लाभ अर्जित करेंगे। इसके अलावा आप एक से ज्यादा बिज़नेस में हाथ आजमा सकते हैं और यह आपके लिए फायदेमंद होगा।

प्रेम संबंध के लिहाज़ से शुक्र कर्क राशि में वक्री आपके लिए उत्तम परिणाम लेकर आएगी। अविवाहित जातक शादी के बंधन में बंध सकते हैं। इसके अलावा शादीशुदा जातक अपना जीवन बेहतर ढंग से जीने में सफल होंगे।

स्वास्थ्य की दृष्टि से देखें तो आपको इस दौरान कोई समस्या नहीं होगी। आप ऊर्जा से भरे रहेंगे और अपने स्वास्थ्य की अच्छे से देखभाल करने में सक्षम होंगे।

शुक्र बारहवें भाव से छठे भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप सफलता प्राप्त करने में कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा आपके खर्च में भी वृद्धि के संकेत हैं और मुमकिन है कि इसे पूरा करने के लिए आपको लोन की मदद लें।

उपाय- प्रतिदिन आदित्य हृदय स्तोत्रम् का पाठ करें।

कन्या राशि

कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र दूसरे और नौवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र कर्क राशि में वक्री आपके ग्यारहवें भाव होगा। जातकों के लिए बेहद फलदायी माना जाता है। इस समय में आप ज्यादा मात्रा में धन कमाने में सफल होंगे। वहीं शुक्र नौवें भाव के स्वामी हैं और इसके परिणामस्वरूप आपको भाग्य का पूरा साथ मिलेगा और विदेश जाने का अवसर भी प्राप्त होगा। इसके अलावा जातकों को अपने पिता से भी पूरा सहयोग मिलता रहेगा।

करियर के लिहाज़ से शुक्र कर्क राशि में वक्री कन्या राशि के जातकों के लिए अच्छा साबित होगा। इस दौरान आपको विदेश जाने का मौका मिलेगा और इसके साथ ही प्रमोशन मिलने के योग भी बनेंगे। कुल मिलाकर आपके लिए यह समय सकारात्मक परिणामों से परिपूर्ण रहेगा।

अगर आप बिज़नेस करते हैं तो आप बड़ी मात्रा में धन लाभ कमाने में सफल होंगे। इसके अलावा आपको एक से ज्यादा व्यवसाय करने का अवसर भी प्राप्त होने की संभावना है।

आर्थिक जीवन के लिहाज से यह अवधि आपके लिए बेहद अनुकूल साबित होगा। आपको इस समय में भाग्य का भरपूर साथ प्राप्त होगा। करियर में कई सारे लाभ मिलेंगे और इससे आपकी आर्थिक वृद्धि होगी।

प्रेम संबंध के लिहाज़ से शुक्र कर्क राशि में वक्री की अवधि आपके लिए फायदेमंद रहेगी। इस दौरान आपके वैवाहिक जीवन में आपको अच्छे नतीजे प्राप्त होंगे। इसके अलावा अगर आपकी शादी नहीं हुई है, तो यह समय आपके लिए उत्तम सिद्ध होगा।

सेहत के लिहाज से यह समय आपके लिए अनुकूल साबित होगा। इस दौरान आप आरामदायक समय व्यतीत करेंगे।

ग्यारहवें भाव से शुक्र पांचवें भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं और इसके फलस्वरूप आप अपने भाई-बहन से अच्छे संबंध बनाए रखने में कामयाब होंगे। इसके साथ ही आपका संवाद कौशल भी बेहतर होगा। कुल मिलाकर इस समय में आपको भाग्य का साथ मिलेगा और आप कामयाबी हासिल करने में सक्षम होंगे।

उपाय- बुध ग्रह के लिए बुधवार के दिन हवन-यज्ञ करें।

तुला राशि

तुला राशि वालों के लिए शुक्र पहले और आठवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र कर्क राशि में वक्री आपके दसवें भाव में होगा और यह आपके लिए सामान्य रहने की उम्मीद है। इसके अलावा पहले भाव के स्वामी शुक्र के दसवें भाव में वक्री होने के कारण आपको स्वास्थ्य से संबंधित परेशानियां होने की आशंका है।

करियर के लिहाज़ से यह समय आपके लिए चुनौतीपूर्ण रहने के आसार हैं क्योंकि आपको काम का अधिक दबाव झेलना पड़ेगा और इसे व्यवस्थित करना आपके लिए मुश्किल साबित होने वाला है। हालांकि कुछ जातकों को काम के सिलसिले में विदेश यात्रा का मौका मिलेगा और यह आपके लिए लाभदायक सिद्ध होगा। वहीं दूसरी ओर आपको इस समय में अपने काम के लिए श्रेय और उचित पहचान प्राप्त करने में मुश्किल होगी।

बिज़नेस करने वाले जातकों को इस समय में काफी सावधानी से आगे बढ़ना होगा। इस समय में आपको बड़े निर्णय लेने में बहुत सतर्क रहना होगा क्योंकि ऐसा न करने से आपको नुकसान होने का अंदेशा है।

आर्थिक पक्ष के बारे में बात करें तो शुक्र का दसवें भाव में होना आपके लिए लाभदायक रहेगा। इसके फलस्वरूप आपको पैतृक संपत्ति से धन लाभ होने की संभावना है। इसके साथ ही आप पैसे बचाने में भी सफल होंगे।

प्रेम संबंध के लिहाज़ से शुक्र कर्क राशि में वक्री आपके लिए अनुकूल प्रतीत नहीं हो रही है। मुमकिन है कि आप दोनों के बीच अनचाहे विवादों के कारण दूरियां बढ़ जाएं। इसलिए बेवजह के विवादों से बचने की सलाह दी जाती है।

शुक्र के दसवें भाव में होने से आपको स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानी होने की आशंका है। इस अवधि में जातकों को गले में इन्फेक्शन और स्किन से संबंधित दिक्कत होने के आसार हैं।

दसवें भाव से शुक्र आपकी कुंडली के चौथे भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं और इसके कारण आपके पारिवारिक रिश्तों में उतार-चढ़ाव आने का अंदेशा है। तालमेल में कमी के कारण आपके रिश्ते में उतार-चढ़ाव आने के संकेत हैं। इसके अलावा आप जीवन में आराम की कमी महसूस कर सकते हैं।

उपाय- माता लक्ष्मी के लिए शुक्रवार के दिन हवन-यज्ञ करें।

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि वालों के लिए शुक्र सातवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र कर्क राशि में वक्री आपके नौवें भाव होगा। यह आपके लिए अधिक फायदेमंद न रहने की आशंका है। इस समय में आपको प्रेम संबंध और बिज़नेस में पार्टनर के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा बारहवें भाव के स्वामी के तौर पर शुक्र के नौवें भाव में होने से आपको पारिवारिक मसलों में भी दिक्कतें झेलनी पड़ सकती हैं।

करियर के लिहाज़ प्रतिकूल साबित होने के आसार हैं। इस अवधि में आपके कार्यस्थल पर अपने साथियों और सीनियर के साथ संबंध बिगड़ने के आसार हैं। इसके अलावा यह भी मुमकिन है कि आप काम में कुछ गलतियां कर बैठे।

अगर आप बिज़नेस करते हैं, तो आपको इस समय में काफी सतर्कता के साथ आगे बढ़ने की सलाह दी जाती है। कोई भी बड़ा निर्णय लेने में या फिर नया व्यवसाय शुरू करने में आपको आपको सावधानी से आगे बढ़ना होगा। इसके अलावा आपको पार्टनरशिप में व्यवसाय न करने की सलाह दी जाती है क्योंकि यह आपके लिए ज्यादा लाभदायक नहीं रहेगा और आपको हानि होने के भी संकेत मिल रहे हैं।

आर्थिक पक्ष की बात करें तो शुक्र का नौवें भाव में होना आपके खर्च में बढ़ोतरी के संकेत दे रहा है। इसके अलावा संभव है कि यात्रा के दौरान आपके पैसे खो जाए इसलिए सावधान रहें। इसलिए आपको अधिक यात्रा करने से बचने की सलाह दी जाती है।

प्रेम जीवन की बात करें तो शुक्र कर्क राशि में वक्री आपके लिए चुनौती भरा साबित हो सकता है। आप दोनों के बीच सामंजस्य की कमी के कारण विवाद होने के संकेत मिल रहे हैं।

शुक्र बारहवें भाव के स्वामी के रूप में नौवें भाव में मौजूद हैं और यह आपके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है। मुमकिन है कि इस समय में आपको अपने पिता की सेहत पर ज्यादा पैसे खर्च करने पड़े।

नौवें भाव से शुक्र आपके तीसरे भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं और इसका नकारात्मक प्रभाव आपके संबंधों पर पड़ने के आसार हैं। इसके अलावा आप अपने भाई-बहनों के साथ किसी बात को लेकर विवाद हो सकता है।

उपाय- प्रतिदिन प्राचीन ग्रंथ ललिता सहस्रनाम का पाठ करें।


बृहत् कुंडली: जानें ग्रहों का आपके जीवन पर प्रभाव और उपाय

धनु राशि

धनु राशि के जातकों के लिए शुक्र हानिकारक ग्रह हैं और यह छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र कर्क राशि में वक्री आपके आठवें भाव में होगा। आपके लिए शुक्र का आठवें भाव में होना अनुकूल न रहने का अंदेशा है क्योंकि शुक्र के लिए यह भाव नकारात्मक माना जाता है। शुक्र आपकी कुंडली के छठे भाव के स्वामी हैं और इसके फलस्वरूप आपको कर्ज लेना पड़ सकता है या फिर आप किसी कानूनी मसले में उलझ सकते हैं। इसके अलावा जातकों को एलर्जी की शिकायत होने के आसार हैं। दूसरी ओर शुक्र आपकी कुंडली के ग्यारहवें भाव के स्वामी भी हैं और इसके परिणामस्वरूप आपको पैतृक संपत्ति से धन लाभ होने के संकेत मिल रहे हैं।

करियर के लिहाज़ से ज्यादा अनुकूल न रहने का अंदेशा है। इस समय में आपके ऊपर काम का अधिक दबाव बढ़ने के संकेत हैं और आप अपने साथियों और सीनियर के साथ विवादों में पड़ सकते हैं। इस अवधि में आपको सतर्क रहना चाहिए क्योंकि आप कार्यस्थल पर सीनियर्स के साथ झगड़े में पड़ सकते हैं और आपको अपने कार्य के लिए प्राप्त सराहना न मिलने की संभावना है।

बिज़नेस करने वाले जातकों को इस समय में काफी सावधानी से आगे बढ़ने की जरूरत होगी। इस वक्त में आपको नए बिज़नेस को लेकर बड़े निर्णय लेने में सतर्क रहना होगा क्योंकि आपको इस कारण नुकसान होने के संकेत हैं।

आपके आर्थिक पक्ष को देखा जाए तो, शुक्र के आठवें भाव में वक्री होने से आपको अधिक धन लाभ अर्जित करने में परेशानी होना संभव है। हालांकि संकेत मिल रहे हैं कि आप ज्यादा पैसे कमाने में कामयाब रहें लेकिन कुछ प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए आपको लोन का सहारा लेना पड़ सकता है।

प्रेम संबंध के लिहाज़ से बात करें शुक्र कर्क राशि में वक्री आपके लिए अनुकूल न रहने का अंदेशा है क्योंकि आपके रिश्ते में सामंजस्य की कमी उत्पन्न हो सकती है। इस समय में आपको काफी सावधानी से चलना होगा क्योंकि संकेत मिल रहे हैं कि छोटे-मोटे विवाद भी बड़े झगड़े का रूप लें सकते हैं। इस दौरान आपके झगड़े इतने अधिक बढ़ सकते हैं कि अलगाव की स्थिति पैदा हो सकती है।

शुक्र के आठवें भाव में होने के चलते जातकों को स्वास्थ्य से संबंधित परेशानी होने का खतरा है। इस अवधि में आपको आंखों में जलन या फिर स्किन एलर्जी की शिकायत हो सकती है। हालांकि इसके अलावा आपको कोई भी बड़ी परेशानी नहीं होगी।

आठवें भाव से शुक्र आपकी कुंडली के दूसरे भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं और इसके फलस्वरूप आप कर्ज लेने के लिए मजबूर हो सकते हैं। इसके अलावा जातकों को स्वास्थ्य के चलते भी खर्च में वृद्धि का सामना करना पड़ सकता है।

उपाय- बृहस्पति ग्रह के लिए गुरुवार के दिन हवन-यज्ञ करें।

मकर राशि

मकर राशि के जातकों के लिए शुक्र शुभ ग्रह हैं और यह पांचवें और दसवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र कर्क राशि में वक्री आपके सातवें भाव में होगा। सातवें भाव में शुक्र का होना काफी लाभदायक सिद्ध होगा। शुक्र के प्रभाव से मकर राशि के जातकों को धन के मामले में काफी फायदे मिलेंगे और आप अपने जीवन में संतुष्टि प्राप्त करेंगे।

यह अवधि करियर में उत्तम परिणाम लेकर आएगी। इस समय में आप अपने करियर में काफी ऊंचाइयों पर पहुंचेंगे और कुछ जातकों को विदेश में नौकरी के अवसर प्राप्त होंगे।

अगर आप बिज़नेस कर रहे हैं, तो आपके लिए यह समय शानदार रहेगा। आप अच्छे निर्णय लेने में सफल होंगे और व्यवसाय के लिहाज़ से यह आपके लिए काफी फायदेमंद रहेगा। अगर आप शेयर मार्केट या ट्रेडिंग से जुड़े हैं, तो आपके लिए भी यह समय उत्तम रहेगा।

आर्थिक पक्ष के लिहाज़ से भी मकर राशि के जातकों के लिए शुक्र का सातवें भाव में वक्री होना लाभप्रद सिद्ध होगा। इस समय में आपको धन के मामले में भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा और आप बड़ी मात्रा में पैसे कमाने में सक्षम होंगे।

स्वास्थ्य के लिहाज से शुक्र कर्क राशि में वक्री आपके लिए अनुकूल साबित होगा। शुक्र की लाभदायक स्थिति के प्रभाव से आपका स्वास्थ्य उत्तम रहेगा और आपको कोई भी बड़ी परेशानी नहीं होगी।

सातवें भाव से शुक्र आपकी कुंडली के पहले भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं और इसके फलस्वरूप आपके लिए यह अवधि अत्यंत लाभदायक रहेगी। आपके पारिवारिक रिश्ते भी उत्तम रहेंगे और घर में खुशनुमा माहौल बना रहेगा। इसके साथ ही जातकों के प्रेम संबंध भी मधुर होंगे।

उपाय- हनुमान जी के लिए शनिवार के दिन यज्ञ-हवन करें।

कुंभ राशि

कुंभ राशि के जातकों के लिए शुक्र शुभ ग्रह हैं और यह चौथे और नौवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र कर्क राशि में वक्री आपके चौथे भाव होगा। यह आपके लिए ज्यादा लाभकारी न रहने के संकेत हैं क्योंकि इस अवधि में आपके जीवन में आराम की कमी और चुनौतीपूर्ण स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।

करियर के लिहाज़ से यह समय आपके लिए मुश्किल रहने के अंदेशा है क्योंकि आपको नौकरी के कम अवसर मिलेंगे। इसके साथ ही आपको अपने काम के लिए उचित पहचान हासिल करने में भी दिक्कत होने के आसार हैं। कुछ जातक ज्यादा पैसे कमाने के लिए नौकरी में बदलाव करेंगे हालांकि यह आपके लिए आसान न रहने के संकेत हैं।

बिज़नेस के लिहाज़ से कुंभ राशि के जातकों के लिए यह अवधि मुश्किल साबित होने के संकेत हैं। इस दौरान आपको अधिक धन लाभ अर्जित करने में व्यवधानों का सामना करना पड़ सकता है और आपको कड़ी प्रतिपर्धा भी मिलेगी। कुल मिलाकर कहें तो आपके लिए यह अवधि न लाभ और न ही नुकसान वाली साबित होगी।

आर्थिक पक्ष को देखें तो, शुक्र का छठे भाव में मौजूद होना जातकों के लिए अनुकूल न रहने के आसार हैं। इस अवधि में आपको अधिक धन कमाने में भाग्य का साथ न मिलने के आसार हैं। इस दौरान आपकी प्रतिबद्धताएं बढ़ेंगी और आपको इसे व्यवस्थित करने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। मुमकिन है कि इसी कारण से जातकों को लोन की मदद लेनी पड़े।

प्रेम जीवन के लिहाज़ से शुक्र कर्क राशि में वक्री आपके लिए प्रतिकूल परिणाम लेकर आ सकता है। संभव है कि आप दोनों के बीच आपसी तालमेल और समझबूझ की कमी के कारण दिक्कत पैदा हो और इसका नकारात्मक प्रभाव आपके रिश्ते पर पड़ सकता है। इसलिए आपको अपने संबंध को बेहतर ढंग से चलाने के लिए अपने अंदर अहम बदलाव करने की सलाह दी जाती है।

यह अवधि स्वास्थ्य के क्षेत्र में समस्याएं दे सकता है। इस दौरान आपको खांसी और जुकाम की शिकायत होने के आसार हैं। इसके अलावा जातकों को एलर्जी की दिक्कत भी होने की संभावना है।

छठे भाव से शुक्र आपके बारहवें भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं और इसके फलस्वरूप आपको अधिक खर्च और धन हानि झेलनी पड़ सकती है। इसके अलावा संकेत मिल रहे हैं कि यात्रा के दौरान आपके पैसे खो जाएं इसलिए सावधानी बरतें।

उपाय- प्राचीन ग्रंथ 'ललिता सहस्रनाम' का पाठ करें।

मीन राशि

मीन राशि वालों के लिए शुक्र तीसरे और आठवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र कर्क राशि में वक्री आपके पांचवें भाव में होगा। यह समय आपके लिए ज्यादा उत्सावर्धक और अनुकूल न रहने के संकेत हैं क्योंकि इस दौरान आपके जीवन में तरक्की की रफ्तार कम रहने का अंदेशा है।

करियर की दृष्टि से यह अवधि मुश्किल रहने के संकेत हैं। इस दौरान आप लापरवाही के कारण काम में गलतियां कर सकते हैं। वहीं संकेत मिल रहे हैं कि कुछ जातकों की नौकरी में बदलाव होंगे। इस दौरान आप प्राप्त हुए अवसरों का पूर्ण रूप से लाभ उठाने में नाकामयाब हो सकते हैं।

अगर आप बिज़नेस करते हैं तो आपको इस समय में संभल कर चलना होगा क्योंकि धन हानि और धीमी गति से तरक्की के संकेत हैं। इस समय में आप सामान्य गति से ही धन लाभ कमा पाएंगे। कड़ी प्रतिस्पर्धा के कारण आपकी स्थिति सामान्य रहेगी।

आपके आर्थिक जीवन की बात करें तो, इस वक्त में आपको ज्यादा पैसे कमाने में मुश्किल आएगी। इसके अलावा आपके सामने कई सारे खर्च भी आ सकते हैं और इसे व्यवस्थित करना आपके लिए मुश्किल साबित हो सकता है। वहीं अगर आप शेयर मार्केट से जुड़े हैं तो आप उच्च धन लाभ कमाने में सफल होंगे।

प्रेम जीवन की बात करें तो शुक्र कर्क राशि में वक्री आपके लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता क्योंकि आपके रिश्ते में प्रेम और तालमेल की कमी के चलते विवाद उत्पन्न होंगे। आप दोनों के बीच अहंकार के कारण समस्याएं जन्म ले सकती हैं और इसका प्रभाव आपके प्रेम जीवन पर नकारात्मक रहेगा।

स्वास्थ्य के लिहाज़ से देखें तो जातकों को इस वक्त में एलर्जी की शिकायत बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं। इसके अलावा आपको अपने बच्चों के स्वास्थ्य पर भी ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं।

पांचवें भाव से शुक्र ग्यारहवें भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं और इसके परिणामस्वरूप आपके अंदर आध्यात्मिक मामलों को लेकर रुचि बढ़ेगी। हालांकि, दूसरी ओर आपको बच्चों के लिए ज्यादा पैसे खर्च कर सकते हैं।

उपाय- शुक्रवार के दिन भगवान कुबेर की पूजा-अर्चना करें।


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