बुध का कन्या राशि में गोचर (26 अगस्त 2021)
ज्योतिष शास्त्र में बुध ग्रह को राजकुमार की उपाधि प्राप्त है, जिन्हें बुद्धि, वाणी, व्यापार और चेतना का कारक माना जाता है। कुंडली में बुध की शुभ स्थिति जातक को बुद्धिमान, तार्किक रूप से सशक्त और बोलचाल के मामले में बेहद निपुण बनाती है। ये व्यक्ति की हास्य कला में वृद्धि के साथ-साथ, व्यक्ति को जवान दिखने का आशीर्वाद भी देता है। ज्योतिष में बुध का गोचर विशेष रूप से अपना एक अलग महत्व रखता है, जो जातक के व्यक्तिगत और पेशेवर दोनों ही जीवन को प्रभावित करता है। अब यही बुध ग्रह अपना स्थान परिवर्तन करते हुए, अपनी स्वराशि व उच्च राशि में गोचर करने वाला है।
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बुध के गोचर का समय
बुध ग्रह के गोचर की अवधि लगभग 14 दिनों की होती है। ऐसे में सिंह राशि से निकलकर कन्या राशि में होने वाला बुध का ये गोचर, कई मायनों में विशेष लाभदायक रहेगा। बुध देव का ये विशेष गोचर 26 अगस्त 2021, गुरूवार की सुबह 11 बजकर 08 मिनट पर होगा और बुध यहाँ 22 सितम्बर 2021, बुधवार शाम 07 बजकर 52 मिनट तक इसी राशि में स्थित रहेंगे, जिसके बाद वो अपना पुनः गोचर करते हुए शुक्र की तुला राशि में विराजमान हो जाएंगे। इस अवधि में बुध ग्रह सभी राशियों को प्रभावित करेंगे। तो आइए जानते हैं कि इस गोचर का सभी राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा-
यह राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है। इसके अलावा व्यक्तिगत भविष्यवाणी जानने के लिए ज्योतिषियों के साथ फ़ोन पर या चैट पर जुड़े ।
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मेष
मेष राशि के जातकों के लिए बुध तृतीय और षष्ठम भाव के स्वामी होते हैं, और अपने इस गोचर के दौरान ये आपकी राशि से षष्ठम भाव भाव में विराजमान होंगे। इस भाव से हम रोग, जीवन में आने वाली रुकावटों, शत्रु पक्ष आदि के बारे में विचार करते हैं। बुध के गोचर की अवधि के दौरान, आप हर कार्य को कुशलता पूर्वक करने में परिपूर्ण होंगे फिर चाहे वो आपके निजी जीवन में हो या आपके कार्यक्षेत्र में। आपके पास अपने द्वारा किए जाने वाले हर कार्य के हर मिनट का विवरण होगा, जिससे आप उसे पूर्णता सही तरीके से करते दिखाई देंगे। जो जातक यांत्रिक उद्योग में है या शिल्पकार के रूप में कहीं कार्यरत हैं, उनके लिए ये अवधि विशेष अनुकूल रहने वाली है।
इसके अलावा वो लोग जो अकाउंटेंसी या किसी मैनेजमेंट इंडस्ट्री में नौकरी करते हैं, उन्हें भी इस गोचर का शुभ फल मिलेगा। क्योंकि वो कार्यस्थल का वातावरण बेहतर बनाए रखने में सक्षम होंगे, जिसके परिणामस्वरूप आपके बॉस और वरिष्ठ अधिकारी आपके काम करने के तरीके की जमकर तारीफ करेंगे। इस समय आप अपने कर्तव्यों का सफलतापूर्वक निर्वाह करने हेतु, बेहद सक्रिय और सतर्क दिखाई देंगे।
हालांकि इस समय आपके अंदर हर कार्य के प्रति उच्च पूर्णता स्तर होने के कारण, आपको अपने कार्यों को समय से पहले ही पूरा करने में कुछ समस्या हो सकती है। जिसका सीधा असर आपकी नसों पर पड़ेगा और इससे आपकी सेहत खराब हो सकती है। बुध देव आपको थकान के कारण, कुछ शारीरिक दर्द भी देने का काम करेंगे। ऐसे में आपको सलाह दी जाती है कि खुद को शांत रखें और व्यायाम व ध्यान का सहारा लेते हुए, नियमित रूप से अपने शरीर और दिमाग को आराम दें।
उपाय- बुधवार के दिन, हरी दाल का दान करें।
वृषभ
बुध वृषभ राशि के लोगों के द्वितीय और पंचम भाव के स्वामी होते हैं। बुध देव का गोचर आपकी राशि से पंचम भाव में होगा, और इस भाव को संतान भाव भी कहा जाता है। ऐसे में इस भाव में बुध देव का गोचर आपके संचार कौशल को बेहतर बनाएगा, जिससे आप लोगों को अपना पक्ष समझाने और उससे अनुकूल फल व प्रशंसा अर्जित करने में सक्षम होंगे। इस दौरान आप अपने परिवार के साथ सुंदर समय व्यतीत करने करते हुए, जमकर हंसी-मजाक करते भी दिखाई देंगे।
वहीं विद्यार्थियों की बात करें तो, उनके लिए भी गोचर काल की ये अवधि विशेष उत्तम रहेगी। क्योंकि वे इस दौरान अपने शिक्षा में विश्लेषणात्मक होंगे और पूरी एकाग्रता के साथ अपने हर विषय को सही से समझने का प्रयास करते दिखाई देंगे। जिसका सकारात्मक असर उन्हें अपनी परीक्षाओं में, अच्छे अंक दिलाने में मदद करेगा।
यह अवधि खासतौर से संपादक, लेखक और रचनात्मक कार्यों से जुड़े जातकों के लिए विशेष उत्तम रहेगी। क्योंकि आपका मन नए-नए विचारों से भरा रहेगा, जिससे आप अपने सर्वोत्तम विचारों का इस्तेमाल करते हुए उससे अच्छे फल प्राप्त कर सकेंगे। आपके ये रचनात्मक विचार आपको अपनी कहानियों में सफलता भी दिलाने वाले हैं, जिसके परिणामस्वरूप आप अपने कार्यों की ओर लोगों का ध्यान अर्जित करने में सक्षम होंगे।
वो जातक जो अपने शौक को अपने प्रोफेशन में बदलने की योजना बना रहे थे, उन्हें विशेष रूप से इस अवधि के दौरान अपनी इस योजना पर अमल करने की सलाह दी जाती है। क्योंकि इसके लिए समय उत्तम रहने वाला है। दांपत्य जातकों की संतान, भी अपनी पढ़ाई-लिखाई के साथ-साथ अन्य पाठ्यक्रम गतिविधियों में भी बेहतर करती दिखाई देगी। इसके चलते आपको उन पर गर्व की अनुभूति होगी।
उपाय- नियमित रूप से भगवान विष्णु की आराधना कर, उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।
मिथुन
मिथुन वायु तत्व की राशि है और इसके स्वामी ग्रह बुध ही हैं और अपने इस गोचर के दौरान, बुध आपकी राशि से चतुर्थ भाव में विराजमान होंगे। काल पुरुष की कुंडली में यह भाव कर्क राशि का होता है और, इसे सुख भाव भी कहा जाता है। ऐसे में आपको इस गोचर के दौरान, सामान्य से बेहतर परिणामों की प्राप्ति होगी। पारिवारिक जीवन में आप बेहतर वातावरण का आनंद ले सकेंगे, क्योंकि इस दौरान परिवार के सदस्यों में एकजुटता साफ दिखाई देगी और आप उनके साथ रात्रिभोज या किसी सुंदर ड्राइव के लिए बाहर जाने का निर्णय भी ले सकते हैं। इस समय आप अपने परिवार के लिए बहुत केयरिंग और सुरक्षात्मक होते हुए, सदस्य को खुश करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। यदि ज़मीन या संपत्ति में निवेश करने की योजना बना रहे थे तो, उसके लिए समय अनुकूल है। क्योंकि आपके अंदर दूसरों को मनाने की क्षमता, इस समय बहुत अधिक होगी।
वो जातक जो पारिवारिक व्यवसाय से जुड़े हैं, उनके लिए भी ये समय उत्तम रहेगा। क्योंकि आप दूसरों को मनाने की अपनी कमाल की योजनाओं के चलते, अपने ग्राहकों को आकर्षित करने में सक्षम होंगे। इससे आपके व्यवसाय का विस्तार होगा। आपकी मां के साथ आपके संबंध भी बेहतर होंगे, जिससे अपने हर प्रयास और कार्यों में आप उनका प्रोत्साहन और समर्थन प्राप्त कर सकेंगे।
अगर बात करें नौकरीपेशा जातकों की तो, इस दौरान आपके वरिष्ठ अधिकारियों और बॉस के बीच आपकी छवि और प्रतिष्ठा बेहतर होगी, जिससे आप अपने कार्यों में उनका सहयोग प्राप्त कर सकेंगे। जो कर्मचारी घर से काम करते हैं, उनके लिए भी गोचरकाल की ये अवधि उत्तम रहने वाली है। आप अपनी मेहनत और बौद्धिकता के बल पर, कोई नकद पुरस्कार या प्रशंसा प्राप्त करने में सक्षम होंगे।
उपाय- घर पर एक तुलसी का पौधा लगाएं और उसकी देखरेख करें। साथ ही हर शाम तुलसी के पौधे के सामने घी का एक दीपक जलाकर, उसकी पूजा करें।
कर्क
बुध, कर्क राशि वालों के लिए तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी हैं। बुध ग्रह का संचरण आपकी राशि से तृतीय भाव में होने वाला है। इस गोचर काल के दौरान आप भरपूर ऊर्जा से परिपूर्ण होंगे और आपके आसपास की चीजों और कार्यों में सक्रिय रूप से भाग लेंगे। पारिवारिक जीवन में भी आप अपने छोटे भाई-बहनों के साथ बेहतर संबंधों का आनंद लेते हुए, उनके साथ किसी छोटी दूरी की यात्रा पर जाने की योजना बना सकते हैं। अपने दोस्तों और करीबियों के बीच आपकी लोकप्रिय बढ़ेगी, जिसके परिणामस्वरूप आप उनके साथ हंसी-मजाक करते हुए उनका दिल जीत पाने में सक्षम होंगे।
इस समय आपकी अभिव्यक्ति भी बेहतर होगी, और लोग आपकी सलाह और मार्गदर्शन लेते दिखाई देंगे। वो जातक जो दूरसंचार, पत्रकारिता, परिवहन और मीडिया उद्योग से जुड़े हैं, बुध देव उन्हें बेहतर संचार कौशल देते हुए, शुभ फल प्रदान करेंगे। जहां आप अपने कार्यक्षेत्र में हर कार्य को निष्पक्ष और वैध तरीके से करेंगे, तो वहीं निजी जीवन में भी आप कुछ न्याय और निष्पक्षता के साथ कार्य करने की कोशिश करते दिखाई देंगे।
इसके अलावा आप इस अवधि के दौरान, अपने दोस्तों और और करीबियों की मदद और उनका समर्थन करने के लिए तत्पर नजर आएंगे। साथ ही आप सक्रिय रूप से जमकर खेलकूद जैसी गतिविधियों में भाग लेते हुए, रोज़ाना अपनी दिनचर्या में व्यायाम का पालन कर, खुद को तंदुरुस्त रखने की कोशिश भी कर सकते हैं। छात्रों की बात करें तो वो छात्र जो जनसंचार की पढ़ाई कर रहे हैं या अपनी कोई किताब या थीसिस लिख रहे हैं, उनके लिए भी यह अवधि विशेष शुभ रहेगी।
उपाय- रोज़ाना “ओम बुं बुधाय नमः” मंत्र का 108 बार जप करें।
सिंह
सिंह राशि के दूसरे और ग्यारहवें भाव पर बुध ग्रह का शासन होता है। बुध सिंह राशि के जातकों के लिए योग कारक ग्रह भी होता है, और अब आपकी राशि से बुध ग्रह का गोचर द्वितीय भाव में होगा। आर्थिक जीवन के लिहाज से, यह समय आपके लिए शुभ रहेगा। आपकी आमदनी में बढ़ोतरी होगी। नौकरी पेशा जातकों को भी, इस अवधि के दौरान वेतन वृद्धि या उच्च प्राप्त होने के कई अच्छे अवसर मिलेंगे। वहीं व्यापार से जुड़े जातकों के लिए भी, समय उत्तम और समृद्ध दिखाई दे रहा है। क्योंकि इस समय वो अच्छा मुनाफा कमाएंगे, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर होगी। संभावनाएं अधिक है कि आप इस अवधि में, एक से ज़्यादा स्रोतों से कमाई कर सकेंगे। ऐसे में आप इस बेहतर समय का लाभ उठाते हुए, दीर्घकालिक निवेश कर सकते हैं। इसके अलावा, यदि आपने पूर्व में कोई निवेश किया था तो, उससे भी आपको अच्छा मुनाफ़ा होगा।
इस समय आपका दोस्ताना स्वभाव भी, आपके पेशेवर जीवन और आर्थिक स्थिति में वृद्धि लाने में आपकी विशेष मदद करेंगे। परिवारिक जीवन की बात करें तो, आप अपने परिवार के सदस्यों के साथ खुराफ़ाती और मजाकिया होंगे, जिसके परिणामस्वरूप आपके इस व्यवहार के कारण परिवार के सदस्य आपकी उपस्थिति का जमकर आनंद लेते हुए, बहुत खुश नज़र आएंगे। आपकी वाणी भी मधुर होगी और आप अपनी बातों और भावों से लोगों का दिल जीत सकेंगे।
उपाय- “श्री विष्णु सहस्रनाम” का रोज पाठ करें।
कन्या
कन्या राशि में बुध ग्रह उच्च स्थिति में होता है और यह कन्या राशि के लग्न के साथ-साथ, दशम भाव का स्वामी भी है। बुध का गोचर आपके लग्न भाव में हो रहा है, इसलिए बाकी राशियों की तुलना में इस गोचर का प्रभाव आप पर सबसे ज्यादा पड़ने वाला है। बुध के आपके लग्न भाव में गोचर के चलते, आप अपने प्रयासों में उत्कर्ष होंगे। साथ ही आपकी कड़ी मेहनत और प्रयासों में भी, आपको अपार सफलता की प्राप्ति होगी। क्योंकि यह समय आपके लिए शुभ रहेगा। आप अपनी बौद्धिक क्षमताओं और प्रेरक शक्तियों के साथ, इस अवधि में हर कार्य से उत्तम फल प्राप्त कर सकेंगे।
ये समय आपको युवा ऊर्जा के साथ ही, गजब का आकर्षण देगा। जिसके चलते आप हर पार्टी व समारोह में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हुए, लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बनेंगे। व्यावसायिक जातकों के लिए गोचर उत्तम रहेगा, क्योंकि इस समय आप अपने व्यवसाय में विस्तार के लिए, रचनात्मक योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू कर सकेंगे। साथ ही यदि आप नौकरी करते हैं तो, आपके लिए समय विशेष अनुकूल रहने वाला है। आप अपनी मेहनत और अच्छी कार्य क्षमता से अपनी प्रोफाइल को बेहतर कर, करियर में वृद्धि कर सकेंगे। वो जातक जो टीचिंग और लेखन संबंधित क्षेत्रों से जुड़े हैं, उनके लिए अवधि विशेष शुभ रहेगी। इस समय अपने विषयों में आपकी बेहतर पकड़, आपको मुनाफा अर्जित करने में मदद भी करेगी। इससे आपके आसपास के लोग आपसे प्रभावित होंगे और आपको सुनने और आप से कुछ सीखने के लिए तत्पर नज़र आएंगे।
बुध देव आपके स्वभाव में दोस्ताना लेकर आएंगे, जिससे लोग जल्द ही आपके दोस्त बन सकेंगे। हालांकि आपका जरूरत से ज्यादा दोस्ताना रवैया, आपको दूसरों को जज करने के लिए प्रेरित करेगा और आपके व्यवहार में आया ये बदलाव आपके परिजनों को कुछ परेशान कर सकता है।
उपाय- बुध ग्रह से बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए, अपने दाहिने हाथ की छोटी उंगली में सोने या चांदी में अच्छी गुणवत्ता वाला पन्ना रत्न धारण करें।
तुला
बुध आपके नौवें और बारहवें घर का अधिपति है। तुला राशि वालों के लिए बुध देव का ये गोचर, उनके द्वादश भाव में हो रहा है। बुध देव के गोचर की ये अवधि सबसे अधिक यात्रा और पर्यटन से जुड़े लोगों केलिए अनुकूल रहेगी, क्योंकि आप अपने साथ नए ग्राहक जोड़ते हुए व्यवसाय में विस्तार कर सकेंगे। अन्य व्यापारियों को भी इस दौरान कार्य क्षेत्र से जुड़ी कई यात्राएं करनी होगी और ये यात्राएं आपकी योजनाओं में सार्थक परिणाम लेकर आएंगी। यदि आप किसी मल्टीनेशनल कंपनी में कार्यरत हैं या विदेश से जुड़ा कोई व्यापार करते हैं तो, आपके लिए भी समय भाग्य का साथ लेकर आने वाला है। क्योंकि इस दौरान आपका भाग्य चमकेगा और आप अपने लिए नए स्रोत अर्जित करने में सफल रहेंगे, जिससे सकारात्मक रूप से आपके कार्य में वृद्धि होगी।
छात्रों की बात करें तो, यह समय विदेश जाकर पढ़ाई करने का सपना देख रहे जातकों के लिए समय शुभ रहेगा। क्योंकि इस दौरान आपको कोई शुभ समाचार मिल सकता है। साथ ही इस अवधि में जहाँ कई लोग कुछ दीर्घकालिक निवेश करेंगे, तो वहीं कुछ का योगदान दान-पुण्य के कार्यों में अधिक रहेगा, जिसके चलते उनका कुछ धन खर्च संभव है।
इसके अलावा कई जातक किसी तीर्थ यात्रा या आत्मशांति हेतु किसी अन्य स्थान के लिए भी, लंबी यात्रा पर जाने की योजना बना सकते हैं। पारिवारिक जीवन में पिता का स्वास्थ्य कुछ समस्या देगा, ऐसे में उनकी सही देखभाल करते हुए किसी अच्छे डॉक्टर से उनकी जांच कराएं।
उपाय- बुध के शुभ फल प्राप्त करने के लिए, “श्रीमद्भगवद्गीता” पढ़ें या सुनें।
वृश्चिक
बुध वृश्चिक राशि वालों के अष्टम और एकादश भाव के स्वामी होते हैं और आपकी राशि के एकादश भाव में अब बुध देव अपना गोचर करेंगे। काल पुरुष की कुंडली में यह भाव, कुंभ राशि का होता है और इस भाव को लाभ भाव भी कहा जाता है। इस भाव में बुध का गोचर, आपको विभिन्न स्रोतों से धन लाभ होने के योग बनाएगा। कुछ जातकों को अपने दोस्तों और करीबियों से धन प्राप्ति भी हो सकेगी। इस अवधि में आप अपनी आय में, विविधता लाने और अच्छा निवेश करने में सफल रहेंगे। आप अपने दोस्तों के साथ समय बिताते हुए, उनका सहयोग भी प्राप्त कर सकेंगे। क्योंकि इस दौरान आपके दोस्त विश्वसनीय होंगे, जिससे आप उनके साथ मिलकर अच्छा लाभ अर्जित करेंगे।
वो जातक जो खरीद-बिक्री, मार्केटिंग, पब्लिक सेक्टर, आदि से जुड़े हैं, उनके लिए समय विशेष अनुकूल रहेगा। क्योंकि आप अपने ग्राहकों के संपर्क में रहते हुए, अच्छा लाभ हासिल कर सकेंगे। साथ ही वो लोग जो ग्राहक सेवा में लिप्त हैं उन पर भी बुध देव की असीम कृपा, इस समय उन्हें अपनी कौशल वाणी के बल पर हर समस्याओं का हल निकालने में मदद करेगी। आपको ग्राहकों की संतुष्टि और सहयोग मिलेगा, जो आपके साथ-साथ आपके व्यवसाय के लिए भी अच्छा सिद्ध होगा। साथ ही इससे आपको अपनी एक अलग पहचान भी मिल सकेगी। कुछ लोग अपने अतीत में किए गए किसी निवेश से, अच्छा मुनाफ़ा अर्जित कर सकेंगे। वहीं कुछ जातक जुए, सट्टे, जैसी किसी गैरकानूनी गतिविधियों से धन कमाने में सफल रहेंगे। हालांकि आपको इस तरह की हर गैरकानूनी गतिविधियों से दूर रहने की सलाह दी जाती है।
उपाय- अपने कमरे की पूर्व दिशा में एक हरे रंग का इन्द्रगोप या कार्नेलियन रखें।
धनु
बुध धनु राशि के जातकों के लिए उनके सातवें और दसवें भाव का स्वामी है और बुध का गोचर आपके कर्म भाव में यानी आपकी राशि से दशम भाव में हो रहा है। इस भाव में बुध की स्थिति आपके उत्साह में वृद्धि लेकर आएगी, जिससे आप अपने जीवन में लक्ष्य प्राप्ति के लिए हर कार्य को जुनून और उत्साह के साथ करते दिखाई देंगे। कार्यक्षेत्र पर भी आप बेहद आत्मविश्वासी और साहसी होंगे, जिससे आपको हर कार्य में अपार सफलता और प्रतिष्ठा मिल सकेगी। इससे आप कार्यस्थल पर अपने मान-सम्मान और छवि में सही सुधार कर, अपने वरिष्ठ अधिकारियों को अपने पक्ष में कर लेंगे। ऐसे में आपको सलाह दी जाती है कि, हर शुभ अवसर का उत्तम लाभ उठाएं।
बुध देव जहाँ कई जातकों को अपनी पूर्व की मेहनत के अनुसार, सफलता देने का कार्य करेंगे। जिससे उनकी पदोन्नति और तरक्की होने की संभावना बढ़ेगी। तो वहीं नौकरी की तलाश कर रहे जातकों को भी, बुध देव किसी अच्छी संस्था से कई सुंदर अवसर देते हुए, उनकी इच्छा अनुसार नौकरी देने के योग दर्शाएंगे। वो जातक जो नौकरी बदलने का सोच रहे थे, उनके लिए भी समय खास अनुकूल रहेगा। क्योंकि उन्हें अच्छी वेतन वृद्धि के साथ, किसी अच्छे संस्थान से नौकरी का अवसर मिल सकता है।
प्रेम संबंधों की बात करें तो, ये समय शादीशुदा जातकों के जीवन में खुशियां लेकर आएगा। आपको अपने जीवनसाथी का अपने हर कार्य में सहयोग मिलेगा, साथ ही साथी को भी अपने कार्यक्षेत्र में अपार सफलता प्राप्त होगी। कुल मिलाकर कहें तो, आपके कार्यक्षेत्र के लिए ये गोचर सबसे अधिक अनुकूल रहने वाला है।
उपाय- बुधवार के दिन भगवान गणेश की पूजा करें, और उन्हें दूर्वा अर्पित करें।
मकर
बुध मकर राशि के छठे और नौवें घर पर शासन करता है और इस गोचर की अवधि के दौरान, बुध आपकी राशि से नवम भाव में विराजमान होंगे। नवम भाव को धर्म भाव भी कहा जाता है और इस भाव से हम धर्म, भाग्य और गुरु या गुरुतुल्य लोगों के साथ आपके संबंधों के बारे में विचार करते हैं। इस गोचर के दौरान आप बहुत-सी यात्राओं पर जाएंगे, जिससे आपको अनुकूल परिणाम प्राप्त होंगे। यदि आप घर से काम करते हैं तो, आपके लिए समय शुभ रहेगा। हालांकि कुछ जातकों का अपने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विवाद हो सकता है, इसलिए आपको कार्यस्थल पर विवाद और झगड़े से बचते हुए, अपने शब्दों के प्रति सतर्कता बरतने की सलाह दी जाती है। इसके साथ ही इस समय आपको खुद को ऑफिस की हर राजनीति से भी दूर रखने की जरूरत होगी, क्योंकि इस दौरान आपके शत्रु सक्रिय होंगे, जो लगातार आपकी छवि को खराब करने की कोशिश करते रहेंगे।
बुध की असीम कृपा से, आप जीवन में चल रही हर समस्या का समाधान निकाल सकेंगे। यदि संपत्ति या ज़मीन से जुड़ा कोई विवाद चल रहा था तो, यह समय आपको उससे भी निजात दिलाने में मदद करेगा। छात्रों की बात करें तो, धार्मिक विषयों और शास्त्रों की पढ़ाई करने और उससे संबंधित ज्ञान प्राप्त करने में, इस समय आपकी रूचि होगी। इसके लिए आप किसी आध्यात्मिक गुरु का सहयोग लेते भी दिखाई देंगे। बुध का गोचर आपको अपने जीवन में सही दिशा दिखाएगा, जिससे आप अपने लक्ष्य प्राप्ति हेतु सही रास्ते पर चलेंगे। कुछ जातक धार्मिक स्थलों पर जाकर बढ़-चढ़कर दान-पुण्य के कार्य कर सकते हैं, जिसपर आपका कुछ धन भी खर्च होगा।
उपाय- भगवान विष्णु और उनके अवतारों से जुड़ी कथा पढ़ें या सुनें।
कुंभ
बुध, कुंभ राशि के पांचवें और आठवें भाव का स्वामी है और वो इस गोचर के दौरान, आपकी राशि से अष्टम भाव में संचरण करेंगे। अष्टम भाव में बुध का यह गोचर पीएचडी, दार्शनिक और शोधकर्ता की पढ़ाई करने वाले जातकों के लिए अनुकूल रहेगा। क्योंकि इस समय वो अपने सभी विषयों की ओर अपना ध्यान केंद्रित रखते हुए, अधिक ज्ञान प्राप्त कर सकेंगे। जिससे उन्हें अपनी शिक्षा में उत्तम लाभ प्राप्त होगा। इस अवधि में आपको किसी संपत्ति से भी, धन लाभ होने की संभावना है।
जहाँ वो जातक जो कृषि और खनन उद्योग से जुड़े हैं, उनके करियर में बढ़ोतरी होगी। तो वहीं ज्योतिष और मनोविज्ञान से जुड़े जातकों को भी बुध देव की कृपा से सही मान्यता प्राप्त होने से, ग्राहक उनकी ओर आकर्षित हो सकेंगे। जिसका सकारात्मक असर, आपके पेशेवर जीवन में सफलता देने का कार्य करेगा।
प्रेम संबंधों की बात करें तो, प्रेम में पड़े जातकों के लिए समय अनुकूल रहेगा। क्योंकि इस समय अपने प्रियतम के प्रति आपकी भावनाएं, तीव्र होंगी। जिससे आप दोनों के संबंधों में प्रेम और गर्मजोशी साफ़ देखी जाएगी। वहीं यदि आप सिंगल हैं और अपने लिए किसी ख़ास की प्रतीक्षा कर रहे हैं तो, इस अवधि के समय आपकी ये प्रतीक्षा खत्म हो सकती है। क्योंकि आप इस दौरान अपने लिए हमसफर खोजने में पूरी तरह सफल होंगे।
हालांकि स्वास्थ्य के लिहाज से, आपको थोड़ा अधिक सतर्क रहने की सलाह दी जाती है। क्योंकि आशंका है कि आपको नसों और मांसपेशियों से जुड़ी, कुछ समस्या हो। जिससे लगातार शरीर में दर्द और सिर में दर्द से, आपको दो-चार होना पड़ सकता है। ऐसे में अपने मन और शरीर को तनाव मुक्त रखने के लिए, आप योग और ध्यान का सहारा ले सकते हैं।
उपाय- बुधवार के दिन जरूरतमंद लड़कियों को, हरी पत्तेदार सब्जियां दान करें।
मीन
मीन राशि के चौथे और सातवें घर का स्वामी बुध है और इस गोचर की अवधि में यह आपके आपकी राशि से सप्तम भाव में गोचर करने वाला है। इस भाव को विवाह भाव भी कहा जाता है और इससे हम जीवन में होने वाली साझेदारियों के बारे में विचार करते हैं। सप्तम भाव में बुध की उपस्थिति, शादीशुदा जातकों के लिए शुभ रहेगी। क्योंकि इस दौरान आपको अपने जीवनसाथी से अतिरिक्त प्रेम और सहयोग मिलेगा। साथ ही आप दोनों के बीच की समझ और संबंध भी बेहतर होंगे, जिससे आप एक दूसरे का सम्मान करते दिखाई देंगे। ये गोचर आपके जीवनसाथी को भी करियर में आगे बढ़ने में मदद करेगा, जिसके परिणामस्वरुप वो अपने कार्य क्षेत्र में उन्नति प्राप्त कर सकेंगे। कुल मिलाकर कहें तो, ये गोचर वैवाहिक जातकों के लिए ख़ास अनुकूल रहेगा।
इस अवधि के दौरान पारिवारिक जीवन में आपको अपने परिवार से ज़रूरी सहयोग मिलेगा, जिससे आपको अपने कार्यक्षेत्र में लक्ष्य प्राप्त करने में मदद मिलेगी। यदि आप पार्टनरशिप में व्यापार करते हैं तो, संभावना अधिक है कि आपको शुभ फल मिले। क्योंकि इस समय आपके और साझेदार के संबंध बेहतर होंगे, इससे आप अपने व्यवसाय में विस्तार और विकास के लिए भौतिक और रचनात्मक योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू कर सकेंगे।
जो लोग अकाउंटेंसी या मैनेजमेंट पद पर कार्यरत हैं, उन पर भी बुध का शुभ प्रभाव होगा। क्योंकि आपकी विश्लेषणात्मक क्षमता सामान्य से बेहतर होगी, जिसके चलते आप हर कार्य की सही गणना करते हुए, हर समस्या को समय से पहले ही सुलझाने में सक्षम होंगे। मीन राशि के छात्रों की बात करें तो, वो अपने अध्ययन और शिक्षा के प्रति अपना ध्यान केंद्रित रख सकेंगे। साथ ही आप दूसरों के साथ भी अपना मेलजोल बढ़ाते दिखाई देंगे, जिससे समाज में आपको उचित प्रतिष्ठा प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
उपाय- नियमित रूप से, श्री दुर्गा चालीसा का पाठ करें।
हम आशा करते हैं कि आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आया होगा। एस्ट्रोसेज के साथ जुड़े रहने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।