बुध मेष राशि में अस्त (18 मई, 2025)
वर्तमान में बुध ग्रह मेष राशि में गोचर कर रहे हैं लेकिन अब 18 मई, 2025 को रात्रि 12 बजकर 13 मिनट पर बुध मेष राशि में अस्त होने जा रहे हैं। अस्त होने का मतलब है कि ग्रह दुर्बल हो जाता है और अपनी शक्तियां खो देता है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार इस समय बुध अपना संपूर्ण प्रभाव देने में असमर्थ हो जाएंगे।

एस्ट्रोसेज एआई के इस आर्टिकल में हम आपको बताने जा रहे हैं कि बुध मेष राशि में अस्त होने का सभी राशियों के जीवन, संचार कौशल, निर्णय लेने की क्षमता और रिश्तों आदि पर क्या प्रभाव पड़ेगा। इसके साथ ही बुध के अशुभ प्रभाव को कम करने और उसके शुभ प्रभाव को बढ़ाने के लिए राशि अनुसार उपायों के बारे में भी जानेंगे। इन उपायों की सहायता से आप बुध अस्त की समयावधि को आसानी से पार कर पाएंगे और उसका अधिक से अधिक लाभ उठा सकेंगे। तो चलिए अब आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि बुध मेष राशि में अस्त होने पर सभी राशियों को किस तरह से प्रभावित करेंगे।
Read Here In English: Mercury Combust in Aries
विद्वान ज्योतिषियों से फोन पर बात करें और जानेंबुध मेष राशि में अस्त का अपने जीवन पर प्रभाव
बुध मेष राशि में अस्त:राशि अनुसार प्रभाव और उपाय
मेष राशि
मेष राशि के पहले भाव में इस समय बुध गोचर कर रहे हैं और अब वो जल्द ही इसी राशि में अस्त होने वाले हैं। आपके लग्न भाव के स्वामी के साथ संबंध होने और आपके तीसरे एवं छठे भाव के स्वामी होने के कारण बुध को आपके लिए शुभ ग्रह नहीं माना जाता है। इससे अब मेष राशि में बुध अस्त होने पर आपको मिलेजुले परिणाम मिलने की उम्मीद है। अगर आप सेल्स, मीडिया, मार्केटिंग के क्षेत्र में काम करते हैं, तो आपको अपने कार्यों में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। बुध के आपके पहले भाव में अस्त होने की वजह से आपको अपने विचारों को व्यक्त करने और दूसरों से बात करने में कठिनाई हो सकती है। जो लोग संचार और कला के क्षेत्र में काम करते हैं, उन सभी जातकों के लिए यह एक बड़ी समस्या बन सकती है।
शिक्षा, रोमांटिक संबंध और संतान के प्रति जिम्मेदारियों की वजह से आपको अपने शौक पूरे करने या करीबी दोस्तों, पड़ोसियों, छोटे भाई-बहनों के साथ समय बिताने में दिक्कत हो सकती है जिससे रिश्तों में खटास आ सकती है। आपके छठे भाव के स्वामी यानी बुध का अस्त होना रोग, लोन और अपने शत्रुओं एवं प्रतिद्वंदियों का सामना करने को लेकर होने वाली चिंता को कम कर सकता है।
हालांकि, यह समय प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए अनुकूल नहीं है क्योंकि बुध के अस्त होने से उनकी एकाग्रता और विश्लेष्णात्मक कौशल प्रभावित हो सकते हैं। इसके साथ ही बुध की दृष्टि का प्रभाव कमज़ोर हो जाने के कारण सातवें भाव से संबंधित साझेदारियों और वैवाहिक संबंधों में कोई विशेष लाभ नहीं मिलने वाला है।
उपाय: आप नियमित रूप से बुध के बीज मंत्र का जाप करें।
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वृषभ राशि
वृषभ राशि के दूसरे और पांचवे भाव के स्वामी बुध ग्रह हैं जो कि इस समय आपके बारहवें भाव में मौजूद हैं। अब बुध आपके बारहवें भाव में अस्त होने जा रहे हैं जिससे आपके खर्चे नियंत्रण में रहेंगे। लेकिन इसके साथ ही आपके दूसरे भाव का स्वामी भी अस्त हो रहा है जिसका मतलब है कि आपकी बचत में कमी आ सकती है या घर की जिम्मेदारियों की वजह से आपको पैसों की बचत करने में कठिनाई हो सकती है।
जो जातक पहले से ही स्टॉक मार्केट में निवेश कर चुके हैं या रोज़ ट्रेडिंग करते हैं, उन्हें बुध मेष राशि में अस्त होने के दौरान सावधान रहने की सलाह दी जाती है क्योंकि आपका पंचमेष आपके बारहवें भाव में गोचर करने जा रहा है। आपके जीवनसाथी को चिंता या तंत्रिका से संबंधित अन्य समस्याएं हो सकती हैं इसलिए आपको उनकी सेहत को लेकर सतर्क रहना चाहिए। आपको उनकी दवाओं या इलाज पर पैसा खर्च करना पड़ सकता है। करियर की बात करें, तो मल्टीनेशनल कंपनी, अस्पताल या आयात-निर्यात करने वाली कंपनियों में काम करने वाले जातकों को इस समयावधि में सफलता मिलेगी।
उपाय: आप भगवान गणेश की पूजा करें और उन्हें दूर्वा चढ़ाएं।
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मिथुन राशि
मिथुन राशि के पहले भाव और चौथे भाव के स्वामी ग्रह बुध हैं और अब वह इस राशि के ग्यारहवें भाव में मौजूद हैं और इसी भाव में अस्त होने जा रहे हैं। बुध मेष राशि में अस्त होने के दौरान मिथुन राशि के जातक आक्रामक तरीके से बात करने की वजह से परेशानी में फंस सकते हैं। आपको इस समयावधि में विनम्र रहने की सलाह दी जाती है।
आपकी सेहत में भी गिरावट देखने को मिल सकती है या फिर आप अपने भाई-बहनों और चचेरे भाई-बहनों को प्राथमिकता देंगे और अपनी ज़रूरतों को अनदेखा कर देंगे। इस समय आपकी मां की सेहत भी प्रभावित हो सकती है। आप उनकी नियमित जांच ज़रूर करवाएं। आपको घरेलू जीवन में भी कुछ छिपी हुई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। यदि आप सही से निवेश नहीं करते हैं, तो इस समय आपकी आर्थिक स्थिति भी प्रभावित हो सकती है।
अत: आप इस समय निवेश करने से बचें। बुध आपके ग्यारहवें भाव में अस्त होने जा रहे हैं जिससे कुछ जातकों को सामाजिक संबंधों में परेशानियां आ सकती हैं। अस्त होने के कारण बुध अपनी दृष्टि से जीवन के अन्य क्षेत्रों को प्रभावित करने की क्षमता खो देता है। इस वजह से आपको पांचवे भाव यानी शिक्षा, संतान और रोमांटिक संबंधों के मामले में लाभ नहीं मिल पाएगा।
उपाय: आप बुधवार के दिन सोने या चांदी की अंगूठी में 5 से 6 कैरेट की पन्ना रत्न की अंगूठी पहनें। इससे आपको अनुकूल परिणाम प्राप्त होंगे।
कर्क राशि
कर्क राशि के तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी बुध ग्रह हैं जो कि अब इस राशि के दसवें भाव में उपस्थित हैं और इसी भाव में अस्त होने जा रहे हैं। कर्क राशि के जातकों के लिए बुध मेष राशि में अस्त होना मिलेजुले परिणाम दे सकता है। इस समय आपके खर्चे और नुकसान दोनों ही नियंत्रण में रहेंगे और आप पैसों की बचत करने पर ध्यान दे पाएंगे। लेकिन वहीं दूसरी ओर, पारिवारिक जिम्मेदारियों के चलते आपको अपनी यात्राओं और शौक को टालना पड़ सकता है। इसकी वजह से इस समय आपके साहस और आत्मविश्वास में कमी आने की आशंका है।
आपको अपने विचारों को व्यक्त करने और दूसरों से बात करने में भी दिक्कत आ सकती है। ऐसे में इस राशि वाले लोगों को अपने करियर को लेकर सतर्क रहना चाहिए। इन्हें गलतफहमियों, कागज़ी समस्याओं आदि जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। इन समस्याओं से बचने के लिए आपको इस समय बातचीत करने के दौरान अधिक सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। आप बुध के अस्त होने की समयावधि का लाभ करियर के क्षेत्र में प्रगति करने के लिए उठा सकते हैं।अस्त होने के कारण बुध अपनी दृष्टि से जीवन के अन्य क्षेत्रों को प्रभावित करने की क्षमता खो देता है। आपको चौथे भाव से संबंधित समस्याओं जैसे कि मां का सहयोग मिलना और घर-परिवार में संतुष्टि का एहसास होना, आदि में कोई सुधार देखने को नहीं मिलेगा।
उपाय: आप अपने घर और ऑफिस में बुध यंत्र की स्थापना करें।
सिंह राशि
सिंह राशि के दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी बुध ग्रह हैं यानी यह आपके लिए धन और लाभ का खजाना हैं। अब वह आपके नौवें भाव में पहले से ही मौजूद हैं और अब इसी भाव में अस्त होने जा रहे है। चूंकि, बुध सिंह राशि के लिए धन का कारक हैं इसलिए उनका अस्त होना आपकी वित्तीय स्थिति के लिए अनुकूल साबित नहीं होगा। आपको अपनी आर्थिक स्थिति को लेकर चिंता हो सकती है। साथ ही वित्तीय निवेश से संबंधित कोई निर्णय लेने के लिए भी यह समय अनुकूल नहीं है।
इसके अलावा बुध मेष राशि में अस्त होने के दौरान आपको अपने परिवार और दोस्तों के साथ अहंकार से संबंधित समस्यांए देखने को मिल सकती हैं। आप उन पर हावी होने की कोशिश करेंगे और उनकी सलाह सुनेंगे तक नहीं जिससे उनके साथ आपके रिश्ते खराब हो सकते हैं। बुध आपके नौवें भाव में अस्त हो रहे हैं इसलिए जो छात्र प्रोफेशनल कोर्स में दाखिला लेने या उच्च शिक्षा लेने के बारे में सोच रहे हैं, उन्हें अपने विकल्पों के बारे में दोबारा सोचने और सही निर्णय लेने के लिए गहराई से सोच-विचार करने की सलाह दी जाती है।
अपने बड़ों और परिवार के सदस्यों से बात करते समय सावधान रहें क्योंकि आपकी कटाक्ष भरी बातें उन्हें नाराज़ कर सकती हैं।अस्त होने के कारण बुध अपनी दृष्टि से प्रभावित करने की क्षमता खो देता है। ऐसे में आपको तीसरे भाव से संबंधित मामलों जैसे कि छोटे भाई-बहनों का सहयोग, साहस और प्रतिबद्धता आदि में कोई विशेष लाभ नहीं मिलेगा।
उपाय: आप अपने पिता को कोई हरे रंग की वस्तु उपहार में दें।
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कन्या राशि
कन्या राशि के लग्न भाव के स्वामी यानी बुध और उनके दसवें भाव का स्वामी अब उनके आठवें भाव में अस्त होने जा रहा है। आपके लग्न भाव के स्वामी के अस्त होने की वजह से आप थका हुआ या बीमार महसूस कर सकते हें। इसलिए आपको कुछ दिन छुट्टी लेकर आराम करने की सलाह दी जाती है।
चूंकि, बुध आपके दसवें भाव का भी स्वामी हैं इसलिए आप अपने पेशेवर जीवन को लेकर संतुष्ट महसूस नहीं कर पाएंगे और आपको कई चुनौतियां एवं नुकसान देखने को मिल सकता है इसलिए बुध मेष राशि में अस्त होने के दौरान बिज़नेस से जुड़ा कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय लेने से बचें। इसके अलावा बुध आपके आठवें भाव में अस्त होने जा रहे हैं इसलिए आपको अचानक स्वास्थ्य समस्याएं या त्वचा का संक्रमण होने की भी आशंका है। अपने शरीर की साफ-सफाई और खानपान पर ध्यान दें।
इस समय गलतफहमियों के कारण आपको अपने ससुराल वालों के साथ रिश्ता खराब हो सकता है इसलिए आपको इस मामले में सावधान रहने और किसी भी बहस या मतभेद से दूर रहना चाहिए। अस्त होने के कारण बुध अपनी दृष्टि से प्रभावित करने की क्षमता खो देता है इसलिए आपको दूसरे भाव से संबंधित मामलों जैसे कि बचत या पारिवारिक सहयोग में कोई विशेष लाभ नहीं मिलेगा।
उपाय: आप किन्नरों का आदर करें और यदि संभव हो, तो उन्हें हरे रंग के वस्त्र दें एवं उनका आशीर्वाद लें।
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तुला राशि
तुला राशि के नौवें और बारहवें भाव के स्वामी बुध ग्रह हैं और इस समय वह आपके सातवें भाव में मौजूद हैं। बुध आपके सातवें भाव में ही अस्त होने जा रहे हैं। इस दौरान आपको मिलेजुले परिणाम मिलने के संकेत हैं। आपके खर्चे और नुकसान दोनों नियंत्रण में रहेंगे और आप अपने निवेश को बढ़ाने पर ध्यान देंगे। वहीं दूसरी ओर, नौवें भाव के स्वामी का अस्त होना आपके भाग्य में कमी ला सकता है। आप नैतिक मूल्यों से ज्यादा धन लाभ को प्राथमिकता देंगे। बुध मेष राशि में अस्त होने के दौरान आपको अपने पिता की सेहत का ख्यान रखने की सलाह दी जाती है।
इसके अलावा आपको अपने पिता, बड़े भाई-बहन या मामा के साथ बात करते समय कठिनाई हो सकती है। पार्टनरशिप में बिज़नेस शुरू करने के लिए यह समय अनुकूल नहीं है। अगर आप ऐसा करने की सोच रहे हैं, तो इसे कुछ समय के लिए टाल दें और यदि ऐसा संभव न हो पाए, तो दस्तावेज़ों की पूरी तरह से जांच-पड़ताल करने के बाद ही आगे बढ़ें। आपको अपने जीवनसाथी के स्वास्थ्य का खास ख्याल रखना है। काम के दबाव और कार्यक्षेत्र में आपके द्वारा किए जा रहे प्रयासों की वजह से आपका रिश्ता और वैवाहिक जीवन प्रभावित हो सकता है।
आप चीज़ों को संतुलित करने का प्रयास करें और अपने पार्टनर के साथ बैठकर बात करने के लिए समय निकालें। चूंकि, बुध अस्त है इसलिए इसकी दृष्टि से आपके पहले भाव पर सकारात्मक असर नहीं पड़ रहा है। हालांकि, आपको स्वस्थ जीवनशैली बनाए रखने और संतुलित आहार अपनाने की सलाह दी जाती है।
उपाय: आप अपने बेडरूम में इंडोर प्लांट्स लगाएं और उनकी देखभाल करें।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के आठवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी बुध ग्रह हैं और फिलहाल वह आपके छठे भाव में उपस्थित हैं। अब बुध आपके छठे भाव में ही अस्त होने जा रहे हैं। इस राशि वालों के लिए ग्यारहवें भाव के स्वामी का अस्त होना निवेश और वित्तीय विकास के लिए अनुकूल नहीं रहने वाला है। आप अपन करियर और बिज़नेस के क्षेत्र में प्रगति करने के लिए काफी पैसा खर्च कर सकते हैं। आप किसी भी आर्थिक मुद्दे को लेकर जल्दबाज़ी न करें।
अष्टमेश का अस्त होना जीवन में अनिश्चितताओं को कम कर सकता है। यह वर्तमान में छठे भाव में अस्त हो रहा है। इस वजह से बुध मेष राशि में अस्त होने पर आपकी वित्तीय स्थिति थोड़ी खराब रह सकती है। कुछ स्वास्थ्य समस्याओं की वजह से आपके खर्चों में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है और ऑनलाइन लेन-देन या कागज़ी कार्यवाही के दौरान आपके साथ धोखाधड़ी होने की भी आशंका है।
इसके अलावा आपको बहस करने से भी बचना चाहिए क्योंकि इस दौरान आप वाद-विवाद में फंस सकते हैं। चूंकि, बुध मेष राशि में अस्त हो रहे हैं, इसलिए बुध अपनी दृष्टि से आपके बारहवें भाव को प्रभावित नहीं कर पाएंगे। यह समय लाभकारी है क्योंकि इस दौरान आपके अप्रत्याशित खर्चे नियंत्रण में रहेंगे। हालांकि, आपको फिर भी सावधान रहना चाहिए क्योंकि आपको इस समयावधि में वित्तीय नुकसान होने के संकेत हैं।
उपाय: आप रोज़ गाय को हरा चारा खिलाएं।
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धनु राशि
धनु राशि के सातवें और आठवें भाव के स्वामी बुध ग्रह इस राशि के पांचवे भाव में मौजूद हैं और अब वह आपके पंचम भाव में अस्त होने जा रहे हैं। बुध आपके दसवें भाव के स्वामी हैं इसलिए बुध मेष राशि में अस्त होने के दौरान आप अपने करियर को लेकर असंतुष्टि महसूस कर सकते हैं और आपको चुनौतियों या नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। आपको इस समयावधि में बिज़नेस को लेकर कोई भी महत्वपूर्ण फैसला लेने से बचना चाहिए।
रोमांस के मामले में बुध आपके सातवें भाव का स्वामी है जिससे आपको अपने जीवनसाथी की सेहत पर ध्यान देने की ज़रूरत है। इसके अलावा आपके ऊपर काम का दबाव भी बढ़ सकता है एवं कार्यक्षेत्र में अधिक मेहनत करने की वजह से आपके रिश्ते या वैवाहिक जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। आप अपने पार्टनर के साथ बात करने के लिए समय निकालकर अपने करियर और निजी जीवन के बीच संतुलन बना सकते हैं।
चूंकि, बुध पांचवे भाव में अस्त हो रहा है इसलिए इसका प्रभाव शिक्षा, रचनात्मकता और प्रेम जीवन को कमज़ोर बना सकता है। आपके आत्मविश्वास में कमी आने की आशंका है एवं आप उलझन में पड़ सकते हैं। जो छात्र प्लेसमेंट की उम्मीद कर रहे हैं, वे देरी होने के कारण हताश हो सकते हैं। आप धैर्य रखें क्योंकि समय के साथ स्थिति बेहतर होती चली जाएगी। अस्त होने से बुध की अपनी दृष्टि से ग्यारहवें भाव को प्रभावित करने की क्षमता कमजोर हो जाती है। इससे आपको अपने सामाजिक दायरे में आने वाले लोगों और बड़े भाई-बहनों का सहयोग कम मिल सकता है जिससे इस समयावधि में आपको अपने लक्ष्यों और इच्छाओं को पूरा करने में दिक्कत हो सकती है।
उपाय: गरीब बच्चों और छात्रों को किताबें दें।
मकर राशि
मकर राशि के छठे और नौवें भाव का स्वामी बुध ग्रह है। इस समय बुध आपके चौथे भाव में विराजमान हैं और अब वह इसी राशि में अस्त होने जा रहे हैं। इस दौरान आपको अपने माता-पिता की सेहत पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि उन्हें कुछ स्वास्थ्य समस्याएं होने की आशंका है। वाहन को क्षति पहुंचने या अन्य किसी समस्या के कारण आपका अधिक खर्चा हो सकता है। यदि आप विदेश यात्रा करने के बारे में सोच रहे हैं, तो कागज़ी कार्यवाही और अन्य औपचारिकताओं को लेकर सावधान रहें क्योंकि लापरवाही की वजह से देरी या आर्थिक नुकसान हो सकता है। मकर राशि के लिए बुध का छठे भाव का स्वामी होकर अस्त होना, बीमारियों, लोन और शत्रुओं या प्रतिद्वंदियों के साथ मतभेद जैसी समस्याओं को दबा सकता है जो कि एक सकारात्मक संकेत है। हालांकि, प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए यह अनुकूल समय नहीं है क्योंकि इस समय उनकी एकाग्रता और प्रदशर्न प्रभावित हो सकता है।
इसके अलावा, चूंकि बुध आपके नौवें भाव के स्वामी हैं इसलिए उनके अस्त होने पर आपको ऐसा लग सकता है जैसे भाग्य आपका साथ नहीं दे रहा है। ऐसा इसलिए है क्योंकि आप आध्यात्मिक विकास के बजाय धन लाभ को प्राथमिकता दे सकते हैं। बुध मेष राशि में अस्त होने के दौरान आपको अपने पिता की सेहत का खास ख्याल रखने की ज़रूरत है। अस्त होने के कारण बुध अपनी दृष्टि से दसवें भाव को प्रभावित नहीं कर पाएंगे जिससे आपको दशम भाव से संबंधित मामलों जैसे कि करियर और प्रतिष्ठा को लेकर कोई महत्वपूर्ण लाभ नहीं मिलेगा।
उपाय: आप नियमित रूप से तुलसी के पौधे की पूजा करें और तेल का दीपक जलाएं।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के पांचवे और आठवें भाव के स्वामी बुध ग्रह हैं जो कि इस समय तीसरे भाव में अस्त होने जा रहे हैं। आपकी यात्रा अचानक से आखिरी मिनट पर रद्द हो सकती है। आप अपने छोटे भाई-बहन के साथ किसी भी तरह की असहमति से बचने की कोशिश करें क्योंकि यह झगड़े का रूप ले सकती है। इसके अलावा अगर आप लेखक के रूप में कार्य करते हैं, तो इस समय आपकी एकाग्रता में कमी आने के संकेत हैं। इसलिए आप अपने डिवाइस को लेकर बैकअप रखें ताकि तकनीकी गड़बड़ी के दौरान नुकसान से बचा जा सके।
अष्टमेश के अस्त होने से आपके जीवन की समस्याएं नियंत्रण में रहेंगी। जो जातक स्टॉक मार्केट में बड़ा निवेश कर चुके हैं या रोज़ ट्रेडिंग करते हैं, उन्हें बुध मेष राशि में अस्त होने के दौरान ब्रेक लेने की सलाह दी जाती है क्योंकि इस समय इन कार्यों में लिप्त रहने से उनकी आर्थिक स्थिति के खराब होने का डर है। बुध के पंचमेश होकर अस्त होने से आपको संतान से संबंधित चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है और जो लोग प्रेम संबंध में हैं, उन्हें विवाह को लेकर अपने साथी की ओर से दबाव मिल सकता है। कुंभ राशि के छात्रों पर पढ़ाई का दबाव भी बढ़ सकता है।
इसके अलावा चूंकि, बुध अस्त हो रहा है इसलिए वह अपनी दृष्टि से नवम भाव को सकारात्मक प्रभाव देने में असमर्थ है। इसलिए आपको इस समयावधि में अपने पिता, गुरु या मार्गदर्शक का अधिक सहयोग नहीं मिल पाएगा।
उपाय: अपने चचेरे या छोटे भाई-बहनों को उपहार दें।
मीन राशि
बुध आपके चौथे और सातवें भाव के स्वामी हैं और अब वह आपके दूसरे भाव में अस्त होने जा रहे हैं। बुध मेष राशि में अस्त होने का समय आपके लिए ज्यादा अनुकूल नहीं रहने वाला है। यदि आप किसी वित्तीय लाभ की उम्मीद कर रहे हैं, तो उसमें देरी हो सकती है। यदि आप कुछ नया शुरू करने की सोच रहे हैं जैसे कि पार्टनरशिप में बिज़नेस शुरू करना चाहते हैं, तो आपको अपने इस फैसले को कुछ समय के लिए टाल देना चाहिए। अपने जीवनसाथी की सेहत पर ध्यान दें। बातचीत करते समय अपने शब्दों का सावधानी से प्रयोग करें क्योंकि इससे गलतफहमी और विवाद हो सकता है। काम का बढ़ता दबाव और पेशेवर जिम्मेदारियां आपके रिश्ते और वैवाहिक जीवन पर भारी पड़ सकती हैं। आप अपने पार्टनर से खुलकर बातचीत कर के अपने करियर और निजी जीवन के बीच संतुलन बना सकते हैं।
इस समयावधि में मां का स्वास्थ्य भी चिंता का कारण बन सकता है इसलिए आप उनका नियमित मेडिकल चेकअप करवाते रहें। इसके अलावा कुछ चीज़ें घर की सुख-शांति को भंग कर सकती हैं। आपको इन पर ध्यान देने की ज़रूरत है। सेहत के मामले में आप त्वचा की देखभाल और साफ-सफाई का ध्यान रखें। इन चीज़ों को अनदेखा करने की वजह से आपको एलर्जी से संबंधित समस्यांए हो सकती हैं इसलिए पहले से ही सावधानी बरतना बेहतर रहेगा।
उपाय: आप रोज़ तुलसी के पौधे को पानी दें और एक तुलसी के पत्ते का सेवन करें।
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हम आशा करते हैं कि आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा। एस्ट्रोसेज के साथ जुड़े रहने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद!
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. बुध मेष राशि में अस्त का क्या मतलब है?
सूर्य के नज़दीक होने के कारण बुध अपनी शक्ति खो देगा।
2. बुध के अस्त होने का संचार पर कैसे प्रभाव पड़ता है?
इससे गलतफहमियां, देरी और बात का गलत मतलब निकालने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
3. बुध के अस्त होने पर क्या उपाय करें?
सकारात्मक परिणाम प्राप्त करने के लिए आप नियमित रूप से बुध के बीज मंत्र का जाप करें।