बुध वृषभ राशि में अस्त (2 जून 2024)
बुध वृषभ राशि में अस्त (2 जून 2024): वैदिक ज्योतिष में बुध ग्रह को बुद्धि से जुड़ा ग्रह माना जाता है। अब यह महत्वपूर्ण ग्रह 2 जून को 18:10 पर वृषभ राशि में अस्त होने वाला है।
अपने इस खास लेख में आज हम बुध वृषभ राशि में अस्त 2024 के सकारात्मक और नकारात्मक पक्षों के बारे में जानकारी हासिल करेंगे। अगर बुध अपनी ही राशि अर्थात मिथुन या फिर कन्या में स्थित होता है तो यह ज्यादा प्रभावशाली प्रभाव जातकों के जीवन पर डालता है। जब बुध कन्या राशि में अर्थात अपनी उच्च राशि में होता है तो यह शक्तिशाली स्थिति में माना जाता है और जातकों को व्यवसाय, व्यापार और सट्टेबाजी में सफलता प्राप्त करने में अनुकूल परिणाम देता है।
तो आइये बुध अस्त के इस विशेष लेख को शुरू करते हैं और जानते हैं इसका सभी बारह राशियों पर क्या और कैसा असर पड़ेगा, साथ ही जानेंगे इसके नकारात्मक प्रभाव से बचने के उपायों की सम्पूर्ण जानकारी भी।
देश के जाने-माने और विद्वान ज्योतिषियों से जानें अस्त बुध का अपने जीवन पर प्रभाव
वैदिक ज्योतिष में बुध अस्त
सबसे पहले तो हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बुध ग्रह को बुद्धि, तर्क, शिक्षा और संचार कौशल का कारक ग्रह माना गया है। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में बुध कमजोर अवस्था में होता है तो इससे उनके अंदर असुरक्षा की भावना, एकाग्रता की कमी चीजों को समझने की शक्ति में कमी और कभी-कभी यादाश्त की कमजोरी जैसी भी परेशानी देखने को मिलती है। बात करें ग्रहों के अस्त होने की तो जब कोई भी ग्रह अस्त होता है तो उससे मिलने वाले लाभकारी परिणाम में कमी देखने को मिलती है। सरल शब्दों में कहें तो अस्त होना ग्रहों की शक्ति में कमी ले आता है।
अब सवाल उठता है कि कोई भी ग्रह अस्त कब होता है? तो दरअसल राहु केतु के अलावा कोई भी अन्य ग्रह जब सूर्य के 10 डिग्री के भीतर आ जाता है तो वह सूर्य की शक्ति प्राप्त कर लेता है और कमजोर हो जाता है। वृषभ राशि में बुध के इस अस्त होने के परिणाम स्वरुप जातकों के जीवन में धन की कमी, पारिवारिक खुशियों में कमी, आदि देखने को मिल सकती है।
यहाँ दी जा रही भविष्यवाणी आपकी चन्द्र राशि पर आधारित है। अगर आपको अपनी चन्द्र राशि नहीं पता है तो हमारे चंद्र राशि कैलकुलेटर की मदद से आप निशुल्क जान सकते हैं।
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बुध वृषभ राशि में अस्त : राशि अनुसार भविष्यवाणी और उपाय
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और छठे घर का स्वामी है और अब आपके दूसरे घर में अस्त होने जा रहा है।
बुध के अस्त होने के परिणाम स्वरुप आपको वित्तीय मामलों और जीवन में गतिशीलता के संदर्भ में कुछ चुनौतियां उठानी पड़ सकती है। यह चुनौतियां धन की कमी और व्यक्तिगत रिश्ते में अशांति के रूप में आपके जीवन में खड़ी हो सकती है।
करियर के लिहाज से बात करें तो यह चुनौतियां और असंतोष की भावना आपकी प्रगति में बाधा डालेंगी।
आर्थिक रूप से खर्च बढ़ेगा और यह आपकी आय से अधिक भी हो सकता है जिससे कुल मिलाकर आपकी संतुष्टि में कमी देखने को मिलेगी।
आपके रिश्तों में आपके जीवनसाथी के साथ टकराव उत्पन्न हो सकता है जो कि आमतौर पर बातचीत न होने के चलते होने की आशंका है।
इसके अलावा स्वास्थ्य के मोर्चे पर आपके दांत में दर्द, आंखों में जलन, आदि उठानी पड़ सकती है।
उपाय: प्रतिदिन 19 बार 'ॐ भौमाय नमः' मंत्र का जाप करें।
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे और पांचवें घर का स्वामी है और अब प्रथम भाव में अस्त होने वाला है।
बुध वृषभ राशि में अस्त के प्रभावस्वरूप आपके जीवन के विभिन्न पहलुओं में आपको चुनौतियाँ उठानी पड़ सकती है। वित्तीय संदर्भ में बात करें तो व्यक्तिगत मामलों और व्यक्तिगत विकास में आपको बाधाओं का सामना करना पड़ेगा। इसके अलावा बच्चों से संबंधित चिंताएं आपके जीवन में खड़ी होने वाली है।
करियर के संदर्भ में सहकर्मियों के साथ बातचीत करते समय आपको धैर्य रखने की सलाह दी जा रही है क्योंकि कार्यक्षेत्र में कुछ गलतफहमियां खड़ी होने की आशंका है।
व्यवसाय में आपको केवल मध्यम लाभ से ही काम चलाना पड़ेगा जिससे आप असंतुष्ट महसूस कर सकते हैं।
आर्थिक रूप से हालांकि कुछ आय तो होगी जिससे आप चाहें तो थोड़ी बहुत बचत भी कर सकते हैं।
बुध अस्त के प्रभाव स्वरूप रिश्ते की गतिशीलता प्रभावित होने की आशंका है जिसके परिणाम स्वरुप आपके साथी के साथ आपके रिश्ते कमजोर हो सकते हैं।
अंत में स्वास्थ्य की बात करें तो त्वचा पर चकत्ते और गले से संबंधित परेशानियां आपको होने का आशंका है।
उपाय- "ॐ नमो भगवते वासुदेवाय" का प्रतिदिन 11 बार जाप करें।
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मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध पहले और चतुर्थ भाव का स्वामी है। बुध वृषभ राशि में अस्त आपके बारहवें घर में होने जा रहा है।
बुध वृषभ राशि में अस्त के दौरान करियर के संदर्भ में इस राशि के जातकों में उत्साह और आकर्षक की कमी नज़र आ सकती है जिससे संभवत आपके प्रयासों में भाग्य की भी कमी देखने को मिल सकती है।
ठीक इसी तरह व्यावसायिक मोर्चे पर भी आपको कम लाभ प्राप्त होगा और चुनौतियां भी आपके समक्ष खड़ी हो सकती हैं जो आपके समग्र सफलता में कमी लेकर आएंगी।
आर्थिक रूप से बात करें तो मौद्रिक हानि का जोखिम है खासकर यात्रा के दौरान लापरवाही या गैर जिम्मेदाराना रवैया दिखाने के चलते।
रिश्ते के मामले में बात करें तो आपके जीवनसाथी के साथ रिश्ते में टकराव नजर आने वाले हैं जिसका कारण आपके रिश्ते में अनुकूलनशीलता या समायोजन की कमी साबित होगी।
स्वास्थ्य की दृष्टि से बात करें तो इस राशि के जातकों को त्वचा संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। खासकर चेहरे पर।
उपाय: रोजाना 21 बार 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का जाप करें।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और बारहवें घर का स्वामी है और अब आपके ग्यारहवें घर में अस्त होने जा रहा है।
बुध वृषभ राशि में अस्त के दौरान आपके जीवन से पूर्ण संतुष्टि गायब नजर आने वाली है। वहीं इसकी जगह आपको सीमित पूर्ति ही प्राप्त होने की संभावना है।
करियर के लिहाज से बात करें तो नौकरी की संभावनाएं आशाजनक रहेगी। हालांकि कार्यक्षेत्र में आपसे गलतियां होने की प्रबल संभावना बन रही है।
ठीक इसी तरह व्यावसायिक क्षेत्र में संतुष्टि कम प्राप्त होगी क्योंकि आपको मध्यम स्तर का ही मुनाफा प्राप्त होने वाला है।
आर्थिक दृष्टि से आपकी कमाई संतोषजनक हो सकती है। हालांकि अगर आप बचत करना चाहते हैं तो यहां आपको चुनौतियां उठानी पड़ सकती है।
रिश्तों के संदर्भ में बात करें तो पार्टनर के साथ प्रभावी संचार की कमी नजर आएगी।
स्वास्थ्य की दृष्टि से इस अवधि में एलर्जी के चलते गले में संक्रमण या फिर बार-बार होने वाली समस्या आपको परेशान कर सकती है।
उपाय: प्रतिदिन 11 बार 'ॐ सोमाय नमः' मंत्र का जाप करें।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे और ग्यारहवें घर का स्वामी है। दसवें घर में बुध अस्त की यह स्थिति चुनौती पूर्ण अवधि के संकेत दे रही है क्योंकि यह एक ऐसा समय साबित होने वाला है जहां पर काम या फिर दैनिक काम पर आपको ज्यादा सावधानी देने की आवश्यकता पड़ने वाली है।
बुध वृषभ राशि में अस्त के प्रभाव स्वरूप आपके करियर के संदर्भ में काम में दबाव और मान्यता की कमी का सामना करना आपको पड़ सकता है।
व्यावसायिक क्षेत्र में बात करें तो आपको बढ़ते खतरों के साथ-साथ लाभ और हानि के बीच उतार-चढ़ाव का अनुभव होगा।
आर्थिक रूप से जहां आय में लाभ होगा वहीं बचत करना चुनौती पूर्ण साबित होने वाला है।
रिश्तों के संबंध में बात करें तो आप अपने साथी के साथ बातचीत में खुद को भावनात्मक रूप से ज्यादा संवेदनशील स्थिति में पाएंगे।
इसके अलावा स्वास्थ्य के मुद्दे पर प्रति रोधक क्षमता में कमी के चलते और गर्मी से संबंधित समस्याएं होने की संभावना है।
उपाय: रोजाना 19 बार 'ॐ भास्कराय नमः' मंत्र का जाप करें।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए बुध पहले और दसवें घर का स्वामी है और नवम भाव में अस्त होने जा रहा है।
बुध वृषभ राशि में अस्त के प्रभाव स्वरूप आपको अपने मेहनती प्रयासों के बावजूद भाग्य में कमी या फिर गिरावट देखने को मिलने वाली है।
करियर के मोर्चे पर बात करें तो ऑनसाइट काम और बढ़ी हुई अंतरराष्ट्रीय यात्रा के नए अवसर आपको मिलने की आशंका है।
आर्थिक रूप से आप पर्याप्त धन अर्जित करने और अपनी बचत बढ़ाने में कामयाब रहेंगे।
रिश्ते के संदर्भ में भाग्य आपके पक्ष में नजर आएगा जिससे आपके साथी के साथ आपके रिश्ते भावनात्मक और मजबूत बनेंगे।
हालांकि स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाली पाचन संबंधित दिक्कतें हो सकती है। इनके प्रति सावधान रहें।
उपाय: शनिवार के दिन राहु ग्रह के लिए यज्ञ हवन करें।
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तुला राशि
तुला राशि के जातकों के लिए बुध नवम और बारहवें घर का स्वामी है और आपके अष्टम भाव में अस्त होने जा रहा है।
बुध वृषभ राशि में अस्त के प्रभाव स्वरूप आपके द्वारा की जा रही प्रगति के बावजूद आपको अपने जीवन में बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है।
करियर के लिहाज से बात करें तो आप खुद को काम के दबाव में और संभावित नौकरी में असुरक्षा का सामना करते हुए पाएंगे।
व्यापार के क्षेत्र में अचानक नुकसान और प्रतिस्पर्धा का खतरा बढ़ने वाला है।
आर्थिक तौर पर लापरवाही और असावधानी से नुकसान हो सकता है। इसके प्रति सावधान रहें।
बुध वृषभ राशि में अस्त के दौरान रिश्ते में अहंकार संबंधित परेशानियां खड़ी हो सकती है।
स्वास्थ्य की दृष्टि से बात करें तो संक्रमण के चलते आंखों में जलन आपको परेशान करने वाला है। इसके प्रति सावधान रहें।
उपाय: प्रतिदिन 11 बार 'ॐ श्री दुर्गाय नमः' मंत्र का जाप करें।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध अष्टम और ग्यारहवें घर का स्वामी है और आपके सप्तम भाव में अस्त होने जा रहा है।
बुध वृषभ राशि में अस्त के प्रभाव स्वरूप आप अपने दोस्तों और उनके द्वारा लाई गई सद्भावना खो सकते हैं। ऐसी स्थिति आपके दिमाग पर भारी भी पड़ सकती है।
पेशेवर रूप से बात करें तो काम का दबाव होने के चलते पद की हानि और मान्यता की कमी आपको उठानी पड़ सकती है।
इसी तरह आपके व्यावसायिक प्रयासों में फोकस की कमी के परिणाम स्वरुप आपको इस अवधि में कम मुनाफा मिलेगा।
आर्थिक रूप से बात करें तो इस अवधि में आपको लाभ और हानि दोनों मिलने वाली है।
रिश्ते के संदर्भ में आप अपने जीवन साथी के साथ और औसत बातचीत करेंगे और यह समय आपके लिए मध्यम ही साबित होगा।
स्वास्थ्य की दृष्टि से बात करें तो आपके दांत में दर्द और संक्रमण होने का खतरा बना हुआ है।
उपाय: रोजाना 27 बार 'ॐ मंगलाय नमः' मंत्र का जाप करें।
धनु राशि
धनु राशि के जातकों के लिए बुध सप्तम और दशम भाव का स्वामी है और आपके छठे घर में अस्त होने जा रहा है।
वृषभ राशि में बुध अस्त के प्रभाव स्वरूप आपको पाने रिश्ते में परेशानियाँ उठानी पड़ सकती है। इसके साथ ही नौकरी या व्यवसाय में भी बाधाएँ उठानी पड़ सकती है।
करियर के मोर्चे पर आपअपनी मौजूदा नौकरी बदलने का विचार कर सकते हैं।
अगर आप व्यवसाय के क्षेत्र से संबन्धित हैं तो आपको ना ही प्रॉफ़िट होगा ना ही इस अवधि में नुकसान उठाना पड़ेगा।
आर्थिक मोर्चे पर बात करें तो आपके खर्चे बढ़े रहने वाले हैं और ये बात आपको परेशान कर सकती है।
रिश्ते में आपको जीवनसाथी या पार्टनर के साथ अहम से संबन्धित परेशानियाँ हो सकती हैं।
अंत में बात करें स्वास्थ्य की तो आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता इस अवधि में अच्छी नहीं रहने वाली है, जिसके चलते आपको गले में दर्द या फ्लू इन्फ़ैकशन आदि होने की आशंका है।
उपाय: गुरुवार के दिन गुरु के लिए यज्ञ हवन करवाएँ।
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मकर राशि
मकर राशि के जातकों के लिए बुध छठे और नवम भाव का स्वामी है और आपके पांचवे घर में अस्त होने जा रहा है।
बुध वृषभ राशि में अस्त के प्रभाव स्वरूप आपके मन में भविष्य को लेकर असुरक्षा की भावना पैदा हो सकती है।
इस दौरान आपके करियर की प्रगति भी धीमी नजर आएगी और साथ ही काम की प्रगति भी धीमी रहने वाली है।
व्यवसाय के संदर्भ में स्टॉक ट्रेडिंग में शामिल होने से आपको मध्यम लाभ प्राप्त हो सकता है।
आर्थिक रूप से आपको व्यापारिक गतिविधियों के माध्यम से मध्यम आय प्राप्त होगी।
अपने रिश्ते के संदर्भ में आप प्यार का सार खो सकते हैं और इस तरह आपको अपने जीवनसाथी के साथ वैवाहिक जीवन में कलेश का सामना करना पड़ सकता है।
वहीं स्वास्थ्य की दृष्टि से आपको पैरों और जांघों में परेशानी का अनुभव होने का खतरा बना हुआ है।
उपाय: शनिवार के दिन भगवान रुद्र के लिए यज्ञ/हवन करें।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध पंचम और अष्टम भाव का स्वामी है और आपके चतुर्थ भाव में अस्त होने जा रहा है।
बुध वृषभ राशि में अस्त होने के प्रभाव स्वरूप आपके जीवन से आराम और पारिवारिक समस्याएं दोनों ही कम होने की आशंका है।
करियर के संदर्भ में आपके काम में आपको कम संतुष्टि प्राप्त होगी।
व्यवसाय के संदर्भ में बात करें तो इस अवधि में प्रतिस्पर्धा बढ़ने की उम्मीद है।
आर्थिक तौर पर आपके परिवार में अतिरिक्त खर्च हो सकते हैं।
अपने रिश्ते के संबंध में आपके परिवार में ऐसे मुद्दे उठाने पड़ सकते हैं जो आपके जीवन साथी के साथ आपके रिश्ते को चुनौती पूर्ण बना सकते हैं।
स्वास्थ्य की दृष्टि से बात करें तो आपको अपनी मां की भलाई के लिए धन संचित करने की आवश्यकता पड़ेगी।
उपाय: रोजाना 44 बार 'ॐ मांडाय नमः' मंत्र का जाप करें।
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के लिए बुध चतुर्थ और सप्तम भाव का स्वामी है और आपके तीसरे भाव में अस्त होने जा रहा है।
वृषभ राशि में बुध अस्त के प्रभाव स्वरूप आपके विकास और प्रगति में देरी का अनुभव आपको हो सकता है। साथ ही इस दौरान आप अपने जीवन में साहस की कमी भी महसूस करेंगे।
अपने करियर में आपको काम के लिए यात्राएं करनी पड़ सकती हैं। फिर चाहे आपको यह यात्राएं अच्छी लगे या बुरी। आपको इन पर जाना ही पड़ेगा।
आर्थिक रूप से आपको इन यात्राओं के दौरान संभवत लापरवाही के चलते नुकसान उठाना पड़ सकता है।
व्यापार के मामले में बात करें तो आपका फोकस कम होने से आपको कम लाभ प्राप्त होगा।
अपने रिश्ते में आपको अपने साथी के साथ कुछ अशांति का सामना करना पड़ सकता है।
स्वास्थ्य की दृष्टि से आपको आंखों में दर्द का अनुभव हो सकता है जो आपके लिए परेशानी की वजह बनेगा।
उपाय: गुरुवार के दिन ब्राह्मणों को भोजन दान करें।
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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
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प्रश्न 1: अस्त बुध के लक्षण क्या होते हैं?
उत्तर: बुध अस्त के दौरान संचार, बुद्धि और विश्लेषणात्मक क्षमताएं सबसे ज्यादा प्रभावित नजर आती हैं।
प्रश्न 2: ज्योतिष में बुध की क्या भूमिका है?
उत्तर: बुध मानसिक क्षमताओं, सीखने, भाषण और लेखन पर शासन करता है। यह देवताओं के दूत के रूप में भी काम करता है जो जिज्ञासा, अनुकूलनशीलता और हास्य की भावना का प्रतीक है।
प्रश्न 3: किन प्रसिद्ध हस्तियों का बुध वृषभ राशि में है?
उत्तर: मॉर्गन फ्रीमैन केंड्रिक लैमर, डेविड टेनेंट, सिलियन मर्फी, हेनरी कैविल, आदि।