शुक्र का धनु राशि में गोचर : O4 जनवरी 2021
वैदिक शास्त्रों में, शुक्र ग्रह को एक सौम्य और शुभ ग्रह माना गया है। जो सांसारिक सुखों, प्रेम और भौतिक सुख-सुविधाओं का कारक होता है। अब यही उत्तम वस्त्र, आभूषण, सौंदर्य, ऐश्वर्य और वाहन का कारक माने जाने वाला ग्रह शुक्र, वर्ष 2021 में वृश्चिक राशि से धनु राशि में स्थान परिवर्तन करते हुए 04 जनवरी, सोमवार को सुबह 04 बजकर 51 मिनट पर अपना गोचर करेगा।
ऐसे में इस गोचर का प्रभाव विभिन्न राशियों पर निश्चित रूप से ही पड़ेगा। तो आइए जानते हैं कि, शुक्र के धनु राशि में गोचर का आपकी राशि पर क्या रहेगा प्रभाव, और आपको इस गोचर से कैसे परिणामों की होगी प्राप्ति?
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मेष राशि
शुक्र ग्रह के धनु राशि में गोचर के दौरान, ये आपकी राशि के नवम भाव में विराजमान होगा। शुक्र के इस गोचर का प्रभाव, विशेष रूप से आपके कार्यक्षेत्र के लिए फ़ायदेमंद रहेगा। इस दौरान आपको यात्रा करने का अवसर मिलेगा, जिससे आप अच्छा लाभ अर्जित कर सकेंगे। व्यापारी जातकों को भी, नया व्यवसाय या पार्टनरशिप के बिज़नेस से, शुभ फलों की प्राप्ति होने के योग बनेंगे। क्योंकि इस समय उन्हें अपने व्यवसाय के प्रचार के लिए, नए उत्पादों और विचारों को बाजार में इस्तेमाल करने से फायदा मिलेगा। संचार माध्यमों और रचनात्मक क्षेत्रों में काम कर रहे जातकों के लिए भी, यह गोचर उत्तम रहने वाला है।
हालांकि ये गोचर, आपके ख़र्चों में वृद्धि करेगा। ऐसे में आपको अपनी आय और ख़र्चों के बीच, सही तालमेल बिठाने की सलाह दी जाती है। आपके निजी जीवन को देखें तो, शादीशुदा जातकों को इस गोचर के दौरान अपने जीवनसाथी, और संतान पक्ष से संबंध बेहतर करने की जरूरत होगी। तभी आपको अपने जीवनसाथी से, कोई लाभ मिल सकता है। आपका जीवनसाथी इस समयावधि में, अपने कार्य क्षेत्र में बेहतर करता दिखाई देगा।
इस गोचर के दौरान शुक्र अन्य ग्रहों के साथ मिलकर, आपकी राशि में “पाप कर्तरी योग” का निर्माण भी करेंगे। जिसके परिणामस्वरूप, प्रेमी जातकों का अपने प्रियतम के साथ अहम का टकराव हो सकता है। ऐसे में अपने अहम को, अपने रिश्ते पर हावी होने ना दें। पारिवारिक जीवन के लिए समय अच्छा है। घर-परिवार में किसी धार्मिक या मांगलिक कार्यक्रम का आयोजन संभव है। वहीं यदि अभी तक आप सिंगल हैं तो, आपकी किसी दूसरी क्षेत्र के व्यक्ति से मुलाकात होने की संभावना है। छात्रों की बात करें तो, छात्र इस समय अपनी पढ़ाई-लिखाई पर ध्यान देंगे। वहीं प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को, इच्छानुसार शुभ फलों की प्राप्ति होगी। कुल मिलाकर कहें तो, शुक्र का ये गोचर मेष राशि के जातकों के लिए उत्तम रहने वाला है।
उपाय: सूर्योदय के दौरान रोज़ाना, भगवान परशुराम के अवतार की कथा पढ़ें। आपको अनुकूल परिणाम प्राप्त होंगे।
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वृषभ राशि
शुक्र आपके प्रथम और छठे भाव के स्वामी होकर, इस गोचर के दौरान आपके आठवें भाव में प्रवेश करेंगे। शुक्र ग्रह का आपकी राशि से आठवें भाव में स्थित होना, आपके करियर और कार्यक्षेत्र के लिए उत्तम साबित होगा। आपको कार्यस्थल पर, अपने कार्यों की सराहना मिलेगी। साथ ही अपने वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा, आप पुरस्कार और उन्नति प्राप्त कर सकेंगे। शुक्र का गोचर आपको, पहले से अधिक मेहनत करने की ओर प्रेरित करेगा, जिससे आपको इच्छा अनुसार शुभ फलों की प्राप्ति होगी। यदि आप नौकरी बदलने का सोच रहे थे तो, यह समय आपके लिए उत्तम रहने वाला है। वहीं आप अपना कोई पुराना उधार या कर्जा चुकाने में भी सफल रहेंगे।
व्यापारी जातकों को भी, इस गोचर की अवधि में अपने किसी पुराने कर्ज से निजात मिल सकेगी। हालांकि आपको इस दौरान किसी भी तरह की ख़रीदारी को लेकर, जल्दबाजी में कोई भी ख़र्च करने से बचने की सलाह दी जाती है।
शुक्र का यह गोचर, आपको किसी पैतृक संपत्ति से अचानक से लाभ होने के योग बनाएगा। इसके साथ ही आप, कोई नया घर लेने का प्लान भी कर सकते हैं। आर्थिक नज़रिए से भी, ये समय अच्छा रहेगा। आपको अपने जीवनसाथी, और ससुराल पक्ष से सहयोग और लाभ मिल सकेगा।
यदि आप अभी तक सिंगल है तो, आपके लिए समय उत्तम रहने वाला है। हालांकि दांपत्य जातक अपनी संतान की खराब सेहत के चलते, थोड़ा तनाव महसूस कर सकते हैं। छात्रों के लिए भी, समय शुभ है। क्योंकि उन्हें कोई नया कोर्स या विषय की शुरुआत करने के बहुत से शुभ अवसर मिलेंगे। आपको अपनी सेहत के प्रति भी, सजक रहने की आवश्यकता होगी। क्योंकि इस गोचर के दौरान, आशंका है कि आपको सर्दी, जुखाम और नेत्र संबंधी समस्या परेशान करें। ऐसे में अपनी सेहत को, बिलकुल भी नज़रअंदाज़ न करें।
उपाय: अपने दाएं हाथ की अनामिका में, सफेद ओपल या हीरा पहने। इससे आपको शुभ फलों की प्राप्ति होगी।
मिथुन राशि
इस गोचर के दौरान शुक्र आपकी राशि से सातवें भाव में स्थापित होंगें। शुक्र का ये गोचर आपके लिए विशेष शुभ रहने वाला है, क्योंकि शुक्र आपके पंचम और द्वादश भाव के स्वामी होते हैं। ऐसे में निजी जीवन के लिए, समय शुभ ही रहेगा। खासतौर से यदि आप सिंगल है तो, आप इस दौरान किसी मजबूत रिश्ते में बंध सकते हैं। वहीं प्रेमी जातकों के लिए भी, समय शुभ ही रहने वाला है।
शुक्र आपके तीसरे भाव के स्वामी सूर्य और आपकी ही राशि के स्वामी बुध के साथ युति भी करेंगे। जिसके परिणामस्वरूप, प्रेरक, संचार और प्रशंसा करने की आपकी कला, आपके साथी को आपकी ओर आकर्षित करने में मदद करेगी। इससे आप दोनों का यह रिश्ता और मजबूत बन सकेगा। हालांकि इस दौरान सूर्य की स्थिति, आप दोनों के बीच छोटी-छोटी बात को लेकर विवाद का कारण भी बन सकती है। जिसके चलते आप दोनों में अहम का टकराव भी दिखाई देगा। वहीं, वैवाहिक जातकों के लिए गोचर थोड़ा प्रतिकूल रहने वाला है। क्योंकि इस दौरान आशंका है कि, आपके जीवन साथी की सेहत में गिरावट आएं।
इस समयावधि में, कार्य क्षेत्र से जुड़ी किसी यात्रा पर जाना आपके लिए अच्छा रहेगा। आप इससे उन्नति और आर्थिक मुनाफ़ा अर्जित करने में सफल होंगे। व्यापारी जातकों को भी बिज़नेस पार्टनरशिप से अपनी प्रतिष्ठा बढ़ाने के अवसर प्राप्त होंगे। साथ ही वो अपने सामाजिक और नए स्रोतों से, व्यापार में विस्तार करने के अवसर प्राप्त कर सकेंगे।
हालांकि सेहत के लिहाज से, ये समय थोड़ा कम अनुकूल रहने वाला है। आशंका है कि आपको चेहरे से संबंधित कोई परेशानी हो। साथ ही आपको त्वचा रोग, हार्मोन और मूत्राशय में संक्रमण होने के योग भी बनते दिखाई दे रहे हैं। इस अवधि के दौरान, आपको खुद को हाइड्रेटेड रखने का प्रयास भी करना होगा। हालांकि, यह समय ठंडा होगा, बावजूद इसके आपको नियमित रूप से खुद को फिट और स्वस्थ रखने के लिए, पर्याप्त मात्रा में पानी पीने की आवश्यकता होगी।
उपाय: विशेष लाभ के लिए, छोटी कन्याओं को श्रृंगार या सौंदर्य से जुड़ी सामग्री भेंट करे।
कर्क राशि
इस गोचरकाल में शुक्र का प्रवेश, आपकी राशि के छठें भाव में होगा। आपकी कुंडली में शुक्र की ये स्थिति, आपकी मां की सेहत में गिरावट लेकर आएगी। क्योंकि शुक्र आपके चौथे भाव के स्वामी होते हैं, जो मां, ज़मीन और आराम को दर्शाता है। ऐसे में इस दौरान उनका आपकी राशि के रोग और बाधाओं के भाव (छठे) में विराजमान होना, आपके लिए प्रतिकूल रहेगा।
इसके साथ ही इस गोचर के दौरान, शुक्र आपके दूसरे भाव के स्वामी सूर्य और द्वादश भाव के स्वामी, बुध के साथ युति भी करेंगे। जिसके परिणामस्वरूप, इस समय आपको किसी भी तरह की ज़मीन की ख़रीदारी या बिक्री को लेकर, परहेज करने की ज़रूरत होगी। साथ ही किसी भी मरम्मत कार्यों की, शुरुआत के लिए भी समय प्रतिकूल रहने वाला है। इसलिए घर, कार्यालय या वाहन से संबंधित कोई भी मरम्मत कार्यों को करने से बचें। अन्यथा आपका धन और ऊर्जा दोनों को, नुकसान पहुंचने के योग बनेंगे।
किसी पैतृक संपत्ति को लेकर, आपका अपने रिश्तेदारों से विवाद हो सकता है। जिससे पारिवारिक वातावरण खराब होगा। ऐसे में हर परिस्थिति में खुद को शांत और सकारात्मक रखते हुए ही, कोई भी फैसला ले।
कार्यक्षेत्र की बात करें तो, इस दौरान आप अपनी नौकरी बदलने के बारे में विचार कर सकते हैं। हालांकि ऐसा करना आपके लिए अभी शुभ नहीं दिखाई दे रहा है। इसलिए अभी नौकरी बदलने से परहेज करना ही आपके लिए बेहतर रहेगा। वहीं व्यापारी जातकों को, नया कार्य शुरू करने से बचना चाहिए। अन्यथा आपके ऊपर कर्ज का बोझ पड़ सकता है। इससे आपके मानसिक तनाव में वृद्धि होगी। साथ ही कोई भी बड़ा फैसला लेते समय, किसी विशेषज्ञ या बड़ों की सलाह लें।
सेहत के लिहाज से भी, समय थोड़ा परेशान कर सकता है। क्योंकि आशंका है कि, इस दौरान आपको अपने सोने के खराब तरीके से, नेत्र संबंधित परेशानी हो। ऐसे में जितना संभव हो सही नींद लेते हुए, व्यायाम करें।
उपाय: सोमवार और शुक्रवार के दिन, सफेद वस्तुएँ जैसे: चीनी, चावल, गेहूं का आटा, दूध, आदि का दान करें।
सिंह राशि
इस गोचर के दौरान शुक्र, आपकी राशि के पांचवें भाव में स्थापित होंगें। ऐसे में सिंह राशि के जातकों के लिए ये गोचर शुभ परिणाम लेकर आएगा। कार्यक्षेत्र पर आपको शुभ फलों की प्राप्ति होगी, क्योंकि आपके दशम भाव के स्वामी शुक्र इस दौरान आपके पंचम भाव में विराजमान होते हुए, आपके अच्छे विचारों और सुझावों से आपके वरिष्ठ अधिकारियों का ध्यान आपकी ओर आकर्षित करेंगे। जिससे आपको पद-प्रतिष्ठा की प्राप्ति होगी।
सरकारी नौकरी कर रहे जातकों का, इच्छानुसार ट्रांसफर या स्थानांतरण संभव है। व्यापारी जातक भी अपनी रणनीति के अनुसार, अच्छा लाभ और मुनाफ़ा अर्जित करेंगे। आप इस दौरान किसी प्रॉपर्टी या किसी अन्य निवेश, जैसे: इंश्योरेंस, फ़िक्स डिपॉजिट, आदि में भी निवेश करके, अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करने का फैसला ले सकते हैं। कुछ जातक अपनी कला और शौक से भी, अच्छा मुनाफ़ा अर्जित करने में सफल होंगे।
निजी जीवन की बात करें तो, यदि आप सिंगल हैं और प्रेमी की तलाश कर रहे हैं तो, यह समय आपके लिए उत्तम रहेगा। आपकी तलाश इस समय पूरी हो सकती है, जिसके चलते आप अपने जीवन को प्रसन्नता के साथ व्यतीत करते दिखाई देंगे। शादीशुदा जातकों को भी अपने जीवनसाथी से सहयोग, प्रेम और रोमांस की प्राप्ति होगी। साथ ही आप अपने दांपत्य जीवन में संतान पक्ष के साथ भी, अपने रिश्ते मजबूत करने के लिए प्रयास करेंगे। वो जातक, जो अपने परिवार में विस्तार करने का सोच रहे थे, उन्हें इस दौरान शुभ समाचार की प्राप्ति होने की संभावना है।
छात्रों के लिए समय बेहतर रहेगा। खासतौर से कला और शिल्प के क्षेत्र से जुड़े छात्र, अपना प्रदर्शन अच्छा देने में सफल होंगे। सेहत के लिहाज से भी, समय सामान्य ही रहने वाला है।
उपाय: किसी भी शुभ या विशेष कार्य पर जाने से पहले, छोटी कन्याओं के पैर छू कर उनका आशीर्वाद अवश्य लें।
कन्या राशि
शुक्र आपके दूसरे और नवम भाव के स्वामी होकर, इस गोचर के दौरान आपके चौथे भाव में विराजमान होंगे। ऐसे में ये समय, आपकी मां की सेहत में सुधार के लिए उत्तम रहने वाला है। जिससे आपको उनका सहयोग और उनसे लाभ की प्राप्ति होगी। ये गोचर आपकी सुख-सुविधाओं में वृद्धि करेगा, जिससे आप कोई ज़मीन या वाहन खरीदने का प्लान कर सकते हैं। कुछ जातक घर या कार्यालय की, साज-सज्जा में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते दिखाई देंगे।
कार्यक्षेत्र की बात करें तो, इस दौरान नवम और दशम भाव के स्वामी बुध और शुक्र की युति, आपको कार्यस्थल पर बेहतर करने में मदद करेगी। इससे आपके करियर में वृद्धि होगी और आप नाम, शोहरत और प्रतिष्ठा अर्जित कर सकेंगे। आपको अपने बड़ों, पिता और वरिष्ठ अधिकारियों का सहयोग भी प्राप्त होगा, जिससे आप खुद को अपने करियर में आगे बढ़ने की ओर प्रेरित कर पाएंगे। यदि आप पारिवारिक व्यापार से जुड़े हैं तो, आपको इस दौरान बहुत से शुभ अवसर प्राप्त होने की संभावना है।
वो जातक जो अपने परिवार के साथ समय बिताने के इच्छुक थे, वो इस अवधि में घर से ही काम करते हुए, अपने परिवार को समय देंगे। जिससे आपके पारिवारिक वातावरण में खुशहाली आएगी, और आपको भी प्रसन्नता व शांति की अनुभूति होगी।
प्रेम संबंधों के लिए, समय शुभ रहेगा। इस दौरान आपका रुझान अपने साथी, और प्रेमी की भावनाओं और उनकी मांगों के प्रति अधिक रहेगा। जिससे आप दोनों के रिश्ते में मजबूती और एकजुटता आएगी। कुल मिलाकर कहें तो, शुक्र का यह गोचर आपके जीवन के विभिन्न क्षेत्रों के लिए शुभ रहने वाला है।
उपाय: रोज़ाना सुबह श्री लक्ष्मी नारायण भगवान की उपासना करें।
तुला राशि
शुक्र आपकी ही राशि के स्वामी होकर, इस गोचर के दौरान आपकी राशि के तीसरे भाव में स्थापित होंगें। तुला राशि के जातकों के लिए शुक्र का ये गोचर, विशेष अनुकूल साबित होगा। क्योंकि आपकी राशि के स्वामी, इस दौरान आपके तीसरे भाव में विराजमान होंगे, जो आपके भाई-बहनों का भाव होता है। ऐसे में आपको अपने भाई-बहनों से विशेष लाभ की प्राप्ति होगी।
कार्यक्षेत्र में आप अपने लक्ष्यों के प्रति अधिक महत्वकांशी, साहसी और केंद्रित दिखाई देंगे। इस दौरान आपको अपनी सफलता प्राप्ति के लिए, अतिरिक्त मेहनत या प्रयास करने की जरूरत नहीं होगी। यानी आप कम मेहनत के बाद भी, अच्छे फल प्राप्त करेंगे। इस दौरान शुक्र आपके नवम भाव के स्वामी बुध के साथ युति करेंगे। जिससे आपको भाग्य का साथ और सहयोग मिलेगा।
कुंडली का तीसरा भाव, संचार माध्यमों को दर्शाता है। ऐसे में इस समय अवधि में आप टीम भावना से परिपूर्ण होकर, ज़रूरी संवाद कर अपने सहकर्मियों का सहयोग प्राप्त करने में सफल होंगे। इस दौरान उनके प्रति आपका दृष्टिकोण भी अच्छा बन सकेगा, जिससे उनके और आपके बीच एकता और सही तालमेल बनने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही विचारों के आदान-प्रदान के लिए भी समय शुभ है। आप इससे विशेष अवसर हासिल कर सकेंगे। ये गोचर आपको छोटी दूरी की यात्रा करने का मौका देगा, और आपको इस यात्रा से अच्छा मुनाफ़ा अर्जित करने में मदद मिलेगी।
सिंगल जातकों की मुलाकात, अचानक से किसी खास व्यक्ति से संभव है। संभावना है कि आपकी ये मुलाक़ात, परिवार के किसी कार्यक्रम या दोस्तों की मदद से हो। हालांकि शादीशुदा जातक अपनी अतिरिक्त इच्छाओं के चलते, कुछ परेशानी महसूस कर सकते हैं। ऐसे में अपनी इच्छाओं और उम्मीदों को लेकर थोड़ा सावधान रहें।
उपाय: शुक्र ग्रह के लाभकारी परिणाम प्राप्त करने के लिए स्फटिक की माला पहनें।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि में शुक्र का प्रवेश, राशि के दूसरे भाव में होगा। शुक्र का ये गोचर आपके लिए खासतौर से शुभ रहने वाला है। निजी जीवन में अविवाहित जातक, अपने लिए खास जीवनसाथी का चयन करने में सफल होंगे। शादीशुदा जातकों को भी जीवनसाथी से सहयोग की प्राप्ति होगी, जिससे उन्हें एक साथ अच्छा समय व्यतीत करने का अवसर मिलेगा। यदि आप अपने दांपत्य जीवन में विस्तार करने का सोच रहे थे तो, उसके लिए यह गोचर विशेष भाग्यवान साबित होगा।
कार्यक्षेत्र पर आपको नया व्यवसाय या, नए कार्य की शुरुआत करने का अवसर मिलेगा। परंतु शुक्र इस समय आपके दूसरे भाव में होंगे, जो आपके परिवार को दर्शाता है। ऐसे में आपको अपना व्यवसाय किसी अनजान व्यक्ति के साथ करने की वजह, अपने किसी दोस्त, जीवन साथी, भाई-बहन या अन्य परिजन व्यक्ति के साथ करना चाहिए। इससे आपको भावनात्मक और आर्थिक सुरक्षा की प्राप्ति होगी। आपकी प्रेरक कला और दूसरों के साथ संबंध स्थापित करने की आपकी क्षमता, इस दौरान आपकी व्यक्तिगत प्रतिष्ठा में वृद्धि करेगी। इससे आपको आर्थिक लाभ होगा। साथ ही आप अलग-अलग स्रोतों से भी, आर्थिक मदद की प्राप्ति कर सकेंगे। ये गोचर वृश्चिक राशि के जातकों को विशेष रूप से, विदेशी स्रोतों से अच्छा मुनाफा अर्जित करने में मदद करेगा।
शुक्र आपके सप्तम भाव के स्वामी होते हैं, और इस गोचर के दौरान उनका खुद से आठवें घर में उपस्थित होना, आपके जीवनसाथी के स्वास्थ्य को प्रभावित करेगा। इससे उन्हें तनाव और थकान महसूस होगी। ऐसे में जितना संभव हो, अपने जीवन साथी के साथ समय बिताएं। इससे आप दोनों का रिश्ता भी मजबूत बन सकेगा।
उपाय: विशेष लाभ के लिए रोज़ाना सुबह के समय, नियमित रूप से “अष्टलक्ष्मी स्तोत्र” का जप करें।
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धनु राशि
शुक्र का गोचर धनु राशि में ही होने की वजह से, ये आपकी राशि से लग्न भाव या प्रथम भाव में स्थापित होंगे। जो आपके व्यक्तित्व, आत्मसम्मान और व्यवहार को दर्शाता है। ऐसे में इस दौरान, आपको शुभ फलों की प्राप्ति होगी।
कार्यक्षेत्र पर आपकी आय में वृद्धि करने के, आपको बहुत से अवसर प्राप्त होंगे। जिससे आप अपने करियर में आगे बढ़ सकेंगे। वह जातक जो नौकरी बदलने का सोच रहे हैं, इस दौरान उन्हें भी अपनी इच्छानुसार, नौकरी की प्राप्ति होगी। इससे उनकी पदोन्नति के साथ-साथ वेतन वृद्धि भी संभव है। व्यापारी जातकों को भी इस गोचर से विशेष लाभ मिलेगा, क्योंकि शुक्र इस दौरान सूर्य और बुध के साथ युति करते हुए, आपकी राशि में बहुत मजबूत “राजयोग” का निर्माण कर रहे हैं। जिसके परिणामस्वरूप, आप अपनी पद-प्रतिष्ठा के साथ-साथ आर्थिक मुनाफ़ा अर्जित करने में भी सक्षम होंगे।
यह समय आपको मित्रों के साथ, अपने संबंधों को मजबूत करने में मदद करेगा। जिसके चलते आप अपने घर पर, किसी छोटी पार्टी या कार्यक्रम का आयोजन कर सकते हैं। इससे आपको अच्छा महसूस होगा। धनु राशि के वो जातक जो अविवाहित हैं, उन्हें शुक्र का प्रथम भाव में मौजूद होना, प्रेरक शक्तियों के साथ वितरित लिंगी लोगों के प्रति आकर्षित करेगा। वहीं शादीशुदा और प्रेमी जातकों को, अपने साथी की नाराज़गी से कुछ परेशानी हो सकती है। क्योंकि आशंका है कि काम की अधिकता के चलते, आप इतना व्यस्त हो जाएं कि अपने साथी को समय न दे सकें। ऐसे में आपके लिए अपने कार्य और निजी जीवन के बीच सही तालमेल बिठाना, इस दौरान सबसे अधिक जरूरी रहेगा।
स्वास्थ्य जीवन में भी, आपको कुछ परेशानी उठानी पड़ सकती है। ऐसे में योग, व्यायाम और सही खान-पान पर ध्यान देते हुए, इस गोचर के शुभ फलों का आनंद लें। तभी आप खुद को स्वस्थ रखते हुए, हर अवसर का उचित लाभ उठाने में सफल होंगे।
उपाय: रोज़ाना सुबह के समय, शुक्र यंत्र की उपासना करें।
मकर राशि
इस गोचर के दौरान शुक्र आपके बारहवें भाव में, आपके छठे भाव के स्वामी बुध और आठवें भाव के स्वामी सूर्य के साथ विराजमान होते हुए, आपको उत्तम फलों फल प्रदान करेंगे। शुक्र का ये गोचर विशेष रूप से, विदेश जाने के इच्छुक जातक और किसी मल्टीनेशनल कंपनियां या विदेशी संगठनों में कार्यरत जातकों के लिए अच्छा रहने वाला हैं। विदेश जाकर पढ़ाई करने का सपना देख रहे छात्रों को भी, गोचर के दौरान किसी शुभ समाचार की प्राप्ति होने के योग बनेंगे।
इस समय शुक्र बुध के साथ युति करते हुए, आपके छठे भाव को दृष्टि करेंगे, जो रोग और शत्रुओं का भाव होता है। ऐसे में अपने शत्रु या प्रतिद्वंद्वियों के साथ, किसी भी तरह के विवाद को हल करने के लिए, समय विशेष अच्छा रहेगा।
आर्थिक लिहाज से भी, आपको विभिन्न अवसरों और स्रोतों से मुनाफ़ा अर्जित करने में सफलता मिलेगी। कुछ जातकों को व्यापार के अच्छे अवसर भी प्राप्त होंगे। हालांकि इस दौरान आपको कोई भी निर्णय को लेने से पहले, उसके लाभ और हानि के बारे में ठीक से विचार करने की सलाह दी जाती है, अन्यथा आपको नुकसान उठाना पड़ेगा।
शुक्र इस दौरान आपकी राशि में “पाप कर्तरी योग” का निर्माण करेंगे, जो शादीशुदा जातकों के लिए थोड़ा प्रतिकूल रहेगा। आशंका है कि आपके जीवन साथी को, स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से दो-चार होना पड़े। जिसके चलते वह छोटी-छोटी बातों से आसानी से नाराज़ और आहत हो सकते हैं। ऐसे में यदि आप अपने पारिवारिक जीवन में शांति चाहते हैं तो, आपको उनके प्रति अच्छा व्यवहार करने की जरूरत होगी।
वहीं कुछ दंपत्ति जातकों को, अपनी संतान के जिद्दी रवैये से भी परेशानी हो सकती है। इसलिए आपको हर परिस्थिति में उन्हें सजा देने की वजह, उनके साथ एक मित्र बनकर उनकी समस्या को हल करने की ओर अपने प्रयास करने होंगे।
उपाय: रोज़ाना सुबह के समय, “श्री सूक्त” का जप करें।
कुंभ राशि
एक योगकारक ग्रह होते हुए, शुक्र कुंभ राशि में गोचर के दौरान उनके ग्यारहवें भाव में विराजमान होंगे। जो सफलता, मुनाफ़े और उन्नति का भाव होता है। ऐसे में आपको इस गोचरकाल में, अच्छे फलों की प्राप्ति होगी।
वह जातक जो विवाह के योग्य हैं, उन्हें इस समय विवाह में बंधने का मौका मिलेगा। सिंगल जातकों को भी, किसी खास व्यक्ति से मुलाकात करने का अवसर मिलने के योग बन रहे हैं। वहीं यदि आप शादीशुदा हैं तो, आपके जीवन में खुशहाली आएँगी और आप इस दौरान अपने जीवनसाथी के साथ, अच्छा समय व्यतीत कर सकेंगे। इस दौरान आप साथी की मनपसंद जगह पर भी जा सकते हैं। इससे आप दोनों का रिश्ता और मजबूत होगा। साथ ही आपको साथी की मदद से कोई बड़ा लाभ मिलने के योग भी बनेंगे।
आपके मित्र आपके साथ, अच्छा समय बिताएंगे। साथ ही अपनी अच्छी सामाजिक नेटवर्किंग कौशल क्षमता से, आप अपने नए दोस्त और नए संपर्क बनाने में सफल होंगे। इससे भविष्य में आपको लाभ की प्राप्ति होगी।
कार्य क्षेत्र पर आप, एक समय में कई कार्यों में संलग्न होंगे, जिससे आपकी कार्य क्षमता का विकास होगा। साथ ही आपको वरिष्ठ अधिकारियों की सराहना भी प्राप्त होगी। व्यापारी जातक विभिन्न स्रोतों से मुनाफ़ा अर्जित करेंगे। वहीं यदि आप शेयर बाजार, आदि में निवेश करते हैं तो, इस दौरान अच्छा लाभ मिलने की संभावना आपके लिए अधिक रहेगी। क्योंकि यह समय भाग्य का साथ लेकर आ रहा है। हालांकि आपको हर परिस्थिति में शांत रहने और जोखिम ना लेने की सलाह दी जाती है।
उपाय: रोज़ाना शुक्र की होरा में, शुक्र ग्रह के मंत्रों का जाप करें। इससे आपको उत्तम फलों की प्राप्ति होगी।
मीन राशि
शुक्र आपके अष्टम भाव के स्वामी हैं, जो परिवर्तन और बदलावों का भाव होता है। ऐसे में इस दौरान उनका आपकी राशि के दसवें भाव में विराजमान होना, आपको सामान्य या मिश्रित फल प्रदान करने वाला है।
अष्टम भाव के स्वामी शुक्र, इस दौरान आपके सप्तम भाव के स्वामी बुध के साथ युति करेंगे। इससे आपके जीवन साथियों या प्रेम के बीच कुछ दूरी आने की आशंका रहेगी। इस दौरान आपका अपने छोटे भाई-बहनों से विवाद भी हो सकता है, जिससे पारिवारिक वातावरण नकारात्मक बनेगा। ऐसे में पारिवारिक वातावरण बेहतर करने के लिए, खुद को शांत रखते हुए, अपनी भाषा पर नियंत्रित रखें।
कार्यक्षेत्र पर आपको, अचानक से बहुत से बदलावों का सामना करना पड़ सकता है। जिससे आप थोड़ा असहज महसूस करेंगे, और इसके कारण आप में अराजकता और अव्यवस्था दिखाई देगी। परंतु आपको इस बात को भलीभांति समझना होगा कि, यह बदलाव आपको अधिक जिम्मेदार बनाने में मदद करेंगे, जिससे आप भविष्य में हर निर्णय लेने में सक्षम बन सकें।
वहीं कुछ नौकरीपेशा जातकों के मन में, अपनी नौकरी को लेकर परेशानी और संतुष्टि के चलते उसे बदलने का विचार हावी हो सकता है। हालांकि आपको सलाह दी जाती है कि, अभी आपको नौकरी बदलने से परहेज करना चाहिए। परंतु व्यापारी जातकों के लिए समय, अच्छा ही रहेगा। क्योंकि उन्हें अपना सामाजिक दायरा बढ़ाने और उससे नए व्यापार के अच्छे अवसर उत्पन्न करने में मदद मिलेगी। छात्रों को भी अपना प्रदर्शन बेहतर करने का अवसर मिलेगा। खासतौर से सरकारी या प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्र, अपनी परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने में सफल होंगे।
उपाय: रोज़ाना सुबह अपने माथे पर, सफेद चंदन का लेप लगाएँ।
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