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सूर्य का तुला राशि में गोचर (17 अक्टूबर 2025)

सूर्य का तुला राशि में गोचर 2025: ग्रहों के राजा सूर्य 17 अक्टूबर 2025 की दोपहर 01 बजकर 36 मिनट पर तुला राशि में गोचर करने जा रहे हैं। सूर्य देव 17 अक्टूबर 2025 को कन्या राशि को छोड़कर शुक्र ग्रह की दूसरी राशि तुला राशि में गोचर करने जा रहे हैं जो कि सूर्य के लिए नीच राशि मानी जाएगी। 16 नवंबर 2025 तक सूर्य तुला राशि में ही बने रहेंगे। 17 अक्टूबर 2025 से लेकर 16 नवंबर 2025 तक तुला राशि में गोचर करने वाले सूर्य ग्रह आपको कैसे परिणाम दे सकते हैं यह जानने से पहले आइए जानते हैं कि सूर्य के इस गोचर का भारतवर्ष पर क्या प्रभाव पड़ने वाला है?

सूर्य का तुला राशि में गोचर 17 अक्टूबर 2025 को होगा।

विद्वान ज्योतिषियों से फोन पर बात करें और जानें सूर्य का तुला राशि में गोचर का अपने जीवन पर प्रभाव

सूर्य गोचर का भारत पर प्रभाव:

सूर्य ग्रह स्वतंत्र भारत की कुंडली में चतुर्थ भाव के स्वामी होते हैं और यह नीच अवस्था में छठे भाव में गोचर करने वाले हैं। वैसे तो छठे भाव में सूर्य के गोचर को अच्छा माना जाता है, विशेषकर प्रतिस्पर्धात्मक कार्यों में, शत्रुओं से आगे ले जाने के लिए यह गोचर अच्छा माना गया है। ऐसे में हो सकता है कि भारतवर्ष अपने कई प्रतिस्पर्धी देशों से कुछ एक मामलों में आगे बढ़े। अपने विरोधी और शत्रु देश को उनकी भाषा में ही जवाब दे सके लेकिन आंतरिक शांति बनाए रखने में परेशानियां रह सकती है।

चतुर्थ भाव का स्वामी नीच अवस्था में रहेगा। चतुर्थ भाव में राहु केतु का प्रभाव बना हुआ ही है। यह सभी कारण अंतरकलह का संकेत कर रहे हैं। अतः भारतवर्ष के कुछ पूर्वी तथा कुछ पश्चिमी प्रदेशों में जनता पीड़ित या परेशान रह सकती है। लोग सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर सकते हैं या सरकार की किसी नीति का विरोध कर सकते हैं। जिस पर नियंत्रण पाने में सरकार को भी परेशानी उठानी पड़ सकती है लेकिन अंतत: छठे भाव के प्रभाव के चलते सरकार उपद्रवों पर नियंत्रण प्राप्त कर सकेगी। आइए अब जानते हैं कि सूर्य के इस गोचर का आपकी राशि पर क्या प्रभाव पड़ेगा।

To Read in English Click Here: Sun Transit in Libra

यह राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी व्यक्तिगत चन्द्र राशि अभी जानने के लिए चंद्र राशि कैलकुलेटर का उपयोग करें

सूर्य का तुला राशि में गोचर: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय

मेष राशि

सूर्य आपकी कुंडली में पंचम भाव के स्वामी हैं और सूर्य का तुला राशि में गोचर आपके सातवें भाव में होगा। सप्तम भाव में सूर्य के गोचर को वैसे भी अच्छा नहीं माना जाता, ऊपर से सूर्य ग्रह नीच अवस्था में रहेंगे। ये दोनों ही स्थितियां इस बात का संकेत कर रही हैं कि आपको अपने व्यापार व्यवसाय पर इस गोचर की अवधि में अपेक्षाकृत अधिक ध्यान देने की आवश्यकता रहेगी। यदि आप विवाहित हैं तो जीवनसाथी या जीवन संगिनी के साथ संबंधों को और सावधानी पूर्वक निर्वाह करने की आवश्यकता रहेगी।

एक दूसरे का सम्मान करें, एक दूसरे की भावनाओं का ख्याल रखें। साथ ही साथ स्वास्थ्य इत्यादि का ख्याल रखना भी जरूरी रहेगा। सिर दर्द बुखार इत्यादि की शिकायत में भी बीच-बीच में रह सकती हैं। अत: इस मामले में भी जागरूकता रखने की जरूरत रहेगी। उम्मीद है इन सावधानियों को अपनाकर आप नकारात्मक परिणामों को नियंत्रित कर सकेंगे। क्योंकि पंचम भाव का स्वामी सप्तम भाव में गया है, ऐसी स्थिति में प्रेम संबंध को विवाह में बदलने की इच्छा रखने वाले लोगों को कोई रास्ता मिल सकता है लेकिन वह रास्ता अधिक आसान नहीं रहेगा अर्थात कठिनाई भरा रह सकता है।

उपाय: रविवार के दिन नमक न खाना उपाय की तरह काम करेगा।

मेष साप्ताहिक राशिफल

वृषभ राशि

सूर्य आपकी कुंडली में चौथे भाव के स्वामी होते हैं तथा वर्तमान में ये नीच अवस्था में आपके छठे भाव में रहने वाले हैं। वैसे तो छठे भाव में सूर्य के गोचर को अच्छे परिणाम देने वाला माना गया है लेकिन नीच अवस्था में होने के कारण कुछ नकारात्मक परिणाम भी देखने को मिल सकते हैं। सबसे पहले हम सकारात्मक परिणाम की चर्चा करते हैं। सूर्य का यह गोचर आपको प्रतिस्पर्धा में आगे ले जाने का काम कर सकता है लेकिन शत्रुओं की योजनाओं को लेकर लापरवाह होना ठीक नहीं रहेगा। स्वास्थ्य सामान्य तौर पर अच्छा रहेगा लेकिन स्वास्थ्य को लेकर के भी लापरवाही उचित नहीं रहेगी।

सूर्य का तुला राशि में गोचर के दौरान कामों में सफलता मिलेगी भले ही थोड़ी सी कठिनाइयां बनी रहें। शासन प्रशासन से जुड़े हुए लोगों के साथ बेहतर तालमेल बिठाने की कोशिश करने पर उनसे संबंधित मामलों में भी अनुकूल परिणाम मिल सकते हैं लेकिन नीच अवस्था के सूर्य को देखते हुए घर गृहस्थी से संबंधित मामलों में सावधानी पूर्वक निर्वाह करने की जरूरत रहेगी। कभी-कभार कुछ मामलों को लेकर तनाव भी देखने को मिल सकता है लेकिन सामान्य तौर पर आप काफी हद तक अनुकूल परिणाम प्राप्त कर सकेंगे।

उपाय: बंदरों को गुड़ और गेहूं खिलाना शुभ रहेगा।

वृषभ साप्ताहिक राशिफल

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मिथुन राशि

सूर्य आपकी कुंडली में तीसरे भाव के स्वामी होते हैं और सूर्य का तुला राशि में गोचर पांचवें भाव में होगा। पंचम भाव में सूर्य के गोचर को अच्छे परिणाम देने वाला नहीं माना जाता। ऊपर से सूर्य नीच अवस्था में रहेंगे। यह दोनों ही स्थितियां इस बात का संकेत कर रही हैं कि इस अवधि में तीसरे और पंचम भाव से संबंधित मामलों में सावधानी पूर्वक निर्वाह करने की आवश्यकता रहेगी। भाई बंधु और पड़ोसियों के साथ संबंधों को मेंटेन करना जरूरी रहेगा।

प्रेम संबंध की बात हो या फिर शिक्षा से संबंधित मामलों की बात हो; दोनों ही मामलों में सावधानी पूर्वक निर्वाह जरूरी रहेगा। संतान आदि से संबंधित मामलों में भी कुछ परेशानियां देखने को मिल सकती हैं। पेट से संबंधित कुछ परेशानियां भी रह सकती हैं। कॉन्फिडेंस लेवल कभी-कभी अप एंड डाउन हो सकता है। कहीं से कोई ऐसा समाचार मिल सकता है जो शायद आपको पसंद न आए। अर्थात इस गोचर की अवधि में आपको सावधानी पूर्वक निर्वाह करने की आवश्यकता रहेगी।

उपाय: नियमित रूप से सरसों के तेल की 8 बूंदें कच्ची मिट्टी में टपकना शुभ रहेगा।

मिथुन साप्ताहिक राशिफल

कर्क राशि

सूर्य आपकी कुंडली में धन भाव के स्वामी होकर नीच अवस्था में आपके चौथे भाव में जा रहे हैं। चौथे भाव में सूर्य के गोचर को अच्छे परिणाम देने वाला नहीं माना जाता है। ऊपर से सूर्य नीच अवस्था में रहेंगे। इन दोनों कारणों से आपको अपने घर गृहस्थी को लेकर बहुत सावधानी पूर्वक निर्वाह करने की आवश्यकता रहेगी। सूर्य का तुला राशि में गोचर के अनुसार, दि माता का स्वास्थ्य पहले से कमजोर चल रहा है तो उनके स्वास्थ्य को लेकर जरा भी लापरवाही उचित नहीं रहेगी। घर गृहस्थी से संबंधित मामलों में कोई परेशानी आए या फिर कोई घरेलू विवाद उत्पन्न हो, उसे शुरुआती दौर में ही शांत कर लेना समझदारी का काम होगा। जमीन जायदाद से संबंधित कोई मामला भी इस समय अवधि में तनाव देने का काम कर सकता है। यदि आपको सीने से संबंधित या हृदय से संबंधित कोई तकलीफ पहले से रही है तो इस गोचर की अवधि में सावधानी पूर्वक निर्वाह जरूरी रहेगा। आर्थिक और पारिवारिक मामलों में भी समझदारी से काम लेने की आवश्यकता रहने वाली है।

उपाय: अपनी समर्थ के अनुसार गरीबों और जरूरतमंद लोगों को भोजन करवाना शुभ रहेगा।

कर्क साप्ताहिक राशिफल

सिंह राशि

सूर्य आपके लग्न या राशि के स्वामी होते हैं तथा सूर्य का तुला राशि में गोचर आपके तीसरे भाव में होगा। वैसे तो तीसरे भाव में सूर्य के गोचर को अच्छे परिणाम देने वाला माना गया है लेकिन नीच का होने के कारण कुछ दुष्प्रभाव भी देखने को मिल सकते हैं। पहले हम तीसरे भाव में सूर्य के गोचर को परिणाम को जान लेते हैं, बाद में नीच अवस्था के परिणामों पर भी चर्चा करेंगे। तीसरे भाव में सूर्य का गोचर स्थान लाभ करवाने वाला माना गया है। शासन प्रशासन से संबंधित मामलों में अनुकूलता देने वाला भी कहा गया है लेकिन क्योंकि सूर्य नीच अवस्था में रहेगा अत: कोशिश करके सरकारी लोगों से संबंधों को अनुकूल बनाए रखने की जरूरत भी रहेगी।

यद्यपि आपका कॉन्फिडेंस बेहतर होगा लेकिन ओवर कॉन्फिडेंट होने से बचने की जरूरत भी रहेगी। आप अपने प्रतिस्पर्धियों से बेहतर करेंगे लेकिन उनकी योजनाओं को लेकर जागरूक रहना भी जरूरी रहेगा। पद प्रतिष्ठा तथा सम्मान की प्राप्ति भी इस गोचर के चलते आपको हो सकती है।

उपाय: पिता की सेवा करें तथा पिता तुल्य व्यक्तियों को दूध और चावल खिलाकर उनका आशीर्वाद लें।

सिंह साप्ताहिक राशिफल

कन्या राशि

सूर्य आपकी कुंडली में द्वादश भाव के स्वामी होते हैं और द्वादश भाव के स्वामी होते और सूर्य का तुला राशि में गोचर दूसरे भाव में होगा। सूर्य के गोचर को दूसरे भाव में अच्छे परिणाम देने वाला नहीं माना गया है। ऊपर से द्वादश भाव का स्वामी होकर नीच अवस्था में दूसरे भाव में जाना भी अच्छी स्थिति नहीं है। अतः इस गोचर के चलते आंख या मुख से संबंधित कुछ परेशानियां देखने को मिल सकती हैं। इस गोचर का संकेत यह भी है कि आर्थिक मामलों में बहुत ही अधिक सावधानी रखने की जरूरत रह सकती है।

घर परिवार में मनमुटाव की स्थितियां भी देखने को मिल सकती हैं। अतः इन सभी मामलों में सावधानी पूर्वक निर्वाह जरूरी रहेगा। बातचीत का तौर तरीका कठोर न रहे, इस बात को लेकर प्रयत्न भी जरूरी रहेगा। अर्थात यह गोचर व्यर्थ में खर्चे करवाने वाला और घर परिवार को लेकर कुछ तनाव देने वाला रह सकता है। अतः इन सभी मामलों में जागरूक बनकर समय अनुसार उचित निर्णय लेना जरूरी रहेगा।

उपाय: मंदिर में नारियल या बादाम चढ़ाना शुभ रहेगा।

कन्या साप्ताहिक राशिफल

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तुला राशि

सूर्य आपके लाभेश होते हैं और नीच अवस्था में यह आपके पहले भाव में आए हैं। वैसे तो लाभ भाव के स्वामी का प्रथम भाव में जाना लाभ के लिए अनुकूल स्थिति मानी गई है लेकिन सूर्य के गोचर को पहले भाव में अच्छे परिणाम देने वाला नहीं माना जाता, ऊपर से सूर्य नीच अवस्था में रहेंगे। ऐसे में सूर्य का तुला राशि में गोचर के दौरान अनुकूल परिणाम मिलने की संभावना कम ही है। प्रथम भाव में सूर्य के गोचर को पित्त से संबंधित परेशानी देने वाला कहा गया है। अर्थात शरीर में एसिड की मात्रा असंतुलित हो सकती है। फलस्वरूप एसिडिटी या एलर्जी इत्यादि की शिकायतें रह सकती हैं। पेट से संबंधित कुछ परेशानियां भी रह सकती हैं। कामों में कुछ बाधाएं देखने को मिल सकती हैं। आपका मिजाज थोड़ा सा बेरुखा होने के कारण संबंधियों से विवाद भी हो सकता है। अतः इन सभी मामलों में सावधानी पूर्वक निर्वाह जरूरी रहेगा।

उपाय: इस महीने गुड़ नहीं खाना है, यह आपके लिए उपाय की तरह काम करेगा।

तुला साप्ताहिक राशिफल

वृश्चिक राशि

सूर्य आपके लिए दशम भाव के स्वामी होते हैं और नीच अवस्था में सूर्य का तुला राशि में गोचर द्वादश भाव में होगा। वैसे तो द्वादश भाव में सूर्य के गोचर को अच्छे परिणाम देने वाला नहीं माना जाता ऊपर से कर्म स्थान का स्वामी नीच अवस्था में रहेगा यह दोनों ही स्थितियां इस बात का संकेत कर रही हैं कि कार्यक्षेत्र को लेकर बहुत ही सावधानीपूर्वक निर्णय जरूरी रहेगा। साथ-साथ अपने मान सम्मान का ख्याल रखना भी जरूरी रहेगा लेकिन दशम भाव के स्वामी का द्वादश में जाना उन लोगों के लिए कुछ हद तक फायदेमंद हो सकता है जिनका संबंध विदेश से है। अर्थात विदेश से संबंधित मामलों में डील करने वाले लोग अच्छे परिणाम भी प्राप्त कर सकते हैं।

वैसे ज्यादातर मामलों में सूर्य के गोचर को यहां पर अच्छा नहीं माना गया है। ऐसा गोचर व्यर्थ में यात्राएं करवा सकता है, कामों में अड़चने दे सकता है। खर्च की अधिकता दे सकता है। साथ ही साथ शासन प्रशासन से जुड़े मामलों में भी कुछ परेशानियां दे सकता है। इस गोचर को नेत्र और पैरों से संबंधित कुछ परेशानियां देने वाला भी कहा गया है लेकिन कुछ एक मामलों में अनुकूल परिणाम मिलने की संभावनाएं बन रही है। किस मामले में कैसे परिणाम मिलेंगे इसकी चर्चा हमने आपसे विस्तार से कर दी है।

उपाय: नियमित रूप से मंदिर जाएं और अपने आराध्य को झुक कर प्रणाम करें।

वृश्चिक साप्ताहिक राशिफल

बृहत् कुंडली : जानें ग्रहों का आपके जीवन पर प्रभाव और उपाय

धनु राशि

भाग्य भाव के स्वामी होते हैं और नीच अवस्था में सूर्य आपके लाभ भाव में जा रहे हैं। वैसे तो लाभ भाव में सभी ग्रहों को अनुकूल परिणाम देने वाला माना गया है लेकिन भाग्य स्थान के स्वामी का लाभ भाव में जाना और भी अच्छी बात है। यानी कि लाभ दिलवाने में भाग्य का भी बेहतर सपोर्ट मिल सकता है लेकिन सूर्य नीच के रहेंगे अतः भाग्य के भरोसे बैठना ठीक नहीं रहेगा। अर्थात प्लेसमेंट के अनुसार तो यह एक अच्छी स्थिति है लेकिन स्वामित्व के आधार पर यह एक कमजोर स्थिति है।

एक नियम के अनुसार सूर्य भाग्य को बढ़ाएंगे, वहीं दूसरे नियम के अनुसार सूर्य भाग्य में बाधा देंगे। अतः दोनों को मिलाकर यह कहा जा सकता है की भाग्य की भरोसे न बैठकर काम करने की स्थिति में भाग्य का भी अच्छा सपोर्ट मिल जाएगा और आपका काम उम्मीद से बेहतर हो सकता है। वैसे लाभ भाव में सूर्य के गोचर को धन लाभ करने वाला कहा गया है, आमदनी में वृद्धि करवाने वाला कहा गया है। ऐसा गोचर पद प्रतिष्ठा की प्राप्ति भी करवाता है। पिता से संबंधित मामलों में भी कुछ परेशानियों के बाद ही सही लेकिन आपको लाभ मिल सकता है। सामान्य तौर पर आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा लेकिन पिता के स्वास्थ्य को लेकर थोड़ी बहुत चिंता रह सकती है। अर्थात सामान्य तौर पर इस गोचर से आप अच्छी अनुकूलता की उम्मीद कर सकते हैं। फिर भी छोटी-मोटी सावधानियां रखने की सलाह हम आपको देना चाहेंगे।

उपाय: मांस, मदिरा और अंडे जैसी चीजों से दूर रहें और स्वयं को शुद्ध और सात्विक बनाए रखें।

धनु राशिफल 2025

मकर राशि

सूर्य आपके अष्टमेश होते हैं और सूर्य का तुला राशि में गोचर आपके दशम भाव में होगा। दशम भाव में सूर्य के गोचर को सामान्य तौर पर अच्छे परिणाम देने वाला माना गया है। वैसे तो सूर्य नीच का है अतः इसके कुछ नकारात्मक परिणाम होने चाहिए लेकिन अष्टम भाव के स्वामी का नीच का होना यह भी विपरीत राजयोग जैसी स्थिति मानी जाती है। अतः सूर्य से काफी हद तक अनुकूल परिणाम की उम्मीद आप कर सकते हैं। सूर्य का यह गोचर मान प्रतिष्ठा में वृद्धि करवाने का काम कर सकता है लेकिन मान प्रतिष्ठा को लेकर सचेत रहना भी समझदारी का काम होगा। पदोन्नति की संभावनाएं भी बन रही है भले ही कुछ अड़चनों के बाद ही सही लेकिन पदोन्नति होने की अच्छी संभावनाएं बन रही है अथवा पदोन्नति करवाने वाले रास्ते खुल सकते हैं। पिता से संबंधित मामलों में अनुकूल परिणाम मिल सकते हैं। कुछ कठिनाई के बाद ही सही लेकिन ज्यादातर कामों में आपको सफलता मिलने की संभावनाएं बन रही है।

उपाय: शनिवार के दिन किसी गरीब को काले कंबल दान करना शुभ रहेगा।

मकर साप्ताहिक राशिफल

कुंभ राशि

सप्तमेश सूर्य नीच अवस्था में आपके भाग्य भाव में जा रहे हैं। वैसे तो भाग्य भाव में सूर्य के गोचर को अच्छा नहीं माना जाता, ऊपर से सूर्य नीच अवस्था में रहेंगे। अतः ज्यादातर मामलों में सूर्य से अनुकूल परिणामों की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए लेकिन अनुकूल बात यह रहेगी कि पिछले गोचर की तुलना में यह गोचर बेहतर परिणाम देगा। अर्थात जब तक सूर्य कन्या राशि में आपके आठवें भाव में थे तब तक के परिणामों की तुलना में परिणाम थोड़े ही सही लेकिन बेहतर हो सकते हैं। वैसे भाग्य भाव में सूर्य के गोचर को भाग्य की हानि करवाने वाला कहा गया है।

अर्थात इस अवधि में भाग्य का सपोर्ट इतना अधिक नहीं मिल पाएगा जिससे आपका काम बन सके। अतः कर्म के ग्राफ को बढ़ाने की आवश्यकता रहेगी। जिससे आपके काम संपन्न हो सकें। बाधाओं के बाद ही सही; लगातार की गई मेहनत कामों में सफलता देगी। भाई बंधु और पड़ोसियों के साथ आपके संबंध अच्छे बने रहें, इस बात की कोशिश भी जरूरी रहेगी। अर्थात इस गोचर की अवधि में आपको सावधानीपूर्वक निर्वाह करने की स्थिति में कुछ अनुकूल परिणाम भी मिल सकते हैं।

उपाय: नमक कम खाना है और रविवार के दिन नमक बिल्कुल भी नहीं खाना है।

कुंभ साप्ताहिक राशिफल

मीन राशि

सूर्य आपके छठे भाव के स्वामी हैं सूर्य का तुला राशि में गोचर आपके आठवें भाव में होगा। वैसे तो सूर्य के गोचर को आठवें भाव में अच्छे परिणाम देने वाला नहीं माना जाता, ऊपर से सूर्य नीच अवस्था में भी रहेंगे; यह दोनों ही स्थितियां अच्छी नहीं कही जाएंगी लेकिन छठे भाव के स्वामी का नीच का होना अथवा छठे भाव के स्वामी का आठवें भाव में जाना; यह विपरीत राजयोग जैसी स्थिति मानी जाएगी। ऐसे में कुछ एक मामलों में अप्रत्याशित रूप से अनुकूल परिणाम भी मिल सकते हैं।

विशेषकर प्रतिस्पर्धात्मक कामों में, जहां आप निराश या हताश हो चुके थे वहां से, कोई अच्छी खबर आ सकती है। यदि किसी के स्वास्थ्य को लेकर कोई चिंता रही है तो इस अवधि में उसके स्वार्थ में स्वास्थ्य में अनुकूलता आने से आप प्रसन्न रह सकते हैं लेकिन ज्यादातर मामलों में इस गोचर को अच्छा नहीं माना गया है। अतः अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखें। सरकारी कामों को लेकर गंभीर रहें। किसी भी सरकारी व्यक्ति से विवाद करने से बचना है। आर्थिक मामले में किसी भी प्रकार का रिस्क नहीं लेना है। उचित खान-पान अपनाना है, जिससे आपका स्वास्थ्य विशेषकर पेट कोई परेशानी न दे।

उपाय: स्वयं को क्रोधी होने से बचाना है और किसी से विवाद नहीं करना है।

मीन साप्ताहिक राशिफल

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. 2025 में सूर्य का तुला राशि में गोचर कब होगा?

सूर्य का तुला राशि में गोचर 17 अक्टूबर 2025 को होगा।

2. सूर्य का गोचर कितने दिन का होता है?

ज्योतिष के मुताबिक, सूर्य को एक राशि में रहने में लगभग 30 दिन लगते हैं।

3. तुला राशि के स्वामी कौन है?

तुला राशि के स्वामी शुक्र है।

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