• Product
  • Talk To Astrologers
  • Talk To Astrologers
  • Brihat Horoscope
  • Product
  • Talk To Astrologers

बुध कर्क राशि में अस्त (24 जुलाई, 2025)

बुध कर्क राशि में अस्त: लोगों को कुशल वक्ता, शिक्षक, लेखक या मिलनसार बनाने वाला और वाणिज्य का जानकार बनाने वाला बुध ग्रह 24 जुलाई 2025 को शाम 07 बजकर 42 मिनट पर कर्क राशि में अस्त हो रहा है। बुध ग्रह को व्यापार व्यवसाय का कारक ग्रह तो माना ही गया है साथ ही साथ बुद्धि और एकाग्रता तथा वाणी जैसे महत्वपूर्ण मामलों का कारक भी बुध ग्रह ही होता है। जैसा कि हमारे पूर्व के लेख में आपने पढ़ा ही होगा कि बुध ग्रह 18 जुलाई 2025 से लेकर 11 अगस्त 2025 तक चंद्रमा की राशि कर्क राशि में वक्री अवस्था में रहेंगे। अर्थात बुध ग्रह अपने वास्तविक स्वरूप में न रहकर वक्री होने के कारण कुछ कमजोर स्थिति में रहेंगे।

बुध कर्क राशि में अस्त 24 जुलाई, 2025 को होंगे।

विद्वान ज्योतिषियों से फोन पर बात करें और जानें बुध कर्क राशि में अस्त होने का अपने जीवन पर प्रभाव

अब ऊपर से बुध ग्रह के साथ यह एक और खगोलीय घटना होने जा रही है कि बुध ग्रह 24 जुलाई 2025 से 9 अगस्त 2025 तक अस्त भी रहेंगे। यानी कि बुध ग्रह और कमजोर हो जाएंगे। वैसे सामान्य स्थिति में अस्त होने का मतलब होता है बुझ जाना लेकिन आप इसे दूसरे शब्दों में यह मानकर चलें कि अस्त होने से कोई भी ग्रह अपनी ताकत का कुछ अंश खो देता है। अर्थात अस्त होने से ग्रहों की शक्ति में कमी आती है। हालांकि, बुध ग्रह के मामले में इसे ज्यादा खराब स्थिति नहीं माना गया है क्योंकि सूर्य के निकट होने के कारण बुध ग्रह अक्सर अस्त होते रहते हैं।

इसलिए कम से कम बुध ग्रह के मामले में इसे कोई बड़ा दोष नहीं माना गया है। अतः इस समय अवधि में बुध ग्रह की स्थिति कमजोर रहने वाली है। बुध ग्रह की कमजोरी का कुछ लोगों को फायदा भी मिल सकता है। तो वहीं कुछ लोगों को नुकसान भी हो सकता है। आइए जानते हैं कि बुध ग्रह के अस्त होने का सभी राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा।

Read Here In English: Mercury Combust in Cancer

यह राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी व्यक्तिगत चन्द्र राशि अभी जानने के लिए चंद्र राशि कैलकुलेटर का उपयोग करें

बुध कर्क राशि में अस्‍त: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय

मेष राशि

मेष राशि की कुंडली में बुध ग्रह तीसरे और छठे भाव के स्वामी होते हैं और बुध ग्रह आपके चौथे भाव में अस्त हो रहे हैं। वैसे तो चौथे भाव में बुध ग्रह के गोचर को अनुकूल परिणाम देने वाला माना गया है लेकिन वक्री होने के साथ-साथ अस्त अवस्था में जाने के कारण बुध ग्रह के द्वारा दिए जाने वाले सकारात्मक परिणाम में कमी देखने को मिल सकती है। फलस्वरूप जमीन जायदाद से संबंधित मामलों में कुछ प्रतिकूलता या परेशानियां रह सकती हैं। माता आदि से संबंधित मामलों में भी कुछ कठिनाईयों का सामना करना पड़ सकता है। किसी बड़े व्यक्ति के साथ कुछ अनबन भी देखने को मिल सकती है। बुध ग्रह के अस्त रहने की अवधि में इन सभी मामलों में सावधानी बरतने की आवश्यकता रहेगी। यद्यपि परिणाम पूरी तरह से प्रतिकूल नहीं होंगे लेकिन अनुकूलता में कमी होने के कारण इन मामलों में अपेक्षाकृत अधिक ध्यान देने की आवश्यकता रहने वाली है।

उपाय: चिड़ियों को दाना दें।

मेष साप्ताहिक राशिफल

वृषभ राशि

वृषभ राशि वालों बुध ग्रह आपकी कुंडली में दूसरे तथा पांचवें भाव के स्वामी होते हैं और बुध ग्रह आपके तीसरे भाव में गोचर करते हुए अस्त हो रहे हैं। क्योंकि बुध ग्रह को सामान्य तौर पर तीसरे भाव में गोचर करने की अवस्था में अच्छा नहीं माना गया है। ऐसी स्थिति में बुध ग्रह का अस्त हो जाना नकारात्मक परिणामों में कमी देने का काम करेगा। अर्थात बुध ग्रह के अस्त होने से आपको कोई नकारात्मक परिणाम नहीं मिलेंगे बल्कि यदि किसी कारण से तीसरे भाव में गोचर कर रहा बुध आपको कुछ कमजोर परिणाम दे रहा था या विपरीत परिणाम दे रहा था तो, प्रतिकूलता में कमी देखने को मिल सकती है। विशेषकर भाई बंधुओ से चल रहा विवाद शांत हो सकता है अथवा पड़ोसियों से चल रही है अनबन दूर हो सकती है। आर्थिक मामलों में सावधानी पूर्वक निर्णय लेने की स्थिति में नुकसान होने से बचा जा सकेगा।

उपाय: अस्थमा रोगियों को दवा खरीदने में मदद करें।

वृषभ साप्ताहिक राशिफल

मिथुन राशि

मिथुन राशि वालों की कुंडली में बुध ग्रह उनके लग्न या राशि के स्वामी होने के साथ-साथ चौथे भाव के भी स्वामी होते हैं और बुध ग्रह आपकी कुंडली में दूसरे भाव में गोचर करते हुए अस्त हो रहे हैं। क्योंकि दूसरे भाव में बुध ग्रह के गोचर को सामान्य तौर पर अनुकूल परिणाम देने वाला माना जाता है। ऐसे में बुध ग्रह के अस्त होने से अनुकूलता में कुछ हद तक कमी देखने को मिल सकती है। हो सकता है कि वस्त्र या आभूषण खरीदने की योजना कुछ समय के लिए टल जाए। विद्यार्थियों का मन भी पढ़ाई में तुलनात्मक रूप से कम लग सकता है। बेहतर होगा बातचीत के समय अच्छे शब्दों का प्रयोग किया जाए और स्वादिष्ट भोजन के लालच में अपनी प्रकृति के विरुद्ध भोजन इत्यादि न किया जाए। अर्थात कुछ सावधानियां रखने के पश्चात आप अनुकूल परिणाम प्राप्त करते रह सकेंगे।

उपाय: नियमित रूप से गणेश चालीसा का पाठ करें।

मिथुन साप्ताहिक राशिफल

करियर की हो रही है टेंशन! अभी ऑर्डर करें कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट

कर्क राशि

कर्क राशि की कुंडली में बुध ग्रह तीसरे और द्वादश भाव के स्वामी होते हैं और बुध ग्रह आपके प्रथम भाव में गोचर करते हुए अस्त हो रहे हैं। क्योंकि प्रथम भाव में बुध ग्रह के गोचर को अच्छा नहीं माना जाता बल्कि कमजोर या खराब परिणाम देने वाला माना जाता है। ऐसी स्थिति में अस्त होने के कारण बुध ग्रह के द्वारा दी जा रही प्रतिकूलता कम हो सकती है या शांत हो सकती है। बुध कर्क राशि में अस्त होने के कारण आप अपने आसपास रहने वाले चुगली करने वाले लोगों को पहचान सकेंगे और उनसे दूरी बनाकर रख सकेंगे। यदि कहीं कोई आर्थिक जोखिम उठाने जा रहे थे तो उस रिस्क को जानकर आप फिलहाल कोई जोखिम नहीं उठाएंगे, जिस कारण से आपका कोई नुकसान नहीं होगा। संबंधियों के साथ चल रही अनबन भी दूर हो सकती है।

उपाय: मांस, मदिरा व अंडे इत्यादि से दूरी बनाकर रखें।

कर्क साप्ताहिक राशिफल

सिंह राशि

सिंह राशि के लिए बुध ग्रह दूसरे तथा लाभ भाव के स्वामी होते हैं और बुध ग्रह आपके द्वादश भाव में गोचर करते हुए अस्त हो रहे हैं। क्योंकि द्वादश भाव में गोचर करने की स्थिति में बुध को अच्छा नहीं माना गया है। फलस्वरूप अस्त होने की स्थिति में बुध ग्रह अपनी प्रतिकूलता को शांत रखने का काम कर सकते हैं। यानी कि बुध का अस्त होना आपके लिए फायदेमंद रह सकता है। व्यर्थ में होने वाले खर्च इस समय शांत हो सकते हैं या रुक सकते हैं। आप दूर की यात्राओं को टाल सकते हैं। बुध कर्क राशि में अस्त होने के दौरान आप स्वास्थ्य की ओर अधिक ध्यान दे सकते हैं। चिंता मुक्त रहने की कोशिश भी कर सकते हैं। विद्यार्थियों के मन में चल रहा भटकाव दूर हो सकता है। अर्थात नकारात्मकता में कमी आने के चलते आपको फायदे मिल सकते हैं।

उपाय: माथे पर नियमित रूप से केसर का तिलक लगाएं।

सिंह साप्ताहिक राशिफल

कन्या राशि

कन्या राशि की कुंडली में बुध ग्रह लग्न या राशि के स्वामी होने के साथ-साथ दशम भाव के भी स्वामी होते हैं और बुध ग्रह आपके लाभ भाव में गोचर करते हुए अस्त हो रहे हैं। क्योंकि लाभ भाव में बुध के गोचर को बहुत अच्छे परिणाम देने वाला माना जाता है, ऐसी स्थिति में बुध का वक्री रहते हुए अस्त हो जाना अच्छाईयों के ग्राफ में कमी देने का काम कर सकता है। अतः जब तक बुध ग्रह अस्त रहेगा, उस अवधि में उपलब्धियां तो मिलेंगी लेकिन तुलनात्मक रूप से उपलब्धियां कम रह सकती हैं। व्यापार व्यवसाय में लाभ प्राप्त करने के लिए अब अपेक्षाकृत अधिक सूझबूझ के साथ काम करने की ज़रूरत रहेगी। स्वास्थ्य का ख्याल भी रखना ज़रूरी रहेगा। जमीन जायदाद इत्यादि से संबंधित मामलों में अधिक सूझबूझ दिखाने की ज़रूरत रहेगी। संतान और मित्र के साथ संबंधों को अनुकूल बनाए रखने के लिए थोड़े से अधिक प्रयत्न करने पड़ सकते हैं। हालांकि, इन प्रयासों का फायदा मिलेगा और संबंध बने रह सकेंगे। अर्थात बुध ग्रह के अस्त होने का कोई नकारात्मक परिणाम तो नहीं मिलेगा लेकिन फिर भी अच्छाइयों का ग्राफ थोड़ा सा काम हो सकता है।

उपाय: नियमित रूप से गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ करें।

कन्या साप्ताहिक राशिफल

कुंडली में मौजूद राज योग की समस्त जानकारी पाएं

तुला राशि

तुला राशि की कुंडली में बुध ग्रह भाग्य तथा द्वादश भाव के स्वामी होते हैं और यह आपकी कुंडली में दशम भाव में गोचर करते हुए अस्त हो रहे हैं। सामान्य तौर पर बुध ग्रह के गोचर को दशम भाव में अच्छे परिणाम देने वाला माना गया है। स्वाभाविक है कि अच्छे परिणाम देने वाला ग्रह वक्री हो जाए और साथ ही साथ अस्त भी हो जाए तो अच्छाईयों में कमी देखने को मिल सकती है। फलस्वरूप प्रमोशन इत्यादि की संभावनाएं जो मजबूती के साथ नज़र आ रही थी, उनमें कुछ धीमापन देखने को मिल सकता है। बुध कर्क राशि में अस्त होने के दौरान कामों में कुछ अड़चने भी देखने को मिल सकती हैं। ऐसे में अपेक्षाकृत अधिक मेहनत करने की आवश्यकता रह सकती है। मान सम्मान की प्राप्ति के लिए भी इस समय पूरी जागरूकता के साथ काम करने की ज़रूरत रहेगी तभी परिणाम आपके पक्ष में हो सकेंगे।

उपाय: नजदीकी मंदिर में दूध और चावल का दान करना शुभ रहेगा।

तुला साप्ताहिक राशिफल

वृश्चिक राशि

बुध ग्रह आपकी कुंडली में अष्टम तथा लाभ भाव के स्वामी होते हैं और बुध ग्रह आपके भाग्य भाव में गोचर करते हुए अस्त हो रहे हैं। क्योंकि बुध ग्रह के गोचर को भाग्य भाव में अच्छे परिणाम देने वाला नहीं माना जाता है बल्कि ऐसी मान्यता है कि भाग्य भाव में गोचर करने की अवधि में बुध भाग्य की हानि करते हैं, तो ऐसी स्थिति में बुध ग्रह के अस्त हो जाने से नकारात्मकता कम हो सकती है जिसका फायदा आपको मिल सकता है। अर्थात बुध कर्क राशि में अस्त होना आपके लिए औसत स्तर के परिणाम दे सकता है। लाभ भाव के स्वामी का वक्री रहते हुए अस्त हो जाना एक कमजोर बिंदु है लेकिन भाग्य भाव में जो गोचर को अच्छा नहीं माना जा रहा हो और वही ग्रह वक्री और अस्त हो जाए तो नकारात्मकता में कमी देखने को मिल सकती है। फलस्वरुप की गई मेहनत फायदा देगी, मान सम्मान को बचाने में भी आप कामयाब हो सकेंगे।

उपाय: गाय को हरी घास खिलाना शुभ रहेगा।

वृश्चिक साप्ताहिक राशिफल

बृहत् कुंडली : जानें ग्रहों का आपके जीवन पर प्रभाव और उपाय

धनु राशि

धनु राशि की कुंडली में बुध ग्रह सातवें तथा दशम भाव के स्वामी होते हैं और यह आपकी आठवें भाव में गोचर करते हुए अस्त हो रहे हैं। क्योंकि सामान्य तौर पर बुध ग्रह के गोचर को आठवें भाव में अच्छे परिणाम देने वाला माना गया है। ऐसी स्थिति में वक्री रहते हुए अस्त हो जाने के कारण बुध ग्रह आपको कमजोर परिणाम दे सकते हैं। विशेषकर कार्यक्षेत्र से जुड़े मामलों में इस समय वैसी उपलब्धियां नहीं मिल पाएंगी जिस तरह की उम्मीद आप कर रहे थे। हालांकि, बीच-बीच में आकस्मिक रूप से कुछ धन की प्राप्ति हो सकती है और खूब कड़ी मेहनत करने की स्थिति में कामों में सफलता मिल सकती है जिसका फायदा आपको मिल सकता है। सामाजिक पद-प्रतिष्ठा के प्रति भी जागरूक रहने की स्थिति में आप हर तरह की नकारात्मकता से स्वयं को बचा सकेंगे।

उपाय: शिवलिंग पर शहद से अभिषेक करें।

धनु साप्ताहिक राशिफल

मकर राशि

मकर राशि के लिए बुध ग्रह छठे तथा भाग्य भाव के स्वामी होते हैं और बुध ग्रह आपके सप्तम भाव में गोचर करते हुए अस्त हो रहे हैं। क्योंकि सप्तम भाव में बुध ग्रह के गोचर को अच्छा नहीं माना गया है, ऊपर से बुध ग्रह वक्री हो गए थे या और भी परेशानी देने का काम कर रहे थे लेकिन अस्त होने के कारण बुध ग्रह अपनी नकारात्मकता को संकुचित कर लेंगे। अर्थात यदि किसी कारण से बुध ग्रह का यह गोचर आपको नकारात्मक परिणाम दे रहा था तो अस्त हो जाने के कारण उस नकारात्मकता में कमी देखने को मिल सकती है। यद्यपि बुध कर्क राशि में अस्त होने के दौरान जीवनसाथी या जीवन संगिनी के स्वास्थ्य का ख्याल रखना ज़रूरी रहेगा। साथ ही साथ विवाद इत्यादि नहीं करना है लेकिन इसके बावजूद भी परेशानियां तुलनात्मक रूप से कम हो सकती हैं। किसी की मध्यस्थता के चलते शासन प्रशासन से जुड़े हुए व्यक्तियों के साथ चल रहा मनमुटाव दूर हो सकता है और समझदारी दिखाकर आप व्यापार में होने वाली हानि को रोक सकेंगे। अर्थात बुध ग्रह के अस्त हो जाने से आपकी समस्याएं या परेशानियां कम हो सकती हैं।

उपाय: आर्थिक पारिवारिक या किसी भी तरह के मामले में जोखिम से बचना उपाय की तरह काम करेगा।

मकर साप्ताहिक राशिफल

कुंभ राशि

कुंभ राशि की कुंडली में बुध ग्रह पंचम तथा अष्टम भाव के स्वामी होते हैं और बुध ग्रह आपके छठे भाव में गोचर करते हुए अस्त हो रहे हैं। क्योंकि छठे भाव में बुध ग्रह के गोचर को बहुत अच्छे परिणाम देने वाला माना गया है। ऐसी स्थिति में बुध ग्रह वक्री रहते रहते हुए अस्त हो रहे हैं जो एक कमजोर स्थिति कही जाएगी। यहां पर हमारा तात्पर्य यह नहीं है कि बुध ग्रह आपको नकारात्मक परिणाम देंगे बल्कि हम सिर्फ यह कहना चाह रहे हैं कि जिस स्तर के सकारात्मक परिणाम आपको मिल रहे थे, बुध ग्रह के वक्री होने की स्थिति में उस सकारात्मकता में कमी देखने को मिल रही थी, अब अस्त होने के कारण सकारात्मकता का ग्राफ और कम हो सकता है। ऐसी स्थिति में अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना ज़रूरी रहेगा। बुध कर्क राशि में अस्त होने पर विरोधियों को कम समझना या कमतर आंकना ठीक नहीं रहेगा। मान सम्मान के प्रति जागरूकता भी ज़रूरी रहेगी। इन बातों का ख्याल रखते हुए निर्वाह करने की स्थिति में आप प्रतिकूलता को रोक सकेंगे और अनुकूलता के ग्राफ को तुलनात्मक रूप से मजबूती देने में कामयाब हो सकेंगे।

उपाय: किसी पवित्र स्थल के जल से शिवजी का अभिषेक करें।

कुंभ साप्ताहिक राशिफल

मीन राशि

मीन राशि के लिए बुध ग्रह आपकी कुंडली में चौथे तथा सप्तम भाव के स्वामी होते हैं और बुध ग्रह आपके पंचम भाव में गोचर करते हुए अस्त हो रहे हैं। क्योंकि पंचम भाव में बुध ग्रह के गोचर को अच्छे परिणाम देने वाला नहीं माना जाता, पिछले दिनों अर्थात 18 जुलाई 2025 से बुध ग्रह वक्री भी हो गए थे और अभी 11 अगस्त 2025 तक बुध ग्रह वक्री ही रहेंगे लेकिन इसी बीच में क्योंकि बुध ग्रह अस्त भी हो रहे हैं तो ऐसी स्थिति में पंचम भाव के गोचर और वक्री होने से जो प्रतिकूलता आई थी उसमें बुध के अस्त हो जाने के कारण कमी देखने को मिल सकती है। अर्थात बुध ग्रह का अस्त हो जाना आपके लिए प्रतिकूल परिणाम नहीं देगा बल्कि तुलनात्मक रूप से अनुकूलता ही देने की कोशिश करेगा। ऐसे में संतान से संबंधित समस्याओं से निजात मिल सकती है। अशांत मन तुलनात्मक रूप से शांत रह सकता है। हालांकि, अभी भी ज़रूरी योजनाओं को आगे बढ़ाने का जोखिम लेना ठीक नहीं रहेगा या इस बीच में बनाई गई योजनाओं पर अमल करना ठीक नहीं रहेगा। बुध कर्क राशि में अस्त होने के दौरान आर्थिक मामलों में सावधानी पूर्वक निर्वाह करने की भी आवश्यकता रहेगी लेकिन अस्त होने के कारण इन सभी मामलों से जुड़े हुए खतरे तुलनात्मक रूप से कम हो सकते हैं। कहने का तात्पर्य है कि बुध ग्रह का अस्त होना आपके लिए थोड़ा ही सही लेकिन फायदेमंद रह सकता है या फायदा अलग से न मिलकर हो रहे नुकसान की कमी के रूप में मिल सकता है। अर्थात आपका नुकसान होना कम हो जाएगा या नुकसान होना बंद हो जाएगा, यही फायदा आपके हिस्से में आ सकता है।

उपाय: देसी गाय को देसी घी चुपड़ी हुई रोटी खिलाना शुभ रहेगा।

मीन साप्ताहिक राशिफल

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

हम आशा करते हैं कि आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा। एस्ट्रोसेज के साथ जुड़े रहने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद!

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. बुध कर्क राशि में कब अस्‍त होंगे?

बुध 24 जुलाई को कर्क राशि में अस्‍त हो रहे हैं।

2. बुध किन राशियों के स्‍वामी हैं?

बुध मिथुन और कन्‍या राशि के स्‍वामी हैं।

3. कर्क राशि पर किस ग्रह का शासन है?

इस राशि के स्‍वामी चंद्रमा हैं।

एस्ट्रोसेज मोबाइल पर सभी मोबाइल ऍप्स

एस्ट्रोसेज टीवी सब्सक्राइब

रत्न खरीदें

एस्ट्रोसेज डॉट कॉम सर्वश्रेष्ठ गुणवत्ता वाले रत्न, लैब सर्टिफिकेट के साथ बेचता है।

यन्त्र खरीदें

एस्ट्रोसेज डॉट कॉम के विश्वास के साथ यंत्र का लाभ उठाएँ।

फेंगशुई खरीदें

एस्ट्रोसेज पर पाएँ विश्वसनीय और चमत्कारिक फेंगशुई उत्पाद

रूद्राक्ष खरीदें

एस्ट्रोसेज डॉट कॉम से सर्वश्रेष्ठ गुणवत्ता वाले रुद्राक्ष, लैब सर्टिफिकेट के साथ प्राप्त करें।