बुध का कन्या राशि में गोचर (23 सितंबर 2024)
बुध का कन्या राशि में गोचर: वैदिक ज्योतिष में बुध देव को “ग्रहों के राजकुमार” के नाम से जाना जाता है जो कि युवा, सुंदर, बुद्धिमान और प्रभावी संचार कौशल वाले ग्रह हैं। राशि चक्र में बुध ग्रह को दो राशियों मिथुन और कन्या राशि का स्वामित्व प्राप्त है। अब ग्रहों के राजकुमार कहे जाने वाले बुध अपनी ही राशि कन्या में 23 सितंबर 2024 की सुबह 09 बजकर 59 मिनट पर गोचर करने जा रहे हैं। काल पुरुष कुंडली में कन्या राशि छठे स्थान पर आती है और यह पृथ्वी तत्व की स्त्री स्वभाव की राशि है। साथ ही, दोहरे स्वभाव की राशि है और इसका प्रतीक चिन्ह एक कुंवारी कन्या है। हालांकि, कन्या बुध की राशि होने के साथ-साथ इनकी उच्च राशि भी है और यहां बुध ग्रह की स्थिति सबसे अनुकूल होती है।
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बुध गोचर की अवधि को करियर के क्षेत्र में डेटा इंटरप्रिटेशन, ट्रेडिंग, नेगोटिएशन, बैंकिंग, शिक्षा, बीमा, धन के प्रबंधन और डेटा साइंटिस्ट आदि के लिए शानदार कहा जाएगा। यह समय अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए अच्छा रहेगा। बता दें कि बुध का कन्या राशि में गोचर का प्रभाव आपके जीवन पर कैसा पड़ेगा? यह बात पूरी तरह से कुंडली में बुध की स्थिति और ग्रहों की दशा पर निर्भर करती है।
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बुध का कन्या राशि में गोचर: राशि अनुसार राशिफल और उपाय
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए बुध देव आपके तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं जो अब आपके छठे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। कुंडली में छठा भाव शत्रु, स्वास्थ्य, प्रतियोगिता और मामा आदि का प्रतिनिधित्व करता है।
बुध का कन्या राशि में गोचर आपके लिए अच्छा स्वास्थ्य लेकर आएगा और सेहत के मामले में आपको सकारात्मक परिणाम प्राप्त हो सकेंगे। जो जातक काफ़ी समय से किसी बीमारी से जूझ रहे हैं, उनके लिए यह समय अनुकूल रहेगा क्योंकि इस दौरान आपके स्वास्थ्य में सुधार देखने को मिलेगा और ऐसे में, आप इन स्वास्थ्य समस्याओं से बाहर आ सकेंगे। बुध महाराज का यह राशि परिवर्तन विशेष रूप से बैंकिंग, ट्रेडिंग, नेगोटिएशन और डेटा इंटरप्रिटेशन आदि क्षेत्रों से जुड़े लोगों के लिए फलदायी रहेगा। इसके परिणामस्वरूप, हर समस्या का समाधान आप बातचीत के माध्यम से कर सकेंगे।
इस राशि के लोग अपने पेशेवर जीवन की दिनचर्या को बेहतर बनाने के लिए अपने छोटे-बहनों की सहायता ले सकते हैं। लेकिन, अगर आपकी कुंडली में अशुभ दशा चल रही है, तो आपको छोटे भाई-बहनों के साथ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है या फिर वह आपकी आलोचना कर सकते हैं। इस दौरान होने वाली यात्राओं की वजह से आपके खर्चों में वृद्धि हो सकती है। जो छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें इस अवधि में सफलता की प्राप्ति होगी। साथ ही, आपको हर कदम पर अपने मामा का भी साथ मिलेगा।
उपाय: प्रतिदिन गाय को हरा चारा खिलाएं।
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध महाराज आपके दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं। अब बुध का कन्या राशि गोचर आपके पांचवें भाव में होने जा रहा है जो कि पूर्व पुण्य, शिक्षा, प्रेम संबंध और संतान आदि का भाव होता है। बता दें कि वृषभ राशि वालों के लिए बुध मित्र ग्रह है और अब यह दूसरे भाव के स्वामी के रूप में आपके पांचवें भाव में गोचर करने जा रहा है। इसके परिणामस्वरूप, यह जातक अपनी बचत का एक बड़ा हिस्सा शिक्षा, संतान और प्रेम संबंधों में निवेश करते हुए दिखाई दे सकते हैं।
इन राशि के लोगों को बुध गोचर से सबसे ज्यादा फायदा होगा, विशेष रूप से उन्हें जो राइटिंग, मास कम्युनिकेशन की पढ़ाई कर रहे हैं या कोई भाषा सीख रहे हैं। साथ ही, इस अवधि में आपको परिवारजनों से प्रोत्साहन और प्रशंसा की प्राप्ति होगी। इस राशि के जातकों का प्रेम जीवन प्रेम और रोमांस से भरा रहेगा और ऐसे में, एक-दूसरे से खुलकर बात करने के साथ-साथ रिश्ते के प्रति ईमानदार रहने से आपका रिश्ता मज़बूत होगा। अभी तक सबसे गुप्त रखे गए रिश्ते के बारे में आप अपने परिवार को बता सकते हैं या फिर वह खुद ही इसका पता लगा लेंगे।
बुध गोचर का समय अपनी संतान की पर्सनालिटी को एक आकार देने के लिए सबसे श्रेष्ठ होगा। आपको उनके साथ समय बिताना होगा जिससे आपका रिश्ता उनके साथ मज़बूत हो सकेगा। इस समय को आर्थिक जीवन के लिए अच्छा कहा जाएगा और ऐसे में, आपके द्वारा की गई मेहनत रंग लाएगी। लेकिन, इन जातकों के लिए अपनी इच्छाओं को काबू में रखना बेहद आवश्यक होगा क्योंकि व्यर्थ के लक्ष्यों को पाने की कोशिश करने से समाज में आपकी छवि खराब हो सकती है। कुल मिलाकर, बुध का यह गोचर आपके लिए शुभ रहेगा और आप संतुष्ट दिखाई देंगे।
उपाय: गरीब एवं जरूरतमंद छात्रों को किताबें देना लाभदायक रहेगा।
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मिथुन राशि
मिथुन राशि वालों की कुंडली में बुध ग्रह पहले और चौथे भाव के स्वामी हैं। अब बुध देव का गोचर आपके चौथे भाव में होने जा रहा है और कुंडली में यह भाव माता, घरेलू जीवन, घर, वाहन और संपत्ति आदि का होता है। ऐसे में, बुध का कन्या राशि में गोचर आपके चौथे भाव से होने से यह आपके घर-परिवार को ख़ुशियों से भरने का काम करेगा।
हालांकि, बुध का कन्या राशि में प्रवेश आपके लिए बहुत फलदायी रहेगा क्योंकि आपकी कुंडली में दो त्रिकोण भावों, लग्न और चौथे भाव के स्वामी उच्च के होने जा रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप, इन जातकों को बुध का यह राशि परिवर्तन अच्छे स्वास्थ्य, आत्मविश्वास और खुशियों से पूर्ण पारिवारिक जीवन का आशीर्वाद देगा। साथ ही, इस गोचरकाल के दौरान इन लोगों का सारा ध्यान चौथे भाव से जुड़े क्षेत्रों जैसे कि घरेलू जीवन का आनंद लेने के साथ-साथ उसमें सुधार करने, माता के साथ समय बिताने में और उनके स्वास्थ्य पर केंद्रित होगा। इसके अलावा, यह लोग अपने घर-परिवार के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताना पसंद करेंगे।
जैसे कि हम जानते हैं कि कन्या एक विश्लेषणात्मक राशि भी है और बुध ग्रह आपके लग्नेश हैं। इसके फलस्वरूप, आपका व्यवहार इस अवधि में चौथे भाव से संबंधित मामलों में बेहद आलोचनात्मक रह सकता है। लेकिन, ऐसा तब ही होगा जब कुंडली में चलने वाली दशा अनुकूल नहीं होगी। हालांकि, यह अवधि नया घर या कार लेने के लिए शानदार रहेगी। बुध के गोचर को रियल एस्टेट से जुड़े लोगों और एजेंटों के लिए अच्छा कहा जाएगा क्योंकि बुध ग्रह की दृष्टि आपके दसवें भाव पर होगी। ऐसे में, इस बात की प्रबल संभावना है कि इस दौरान मिथुन राशि वाले अपने पेशेवर जीवन को नज़रअंदाज़ कर सकते हैं जिसके चलते भविष्य में आपकी समस्याएं बढ़ सकती हैं इसलिए आपको सावधान रहना होगा। आप कुछ नई-नई चीज़ें सीखना चाहते हैं, तो आपको थोड़ा इंतज़ार करना पड़ सकता है।
उपाय: प्रतिदिन "ॐ नमो भगवते वासुदेवाय" का 108 बार जाप करें।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी हैं। बुध का कन्या राशि में गोचर आपके तीसरे भाव में होने जा रहा है जो कि कुंडली में भाई-बहनों, छोटी दूरी की यात्राओं और संचार कौशल का प्रतिनिधित्व करता है। ऐसे में, बुध का गोचर आपके तीसरे भाव में होने से यह आपके संचार कौशल को प्रभावी और आत्मविश्वास से पूर्ण बनाने का काम करेगा। यह अवधि पेशेवर रूप से मुख्यतः उन लोगों के लिए फलदायी रहेगी जो कंसल्टेंट के तौर पर काम कर रहे हैं जहां आपको अपने आइडिया व्यक्त करने के लिए बोलने और बातचीत करने की आवश्यकता होगी।
बुध का यह गोचर रचनात्मकता से जुड़े लोगों जैसे कि कम्पोज़र, मीडिया पर्सनालिटी, एंटरटेनर, चीफ या एंकर आदि के लिए बहुत अच्छा रहेगा। इस राशि वालों को अपने अपने छोटे भाई-बहनों से काफी सहायता प्राप्त होगी, लेकिन कभी-कभार वह आपकी आलोचना भी कर सकते हैं इसलिए आपको उनके द्वारा की जा रही आलोचना को सकारात्मक रूप से लेने की सलाह दी जाती है और साथ ही, खुद को विकसित करने में आप इसका इस्तेमाल करें। अगर आप चाहे तो, छोटे भाई-बहनों के साथ आप किसी छोटी यात्रा पर जाने की योजना बना सकते हैं। इन लोगों को कोई शुभ समाचार सुनने को मिल सकता है या फिर आपको विदेश से कोई लाभ मिलने की संभावना है।कुंडली में चल रही दशा प्रतिकूल होने पर आपको अपनी सेहत का ख्याल रखें।
इस राशि के जातक बुध गोचर की अवधि में अपनी रुचि को पूरा करने या फिर अपने हुनर को बेहतर बनाने पर पैसा खर्च करते हुए दिखाई देंगे। साथ ही, पिता या गुरु के साथ आपके विवाद होने की आशंका है इसलिए आपको सावधान रहना होगा और इनसे बचना होगा। इसके अलावा, उनकी सेहत का ध्यान भी रखना होगा।
उपाय: छोटे भाई-बहन या चचेरे भाई-बहन को कुछ भेंट करें।
सिंह राशि
सिंह राशि के लग्न भाव के स्वामी सूर्य के लिए बुध मित्र ग्रह हैं और इन्हें आपके आर्थिक जीवन में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है क्योंकि यह आपके दोनों धन भावों, दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी भी हैं। ऐसे में, बुध अपनी उच्च अवस्था में आ जाएंगे और इस प्रकार, यह समय आपके आर्थिक जीवन में अपार वृद्धि लेकर आएगा। यह अवधि उन लोगों के लिए श्रेष्ठ रहेगी जिनका संबंध फाइनेंसियल सेक्टर से है क्योंकि इस दौरान आप नए-नए आइडिया लेकर आगे आएंगे और उनका फायदा उठाने की कोशिश करेंगे।
कुंडली का दूसरा भाव वाणी का होता है और ऐसे में, इस गोचर के दौरान आपका संचार कौशल काफी अच्छा रहेगा। लेकिन, फिर भी आपको शब्दों को लेकर बेहद सावधान रहना होगा क्योंकि अन्य लोग आपको घमंडी समझ सकते हैं। बता दें कि बुध का कन्या राशि में गोचर के दौरान इनकी दृष्टि आपके आठवें भाव पर होगी और इसके परिणामस्वरूप, शादीशुदा जातक को ससुराल पक्ष की तरफ से प्यार मिलेगा। साथ ही, पार्टनर के साथ आपके संयुक्त आय में वृद्धि होगी। अगर हम बुध गोचर का नकारात्मक पक्ष देखें, तो आपको एलर्जी या त्वचा से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
उपाय: प्रतिदिन तुलसी को जल दें और एक तुलसी की पत्ती का सेवन करें।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए बुध का कन्या राशि में गोचर बेहद शुभ रहेगा क्योंकि अब बुध पुनः अपनी मूल त्रिकोण राशि में उच्च अवस्था में लौट रहे हैं। आपकी कुंडली में बुध ग्रह लग्न भाव तथा दसवें भाव के स्वामी हैं और ऐसे में, इनका उच्च का होना आपको अच्छे स्वास्थ्य, बुद्धि, बेहतरीन संचार कौशल और पेशेवर जीवन में तरक्की के नए अवसर प्रदान करेगा। बुध देव किसी व्यक्ति को बुद्धिमान बनाने के साथ-साथ व्यापारिक सोच वाला इंसान बनाते हैं जो कि बिज़नेस की दुनिया में सफलता पाने के लिए सबसे आवश्यक होता है। हालांकि, यह समय इस राशि के जातकों के करियर के लिए शानदार रहेगा।
कन्या राशि के जो जातक डाटा साइंटिस्ट, एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट, नेगोशिएटर, बैंकर और मीडिया आदि से संबंध रखते हैं, उनके लिए बुध गोचर अच्छा रहेगा। इसके अलावा, बुध की दृष्टि आपके सातवें भाव पर पड़ रही होगी और इसके फलस्वरूप, पेशेवर और निजी जीवन के संबंधों में सुधार आएगा। साथ ही, आपको उनका हर कदम पर साथ मिलेगा।
जैसे कि बुध ग्रह आपके स्वास्थ्य के भी कारक हैं इसलिए यह समय अपनी सेहत में सुधार करने, फिटनेस को बनाए रखने और ऊर्जा को एक नए स्तर पर ले जाने के लिए एकदम सही होगा। इस दौरान अपना सारा ध्यान स्वास्थ्य पर केंद्रित करें जिससे आपको सकारात्मक परिणामों की प्राप्ति होगी।
उपाय: सोने या पंचधातु की अंगूठी में 5 से 6 कैरेट का पन्ना धारण करें।
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तुला राशि
तुला राशि वालों के लिए बुध महाराज आपके नौवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके बारहवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। कुंडली में बारहवां भाव विदेश, अलगाव, अस्पताल, खर्चों और मल्टीनेशनल कंपनी आदि का होता है। बता दें कि तुला राशि वालों के लिए बुध आपके लग्न भाव के स्वामी शुक्र ग्रह के मित्र हैं। लेकिन, बुध का कन्या राशि में गोचर आपके लिए फलदायी नहीं रहने की आशंका है क्योंकि इस गोचर के दौरान बुध आपके बारहवें भाव में उपस्थित होंगे जो आपके विदेश में संपर्कों को बढ़ाने के साथ-साथ आपके खर्चों को बढ़ाने का भी काम करेंगे। ऐसे में, संभावना है कि आप नए-नए गैजेट्स पर पैसा खर्च करें या फिर मनोरंजन के स्रोतों और विदेशी मीडिया से प्रभावित नज़र आ सकते हैं।
जैसे कि बुध आपके नौवें भाव के भी स्वामी हैं और इस भाव का संबंध लंबी दूरी की यात्राओं से होता है। ऐसे में, मल्टीनेशनल कंपनी या फिर इम्पोर्ट/एक्सपोर्ट से जुड़े क्षेत्रों में काम करने वाले जातकों को लाभ की प्राप्ति होगी। हालांकि, इस राशि के जातकों को संतुलित खानपान और अपनी साफ़-सफाई का ध्यान रखते हुए सेहत को प्राथमिकता देनी होगी। कुंडली में बारहवें भाव खर्चों और हानि का होता है और इस प्रकार, बुध का यह गोचर आपके खर्चों को बढ़ाने का काम कर सकता है या फिर आपको आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में, आपको सावधान रहना होगा और सोच-समझकर पैसा खर्च करना होगा।
उपाय: प्रतिदिन बुध ग्रह के बीज मंत्र का जाप करें।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह आठवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। अब बुध का कन्या राशि में गोचर आपके ग्यारहवें भाव में होने जा रहा है। इस भाव का संबंध लाभ, मनोकामनाओं, बड़े भाई-बहनों और मामा आदि से होता है। ऐसे में, बुध गोचर की अवधि में आपको अपने मामा और बड़े भाई का हर कदम पर साथ मिलेगा। इसके अलावा, यह अवधि पेशेवर जीवन में नए संपर्क बनाने की दृष्टि से अच्छी रहेगी और इसका लाभ आपको भविष्य में मिल सकेगा। साथ ही, आपकी इच्छाएं पूरी होने के भी योग बनेंगे। लेकिन, आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि बुध ग्रह आपके आठवें भाव के भी स्वामी हैं जो कि अचानक से होने वाली घटनाओं का प्रतिनिधित्व करता है। ऐसे में, इन जातकों को धन से संबंधित मामलों में जोखिम उठाने से बचना होगा।
पिछले वर्ष यानी कि साल 2024 में करियर या व्यापार में तरक्की एवं प्रगति पाने के लिए की गई मेहनत का फल आर्थिक लाभ के रूप में आपको अब मिलेगा। हालांकि, बुध ग्रह की पांचवें भाव पर दृष्टि को इस राशि के छात्रों के लिए अनुकूल कहा जाएगा, विशेष रूप से उन लोगों के लिए जो मास कम्युनिकेशन, राइटिंग या भाषा आदि की पढ़ाई कर रहे हैं। कुल मिलाकर, वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध का यह गोचर शानदार रहेगा।
उपाय: बच्चों को हरे रंग की कोई वस्तु खाने के लिए दें।
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धनु राशि
धनु राशि के जातकों के लिए बुध महाराज सातवें और दसवें भाव के स्वामी हैं। अब आपके दसवें भाव के स्वामी पुनः कार्यक्षेत्र और पेशे के भाव में लौटकर आ रहे हैं। ऐसे में, इस समय को धनु राशि वालों के लिए पेशेवर जीवन में तरक्की पाने के लिए बहुत अच्छा कहा जाएगा। इस अवधि में राजनीति, तकनीक और कम्युनिकेशन से जुड़े लोग अपने क्षेत्रों में प्रगति हासिल करेंगे। ऐसे में, बुध का यह गोचर आपके लिए कई नए अवसर लेकर आएगा और इसके परिणामस्वरूप, इन जातकों को करियर में सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे या फिर आपके नया व्यापार शुरू करने की भी संभावना है।
साथ ही, बुध ग्रह की दृष्टि आपके चौथे भाव पर पड़ रही होगी जो कि माता और घरेलू जीवन का भाव है। इसके फलस्वरूप, आपको अपनी माता का साथ मिलेगा और घर का माहौल भी प्रेम एवं सौहार्द से पूर्ण बना रहेगा। बुध के इस गोचर के दौरान आप अपने घर-परिवार की जिम्मेदारियों को नजरअंदाज कर सकते हैं जिसके चलते घर में छोटे-मोटे विवाद जन्म ले सकते हैं। हालांकि, बुध गोचर की अवधि धनु राशि के जातकों के करियर के लिए बहुत शुभ रहेगी और आप तरक्की प्राप्त कर सकेंगे इसलिए आपको इस समय का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाने की सलाह दी जाती है।
उपाय: कार्यस्थल में बुध यंत्र की स्थापना करें और नियमित रूप से उसकी पूजा करें।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के लिए बुध छठे और नौवें भाव के स्वामी हैं। अब कन्या राशि में बुध का गोचर आपके नौवें भाव में होने जा रहा है और इस भाव का संबंध पिता, धर्म, लंबी दूरी की यात्रा, तीर्थ यात्रा और भाग्य आदि से होता है। जैसे कि बुध महाराज भाग्य भाव के स्वामी के रूप में अपने ही भाव में प्रवेश करेंगे, तो ऐसे में, इन जातकों को कदम-कदम पर अपने भाग्य का साथ मिलेगा। जो लोग फिलॉसोफर्स, कंसलटेंट, मेंटर और टीचर आदि के रूप में कार्यरत हैं, वह आसानी से दूसरों को प्रभावित कर सकेंगे। साथ ही, यह समय अपने सामाजिक दायरे का विस्तार करने और समाज में अपनी छवि को सुधारने के लिए श्रेष्ठ रहेगा।
जो छात्र उच्च शिक्षा की तैयारी कर रहे हैं, वह इस अवधि में मिलने वाले बेहतरीन अवसरों का लाभ उठा सकेंगे। इस राशि के लोगों को अपने पिता और टीचर का साथ मिलेगा। आपके किसी लंबी दूरी की यात्रा और तीर्थ स्थल पर जाने के योग बनेंगे। बुध का गोचर आपको अच्छे कर्म करने और अध्यात्म के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित कर सकता है। इस समय बुध की दृष्टि आपके तीसरे भाव पर पड़ रही होगी और इस वजह से आपको छोटे भाई-बहनों का सहयोग भी प्राप्त होगा।
उपाय: बुधवार के दिन भगवान विष्णु या कृष्ण जी को मीठा पान अर्पित करें।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध पांचवें और आठवें भाव के स्वामी हैं जो कि अब गोचर करके आपके आठवें भाव में जा रहे हैं। कुंडली में आठवां भाव दीर्घायु, अचानक से होने वाली घटनाओं और रहस्यों का प्रतिनिधित्व करता है।
आठवें भाव के स्वामी के रूप में बुध देव आपके आठवें भाव में ही प्रवेश करने जा रहे हैं और ऐसे में, आपके लिए यह समय थोड़ा मुश्किल भरा रह सकता है क्योंकि इस दौरान आपको अचानक से होने वाली घटनाओं का सामना करना पड़ सकता है। इस वजह से आप मानसिक रूप से परेशान नज़र आ सकते हैं। बुध का कन्या राशि में गोचर के दौरान आपको यूटीआई, गुप्त अंगों से जुड़ी समस्याओं, कीड़े का काटना या त्वचा से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकती हैं। हालांकि, बुध ग्रह की इस स्थिति की वजह से आपको ससुराल पक्ष वालों का सहयोग प्राप्त होगा। जिन जातकों का जुड़ाव रिसर्च या गूढ़ विज्ञान जैसे कि ज्योतिष आदि से है, वह इस समय का उपयोग इसे सीखने और अपने ज्ञान को बढ़ाने के लिए कर सकते हैं।
कुंभ राशि के जातकों के लिए संतुलित भोजन का सेवन करना और अपनी सेहत का ध्यान रखना बेहद जरूरी होगा। अनावश्यक परिस्थितियों से बचने के लिए यात्रा करते समय आपको सावधान रहना होगा। इसके अलावा, आपको बेकार के खर्चों से बचना होगा क्योंकि बुध की दृष्टि आपके दूसरे भाव पर होगी जो कि धन का भाव है। ऐसे में, लापरवाही बरतने पर आपको आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
उपाय: किन्नरों का आदर करें और संभव हो, तो उन्हें हरे रंग के कपड़े भेंट करें।
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के लिए बुध चौथे और सातवें भाव के स्वामी हैं। अब बुध का कन्या राशि में गोचर आपके शादी, प्रेम और बिज़नेस पार्टनरशिप के भाव यानी कि सातवें भाव में होने जा रहा है। ऐसे में, इन जातकों को विवाह का प्रस्ताव मिल सकता है और आपकी योग्य जीवनसाथी की तलाश अब खत्म हो सकती है। अगर आप इस मामले में किसी भी तरह की परेशानी का अनुभव करते हैं, तो आप माता से सहायता ले सकते हैं। वहीं, इस राशि के शादीशुदा जातकों के पार्टनर को नए अवसरों की प्राप्ति होगी और इस वजह से आप खुशहाल वैवाहिक जीवन का आनंद लेते हुए दिखाई देंगे। लेकिन,फिर भी आपको सावधान रहना होगा क्योंकि माता की तरफ से आपको कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
बुध का यह गोचर व्यापार करने वाले जातकों के लिए शानदार रहेगा। ऐसे में, अगर आप नया व्यापार करने या फिर अपने बिज़नेस का विस्तार करने के बारे में सोच रहे हैं, तो आपके लिए यह अवधि फलदायी रहेगी। हालांकि, इन जातकों के लिए अपनी सेहत पर ध्यान देना जरूरी होगा क्योंकि संतुलित खानपान और जीवनशैली अपनाना आपके लिए ही फायदेमंद साबित होगा।
उपाय: बुधवार के दिन भगवान गणेश की पूजा करें और उन्हें तीन बेसन के लड्डू एवं दूर्वा घास अर्पित करें।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. बुध के कन्या राशि में प्रवेश का क्या मतलब है?
बुध गोचर स्पष्ट संचार का समय होगा इसलिए अपनी बातों को मन में न रखें और दूसरों के सामने अपने विचारों या भावनाओं को सकारात्मक रूप से रखें।
2. बुध की कन्या में उपस्थिति अच्छी है?
हाँ, बुध की कन्या राशि में मौजूदगी विशेष रूप से पेशेवर जीवन के लिए अच्छी रहेगी।
3.क्या बुध कन्या राशि में मज़बूत होता है?
हाँ, वैदिक ज्योतिष में बुध की इस स्थिति को बहुत मज़बूत माना जाता है।