सिंह राशि
सिंह राशि की विशेषताएँ

सिंह, राशि चक्र में पंचम राशि है जिसका स्वामी सूर्य है। सिंह राशि के जातकों का प्रेम एक जगह केन्द्रित एवं बेहद सराहनीय होता है। जन्म से ही इनके स्वभाव में नेतृत्व क्षमता का गुण होता है। ये साहसी, दृढ़-निश्चयी एवं शाही अंदाज़ वाले होते हैं। ये अपने हाव-भाव से दूसरे लोगों पर अपना प्रभाव छोड़ते हैं। इनका व्यक्तित्व बेहद जोशीला एवं आकर्षक होता है। स्वभाव से ये अधिक बोलने वाले होते हैं, हालाँकि अपने शब्दों का चयन ये बड़ी समझदारी के साथ करते हैं। अपने प्रियमत के लिए ये बेहद रोमांटिक पार्टनर होते हैं।
सिंह राशि के जातकों का अनोखा अंदाज़ विपरीत लिंग के लोगों को बहुत आकर्षित करता है। एक मित्र के रूप में ये सच्चे साथी होते हैं। इनके जीने का अंदाज़ एक राजा की तरह होता है। ये स्वभाव से ईमानदार होते हैं और दूसरों की सफलता से इन्हें जलन नहीं होती है। इनकी अपेक्षाएँ दूसरों की बजाय ख़ुद से ज़्यादा होती है। काम करते समय ये कभी-कभार ज़्यादा उत्सुक दिखाई देते हैं। ये जातक अति आशावादी, परोपकारी एवं दयालु होते हैं।
सिंह राशि का स्वास्थ्य
सिंह लग्न के स्वामी होने के कारण आपको हृदय सम्बन्धी समस्या खासकर धमनियों में खून का थक्का जमने से दिल का दौरा पड़ने की संभावना जैसे रोग होने का खतरा बन रहा है। पीठ में दर्द, फेंफडे संबधी समस्याएं, रीढ की हड्डी से जुडी हुई समस्याएं, बुखार, जलन, पसली आदि की समस्या आमतौर पर हो सकती हैं। तथा मानसिक तनाव से आपके हृदय को नुकसान पहुंच सकता है और कभी कभी आंखों के विकार भी हो सकते हैं।
सिंह राशि का स्वभाव व व्यक्तित्व
आपकी लग्न के लोग गतिशील और आकर्षक व्यक्तित्व के मालिक होते हैं। तथा आपके महत्वाकांक्षी, साहसी, मजबूत इच्छाशक्ति, सकारात्मक, स्वतंत्र और आत्म विश्वास से ओतप्रोत होने की संभावनाएं बन रही हैं। आपका स्वभाव खरी खरी बात करने का सकता है और आपको अच्छी तरह पता होता है कि आपको क्या चाहिए और आप उसे पाने के लिए पूरे मन और रचनात्मक तरीके से उसे पूरा करते हैं। हालांकि आप गुस्सैल और कभी कभी किसी बात पर दुखी होने पर आक्रामक होने की प्रवृति रखने वाले भी हो सकते है। आप निजी आक्षेप के प्रति काफी संवेदनशील होते है और जब आपके आदर्शों की आलोचना होती है तो आप काफी गुस्से में आ जाते हैं। आप स्वभाव से जिद्दी हो सकते है और इस बात में यकीन करते हो कि आपके द्वारा उठाया गया कदम सही है। वह सही या गलत हो आप अंत समय तक उसपर अड़े रहते हैं। आपके मानवीय गुणों से संपन्न होने की संभावना बन रही हैं। आपकी लग्न के लोग सहज, खुश रहने वाले बुद्धिमान और खुले विचार वाले होते हैं। तथा आप धर्म में रूढ़िवादी सिद्धांतों का पालन करते है लेकिन दूसरे के उपदेशों के प्रति संवदेनशील भी होते हैं।
सिंह राशि का शारीरिक रूप-रंग
सिंह लग्न के लोग करिश्माई व्यक्तित्व के मालिक होते हैं और आपके व्यक्तित्व से लोग काफी आकर्षित होते हैं। व्यक्तित्व के मुकाबले शारीरिक बनावट के मामले में वे उतने भाग्यशाली नहीं होते, आप औसत ऊचाई वाले और शरीर का उपरी हिस्सा बेहतर बनावट वाला होता है। आपकी लग्न के लोगों की आँखे हल्की पीली और चेहरा अंडाकार होता हैं। आपकी लग्न के पुरूष या महिला भले ही नियंत्रित दिखे लेकिन आसानी से उन्हें मनाया जा सकता है। जोश और जूनुन आपमें आम होती है।
दैनिक सिंह राशिफल
सिंह राशिफल 2025
एस्ट्रोसेज मोबाइल पर सभी मोबाइल ऍप्स
एस्ट्रोसेज टीवी सब्सक्राइब
ज्योतिष पत्रिका
- बुध का सिंह राशि में गोचर, बदल देगा देश-दुनिया की दिशा; राशियों पर भी पड़ेगा प्रभाव!
- जानें कब है गणेश चतुर्थी 2025? राशि अनुसार उपायों से मिलेगा हर समस्या से छुटकारा!
- बुध कर्क राशि में अस्त: राशि सहित देश-दुनिया पर पड़ेगा शुभ व अशुभ प्रभाव
- हरतालिका तीज 2025 पर राशि अनुसार करें दान, पति-पत्नी में बढ़ेगा प्यार!
- सितंबर 2025 में श्राद्ध के साथ-साथ नवरात्रि की होगी शुरुआत, सूर्य ग्रहण भी लगेगा !
- गणेश चतुर्थी 2025 पर होगी ऑफर्स की बरसात, मनाएं ये त्योहार एस्ट्रोसेज एआई के साथ!
- अगस्त के इस सप्ताह भगवान गणेश आएंगे भक्तों के घर, सुख-समृद्धि का मिलेगा आशीर्वाद!
- टैरो साप्ताहिक राशिफल : 24 से 30 अगस्त, 2025, जानें पूरे सप्ताह का हाल!
- अंक ज्योतिष साप्ताहिक राशिफल: 24 से 30 अगस्त, 2025
- इस भाद्रपद अमावस्या 2025 पर खुलेंगे भाग्य के द्वार, जानिए क्या करें, क्या न करें
- परिवर्तिनी एकादशी (सितंबर 3, 2025)
- प्रदोष व्रत (शुक्ल) (सितंबर 5, 2025)
- ओणम/थिरुवोणम (सितंबर 5, 2025)
- अनंत चतुर्दशी (सितंबर 6, 2025)
- भाद्रपद पूर्णिमा व्रत (सितंबर 7, 2025)
- संकष्टी चतुर्थी (सितंबर 10, 2025)
- इन्दिरा एकादशी (सितंबर 17, 2025)
- कन्या संक्रांति (सितंबर 17, 2025)
- मासिक शिवरात्रि (सितंबर 19, 2025)
- प्रदोष व्रत (कृष्ण) (सितंबर 19, 2025)
- अश्विन अमावस्या (सितंबर 21, 2025)
- शरद नवरात्रि (सितंबर 22, 2025)
- घटस्थापना (सितंबर 22, 2025)
- कल्परम्भ (सितंबर 28, 2025)
- नवपत्रिका पूजा (सितंबर 29, 2025)