सूर्य का कर्क राशि में गोचर (16 जुलाई 2025)
सूर्य का कर्क राशि में गोचर: ग्रहों के राजा सूर्य देव 16 जुलाई 2025 की शाम 05 बजकर 17 मिनट पर कर्क राशि में गोचर करने जा रहे हैं। सूर्य को मान-सम्मान, राजकाज, आत्मा, नेतृत्व और ऊर्जा आदि का कारक ग्रह माना जाता है। ऐसे महत्वपूर्ण ग्रह सूर्य का कर्क राशि में गोचर होने जा रहा है। वैसे तो कर्क राशि चंद्रमा की राशि है और सूर्य एवं चंद्रमा के संबंध सामान्य तौर पर औसत या फिर मित्रवत माने गए हैं। तात्कालिक और नैसर्गिक मित्रता के अनुसार स्थितियां बदलती रहती हैं, लेकिन सामान्य तौर पर हम इसे मित्रवत संबंध ही मानकर चलते हैं।

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इस प्रकार, सूर्य से मिलने वाले परिणाम नकारात्मक नहीं होने चाहिए। लेकिन, सूर्य अग्नि तत्व के ग्रह है और कर्क राशि जल तत्व की राशि है। ऐसे में, कर्क राशि में गोचर के दौरान सूर्य के मूलभूत लक्षणों में कुछ कमजोरी देखने को मिल सकती है। हालांकि, सूर्य की स्थिति के अनुसार अलग-अलग राशियों पर सूर्य के इस गोचर का अलग-अलग प्रभाव पड़ेगा। एस्ट्रोसेज एआई के इस लेख में सूर्य का कर्क राशि में गोचर के प्रभावों के बारे में चर्चा से पहले हम जान लेते हैं कि सूर्य गोचर भारतवर्ष को किस तरह प्रभावित करेगा।
सूर्य का कर्क राशि में गोचर का भारत पर प्रभाव
भारत की कुंडली में सूर्य ग्रह चतुर्थ भाव के स्वामी हैं और इस अवधि में सूर्य तीसरे भाव में गोचर करने वाले हैं। सामान्य तौर पर तीसरे भाव में सूर्य के गोचर को अनुकूल परिणाम देने वाला माना जाता है। संभव है कि काफ़ी हद तक सूर्य भारत को अनुकूल परिणाम देना चाहेंगे, लेकिन चतुर्थ भाव के स्वामी का अपने से द्वादश भाव अर्थात तीसरे भाव में जाना आंतरिक असंतोष का भी संकेत दे रहा है। भारत की जनता अपने नेताओं से नाराज रह सकती है और इस बात के लिए लोग कुछ स्थानों पर सड़क पर भी उतर सकते हैं।
पूर्वोत्तर के राज्यों में ऐसा काफ़ी असंतोष देखने को मिल सकता है क्योंकि चतुर्थ भाव में मंगल, केतु और राहु का प्रभाव भी रहेगा। वहीं, तीसरा भाव यातायात और कम्युनिकेशन का भाव माना गया है। ऐसी स्थिति में यातायात दुर्घटनाएं, इंटरनेट तथा मोबाइल सेवाओं में समस्याएं भी सामने आ सकती हैं। आइए अब जान लेते हैं सूर्य का कर्क राशि में गोचर सभी 12 राशियों को किस तरह से प्रभावित करेगा।
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सूर्य का कर्क राशि में गोचर: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय
मेष राशि
मेष राशि वालों के लिए सूर्य ग्रह आपकी कुंडली में पांचवें भाव के स्वामी हैं और वर्तमान में अब यह आपके चौथे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। कुंडली का चौथा भाव माता, घर, गृहस्थी के साथ-साथ भूमि, भवन, वाहन आदि का होता है और इस भाव में सूर्य के गोचर को सामान्य तौर पर अच्छे परिणाम देने वाला नहीं माना जाता है। अत: इस गोचर के चलते आपको इन मामलों में सावधानी के साथ निर्वाह करने की आवश्यकता होगी। किसी भी प्रकार का तनाव लेने से स्वयं को बचाना होगा। माता के साथ संबंधों को अनुकूल रखना है। माता को कोई परेशानी न होने पाए, इस बात का ख्याल भी रखना है।
ज़मीन-जायदाद के साथ-साथ घर-परिवार में भी कोई विवाद न होने पाए, इस बात का ख्याल रखना होगा। यदि आपको दिल या सीने के आसपास की तकलीफ पहले से रही है, तो इस अवधि में उस समस्या को लेकर सचेत रहना होगा। कहने का तात्पर्य है कि भले ही अन्य ग्रहों के गोचर आपके फेवर में हों, लेकिन सूर्य का कर्क राशि में गोचर आपके लिए अनुकूल नहीं रहेगा। अत: इससे संबंधित मामलों में सावधानी पूर्वक निर्वाह करने की आवश्यकता रहेगी।
उपाय: आप अपने सामर्थ्य के अनुसार गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करें, विशेषकर उन्हें भोजन करवाएं।
वृषभ राशि
वृषभ राशि वालों के लिए सूर्य देव आपकी कुंडली में चौथे भाव के स्वामी हैं जो अब आपके तीसरे भाव में गोचर करने वाले हैं। वैसे तो, सामान्य तौर पर सूर्य के गोचर को तीसरे भाव में अच्छे परिणाम देने वाला माना जाता है। लेकिन, चतुर्थेश का तीसरे भाव में जाना कुछ मामलों में कमजोर भी माना जाएगा। ऐसे में, घर-गृहस्थी से संबंधित मामलों में सावधानी पूर्वक निर्वाह करने की आवश्यकता होगी, बाकी अन्य मामलों में सूर्य का कर्क राशि में गोचर आपको अच्छे परिणाम देना चाहेगा।
इस दौरान स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और शासन-प्रशासन से जुड़े मामलों में अनुकूल परिणाम मिलने चाहिए। आपका आत्मविश्वास अच्छा रहेगा और इसके फलस्वरूप, आप विभिन्न मामलों में अच्छा कर सकेंगे। आप अपने प्रतिस्पर्धियों से बेहतर स्थिति में देखे जाएंगे। नए सिरे से नौकरी की तलाश कर रहे लोगों को नौकरी की प्राप्ति भी संभव रहेगी।
उपाय: पिता की सेवा करें अथवा पिता तुल्य व्यक्ति को दूध और चावल खिलाकर उनका आशीर्वाद लेना शुभ रहेगा।
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मिथुन राशि
मिथुन राशि वालों के लिए सूर्य आपकी कुंडली में तीसरे भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके दूसरे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। दूसरे भाव में सूर्य के गोचर को सामान्य तौर पर अनुकूल परिणाम देने वाला नहीं माना जाता है। साथ ही, तीसरे भाव का स्वामी अपने से द्वादश भाव में जा रहा है, तो ऐसे में, आपके आत्मविश्वास में थोड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है, जिसे संतुलित करने की आवश्यकता होगी। आंख या मुख से संबंधित कुछ परेशानी भी रह सकती है।
सूर्य का कर्क राशि में गोचर के चलते आपको आर्थिक मामलों में सावधानी बरतनी होगी। पारिवारिक मामलों में कोई परेशानी उत्पन्न न होने पाए इस बात का ख्याल रखना भी जरूरी रहेगा। सामान्य शब्दों में, आर्थिक और पारिवारिक जीवन के मामलों में भी आपको सावधानी बरतने की आवश्यकता होगी।
उपाय: किसी मंदिर में नारियल और बादाम का दान करना शुभ रहेगा।
कर्क राशि
कर्क राशि वालों के लिए सूर्य देव आपके धन भाव के स्वामी के रूप में आपके पहले भाव में गोचर करने वाले हैं। पहले भाव में सूर्य के गोचर को अच्छे परिणाम देने वाला नहीं माना गया है। लेकिन, धन भाव के स्वामी का पहले भाव में आना आर्थिक मामलों में थोड़ी बहुत राहत देने का काम कर सकता है। बता दें कि आपकी कुंडली के दूसरे भाव में राहु-केतु और मंगल का प्रभाव भी बना हुआ है और ऐसे में, आर्थिक मामले थोड़े कमज़ोर रह सकते हैं।
सूर्य का कर्क राशि में गोचर के चलते आपको कुछ राहत मिल सकती है। लेकिन, अन्य क्षेत्रों विशेषकर स्वास्थ्य से संबंधित मामलों में सूर्य का यह गोचर अच्छा नहीं माना जाएगा। पेट से संबंधित समस्याओं के अलावा पित्त की अधिकता या एसिडिटी जैसी तकलीफें भी रह सकती हैं। कामों में कुछ रुकावटें भी देखने को मिल सकती हैं और संबंधियों से विवाद भी संभावित रहेगा। बेहतर होगा कि इस अवधि में स्वयं को शांत रखने की कोशिश करें और सबसे शालीनता से बात करें ताकि प्रतिकूलता आप पर हावी न होने पाएं।
उपाय: इस महीने गुड़ न खाना उपाय की तरह काम करेगा।
सिंह राशि
सिंह राशि वालों के लिए सूर्य आपके लग्न या राशि के स्वामी हैं और वर्तमान में यह आपके बारहवें भाव में गोचर करने वाले हैं। वैसे तो बारहवें भाव में सूर्य के गोचर को अनुकूल परिणाम देने वाला नहीं माना गया है। लेकिन, लग्न या राशि के स्वामी का बारहवें भाव में जाना उन लोगों को अच्छे परिणाम भी दे सकता है जिनका संबंध दूर स्थान से है या फिर विदेश से है। सामान्य शब्दों में, दूर के स्थान या विदेश आदि फायदेमंद रह सकते हैं। लेकिन, अन्य मामलों में सावधानीपूर्वक निर्वाह करना होगा।
व्यर्थ का भ्रमण न करके सार्थक यात्राएं करने का प्रयास करें। यथासंभव खर्चों को रोकने की कोशिश भी जरूरी रहेगी। शासन-प्रशासन से जुड़े मामलों में किसी भी तरीके का विवाद नहीं करना है। साथ ही, अपने स्वास्थ्य का भी ख्याल रखें। यदि आपको नेत्र या पैरों के आसपास की तकलीफ पहले से रही हैं, तो सूर्य का कर्क राशि में गोचर के दौरान आपको इन मामलों में सचेत रहना होगा।
उपाय: नियमित रूप से मंदिर जाएं।
कन्या राशि
कन्या राशि वालों के लिए सूर्य आपकी कुंडली में बारहवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके लाभ भाव में गोचर करने वाले हैं। लाभ भाव में सूर्य के गोचर को सामान्य तौर पर अच्छे और अनुकूल परिणाम देने वाला कहा गया है। आपकी कुंडली में बारहवें भाव का स्वामी सूर्य लाभ भाव में आया है, तो ऐसी स्थिति में दूर के स्थानों से अच्छा लाभ मिल सकता है।
यदि आपका संबंध या संपर्क विदेश इत्यादि से है, तो वहां से संबंधित मामलों में भी अनुकूलता देखने को मिल सकती है। आपकी प्रतिष्ठा में वृद्धि हो सकती है और लाभ भी बढ़ सकता है। जहां आप काम करते हैं, उसकी पॉलिसी के अनुसार पदोन्नति की संभावना रहेगी। पिता और पिता तुल्य व्यक्तियों के सहयोग से जीवन में सफलता के द्वार खुलेंगे। कुल मिलाकर, सूर्य का कर्क राशि में गोचर लगभग अधिकांश मामलों में आपको अनुकूल परिणाम प्रदान करेगा।
उपाय: मांस-मदिरा, अंडे जैसी चीजों से दूर रहें और स्वयं को शुद्ध एवं सात्विक बनाए रखें।
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तुला राशि
तुला राशि वालों के लिए सूर्य आपके लाभेश होकर दसवें भाव में गोचर करने वाले हैं। सामान्य तौर पर सूर्य के गोचर को दसवें भाव में अच्छे परिणाम देने वाला माना जाता है। ऊपर से सूर्य आपकी कुंडली में लाभ भाव के स्वामी हैं और लाभेश का कर्म भाव में आना अच्छा माना जाएगा। ऐसे में, सूर्य का कर्क राशि में गोचर आपको शासन-प्रशासन से संबंधित मामलों में अच्छे परिणाम दे सकता है।
साथ ही, पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि करवाने में भी सूर्य का यह गोचर सकारात्मक साबित होगा। पिता से संबंधित मामलों में भी अच्छे परिणाम मिल सकेंगे। लगभग अधिकांश कामों में आपको सफलता मिलती हुई प्रतीत हो रही है। आपके प्रयत्न निष्फल नहीं जाएंगे। सामान्य तौर पर इस गोचर से ऐसे ही संकेत मिल रहे हैं।
उपाय: किसी गरीब को शनिवार के दिन काले कपड़े का दान करना शुभ रहेगा।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि वालों के लिए दसवें भाव के स्वामी होकर सूर्य आपके भाग्य भाव में जा रहे हैं। भाग्य भाव में सूर्य के गोचर को सामान्य तौर पर अनुकूल परिणाम देने वाला नहीं माना जाता है, लेकिन कोई विशेष प्रतिकूलता भी नहीं मिलनी चाहिए। सूर्य का कर्क राशि में गोचर इस बात का संकेत कर रहा है कि भाग्य के भरोसे न बैठकर कर्म की गति को बढ़ाएं, तब ही आपको अनुकूल परिणाम मिल सकेंगे।
हालांकि, कामों में कुछ बाधाएं देखने को मिल सकती हैं, लेकिन इसके बावजूद भी परिणाम सकारात्मक रह सकते हैं। भाई-बंधुओं और पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध रखने की स्थिति में वहां से भी नकारात्मकता नहीं मिलेगी। इस दौरान सावधानीपूर्वक निर्वाह करने पर आप परिणामों को संतुलित रखने में कामयाब हो सकेंगे।
उपाय: रविवार के दिन नमक का सेवन न करें।
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धनु राशि
धनु राशि वालों के लिए भाग्य भाव के स्वामी होकर सूर्य आपके आठवें भाव में गोचर करने वाले हैं। आठवें भाव में सूर्य के गोचर को अच्छे परिणाम देने वाला नहीं माना जाता है। अतः इस गोचर के दौरान आपको सावधानीपूर्वक निर्वाह करना होगा। यदि आपको आंखों से संबंधित कोई तकलीफ पहले से रही है, तो इस अवधि में काफ़ी सजग रहना होगा।
सूर्य का कर्क राशि में गोचर के दौरान अपना खानपान उचित रखें और आहार-विहार पर ध्यान दें। शासन-प्रशासन से संबंधित मामलों में जानबूझकर विवाद न करें। आर्थिक मामले में भी सचेत रहें और कोई रिस्क वाला निवेश करने से बचें। वाहन से सावधानी से चलाएं और इन सावधानियों को अपनाने की स्थिति में आप नकारात्मकता से बच सकेंगे।
उपाय: स्वयं को क्रोध और कलह से बचाकर रखें।
मकर राशि
मकर राशि वालों के लिए सूर्य आपके अष्टमेश हैं जो अब आपके सातवें भाव में गोचर कर रहे हैं। सातवें भाव में सूर्य के गोचर को अच्छा नहीं माना जाता है। ऊपर से आठवें भाव का स्वामी गोचर करते हुए आपके सातवें भाव में जा रहा है। ऐसे में, इस दौरान आपको निजी संबंधों के प्रति बहुत सचेत रहने की आवश्यकता होगी। विशेषकर यदि आप विवाहित हैं, तो दांपत्य जीवन में किसी तरह की परेशानी न आने पाए, इस बात का ध्यान रखें।
यदि किसी कारण से कोई विवाद उत्पन्न भी हो, तो उसे तब ही सुलझा लेना समझदारी का काम होगा। यथासंभव यात्राओं से बचना है, क्योंकि यात्राएं कष्टकारी रह सकती हैं। व्यापार-व्यवसाय में भी कोई नया निवेश या कोई नई शुरुआत करने से बचें। सिर दर्द, आंखों की तकलीफ आदि की शिकायत रह सकती है। अत: सूर्य का कर्क राशि में गोचर के दौरान किसी भी प्रकार का रिस्क बिल्कुल न लें। यदि आप रिस्क नहीं ले लेंगे तो समस्याओं से स्वयं को बचा सकेंगे।
उपाय: सूर्य गोचर की अवधि में नमक कम खाएं और रविवार के दिन नमक बिल्कुल न खाएं।
कुंभ राशि
कुंभ राशि वालों के लिए सप्तमेश सूर्य आपके छठे भाव में गोचर करने वाले हैं। हालांकि, सातवें भाव के स्वामी का अपने से बारहवें भाव में जाना कुछ मामलों में कमजोर परिणाम दे सकता है। विशेषकर दांपत्य जीवन में सूर्य का कर्क राशि में गोचर आपकी मदद करने में पीछे रह सकता है, लेकिन अन्य मामलों में यह आपको काफी अच्छे परिणाम दे सकता है। यदि आप नौकरीपेशा व्यक्ति हैं, तो आपको नौकरी में अच्छी अनुकूलता देखने को मिल सकती है। नई नौकरी की तलाश कर रहे लोगों की मनोकामना पूर्ति हो सकती है। नौकरी में रहने की इच्छा रखने वाले लोगों के संबंध सहकर्मियों और सीनियर्स के साथ बेहतर हो सकेंगे।
इस दौरान आप अपने प्रतिस्पर्धियों से बेहतर कर सकेंगे और टारगेट को अचीव करके आप वरिष्ठों की नजरों में हीरो बन सकेंगे। कामों में सफलता दिलाने में यह गोचर अच्छी मदद कर सकता है। यद्यपि व्यापार-व्यवसाय के लिए भी इस गोचर को अनुकूल कहा जाएगा, लेकिन व्यापार की तुलना में नौकरीपेशा लोगों के लिए यह गोचर अधिक मददगार रह सकता है। बता दें कि व्यवसाय में भी अनुकूल परिणाम मिलते रहेंगे। शासन-प्रशासन से जुड़े मामलों में भी अच्छी अनुकूलता देखने को मिल सकती है।
उपाय: बंदरों को गेहूं और गुड़ खिलाना शुभ रहेगा।
मीन राशि
मीन राशि वालों के लिए सूर्य देव आपके छठे भाव के स्वामी होकर आपके पांचवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। वैसे तो, पांचवें भाव में सूर्य के गोचर को सामान्य तौर पर अच्छे परिणाम देने वाला नहीं माना जाता है, लेकिन हम इस गोचर से औसत परिणामों की उम्मीद कर सकते हैं। पंचम भाव काल पुरुष कुंडली में सूर्य का अपना भाव या अपना घर माना गया है। ऐसे में, सूर्य का कर्क राशि में गोचर को मन में भ्रम देने वाला अर्थात बुद्धि को भ्रमित करने वाला माना गया है। लेकिन, गहरे सोच-विचार के बाद आप अच्छी योजना बनाने में सफल हो सकेंगे।
संतान के साथ छोटे-मोटे विवाद के बाद आप उस विवाद को सुलझा सकेंगे और सभी समस्याओं को दूर भी कर सकेंगे। लेकिन, खानपान पर संयम बरतना होगा क्योंकि आपकी पाचन शक्ति कमज़ोर रह सकती है। मित्रों के साथ विनम्रता से पेश आने की स्थिति में अनुकूलता बनी रहेगी। इस गोचर से अनुकूल परिणाम की उम्मीद तभी की जा सकेगी जब आप पंचम भाव से संबंधित मामलों में सावधानीपूर्वक निर्वाह करेंगे। सतर्क रहने पर आप न केवल नकारात्मकता से बच सकेंगे, बल्कि कई मामलों में सकारात्मक परिणाम भी प्राप्त कर सकेंगे।
उपाय: सरसों के तेल की 8 बूंदें कच्ची मिट्टी में नियमित रूप से टपकना शुभ रहेगा।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. सूर्य का कर्क राशि में गोचर कब होगा?
सूर्य देव 16 जुलाई 2025 को कर्क राशि में गोचर कर जाएंगे।
2. कर्क राशि के स्वामी कौन हैं?
कर्क राशि का स्वामित्व चंद्र देव को प्राप्त हैं।
3. सूर्य की उच्च राशि कौन सी है?
मेष राशि में सूर्य देव उच्च अवस्था में होते हैं।
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