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सूर्य का सिंह राशि में गोचर (17 अगस्त, 2023)

सूर्य का सिंह राशि में गोचर: वैदिक ज्योतिष में “ग्रहों के राजा” कहे जाने सूर्य अपने स्वामित्व वाली राशि सिंह में 17 अगस्त 2023 की दोपहर 01 बजकर 23 मिनट पर प्रवेश करने जा रहे हैं। ऐसे में, हम कह सकते हैं कि सूर्य के राशि परिवर्तन का प्रभाव निश्चित रूप से सभी के जीवन पर पड़ेगा क्योंकि सूर्य आत्मा के कारक माने गए हैं जो कि हमारी आत्मा का प्रतिनिधित्व करते हैं। मनुष्य जीवन में सूर्य मान-सम्मान, स्वाभिमान, अहंकार और करियर आदि के कारक हैं। साथ ही, यह समर्पण, स्टैमिना, जीवन शक्ति, इच्छा शक्ति, नेतृत्व क्षमता और सामाजिक मान-सम्मान आदि को नियंत्रित करते हैं। सूर्य पिता, सरकार, नेता, राजनेता, राजा और उच्च अधिकारियों के लिए योगकारक ग्रह हैं। इसके अलावा, मानव शरीर में सूर्य दिल और हड्डियों का प्रतिनिधित्व करते हैं।

सूर्य का सिंह राशि में गोचर

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सूर्य ग्रह अब 17 अगस्त 2023 को अपनी राशि सिंह में गोचर करने जा रहे हैं। राशि चक्र की पांचवीं राशि सिंह है जो कि स्वभाव से पुरुष और उग्र राशि है। सूर्य की राशि सिंह सरकार, प्रशासन, स्वाभिमान, महत्वाकांक्षा, नेतृत्व क्षमता, सामाजिक प्रतिष्ठा, आत्मकेंद्रित प्रवृत्ति, घमंड, शो, ग्लैमर, रचनात्मकता, कला, रॉयल्टी और लक्ज़री आदि का प्रतिनिधित्व करती हैं। ऐसे में, हम कह सकते हैं कि सूर्य का सिंह राशि में गोचर सरकारी और सत्ता वर्ग के लोगों के लिए भी अच्छा रहेगा। नेता और राजनेता अपनी शक्तियों का उपयोग सामाजिक कल्याण के लिए कर सकते हैं। कला से जुड़े लोगों के लिए सूर्य का गोचर फलदायी साबित हो सकता है क्योंकि सिंह एक कलात्मक राशि है। लेकिन, जातकों को सूर्य के गोचर से कैसे परिणाम मिलेंगे, यह कुंडली में सूर्य की स्थिति और दशा पर निर्भर करता है। साथ ही, सूर्य किस भाव में गोचर कर रहा है, यह बात भी विशेष मायने रखती है। अब हम आगे बढ़ते हैं और नज़र डालते हैं सूर्य का सिंह राशि में गोचर सभी 12 राशियों को कैसे प्रभावित करेगा।

To Read in English Click Here: Sun Transit in Leo (17 August 2023)

यह राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी व्यक्तिगत चन्द्र राशि अभी जानने के लिए चंद्र राशि कैलकुलेटर का उपयोग करें।

मेष राशि

मेष राशि वालों के लिए सूर्य आपके पांचवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके पांचवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। कुंडली में पांचवां भाव शिक्षा, प्रेम जीवन, संतान आदि का प्रतिनिधित्व करता है और यह आपका पूर्व पुण्य भाव भी है। ऐसे में, सूर्य का सिंह राशि में गोचर मेष राशि के छात्रों के लिए फलदायी साबित होगा। इस दौरान आपकी एकाग्रता, ऊर्जा और बुद्धि काफ़ी मज़बूत रहेगी और इसका उपयोग आप पढ़ाई में सुधार लाने के लिए कर सकते हैं। मेष राशि के माता-पिता को संतान की तरफ से कोई उपलब्धि या किसी तरह से कोई ख़ुशखबरी सुनने को मिल सकती है, लेकिन आपको उनके व्यवहार पर नज़र बनाए रखनी होगी क्योंकि इस दौरान बच्चे थोड़ा अड़ियल रवैया अपना सकते हैं। लेकिन सूर्य गोचर के दौरान आप बच्चों की कंपनी का आनंद लेते हुए नज़र आंएगे और ऐसे में, आपके संबंध संतान के साथ मज़बूत होंगे।

मेष राशि के जो जातक किसी के साथ प्रेम में हैं, उनके लिए यह समय ज्यादा अनुकूल नहीं रहने की आशंका है क्योंकि पांचवें भाव के स्वामी के रूप में सूर्य का पांचवें भाव में गोचर गुस्से और अहंकार का प्रतिनिधित्व करता है और इन भावनाओं को किसी भी रिश्ते के लिए अच्छा नहीं कहा जा सकता है। ऐसे में, सूर्य का सिंह राशि में गोचर इन जातकों के प्रेम जीवन में क्रोध और अहंकार से जुड़ी समस्या लेकर आ सकता है। पांचवें भाव में बैठे सूर्य की ग्यारहवें भाव पर दृष्टि आर्थिक स्थिति के लिए अच्छी कही जाएगी। कार्यस्थल पर की गई मेहनत का फल आपको मिलेगा। लेकिन जो जातक सट्टा से जुड़ी गतिविधियों जैसे निवेश या गैर-क़ानूनी सट्टेबाजी से संबंध रखते हैं, उन्हें इस अवधि में सतर्क रहना होगा क्योंकि आपको नुकसान होने की संभावना है। कुल मिलाकर, मेष राशि के जातकों के लिए यह समय अनुकूल रहेगा। हालांकि, इस दौरान आपको छोटी-मोटी बातों पर ओवर-रिएक्ट करने से बचना होगा।

उपाय: प्रतिदिन सुबह सूर्य देव को अर्घ्य दें।

वृषभ राशि

वृषभ राशि के जातकों के लिए सूर्य आपके चौथे भाव के स्वामी हैं जो अब आपके चौथे भाव में गोचर कर रहे हैं और यह भाव माता, घरेलू जीवन, घर, वाहन, संपत्ति आदि का प्रतिनिधित्व करता है। ऐसे में, सूर्य का सिंह राशि में गोचर वृषभ राशि के चौथे भाव में होने से आपको मिले-जुले परिणाम प्राप्त होंगे। इस दौरान आपकी माता में एक नई ऊर्जा का संचार होगा। साथ ही, उनका स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा और रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मज़बूत होगी, लेकिन इस दौरान वह आप पर हावी होती नज़र आ सकती हैं और यह उनके साथ आपके विवाद का कारण बन सकता है।

वृषभ राशि के जातकों को निश्चित रूप से सूर्य गोचर का लाभ मिलेगा और आप समाज में मान-सम्मान तथा पहचान प्राप्त करेंगे। यह अवधि प्रॉपर्टी में निवेश के लिए या नया घर खरीदने के लिए भी उपयुक्त है। यदि आप ऐसा करने के बारे में सोच रहे हैं, तो आप माता के साथ मिलकर या उनके नाम पर संपत्ति खरीद सकते हैं। वहीं, दूसरी तरफ, जैसे कि हमने आपको बताया कि चौथा भाव घरेलू जीवन का भी प्रतिनिधित्व करता है तथा सूर्य गुस्से और अहंकार के कारक ग्रह हैं। ऐसे में, गुस्से और अहंकार के चलते घर-परिवार में सदस्यों के बीच बहस और टकराव देखने को मिल सकता है इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि घर का वातावरण शांत बनाए रखें। साथ ही, मतभेद और विवादों से बचें क्योंकि ये छोटी-मोटी बातें किसी बड़े विवाद का रूप ले सकती है।

हालांकि, चौथे भाव में स्थित सूर्य की दृष्टि आपके दसवें भाव पर पड़ेगी जिसका लाभ आपको पेशेवर जीवन में मिलेगा। इस दौरान आप कार्यस्थल पर अधिकारियों और वरिष्ठों को प्रभावित करने में सक्षम होंगे तथा उनका समर्थन भी आपको प्राप्त होगा। लेकिन चौथे भाव में सूर्य दिग्बल खो देते हैं और इसके परिणामस्वरूप आप भ्रमित हो सकते हैं। साथ ही, योजनाओं को सही तरीके से लागू करने में असफल हो सकते हैं। ऐसे में, सूर्य का सिंह राशि में गोचर को ध्यान में रखते हुए आपको सलाह दी जाती है कि अपने मेंटर से मार्गदर्शन प्राप्त करें।

उपाय: संभव हो, तो घर पर रामायण का पाठ करें या फिर नियमित रूप से भगवान श्री राम की पूजा करें।

मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातकों के लिए सूर्य आपके तीसरे भाव के स्वामी हैं और यह अब आपके तीसरे भाव में गोचर करेंगे जो कि भाई-बहनों, शौक, छोटी यात्राओं, संवाद क्षमता आदि का प्रतिनिधित्व करता है और सूर्य सिंह राशि में आपके तीसरे भाव के स्वामी के रूप में गोचर कर रहे हैं। ऐसे में, सूर्य का सिंह राशि में गोचर मिथुन राशि वालों को साहस और आत्मविश्वास से भर देगा। आपका संचार कौशल बहुत ही प्रभावी होगा।

सूर्य गोचर की अवधि उन लोगों के लिए अच्छी रहेगी जो मार्केटिंग, सोशल मीडिया या फिर कंसल्टेशन आदि के क्षेत्र में नौकरी करते हैं क्योंकि इन क्षेत्रों में संवाद करने की क्षमता महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। सूर्य का सिंह राशि में गोचर के दौरान इन जातकों की संवाद शैली बेहद प्रभावी रहेगी। कुंडली में तीसरा भाव छोटे भाई-बहनों का भाव होता है और ऐसे में, आपको अपने भाई-बहनों का हर कदम पर समर्थन मिलेगा। हालांकि, आपको उनके साथ अहंकार से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, तीसरे भाव से सूर्य की दृष्टि आपके नौवें भाव पर पड़ेगी जो कि धर्म, पिता, लंबी दूरी की यात्रा, तीर्थस्थल और भाग्य आदि का भाव है। सूर्य का सिंह राशि में गोचर के चलते पिता के साथ आपके रिश्ते मधुर बने रहेंगे और अच्छे काम के लिए आपको पिता से सराहना मिलेगी। साथ ही, धार्मिक कार्यों या धर्म से जुड़े ग्रंथों के अध्ययन में आपकी रुचि बढ़ सकती है।

उपाय: छोटे भाई-बहनों को लाल रंग की कोई वस्तु भेट करें।


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कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों की कुंडली में सूर्य आपके दूसरे भाव के स्वामी हैं जो अब आपके दूसरे भाव में प्रवेश करेंगे और यह भाव परिवार, वाणी और बचत का भाव है। ऐसे में, दूसरे भाव में सूर्य की मौजूदगी कर्क राशि के जातकों को आधिकारिक, विचारों में स्पष्ट और बिना सोचे-समझे बोलने वाला बनाती है। इसके परिणामस्वरूप, आपके मुंह से निकले शब्द दूसरों को ठेस पहुंचा सकते हैं जो कि घर-परिवार में सदस्यों के साथ विवादों का कारण बन सकते हैं। संभव है कि जातकों को स्वयं को अपना ये व्यवहार पसंद न आए।

हालांकि, सूर्य का सिंह राशि में गोचर आपके पेशेवर जीवन के लिए फलदायी साबित होगा, विशेष रूप से उन लोगों के लिए जो वित्त से संबंधित क्षेत्र में काम करते हैं या यदि आप स्थानीय राजनेता हैं, तो इस समय आपके पास नए-नए आइडियाज मौजूद होंगे जिन्हें लेकर आप समाज में पहचान बना सकते हैं। इस दौरान आपको परिवार का भरपूर समर्थन मिलेगा। सूर्य का सिंह राशि में गोचर के दौरान, सूर्य की दृष्टि दूसरे भाव से आठवें भाव पर होगी और इसके फलस्वरूप जो जातक या छात्र गूढ़ विज्ञान जैसे ज्योतिष, अंक ज्योतिष या किसी अन्य क्षेत्र से जुड़े हैं उनके लिए यह समय अच्छा रहेगा। ऐसे में, आप नई-नई चीज़ें सीखेंगे और अभ्यास भी शुरू करेंगे।

उपाय: प्रतिदिन सुबह गायत्री मंत्र का 108 बार जाप करें।

सिंह राशि

सिंह राशि वालों के लिए सूर्य आपके राशि स्वामी होने के साथ-साथ लग्न भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके लग्न भाव में गोचर कर रहे हैं। हालांकि, सूर्य का सिंह राशि में गोचर आपको ऊर्जा, अच्छा स्वास्थ्य, बेहतर रोग प्रतिरोधक क्षमता और आत्मविश्वास प्रदान कर सकता है। लेकिन, अगर हम इसके नकारात्मक पक्ष की बात करें तो, यह गोचर आपको गुस्सैल, घमंडी और आक्रामक बना सकता है। सूर्य का सिंह राशि में गोचर के प्रभाव से आपका व्यक्तित्व आकर्षक बनेगा और आप जहां भी जाएंगे सबकी निगाहें आप पर होंगी। इस दौरान इन जातकों की आदेश देने और दूसरों का मार्गदर्शन करने की क्षमता मज़बूत होगी और ऐसे में, सभी आपके निर्णय लेने की क्षमता और नेतृत्व से प्रभावित होंगे। इसके लिए, वह आपकी सराहना भी करेंगे।

जैसे कि हम सभी जानते हैं कि सूर्य पेशेवर जीवन का कारक ग्रह है और ऐसे में, आपको कई सुनहरे अवसर प्राप्त होंगे। साथ ही, सूर्य हमारे शरीर को भी नियंत्रित करते हैं और यहीं समय होगा जब आप अपनी सेहत, फिटनेस और ऊर्जा को एक नए स्तर पर ले जा सकते हैं। इस दौरान सकारात्मक परिणाम प्राप्त करने के लिए इन जातकों को कुछ समय शरीर को देना होगा। पहले भाव में उपस्थित सूर्य की दृष्टि आपके सातवें भाव पर पड़ेगी जो कि पार्टनरशिप और विवाह का भाव है और इसे वैवाहिक जीवन के लिए अच्छा नहीं कहा जा सकता है। इस अवधि में बेकार के अहंकार के चलते पार्टनर के साथ आपकी बहस हो सकती है। साथ ही,जीवनसाथी के साथ संबंधों में उतार-चढ़ाव का भी सामना करना पड़ सकता है। सूर्य का सिंह राशि में गोचर की अवधि में आपको सलाह दी जाती है कि अपने वैवाहिक जीवन पर ध्यान दें और किसी भी तरह के मतभेद से बचें।

उपाय: सूर्य देव से शुभ परिणामों को प्राप्त करने के लिए दाएं हाथ की अनामिका ऊँगली में लाल माणिक पहनें।

कन्या राशि

कन्या राशि के जातकों के लिए सूर्य आपके बारहवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके बारहवें भाव में गोचर कर रहे हैं। कुंडली में बारहवां भाव विदेश, अलगाव, अस्पताल, विदेशी कंपनियों जैसे एमएनसी आदि का प्रतिनिधित्व करता है। ऐसे में, बारहवें भाव के स्वामी के बारहवें भाव में गोचर करने के कारण कन्या राशि के जातक स्वभाव से अत्यधिक प्रतिस्पर्धी हो सकते हैं। सामान्य तौर पर सूर्य आपको मिले-जुले परिणाम दे सकते हैं क्योंकि सूर्य रोग प्रतिरोधक क्षमता और स्वास्थ्य के कारक ग्रह हैं। सूर्य का सिंह राशि में गोचर के चलते इन जातकों को स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और आपमें ऊर्जा की कमी देखी जा सकती है, इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि इन जातकों को अपनी सेहत पर ध्यान देना होगा।

साथ ही, आपको स्वच्छता बनाए रखनी होगी और संतुलित भोजन करना होगा। कुंडली में बारहवां भाव खर्चों और हानि का भी भाव है और इसके परिणामस्वरूप सूर्य का सिंह राशि में गोचर आपके लिए खर्चें और हानि दोनों लेकर आ सकता है। ऐसे में, आपको सावधान रहने की सलाह दी जाती है। यदि सूर्य गोचर के सकारात्मक पक्ष की बात करें तो, सूर्य विदेश भूमि के भाव यानी कि बारहवें भाव में गोचर कर रहे हैं और साथ ही, सूर्य सरकार, अधिकार, एमएनसी कंपनी आदि का भी प्रतिनिधित्व करते हैं और फलस्वरूप कन्या राशि के जातकों को विदेश, सरकार या फिर एमएनसी कंपनी में काम करने वाले लोगों के माध्यम से लाभ प्राप्त हो सकता है। लेकिन, ऐसा तभी संभव होगा जब कुंडली में दशा शुभ हो। सूर्य का सिंह राशि में गोचर के दौरान इन जातकों को विदेश जाने का अवसर भी मिल सकता है। साथ ही, बारहवें भाव में बैठे सूर्य की दृष्टि छठे भाव पर पड़ रही होगी जो कि सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे छात्रों या प्रतियोगी परीक्षा देने वालों के लिए अच्छी रहेगी। जो लोग कोई क़ानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं, तो फैसला उनके पक्ष में आने की संभावना है।

उपाय: गुड़ से बनी रोटी गाय को खिलाएं।


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तुला राशि

तुला राशि वालों के लिए सूर्य आपके ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके ग्यारहवें भाव में ही गोचर करेंगे। कुंडली में यह भाव धन लाभ, इच्छाओं, बड़े भाई-बहन, पिता के परिवार के सदस्यों आदि का प्रतिनिधित्व करता है। ऐसे में, आपके ग्यारहवें भाव में सूर्य का सिंह राशि में गोचर होने से तुला राशि वालों को निश्चित रूप से ही बड़े भाई-बहनों, चाचा और पिता का समर्थन प्राप्त होगा। आपके धन-धान्य में वृद्धि तो होगी ही, लेकिन सामाजिक मान-सम्मान में भी बढ़ोतरी होगी। इन जातकों की सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होगी। पिछले एक वर्ष में आपने करियर और व्यापार में जितनी भी मेहनत की है उसका फल आपको सूर्य गोचर के दौरान धन लाभ, सराहना और पहचान के रूप में मिलेगा। जैसे कि सूर्य ग्यारहवें भाव में होकर शिक्षा, संतान और रिलेशनशिप के भाव यानी कि पांचवें भाव को देख रहे होंगे और ऐसे में, आपको इन क्षेत्रों में अच्छे परिणामों की प्राप्ति होगी। जो लोग माता-पिता हैं उन्हें अपनी संतान की उपलब्धियों पर गर्व महसूस होगा। सूर्य का सिंह राशि में गोचर तुला राशि के छात्रों के लिए भी फलदायी साबित होगा, लेकिन इस दौरान आपको कड़ी मेहनत करनी होगी।

उपाय: लाल रंग का रुमाल अपनी जेब या पर्स में रखें।

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए सूर्य आपके दसवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके दसवें भाव में प्रवेश करेंगे जो कि पेशे और कार्यस्थल का भाव है। कुंडली में सूर्य देव को दसवें भाव में दिशाओं का बल यानी कि दिग्बल प्राप्त होता है और इस वजह से सूर्य का सिंह राशि में गोचर आपके पेशेवर जीवन के लिए फलदायी साबित होगा। इन जातकों को कई बेहतरीन अवसर प्राप्त होंगे, विशेष तौर पर उन लोगों को जो सरकारी क्षेत्र, एमएनसी में काम करते हैं या फिर राजनेता, सर्जन, डॉक्टर आदि के रूप में कार्यरत हैं। जिन लोगों का अपना व्यापार है उन्हें सरकार या उच्च अधिकारियों के माध्यम से लाभ प्राप्त होगा। सूर्य की इस भाव में मौजूदगी इन जातकों को कार्यस्थल पर ऊर्जावान बनाए रखेगी। साथ ही, आपकी बेहतरीन नेतृत्व क्षमता को दूसरों से सराहना मिलेगी।

हालांकि, सूर्य का सिंह राशि में गोचर वृश्चिक राशि वालों के स्वाभिमान को उच्च स्तर पर लेकर जा सकता है जो कि कभी-कभी घमंड में बदल सकता है और इसे दूसरों के द्वारा गलत समझा जा सकता है। ऐसे में, आपको सलाह दी जाती है कि सावधान रहें और किसी भी तरह की आलोचना को सकारात्मक रूप से लें, अन्यथा आपके अहंकार में वृद्धि हो सकती है जिसका बुरा असर आपके पेशेवर जीवन पर पड़ सकता है और भविष्य में आपको समस्याओं से जूझना पड़ सकता है। दसवें भाव में उपस्थित सूर्य की दृष्टि चौथे भाव पर होगी जो कि माता और पारिवारिक सुख आदि का भाव है। इसके परिणामस्वरूप, इन जातकों को अपनी माता का पूरा-पूरा समर्थन मिलेगा। हालांकि, सूर्य का सिंह राशि में गोचर के चलते गुस्से और अहंकार के कारण घर-परिवार की शांति भंग हो सकती है। साथ ही, आशंका है कि काम में व्यस्त होने की वजह से आप घर-परिवार को पर्याप्त समय न दे पा रहे हों और ऐसे में, आपके परिवार की खुशियां प्रभावित हो सकती हैं।

उपाय: प्रतिदिन सुबह जल में लाल गुलाब की पंखुड़ियां डालकर सूर्य देव को अर्घ्य दें।


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धनु राशि

धनु राशि के जातकों के लिए सूर्य आपकी कुंडली में नौवें भाव के स्वामी हैं और यह अब आपके नौवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। कुंडली में नौवा भाव धर्म, पिता, लंबी दूरी की यात्राओं, तीर्थस्थल, भाग्य आदि का भाव है। ऐसे में, हम धनु राशि वालों को कहना चाहेंगे कि सूर्य आपके लिए भाग्येश हैं यानी कि आपके भाग्य के स्वामी जो अब अपने ही भाव में गोचर कर रहे हैं और इसके परिणामस्वरूप आपको भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा। धनु राशि वालों के पेशेवर जीवन की बात करें तो, सूर्य का सिंह राशि में गोचर उन लोगों के लिए अच्छा रहेगा जो कंसलटेंट, मेंटर और टीचर के रूप में कार्यरत हैं। इस दौरान वह आसानी से दूसरों को प्रभावित करने, प्रेरित करने और अपनी बात को समझाने में सक्षम होंगे।

जो छात्र विदेश में पढ़ाई करने की योजना बना रहे हैं उनके लिए यह समय अच्छा रहेगा। इस दौरान आपको पिता, गुरु और मेंटर का समर्थन मिलेगा। सूर्य का सिंह राशि में गोचर लंबी दूरी की यात्राओं और किसी तीर्थ स्थल की यात्रा के लिए लाभदायक साबित होगा। इन जातकों की रुचि धार्मिक कार्यों में देखने को मिलेगी और ऐसे में, आप ज्यादा से ज्यादा अच्छे कर्म करने का प्रयास करेंगे। नौवें भाव में बैठकर सूर्य की दृष्टि आपके तीसरे भाव पर होगी और इसके परिणामस्वरूप आपके साहस और आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। सूर्य का सिंह राशि में गोचर होने से धनु राशि के जातकों के बातचीत का तरीका प्रभावी रहेगा और छोटे भाई-बहनों का समर्थन भी आपको प्राप्त होगा।

उपाय: पिता का सम्मान करें और घर से बाहर निकलने से पहले उनका आशीर्वाद लें।

मकर राशि

मकर राशि के जातकों के लिए सूर्य आपके आठवें भाव के स्वामी हैं जो कि मकर राशि के स्वामी शनि के साथ शत्रुता का भाव रखते हैं और अब यह आठवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। यह भाव दीर्घायु, अचानक से होने वाली घटनाओं, गोपनीयता आदि का प्रतिनिधित्व करता है। आठवें भाव में सूर्य का सिंह राशि में गोचर मकर राशि के जातकों के लिए चुनौतीपूर्ण रहेगा। आपको बता दें कि यह समय आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं रहने की आशंका है और ऐसे में, आपको हृदय एवं हड्डियों से संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

इसके परिणामस्वरूप, आपको सलाह दी जाती है कि अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें और संतुलित खानपान अपनाने के साथ-साथ आपको अच्छी जीवनशैली बनाए रखनी होगी। किसी यात्रा के दौरान सतर्क रहें जिससे अचानक से होने वाली घटनाओं से बचा जा सके। इस अवधि में कुछ अप्रत्याशित घटनाएं हो सकती हैं जो कि आपको मानसिक तनाव दे सकती हैं। ससुराल पक्ष के साथ आपके संबंध ख़राब हो सकते हैं। हालांकि, सूर्य गोचर के सकारात्मक पहलू की बात करें तो, जो छात्र रिसर्च या गूढ़ विज्ञान जैसे ज्योतिष आदि की पढ़ाई कर रहे हैं वह सूर्य का सिंह राशि में गोचर की अवधि का उपयोग कुछ नया सीखने के लिए कर सकते हैं, विशेष रूप से जो छात्र पीएचडी या शोध की शिक्षा ले रहे हैं उनको भी इस समय लाभ होगा। आठवें भाव में बैठे सूर्य की दृष्टि आपके धन भाव यानी कि दूसरे भाव पर पड़ रही होगी। ऐसे में, आपको अनचाहे ख़र्चों से बचना होगा, अन्यथा आपको आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

उपाय: मंगलवार के दिन मंदिर में गुड़ और काले भूने हुए चने दान करें।

कुंभ राशि

कुंभ राशि के जातकों के लिए सूर्य आपके लग्नेश शनि से शत्रुता का भाव रखते हैं और आपके लिए सूर्य सातवें भाव के स्वामी हैं जो अब सातवें भाव में प्रवेश करने जा रहे हैं। कुंडली में सातवां भाव विवाह, जीवनसाथी और व्यापारिक साझेदारी का प्रतिनिधित्व करता है। ऐसे में, सूर्य का सिंह राशि में गोचर कुंभ राशि के पार्टनर को कई सुनहरे अवसर प्रदान करेगा और इसके परिणामस्वरूप, वह जीवन में सुख-समृद्धि प्राप्त करेंगे।

हालांकि, सूर्य गोचर को वैवाहिक जीवन के लिए अनुकूल नहीं कहा जा सकता है क्योंकि सूर्य एक उग्र ग्रह है जो गुस्से, क्रोध तथा आक्रामकता का प्रतिनिधित्व करता है। ऐसे में, आपके पार्टनर के साथ अनचाहे विवाद और बहस होने की आशंका है जिसके चलते पार्टनर के साथ आपको संबंधों में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है इसलिए आपको वैवाहिक जीवन पर ध्यान देना होगा और अहंकार की भावना मन में लाने से बचना होगा। सातवें भाव में उपस्थित सूर्य आपके लग्न भाव को देखेंगे और इसके परिणामस्वरूप, इस दौरान आप अपनी सेहत, फिटनेस और ऊर्जा को अगले स्तर पर ले जा सकते हैं। हालांकि, आपको सलाह दी जाती है कि अपने शरीर को भी कुछ समय दें जिससे आपको सकारात्मक परिणाम प्राप्त हो सकें। जैसे कि हम जानते हैं कि सूर्य अहंकार और क्रोध का कारक ग्रह है इसलिए सूर्य का सिंह राशि में गोचर के दौरान आपको अपने व्यवहार पर नज़र बनाए रखनी होगी।

उपाय: रविवार को मंदिर में अनार का दान करें।

मीन राशि

मीन राशि के जातकों के लिए सूर्य आपके छठे भाव के स्वामी हैं और अब यह छठे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। कुंडली में यह शत्रु, मृत्यु, प्रतियोगिता, मामा आदि का प्रतिनिधित्व करते हैं। इस स्थिति में सूर्य का सिंह राशि में गोचर मीन राशि के उन छात्रों के लिए फलदायी साबित होगा जो कि सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं या फिर किसी अन्य प्रतियोगी परीक्षा में भाग लेने जा रहे हैं। यदि आप सरकारी या प्रशासनिक पद पर आसीन हैं, तो आपको कार्यों में सफलता मिलने की संभावना है।

इस अवधि में आपको अपने मामा का समर्थन प्राप्त होगा। जो जातक किसी क़ानूनी मुकदमे का सामना कर रहे हैं, तो उसका परिणाम आपके पक्ष में आ सकता है। इस दौरान शत्रु आपको हानि पहुंचाने में सक्षम नहीं होंगे। सेहत की दृष्टि से, इन जातकों को पाचन, किडनी में पथरी या इन्फेक्शन आदि समस्याओं से दो-चार होना पड़ सकता है। हालांकि, आप जल्द ही इन बिमारियों से उबर जाएंगे। छठे भाव से सूर्य की दृष्टि आपके बारहवें भाव पर होगी और इसके परिणामस्वरूप, कई वजहों से आपके ख़र्चों में बढ़ोतरी हो सकती हैं। सूर्य का सिंह राशि में गोचर मीन राशि के जातकों के लिए विदेश यात्रा के योग बनाएगा।

उपाय: प्रतिदिन आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।


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