सूर्य का मकर राशि में गोचर (14 जनवरी, 2021)
वैदिक ज्योतिष में सूर्य ग्रह को ग्रहों के राजा की उपाधि प्राप्त है। सूर्य को जगत की आत्मा भी कहा जाता है। ये देखा गया है कि जब भी सूर्य अपना स्थान परिवर्तन करते हुए, मकर राशि में प्रवेश करता है तो, इस घटना का प्रभाव बेहद शुभ माना जाता है। कई स्थानों पर इस विशेष दिन को, मकर संक्रांति के पर्व के रूप में धूमधाम से मनाया जाता है। इस बार सूर्य का मकर राशि में प्रवेश 14 जनवरी 2021 को, प्रात: काल 8 बजकर 04 मिनट पर होगा, इसलिए वर्ष 2021 में देशभर में मकर संक्रांति, पोंगल और उत्तरायण पर्व 15 जनवरी को ही मनाया जाएगा।
वैदिक ज्योतिष में, सूर्य आत्मा, पिता, पूर्वज, सम्मान और उच्च सरकारी सेवा का प्रतिनिधित्व करता है। इसके परिणामस्वरूप, जिस भी जातक की कुंडली में सूर्य की स्थिति शुभ होती है, उस व्यक्ति को जीवन में मान-सम्मान और सरकारी सेवा में उच्च पद की प्राप्ति होती है। परंतु, कुंडली में इसके विपरीत सूर्य की कमज़ोर स्थिति के कारण, व्यक्ति को नेत्र संबंधी पीड़ा, पिता को कष्ट और कुंडली में पितृ दोष तक झेलना पड़ सकता है।
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तो आईये अब जानते हैं सूर्य के मकर राशि में गोचर का, समस्त राशियों पर क्या रहेगा प्रभाव?
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यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। चंद्र राशि कैल्कुलेटर से जानें अपनी चंद्र राशि
मेष राशि
सूर्य आपके पंचम भाव का स्वामी है, और इस गोचर के दौरान वो आपके दशम भाव में होगा। सूर्य का यह गोचर, आपके लिए काफी अच्छा रहेगा। क्योंकि इस दौरान सूर्य अपनी सही दिशा में होंगे, जिससे आपको उत्तम फलों की प्राप्ति होगी।
कार्यक्षेत्र पर भी ये गोचर, आपको भरपूर वृद्धि और सफलता प्रदान करेगा। इस समय सूर्य की अन्य तीन ग्रहों के साथ युति होगी, जिसके चलते ही आपके सीखने की क्षमता का विकास होगा। इसकी मदद से आप, अपने हर कार्य को पूरा करने में सक्षम होंगे। यह समयावधि आपको अपने कार्यस्थल पर आगे बढ़ने के लिए, कई बेहतर अवसर देने का कार्य करेगी।
वो नौकरी पेशा जातक, जो अपनी नौकरी बदलने का सोच रहे थे, उनके लिए भी समय उत्तम रहेगा। आपको सरकार से कोई पुरस्कार, इनाम या लाभ की प्राप्ति भी हो सकती है।
शेयर बाज़ार, आदि के क्षेत्र से जुड़े व्यापारी जातक, इस गोचर के दौरान अनुकूल फल प्राप्त करेंगे। जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी। साथ ही आपको नाम और प्रतिष्ठा में बढ़ोतरी के भी बहुत से अवसर मिलेंगे।
शादीशुदा जातक अपने दांपत्य जीवन में, संतान की वृद्धि और प्रगति को देख खुशी की अनुभूति करेंगे। हालांकि संतान को कुछ स्वास्थ्य कष्ट मुमकिन है, जिससे आपके भी मानसिक तनाव में वृद्धि होगी। इस समय सूर्य देव, शनि के साथ युति करेंगे। इसलिए आशंका है कि आपका अपने पिता या पिता तुल्य किसी व्यक्ति से, विचारों का मतभेद हो। ऐसे में आपको मर्यादित आचरण करते हुए, हर परिस्थिति में अपनी भाषा पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता होगी।
कुल मिलाकर कहें तो, यह गोचर आपके लिए अनुकूल रहेगा। बस आपको हर निर्णय को, बुद्धिमानी के साथ लेने की सलाह दी जाती है।
उपाय: सूर्योदय के समय, प्रतिदिन सूर्य नमस्कार करें।
वृषभ राशि
सूर्य आपके चतुर्थ भाव के स्वामी हैं, और इस गोचर के दौरान वो आपके नवम भाव में होंगे। जिससे आपको अपने जीवन में मिश्रित लेकिन, महत्वपूर्ण परिणामों की प्राप्ति होगी।
सूर्य की स्थिति, आपकी मां की सेहत में गिरावट लेकर आएगी। जिससे उन्हें अपने जीवन में कुछ समस्या परेशान कर सकती है। ऐसे में आपको हर परिस्थिति में, उनका सहयोग करने की सलाह दी जाती है।
प्रेम संबंधों की बात करें तो, आपका अपने जीवन साथी या प्रेमी से विवाद संभव है। इसलिए खुद को शांत रखते हुए, हर परिस्थिति को सुलझाने का प्रयास करें, अन्यथा बात बढ़ सकती है।
कार्य क्षेत्र से जुड़ी यात्रा करना, आपके लिए फ़ायदेमंद रहेगा। इससे आपको आर्थिक लाभ मिलेगा। परंतु इस समयावधि के दौरान, आपके स्वभाव में जिद्दीपन देखा जाएगा, जिससे आपका अपने सहकर्मियों और वरिष्ठ अधिकारी के साथ मतभेद उत्पन्न हो सकता है। ऐसे में अपने अधिकारियों और अपने अधीन कार्य कर रहे कर्मियों का सहयोग प्राप्त करने के लिए, अपने दृष्टिकोण में थोड़ी कोमलता लेकर आना आपके लिए बेहतर रहेगा।
आर्थिक जीवन के लिए, समय ठीक-ठाक ही रहेगा। इस दौरान धन का आदान-प्रदान होगा। आप अपने धन की बचत के लिए, किसी योजना में निवेश करने का फैसला भी ले सकते हैं। क्योंकि इस गोचर के दौरान आपके खर्चे अधिक होंगे। ऐसे में आपको शुरुआत से ही, अपने धन को संचय करने की जरूरत होगी। इसके लिए आप लंबी अवधि के लिए किसी पॉलिसी, आदि जैसे अन्य सकारात्मक जगहों पर पैसा निवेश कर सकते हैं। हालांकि आपको इस विषय पर, अपने पिता या पिता तुल्य व्यक्तियों से सलाह लेने की जरूरत होगी।
आध्यात्मिक किताबों को पढ़कर या किसी धार्मिक यात्राओं पर जाकर, आप आत्ममंथन करते हुए स्वंय के साथ संबंध स्थापित करने की कोशिश करते भी दिखाई देंगे।
उपाय: रोज़ाना सुबह, गायत्री मंत्र का जप करें।
मिथुन राशि
सूर्य आपके तृतीय भाव का स्वामी होकर, आपके अष्टम भाव में गोचर करेगा। जो परिवर्तन और बदलावों का भाव होता है। ऐसे में आपको इस दौरान कार्यक्षेत्र पर सफलता प्राप्त करने के लिए, पहले से अधिक मेहनत करने की जरूरत होगी। साथ ही आपको इस समय अपनी हर बात हर किसी से, सांझा करने से भी बचना होगा। अन्यथा कोई आपकी बातों से फायदा उठाकर, आपको नुकसान पहुंचा सकता है।
इस दौरान आप अपने कार्यस्थल पर, कुछ पुरानी प्रथाओं से असंतोष महसूस करेंगे। जिससे परिणामस्वरूप, आपका अपने वरिष्ठ अधिकारियों से वाद-विवाद संभव है। हालांकि आपको सलाह दी जाती है कि, अभी किसी भी विवाद में पड़ने से बचें। अन्यथा आपकी छवि को नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए सही समय और सही कार्यवाही के लिए, अभी प्रतीक्षा करना ही आपके लिए बेहतर रहेगा।
मिथुन राशि के कुछ जातक, अपनी नई नौकरी की तलाश शुरू कर सकते हैं।
हालांकि अनुसंधान, डेटा, विश्लेषण से संबंधित संगठन में कार्य कर रहे जातकों को, ये गोचर अनुकूल परिणाम देगा।
आर्थिक जीवन में आपको शुरुआत से ही, आर्थिक तंगी से दो-चार होना पड़ेगा। ऐसी में अपने ख़र्चों पर नियंत्रण रखना, इस महीने आपके लिए एकमात्र विकल्प रहेगा।
निजी जीवन की बात करें तो, सूर्य इस दौरान आपके दूसरे भाव को भी दृष्टि करेंगे। इसके कारण आपके स्वभाव में कुछ चिड़चिड़ापन दिखाई देगा, और आप न चाहते हुए भी दूसरों को आहत कर देंगे। शादीशुदा जातकों का अपने ससुराल पक्ष से विवाद संभव है, जिसका प्रभाव आपके दांपत्य जीवन पर भी पड़ेगा। इसलिए कुछ भी बोलने से पहले, अपने शब्दों का चयन सोच-समझकर करें।
कुंडली का दूसरा भाव, भाई-बहनों को दर्शाता है। ऐसे में सूर्य का यह गोचर, आपके भाई-बहनों को अपने निजी और पेशेवर जीवन में कुछ परेशानी दे सकता है।
स्वास्थ्य के लिहाज से भी, समय थोड़ा प्रतिकूल रहेगा। आपको पेट संबंधित समस्या या कोहनी में चोट लगने से, कुछ परेशानी होने के योग बनेंगे। ऐसे में सही खान-पान लेते हुए, चलते व वाहन चलाते समय विशेष सावधानी बरतें।
उपाय: आपको रोज़ सुबह, "राम रक्षा स्तोत्र" का पाठ करना चाहिए।
कर्क राशि
सूर्य आपके द्वितीय भाव के स्वामी हैं, और अपने इस गोचर के समय वो आपके सप्तम भाव में होंगे। जो जीवनसाथी, साझेदार और वैवाहिक संबंधों को दर्शाता है। इस दौरान आपको अपने निजी जीवन में, मानसिक तनाव की प्राप्ति होगी। क्योंकि आप इस दौरान अधिक भावनात्मक होंगे, जिससे आप छोटी-छोटी बातों को भी दिल से लगा लेंगे। इससे आपके और साथी के संबंधों में दूरियाँ आएगी।
अस्वीकृत होने की आशंका, सिंगल जातकों को खास व्यक्ति से बातचीत को आगे बढ़ाने से रोक सकती है। इससे आप उनके समक्ष, अपनी भावना व्यक्त करने में भी असमर्थ रहेंगे।
कार्यक्षेत्र के लिए स्थिति फिलहाल उत्तम दिख रही है। आपको अपने कार्यस्थल पर, उत्तम पद की प्राप्ति के अवसर मिलेंगे। लेकिन अपने पुरस्कार और उन्नति को लेकर सराहना न प्राप्त होने से, आप कोई निर्णय जल्दबाजी में लेने को मजबूर हो सकते हैं। जिससे आपके लिए कार्यस्थल पर, कुछ परेशानियां उत्पन्न होने का खतरा रहेगा।
आर्थिक रूप से आपके ख़र्चों में वृद्धि होगी। आपको अपने व्यवसाय से जुड़ी, किसी यात्रा पर भी जाना पड़ सकता है। पारिवारिक जीवन में भी परिवार के किसी सदस्य के साथ, कानूनी विवाद में फंसकर आपको अपना धन खर्च करना पड़ेगा।
स्वास्थ्य के लिहाज से, आपको नेत्र संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसके साथ ही सूर्य एक सूखा ग्रह होता है। ऐसे में आपको पेट में संक्रमण और त्वचा के सूखने की शिकायत भी हो सकती है। इसलिए जितना संभव हो, इस गोचर के दौरान तरल पदार्थों का सेवन करें।
गोचरकाल के समय, सूर्य की अन्य कई ग्रहों के साथ युति होगी। जिसके चलते छात्रों को खुद को अपनी पढ़ाई के प्रति केंद्रित रखने में मुश्किल आ सकती है।
उपाय: रोज़ाना सुबह “सूर्य यंत्र” की उपासना करें।
सिंह राशि
सूर्य आपकी ही राशि के स्वामी हैं, और गोचर की इस अवधि में वो आपके षष्ठम भाव में होंगे। जो चुनौतियों और प्रतियोगिता का भाव होता है। सूर्य के गोचर की यह अवधि, छात्रों के लिए बेहतरीन सिद्ध होगी। खासतौर से सरकारी या प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्र, मेहनत से ज्यादा उत्तम फल प्राप्त कर सकेंगे।
वो जातक जो नौकरी बदलने के इच्छुक हैं, उनके लिए भी समय बेहतरीन रहेगा। वहीं वर्तमान नौकरी में मेहनत कर रहे लोगों को, अपनी मेहनत के चलते सराहना और पदोन्नति की प्राप्ति होगी। इस समय आप अपने लक्ष्य के प्रति, अधिक मेहनत और लगन के साथ हर कार्य को पूरा करते दिखाई देंगे। जिससे आप सभी कार्यों को समय से पहले ही, पूरा करने में सफल भी रहेंगे। इसके परिणामस्वरूप, आपका बेहतरीन प्रदर्शन आपके वरिष्ठ अधिकारियों को आपकी ओर आकर्षित करेगा।
व्यवसाय से जुड़े जातकों को भाग्य का साथ मिलेगा, जिससे उन्हें आर्थिक लाभ की प्राप्ति होने की संभावना बनेगी।
इस अवधि के दौरान, आप खुद को फिट और स्वस्थ रखने के लिए कई प्रयास करेंगे। इस दौरान आप अच्छा आहार, खानपान और व्यायाम से संबंधित विभिन्न योजनाओं का प्रयोग भी कर सकते हैं।
पुराना बकाया या कर्ज चुकाने के लिए, यह समय उत्तम रहेगा। वहीं यदि कोई मामला कोर्ट-कचहरी में चल रहा था तो, उसका परिणाम आपके पक्ष में आने की संभावना अधिक है।
उपाय: रोज़ाना सुबह के समय, पूर्व की ओर मुँह करके “आदित्य ह्रदय स्तोत्र” का पाठ करें।
कन्या राशि
सूर्य का गोचर आपके पंचम भाव में होगा। इस दौरान कन्या राशि के जातकों को, अशुभ फलों की प्राप्ति होगी। सूर्य आपके द्वादश भाव के स्वामी हैं, और इस गोचर के दौरान वो खुद से छठे भाव में विराजमान होंगे। ऐसे में आपको इस समय, किसी भी तरह की यात्रा करने से बचना होगा। अन्यथा आपको तनाव और थकान के साथ-साथ, आर्थिक नुकसान भी हो सकता है।
गोचरकाल के दौरान, सूर्य आपके दसवें घर से आठवें घर में विराजमान होंगे। ऐसे में कार्यक्षेत्र पर आपको, अपनी नौकरी की सुरक्षा और भविष्य की परेशानियों के चलते तनाव और बेचैनी महसूस हो सकती है। इसलिए किसी भी तरह के नकारात्मक विचारों को खुद पर हावी होने न देते हुए, अपनी पूरी ऊर्जा को सही रणनीति बनाने के ऊपर लगाएँ। हालांकि विदेशी संगठन और मल्टीनेशनल कंपनी में कार्यरत जातकों के लिए, समय उत्तम ही रहेगा।
पारिवारिक जीवन में दांपत्य जातकों को, अपनी संतान की खराब सेहत के चलते मानसिक तनाव मिलेगा। हालांकि इस समय आपके जीवनसाथी को अचानक से, किसी लाभ या पुरस्कार की प्राप्ति संभव है।
प्रेमियों को अपने साथी के साथ बात करते हुए, अपनी भाषा पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता होगी। अन्यथा आपके संबंधों में किसी प्रकार का विवाद उत्पन्न हो सकता है। ऐसे में उनके साथ किसी भी तरह की भावनाओं को साझा करने में संकोच न करते हुए, अपने संवाद में पारदर्शिता लाएँ। इससे आप दोनों के संबंध बेहतर करने में, आपको मदद मिलेगी।
स्वास्थ्य के लिहाज से, आपको पेट से संबंधित समस्याएं, जैसे: गैस, एसिडिटी, आदि का सामना करना पड़ सकता है। इसके लिए आसानी से पचने वाला भोजन ही करें, और अपनी दिनचर्या में व्यायाम व योग को बढ़ावा दें।
उपाय: तांबे के बर्तन में पानी पिएं।
तुला राशि
सूर्य आपके एकादश भाव के स्वामी होकर, इस गोचर के दौरान आपके चतुर्थ भाव में विराजमान होंगे। जो खुशी, घर, मां, आराम और विलासिता को दर्शाता है। ऐसे में इस गोचरकाल की अवधि में, आपको मिश्रित परिणामों की प्राप्ति होगी।
इस समय सूर्य बेहद पीड़ित अवस्था में होंगे, जिसके चलते आपकी मां को स्वास्थ्य हानि संभव है। आपका भी अपने परिवार के दूसरे सदस्यों के साथ, अहम का टकराव हो सकता है। क्योंकि आप इस दौरान उनके ऊपर, ज़बरदस्ती अपनी बातों को थोपने की कोशिश करते दिखाई देंगे। ऐसे में विवादों में पड़कर, अपनी उर्जा को खराब न करें और उनके साथ अपने संबंधों को बेहतर बनाने की ओर ही प्रयास करें। इसके लिए आप उनके साथ कहीं बाहर घूमने जाने, या किसी पिकनिक पर जाने का प्लान कर सकते हैं। इससे आपके रिश्तों में निखार आएगा।
आर्थिक रूप से ये समय, सामान्य से बेहतर रहेगा। क्योंकि इस दौरान सूर्य आपके आराम के भाव में मौजूद होंगे। ऐसे में आप घर से ही काम करने में दिलचस्पी ले सकते हैं। घर पर मेहमानों का आगमन भी संभव है। कुछ जातक किसी ज़मीन की बिक्री या खरीद से, अच्छा धन अर्जित करते दिखाई देंगे।
इस गोचरकाल के समय, सूर्य मकर राशि में विराजमान होंगे, जो शनि देव की राशि होती है। ऐसे में सेहत के लिहाज से, आपको सावधानी बरतनी होगी। विशेष रूप से यदि आप बी.पी., हृदय रोग, आदि जैसी समस्याओं से पीड़ित हैं तो, इस गोचर के दौरान आपको श्वास से संबंधित व्यायाम और प्राणायाम करने की सलाह दी जाती है। तभी आप खुद को सकारात्मक रखने में सफल होंगे।
उपाय: पूर्व दिशा की ओर मुख करके, प्रतिदिन सुबह "सूर्याष्टकम्" का पाठ करें।
वृश्चिक राशि
सूर्य आपके दशम भाव के स्वामी हैं, और इस गोचर की अवधि में सूर्य आपके तृतीय भाव में स्थित होंगे। इस दौरान आपको भाग्य का साथ मिलेगा, और आप अपने प्रयासों से सफलता की प्राप्त करते दिखाई देंगे।
कार्यक्षेत्र पर आप अधिक उत्सुकता के साथ हर कार्यों को समझते हुए, अपनी कार्य क्षमता में सुधार के लिए प्रयास करेंगे। नए संपर्क बनने के साथ ही, अपने पुराने संपर्कों को मजबूत करने के लिए भी समय विशेष शुभ रहेगा।
चूँकि सूर्य आपके दसवें भाव के स्वामी होते हैं, और इस गोचर के दौरान वो खुद से छठे घर में विराजमान होंगे। ऐसे में आपके शत्रु तो सक्रिय होंगे, परंतु आप अपनी सतर्कता से उनको परास्त करने में सफल रहेंगे। लंबी दूरी की यात्रा की बजाय, आपके लिए छोटी दूरी की यात्रा करना, इस समय लाभदायक सिद्ध होगा।
गोचरकाल के दौरान आपको अपने करीबियों, सगे-संबंधियों, रिश्तेदारों, भाई-बहन और सहकर्मियों का भरपूर सहयोग प्राप्त होगा।
हालांकि कभी-कभी आप असलियत से थोड़ा दूर होते हुए, दूसरों से बड़े-बड़े वादे कर सकते हैं। इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि, खुद को विनम्र बनाते हुए, सावधानी पूर्वक विश्लेषण करने के बाद ही, कोई भी ज़िम्मेदारी अपने ऊपर ले। अन्यथा आपकी छवि को नुकसान पहुंच सकता है।
प्रेम संबंधों में, आपके अपने जीवन साथी या प्रेमी से संबंध बेहतर होंगे। क्योंकि सूर्य इस समय आपके तीसरे भाव में विराजमान होंगे। ऐसे में आपको अपने साथी को खुश करने या उन्हें आकर्षित करने के लिए, ज्यादा प्रयास करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वह आप से कम प्रयासों के बाद भी, खुश और प्रसन्न दिखाई देंगे।
सेहत के लिहाज से, ये समय कुछ सामान्य रहेगा। हालांकि आपको इस बात को सुनिश्चित करना होगा कि, अपने काम की अधिकता के चलते आप अपने स्वास्थ्य को नज़रअंदाज़ ना कर दें।
उपाय: तांबे या सोने की अंगूठी में, उच्च गुणवत्ता वाले माणिक्य को अपनी दाहिनी हाथ की अनामिका में पहनने से, आपको लाभकारी परिणाम प्राप्त होंगे।
धनु राशि
सूर्य आपके नवम भाव के स्वामी हैं, और इस गोचर के समय वो आपके द्वितीय भाव में विराजमान होंगे। जो परिवार, धन और संसाधनों का भाव होता है। ऐसे में इस गोचर की अवधि में, आपको शुभ परिणामों की प्राप्ति होगी। क्योंकि आपकी राशि में “धन योग” का निर्माण होगा, जिससे आपको अपने आर्थिक जीवन में अच्छा मुनाफ़ा मिलने के योग बनेंगे।
हालांकि इस दौरान सूर्य, कर्मफल दाता शनि के साथ युति भी करेंगे। इससे आपके ख़र्चों में भी वृद्धि होगी, जिसके परिणामस्वरूप आपको कुछ आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ सकता है। ऐसे में इस दौरान छोटी अवधि की योजनाओं में निवेश करना, आपके लिए लाभदायक रहेगा। इससे आपकी आय में सकारात्मकता और वृद्धि होगी, जिससे काफी हद तक आप खुद को आर्थिक तंगी से दूर कर सकेंगे।
इस गोचरकाल में, सूर्य देव शुभ प्रबल अवस्था में होंगे, जो नौकरी पेशा जातकों के लिए विशेष अच्छी रहने वाली है। आप अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए निरंतर प्रयास करेंगे, और इससे आपको अपने करियर में लाभ की प्राप्ति होगी। हालांकि आपका अपने वरिष्ठ अधिकारियों से विवाद हो सकता है। ऐसे में खुद को शांत रखते हुए, किसी भी तरह के विवाद में नहीं पड़ना ही आपके लिए बेहतर रहेगा। व्यापारी जातकों को भी, लाभ और पुरस्कार की प्राप्ति होने के योग बनेंगे।
सूर्य का दूसरे भाव में होना, आपकी वाणी को प्रभावित करेगा। आप अपने निजी जीवन में खुद को सर्वोपरि रखते हुए, दूसरों पर हावी होने का प्रयास कर सकते हैं। जिसका नकारात्मक असर परिवार के सदस्यों पर भी पड़ेगा, और आपका इस कारण घर के सदस्यों के साथ विवाद हो सकता है। इसलिए घर पर शांति बनाए रखने के लिए, दूसरों से बात करते समय अपने शब्दों का चयन सोच-समझकर करें।
हालांकि ये समय, छात्रों के लिए ख़ासा शुभ रहेगा। वो अपनी शिक्षा के प्रति पहले से अधिक केंद्रित दिखाई देंगे। स्वास्थ्य जीवन में, आपको सर दर्द, नेत्र या पेट संबंधित परेशानी हो सकती है। ऐसे में अपनी सेहत के प्रति, शुरुआत से ही सावधानी बरतें।
उपाय: भगवान राम का संबंध "सूर्य" ग्रह से होता है। इसलिए सूर्य के शुभ फलों की प्राप्ति के लिए रोज सुबह "ॐ राम रमाय नमः" का जाप करें।
मकर राशि
सूर्य आपके अष्टम भाव के स्वामी होकर, इस गोचर के दौरान आपकी ही राशि में प्रवेश करेंगे। इसलिए इस गोचर का विशेष रूप से प्रभाव, आपके ऊपर पड़ेगा। इस समय आपको प्रतिकूल फलों की प्राप्ति होगी। मकर राशि के जातकों का स्वास्थ्य, उन्हें कुछ परेशान कर सकता है। इसलिए इस अवधि में सेहत पर ध्यान देना, आपकी सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी होगी।
कार्यक्षेत्र पर भी, आपको कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में आपको धैर्य से काम लेने की आवश्यकता होगी। कार्यस्थल पर आपके विकास की रफ़्तार में कमी आएगी। इसके परिणामस्वरूप, कुछ जातक अपनी नौकरी बदलने का कठिन निर्णय भी ले सकते हैं। हालांकि यह समय व्यावसायिक जातकों के लिए, शुभ रहेगा। उन्हें अचानक से लाभ और अच्छा मुनाफ़ा प्राप्त होने की संभावना है।
कार्यस्थल पर आ रहे विपरीत परिवर्तन और बदलाव, आपके स्वभाव में आक्रामकता ला सकते हैं। इसका आपके निजी जीवन पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ेगा। जिसके कारण आपके परिवार और जीवन साथी के साथ, आपके रिश्तों में तनाव की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है। इसलिए इस दौरान अपने निजी और पेशेवर जीवन दोनों के बीच, सही तालमेल बनाकर रखना आपके लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण कार्य रहेगा।
हालांकि ये समय छात्रों के लिए, उनके प्रदर्शन में वृद्धि लेकर आएगी। विशेष रूप से जो छात्र, किसी नए कोर्स, विषय या अध्ययन की शुरुआत करना चाहते हैं, उनके लिए समय उत्तम रहने वाला है।
उपाय: रविवार को ज़रूरतमंदों को, फ्री दवाइयाँ दान करें।
कुम्भ राशि
आपके जीवनसाथी या प्रेमी को स्वास्थ्य हानि संभव है। क्योंकि सूर्य आपके सप्तम भाव के स्वामी हैं, और इस गोचर के दौरान वो आपके द्वादश भाव में प्रवेश करेंगे। जो ख़र्चों का भाव होता है। ऐसे में इस समय आपके साथी को, अपने जीवन में बहुत-सी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए हर परिस्थिति में उनका सहयोग करें।
विदेश यात्रा, विदेशों से लाभ या विदेश में बसने के इच्छुक जातकों के लिए भी, सूर्य का ये गोचर उत्तम रहेगा। इस दौरान उन्हें इच्छानुसार, शुभ फलों की प्राप्ति होने की संभावना है।
इस अवधि के दौरान, कार्यस्थल पर आपको कई अवसर मिलेंगे। ऐसे में आपको सलाह दी जाती है कि, इन अवसरों का उचित उपयोग करने के लिए, आपको खुद को जागरूक रखते हुए बेहद समझदारी के साथ हर निर्णय को लेने की आवश्यकता होगी। वो व्यापारी जातक जो, किसी प्रकार का नया निवेश करने की सोच रहे हैं, उन्हें अभी इससे परहेज करना होगा। अन्यथा आपको धन हानि संभव है।
साथ ही गोचर के समय, किसी भी तरह की गैरकानूनी गतिविधियाँ या कानून का उल्लंघन करने से बचें। अन्यथा आप खुद को किसी बड़ी समस्या में फंसा सकते हैं।
स्वास्थ्य के लिहाज से, आपको अनिद्रा, आंखों की रोशनी की समस्या, पेट से संबंधित विकार, आदि जैसे परेशानी होने के योग बन रहे हैं। ऐसे में आपको सलाह दी जाती है कि, अपनी छोटी से छोटी बीमारी को भी नज़रअंदाज़ न करते हुए, समय-समय पर डॉक्टर से जांच कराए और अपना अपनी उचित देखभाल करें।
छात्र भी अपनी शिक्षा से, खुद को भ्रमित महसूस कर सकते हैं। जिसके चलते उनका प्रदर्शन प्रभावित होगा। ऐसे में पिता या पिता तुल्य किसी व्यक्ति से अपनी समस्या सांझा करते हुए, उनकी सलाह और मदद लेना, आपके लिए इस दौरान फ़ायदेमंद साबित होगा।
उपाय: रविवार के दिन, गुड़ का दान करें।
मीन राशि
सूर्य आपके षष्ठम भाव के स्वामी होकर, गोचर के दौरान आपके एकादश भाव में प्रवेश करेंगे। जो सफलता और मुनाफ़े का भाव होता है। ऐसे में गोचर की इस अवधि में, मीन राशि के जातकों को शुभ फलों की प्राप्ति होगी।
कार्यस्थल पर आप अपने पूर्व के सभी अधूरे पड़े कार्यो को, पूरा कर सकेंगे। साथ ही आपको कार्यक्षेत्र पर लक्ष्य प्राप्ति के चलते, सराहना और पदोन्नति मिलने के योग बनें। आपके वरिष्ठ अधिकारी आपकी मेहनत से प्रसन्न होंगे, और वो आपकी जमकर सराहना करते भी दिखाई देंगे।
इस दौरान आपकी राशि में कई अन्य ग्रहों की मौजूदगी, आपकी कार्य क्षमता में बढ़ोतरी करेगी। जिससे आप एक समय में कई कार्य करते दिखाई देंगे। इसके परिणामस्वरूप आपकी आय में भी वृद्धि होने के योग बन सकेंगे।
व्यापारियों को भी इस गोचर के दौरान, विस्तार के लिए कई अच्छे अवसर मिलने की संभावना है। खासतौर से साझेदारी में बिज़नेस कर रहे जातकों के लिए, ये समय सबसे अधिक लाभदायक सिद्ध होगा। आपको कार्य क्षेत्र से संबंधित यात्रा करने का अवसर मिलेगा, और यह यात्रा आपके लिए अनुकूल रहेगी। क्योंकि इससे आपको अपने व्यवसाय में स्थिर विकास के लिए, ज़रूरी अनावरण और खोज करने में मदद मिलेगी।
आप अपने शत्रुओं और विरोधियों पर भी हावी होते हुए, उनको मुंह तोड़ जवाब देने में समर्थ होंगे।
सूर्य के साथ अधिकतर ग्रहों की आपकी राशि में उपस्थिति, आपके निजी जीवन को सबसे अधिक प्रभावित करेगी। क्योंकि इससे आपकी इच्छाओं को बल मिलेगा। जिसके परिणामस्वरूप, अपने जीवन में प्रेम और रोमांस के बढ़ोतरी के साथ ही, आप ऊर्जा और उत्साह से भरपूर रहेंगे। आप अपने जीवनसाथी के साथ, उनके पसंदीदा स्थान या किसी यात्रा पर जाने का भी प्लान भी कर सकते हैं। इससे आप दोनों के बीच के संबंध बेहतर करने में मदद मिलेगी। प्रेम जीवन भी इस समय, बेहद आसान से आगे बढ़ता दिखाई देगा।
छात्रों को इस गोचरकाल के दौरान, अपने वरिष्ठ, शिक्षकों और बड़ों का समर्थन प्राप्त होगा। जिससे उन्हें शिक्षा में अपना प्रदर्शन बेहतर करने में मदद मिलेगी।
उपाय: सूर्योदय के समय प्रतिदिन, "सूर्याष्टकम्" का पाठ करें।