बुध वृश्चिक राशि में अस्त (15 नवंबर 2025)
बुध वृश्चिक राशि में अस्त: वैदिक ज्योतिष में बुध ग्रह को ज्ञान का कारक माना गया है। व्यापार और प्राथमिक शिक्षा में सफलता पाने में बुध ग्रह अहम भूमिका निभाते हैं। यदि बुध ग्रह वृश्चिक राशि में कमजोर हो, तो व्यक्ति को लाभ एवं सफलता प्राप्त करने में दिक्कत आ सकती है। वृश्चिक राशि में बुध के कमजोर या नीच स्थान में होने पर जातक के अंदर उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए जरूरी प्रेरणा और उत्साह की कमी देखने को मिल सकती है।
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बुध वृश्चिक राशि में अस्त : ज्योतिष में बुध ग्रह का महत्व
कुंडली में बुध ग्रह मजबूत हो, तो जातक को जीवन में हर प्रकार से संतुष्टि प्राप्त होती है जिसमें उत्तम स्वास्थ्य और मजबूत दिमाग शामिल हैं। इससे व्यक्ति को उच्च स्तर के सकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं। इससे उन्हें ज्ञान प्राप्त करने में मदद मिलती है जिससे वे खासतौर पर व्यापार के क्षेत्र में सही निर्णय ले पाते हैं। जिन जातकों की कुंडली में बुध मजबूत होता है, वे सट्टे और ट्रेड के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करते हैं। ये गूढ़ विज्ञान के क्षेत्रों जैसै कि ज्योतिष और रहस्यमयी क्षेत्रों में भी बेहतर काम कर सकते हैं।
हालांकि, जब बुध की राहु, केतु या मंगल के साथ चुनौतीपूर्ण युति होती है, तब व्यक्ति को कई तरह के संघर्षों और अड़चनों का सामना करना पड़ सकता है। उदाहरण के तौर पर, यदि बुध मंगल के साथ बैठा हो, तो इससे व्यक्ति की बुद्धिमानी में कमी आ सकती है और वह आवेगशील एवं आक्रामक बन सकता है। वहीं दूसरी ओर, अगर बुध किसी शुभ ग्रह जैसे कि बृहस्पति ग्रह के साथ बैठा हो, तो व्यापार, ट्रेड और सट्टे से जुड़ी गतिविधियों पर सकारात्मक असर पड़ सकता है। अब 15 नवंबर को रात 03 बजकर 01 मिनट पर बुध वृश्चिक राशि में अस्त होने जा रहे हैं।
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बुध वृश्चिक राशि में अस्त: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय
मेष राशि
मेष राशि के तीसरे और छठे भाव के स्वामी बुध ग्रह हैं जो कि अब इस राशि के आठवें भाव में अस्त होने जा रहे हैं। इस वजह से आपको अच्छे अवसर मिलने के बावजूद अपने प्रयासों में अड़चनों का सामना करना पड़ सकता है। आपको खुद का मूल्यांकन करने की जरूरत है।
करियर की बात करें, तो आप अपनी नौकरी या काम से मिले लाभ से असंतुष्ट हो सकते हैं और आपको ऐसा लग सकता है जैसे कि आपके ऊपर काम का दबाव बढ़ गया है। व्यवस्थित तरीके से व्यवसाय को चलाने में लापरवाही करने के कारण व्यापारियों को अधिक नुकसान होने के योग हैं। वित्तीय जीवन में, खर्चों के बढ़ने की वजह से आपको अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए अतिरिक्त लोन लेना पड़ सकता है। आपके लिए योजना बनाकर चलना आवश्यक है।
निजी जीवन में बुध वृश्चिक राशि में अस्त होने के दौरान आपके और आपके पार्टनर के बीच बहस हो सकती है। ऐसा आपसी समझ में कमी के कारण हो सकता है। स्वास्थ्य की बात करें, तो आपको इस समय सावधान रहना चाहिए क्योंकि इस दौरान आपको आंखों और दांतों में दर्द होने की आशंका है।
उपाय: आप नियमित रूप से 41 बार 'ॐ बुधाय नम:' मंत्र का जाप करें।
वृषभ राशि
वृषभ राशि के दूसरे और पांचवे भाव के स्वामी बुध ग्रह हैं और अब वह आपके सातवें भाव में अस्त होने जा रहे हैं। इस समय दोस्तों के सामने आपकी छवि खराब हो सकती है जिससे बुध वृश्चिक राशि में अस्त होने के दौरान आपकी खुशियों में कमी आने के संकेत हैं।
करियर की बात करें, तो इस समय कार्यक्षेत्र में आपके लिए उच्च मानक बनाए रखना थोड़ा मुश्किल हो सकता है जिससे आपकी प्रगति में रुकावट आने के संकेत हैं। व्यापार में आपको अपने भाग्य का साथ नहीं मिल पाएगा और आपको अपने व्यवसाय के क्षेत्र में अधिक उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं। वित्तीय स्तर पर आपको यात्रा के दौरान लापरवाही की वजह से नुकसान होने की आशंका है।
निजी जीवन में अपने पार्टनर के साथ रिश्ते में नैतिक मूल्यों को बनाए रखना आपके लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। इससे आपकी खुशियों में कमी आ सकती है। स्वास्थ्य के मामले में आपको अपने जीवनसाथी की सेहत पर खासतौर पर मासिक चक्र से संबंधित समस्याओं को लेकर पैसा खर्च करना पड़ सकता है। इस वजह से आपको चिंता हो सकती है।
उपाय: आप बुधवार के दिन बुध ग्रह के लिए यज्ञ-हवन करें।
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मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध पहले और चौथे भाव के स्वामी हैं और अब वह आपके छठे भाव में अस्त होने जा रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप आपके परिवार में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। आपकी सुख-सुविधाओं में कमी आने एवं मन के निराशा से घिरने की आशंका है।
करियर के क्षेत्र में आपको अपने वरिष्ठ अधिकारियों और सहकर्मियों के साथ तालमेल बिठाने में दिक्कत आ सकती है और उनके सामने आपकी छवि खराब हो सकती है। बुध वृश्चिक राशि में अस्त होने पर आपको चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। व्यापार की बात करें, तो इस समयावधि में आपकी रणनीतियां पुरानी हो सकती हैं। इससे आपको उच्च मुनाफा कमाने में कठिनाई हो सकती है। वित्तीय स्तर पर यात्रा के दौरान धन की हानि होने का डर है इसलिए आप अपने पैसों को लेकर संभलकर रहें।
निजी जीवन में जीवनसाथी के साथ अनावश्यक विवादों के चलते खुशियों में कमी आ सकती है जिससे आपको बचने की जरूरत है। स्वास्थ्य के मामले में आपको अपनी मां की मेडिकल जरूरतों पर अधिक पैसा खर्च करना पड़ सकता है। इस वजह से आप चिंता में आ सकते हैं।
उपाय: आप नियमित रूप से नारायणीयम का पाठ करें।
कर्क राशि
बुध ग्रह कर्क राशि के तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी हैं और अब बुध आपके छठे भाव में अस्त होने जा रहे हैं। आपके परिवार में प्रॉपर्टी से संबंधित समस्याएं देखनी पड़ सकती हैं जो कि बुध वृश्चिक राशि में अस्त होने के दौरान परेशानी का सबब बन सकता है। आपको अहंकार करने से बचने की सलाह दी जाती है।
करियर की बात करें, तो काम के अधिक दबाव के कारण आपके कार्यक्षेत्र में उतार-चढ़ाव आने के संकेत हैं। व्यापारी इस समय अनचाही डील कर सकते हैं जिससे उन्हें वित्तीय नुकसान होने की आशंका है। वित्त की बात करें, तो लापरवाही के कारण आपको धन की हानि होने के संकेत हैं। इसलिए आपको अपने पैसों को लेकर सावधान रहने की सलाह दी जाती है।
निजी जीवन में आपके और आपके पार्टनर के बीच अहंकार की वजह से टकराव उत्पन्न हो सकता है। आपको अपने जीवनसाथी के साथ आपसी सामंजस्य बिठाने की जरूरत है। स्वास्थ्य की बात करें, तो आपको अपनी मां की सेहत पर धन खर्च करने की वजह से अनावश्यक चिंताएं घेर सकती हैं।
उपाय: आप नियमित रूप से दुर्गा चालीसा का पाठ करें।
सिंह राशि
सिंह राशि के दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी बुध ग्रह हैं जो कि अब आपके चौथे भाव में अस्त होने जा रहे हैं। बुध वृश्चिक राशि में अस्त होने की वजह से आपके अपनी मां के साथ मतभेद होने की आशंका है। उनके सामने आपकी छवि खराब हो सकती है। आपको अनचाही यात्रा पर जाना पड़ सकता है।
करियर की बात करें, तो इस दौरान आप अपने काम से पूरी तरह से संतुष्ट महसूस नहीं कर पाएंगे और आपके ऊपर काम का दबाव बढ़ सकता है। व्यापारियों को इस समय औसत मुनाफा होने के संकेत हैं। आपको अपने व्यवसाय का मूल्यांकन करने और योजना बनाकर चलने की जरूरत है। वित्तीय जीवन में आपको लाभ के साथ-साथ खर्चे देखने पड़ सकते हैं इसलिए संतुलन बनाने के लिए आपको सावधानीपूर्वक योजना बनाने की आवश्यकता है।
निजी जीवन में आपके और आपके पार्टनर के बीच मामूली और अनावश्यक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। आपसी तालमेल में कमी के कारण ऐसा हो सकता है। स्वास्थ्य की बात करें, तो आपको पीठ और कंधों में दर्द होने की आशंका है इसलिए आप अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
उपाय: आप नियमित रूप से आदित्य ह्रदयम स्तोत्र का पाठ करें।
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कन्या राशि
कन्या राशि के दूसरे और दसवें भाव के स्वामी बुध ग्रह हैं जो कि अब आपके तीसरे भाव में अस्त होने जा रहे हैं। बुध वृश्चिक राशि में अस्त होने के दौरान आपकी प्रगति में कमी आ सकती है और यह आपकी उन्नति करने की क्षमता में बाधा बन सकता है।
करियर के क्षेत्र में आप काम के दबाव को लेकर अधिक चिंता में आ सकते हैं जिससे आपको तनाव होने का डर है। आपसे काम में गलतियां होने की भी संभावना है। व्यवसाय की बात करें, तो अपर्याप्त विकास और खराब योजना की वजह से आपके मुनाफे में कमी आ सकती है। वित्तीय स्तर पर आय में अस्थिरता आने के साथ-साथ आर्थिक जीवन में उतार-चढ़ाव आ सकता है जिससे आपको चिंता हो सकती है।
निजी जीवन में बातचीत की कमी के कारण आपके और आपके पार्टनर के बीच गलतफहमियां उत्पन्न हो सकती हैं जिससे आप दोनों के बीच बहस होने की आशंका है। स्वास्थ्य के मामले में आपको अपने भाई-बहनों की सेहत पर पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं। इसके अलावा साहस में कमी के कारण आपको स्वस्थ रहने में दिक्कत आ सकती है।
उपाय: आप नियमित रूप से 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' का जाप करें।
तुला राशि
तुला राशि के नौवें और बाारहवें भाव के स्वामी बुध ग्रह हैं जो कि अब आपके दूसरे भाव में अस्त होने जा रहे हैं। बुध वृश्चिक राशि में अस्त होने के दौरान आपके परिवार में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं और आपको संचार से संबंधित परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। आपको इस समय अपने कार्यों में सावधान रहना चाहिए और सतर्कता बरतनी चाहिए।
करियर के क्षेत्र में आपकी अपने उच्च अधिकारियों से बहस होने की आशंका है जिसकी वजह से आपकी नौकरी तक जा सकती है। आपको ऐसी परिस्थितियों में सावधानी बरतने की आवश्यकता है। व्यापार के क्षेत्र में आपके लिए अपने लक्ष्यों को प्राप्त करना मुश्किल हो सकता है क्योंकि आपको इस समय मुनाफे से ज्यादा नुकसान होने की आशंका है। वित्तीय जीवन में आपको अधिक धन लाभ होने के संकेत नहीं हैं और आपको नुकसान हो सकता है। ऐसे में आपके लिए पैसों की बचत कर पाना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
निजी जीवन में आपकी अपने पार्टनर के सामने छवि खराब हो सकती है जिससे आपके रिश्ते की सुख-शांति भंग होने के आसार हैं। स्वास्थ्य के मामले में आपको आंखों और कानों में जलन या दर्द के कारण परेशानी हो सकती है।
उपाय: आप नियमित रूप से 41 बार 'ॐ नमो नारायण' का जाप करें।
वृश्चिक राशि
इस राशि के आठवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी बुध ग्रह हैं जो कि अब आपके पहले भाव में अस्त होने जा रहे हैं। ऐसे में आपको औसत मुनाफा होने के संकेत हैं। हालांकि, आप इस समय ज्यादा संतुष्ट नहीं रहेंगे और आपको कुछ अड़चनों का सामना करना पड़ सकता है।
करियर के क्षेत्र में काम का दबाव अधिक बढ़ने की वजह से आप नौकरी बदलने के बारे में सोच सकते हैं। इससे उच्च अधिकारियों के बीच आपकी प्रतिष्ठा में कमी आ सकती है। वृश्चिक राशि में बुध अस्त होने के दौरान व्यापारियों को अचानक यात्रा करनी पड़ सकती है जिससे उन्हें तनाव हो सकता है। वित्तीय जीवन में उतार-चढ़ाव आने के कारण परेशानी हो सकती है।
निजी जीवन की बात करें, तो पारिवारिक मुद्दों को लेकर आपके और आपके जीवनसाथी के बीच मतभेद होने की आशंका है क्योंकि आप दोनों के ही अलग विचार हो सकते हैं। स्वास्थ्य के मामले में आपको इस समयावधि में एलर्जी या कमजोर इम्युनिटी के कारण दांत में दर्द होने का डर है।
उपाय: आप नियमित रूप से 27 बार 'ॐ मंगलाय नम:' मंत्र का जाप करें।
बृहत् कुंडली : जानें ग्रहों का आपके जीवन पर प्रभाव और उपाय
धनु राशि
धनु राशि के सातवें और दसवें भाव के स्वामी बुध ग्रह हैं जो कि अब आपके बारहवें भाव में अस्त होने जा रहे हैं। वृश्चिक राशि में बुध अस्त होने के कारण आपके परिवार में विवाद हो सकते हैं। इसके साथ ही आपको अपने कार्यक्षेत्र में अशांति महसूस हो सकती है। आपके मन में असुरक्षा की भावनाएं पैदा हो सकती हैं जिसकी वजह से आप चिंता में आ सकते हैं।
करियर के स्तर पर काम में गलतियां होने के कारण आपकी नौकरी जाने का खतरा है। इससे आप परेशान हो सकते हैं। व्यापार के क्षेत्र में अवसरों के छूट जाने की वजह से आप उच्च मुनाफा कमाने में पीछे रह सकते हैं। वित्तीय जीवन में यात्रा के दौरान आपको धन की हानि होने का डर है इसलिए आप पैसों को लेकर सावधान रहें।
निजी जीवन में आपके और आपके पार्टनर के बीच आपसी समझ की कमी के कारण अहंकार को लेकर टकराव हो सकता है। आपको अपनी ओर से सामंजस्य बिठाने की आवश्यकता है। स्वास्थ्य के मामले में आपको पीठ और जांघों में दर्द हो सकता है जिस पर आपको ध्यान देना चाहिए।
उपाय: आप नियमित रूप से 21 बार 'ॐ गुरुवे नम:' मंत्र का जाप करें।
मकर राशि
मकर राशि के छठे और नौवें भाव के स्वामी बुध ग्रह हैं जो कि अब आपके ग्यारहवें भाव में अस्त होने जा रहे हैं। वृश्चिक राशि में बुध अस्त होने के दौरान आपको सफलता मिलने के आसार हैं। इसके साथ ही आपकी इच्छाओं की पूर्ति होगी जिससे आपको खुशी मिलेगी।
करियर के क्षेत्र में आपको नौकरी के नए अवसर मिलने की संभावना है जिससे आपको संतुष्टि महसूस हो सकती है। आपको अपने वरिष्ठ अधिकारियों से मान्यता मिलेगी। व्यापारियों को इस दौरान नई डील मिल सकती है जिससे उन्हें उच्च मुनाफा होने की उम्मीद है। वित्तीय स्तर पर आपकी आय में वृद्धि हो सकती है आपको इस दौरान पैसों की बचत करने के अधिक अवसर मिल सकते हैं।
निजी जीवन की बात करें, तो आप अपने पार्टनर से खुलकर और अच्छे से बात कर पाएंगे जिससे इस समय आपको संतुष्टि महसूस होगी। स्वास्थ्य के स्तर पर इम्युनिटी मजबूत होने की वजह से आपको कोई बड़ी स्वास्थ्य समस्या होने के संकेत नहीं हैं।
उपाय: आप नियमित रूप से 44 बार 'ॐ वायुपुत्राय नम:' मंत्र का जाप करें।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के पांचवे और आठवें भाव के स्वामी बुध ग्रह हैं जो कि अब आपके दसवें भाव में अस्त होने जा रहे हैं। इस दौरान आपको काम से संबंधित चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। इसके साथ ही आपको काम को संभालने में भी कठिनाई आ सकती है। बुध वृश्चिक राशि में अस्त होने के दौरान आपको योजना बनाकर चलने की जरूरत है।
करियर के क्षेत्र में आपके ऊपर काम का दबाव बढ़ सकता है। आपको अपने साधनों को संभालने के लिए समय का सही से उपयोग करने की आवश्यकता है। व्यापारियों को नई डील से बड़ा मुनाफा होने के संकेत हैं। वित्तीय स्तर पर आपको पैतृक संपत्ति के ज़रिए धन लाभ होने की संभावना है। इसके अलावा आपको पैसों की बचत करने का भी मौका मिलेगा।
निजी जीवन में आपको अपने जीवनसाथी के साथ सुखमय समय बिताने का मौका मिलेगा जिससे आप प्रसन्न रहेंगे। स्वास्थ्य की बात करें, तो ऊर्जा के उच्च स्तर के रहने के कारण आपकी सेहत भी अच्छी बनी रहेगी।
उपाय: आप नियमित रूप से 21 बार 'ॐ बृहस्पताये नम:' मंत्र का जाप करें।
मीन राशि
मीन राशि के चौथे और सातवें भाव पर बुध ग्रह का आधिपत्य है। अब बुध इस राशि के नौवें भाव में अस्त हो रहे हैं। बुध वृश्चिक राशि में अस्त होने के दौरान आपको प्रॉपर्टी से संबंधित लाभ में अपने भाग्य का साथ नहीं मिल पाएगा। इस समय आपके भाग्य में कमी आ सकती है।
करियर के क्षेत्र में आपके ऊपर अपने उच्च अधिकारियों की ओर से काम का दबाव बढ़ सकता है जिससे आप तनाव में आ सकते हैं। व्यापारियों को इस समयावधि में अत्यधिक प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ सकता है एवं यह आपकी सफलता में चुनौतियां पैदा कर सकता है। वित्तीय स्तर पर आप इस समय अधिक आय कमाने में मामले में ज्यादा भाग्यशाली नहीं रहने वाले हैं। आपके खर्चों में भी बढ़ोतरी होने के संकेत हैं।
निजी जीवन में आपकी ओर से अहंकार के टकराव के कारण आपके और आपके जीवनसाथी के बीच विवाद हो सकता है। स्वास्थ्य की बात करें, तो आपको अपने पिता की मेडिकल जरूरतों पर खर्चा करना पड़ सकता है जिससे आप चिंता में आ सकते हैं। इस दौरान आपको पीठ में दर्द भी हो सकता है।
उपाय: आप नियमित रूप से 41 बार 'ॐ नमो नारायण नम:' मंत्र का जाप करें।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. बुध वृश्चिक राशि में अस्त कब होंगे?
उत्तर. 15 नवंबर, 2025 को बुध अस्त होंगे।
2. वैदिक ज्योतिष में बुध ग्रह किसका कारक हैं?
उत्तर. बुध ग्रह बुद्धि, संचार, व्यावसायिक समझ, तर्क का कारक हैं।
3. बुध ग्रह किन राशियों के स्वामी हैं?
उत्तर. बुध मिथुन और कन्या राशि के स्वामी हैं। कन्या बुध की उच्च और मीन नीच की राशि है।
4. वृश्चिक राशि के स्वामी ग्रह कौन हैं?
उत्तर. इस राशि र मंगल का आधिपत्य है।








