स्वभाव और कारकत्व (भाग-एक ): ज्योतिष सीखें (भाग-3)
ज्योतिष के 2 मिनट कोर्स में फिर से आपका स्वागत है। अब समझेंगें ग्रहों के कारकत्व और स्वाभाव के बारे में। ग्रहों को ज्योतिष मैं जीव की तरह माना जाता है। ग्रहों का एक 'स्वाभाव' होता है और 'कारकत्व' भी होता है। कारकत्व मतलब प्रभाव क्षेत्र। दुनिया कि सभी वस्तुओं को नौ ग्रहों के अन्तर्गत रखा गया है। कुछ मुख्य मुख्य कारकत्व की चर्चा करेंगे।
सूर्य का कारकत्व है - राजा, पिता, तांबा, हृदय आदि ।
उदाहरण के तौर पर अगर किसी की कुण्डली में सूर्य खराब है तो पिता, हृदय आदि कारकत्व प्रभावित होंगे। दूसरे शब्दों में व्यक्ति को पिता का प्रेम नहीं मिलेगा, हृदय रोग होंगे आदि।
कारकत्व के अलावा ग्रहों के स्वाभाव को जानना भी जरूरी है।
सूर्य का स्वाभाव है - लाल रंग, पुरुष, क्षत्रिय जाति, पाप ग्रह, सत्वगुण प्रधान, अग्नि तत्व, पित्त प्रकृति।
मान लीजिए कि किसी का लग्न में सूर्य है तो सूर्य का क्षत्रिय स्वाभाव होने से वह आक्रामक होगा। सूर्य का पुरुष स्वाभाव है उदाहरण के तौर पर अगर किसी स्त्री की कुण्डली में सूर्य लग्न में हो तो वह पुरुषों की तरह आक्रामक और आजाद ख्याल की होगी।
उम्मीद है कि अब आप ग्रहों के कारकत्व और स्वाभाव में फरक समझ गए होंगे। सूर्य के बारे में हमने जान लिया है अब चन्द्र के बारे में जानते हैं।
स्त्री, वैश्य जाति, सौम्य ग्रह, सत्वगुण, जल तत्व, वात कफ प्रकृति आदि चंद्र का स्वाभाव है।
सफेद रंग, माता, मन, चांदी, चावल आदि पर चंद्र अपना प्रभाव रखता है।
लग्न में चन्द्र हों तो व्यक्ति में स्त्री सदृश गुण हो सकते हैं। यदि चंद्र खराब हो तो चंद्र के कारकत्व जैसे माता का सुख नहीं मिलेगा।
इस वीडियो में इतना ही। नमस्कार।
एस्ट्रोसेज मोबाइल पर सभी मोबाइल ऍप्स
एस्ट्रोसेज टीवी सब्सक्राइब
ज्योतिष पत्रिका
- टैरो साप्ताहिक राशिफल (16 मार्च से 22 मार्च, 2025): इन राशियों को रहना होगा सावधान
- अंक ज्योतिष साप्ताहिक राशिफल: 16 मार्च से 22 मार्च, 2025
- मीन राशि में वक्री बुध इन राशि वालों की छीन सकता है नौकरी, जानें कौन सी हैं वह राशियां!
- गुरु की राशि में आएंगे सूर्य, इन राशियों की बदल सकती है किस्मत; धन-संपदा का मिलेगा आशीर्वाद!
- होली 2025 पर बनेंगे 4 बेहद शुभ योग, राशि अनुसार लगाएं ये रंग; धन-समृद्धि की होगी वर्षा!
- होली के शुभ दिन लगने जा रहा है साल का पहला चंद्र ग्रहण, जानें अपने जीवन पर इसका प्रभाव!
- होलिका दहन पर अग्नि में अर्पित करें ये चीज़ें, जीवन से नकारात्मकता का हो जाएगा अंत!
- शुक्र मीन राशि में अस्त: जानें 12 राशियों समेत देश-दुनिया और स्टॉक मार्केट पर क्या पड़ेगा प्रभाव!
- मीन राशि में ग्रहों के युवराज होंगे अस्त, किन राशियों को मिलेंगे शुभ-अशुभ परिणाम? जानें
- आमलकी एकादशी का व्रत करने से मिलेगा धन-संपत्ति और सुख का आशीर्वाद, जानें राशि अनुसार उपाय!
- संकष्टी चतुर्थी (मार्च 17, 2025)
- पापमोचिनी एकादशी (मार्च 25, 2025)
- प्रदोष व्रत (कृष्ण) (मार्च 27, 2025)
- मासिक शिवरात्रि (मार्च 27, 2025)
- चैत्र अमावस्या (मार्च 29, 2025)
- चैत्र नवरात्रि (मार्च 30, 2025)
- उगाडी (मार्च 30, 2025)
- घटस्थापना (मार्च 30, 2025)
- गुड़ी पड़वा (मार्च 30, 2025)
- चेटी चंड (मार्च 31, 2025)
- बैंक अवकाश (अप्रैल 1, 2025)
- राम नवमी (अप्रैल 6, 2025)
- चैत्र नवरात्रि पारणा (अप्रैल 7, 2025)
- कामदा एकादशी (अप्रैल 8, 2025)
- प्रदोष व्रत (शुक्ल) (अप्रैल 10, 2025)