बुध का कुम्भ राशि में गोचर डालेगा आप पर प्रभाव (25 जनवरी, 2021)
ज्योतिष में बुध ग्रह को, नव ग्रहों का राजकुमार कहा गया है। अब यही ग्रह अपना स्थान परिवर्तन करते हुए सोमवार 25 जनवरी 2021 को, दोपहर 4 बजकर 19 मिनट पर अपने मित्र ग्रह शनि के स्वामित्व वाली मकर राशि से निकल कर, कुम्भ राशि में प्रवेश करेगा। इस राशि में बुध का गोचर, सभी जातकों के लिए विशेष महत्वपूर्ण होगा। क्योंकि इस गोचर से प्रभावित जातक नई-नई चीजों को सीखने और ज्ञान प्राप्ति में काफी रुचि लेते दिखाई देंगे।
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बुध को बुद्धि, वाणी, चेतना, व्यापार, सांख्यिकी और त्वचा, आदि का कारक माना जाता है। ऐसे में बुध के इस गोचर का प्रभाव, किसी न किसी रूप में हर राशि पर ज़रूर पड़ेगा।
तो आईये अब जानते हैं कि, बुध के कुम्भ राशि में गोचर का सभी राशि के जातकों पर क्या रहेगा असर:-
Read in English: Mercury Transit in Aquarius
यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। जानें अपनी चंद्र राशि
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और छठे भाव के स्वामी होते हैं, और अपने कुंभ राशि में प्रवेश के दौरान यह आपके एकादश, अर्थात लाभ स्थान में गोचर करेंगे। इस स्थान से आपके लाभ, महत्वाकांक्षाओं की पूर्ति और विभिन्न प्रकार की उपलब्धियों का पता लगाया जाता है। बुध के इस गोचर से, आपको शुभ फलों की प्राप्ति होगी।
पारिवारिक जीवन में आपके भाई-बहन उन्नति करेंगे, और उन्हें धन की प्राप्ति होने के योग भी बनेंगे। वहीं प्रेम संबंधों की बात करें तो, इस गोचर के दौरान बुध शनि से दूर होते हुए आपको झिझक मुक्त करेंगे, जिससे आप अपनी भावनाओं को स्वतंत्र रूप से अपने प्रेमी के समक्ष रखने में सफल होंगे। इससे रिश्ते में नयापन आएगा और आप दोनों, अपने रिश्ते को आगे बढ़ाते दिखाई देंगे। घर पर किसी अतिथि का आगमन हो सकता है, या आपको किसी पुराने मित्र से लंबे समय के बाद मुलाकात करने का अवसर मिलेगा। जिससे आपको खुशी की अनुभूति होगी।
कार्यक्षेत्र पर आपकी कड़ी मेहनत और ईमानदारी से, आपकी आय में वृद्धि होगी। वहीं जो लोग संपादक, लेखन, आदि क्षेत्रों से जुड़े हैं, उन्हें भी इस दौरान अच्छे फल मिलने की संभावना है। इसके साथ ही पब्लिक डीलिंग, यात्रा, वित्तीय क्षेत्र, आदि से जुड़े व्यापारी जातकों को भी अपने व्यापार में विस्तार करने के अवसर प्राप्त होंगे। क्योंकि यह गोचर आपके लिए विशेष शुभ दिखाई दे रहा है। कुछ जातक अपने शौक और कला का उचित इस्तेमाल कर, अच्छी कमाई भी कर सकते हैं।
बुध आपके छठे भाव के स्वामी भी होते हैं, और इस समय उनका खुद के भाव से छठे घर में उपस्थित होना, वाद-विवाद, तर्क-वितर्क और प्रतियोगिता से जुड़े जातकों के लिए शुभ रहेगा। क्योंकि उन्हें अपना बेहतरीन प्रदर्शन देने में मदद मिलेगी।
वहीं जो जातक किसी बैंक या अन्य संस्था से कर्ज की सहायता के इच्छुक थे, उन्हें भी इस गोचरकाल से अनुकूल परिणाम प्राप्त होने की संभावना है।
उपाय: विशेष उपाय के तौर पर, बुध की होरा के दौरान बुध मंत्र का जाप करें।
वृषभ राशि
वृषभ राशि के स्वामी शुक्र के परम मित्र बुध का गोचर आपकी राशि से दशम भाव में होगा, जिससे कर्म और व्यवसाय की जानकारी मिलती है। आपके लिए बुध देव आपकी कुंडली के दूसरे और पंचम भाव के स्वामी हैं, इसलिए बुध का गोचर आपके लिए अनुकूल रहने वाला है।
कार्यक्षेत्र पर आप अधिक दृढ़ इच्छाशक्ति के चलते, अपने प्रयासों से अधिक अपने शब्दों की वजह से दूसरों का विश्वास जीतने में सफल होंगे। इस दौरान आप अपने सभी कार्यों को समय पर पूरा कर सकेंगे, जिससे आपको उत्तम फलों की प्राप्ति होगी। नए अवसरों की तलाश कर रहे जातकों को भी, कोई शुभ समाचार प्राप्त हो सकता है।
वहीं व्यवसाय से जुड़े जातक, अपने अवलोकन, विश्लेषण, बुद्धिमत्ता और व्यापार की अच्छी समझ के चलते, कई अच्छे फ़ायदे उठा सकते हैं। जिससे उन्हें अपने व्यापार में विस्तार करने में मदद मिलेगी।
आर्थिक जीवन के लिए भी, ये समय विशेष अच्छा रहेगा। क्योंकि इस समय आपके द्वारा किया गया हर निवेश फ़ायदेमंद रहेगा। इससे आप अपनी संपत्ति को बढ़ाने में भी सफल होंगे, और निवेश का आपको भविष्य में उत्तम मुनाफ़ा मिलेगा।
पारिवारिक जीवन में, आपके अपने पिता से संबंधों में सुधार आएगा। जिससे वह आपको आर्थिक मदद देते दिखाई देंगे। इस अवधि के दौरान आपका अपने ससुराल पक्ष में, हर विवाद भी खत्म हो सकेगा, जिसका आपके वैवाहिक जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
उपाय: बुध ग्रह की अनुकूलता प्राप्त करने के लिए, सूर्योदय के समय प्रतिदिन “विष्णुसहस्रनाम” का जप करें।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध आपकी राशि का स्वामी होने के कारण काफी महत्वपूर्ण हो जाता है, और इसके साथ-साथ वो आपके चतुर्थ भाव का स्वामी भी है। ऐसे में मकर राशि से निकलकर कुंभ राशि में प्रवेश के समय वो, आपके नवम भाव में विराजमान होगा, जो कि आपके भाग्य स्थान की राशि है। इस प्रकार बुध का गोचर आपके लिए, सामान्य से काफी अनुकूल रहने वाला है।
आप खुद को अधिक सकारात्मक और आशावादी महसूस करेंगे, जिसका आपके स्वास्थ्य जीवन पर सकारात्मक असर पड़ेगा। इसके परिणामस्वरूप आप अपने सभी प्रयासों में सफल रहेंगे, क्योंकि इस दौरान आपको भाग्य का भरपूर सहयोग प्राप्त हो सकेगा।
आपके आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होगी, जिससे आप अपने कार्यस्थल पर बेहतरीन तरीके से अपने विचारों और सुझावों को व्यक्त करते हुए, दूसरों को आकर्षित कर सकेंगे। इससे आपके वरिष्ठ अधिकारी आपकी ओर आकर्षित होंगे, और उनसे आपको नए अवसर और जिम्मेदारियों की प्राप्ति होगी।
व्यापारी जातकों की बात करें तो, उनके लिए यह समय नए कार्य और नई नीतियों की शुरुआत के लिए अनुकूल रहने वाला है। इसके साथ ही विदेशी योजनाओं, आयात-निर्यात और विदेशी संगठनों से जुड़े लोगों को भी, उन्नति मिलने की संभावना है।
विदेश जाकर उच्च शिक्षा प्राप्त करने के इच्छुक छात्रों को, ये गोचर शुभ समाचार देगा।
निजी जीवन में भी आप अपने प्रेम संबंधों का आनंद लेते दिखाई देंगे, क्योंकि इस दौरान बुध बेहद शुभ स्थिति में होते हुए आपको ऊर्जावान और आकर्षण प्रदान करेंगे। जिससे आप कई लोगों को अपनी ओर आकर्षित रखने में सफल होगी। इससे आप दोस्तों और नए संपर्क बेहद आसानी से बना सकेंगे। खासतौर से गोचरकाल के समय विपरीत लिंगी लोग, आपकी ओर अधिक आकर्षक महसूस करते दिखाई देंगे।
उपाय: बुध के अनुकूल प्रभावों को बढ़ाने के लिए, बुधवार के दिन गाय को हरा चारा खिलाएं।
कर्क राशि
आपकी राशि के लिए बुध ग्रह तीसरे और बारहवें भाव का स्वामी होता है, और कुंभ राशि में प्रवेश के दौरान यह आपकी राशि से अष्टम स्थान में गोचर करेगा। ऐसे में आपको इस समय मिश्रित परिणामों को प्राप्ति होगी। साथ ही बुध इस दौरान, आपके दूसरे भाव को भी दृष्टि करेंगे। जो वाणी, संचार और संसाधनों का भाव होता है। ऐसे में आपको इस समय, अपने द्वारा किये गए पूर्व के हर निवेश से अच्छा लाभ मिलेगा। वहीं वो जातक जो किसी शोध कार्य से जुड़े हैं, उनके लिए भी ये गोचर विशेष अनुकूल रहने वाला है।
कार्यक्षेत्र पर आपकी हर कार्यों को सीखने और समझने की क्षमता, आपके कार्य कौशल का विकास करेगी। जिसके चलते आपके वरिष्ठ अधिकारी, आपकी सराहना करने से खुद को नहीं रोक पाएंगे। बुध की ये स्थिति आपको, हर समस्या की जड़ तक पहुँचकर, उसका हल निकालने के योग्य बनाएगी। जिससे आपकी क्षमता का विकास होगा, और आप अपने कार्यस्थल पर उच्च पद की प्राप्ति करने में सक्षम होंगे।
व्यापारी जातक, विशेष रूप से बिज़नेस पार्टनरशिप से जुड़े जातकों को अपनी आय में वृद्धि करने के बहुत से अवसर प्राप्त होंगे।
निजी जीवन में आप अपने कौशल, अपनी कूटनीति और चतुराई से अपने परिवार और समाज के अन्य लोगों के बीच एक सुंदर सामाजिक दायरा बरकरार रखते हुए, उनका दिल जीत पाने में सक्षम होंगे। साथ ही दांपत्य जातकों को, अपने ससुराल पक्ष से किसी उपहार और सहयोग की प्राप्ति होगी। वहीं कुछ जातक गोचरकाल के दौरान, अपना पुराना कर्ज चुकाने में सफल रहेंगे।
इस अवधि में आप हर विपरीत परिस्थितियों को भेदने में सफल होंगे, जिससे आपको आत्म मंथन और खुद से जुड़ने में मदद मिलेगी। यह स्थिति जीवन के कई पहलुओं में सफलता दिलाने में आपके लिए मददगार साबित हो सकती है।
उपाय: बुध ग्रह की अनुकूलता प्राप्त करने के लिए, आपको अपने घर पर रोज़ाना सुबह कपूर जलानी चाहिए।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के लिए बुध, आपके दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। यह दोनों ही भाव धन भाव कहलाते हैं, इसलिए बुध का गोचर आपके लिए काफी खास मायने रखता है। वहीं कुंभ राशि में गोचर के दौरान, यह आपकी राशि से सप्तम भाव में विराजमान होंगे, जिसे लंबी साझेदारियों और व्यापार का भाव भी कहा जाता है। ऐसे में बुध के इस गोचर के प्रभाव से, आपको शुभ फलों की प्राप्ति होगी।
वैवाहिक जीवन के लिए भी ये समय विशेष शुभ रहेगा, क्योंकि इस दौरान आपको अपने साथी से प्रेम और सहयोग मिलेगा। साथ ही आपके साथी के साथ आपका संवाद भी सुचारु रूप से चलता रहेगा, जिससे आप दोनों के बीच आ रही दूरियाँ खत्म होंगी और आप अच्छा प्रेम भरा जीवन व्यतीत करते दिखाई देंगे। इस समय आप दोनों खुलकर एक दूसरे का सम्मान भी करेंगे।
यह गोचर आपकी सुख-सुविधाओं में बढ़ोतरी लेकर आएगा। साथ ही पिता को भी अपने कार्यक्षेत्र से किसी प्रकार का लाभ मिलेगा, जिसे पारिवारिक वातावरण में ख़ुशियाँ आएँगी।
व्यापारी जातकों को इस समय, पार्टनरशिप में व्यवसाय करने से लाभ और विस्तार करने के अवसर प्राप्त होंगे। इसके साथ ही छोटी दूरी की यात्रा करना आपके लिए उत्तम रहेगा, क्योंकि इससे आप शुभ फल अर्जित करने में सफल होंगे।
छात्र भी अपनी शिक्षा के प्रति बेहतरीन प्रदर्शन देने में सक्षम होंगे, जिससे उन्हें अच्छे परिणामों की प्राप्ति होगी।
उपाय: बुध के गोचर की अवधि में आपको, अपने दाहिने हाथ की छोटी उंगली में सोने या चांदी की अंगूठी में पन्ना पहनना चाहिए।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों को इस गोचर के दौरान, कुछ स्वास्थ्य कष्ट संभव है। क्योंकि बुध देव आपकी राशि के स्वामी होने के साथ ही, आपके दसवें भाव पर भी आधिपत्य रखते हैं। अब अपने इस गोचर के दौरान बुध देव आपकी राशि से छठे भाव में प्रवेश करेंगे, जो कि रोग, शत्रु और ऋण का भाव माना जाता है।
इसके साथ ही बुध इस दौरान आपके द्वादश भाव को भी दृष्टि करेंगे, जो ख़र्चों को दर्शाता है। ऐसे में इस समय आपके ख़र्चों में अत्यधिक वृद्धि, आपके मानसिक तनाव में बढ़ोतरी का सबसे बड़ा कारण बन सकती है। जिसका प्रभाव आपके स्वास्थ्य जीवन पर पड़ेगा।
स्वास्थ्य कष्ट होने से, आप कार्यक्षेत्र की अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने में संलग्न दिखाई देंगे। इससे आपका प्रेम जीवन प्रभावित होगा और आपके व साथी के बीच दूरियों में वृद्धि हो सकेंगी।
हालांकि, कार्यक्षेत्र के लिए यह गोचर आपको सही दिशा में लेकर जाएगा। आप कड़ी मेहनत और प्रयास करेंगे, जिससे पदोन्नति के साथ-साथ आपको सराहना की प्राप्ति भी होगी। वह जातक जो कानून, सी ए (चार्टर एकाउंटेंट) और सी एस (कंपनी सचिव,)आदि क्षेत्रों से जुड़े हैं, उन्हें गोचर के दौरान अपनी क्षमता पर ध्यान देने की ज़रूरत है। क्योंकि उनमें प्रतिस्पर्धी भावना अधिक होगी। ऐसे में आपको सलाह दी जाती है कि, हर प्रकार के विवादों और झगड़ों से दूर रहें।
कुल मिलाकर कहें तो, बुध के गोचर काल के परिणाम पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करते हैं कि आप इस दौरान चीजों को किस दृष्टि से देखते हैं। क्योंकि कभी-कभी आत्मनलोचन और अपराध बोध, जैसी नकारात्मक भावना के चलते, हम खुद के ऊपर भावनाओं को हावी करते हुए अपना नुकसान कर लेते हैं।
स्वास्थ्य जीवन के लिहाज से, ये समय थोड़ा परेशान कर सकता है। इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि खुद को सकारात्मक और आशावादी रखने की कोशिश करें, और जितना संभव हो योग का सहारा लेते हुए, अपने दैनिक दिनचर्या में सुधार लेकर आएं। इससे आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होगी और आप एक स्वस्थ जीवन व्यतीत करते दिखाई देंगे।
उपाय: बुध देव की विशेष कृपा प्राप्ति के लिए, सुबह "गजेन्द्र-मोक्ष स्तोत्र" का पाठ करें।
तुला राशि
तुला राशि के लिए बुध उनके, नवम और द्वादश भाव के स्वामी होते हैं। ऐसे में नवम भाव के स्वामी होने से ये आपके भाग्येश भी है, जो इस गोचर की अवधि में आपके पंचम भाव में विराजमान होगा। इस दौरान से आपको उत्तम फलों की प्राप्ति होगी।
उच्च शिक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को, अनुकूल परिणाम मिलेंगे। इसके साथ ही वो छात्र जो विदेशी विश्वविद्यालयों संस्थाओं में प्रवेश लेने के इच्छुक थे, उन्हें भी अपने प्रयासों से अच्छे परिणाम मिलने की संभावना है।
सिंगल जातकों के लिए, यह समय विशेष उत्तम रहेगा। क्योंकि इस दौरान वो अपनी इच्छाओं और भावनाओं को, अपने प्रेमी के सामने खुलकर रखने में सफल होंगे। इससे उन्हें भाग्य का साथ मिलेगा, और संभावना है कि प्रेमी से उन्हें उचित जवाब मिले।
प्रेम संबंधों के लिए भी समय शुभ है। शादीशुदा जातक अपने साथी के साथ, सुंदर समय व्यतीत करते दिखाई देंगे। जिससे उनके रिश्ते में मजबूती आएगी। साथ ही वो जातक जो अपने दंपति जीवन में विस्तार करने की सोच रहे थे, उन्हें भी ये गोचर कोई शुभ समाचार दे सकता है।
कार्यक्षेत्र पर आपकी रचनात्मक और सहज शक्ति में वृद्धि होगी, जिससे आप अपने सभी निर्णय को लेने में सक्षम होंगे। आप अपने विचारों को दूसरों के सामने भी, खुलकर रखते दिखाई देंगे। इसके परिणामस्वरूप, आपको कार्यस्थल पर सफलता की प्राप्ति होगी।
सरकारी सेवा में कार्यरत जातकों को, अपने स्थानांतरण को लेकर कोई अनुकूल समाचार मिल सकता है। अचानक से लाभ की प्राप्ति होने के, योग भी बनते दिखाई दे रहे हैं।
इसके साथ ही जो लोग सैलून, ब्यूटी पार्लर, फैशन बुटीक, जैसे रचनात्मक कार्यों से संबंध रखते हैं, उनका कार्यभार इस गोचर के दौरान बढ़ सकता है।
बुध की स्थिति कभी-कभी तुला राशि के जातकों को, अत्यधिक आलोचक और निर्णायक बना सकती है। जिससे उनके जीवन में कुछ समस्या उत्पन्न होने का खतरा रहेगा। इसलिए बेहतर परिणामों की प्राप्ति के लिए, आपको अपने इस स्वभाव में सुधार करने की जरूरत होगी।
उपाय: बुधवार को किसी ज़रूरतमंद व्यक्ति को, हरे रंग के कपड़े या खाने की चीजें दान करें।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के लोगों के लिए बुध देव आठवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं, और कुंभ राशि में गोचर के दौरान वे आपके चतुर्थ भाव में विराजमान होंगे। यह भाव आपके सुख-सुविधाओं, मां, ज़मीन आदि का भाव होता है। इसलिए बुध के इस भाव में गोचर करने से, आपको शुभ फलों की प्राप्ति होगी।
पारिवारिक वातावरण शांत और खुशहाल रहेगा। इसके चलते आपको भी अपने परिवार के साथ अधिक समय बिताने का अवसर प्राप्त होगा। आप परिवार के सदस्यों के साथ पिकनिक या कहीं बाहर घूमने जाने का प्लान कर सकते हैं, जिसपर आपका धन भी खर्च होगा।
हालांकि बावजूद इसके मां को स्वास्थ्य कष्ट संभव है। खासतौर से यदि उन्हें हार्मोन, हृदय रोग या किसी प्रकार की कोई एलर्जी थी तो, आपके लिए उनका उचित ध्यान रखना सबसे अधिक जरूरी रहेगा।
आपको किसी प्रकार की पैतृक संपत्ति मिलने के भी योग बन रहे हैं, जिसके चलते आपको अचानक से लाभ और मुनाफ़ा प्राप्त होगा। कुछ जातक ज़मीन या नया वाहन खरीदने का भी प्लान कर सकते हैं, जिससे उनके आराम और विलासिता मे वृद्धि होगी।
आपके जीवन साथी की आय में वृद्धि होने के योग बनेंगे। इसके परिणामस्वरूप, आपको उनसे आर्थिक सहयोग मिलेगा और आप अपने कार्यों को पूरा करने में सफल होंगे।
ये गोचरकाल, व्यापारी जातकों को भी तनाव मुक्त रखने में मददगार साबित होगा। क्योंकि आप इस समय कम मेहनत और प्रयासों के बावजूद भी, इच्छानुसार फलों की प्राप्ति कर सकेंगे। हालांकि आपको खुद को अपने आराम के क्षेत्र तक सीमित रखने से सावधान रहने की जरूरत है, अन्यथा आपको भविष्य में इससे परेशानी उठानी पड़ेगी।
उपाय: बुध देव की विशेष कृपा प्राप्त करने के लिए आपको, प्रतिदिन तुलसी के पौधे की पूजा और आराधना करनी चाहिए।
धनु राशि
धनु राशि के जातकों के लिए बुध देव आपके सप्तम भाव के स्वामी होने के साथ-साथ, कर्म अर्थात दशम भाव के स्वामी भी हैं। जो इस गोचर के समय मकर राशि से निकलकर कुंभ राशि में विराजमान होते हुए, आपकी राशि से तीसरे स्थान में प्रवेश करेंगे। ये भाव साहस, पराक्रम, भाई-बहन, प्रयास और संवादों का भाव होता है। ऐसे में बुध के गोचर के दौरान आपको इच्छानुसार, शुभ फलों की प्राप्ति होने के योग बनेंगे।
चूँकि तीसरा और सप्तम भाव दोनों ही यात्रा को दर्शाते हैं। ऐसे में इस समय मकर राशि के जातकों को, कार्य क्षेत्र से संबंधित छोटी दूरी की यात्रा करने से मुनाफ़ा मिलेगा। आपकी मेहनत और लगन की कार्यस्थल पर जमकर सराहना होगी, जिससे आपकी ऊर्जा और साहस में वृद्धि हो सकेगी।
इससे आप अपने हर कार्य को समय से पहले, पूरा करने में सफल रहेंगे। हालांकि आपको खुद पर अत्यधिक विश्वास करने से बचते हुए, एक समय में एक ही कार्य करने की ज़रूरत होगी। अन्यथा आप खुद को भ्रमित महसूस करेंगे, और इससे आपके लिए समस्या भी उत्पन्न हो सकती है।
पारिवारिक जीवन में आपको अपने परिवार के सदस्यों, दोस्तों, रिश्तेदारों और यहाँ तक की पड़ोसियों के साथ भी, संचार स्थापित करने के लिए अधिक प्रयास करने पड़ेंगे। तभी आप सामाजिक सम्मान प्राप्त करने में सफल होंगे। इससे पारिवारिक वातावरण और आपके स्वभाव में सकारात्मकता देखी जाएगी।
छात्र इस समय अधिक जिज्ञासु होंगे, जिसके चलते उन्हें नए विषयों को आसानी से समझने में मदद मिलेगी।
इसके अलावा चूँकि बुध आपके सप्तम भाव के स्वामी भी होते हैं, जो अतिरिक्त व्यापार को दर्शाता है। ऐसे में आप सोशल माध्यमों, इंटरनेट, आदि की मदद से, अपने किसी अतिरिक्त बिज़नेस को आगे बढ़ाते दिखाई देंगे।
उपाय: बुध ग्रह के इस गोचर का अधिक लाभ उठाने के लिए, भगवान गणेश की प्रार्थना करें।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के लिए बुध का गोचर काफी महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि यह आपके छठे भाव के स्वामी होने के साथ-साथ आपके भाग्य भाव के स्वामी भी हैं। अपने गोचर की इस अवधि में वे आपके दूसरे भाव में विराजमान होंगे, जो कि धन भाव होता है। ऐसे में इस गोचर के परिणामस्वरूप आपकी राशि में “धन योग” का निर्माण होगा, जिससे आपको आर्थिक जीवन में उत्तम फलो की प्राप्ति होगी।
आर्थिक जीवन के लिए, यह समय सबसे उत्तम रहेगा। आप कोई ज़मीन या घर लेने का प्लान कर सकते हैं। साथ ही आपको अपने पिता से आर्थिक और भावनात्मक सहयोग की प्राप्ति भी होगी, जो आपको अपने लक्ष्य की ओर बढ़ने में प्रोत्साहन देने का कार्य करेगी।
व्यापारी जातक इस दौरान, दूसरों को प्रभावित करने में सफल होंगे। जिससे आपको अपने व्यवसाय के लिए अच्छे और लाभदायक मौके मिलने के योग बनेंगे। कार्य क्षेत्र से जुड़ी यात्रा करना, आपके लिए धन लाभ का मुख्य कारण बनेगा।
हालांकि आपको इस गोचर के दौरान, किसी को भी उधार धन देने से बचने की ज़रूरत होगी। खासतौर से दोस्तों या परिवार के किसी करीबी सदस्य को, अपना धन देने से बचें। अन्यथा उनके साथ आपका झगड़ा या बहस होने की आशंका है।
शेयर बाजार, आदि से जुड़े जातकों को अचानक से लाभ की प्राप्ति होने के योग बन रहे हैं।
आपको किसी भी प्रकार का मज़ाक या व्यंग्य करने से पहले, अपने शब्दों का चयन सोच-समझकर करने की सलाह दी जाती है। अन्यथा आप न चाहते हुए भी दूसरों को आहत कर देंगे, जिससे आपकी कार्यस्थल पर दूसरे लोगों से झड़प या विवाद हो सकता है।
प्रतियोगी या सरकारी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को इस समय, खुद को चिंता मुक्त रखते हुए आगे बढ़ने की सलाह दी जाती है। क्योंकि गोचर के दौरान उन्हें इच्छानुसार, अपनी मेहनत का फल मिलेगा।
उपाय: मां समान महिलाओं जैसे बुआ, चाची, आदि को उपहार देने से, आपको शुभ परिणाम प्राप्त होंगे।
कुंभ राशि
बुध का यह गोचर आपके लिए काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह आपकी ही राशि में होने जा रहा है। वैसे बुध आपके लिए पंचम भाव के स्वामी होने के साथ-साथ, अष्टम भाव के स्वामी भी हैं और इस गोचर की अवधि में वो आपके प्रथम भाव में स्थापित होंगे। जिससे आपको मिश्रित लेकिन, महत्वपूर्ण परिणामों की प्राप्ति होगी।
शादीशुदा जातक अपने जीवन साथी की उन्नति से खुश होंगे। वहीं जिन जातकों की संतान विदेश जाकर पढ़ाई करने की इच्छुक है, उन्हें इस दौरान विदेश जाने का अवसर मिलेगा। आपको भी अपने जीवन साथी या प्रेमी से भरपूर प्रेम की प्राप्ति होगी, जिससे आप दोनों के बीच का रिश्ता और मजबूत होता दिखाई देगा।
कार्यक्षेत्र पर आपके साहस और पराक्रम में बढ़ोतरी देखी जाएगी। इससे अपनी मेहनत और कार्य क्षमता के चलते, आप दूसरों की सराहना प्राप्त करने में सफल होंगे। आप अपनी रचनात्मक संतुष्टि प्राप्त करने की दिशा में कार्य करते दिखाई देंगे।
साथ ही अपनी रणनीतियों को तैयार करने और भविष्य की योजनाओं को पूरा करने के लिए भी, यह समय उत्तम रहने वाला है। क्योंकि आपका दिमाग रचनात्मक विचारों और सुझावों से परिपूर्ण होगा, जिससे आपकी उन्नति में जबरदस्त उछाल आने के योग बनेंगे। वहीं यदि आप व्यापार करते हैं तो, आपको पार्टनरशिप या किसी तरह के निवेश से अच्छा मुनाफ़ा अर्जित करने में मदद मिलेगी।
चूँकि बुध आपके अष्टम भाव के स्वामी होते हैं, और इस दौरान उनका खुद से छठे भाव में मौजूद होना आपके स्वास्थ्य जीवन को प्रभावित करेगा। ऐसे में अपनी सेहत को नज़रअंदाज़ न करते हुए, जरूरत पड़ने पर सही डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
आपके लग्न भाव में बुध की उपस्थिति, आपको अधिक आकर्षक और एक उत्साहित युवा बनने में मदद करेगी। जिसके चलते आपके विचार और सुझाव में, आपकी ईमानदारी देखी जाएगी। इसके परिणामस्वरूप, आपको भरपूर सम्मान और प्रतिष्ठा मिलने के योग बनेंगे।
उपाय: बुधवार को पालक या हरी मूंग का सेवन करें।
मीन राशि
बुध आपकी राशि के लिए सुख भाव यानि कि चतुर्थ तथा सप्तम के स्वामी होकर, कुंभ राशि में गोचर के दौरान आपकी राशि से बारहवें भाव में प्रवेश करेंगे। बारहवां भाव, व्यय अथवा हानि का भाव माना जाता है। इसलिए बुध देव के प्रभाव से इस दौरान आप एक अच्छा व आरामदायक जीवन व्यतीत करने के लिए, अपना अधिकतर धन खर्च करते दिखाई देंगे।
बुध इस गोचर के दौरान, आपके छठे भाव को भी दृष्टि करेंगे। जिसके चलते आपको अपने शत्रुओं से हर प्रकार के विवाद और झगड़े से खुद को दूर रखने की सलाह दी जाती है। अन्यथा कार्यस्थल पर आपकी छवि को नुकसान पहुँचेगा।
कोट-कचहरी के मामलें से भी इस समय आपको बचकर रहने की जरूरत होगी, अन्यथा आपको धन का अत्यधिक खर्चा करना पड़ सकता है। इस समय भौतिक सुखों की चाह को लेकर आपका लापरवाह और जल्दबाजी का स्वभाव, आपकी निर्णय क्षमता को प्रभावित कर सकता है। जिसके चलते बिना जोखिमों के बारे में सोचें, आप किसी भी निर्णय पर पहुँच सकते हैं। आपको ऐसा करने से बचना होगा, अन्यथा खुद के ऊपर आप अत्यधिक कर्ज का बोझ डाल सकते हैं।
कार्यक्षेत्र पर आपको कुछ परेशानी उठानी पड़ सकती हैं। ऐसे में आपको शुरुआत से ही, अत्यधिक मेहनत करने की सलाह दी जाती है। क्योंकि इस दौरान आप अपने विचारों और सुझावों को रणनीति अनुसार अपनाने में असफल रहेंगे, जिससे आपके मानसिक तनाव में वृद्धि होगी।
कार्यस्थल पर आ रही इन परिस्थितियों के चलते, आपकी जीवनशैली भी प्रभाव होगी। विशेष रूप से आपके सोने के तरीके के दुष्प्रभाव, आपको किसी तरह की बीमारी भी दे सकते हैं। ऐसे में जितना संभव हो शांत रहते हुए आराम करें, और खुद को हर परिस्थिति से लड़ने के लिए तैयार करने के योग्य बनाएं।
हालांकि बुध का ये गोचर, आयात-निर्यात से जुड़े व्यापारियों के लिए अच्छा दिखाई दे रहा है।
प्रेम संबंधों में भी आपको, अपने साथी की देखभाल करने की सलाह दी जाती है। क्योंकि इस अवधि के दौरान आशंका है कि, उन्हें स्वास्थ्य हानि हो। जिसका असर आपके संबंधों पर भी दिखाई देगा।
उपाय: बुध की विशेष कृपा प्राप्त करने के लिए, बुधवार के दिन “विधारा मूल” को हरे कपड़े में बाँधकर अपने गले में धारण करें।