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मंगल का कर्क राशि में गोचर (03 अप्रैल 2025)

मंगल का कर्क राशि में गोचर: शौर्य और साहस के प्रतीक मंगल ग्रह 20 अक्टूबर 2024 को कर्क राशि में प्रवेश कर गए थे। लेकिन, 7 दिसंबर 2024 को यह वक्री हो गए थे और वक्री अवस्था में ही 21 जनवरी 2025 को पुनः मिथुन राशि में चले गए थे। अब मिथुन राशि में मंगल ग्रह 24 फरवरी 2025 को मार्गी होकर 3 अप्रैल 2025 की देर रात 01 बजकर 32 मिनट पर पुनः कर्क राशि में प्रवेश कर रहे हैं और मंगल देव इस राशि में 7 जून 2025 तक रहेंगे। जैसा कि सभी सभी जानते हैं कि मंगल देव साहस, पराक्रम, ऊर्जा, शक्ति, सामर्थ्य, संकल्प, युद्ध और क्रोध आदि के कारक होने के साथ-साथ प्राकृतिक आपदाओं विशेषकर भूकंप, अग्नि और दुर्घटनाओं के कारक भी माने गए हैं। ऐसे में, यह नकारात्मक परिणाम दे सकते हैं। आइए जानते हैं कि मंगल ग्रह का यह गोचर भारत को किस तरह से प्रभावित करेगा।

मंगल का कर्क राशि में गोचर 03 अप्रैल 2025 को होगा।

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भारत पर मंगल गोचर का प्रभाव

मंगल का कर्क राशि में गोचर के दौरान मंगलकर्क राशि में अपनी नीच अवस्था में होने के कारण कई मामलों में आपको नकारात्मक परिणाम दे सकते हैं क्योंकि 3 अप्रैल 2025 से 7 जून 2025 तक मंगल भारतवर्ष की कुंडली में तीसरे भाव में नीच अवस्था में रहेंगे। ऐसे में मंगल से मिले-जुले परिणाम की उम्मीद की जा सकती है। वैसे तो, तीसरे भाव में मंगल के गोचर को अच्छे परिणाम देने वाला माना जाता है, लेकिन नीच अवस्था में होने के कारण कुछ पड़ोसी राष्ट्रों से परिणाम कमजोर रह सकते हैं। इस दौरान कुछ पड़ोसी राष्ट्र समस्या पैदा कर सकते हैं। हालांकि, कुछ परेशानियों के बाद ही सही हम न केवल उपद्रव को शांत करने में कामयाब हो सकेंगे, बल्कि इसका मुंह तोड़ जवाब भी दे सकेंगे क्योंकि तीसरे भाव में मंगल हमारे पराक्रम को बढ़ाने का भी काम करेंगे।

सामान्य शब्दों में कहें तो, भले ही उतार-चढ़ाव देखने को मिलेंगे, परंतु हमारे पराक्रम में कोई बड़ी नकारात्मकता देखने को नहीं मिलेगी। आवश्यकता पड़ने पर हम अपनी रक्षा-सुरक्षा करने में कामयाब हो सकेंगे, लेकिन यातायात दुर्घटनाओं को लेकर कुछ निराशाजनक समाचार मिल सकते हैं। कुछ जगहों पर आगजनी की घटनाएं भी सामने आ सकती हैं और साइबर अपराध भी बढ़ सकते हैं। सभी 12 राशियों के लिए मंगल का गोचर कैसे परिणाम देगा? आइए जानते हैं।

To Read in English Click Here: Mars Transit in Cancer

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मंगल का कर्क राशि में गोचर: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय

मेष राशि

मेष राशि वालों के लिए मंगल आपकी कुंडली में लग्न या राशि के स्वामी होने के साथ-साथ आपके आठवें भाव के भी स्वामी हैं। अब मंगल का कर्क राशि में गोचर करके आपके चतुर्थ भाव में रहने वाले हैं। यह आपके लग्न या राशि के स्वामी के रूप में आपके चतुर्थ भाव में नीच के हो रहे हैं। सामान्य तौर पर चौथे भाव में मंगल के गोचर को अच्छा नहीं माना जाता है। यही कारण है कि इस गोचर की अवधि में आपको घर-गृहस्थी से जुड़े मामलों में सावधान रहने की सलाह हम देना चाहेंगे। इतना ही नहीं, मंगल के इस गोचर का आपकी संगति पर भी प्रभाव पड़ सकता है। ऐसे में, आपकी रुचि गलत और प्रतिकूल व्यक्तियों के साथ उठने-बैठने में बढ़ सकती है।

भूमि, भवन, वाहन इत्यादि को लेकर कुछ परेशानियां देखने को मिल सकती हैं। घर के भीतर आने पर मन परेशान हो सकता है। साथ ही, घर-गृहस्थी से जुड़ी कुछ अप्रत्याशित कठिनाइयां भी देखने को मिल सकती हैं। मंगल के इस गोचर के चलते स्वास्थ्य भी कुछ कमजोर रह सकता है। यदि माता जी का स्वास्थ्य पहले से खराब चल रहा है, तो उनके स्वास्थ्य के प्रति भी जागरूक रहना होगा। इन सभी बातों को ध्यान में रखकर उचित आचरण करने की स्थिति में ही अनुकूल परिणामों की उम्मीद की जा सकेगी।

उपाय: बरगद की जड़ों पर मीठा दूध चढ़ाना शुभ रहेगा।

मेष साप्ताहिक राशिफल

वृषभ राशि

वृषभ राशि वालों के लिए मंगल ग्रह आपकी कुंडली में सातवें भाव और द्वादश भाव के स्वामी हैं जो गोचर करके आपके तीसरे भाव में रहने वाले हैं। सप्तम भाव के स्वामी का नीच का होना सामान्य तौर पर अनुकूल नहीं माना जाएगा। ऐसे में, जीवनसाथी या जीवन संगिनी के स्वास्थ्य में कुछ कमजोरी देखने को मिल सकती है। लेकिन, सकारात्मक पहलू यह रहेगा कि स्वास्थ्य के ठीक होने की स्थिति में आप अपने जीवनसाथी या जीवन संगिनी के साथ कहीं घूमने के लिए जा सकते हैं। यदि आपका काम साझेदारी का है, तो आपको अपने पार्टनर के साथ तालमेल बिठाने के लिए काफी प्रयत्न करने पड़ सकते हैं। साझेदारों के बीच में कुछ मतभेद देखने को मिल सकता है। ऐसी स्थिति में अपने पार्टनर की बातों को विनम्रता से सुनना समझदारी का काम होगा। एक-दूसरे की भावनाओं का ख्याल रखना भी उचित रहेगा।

हालांकि, मंगल का कर्क राशि में गोचर के दौरान विदेश से संबंधित मामलों में आपको कुछ लाभ मिल सकता है यानी कि कुछ मामलों में छोटी-मोटी परेशानियां देने के अलावा अधिकांश मामलों में मंगल का यह गोचर आपके लिए फायदेमंद रह सकता है। वैसे, तीसरे भाव में मंगल गोचर को धन लाभ करवाने वाला कहा गया है। साथ ही, प्रतिस्पर्धात्मक कामों में आगे ले जाने वाला भी माना गया है। मंगल का यह गोचर शासन-प्रशासन से जुड़े मामलों में अनुकूल परिणाम दे सकता है। कहीं से कोई अच्छी खबर भी सुनने को मिल सकती है। हालांकि, सब कुछ आपके मन के अनुकूल नहीं होगा,परंतु काफी हद तक अनुकूल रहने के कारण आप प्रसन्न रहेंगे। आपको मंगल का यह गोचर कई प्रकार के लाभ प्रदान करेगा, लेकिन इनकी नीच अवस्था को देखते हुए कुछ मामलों में सावधानी बरतनी होगी।

उपाय: क्रोध और अहंकार से बचें और भाइयों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखें।

वृषभ साप्ताहिक राशिफल

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मिथुन राशि

मिथुन राशि वालों के लिए मंगल ग्रह आपकी कुंडली में छठे तथा ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं जो अब दूसरे भाव में गोचर करके नीच के हो रहे हैं। सामान्य तौर पर दूसरे भाव में मंगल के गोचर को अच्छा नहीं माना जाता है। लेकिन, लाभ भाव के स्वामी का धन भाव में जाना कुछ हद तक अनुकूल कहा जा सकता है। ऐसे में, लाभ होने और उस लाभ में से कुछ बचत होने की संभावना रहेगी। हालांकि, ज्योतिष शास्त्र में धन भाव में मंगल के गोचर को पहले से बचाए हुए धन को खर्च करवाने वाला कहा गया है। ऊपर से मंगल नीच का रहेगा इसलिए ये स्थिति ठीक नहीं कही जाएगी।

एक तरफ तो लाभ होने और उसमें से कुछ बचत होने की संभावनाएं नजर आ रही हैं। वहीं, खर्च होने के भी योग बन रहे हैं। यहां तक कि पहले से जमा किए हुए पैसे भी खर्च हो सकते हैं। मंगल का कर्क राशि में गोचर के दौरान आपको फिजूलखर्ची से बचने की सलाह हम देना चाहेंगे। साथ ही, अपने स्वास्थ्य का भी पूरा ख्याल रखना होगा, विशेषकर खानपान का। परिजनों से मतभेद न होने पाए, इस बात का भी ध्यान रखें। इन सावधानियों को अपनाना जरूरी होगा, तभी आप मंगल ग्रह से मिलने वाले नकारात्मक प्रभावों को शांत कर पाएंगे।

उपाय: नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करें।

मिथुन साप्ताहिक राशिफल

कर्क राशि

कर्क राशि वालों के लिए मंगल देव आपकी कुंडली में पांचवें तथा दसवें भाव के स्वामी हैं। दो शुभ भावों के स्वामी होने के कारण इन्हें आपकी कुंडली के लिए सबसे अच्छा ग्रह या योगकारी ग्रह कहा गया है, लेकिन नीच अवस्था में होने के कारण मंगल ग्रह अनुकूल परिणाम देने में पीछे रह सकते हैं। ऊपर से पहले भाव में मंगल के गोचर को अच्छा नहीं माना गया है। गोचरशास्त्र के अनुसार, पहले भाव में मंगल का गोचर रक्त विकार देने का काम कर सकता है। ऐसी स्थिति में यदि आपको पहले से ही रक्त से संबंधित कोई परेशानी है. तो इस दौरान विशेष रूप से सजग रहने की आवश्यकता रहेगी। मंगल का कर्क राशि में गोचर के दौरान कामों में कठिनाई, कभी-कभी कामों में असफलता, ज्वर, दुर्घटनाओं आदि का भय भी रहेगा। अतः वाहन सावधानीपूर्वक चलाना होगा।

यदि आपका काम किसी भी तरह से आग या केमिकल से जुड़ा हुआ है, तो भी आपको सावधान रहना होगा। विवाहित होने की स्थिति में लाइफ पार्टनर के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने की कोशिश करनी होगी। विपरीतलिंगी से विवाद नहीं करना है अर्थात यदि आप स्त्री हैं तो पुरुष से विवाद नहीं करना है, पुरुष हैं तो स्त्री से विवाद नहीं करना है। इन सावधानियां को अपनाने की स्थिति में जीवन में अनुकूलता का ग्राफ बढ़ेगा। कार्यक्षेत्र से संबंधित मामलों में भी सावधानी बरतें। मित्रों के साथ भी संबंधों को मेंटेन करना जरूरी रहेगा। वहीं, यदि आप किसी संतान के पिता हैं, तो संतान के साथ भी संबंधों को अनुकूल बनाए रखने का प्रयास करें। इन सावधानियों को अपनाने के बाद ही आप अनुकूल परिणामों की उम्मीद कर सकते हैं।

उपाय: किसी भी व्यक्ति से मुफ्त में कोई चीज स्वीकार न करें।

कर्क साप्ताहिक राशिफल

सिंह राशि

सिंह राशि वालों के लिए मंगल ग्रह आपकी कुंडली में चौथे तथा भाग्य भाव के स्वामी हैं। केंद्र और त्रिकोण के स्वामी होने के कारण मंगल आपकी कुंडली के लिए भी योगकारी या सबसे अच्छे ग्रह माने गए हैं जो गोचर करके आपके द्वादश भाव में नीच के हो रहे हैं। ये दोनों ही स्थितियां अच्छी नहीं मानी गई हैं। द्वादश भाव के मंगल को व्यर्थ में खर्च करवाने वाला कहा गया है। ऐसा मंगल स्थान की हानि करवाता है। आपको किसी यात्रा पर जाना पड़ सकता है अथवा कुछ अनचाहा परिवर्तन नौकरी इत्यादि में देखने को मिल सकता है। मंगल का कर्क राशि में गोचर के दौरान जमीन-जायदाद से संबंधित मामलों में भी सावधानी पूर्वक निर्वाह करना जरूरी रहेगा।

यदि कोर्ट-कचहरी में कोई मामला चल रहा है, तो कोशिश करें कि इस बीच में आने वाला फैसला टल सके। मंगल की नीच अवस्था दूर होने के बाद फैसला आने की स्थिति में आपको फायदा मिलेगा क्योंकि मंगल का यह गोचर जन्म स्थान से दूर ले जाने का काम करता है, तो उन लोगों को फायदा मिल सकता है जो विदेश जाने की कोशिश कर रहे हैं। विदेश जाने की कोशिश करने वाले लोगों के रास्ते आसान हो सकेंगे। धार्मिक यात्राओं पर जाना भी संभव हो सकेगा, लेकिन यात्रा के दौरान कुछ परेशानियां देखने को मिल सकती हैं। मंगल का यह गोचर आपको कुछ अच्छे तो कुछ कमजोर परिणाम दे सकता है, परंतु सावधानी अपनाने की स्थिति में अनुकूलता का ग्राफ बढ़ सकता है।

उपाय: हनुमान जी के मंदिर में लाल मिठाई चढ़ाएं और प्रसाद लोगों में बांटे, विशेषकर मित्रों को जरूर दें।

सिंहसाप्ताहिक राशिफल

कन्या राशि

कन्या राशि वालों के लिए मंगल आपकी कुंडली में तीसरे तथा आठवें भाव के स्वामी हैं जो अब गोचर करके आपके लाभ भाव में जा रहे हैं। वैसे तो, लाभ भाव में मंगल के गोचर को काफी अच्छे परिणाम देने वाला माना जाता है, लेकिन लाभ के प्रतिशत में जो बड़ा उछाल आना चाहिए, शायद नीच अवस्था में होने के कारण मंगल उस तरह के परिणाम नहीं दे पाएंगे। सामान्य तौर पर मंगल का कर्क राशि में गोचर आपको अच्छे परिणाम देगा, लेकिन जिन परिणामों के हकदार आप हैं शायद उन परिणाम में थोड़ी सी कमी देखने को मिले। ऐसा भी हो सकता है कि मिलने वाले परिणामों में कुछ विलंब हो यानी कि भले ही उपलब्धियां कुछ विलंब से मिलें अथवा उपलब्धियां के मिलने में कुछ व्यवधान आए, परंतु उपलब्धियां मिलने की अच्छी संभावनाएं हैं।

यदि आपकी कुंडली की दशाएं अनुकूल चल रही हैं, तो मंगल के इस गोचर के चलते आपको काफी अच्छे परिणाम मिलते हुए प्रतीत हो रहे हैं। आपकी आमदनी में बढ़ोत्तरी हो सकती है। यदि आप व्यापारी हैं, तो आपको अच्छा लाभ मिल सकता है। स्वास्थ्य सामान्य तौर पर अच्छा रहेगा और मित्रों का सहयोग भी मिल सकेगा। आप अपने प्रतिस्पर्धियों से बेहतर कर सकेंगे। यदि आपका काम सेना या सुरक्षा से जुड़ा हुआ है या आप किसी लाल पदार्थ का व्यापार करते हैं, तो मंगल के इस गोचर के चलते आपको काफी अच्छे परिणाम मिल सकते हैं।

उपाय: शिवजी का शहद से अभिषेक करें।

कन्या साप्ताहिक राशिफल

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तुला राशि

तुला राशि वालों के लिए मंगल आपकी कुंडली में दूसरे तथा सातवें भाव के स्वामी हैं। वर्तमान में मंगल गोचर करके आपके दशम भाव में नीच अवस्था में रहेंगे। वैसे तो, सामान्य तौर पर दो महत्वपूर्ण भावों के स्वामी का नीच का हो जाना अच्छा नहीं माना गया है। साथ ही, मंगल के दशम भाव में गोचर को भी बहुत अच्छे परिणाम देने वाला नहीं कहा गया है। हालांकि, इस स्थान पर मंगल बलवान होता है और ऐसी स्थिति में मेहनत करने वाले लोग अपनी मेहनत और लगन के कारण कई कामों को कंप्लीट कर सकेंगे। लेकिन, यह काम आसानी से पूरे न होकर कुछ व्यवधान या कठिनाई भरे रह सकते हैं। दूसरे भाव का स्वामी होकर मंगल नीच का हो रहा है। अतः संचित धन भी खर्च हो सकता है, परंतु मंगल कर्म स्थान पर बैठा हुआ है इसलिए धन सार्थक कामों में खर्च हो सकता है अथवा आप धन को खर्च करके कोई काम शुरू कर सकते हैं या शुरू करने की योजना बनाने की प्रक्रिया में कुछ खर्च हो सकते हैं।

हालांकि, यहां पर हम आपको सुझाव देना चाहेंगे कि संभव हो, तो मंगल का कर्क राशि में गोचर के दौरान किसी नए काम की शुरुआत न करें। यदि आप कोई काम पहले से ही करने की प्रक्रिया में हैं, तो उस काम में कुछ खर्च करने पड़ सकते हैं। दैनिक रोजगार और दांपत्य जीवन से संबंधित मामलों में भी सावधानी जरूरी रहेगी। आपको अपने कार्य-व्यापार में समय का पाबंद होना होगा। मामला लाइफ पार्टनर का हो या फिर व्यावसायिक पार्टनर का; दोनों के साथ बेहतर संबंध बनाए रखने की कोशिश करनी होगी। यदि आप इन सावधानियों को अपनाते हैं, तो आपको संतोषप्रद परिणाम मिल सकेंगे।

उपाय: निसंतान व्यक्तियों की मदद करना करना शुभ रहेगा।

तुला साप्ताहिक राशिफल

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि वालों के लिए मंगल आपकी कुंडली में लग्न भाव और छठे भाव की भी स्वामी हैं जो अब गोचर करके आपके भाग्य भाव में रहेंगे। हालांकि, लग्न या राशि के स्वामी का भाग्य भाव में जाना कुछ मामलों में अनुकूल कहा जाएगा क्योंकि जब भी लग्न या राशि का स्वामी धर्म भाव से जुड़ता है, तो व्यक्ति के मन में आध्यात्मिक भाव मजबूत होते हैं और सोच भी सकारात्मक होती है। ऐसे में, व्यक्ति अपने कामों को बेहतर तरीके से कर पाता है, लेकिन राशि या लग्न के स्वामी का नीच होना स्वास्थ्य से संबंधित मामलों में कुछ कमजोरी दे सकता है। ऐसा हो सकता है कि जो काम आपको पहले से मिले हुए हैं, उनमें स्वास्थ्य की कमजोरी के चलते या फिर आलस्य के चलते आपका इंटरेस्ट कम हो सकता है।

इन कारणों से आप उस काम को प्रॉपर तरीके से शायद न कर सकें और परिणाम कमजोर मिल सकते हैं। ऐसी स्थिति में स्वयं को अनुशासित बनाए रखें। मंगल का कर्क राशि में गोचर की अवधि में आर्थिक लेनदेन भी ठीक नहीं रहेगा और शासन-प्रशासन से जुड़े हुए व्यक्तियों से उलझना भी ठीक नहीं रहेगा। संतान और शिक्षा से संबंधित मामलों में अपेक्षाकृत अधिक सावधानी पूर्वक काम करने की आवश्यकता होगी। इस समय धार्मिक आचरण अपनाते हुए आगे बढ़ें और ऐसा कुछ नहीं करना है जिससे कमर या पीठ में कोई तकलीफ हो या चोट इत्यादि का भय उत्पन्न हो। यदि आप इन सावधानियों को अपनाएंगे तो नकारात्मक परिणामों को शांत कर सकेंगे और बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकेंगे।

उपाय: शिवजी का दूध से अभिषेक करें।

वृश्चिक साप्ताहिक राशिफल

बृहत् कुंडली : जानें ग्रहों का आपके जीवन पर प्रभाव और उपाय

धनु राशि

धनु राशि वालों के लिए मंगल आपकी कुंडली में पांचवें तथा द्वादश भाव के स्वामी हैं जो अब गोचर करके आपके आठवें भाव में रहने वाले हैं। सामान्य तौर पर मंगल के गोचर को आठवें भाव में अच्छा नहीं माना जाता है इसलिए मंगल का कर्क राशि में गोचर के दौरान आपको विभिन्न मामलों में सावधानी पूर्वक निर्वाह करने की आवश्यकता होगी, विशेषकर विदेश से संबंधित मामलों में या फिर दूर के किसी भी स्थान से संबंधित मामले में। यदि आप विद्यार्थी हैं, तो पढ़ाई-लिखाई में किसी तरह की लापरवाही नहीं बरतनी है। साथ ही, सहपाठियों के साथ विवाद भी नहीं करना है। यदि आप युवा हैं और कहीं पर कोई प्रेम प्रसंग चल रहा है, तो उस प्रेम प्रसंग को लेकर कोई विवाद न उत्पन्न होने पाए इस बात का भी ख्याल रखना है। हालांकि, द्वादशेश का आठवें भाव में जाना अथवा नीच का होना कुछ मामलों में अच्छा भी माना जाएगा। किसी दूर के स्थान से अप्रत्याशित लाभ भी आपको मिल सकता है।

यदि आप शोध के विद्यार्थी हैं, तो कोई विशेष खोज करने में आप सफल रह सकते हैं। सामान्य तौर पर इस गोचर को कमजोर ही माना गया है, लेकिन फिर भी इन मामलों में कुछ अच्छे परिणामों की उम्मीद आप रख सकते हैं। हालांकि, आपको सावधानी बरतने की आवश्यकता होगी। मंगल के इस गोचर के चलते शरीर में एसिड की मात्रा बढ़ सकती है और ऐसे में, एसिडिटी जैसी परेशानियां बीच-बीच में रह सकती हैं। स्वास्थ्य का ख्याल रखना जरूरी होगा, विशेषकर खान-पान पर संयम जरूरी रहेगा। आपकी पाचन शक्ति इस अवधि में थोड़ी कमजोर रह सकती है। अतः खान-पान पर संयम रखें। इसके अलावा, विवाद, दुर्घटना आदि इत्यादि का भय रहेगा। साथ ही, अपने स्वभाव को भी मधुर बनाने की कोशिश करें, विशेषकर भाइयों और मित्रों से विवाद न हो, इस बात को लेकर जागरूक रहें। इन सावधानियां को अपनाने की स्थिति में आप नकारात्मकता को शांत कर सकेंगे।

उपाय: चने की दाल का दान करना शुभ रहेग

धनु साप्ताहिक राशिफल

मकर राशि

मकर राशिवालों के लिए मंगल आपकी कुंडली में चौथे तथा लाभ भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके सप्तम भाव में नीच अवस्था में रहेंगे। मंगल आपकी कुंडली में दो महत्वपूर्ण भावों के स्वामी होकर नीच के हो रहे हैं। सामान्य तौर पर इसे अच्छा नहीं माना जाएगा। विशेषकर यदि आप विवाहित हैं, तो दांपत्य जीवन में किसी भी तरीके की कलह उत्पन्न न होने पाए, इस बात का ख्याल रखना होगा। यदि कोई छोटा-मोटा विवाद होता है, तो उसे शीघ्र ही रोक लेना जरूरी रहेगा क्योंकि छोटे-छोटे विवाद बड़ा रूप ले सकते हैं अथवा जीवनसाथी का स्वास्थ्य कमजोर रह सकता है। इस समय व्यर्थ की यात्राओं को टालना भी समझदारी का काम होगा।

यदि आपको दांतों अथवा हड्डियों से संबंधित कोई पीड़ा पहले से रही है, तो मंगल का कर्क राशि में गोचर के दौरान आपके लिए लापरवाही बरतना ठीक नहीं होगा। व्यापार-व्यवसाय से जुड़े मामले में भी सावधानी पूर्वक निर्वाह करना होगा। विशेषकर कोई नई डील करते समय सजग रहना समझदारी का काम होगा क्योंकि आपके चतुर्थ भाव का स्वामी मंगल नीच का हो रहा है। अतः घर-गृहस्थी से संबंधित मामलों में सावधानी बरतनी होगी। साथ ही, भूमि, भवन और वाहन से संबंधित मामलों में समझदारी पूर्वक काम लेना जरूरी रहेगा। आर्थिक लेन-देन से यथासंभव बचाना समझदारी का काम होगा, क्योंकि दिए गए पैसे मिलने में कठिनाई रह सकती है। भाइयों, मित्रों और सहयोगियों के साथ संबंधों को मेंटेन करना होगा। यदि ये लोग किसी कारण से आपसे नाराज भी हो रहे हैं, तो उन्हें मनाने की कोशिश करके आप परिणामों को बेहतर कर सकेंगे।

उपाय: कन्याओं को मिठाई खिलाना शुभ रहेगा।

मकर साप्ताहिक राशिफल

कुंभ राशि

कुंभ राशि वालों के लिए मंगल आपकी कुंडली में तीसरे तथा दसवें भाव के स्वामी हैं। अब यह गोचर करके आपके छठे भाव में जा रहे हैं। ऐसे में, मंगल का कर्क राशि में गोचर के दौरान आपको औसत या औसत से बेहतर परिणाम मिल सकते हैं। वैसे तो, सामान्य तौर पर छठे भाव में मंगल के गोचर को अच्छे परिणाम देने वाला ही माना गया है, लेकिन क्योंकि मंगल नीच के रहेंगे इसलिए अच्छे परिणाम थोड़े कम रह सकते हैं। इस तरह से हम कह सकते हैं कि मंगल के इस गोचर के चलते आपको काफी हद तक अनुकूल या फिर औसत से बेहतर परिणाम मिल सकते हैं। वैसे तो, मंगल के इस गोचर के चलते आपका आत्मविश्वास अच्छा रहना चाहिए, लेकिन नीच अवस्था में होने के कारण आपको ओवर कॉन्फिडेंट होने से बचना होगा। यद्यपि किसी भी विवादों में आपको सफलता मिलेगी, लेकिन बेकार के विवादों से बचना भी समझदारी का काम होगा।

हालांकि, काम-धंधे में किसी भी प्रकार की प्रतिकूलता नहीं रहेगी, लेकिन छोटी-मोटी समस्याओं के बाद काम बन सकेंगे। यदि आप नौकरी करते हैं, तो सहकर्मियों के साथ संबंधों को मेंटेन करने की कोशिश करके काफी अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। वरिष्ठों के मार्गदर्शन में काम करने की स्थिति में परिणाम और भी अच्छे रह सकते हैं। मंगल के इस गोचर के चलते आपको आर्थिक लाभ भी मिल सकता है। यदि आप अनुशासित रहेंगे और आपका खान-पान उचित रहेगा और रहन-सहन भी संयमित रहेगा, तो आपका स्वास्थ्य न केवल अच्छा रहेगा बल्कि पिछली स्वास्थ्य समस्याओं से भी आपको मुक्ति मिल सकेगी। सामाजिक मान-सम्मान भी बढ़ सकेगा, लेकिन अमर्यादित कार्य करने से बचने का सुझाव हम आपको देना चाहेंगे। कुछ सावधानियों को अपनाने की स्थिति में आप काफी हद तक अनुकूल परिणामों की उम्मीद कर सकते हैं।

उपाय: मित्रों में खाने-पीने की नमकीन चीजें बांटना शुभ रहेगा।

कुंभ साप्ताहिक राशिफल

मीन राशि

मीन राशि वालों के लिए मंगल आपकी कुंडली में दूसरे तथा भाग्य भाव के स्वामी हैं जो अब गोचर करके आपके पंचम भाव में नीच अवस्था में रहेंगे। सामान्य तौर पर मंगल के गोचर को पंचम भाव में अच्छा नहीं माना जाता है। ऊपर से मंगल ग्रह नीच के रहेंगे और ऐसी स्थिति में मंगल से मिलने वाले परिणामों के प्रति सचेत रहना उचित रहेगा। मंगल का कर्क राशि में गोचर आपके मन को अशांत कर सकता है अथवा पेट से संबंधित कुछ परेशानियां दे सकता है। विशेषकर पाचन क्रिया कमजोर रह सकती है। ऐसी स्थिति में खान-पान पर ध्यान देना और उचित खान-पान अपनाना होगा, अन्यथा पेट से संबंधित कुछ परेशानियां बीच बीच में देखने को मिल सकती हैं। यदि आप किसी संतान के माता या पिता हैं. तो संतान के साथ संबंध बिगड़ने न पाएं, इस बात का ख्याल रखना होगा।

अगर आप विद्यार्थी हैं, तो अपनी पढ़ाई मन लगाकर करना समझदारी का काम होगा। मन में आने वाले व्यर्थ के ख्यालों को स्वयं से दूर करने की कोशिश करें। अच्छी संगति में रहें और बुरे तथा पाप कर्मों से दूर रहने की कोशिश करें। मन को शुद्ध और पवित्र बनाए रखें और अपने आराध्य का नाम लेते हुए अच्छे कामों से जुड़े रहेंगे, तो परिणाम अच्छे बने रहेंगे। पिता के साथ संबंध खराब न हों, इस बात की कोशिश भी करते रहें। अन्य परिजनों के साथ भी संबंधों को मेंटेन करना जरूरी रहेगा। वाणी में शुद्धता और पवित्रता के भावों को बढ़ाएं। ऐसा करने से आप अनुकूल परिणामों की उम्मीद कर सकेंगे।

उपाय: नीम की जड़ों में जल चढ़ाना शुभ रहेगा।

मीन साप्ताहिक राशिफल

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हम आशा करते हैं कि आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा। एस्ट्रोसेज के साथ जुड़े रहने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद!

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. 2025 में मंगल का कर्क राशि में गोचर कब होगा?

मंगल देव 03 अप्रैल 2025 को कर्क राशि में गोचर कर जाएंगे।

2. मंगल ग्रह की राशि कौन सी है?

राशि चक्र में मंगल ग्रह को मेष और वृश्चिक राशि पर आधिपत्य प्राप्त हैं।

3. कर्क राशि का स्वामी कौन है?

मन के कारक चंद्र द्रव को कर्क राशि पर स्वामित्व प्राप्त हैं।

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