बुध का वृश्चिक राशि में गोचर (06 दिसंबर 2025)
बुध का वृश्चिक राशि में गोचर: वैदिक ज्योतिष में बुध ग्रह को बुद्धि और कौशल का ग्रह माना गया है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में बुध ग्रह मजबूत हो, तो वह जातक व्यापार और ट्रेड के क्षेत्र में अपार सफलता प्राप्त करता है। मिथुन और कन्या राशि में होने पर बुध से अनुकूल परिणाम प्राप्त होते हैं। वहीं अपनी नीच की राशि मीन में होने पर बुध प्रतिकूल परिणाम दे सकते हैं।
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ज्योतिषशास्त्र के अनुसार बुध ग्रह का प्रभाव नसों और त्वचा पर होता है। जिन लोगों का बुध कमज़ोर होता है, उन्हें नसों और स्किन से संबंधित समस्याएं होने का खतरा रहता है। मीन राशि या अशुभ ग्रहों जैसे कि राहु/केतु या मंगल के साथ होने पर बुध ग्रह अशुभ परिणाम देता है। अब 06 दिसंबर, 2025 को रात्रि के समय 08 बजकर 34 मिनट पर बुध का वृश्चिक राशि में गोचर होने जा रहा है।
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बुध का वृश्चिक राशि में गोचर: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय
मेष राशि
मेष राशि के तीसरे और छठे भाव के स्वामी बुध ग्रह हैं और अब वह आपके आठवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं।
बुध का वृश्चिक राशि में गोचर करने के दौरान आपको अपने दोस्तों और सहयोगियों के साथ रिश्ते में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आपको संभलकर बात करने की जरूरत है।
करियर के क्षेत्र में आपको किसी असाइनमेंट के लिए लंबी यात्रा पर जाना पड़ सकता है जो कि इस समय आपके लिए आवश्यक साबित हो सकती है।
व्यापार की बात करें, तो इस समयावधि में आपको अधिक मुनाफा कमाने में बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है और इससे आप पीछे रह सकते हैं।
वित्तीय जीवन में आपको पैसों के मामले में भारी गिरावट देखने को मिल सकती है और इस वजह से आप अधिक पैसों की बचत करने में भी असमर्थ रह सकते हैं।
प्रेम जीवन में आपके और आपके जीवनसाथी के बीच बहस होने की आशंका है जिससे आपकी खुशियां भंग हो सकती हैं।
स्वास्थ्य की बात करें, तो आपको अपने जीवनसाथी की सेहत पर अधिक धन खर्च करना पड़ सकता है और यह आपके लिए चिंता का कारण बन सकता है। आपको इस पर नियंत्रण रखने की जरूरत है।
उपाय: आप नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करें।
वृषभ राशि
वृषभ राशि के दूसरे और पांचवे भाव का स्वामी बुध ग्रह आपके सातवें भाव में गोचर करने जा रहा है।
बुध का वृश्चिक राशि में गोचर करने के दौरान आपको अधिक खर्चों और संतान की ओर से समस्याओं आदि के रूप में अत्यधिक परेशानियां देखनी पड़ सकती हैं।
करियर के क्षेत्र में आपको अपने उच्च अधिकारियों से बात करते समय सावधानी बरतने की आवश्यकता है क्योंकि उनके साथ आपको समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
व्यापार की बात करें, तो आपको इस समय औसत मुनाफा होने के संकेत हैं। आपको अपने बिज़नेस पार्टनर के साथ समस्याएं देखनी पड़ सकती हैं।
वित्तीय स्तर पर आपके खर्चे बढ़ सकते हैं और आपके पैसों की बचत कर पाने की भी संभावना कम बनी हुई है।
निजी जीवन में आपके और आपके जीवनसाथी के बीच तनावपूर्ण संबंध हो सकते हैं। इस वजह से आपका अपने पार्टनर के साथ सामंजस्य बिगड़ सकता है।
स्वास्थ्य की बात करें, तो आपको आंखों और दांत में दर्द हो सकता है। ऐसा इम्युनिटी के कमजोर और ऊर्जा के कम होने की वजह से हो सकता है।
उपाय: आप शनिवार के दिन राहु ग्रह के लिए यज्ञ-हवन करें।
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मिथुन राशि
मिथुन राशि के पहले और चौथे भाव के स्वामी बुध ग्रह हैं और अब वह आपके छठे भाव में गोचर करने जा रहे हैं।
बुध का वृश्चिक राशि में गोचर करने के दौरान आपको अपनी संतान की ओर से अधिक खुशियां मिल सकती हैं। उनका सहयोग पाकर आप खुश रह सकते हैं। आप अधिक मुनाफा कमाने में सफल हो सकते हैं।
करियर के क्षेत्र में आपको नई नौकरी के अवसर के संबंध में कोई नया असाइनमेंट मिल सकता है। इस गोचर काल में आपको ऑनसाइट अवसर भी मिल सकते हैं।
व्यवसाय की बात करें, तो आप सामान्य बिज़नेस की तुलना में सट्टा व्यवसाय से अधिक मुनाफा कमा सकते हैं।
वित्तीय स्तर पर आप अधिक धन कमाने में सफल होंगे और पैसों की बचत भी कर पाएंगे। आप धन संचित करने में भी सक्षम होंगे।
प्रेम जीवन में आप अपने जीवनसाथी के साथ सुखमय समय का आनंद लेंगे। आप अपने पार्टनर का स्नेह प्राप्त करने में सही रास्ते पर हो सकते हैं।
स्वास्थ्य के स्तर पर खुश रहने की वजह से आपकी सेहत दुरुस्त रहेगी। इसके अलावा आपकी इम्युनिटी भी मजबूत रहने वाली है जिससे आपको अपने स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद मिल सकती है।
उपाय: आप नियमित रूप से विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें।
कर्क राशि
कर्क राशि की बात करें, तो इस राशि के तीसरे और बारहवें भाव पर बुध ग्रह का आधिपत्य है और अब वह कर्क राशि के पांचवे भाव में गोचर करने जा रहे हैं।
बुध का वृश्चिक राशि में गोचर करने के दौरान आप अपनी संतान की प्रगति और उनके भविष्य को लेकर चिंतित हो सकते हैं। आपका मन असुरक्षित भावनाओं से घिर सकता है।
करियर के क्षेत्र में आपको अपने कार्यस्थल पर सुखद माहौल नहीं मिल पाएगा और इस वजह से आपको अपनी नौकरी बदलनी पड़ सकती है।
व्यापार के स्तर पर आपको नुकसान होने की आशंका है। आपको अपने बिज़नेस पार्टनर के साथ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
वित्तीय जीवन में अधिक खर्चों के कारण आप पैसों की बचत कर पाने में असमर्थ हो सकते हैं।
निजी जीवन में आपसी समझ की कमी के कारण आपके और आपके पार्टनर के बीच अहंकार से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं। आपकी बातों में अहंकार झलक सकता है।
स्वास्थ्य के स्तर पर आपको अपने बच्चों के विकास और स्वास्थ्य पर धन खर्च करना पड़ सकता है।
उपाय: आप नियमित रूप से दुर्गा चालीसा का पाठ करें।
सिंह राशि
सिंह राशि के दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी बुध ग्रह हैं जो कि अब आपके चौथे भाव में प्रवेश करने जा रहे हैं।
बुध का वृश्चिक राशि में गोचर करने के दौरान आपको अपने परिवार में अधिक प्रगति देखने को मिल सकती है एवं आपके घर में शुभ अवसर आ सकते हैं जिससे आप प्रसन्न महसूस करेंगे।
करियर के क्षेत्र में आप योजना और दृढ़ संकल्प से कोई शानदार उपलब्धि हासिल कर सकते हैं। आपको नए अवसर मिलने की भी संभावना है।
यदि आप पारिवारिक व्यवसाय करते हैं, तो आपको बिज़नेस में सफलता मिलने के आसार हैं। आपको अच्छा मुनाफा होने की भी संभावना है।
वित्तीय स्तर पर आप अच्छा धन कम कमाएंगे और इसे किसी शुभ उद्देश्य के लिए खर्च कर सकते हैं। आप जो भी काम करेंगे, उसे अधिक पेशेवर होकर करेंगे।
निजी जीवन में इस समय आपके घर में कोई शुभ कार्यक्रम हो सकता है जिससे आपको और आपके पार्टनर को आनंद मिलेगा।
स्वास्थ्य के स्तर पर आप खुद को फिट रख सकते हैं और ऐसा इस समयावधि में आपके अंदर ऊर्जा एवं दृढ़ संकल्प के मौजूद होने की वजह से हो सकता है।
उपाय: आप नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करें।
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कन्या राशि
कन्या राशि के पहले और दसवें भाव पर बुध ग्रह का आधिपत्य है जो कि अब आपके तीसरे भाव में प्रवेश करने जा रहे हैं।
बुध का वृश्चिक राशि में गोचर करने पर आप बार-बार अपना स्थान बदल सकते हैं। इस समय आपको अपनी जिंदगी में कई बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
करियर के क्षेत्र में उच्च प्रगति के लिए आप नौकरी बदलने के लिए मजबूर हो सकते हैं। आप संतुष्ट महसूस करेंगे।
बिज़नेस की बात करें, तो आप अपने व्यवसाय में अधिक प्रगति करेंगे और इस वजह से आपको उच्च मुनाफा कमाने का मौका मिलेगा।
वित्तीय स्तर पर बुध का वृश्चिक राशि में गोचर होने के दौरान योजना बनाकर चलने की वजह से आप अधिक धन कमाएंगे। आप पैसों की बचत करने में भी सक्षम हो सकते हैं।
निजी जीवन में इस समय आपके और आपके जीवनसाथी के बीच आपसी तालमेल अच्छा रहने वाला है और आपको अपने साथी का स्नेह मिलेगा। इससे आप प्रसन्न महसूस करेंगे।
स्वास्थ्य के स्तर पर दृढ़ संकल्प के कारण आप ऊर्जा से भरपूर रहेंगे। इस वजह से आपका स्वास्थ्य अच्छा रहने वाला है।
उपाय: आप नियमित रूप से 41 बार 'ॐ बुधाय नम:' मंत्र का जाप करें।
तुला राशि
तुला राशि के नौवें और दसवें भाव के स्वामी बुध ग्रह हैं और अब बुध आपके दूसरे भाव में गोचर करने जा रहे हैं।
बुध का वृश्चिक राशि में गोचर करने के दौरान धन संचय करने के मामले में आपको अपने भाग्य का साथ मिलेगा। इस समय किस्मत आपका साथ दे सकती है। आप पैसों की बचत करने में भी सक्षम होंगे।
करियर के स्तर पर आपको विदेश से ऑनसाइट असाइनमेंट मिल सकती है जिससे आपको अधिक सफलता और शोहरत मिलेगी। आपके काम को पहचान मिल सकती है।
व्यापार के क्षेत्र में इस समय आप एक या एक से ज्यादा बिज़नेस चलाने के अच्छे अवसर मिल सकते हैं। आप सफल होंगे।
वित्तीय स्तर पर आप धन कमाने और उसका आनंद लेने में सहज महसूस करेंगे। इस वजह से आप पैसों की बचत भी कर सकते हैं।
निजी जीवन में आपके और आपके पार्टनर के बीच आपसी तालमेल अच्छा रहने वाला है और इस तरह आप दोनों का रिश्ता भी मजबूत होगा।
स्वास्थ्य के स्तर पर इस गोचर काल में उच्च स्तर की रोग प्रतिरोधक क्षमता के कारण आपका स्वास्थ्य अच्छा रहने वाला है।
उपाय: आप नियमित रूप से नारायणीयम का पाठ करें।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के आठवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी ग्रह बुध हैं और अब बुध का वृश्चिक राशि में गोचर होने के दौरान वह आपके पहले भाव में उपस्थित रहेंगे।
इस गोचर के दौरान आप अपने भविष्य को लेकर किसी अनजान डर से ग्रस्त हो सकते हैं और यह बात आपको परेशान कर सकती है। आपको ध्यान करने की सलाह दी जाती है।
करियर के क्षेत्र में इस समय आपके ऊपर काम का दबाव बहुत ज्यादा बढ़ सकता है और इस वजह से आप नौकरी बदल सकते हैं।
व्यवसाय के स्तर पर आप सामान्य व्यापार से मुनाफा कमाने में पीछे रह सकते हैं लेकिन इस गोचर के दौरान आप सट्टा व्यवसाय से अधिक लाभ कमाने में सफल हो सकते हैं।
वित्तीय जीवन में आपको इस समय पैतृक संपत्ति और शेयर मार्केट से लाभ होने की संभावना है। आप इस समय संतुष्ट महसूस करेंगे।
निजी जीवन में इस समय आपके और आपके जीवनसाथी के बीच अनबन हो सकती है जिससे आप दोनों का रिश्ता कमजोर पड़ सकता है।
स्वास्थ्य के स्तर पर इस गोचर के दौरान आपको नसों से संबंधित समस्याएं होने का खतरा है। इम्युनिटी के कमजोर और ऊर्जा के स्तर के कम होने की वजह से ऐसा हो सकता है।
उपाय: आप नियमित रूप से दुर्गा चालीसा का पाठ करें।
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धनु राशि
धनु राशि के सातवें और दसवें भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान बुध आपके बारहवें भाव में प्रवेश करेंगे।
बुध का वृश्चिक राशि में गोचर करने के दौरान आप अधिक समृद्ध और खुश रहने में असफल रह सकते हैं। इससे आपको चिंता हो सकती है।
करियर के मामले में आपको अपने उच्च अधिकारियों के साथ अधिक समस्याएं देखनी पड़ सकती हैं क्योंकि वे आपके ऊपर अधिक दबाव डाल सकते हैं जिससे आप परेशान हो सकते हैं।
व्यवसाय के क्षेत्र में आपको अपने बिज़नेस पार्टनर के साथ समस्याएं होने के संकेत हैं। इस वजह से आपके बिज़नेस का प्रदर्शन घट सकता है।
वित्तीय स्तर पर आपको इस समयावधि में नुकसान उठाना पड़ सकता है। ऐसा आपकी लापरवाही और धन को संभालने के तरीके की वजह से हो सकता है।
निजी जीवन में इस समय आपके और आपके पार्टनर के बीच प्यार में कमी आ सकती है। ऐसा खुशियों की कमी के कारण हो सकता है।
स्वास्थ्य के सतर पर आपको पैरों और जांघों आदि में दर्द हो सकता है। इससे आपको तनाव हो सकता है।
उपाय: आप नियमित रूप से 21 बार 'ॐ गुरुवे नम:' का जाप करें।
मकर राशि
मकर राशि के छठे और नौवें भाव के स्वामी बुध ग्रह हैं और बुध आपके ग्यारहवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं।
बुध का वृश्चिक राशि में गोचर करने के दौरान आप अपनी इच्छाओं को पूरा कर सकते हैं। आप सफल होंगे एवं प्रसन्न रहेंगे। आप अधिक यात्रा कर सकते हैं जो कि आपके लिए अच्छा साबित होगा और आपके उद्देश्य की पूर्ति हो सकती है।
करियर के क्षेत्र में आपको अपने उच्च अधिकारियों से अपनी कड़ी मेहनत के लिए प्रशंसा मिल सकती है। आप संतुष्ट महसूस करेंगे।
व्यापार के स्तर पर इस समय आप अच्छी स्थिति में रहेंगे जिससे आपको अधिक मुनाफा होने के संकेत हैं। आप एक से ज्यादा बिज़नेस कर सकते हैं।
वित्तीय जीवन में आप इस समयावधि में अधिक धन कमाने और संचित करने में सक्षम हो सकते हैं। आप अधिक धन बचाने में सफल हो सकते हैं।
निजी जीवन में आप और आपका पार्टनर एक-दूसरे से सकारात्मक भावनाओं को साझा करते हुए नज़र आएंगे। आप इस समय अधिक संतुष्ट महसूस करेंगे।
स्वास्थ्य के स्तर पर आप हल्का महसूस करेंगे और इस वजह से आपकी सेहत अच्छी बनी रहेगी।
उपाय: आप नियमित रूप से 41 बार 'ॐ मंदाय नम:' का जाप करें।
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कुंभ राशि
बुध का वृश्चिक राशि में गोचर कुंभ राशि के दसवें भाव में होने जा रहा है। इस राशि के पांचवे और आठवें भाव का स्वामी बुध ग्रह है।
इस समयावधि में आप काम और जिम्मेदारियों एवं इन चीज़ों में शामिल होने पर ध्यान देंगे। आप इस समय खुश रहेंगे।
करियर के क्षेत्र में आपको काम के सिलसिले में अधिक यात्रा करनी पड़ सकती है और इस समयावधि में आपको यात्रा से नौकरी में सफलता मिलने की संभावना है।
व्यापार की बात करें, तो आप इस समय अपने बिज़नेस के क्षेत्र में शानदार प्रदर्शन करेंगे। यह समय खासतौर पर सट्टा और ट्रेड आदि से संबंधित व्यवसायों के लिए अनुकूल है।
वित्तीय स्तर पर आप धन कमाने में सक्षम होंगे। इसके साथ ही आपकी पैसों की बचत करने की क्षमता भी बढ़ेगी और आप अपनी इच्छाओं को भी पूरा कर सकते हैं।
निजी जीवन में आप अपने काम के प्रति अधिक ईमानदार और प्रतिबद्ध रह सकते हैं। इससे आपके और आपके पार्टनर का रिश्ता मजबूत होगा।
स्वास्थ्य के स्तर पर बुध का वृश्चिक राशि में गोचर करने के दौरान आप अपनी सेहत को लेकर अधिक सचेत रह सकते हैं। इस वजह से आप खुश रहेंगे।
उपाय: आप शनिवार के दिन गरीब लोगों को अन्न का दान करें।
मीन राशि
मीन राशि के चौथे और आठवें भाव के स्वामी बुध ग्रह अब इस राशि के नौवें भाव में प्रवेश करने जा रहे हैं।
बुध का वृश्चिक राशि में गोचर करने के दौरान आपको अपने भाग्य का साथ मिल सकता है। आप अपने पास मौजूद अवसरों को और बेहतर बना सकते हैं।
करियर की बात करें, तो आपको नौकरी के नए अवसर मिलने के संकेत हैं जिससे आपको खुशी मिलेगी और आप प्रगति करेंगे।
व्यापार के क्षेत्र में आपको अपने बिज़नेस पार्टनर का सहयोग मिलेगा और इसके साथ आप प्रगति कर सकते हैं एवं उच्च मुनाफा कमाने में भी सफल हो सकते हैं।
वित्तीय जीवन में अधिक धन कमाने के मामले में आप भाग्यशाली रहने वाले हैं। आपकी बचत करने की क्षमता में भी वृद्धि देखने को मिलेगी।
निजी जीवन की बात करें, तो आप खुश रहेंगे और अपने पार्टनर के साथ आपसी तालमेल बनाकर रखेंगे। इसकी वजह से आप दोनों का रिश्ता भी मजबूत होगा।
स्वास्थ्य के स्तर पर इस गोचर काल में आप अपने साहस एवं दृढ़ संकल्प को बढ़ाने में सक्षम हो सकते हैं। ऐसा आपकी इम्युनिटी की वजह से संभव हो सकता है।
उपाय: आप नियमित रूप से लिंगाष्टकम का पाठ करें।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. बुध का वृश्चिक राशि में गोचर कब होगा?
उत्तर. 06 दिसंबर, 2024 को रात 08 बजकर 34 मिनट पर।
2. बुध के इस गोचर का किन राशियों पर सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ेगा?
उत्तर. मेष, वृश्चिक, धनु पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है।
3. बुध के लिए सरल उपाय क्या है?
उत्तर. आप रोज़ 41 बार 'ॐ बुधाय नम:' मंत्र का जाप करें।








