शुक्र का मकर राशि में गोचर : 28 जनवरी 2021
वैदिक ज्योतिष में शुक्र ग्रह को कला, सुख-सुविधाएँ, सौंदर्य, रोमांस, विलासिता, आदि का कारक माना जाता है। अब यही शुभ ग्रह 28 जनवरी 2021, गुरूवार को सुबह 03 बजकर 18 मिनट पर अपना गोचर करते हुए, धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश कर जाएंगे। यहाँ शुक्र सूर्य, बुध, गुरु बृहस्पति और शनि देव के साथ युति करेंगे। ऐसे में शुक्र के मकर राशि में गोचर से, सभी राशियों पर कुछ न कुछ परिवर्तन देखने को मिलेगा।
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आइये अब जानते हैं कि, इस गोचर से आपके जीवन पर क्या रहने वाला है प्रभाव।
यह भविष्यफल चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी चंद्र राशि जानने के लिए क्लिक करें: चंद्र राशि कैलकुलेटर
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मेष राशि
शुक्र ग्रह आपकी राशि के दूसरे और सातवें भाव के स्वामी होते हैं, और इस गोचर के दौरान वो आपकी राशि से दशम भाव भाव में विराजमान होंगे। ज्योतिष में इस भाव को कर्म भाव भी कहा जाता है। इस भाव में शुक्र की स्थिति, आपको कार्यक्षेत्र में मिश्रित फल देगी।
चूँकि शुक्र आपके दशम भाव में विराजमान होंगे, जो शनि का भाव होता है। ऐसे में आप कार्यस्थल पर अपने कार्यों से, थोड़ा संतुष्ट रह सकते हैं। इस समय आप अपनी रचनात्मक क्षमता का उत्तम उपयोग नहीं कर सकेंगे, जिससे आपको थोड़ा असहज महसूस होगा। इससे आपके मानसिक तनाव और बेचैनी में वृद्धि होगी। साथ ही इस कारण, आपका अपने वरिष्ठ या अपने अधीन कार्य कर रहे कर्मियों से विवाद भी संभव है। परिणामस्वरूप, कार्यस्थल पर आपके शत्रुओं की संख्या में इज़ाफा होगा। ऐसे में आपको शांति और धैर्य का परिचय देते हुए, विपरीत परिस्थिति के समाप्त होने की प्रतीक्षा करने की सलाह दी जाती है।
हालांकि वो जातक जो पारिवारिक व्यवसाय से जुड़े हैं, उनके लिए गोचरकाल की ये अवधि लाभकारी सिद्ध होगी।
मेष राशि के जातकों के लिए, शुक्र उनके सातवें भाव के स्वामी होते हैं। परंतु इस दौरान आपका सातवाँ भाव और शुक्र दोनों ही शनि से पीड़ित होंगे। जिसके चलते आप में विश्वास और सुरक्षा का अभाव, आपके निजी जीवन को प्रभावित करेगा, और इससे आपके प्रेम संबंधों में भी दूरियाँ आने के योग बनेंगे। आप अपने साथी से निरंतर नए पन और अत्यधिक इच्छाओं की अपेक्षा रखेंगे, जिसके कारण आप दोनों के रिश्तों में कुछ अंतर आने की आशंका है। इसलिए अपने रिश्ते में आ रहे हर विवाद को दूर करने की कोशिश करते हुए, अपने साथी के साथ अच्छा समय बिताने का प्रयास करें।
छात्रों की बात करें तो, इस अवधि के दौरान छात्र अपनी शिक्षा से भ्रमित महसूस करेंगे। क्योंकि अधिकतर ग्रह ये संकेत दे रहे हैं कि, इस समय आपको अपनी संगति से सावधान रहने की जरूरत होगी। अन्यथा आपकी छवि को नुकसान पहुंच सकता है।
उपाय: शुक्र की होरा में, प्रतिदिन शुक्र के बीज मंत्र “ॐ शुं शुक्राय नमः” का जाप करें।
वृषभ राशि
शुक्र ग्रह आपकी ही राशि, यानी आपके लग्न भाव के स्वामी होते हैं, और इस गोचर के दौरान वो आपके नवम भाव में विराजमान होंगे। नवम भाव को धर्म भाव भी कहा जाता है, और इससे हम आपके भाग्य के बारे में भी विचार करते हैं। शुक्र के नवम भाव में गोचर के दौरान, आपको सामान्य से काफी बेहतर परिणामों की प्राप्ति होगी।
इससे आपके अंदर, सकारात्मकता और शांति की वृद्धि होगी। जिसके चलते आप सामाजिक स्तर पर सफलता प्राप्त करते हुए, आनंद लेते दिखाई देंगे। आपका मन और जीवन इस समय, कायाकल्प और विलासिता से भरपूर रहेगा। जिसका सकारात्मक असर आपके स्वास्थ्य जीवन पर भी पड़ने की संभावना है। आपको शुक्र के इस गोचर के दौरान, अपनी किसी ऐसी पुरानी गंभीर बीमारी से निजात मिलेगी, जिससे आप काफी समय से परेशान थे।
कार्यक्षेत्र पर आपको भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा, और आप अपने सभी कार्यों को सफलतापूर्वक पूरा करने में सक्षम होंगे। कुंडली का नवम भाव वरिष्ठ, बड़ों, आदि को दर्शाता है। ऐसे में इस समय आपको अपने बड़ों, पिता या पिता तुल्य किसी व्यक्ति से, पूर्ण रुप से सहयोग मिलने के योग बनेंगे।
साथ ही उनके द्वारा दिए गए सुझाव और सलाह, आपके करियर के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकते हैं। इस अवधि में आपके दुश्मन और शत्रु, आप पर हावी होने का प्रयास करेंगे। ऐसे में आपको उनसे भी, सावधान रहने की सलाह दी जाती है। यदि कोई मामला कोर्ट-कचहरी में निलंबित था तो, उसका फैसला आपके पक्ष में आने की संभावना अधिक रहेगी।
भाई-बहनों से आपको स्नेह और सहयोग की प्राप्ति होगी। परिवार में अतिथियों का आगमन ख़ुशियाँ लेकर आएगा। आप अपने निजी जीवन में अपने साथी के साथ, अपने रिश्ते को मजबूत करने के लिए भी कई प्रयास करते दिखाई देंगे।
किसी तीर्थ यात्रा पर जानें, दान-पुण्य या अधियात्मिक गतिविधियों में शामिल होने का आप प्लान कर सकते हैं। इससे आपको आत्मशांति और संतोष की प्राप्ति होगी। कुछ जातक अपने घर पर किसी मांगलिक या धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन कराने का, फैसला भी ले सकते हैं।
छात्रों के लिए ये समय, महत्वपूर्ण रहने वाला है। क्योंकि संभावना है कि इस अवधि के दौरान, छात्र किसी वाद-विवाद, तर्क-वितर्क, प्रश्नोत्तरी या किसी अन्य गेम शो में भाग ले सकते हैं, और उन्हें इसमें भरपूर सफलता की प्राप्ति भी होने के योग बनेंगे।
उपाय: भगवान परशुराम का संबंध शुक्र ग्रह से बताया गया हैं, इसलिए भगवान परशुराम के अवतार की पौराणिक कथा को पढ़ें या सुनें।
मिथुन राशि
शुक्र देव आपकी राशि से, अष्टम भाव में गोचर करेंगे। इस भाव से जीवन में आने वाले, उतार-चढ़ावों के बारे में विचार किया जाता है। इस गोचर की वजह से आपको, उत्तम फलों की प्राप्ति होगी। क्योंकि शुक्र इस दौरान गुरु बृहस्पति के साथ युति करते हुए, आपकी राशि में बेहद सुंदर “केंद्रीय त्रिकोण राजयोग” का निर्माण करेंगे। जिससे आपके जीवन में आ रही समस्याएं काफी हद तक, दूर होने में मदद मिलेगी। आपको अपने आर्थिक जीवन में उन्नति और लाभ की प्राप्ति के लिए भी, कई शुभ अवसर मिलने के योग बनेंगे।
शुक्र आपकी राशि के पंचम भाव के स्वामी होते हैं, और इस दौरान उनका आपके अष्टम भाव में मौजूद होना, अचानक से मिलने वाले लाभ और मुनाफ़े को दर्शाता है। ऐसे में संभावना है कि आपको लॉटरी या किसी के अन्य तरीके से, अचानक से धन की प्राप्ति हो। आपको अपनी पैतृक संपत्ति से भी, अच्छा मुनाफ़ा अर्जित करने में सफलता मिलेगी।
कार्यक्षेत्र में नौकरी में अच्छे बदलावों की प्रतीक्षा कर रहे जातकों की, उन्नति और वृद्धि होने की संभावना है। आपके लिए यात्रा करना भी, लाभदायक रहेगा। वहीं वो जातक जो रचनात्मक लेखन, कहानी, डेटा विश्लेषण, आदि संबंधित व्यवसाय से जुड़े हैं, उनके लिए इस गोचरकाल की अवधि विशेष उत्तम रहने वाली है।
यह गोचर आपको अपने ससुराल पक्ष के साथ, संबंध मजबूत करने के बहुत से अवसर प्रदान करेगा। जिसका सकारात्मक असर, आपके वैवाहिक जीवन पर भी दिखाई देगा। आपके जीवन साथी की आय और समृद्धि में भी बढ़ोतरी होगी।
वहीं यदि आप अभी तक सिंगल है तो, आप किसी खास व्यक्ति की ओर आकर्षित दिखाई देंगे। इस दौरान आपकी गुप्त, रहस्यमयी या विज्ञान संबंधित विषयों में रूचि देखी जाएगी।
छात्रों के लिए समय अच्छा रहेगा, वो अपनी पढ़ाई में अधिक ध्यान देते दिखाई देंगे। इससे उन्हें अपना प्रदर्शन बेहतर देने में मदद मिलेगी। खासतौर से पीएचडी या किसी अन्य अध्ययन संबंधित क्षेत्र से जुड़े विषयों की पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए, यह गोचर विशेष अच्छा रहने वाला है।
स्वास्थ्य जीवन में भी, आपको बेहतर परिणामों की प्राप्ति होगी।
उपाय: गायों की सेवा करते हुए, उनके साथ समय बिताएं और उन्हें खाना खिलाएं।
कर्क राशि
शुक्र ग्रह आपकी राशि के चतुर्थ और एकादश भाव के स्वामी होते हैं, और इस गोचर के दौरान वह आपके सप्तम भाव में विराजमान होंगे। यह भाव विवाह भाव भी कहा जाता है और इस भाव से हम, जीवन में होने वाली साझेदारियों के बारे में विचार करते हैं। ऐसे में शुक्र का ये गोचर आपके लिए मिश्रित परिणाम लेकर आएगा।
शुक्र इस दौरान, आपके अष्टम भाव के स्वामी शनि और छठे भाव के स्वामी गुरु बृहस्पति के साथ युति करते हुए, आपकी मां की सेहत को प्रभावित करेंगे। इसके अलावा इस अवधि में, जीवन साथी के साथ आपके संबंधों में तनाव दिखाई देगा, जिससे आपके मानसिक तनाव में भी वृद्धि होगी। साथ ही घर पर अचानक से, किसी मरम्मत या निर्माण कार्य की शुरुआत होने से, कर्क राशि के जातकों को कुछ असुविधा महसूस हो सकती है।
इस समय शुक्र के साथ ही अधिकतम ग्रह की युति, आपको कार्यक्षेत्र पर अपने उच्च और वरिष्ठ अधिकारियों की सराहना और प्रशंसा प्राप्त करने के योग बनाएगी। कुछ जातकों को सरकार से, लाभ या पुरस्कार मिलने की भी संभावना है। परंतु इस दौरान आपको, अपने छिपे हुए दुश्मनों से सावधान रहने की सलाह दी जाती है। क्योंकि वह सक्रिय होंगे, और लगातार आपको नुकसान पहुंचाने के लिए प्रयास करते रहेंगे। यात्रा पर जाने से परहेज करना, आपके लिए इस दौरान सबसे बेहतर रहेगा।
आर्थिक जीवन के लिए, समय सामान्य ही रहने वाला है। हालांकि आप इस दौरान अत्यधिक भावनात्मक दिखाई देंगे, जिससे आप आवेश में आकर ख़रीदारी कर सकते हैं। ऐसे में किसी भी तरह की आर्थिक तंगी से बचने के लिए, आपको अपनी इस आदत को बदलने की ओर प्रयास करने की ज़रूरत होगी।
स्वास्थ्य जीवन में ये गोचर, आपको कुछ तकलीफ़ दे सकता है। ऐसे में खुद को हाइड्रेट रखने के लिए, समय-समय पर पानी पीते रहें। अन्यथा पेट और यूरिन इन्फेक्शन से संबंधित संक्रमण का खतरा हो सकता है।
उपाय: सुबह के समय देवी महालक्ष्मी की स्तुति में, "महालक्ष्मी अष्टकम" का पाठ करें।
सिंह राशि
शुक्र देव का गोचर आपकी राशि से, षष्ठम भाव में होने जा रहा है। इस भाव को शत्रु भाव के नाम से भी जाना जाता है। छठे भाव में शुक्र का गोचर, आपके लिए जीवन में कुछ चुनौतियाँ लेकर आ सकता है। इसलिए इस दौरान आपको, थोड़ा संभलकर चलने की जरुरत होगी।
कार्यक्षेत्र पर, आपको कम झूठ बोलने या, किसी भी तरह के विवाद से खुद को दूर रखने की आवश्यकता होगी। अन्यथा आप बेकार के झगड़ों में उलझते हुए, खुद को नुकसान पहुंचा सकते हैं। ऐसे में अपने कार्यों और प्रयासों के प्रति पूरी तरह समर्पित रहते हुए, दूसरों से संवाद के दौरान अपनी भाषा में मधुरता लेकर आएं। तभी इसका आपको, भविष्य में लाभ मिलेगा। इस दौरान किसी भी तरह की अनावश्यक की यात्रा करने से बचें, अन्यथा आपको मानसिक तनाव और चिंताएं हो सकती हैं।
इस समय शुक्र आपकी राशि के, द्वादश भाव को दृष्टि कर रहें हैं। जो ख़र्चों का भाव होता है। ऐसे में आपके अप्रत्याशित ख़र्चों में वृद्धि देखी जाएगी, इसलिए जितना संभव हो अपने धन को संचय करने की सही रणनीति बनाएं। व्यावसायिक जातक गोचर के दौरान, कई योजनाओं को अपनाने का मन बना सकते हैं। परंतु क्योंकि शुक्र बृहस्पति के साथ युति कर रहे हैं, ऐसे में आपको कोई भी निर्णय लेने से पहले, किसी विशेषज्ञ या बड़े-बुजुर्गों की सलाह लेने की जरूरत होगी। तभी आप धन हानि से बच सकते हैं।
इस समय शुक्र अपने भाव से, कुंडली के 12वें घर में उपस्थित होंगे, जिससे आपके वैवाहिक रिश्तों में कुछ समस्या उत्पन्न हो सकती हैं। इसके लिए आपको जरूरत होगी, अपने साथी के साथ समय-समय पर संवाद करते हुए, हर विवाद को दूर करने की।
स्वास्थ्य जीवन में इस दौरान, आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कुछ कमजोर रह सकती है। ऐसे में अपनी दिनचर्या में योग, व्यायाम और सही खान-पान को जोड़ते हुए, मसालेदार या बाहर के खाने से परहेज करें। तभी आपको सकारात्मक परिणाम प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
उपाय: सुबह के समय देवी महालक्ष्मी की स्तुति में, "श्री सूक्त" का पाठ करें।
कन्या राशि
शुक्र कन्या राशि के दूसरे और नवम भाव के स्वामी होते हुए, इस गोचर के दौरान वो आपके पंचम भाव में विराजमान होंगे। यह भाव संतान भाव भी कहलाता है और इससे आपकी बुद्धि और ज्ञान के बारे में भी विचार किया जाता है। ऐसे में गोचर के दौरान, आपको अनुकूल फलों की प्राप्ति होगी।
इस दौरान शुक्र आपके एकादश भाव को भी दृष्टि करेंगे, जो मुनाफ़े और लाभ का भाव होता है। ऐसे में संभावना है कि, आपको विभिन्न स्रोतों से धन लाभ और प्रतिष्ठा में वृद्धि करने के अवसर प्राप्त हो। इस दौरान किसी भी तरह का निवेश करना, आपके आर्थिक जीवन के लिए भी उत्तम रहेगा। क्योंकि इससे आपको लंबे समय तक, लाभ की प्राप्ति होती रहेगी।
इस समय शुक्र के साथ कई अन्य ग्रहों की युति, संकेत दे रही है कि इस दौरान आपकी कार्य क्षमता सबसे अधिक रहेगी। जिससे आपको अपने करियर में शुभ परिणाम प्राप्त होंगे। इस अवधि में आप अपने विचारों और सुझावों के चलते, हर कार्य में सफलता अर्जित करते दिखाई देंगे। इससे आपको अपने करियर में, सही दिशा में आगे बढ़ने के भी बहुत से अवसर प्राप्त होंगे।
शादीशुदा जातक भी अपने दांपत्य जीवन में, संतान के साथ संबंध मजबूत करने के लिए प्रयासरत रहेंगे। साथ ही आपका अपने जीवन साथी के साथ, रिश्ता भी बेहतर बन सकेगा और आप अपने वैवाहिक जीवन का उत्तम आनंद लेंगे।
वहीं प्रेमी जातकों के लिए, यह समय अपने रिश्ते को आगे बढ़ने वाला रहेगा, जिसमें आपको सफलता प्राप्त होगी। आपका विनम्र और शांत स्वभाव, आपके साथी और परिवार के अन्य सदस्यों के बीच आपकी लोकप्रियता को बढ़ाने में मदद करेगा, और आपको उनसे भरपूर सहयोग की प्राप्ति होगी।
विदेश जाकर उच्च शिक्षा प्राप्त करने के इच्छुक छात्रों के लिए, गोचरकाल की ये अवधि विशेष शुभ रहने वाली है। क्योंकि उनकी इच्छा पूरी होने के प्रबल योग बन रहे हैं। साथ ही वो छात्र जो विदेशी भाषा से जुड़ा कोर्स शुरू करना चाहते हैं, उनके लिए भी यह समय उत्तम रहेगा।
उपाय: इस गोचर के दौरान, अविवाहित लड़कियों को सौंदर्य से संबंधित सामग्री भेट करें।
तुला राशि
शुक्र देव आपकी राशि के प्रथम, यानी लग्न भाव के स्वामी होकर, इस गोचर के दौरान आपके चतुर्थ भाव में संचरण करेंगे। यह भाव सुख भाव भी कहलाता है। शुक्र का यह गोचर, आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकता है। जिससे आपको अपनी इच्छानुसार, आर्थिक लाभ मिलने के योग बनेंगे।
आपके करीबी लोगों के साथ, आपके रिश्ते मजबूत होंगे। कुछ जातकों को मां से लाभ और सहयोग की प्राप्ति होगी। साथ ही आपके वैवाहिक जीवन में, जीवन साथी की आय में वृद्धि होने से उनकी उन्नति होने के योग बनेंगे।
जो जातक अपना नया घर या वाहन खरीदने के लिए, बैंकों या लोन लेने की तलाश में थे, उन्हें इस दौरान अनुकूल परिणाम मिलने की संभावना है। कुल मिलाकर देखा जाए तो, शुक्र का यह गोचर आपके निजी जीवन के लिए सबसे अधिक शानदार रहने वाला है।
कार्यक्षेत्र पर भी आप अपने करियर में, भरपूर उन्नति की प्राप्ति करेंगे। आपकी मेहनत और कौशल की सराहना होगी, जिससे आपको कार्यस्थल पर नहीं ऊँचाइयों को छूने में मदद मिलेगी। व्यापारी जातक भी प्रतिष्ठा और आय में वृद्धि करने में सक्षम होंगे।
हालांकि बीच-बीच में शुक्र की ये स्थिति, आपको अपने आराम के क्षेत्र तक ही सीमित रख सकती है। ऐसे में इस दौरान अत्यधिक लाभ प्राप्ति के लिए, अपने स्वभाव में सुधार करें और अपनी मेहनत को रफ्तार दें।
वह छात्र जो विशेष रूप से डिज़ाइन, टेक्नोलॉजी या प्रबंधन क्षेत्र से जुड़ी पढ़ाई कर रही हैं, उन्हें अच्छा प्रदर्शन करने में सफलता मिलेगी। इसके साथ ही स्वास्थ्य जीवन भी, इस दौरान सही दिशा में बढ़ता दिखाई देगा।
उपाय: अपने दाहिने हाथ की अनामिका में चांदी या सोने की अंगूठी में, (.0.50 सेंट) वाला उत्तम गुणवत्ता का हीरा पहनें।
वृश्चिक राशि
शुक्र देव का गोचर आपकी राशि से, तृतीय भाव में होने जा रहा है। इसे पराक्रम भाव भी कहा जाता है। इस भाव में गोचर के दौरान, आपको अपने भाई-बहनों के साथ अच्छा समय बिताने का अवसर मिलेगा। साथ ही आप अपने सामाजिक जीवन में भी, सुधार के लिए कई प्रयास करते दिखाई देंगे।
शुक्र आपके सप्तम और द्वादश भाव के स्वामी होते हैं, जो यात्रा और सुख का भाव होता है। ऐसे में इस अवधि के दौरान, आप खुद को आनंद देने के लिए, कई सुंदर गतिविधियों में भाग लेने या यात्रा करने का प्लान कर सकते हैं।
निजी जीवन में आपको, अपने मित्र और करीबियों से लाभ और समर्थन मिलेगा। साथ ही प्रेम संबंधों में जीवनसाथी और प्रेमी के साथ, आपका रिश्ता और मजबूत बनता दिखाई देगा। यदि आप सिंगल है तो, अपने किसी रिश्तेदार के घर या किसी सामाजिक स्थल पर, आपको किसी खास व्यक्ति से मुलाकात करने का अवसर मिल सकता है। इस अवधि में अपनी रचनात्मक गतिविधि जैसे: संगीत, नृत्य, कला, आदि को आप फिर से पुनः शुरू करने का प्लान कर सकते हैं। दंपत्ति जातक, अपनी संतान की सफलता और उन्नति से खुशी की अनुभूति करेंगे।
कार्यस्थल पर आपकी संवाद शैली और प्रेरक शक्ति, आपके संगठन या व्यवसाय में आपको भरपूर विकास करने में मदद करेगी। आपके प्रयासों को भाग्य का साथ मिलेगा। कुछ जातकों को सरकार से, कोई अच्छा पुरस्कार मिलने के भी योग बनेंगे। आप अपने शत्रुओं को मुंह तोड़ जवाब देने में सक्षम रहेंगे, जिसके कारण आपको अपने करियर में आगे बढ़ने के अधिक अवसर मिलने की संभावना है।
खेल कूद, आदि से संबंधित क्षेत्रों से जुड़े जातक, अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करके अच्छा मुनाफ़ा अर्जित कर सकते हैं।
हालांकि, सेहत के प्रति आपको थोड़ा सावधान रहने की सलाह दी जाती है। खासतौर से किसी भी चीज को लेकर ज़िद न करें। साथ ही अपने कार्य, मनोरंजन, भोजन, आदि से जुड़ी खराब आदतों में भी सकारात्मक सुधार लेकर आना, आपकी सेहत के लिए अच्छा रहेगा।
उपाय: प्रतिदिन सुबह शिवलिंग पर, गुलाब जल अर्पित करें।
धनु राशि
शुक्र ग्रह के इस गोचर के दौरान, आपका द्वितीय भाव सक्रिय अवस्था में रहेगा। इस भाव को धन भाव भी कहा जाता है, और इससे आपकी वाणी के बारे में भी विचार किया जाता है। ऐसे में शुक्र के इस गोचर के दौरान, धनु राशि के जातकों को अपनी आय में वृद्धि करने के बहुत से अवसर प्राप्त होंगे।
शुक्र आपकी राशि के एकादश भाव के स्वामी होते हैं, और इस दौरान उनका आपके दूसरे भाव में विराजमान होना, आपकी मां को लाभ प्रदान करेगा। घर का वातावरण भी ख़ुशियों से भरा दिखाई देगा। आप भौतिक सुख जैसे: कीमती सामान, आभूषण, रत्न, आदि की ख़रीदारी पर अपना धन खर्च कर सकते हैं। कुल मिलाकर कहें तो, आर्थिक स्थिति में इस गोचर के दौरान लगातार वृद्धि देखी जाएगी।
विवाह योग्य जातकों को, शुक्र के गोचर के दौरान शादी के अच्छे प्रस्ताव मिलने के योग बनेंगे। साथ ही आपकी गर्मजोशी, उदारता, और आकर्षित वाणी के चलते, दूसरे लोग आपकी ओर आकर्षित होते दिखाई देंगे। जिसके चलते आपको नए संबंध और दोस्त बनाने में सफलता मिलेगी।
हालांकि सेहत के लिहाज से, आपको अपनी खाने की आदतों में बदलाव करने की सलाह दी जाती है। ऐसे में अत्यधिक मीठा खाने से परहेज करें, अन्यथा आपको स्वास्थ्य हानि संभव है। इससे आपको अपने जीवन में बहुत-सी बीमारियों से भी, दो-चार होना पड़ सकता है। इसलिए आपका अपने खानपान का ध्यान रखना, इस समय सबसे अधिक महत्वपूर्ण रहेगा।
गोचरकाल के दौरान, शुक्र की आपके व्यवसाय भाव से पंचम भाव में उपस्थिति, आपको प्रशासनिक कौशल के साथ-साथ आपकी कार्य करने की क्षमता में वृद्धि लेकर आएगी। जिससे आप अपने करियर में उच्च पद की प्राप्ति करने में सक्षम होंगे।
धनु राशि के छात्रों के लिए भी, ये समय विशेष शुभ रहेगा। खासतौर से छात्रों को उन सभी विषयों को समझने में मदद मिलेगी, जिन्हें याद रखने में उन्हें पूर्व में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था।
उपाय: शुक्र देव को दक्षिण पूर्व दिशा के स्वामी माना गया है, इसलिए दक्षिण पूर्व दिशा को नमन करें।
मकर राशि
शुक्र देव का गोचर आपके प्रथम भाव, यानी लग्न भाव में होगा। इस भाव को तनु भाव भी कहा जाता है, और इससे हम आपके शरीर, स्वास्थ्य और आत्मज्ञान के बारे में विचार करते हैं। यह गोचर आपके लिए अच्छा रहेगा और एक योगकारक ग्रह होने के साथ ही, शुक्र आपके सप्तम भाव को दृष्टि करेंगे। जो साझेदार और जीवन साथी का भाव होता है। ऐसे में पार्टनरशिप में व्यापार कर रहे जातकों को इस समय, किसी महिला के भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा। जिससे वो आर्थिक लाभ और मुनाफ़ा अर्जित करने में सफल रहेंगे।
प्रेम संबंधों के दौरान, आपको अपने जीवन साथी के साथ अपने संबंध बेहतर बनाने में सफलता मिलेगी। साथ ही वो आपको हर कार्यों में भरपूर समर्थन देते दिखाई देंगे। हालांकि प्रेम और रोमांस के मामले में आप, अपने साथी से खुद को बेहतर महसूस करते हुए, अपने साथी से सराहना की इच्छा भी रखेंगे। जिसके चलते दोनों के बीच कुछ दूरी पैदा हो सकती है। इसलिए इस गोचर के दौरान उत्तम परिणामों की प्राप्ति के लिए, अपने स्वभाव में सुधार करें।
दांपत्य जातक संतान की शिक्षा में उनका अच्छा प्रदर्शन, या कार्यक्षेत्र में उनकी प्रगति से आनंद की अनुभूति करेंगे। यदि आपकी संतान उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाने की इच्छुक है तो, उन्हें इस दौरान काफी हद तक शुभ समाचार की प्राप्ति हो सकती है।
कार्यस्थल पर आप उन सभी पूर्व के कार्य को, समय पर पूरा करने में सक्षम होंगे, जिन्हें आपको पूर्व में करने में परेशानी हो रही थी। इससे आपके नेतृत्व और कठिन परिस्थितियों में आपकी कार्य करने की क्षमता का विकास होगा, और आपको करियर में भरपूर उपलब्धियों की प्राप्ति होगी।
कुल मिलाकर कहें तो, मकर राशि के जातकों के लिए शुक्र का यह गोचर बहुत अनुकूल रहने वाला है।
उपाय: अपनी दाहिने हाथ की अनामिका में, चांदी या सोने की अंगूठी में उत्तम गुणवत्ता वाला सफेद ओपल धारण करें।
कुंभ राशि
शुक्र देव का गोचर आपकी राशि से, द्वादश भाव में होगा। द्वादश भाव से हम आपके गुप्त चरित्र, और व्यय के बारे में विचार करते हैं। इस गोचर के दौरान आपको शुभ फलों की प्राप्ति होगी। इस अवधि में आप अपने सुख सुविधा और विलासिता पर, खोलकर खर्च करते दिखाई देंगे। साथ ही आप अपने मनोरंजन और भौतिक सुखों की पूर्ति में भी, संलग्न रहेंगे। हालांकि आपको इस दौरान थोड़ा सावधान रहने की जरूरत होगी, अन्यथा आपके स्वास्थ्य जीवन पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
जो जातक विदेशी संगठनों या मल्टीनैशनल कंपनियों में कार्यरत हैं, उन्हें इस गोचर से विशेष शुभ परिणामों की प्राप्ति होगी। व्यापारी जातक भी, अच्छा मुनाफ़ा अर्जित करने में सफल होंगे। खासतौर से आयात-निर्यात से संबंधित, व्यवसाय करने वाले व्यापारियों के लिए समय उत्तम रहेगा। इंटीरियर डिज़ाइनिंग, ग्राफिक, मनोरंजन, आदि जैसे रचनात्मक क्षेत्र से जुड़े जातकों को भी, इस दौरान अपनी प्रतिभा दिखाने के बहुत से अवसर प्राप्त होंगे।
प्रेम संबंधों में लिए भी समय अनुकूल रहेगा। सिंगल जातक अपने नए रिश्ते की शुरुआत करने के लिए सही अवसर का लाभ उठाते हुए, अपने प्रेमी के समक्ष अपनी भावनाओं को व्यक्त करने में सफल होंगे। इसके साथ ही शादीशुदा जातकों के जीवन में भी, रोमांस और प्रेम की वृद्धि देखी जाएगी जा सकती है।
कुल मिलाकर कहें तो, शुक्र का यह गोचर आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगा। हालांकि आपको शुरुआत से ही, अपने ख़र्चों के प्रति सावधान रहने की जरूरत होगी। क्योंकि आपको इस दौरान आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है।
इसके साथ ही स्वास्थ्य जीवन में, अपने खाने की खराब आदतों में सुधार करते हुए, एक अच्छी दिनचर्या को अपनाएं। इसके लिए योग, ध्यान और कुछ शारीरिक गतिविधियों जैसे व्यायाम का सहारा लेना, आपके लिए लाभकारी रहेगा।
उपाय: सूर्योदय के समय, “ललिता सहस्रनाम स्तोत्र" का पाठ करें।
मीन राशि
शुक्र ग्रह का गोचर आपकी राशि से, एकादश भाव में होगा। एकादश भाव को लाभ भाव भी कहा जाता है, और इससे बड़े भाई-बहनों से आपके संबंधों को लेकर विचार किया जाता है। यह गोचर मीन राशि के लिए शुभ रहेगा। खासतौर से जिन जातकों को, अपने आर्थिक जीवन में संघर्षों का सामना करना पड़ रहा था, उन्हें इस दौरान अच्छा लाभ मिलने के योग बनेंगे। जिससे उन्हें राहत के साथ-साथ, अपनी आर्थिक तंगी दूर करने में भी मदद मिलेगी।
कार्यक्षेत्र पर भी आप अपनी कड़ी मेहनत, कार्य के प्रति अपने समर्पण और ईमानदारी से दूसरों की सराहना प्राप्त करने में सफल होंगे। इससे आपके वरिष्ठ अधिकारी, आपकी ओर आकर्षित होगा, जिसके परिणामस्वरूप आपको अपने करियर में वृद्धि और उच्च पद की प्राप्ति होने के योग बनेंगे।
व्यापारी जातकों को भी इस गोचर के दौरान, धन और प्रतिष्ठा के साथ अपने व्यवसाय में विस्तार करने के बहुत से अवसर प्राप्त होंगे। आप अपनी पूर्व की अधूरी पड़ी योजनाओं से भी, अच्छा लाभ उठा सकते हैं।
निजी जीवन में आप अपनी सामाजिक छवि को, बेहतर बनाने के लिए कई प्रयास करेंगे। साथ ही आपको अपने दोस्त और मित्रों के साथ, समय बिताने का अवसर मिलेगा। जिससे आपको उनके सहयोग की प्राप्ति होगी।
वैवाहिक जातकों के लिए भी, यह समय सुखद रहने वाला है। साथ ही आपके भाई-बहनों को अपने कार्य क्षेत्र में, समृद्धि और सफलता की प्राप्ति होने के योग बनेंगे। जिससे आपको खुशी और प्रसन्नता की अनुभूति होगी। कुल मिलाकर कहें तो, पारिवारिक जीवन और प्रेम संबंधों के लिए यह समय विशेष अच्छा रहने वाला है
इस दौरान यात्रा पर जाना आपके लिए अच्छा रहेगा। क्योंकि इससे आपको अपने सामाजिक दायरे को बढ़ाने, और उसमें विस्तार करने में मदद मिलेगी। जिसका फायदा आपको भविष्य में बहुत से अफसरों की प्राप्ति से होगा।
मीन राशि के छात्र अपनी शिक्षा में, बेहतर प्रदर्शन देने में सफल होंगे। स्वास्थ्य जीवन में भी सकारात्मक बदलाव आने की संभावना है, जिससे आप अपने स्वस्थ जीवन का आनंद लें सकेंगे।
उपाय: उत्तम फलों की प्राप्ति के लिए, स्फटिक की माला पहनें।