बुध सिंह राशि में अस्त (14 सितंबर 2024)
वैदिक ज्योतिष में बुद्धि, वाणी, शिक्षा, गणित, लेखन, तर्क-वितर्क, ज्योतिष विज्ञान, नृत्य व नाटक, व्यापार आदि के कारक ग्रह बुध 14 सितंबर 2024 की दोपहर 12 बजकर 50 मिनट पर सिंह राशि में अस्त होने जा रहे हैं।बुध सिंह राशि में अस्त होने से राशि चक्र की सभी 12 राशियों पर असर देखने को मिलेगा। इसके अलावा, हम आपको ज्योतिष में बुध के महत्व से भी रूबरू करवाएंगे। साथ ही जानेंगे, इसके प्रभाव से बचने के उपाय।
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यदि बुध अपनी स्वराशि मिथुन और कन्या में स्थित हो तो यह जातक को कुशल परिणाम प्रदान करेंगे। जब बुध उच्च राशि और शक्तिशाली स्थिति में कन्या राशि में स्थित होता है, तो जातकों को व्यापार और सट्टेबाजी के क्षेत्र में अपार सफलता प्राप्त होती हैं। इन जातकों की रुचि गूढ़ विज्ञान जैसे ज्योतिष, रहस्यवाद आदि में हो सकती है और यह इन क्षेत्रों में अपनी चमक बिखेरते हुए नज़र आ सकते हैं। तो चलिए आगे बढ़ते हैं और इस विशेष लेख के माध्यम से जानते हैं कि 14 सितंबर 2024 में बुध सिंह राशि में अस्त का प्रभाव सभी 12 राशियों पर किस प्रकार पड़ेगा और इससे बचने के क्या उपाय हैं।
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ज्योतिष में बुध अस्त का महत्व
यह तो हम सभी जानते हैं कि बुध ग्रह को बुद्धि, तर्क, शिक्षा और संचार कौशल का कारक ग्रह माना गया है। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में बुध कमज़ोर अवस्था में होते हैं, तो इससे जातकों में असुरक्षा की भावना, एकाग्रता की कमी, चीजों को समझने की शक्ति में कमी और कभी-कभी याददाश्त कमजोर होने जैसी भी परेशानी देखने को मिलती है।
बात करें ग्रहों के अस्त होने की तो जब कोई भी ग्रह अस्त होता है तो उससे मिलने वाले लाभकारी परिणाम में कमी देखने को मिलती है। सरल शब्दों में कहें तो अस्त होना ग्रहों की शक्ति में कमी ला सकता है। अब सवाल उठता है कि कोई भी ग्रह अस्त कब होता है? दरअसल राहु केतु के अलावा कोई भी अन्य ग्रह जब सूर्य के 10 डिग्री के भीतर आ जाता है तो यहां सूर्य को शक्ति प्राप्त होती है, जिससे दूसरा ग्रह कमज़ोर हो जाता है। बुध सिंह राशि में अस्त होने के कारण धन की कमी व परिवार में खुशियों की कमी आदि देखने को मिल सकता है।
यह राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी व्यक्तिगत चन्द्र राशि अभी जानने के लिए चंद्र राशि कैलकुलेटर का उपयोग करें।
बुध सिंह राशि में अस्त: राशि अनुसार राशिफल और उपाय
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं और बुध सिंह राशि में अस्त पांचवें भाव में होगा।
परिणामस्वरूप, आप अपने बच्चों के विकास को लेकर चिंतित हो सकते हैं और उनके भविष्य को लेकर नाखुश हो सकते हैं।
करियर की बात करें, तो इस दौरान आपके अंदर आत्मविश्वास में कमी देखने को मिल सकती है क्योंकि आप पर काम का दबाव अधिक हो सकता है और इसकी वजह से आप चिंतित हो सकते हैं।
जिन जातकों का खुद का व्यापार है, उन्हें इस दौरान नुकसान हो सकता है क्योंकि प्रतिद्वंद्वियों से कड़ी टक्कर मिल सकती है, जिससे उनको नुकसान भी उठाना पड़ सकता है।
आर्थिक मामलों में, आप अपनी एकाग्रता और ध्यान की कमी के कारण धन हानि उठा सकते हैं। इस कारण आपको अधिक सावधान रहने की आवश्यकता हो सकती है।
प्रेम जीवन में मेष राशि के जातक अपने पार्टनर से प्यार का इजहार नहीं कर पाएंगे और यह बात आपको परेशान कर सकती है।
स्वास्थ्य की बात करें, तो आपको अपने बच्चों के स्वास्थ्य के लिए अधिक धन खर्च करने की आवश्यकता हो सकती है।
उपाय- प्रतिदिन 41 बार “ॐ महा विष्णवे नमः” का जाप करें।
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के लिए, बुध दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं। बुध सिंह राशि में अस्त आपके चौथे भाव में होगा।
उपरोक्त के कारण, आपको अपने धन को सुरक्षित बनाए रखने पर ध्यान देने की आवश्यकता हो सकती है क्योंकि धन हानि की संभावना है। इसके अलावा, आपको सुख-सुविधाओं की कमी महसूस होने की संभावना है, जो आपके लिए चिंता का विषय बन सकता है।
करियर की बात करें, तो कार्यक्षेत्र में काम का दबाव बढ़ सकता है, जो आपको तनाव दे सकता है और इस प्रकार आप कार्यक्षेत्र में संतुष्टि की कमी महसूस कर सकते हैं।
जिन जातकों का खुद का व्यापार है, उन्हें लापरवाही और व्यवसाय के संबंध में उचित योजना की कमी के कारण नुकसान उठाना पड़ सकता है।
आर्थिक जीवन की बात की जाए, तो उचित योजना की कमी, लापरवाही आदि के कारण आपको भारी नुकसान होने की आशंका है। साथ ही, संभावना है कि आप अपने दोस्त की मदद करने में असफल हो।
प्रेम जीवन में, आशंका है आप अपने जीवन साथी के साथ आपसी समझ की कमी और समायोजन की कमी के कारण मधुर संबंध स्थापित करने में असफल हों।
स्वास्थ्य के लिहाज़ से, आपको अपनी माता के स्वास्थ्य पर अधिक खर्च करने की आवश्यकता हो सकती है जो आपके लिए चिंता का कारण बन सकती है।
उपाय- बुधवार को बुध ग्रह के लिए यज्ञ-हवन करें।
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मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए, बुध पहले और चौथे भाव के स्वामी हैं। बुध सिंह राशि में अस्त आपके तीसरे भाव में होगा।
उपरोक्त के कारण, आपको सुख-सुविधाओं की कमी महसूस हो सकती है और खुशियां नदारद हो सकती है। इस अवधि आप अपना कीमती समय नष्ट कर सकते हैं।
करियर की बात करें, तो आप अवांछित कारणों से नौकरी में बदलाव कर सकते हैं और इस वजह से खुशियों में कमी आ सकती है।
जिन जातकों का खुद का व्यापार है, उन्हें अधिक प्रतिस्पर्धा के कारण नुकसान होने की संभावना है, जिससे आपका दायरा कम हो सकता है।
आर्थिक जीवन के बारे में चर्चा करें, तो इस अवधि यात्रा करते समय आपको धन की हानि हो सकती है, इसलिए आपको बहुत अधिक सावधान रहने की आवश्यकता होगी।
प्रेम जीवन में, आशंका है कि कम बातचीत के कारण आपको अपने जीवनसाथी के साथ अच्छे पल देखने को न मिले।
स्वास्थ्य के मोर्चे पर, आपको पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, जो प्रतिरक्षा की कमी के कारण हो सकता है।
उपाय- गुरुवार को बृहस्पति ग्रह के लिए यज्ञ-हवन करें।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी हैं। बुध सिंह राशि में अस्त आपके दूसरे भाव में होगा।
उपरोक्त कारणों से, आपको अधिक धन हानि होने की संभावना है। साथ ही, सुख-सुविधाओं में कमी भी महसूस हो सकती है। इस अवधि आपको अपनी वाणी पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता हो सकती है।
करियर की बात करें, तो आप अपने वर्तमान कार्य में रुचि की कमी महसूस कर सकते हैं। आशंका है कि आपको अपने काम के लिए वरिष्ठों से सम्मान प्राप्त न हो और इस वजह से आप नौकरी में बदलाव करने का विचार बना सकते हैं।
जिन जातकों का खुद का व्यापार है, उन्हें इस दौरान बिज़नेस के क्षेत्र में नुकसान उठाना पड़ सकता है या आपको नो प्रॉफिट नो लॉस (न कोई लाभ और न ही कोई हानि) का सामना करना पड़ सकता है ।
आर्थिक जीवन को लेकर, बुध अस्त के दौरान आपको भारी नुकसान होने की संभावना है या आपको अचानक बढ़ते खर्चों का सामना करना पड़ सकता है।
प्रेम जीवन में, आप उचित तालमेल की कमी के कारण अपने जीवन साथी का विश्वास खो सकते हैं, जिससे रिश्तों में खुशी की कमी महसूस हो सकती है।
स्वास्थ्य के मोर्चे पर, आपको दांतों में दर्द, आंखों में दर्द और गले में दर्द आदि की समस्या होने की संभावना है।
उपाय- प्रतिदिन 11 बार “ॐ सोमाय नमः” का जाप करें।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और बुध सिंह राशि में अस्त आपके पहले भाव में होगा।
इसके परिणामस्वरूप, इस दौरान आपको अपने प्रयासों के बेहतर परिणाम प्राप्त होंगे और आप तेज़ी से विकास करेंगे। आपके लिए योजना बना कर चलना बेहतर होगा क्योंकि इससे आपको शानदार परिणाम प्राप्त होंगे।
करियर के मोर्चे पर, आपको अपने काम के लिए अधिक यात्राएं करनी पड़ सकती हैं और इससे आपके आत्मविश्वास और तरक्की में वृद्धि होगी।
जिन जातकों का खुद का व्यवसाय हैं, उन्हें अपनी मेहनत व प्रयास से लंबे समय तक लाभ होगा और आप बिज़नेस के सिलसिले से लंबी यात्राएं करेंगे।
आर्थिक जीवन के लिहाज़ से, आप बेहतरीन तरीके से धन कमाने में सक्षम होंगे और इस प्रकार बचत करने में भी आपको सफलता प्राप्त होगी।
प्रेम जीवन की बात करें, तो आप अपने जीवन साथी के साथ खुलकर संवाद करने और अच्छे तालमेल बनाए रखने में सक्षम होंगे।
सिंह राशि के स्वास्थ्य के बारे में चर्चा करें, तो आप अपने उत्साह और उच्च ऊर्जा स्तरों के कारण अच्छा स्वास्थ्य बनाए रखने में सफल होंगे। साथ ही, आप सकारात्मक महसूस करेंगे।
उपाय- प्रतिदिन 11 बार “ॐ भास्कराय नमः” का जाप करें।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए, बुध पहले और दसवें भाव के स्वामी हैं। बुध सिंह राशि में अस्त आपके बारहवें भाव में होने जा रहा है।
उपरोक्त के कारण, आपको करियर में रुकावटें आ सकती हैं, नौकरी में बदलाव करने की सोच सकते हैं और आपके प्रदर्शन में कमी आ सकती है।
करियर के लिहाज़, से आपको कार्यक्षेत्र में स्थिरता की कमी देखने को मिल सकती है। साथ ही, आपके ऊपर काम का दबाव आ सकता है और आशंका है कि आपके काम के लिए आपको सराहना भी प्राप्त न हो।
जिन जातकों का खुद का व्यापार है, उन्हें प्रतिद्वंद्वियों से कड़ी टक्कर मिल सकती है, जिससे उनको नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। इस दौरान, आप व्यवसाय के कई अच्छे मौके भी खो सकते हैं।
आर्थिक जीवन की बात करें, तो आपको अधिक बढ़ते खर्चों का सामना करना पड़ सकता है, जो इस दौरान लापरवाही के कारण संभव हो सकता है।
प्रेम जीवन में आपका अपने जीवन साथी के साथ अधिक बहस हो सकती है और यह आपकी ओर से तालमेल में कमी के कारण संभव है।
स्वास्थ्य के लिहाज़ से, आप ऊर्जा, साहस, आशा आदि की कमी महसूस कर सकते हैं, जिसके चलते आपकी सेहत प्रभावित हो सकती है।
उपाय- प्रतिदिन 11 बार “ॐ बुधाय नमः” का जाप करें।
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तुला राशि
तुला राशि के जातकों के लिए, बुध नौवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं। बुध सिंह राशि में अस्त आपके ग्यारहवें भाव में होगा।
उपरोक्त के कारण, आपको अच्छा मात्रा में धन कमाने में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। आशंका है कि आपको इस अवधि भाग्य का साथ न मिले और जीवन में संतुलन बनाए रखने के लिए थोड़ा संघर्ष करना पड़ सकता है।
करियर के लिहाज़ से, आपको कार्यक्षेत्र में सफलता अवश्य प्राप्त होगी, लेकिन आशंका है कि सहकर्मियों से सहयोग की कमी महसूस हो।
जिन जातकों का खुद का व्यापार हैं, उन्हें औसत लाभ होने की संभावना है। आशंका है कि यदि आप अधिक लाभ कमाते हैं, तो भी आपको अधिक संतुष्टि प्राप्त न हो।
आर्थिक जीवन की बात करें, तो आपको अच्छा धन प्राप्त हो सकता है, लेकिन संभावना है कि आप बचत करने और धन को बनाए रखने में सफलता प्राप्त न करें।
प्रेम जीवन की बात करें तो, आप अपने जीवनसाथी के अच्छे और मजबूत संबंध बनाए रखने में सक्षम होंगे लेकिन, बशर्ते आप बेहतर सामंजस्य बनाए रखने में सक्षम हों।
स्वास्थ्य के मोर्चे पर, आप बेहतर स्वास्थ्य बनाए रखेंगे, लेकिन यह आपके स्वभाव और दृष्टिकोण के कारण संभव हो सकता है।
उपाय- प्रतिदिन 11 बार “ॐ शुक्राय नमः” का जाप करें।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए, बुध नौवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं। बुध सिंह राशि में अस्त आपके दसवें भाव में होगा।
उपरोक्त के कारण, आशंका है कि आपको नौकरी में अधिक प्रगति प्राप्त न हो। साथ ही, कई अचानक चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है और जिसके चलते अच्छे अवसर आपके हाथ से निकल सकते हैं।
करियर के मोर्चे पर, कार्यक्षेत्र में आप पर काम का दबाव अधिक डाला जा सकता है, जिससे आपका आत्मविश्वास कमज़ोर होने की संभावना है और हो सकता है कि आप दृढ़ता से आगे बढ़ने में भी असफल हो।
जिन जातकों का खुद का व्यापार है, उन्हें इस दौरान नो प्रॉफिट नो लॉस की स्थिति का सामना करना पड़ सकता है और यह करो या मरो वाली स्थिति हो सकती है।
आर्थिक जीवन की बात करें, तो यात्रा करते समय आपको धन की हानि का सामना करना पड़ सकता है, जिस पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। आशंका है कि आप बचत करने में भी असमर्थ हो।
प्रेम जीवन में, आपको अपने जीवन साथी के साथ अहंकार की समस्याएं देखने को मिल सकती हैं, जो एक-दूसरे पर विश्वास की कमी के कारण उत्पन्न हो सकती है।
स्वास्थ्य के मोर्चे पर, आपको पेट दर्द की समस्या हो सकती है, जो आशंका है कि प्रतिरक्षा स्तर की कमी के कारण उत्पन्न हो।
उपाय- प्रतिदिन 11 बार “ॐ भौमाय नमः” का जाप करें।
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धनु राशि
धनु राशि के जातकों के लिए, सातवें और दसवें भाव के स्वामी हैं। बुध सिंह राशि में अस्त आपके नौवें भाव में होंगे।
उपरोक्त के कारण, आशंका है कि आपको भाग्य का साथ न मिले। इसके साथ ही, लंबी यात्रा में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। अपने दोस्तों से परेशानी मिल सकती है।
करियर के लिहाज़ से, आपको वरिष्ठों और सहकर्मियों के साथ समस्याएं देखने को मिल सकती हैं, आशंका है कि जिससे आप निराश व परेशान हो जाए।
जिन जातकों का खुद का व्यवसाय है, उन्हें इस दौरान अपने प्रतिद्वंदियों से कड़ी टक्कर मिल सकती है, जिसके चलते उन्हें नुकसान उठाना भी पड़ सकता है।
आर्थिक जीवन की बात करें तो इस दौरान आपको भाग्य का साथ मिलता नज़र नहीं आ रहा है और इसके परिणामस्वरूप आपको धन हानि भी हो सकती है।
प्रेम जीवन की बात करें, तो आप अपने जीवनसाथी के साथ सहयोग की कमी महसूस करेंगे, जिसके चलते आप दोनों के बीच आकर्षण खो सकता है। इसके अलावा, इस अवधि आप दोनों के बीच आपसी समझ की कमी भी देखने को मिलेगी, जिस वजह से बेहतर तालमेल बिठाने में विफल हो सकते हैं।
स्वास्थ्य के लिहाज़ से, आपको अपने पिता के लिए पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं। साथ ही, आपको पैरों में दर्द आदि की समस्या हो सकती है।
उपाय- प्रतिदिन 11 बार “ऊँ शिव ऊँ शिव ऊँ” का जाप करें।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के लिए, बुध छठे और नौवें भाव के स्वामी हैं। बुध सिंह राशि में अस्त आपके आठवें भाव में होगा।
उपरोक्त के कारण, आपको अचानक कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, आशंका है कि आपको अपने प्रयासों में सफलता प्राप्त न हो और आपके लिए चिंता का कारण बन सकता है।
करियर के लिहाज़ से, आपको काम में अचानक असफलताओं का सामना करना पड़ सकता है। आशंका है कि इस दौरान आपके लिए अपने लक्ष्यों को प्राप्त करना मुश्किल हो।
जिन जातकों का खुद का व्यवसाय हैं, उन्हें प्रतिद्वंदियों से कड़ी टक्कर मिल सकती है और बिज़नेस में आलस्य की वजह से बिज़नेस पार्टनर के साथ समस्याएं देखने को मिल सकती है।
आर्थिक जीवन की बात करें, तो अचानक आपके खर्चों में वृद्धि हो सकती है और यह आपके सही से योजना न बनाने के कारण हो सकता है।
प्रेम जीवन में, आप अपने जीवन साथी के साथ अधिक बहस और सद्भावना की कमी देख सकते हैं।
स्वास्थ्य के लिहाज़ से, आपको आंखों में जलन, दांतों में दर्द आदि की समस्या हो सकती है।
उपाय- प्रतिदिन 11 बार “ॐ शं शनैश्चराय नमः” का जाप करें।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों के लिए, बुध पांचवें और आठवें भाव के स्वामी हैं। बुध सिंह राशि में अस्त आपके सातवें भाव में होगा।
उपरोक्त के कारण, दोस्तों के साथ संबंधों में तनाव हो सकता है। यात्रा में बाधाएं आने की संभावना है और अपने बच्चों के जीवन में स्थिरता की कमी भी देखने को मिल सकती है।
करियर के लिहाज़ से, आपको अपनी नौकरी में अपने वरिष्ठों से अधिक समस्याएं देखने को मिल सकती हैं और इस बात की भी आशंका है कि वे आपके काम की सराहना न करें।
जिन जातकों का खुद का व्यापार है, उन्हें बिज़नेस पार्टनर से सहयोग की कमी हो सकती है और साथ ही, उनके साथ तालमेल कम होता हुआ दिखाई दे सकता है। कुल मिलाकर, व्यवसाय में इस दौरान आपको उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं।
आर्थिक जीवन की बात करें, तो आपके ध्यान न देने व लापरवाही के कारण आपको धन हानि हो सकती है।
प्रेम जीवन के लिहाज़ से, बुध अस्त के दौरान आपका जीवनसाथी के साथ बहस हो सकती है, जिसके चलते आशंका है कि रिश्ते में खुशी की कमी महसूस हो।
स्वास्थ्य के मोर्चे पर, आपको अपने जीवन साथी के स्वास्थ्य के लिए धन खर्च करने की आवश्यकता हो सकती है क्योंकि उन्हें पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
उपाय- प्रतिदिन 11 बार “ऊँ शिवाय नमः” का जाप करें।
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के लिए बुध चौथे और सातवें भाव के स्वामी हैं और बुध सिंह राशि में अस्त आपके छठे भाव में होगा।
उपरोक्त के कारण, आशंका है कि आपको अपने प्रयास में सफलता प्राप्त न हो। आप अपने काम में रुचि खो सकते हैं और आप में दृढ़ संकल्प कू कमी हो सकती है।
करियर के लिहाज़ से, आप अपना पूरा ध्यान अपने काम पर लगा सकते हैं और काम के प्रति समर्पित रह सकते हैं।.
इस राशि के जिन जातकों का अपना व्यापार है, उन्हें बिज़नेस पार्टनर से समस्या हो सकती है। साथ ही, उचित व्यावसायिक उद्देश्यों की कमी आदि देखने को मिल सकती है।
आर्थिक जीवन की बात करें तो, आपके खर्चे बढ़ने के कारण आप अधिक ऋण लेने के लिए मजबूर हो सकते हैं। इस अवधि आपको पैसों की अधिक जरूरत हो सकती है।
प्रेम जीवन में आपका अपने जीवन साथी के साथ अधिक बहस हो सकती है और यह आपकी ओर से तालमेल में कमी के कारण संभव है।
स्वास्थ्य के लिहाज़ से, आप ऊर्जा, साहस, आशा आदि की कमी महसूस कर सकते हैं, जिसके चलते आपकी सेहत प्रभावित हो सकती है।
उपाय- प्रतिदिन 11 बार “ॐ बृं बृहस्पतये नमः” का जाप करें।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. बुध का गोचर कितने दिन का होता है?
बुध का गोचर 23 या 24 दिन का होता है।
2. सिंह राशि के स्वामी कौन हैं?
सिंह राशि के स्वामी सूर्यदेव हैं।
3. बुध सिंह राशि में अस्त कब होगा?
बुध देव 14 सितंबर 2024 की दोपहर 12 बजकर 50 मिनट पर सिंह राशि में अस्त हो जाएंगे।