बृहस्पति कर्क राशि में वक्री (11 नवंबर 2025)
बृहस्पति कर्क राशि में वक्री: 11 नवंबर, 2025 को शाम 06 बजकर 31 मिनट पर बृहस्पति कर्क राशि में वक्री होंगे। इस आर्टिकल में हम कर्क राशि में बृहस्पति के वक्री होने और इसके 12 राशियों पर पड़ रहे प्रभाव के बारे में जानेंगे।
वैदिक ज्योतिष में बृहस्पति
शुभ ग्रह एवं ज्ञान का कारक ग्रह बृहस्पति अपनी उच्च राशि कर्क में वक्री होने जा रहा है। वक्री होने का मतलब है कि अब ग्रह उल्टी चाल चलना शुरू करेगा।
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बृहस्पति कर्क राशि में वक्री: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय
मेष राशि
मेष राशि के नौवें और बारहवें भाव के स्वामी बृहस्पति हैं जो कि अब आपके चौथे भाव में वक्री होने जा रहे हैं।
इस समयावधि में आपको अच्छे अवसर मिलने के बावजूद अपने प्रयासों में अड़चनों का सामना करना पड़ सकता है। आपके कार्य अटक सकते हैं। कभी-कभी आपको आकस्मिक लाभ होने के संकेत हैं।
करियर के क्षेत्र में बृहस्पति कर्क राशि में वक्री के दौरान आपके ऊपर काम का दबाव बढ़ सकता है। बृहस्पति कर्क राशि में वक्री होने के दौरान आपके पास अधिक काम हो सकता है।
व्यापार की बात करें, तो आपको इस समय मुनाफे के साथ-साथ नुकसान होने की भी आशंका है। आपको अधिक प्रतिस्पर्धा देखने को मिल सकती है।
वित्तीय जीवन में आपके लिए धन हानि के योग बन रहे हैं। यात्रा के दौरान आपका धन खो सकता है। आपको सुस्त होने की वजह से नुकसान होने के संकेत हैं।
निजी जीवन में आपको शांत रहने की जरूरत है क्योंकि इस समय आप पर से आपके जीवनसाथी का भरोसा कम हो सकता है। आपको अपने पार्टनर के विश्वास को बढ़ाने की जरूरत है।
स्वास्थ्य की बात करें, तो आपकी आंखों में जलन हो सकती है। इसके साथ ही आपको दांत के दर्द पर भी ध्यान देना चाहिए।
उपाय: आप नियमित रूप से 21 बार 'ॐ गुरुवे नम:' मंत्र का जाप करें।
वृषभ राशि
वृषभ राशि के आठवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी बृहस्पति ग्रह हैं और अब वह आपके तीसरे भाव में वक्री होने जा रहे हैं।
बृहस्पति कर्क राशि में वक्री की समयावधि में आप जिस लाभ की अपेक्षा कर रहे हैं, उसे प्राप्त करने में देरी हो सकती है। आपको दूसरों से बात करते समय सावधान रहने की जरूरत है।
करियर के क्षेत्र में आपकी नौकरी में बदलाव आने के संकेत हैं। हालांकि, बृहस्पति कर्क राशि में वक्री होने के दौरान आप इस परिवर्तन से असंतुष्ट रह सकते हैं।
व्यापारियों के गलत रणनीति अपनाने की वजह से उन्हें अधिक मुनाफा नहीं मिल पाएगा।
धन के मामले में आपको अधिक लाभ नहीं मिल पाएगा। आप पूरी तरह से संतुष्ट महसूस नहीं करेंगे।
निजी जीवन की बात करें, तो आप अपने पार्टनर को क्षति पहुंचा सकते हैं जो कि रिश्ते में उच्च मूल्यों और अच्छे संबंध को बनाए रखने के लिए सही नहीं है।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में, आपको अपने भाई-बहनों की सेहत पर अधिक पैसा खर्च करना पड़ सकता है। इस वजह से आप चिंता में आ सकते हैं।
उपाय: आप शनिवार के दिन राहु ग्रह के लिए यज्ञ-हवन करें।
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मिथुन राशि
मिथुन राशि के सातवें और दसवें भाव के स्वामी ग्रह बृहस्पति हैं। अब गुरु आपके दूसरे भाव में वक्री होने जा रहे हैं।
बृहस्पति कर्क राशि में वक्री होने के दौरान आप अपने दोस्त खो सकते हैं। उनके सामने आपकी छवि खराब हो सकती है और इस वजह से आप चिंता में आ सकते हैं।
करियर के क्षेत्र में आपको अपने उच्च अधिकारियों के साथ मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। वे आपके ऊपर काम का दबाव बढ़ा सकते हैं।
व्यवसाय की बात करें, तो आपको बिज़नेस में अधिक प्रतिस्पर्धा देखने को मिल सकती है और इसके लिए आपको अपनी व्यापारिक रणनीतियों को बदलने की जरूरत है।
धन के मामले में आपकी स्थिति में उतार-चढ़ाव आने के संकेत हैं। ऐसे में आपको योजना बनाकर चलने की आवश्यकता है।
निजी जीवन में आपको अपने शब्दों पर नियंत्रण रखने एवं ध्यान देने की जरूरत है क्योंकि बृहस्पति कर्क राशि में वक्री होने के दौरान आपके अपने जीवनसाथी के साथ रिश्ते खराब हो सकते हैं।
सेहत के मामले में आपको अपने शुगर लेवल पर ध्यान देना चाहिए। रोग प्रतिरोधक क्षमता के कमजोर होने की वजह से आपको एलर्जी होने की आशंका है।
उपाय: आप बुधवार के दिन बुध ग्रह के यज्ञ-हवन करें।
कर्क राशि
कर्क राशि के छठे और नौवें भाव के स्वामी बृहस्पति हैं और अब वह इस राशि के पहले भाव में वक्री होने जा रहे हैं।
इस समयावधि में आपके प्रयास करने के बावजूद आपके हाथ से कई लाभ छूट सकते हैं। आपको इस समय अनचाहे खर्चे करने पड़ सकते हैं।
बृहस्पति कर्क राशि में वक्री के दौरान करियर के क्षेत्र में आपको औसत परिणाम मिलने की संभावना है। मुमकिन है कि आपको जो काम दिया गया है, उसे आप अच्छे से करने में सक्षम न हों।
व्यवसाय के क्षेत्र में अधिक दक्षता से काम करने और मुनाफा कमाने के लिए आपको अपनी व्यापारिक रणनीतियों को बदलने की जरूरत है।
वित्तीय जीवन की बात करें, तो बृहस्पति कर्क राशि में वक्री होने के दौरान आपको धन लाभ होने के आसार हैं। गुरु के वक्री होने पर आपको अपने प्रयासों पर भरोसा करने की जरूरत है।
निजी जीवन में आपको अपने पार्टनर के साथ आपसी तालमेल बिठाकर चलना चाहिए। इससे आपके रिश्ते में खुशियां बनी रहेंगी।
स्वास्थ्य के मामले में आपको स्वस्थ और तंदुरुस्त रहने के लिए अपने शुगर के लेवल पर नजर रखने की सलाह दी जाती है।
उपाय: आप सोमवार के दिन चंद्रमा के लिए यज्ञ-हवन करें।
सिंह राशि
सिंह राशि के पांचवे और आठवें भाव का स्वामी बृहस्पति अब आपके बारहवें भाव में वक्री होने जा रहे हैं।
इस दौरान आपकी आध्यात्मिक कार्यों में अधिक रुचि हो सकती है। इससे आपको उच्च लाभ मिलने की संभावना है। आपको इस समय अधिक आध्यात्मिक यात्राएं भी करनी पड़ सकती हैं।
करियर के क्षेत्र में आपके काम के सिलसिले में अधिक यात्राएं करने के योग हैं। हालांकि, ये यात्राएं आपके लिए ज्यादा अनुकूल नहीं होंगी। इस समय कार्यक्षेत्र में आपके आत्मविश्वास में कमी देखने को मिल सकती है।
व्यापार की बात करें, तो बृहस्पति कर्क राशि में वक्री होने के दौरान अधिक दांव लगाने की वजह से आपको नुकसान होने की आशंका है। आप अपने प्रतिद्वंदियों से मिल रहे दबाव को संभालने में असमर्थ हो सकते हैं।
वित्त जीवन में आपको शेयर मार्केट और सट्टा बाज़ार से मुनाफा होने के योग हैं। आपके हाथ कोई बड़ी डील लग सकती है।
निजी जीवन में खुशियां और सुख-शांति बनाए रखने के लिए आपको अपने जीवनसाथी के साथ आपसी तालमेल बनाए रखने की आवश्यकता है।
स्वास्थ्य की बात करें, तो आपको इस समय पैरों और जांघों आदि में दर्द की शिकायत हो सकती है। इस समयावधि में आप ज्यादा तनाव ले सकते हैं।
उपाय: आप रविवार के दिन सूर्य ग्रह के लिए यज्ञ-हवन करें।
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कन्या राशि
कन्या राशि के चौथे और सातवें भाव के स्वामी बृहस्पति ग्रह हैं जो कि अब आपके ग्यारहवें भाव में वक्री होने जा रहे हैं।
बृहस्पति कर्क राशि में वक्री होने के दौरान आपके नए दोस्त और सहयोगी बन सकते हैं लेकिन हो सकता है कि आपके ये नए दोस्त आपके प्रति ज्यादा वफादार न हों। आपको अपने दोस्त चुनने को लेकर सावधान रहना चाहिए।
करियर के क्षेत्र में आपको अपनी लगन और उत्साह के कारण नौकरी में अच्छे परिणाम मिलने के संकेत हैं। आप इस समय अपने करियर में शीर्ष पर होंगे।
व्यापारी इस समय नई बिज़नेस डील शुरू कर सकते हैं और इससे उन्हें मुनाफा होने के योग हैं। इस दौरान आप अपने प्रयासों से बिज़नेस में संतुष्ट महसूस करेंगे।
वित्तीय जीवन में इस समय आप अधिक धन कमाएंगे। आपको एहसास होगा कि आपके अंदर आगे बढ़ने की काबिलियत मौजूद है। इस समय आपकी धन की बचत करने की क्षमता में भी वृद्धि होगी।
निजी जीवन में आपका और आपके जीवनसाथी का रिश्ता मजबूत होगा और आप दोनों दूसरों के लिए मिसाल बन सकते हैं।
स्वास्थ्य के मामले में आपको अधिक स्वास्थ्य समस्याएं परेशान नहीं करेंगी। आपको सिरदर्द और फ्लू संबंधित समस्याएं हो सकती हैं।
उपाय: बुधवार के दिन बुध ग्रह के लिए यज्ञ-हवन करें।
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तुला राशि
तुला राशि के तीसरे और छठे भाव के स्वामी बृहस्पति हहैं और अब वह आपके दसवें भाव में वक्री होने जा रहे हैं।
इस समय आपको अपने कार्यों को अधिक पेशेवर तरीके से करने में सावधानी बरतने की जरूरत है। आपको अपने प्रयासों में उतार-चढ़ाव देखना पड़ सकता है।
करियर के क्षेत्र में आपके ऊपर काम का दबाव बहुत ज्यादा बढ़ सकता है इसलिए बृहस्पति कर्क राशि में वक्री होने पर आपको सावधान रहने की आवश्यकता है। इस वजह से आप अपनी नौकरी बदलने के बारे में सोच सकते हैं।
व्यापार की बात करें, तो इस समय आपको अपनी डील में भाग्य का साथ नहीं मिल पाने के संकेत हैं। इस वजह से आपके मुनाफे में कमी आ सकती है।
बृहस्पति के वक्री होने पर आपकी लापरवाही की वजह से आपको अधिक धन की हानि होने के संकेत हैं। ध्यान न देने की वजह से आपको नुकसान हो सकता है।
निजी जीवन में खुशियां और सुख-शांति बनाए रखने के लिए आपको अपने पार्टनर के साथ तालमेल बिठाने की जरूरत है।
सेहत की बात करें, तो आपको घुटनों, जोड़ों और कंधों में दर्द हो सकता है। इस वजह से आपको सावधान रहने की आवश्यकता है।
उपाय: आप शुक्रवार के दिन लक्ष्मी-कुबेर के लिए यज्ञ-हवन करें।
वृश्चिक राशि
बृहस्पति वृश्चिक राशि के दूसरे और पांचवे भाव के स्वामी हैं और अब वह आपके नौवें भाव में वक्री होने जा रहे हैं।
इस समयावधि में आपको भाग्य का साथ मिल सकता है। इस समय आप प्रगति करेंगे और अपनी काबिलियत को पहचान पाएंगे।
बृहस्पति कर्क राशि में वक्री होने के दौरान आप अपनी सूझबूझ और अच्छा काम करने में रुचि रखने की वजह से कार्यक्षेत्र में लाभ प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा आप अपने नेतृत्व करने के गुणों को भी दिखा सकते हैं।
व्यापार के क्षेत्र में अच्छा मुनाफा कमाने के मामले में आपको अपने भाग्य का साथ मिल सकता है। आपका अपने बिज़नेस पर पूरा नियंत्रण रहेगा।
वित्तीय जीवन में आपको अच्छा धन लाभ होने के संकेत हैं। आप सोच-समझकर खर्च करें और धन को समझदारी से निवेश करें। इस समय आप पैसों की बचत करने में भी समर्थ हो सकते हैं।
निजी जीवन में आप अपने जीवनसाथी के साथ अधिक खुश रहने वाले हैं। आप दोनों का रिश्ता मजबूत होगा।
स्वास्थ्य के मामले में आपको इस समय पैसों को संभालकर रखने की सलाह दी जाती है क्योंकि इस दौरान आपको अपने पिता के स्वास्थ्य पर पैसा खर्च करना पड़ सकता है।
उपाय: आप मंगलवार के दिन मंगल ग्रह के लिए यज्ञ-हवन करें।
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धनु राशि
धनु राशि के पहले और चौथे भाव के स्वामी बृहस्पति ग्रह हैं और अब वह आठवें भाव में वक्री होने जा रहे हैं।
बृहस्पति कर्क राशि में वक्री होने के दौरान आपकी सुख-सुविधाओं में कमी आने की आशंका है। आपको अपने परिवार को लेकर चिंता हो सकती है। आपको अपने प्रयासों में अधिक सफलता नहीं मिल पाएगी।
करियर के क्षेत्र में आपके ऊपर नौकरी का दबाव बढ़ सकता है। ऐसे में अच्छी सफलता पाने के लिए आपको योजना बनाकर चलने की आवश्यकता है।
व्यापार की बात करें, तो आप पैतृक और सट्टे जैसे व्यवसायों में शानदार प्रदर्शन करेंगे। इससे आपको अच्छा मुनाफा होने की उम्मीद है।
वित्तीय जीवन में आपको लाभ के साथ नुकसान होने की भी आशंका है। इस वजह से आपको बेहतर योजना बनाने की जरूरत है।
निजी जीवन में तालमेल न बिठाने की वजह से आपके और आपके जीवनसाथी के बीच वाद-विवाद हो सकता है। इससे आपका जीवन बाधित हो सकता है।
सेहत के मामले में आपकी इम्युनिटी में गिरावट आ सकती है इसलिए आपको अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है।
उपाय: शुक्रवार के दिन शुक्र ग्रह के लिए यज्ञ-हवन करें।
मकर राशि
मकर राशि के तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी बृहस्पति हैं और अब वह आपके सातवें घर में वक्री होने जा रहे हैं।
इस समयावधि में आपको अपने दोस्तों को लेकर मन में असुरक्षा की भावनाएं आ सकती हैं। आपके हाथ से कई अवसर छूट सकते हैं। आपको अपने जीवन को लेकर योजना बनाने की जरूरत है।
करियर के क्षेत्र में आपको काम के सिलसिले में अधिक यात्रा करनी पड़ सकती हैं। आपके काम करने के तरीके में भी बदलाव आने के संकेत हैं। यहां भी आपको योजना बनाने की आवश्यकता है।
व्यापार के मामले में प्रतिद्वंदियों से अधिक दबाव मिलने की वजह से आपको अधिक मुनाफा कमाने में अड़चनों का सामना करना पड़ सकता है।
वित्तीय जीवन में बृहस्पति कर्क राशि में वक्री होने के दौरान आपको लाभ के साथ-साथ खर्चे भी करने पड़ सकते हैं। इस वजह से आप पैसों की बचत करने में असमर्थ हो सकते हैं।
निजी जीवन में अहंकार से संबंधित समस्याओं के कारण आपका अपने पार्टनर के साथ रिश्ता खराब हो सकता है। इस वजह से आपके रिश्ते में खुशियां कम हो सकती हैं।
स्वास्थ्य के मामले में आपको अपने जीवनसाथी की सेहत पर पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं। उन्हें खांसी होने की आशंका है।
उपाय: आप शनिवार के दिन गरीब लोगों को अन्न का दान करें।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी बृहस्पति हैं और अब वह आपके छठे भाव में वक्री होने जा रहे हैं।
बृहस्पति कर्क राशि में वक्री होने के दौरान आप अनचाहे तरीके से पैसा खर्च कर सकते हैं और इस वजह से आपको अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए लोन लेना पड़ सकता है।
करियर के क्षेत्र में आपको अपने कार्यस्थल पर औसत संतुष्टि मिल पाएगी। आपके सहकर्मी आपसे आगे निकल सकते हैं और इस वजह से आपको चिंता हो सकती है।
व्यवसाय के क्षेत्र में अपने बिज़नेस पर अधिक नियंत्रण पाने एवं उच्च मुनाफा कमाने के लिए आपको अपनी रणनीतियों को बदलने की जरूरत है।
वित्तीय जीवन में आपको पैतृक संपत्ति, लोन और अन्य छिपे हुए स्रोतों से अधिक धन लाभ होने की उम्मीद है। लेकिन आप इससे पूरी तरह से संतुष्ट नहीं हो पाएंगे।
निजी जीवन में आपके रिश्ते में से खुशियां नदारद रह सकती हैं। इस समय आपको अनावश्यक चिंताएं सता सकती हैं।
स्वास्थ्य के मामले में आपको आंखों और दांत में दर्द की शिकायत होने की आशंका है। इस वजह से आप परेशान रह सकते हैं।
उपाय: आप शनिवार के दिन शनि ग्रह के लिए यज्ञ-हवन करें।
मीन राशि
मीन राशि के पहले और दसवें भाव के स्वामी बृहस्पति ग्रह हैं जो कि अब आपके पांचवे भाव में वक्री होने जा रहे हैं।
बृहस्पति कर्क राशि में वक्री होने के दौरान आप अपने भविष्य और प्रगति के बारे में अधिक सोच सकते हैं। आपके मन में असुरक्षा की भावनाएं और चिंता हो सकती हैं। आप आध्यात्मिक दिशा में आगे बढ़ सकते हैं।
करियर में आपके ऊपर काम का दबाव अधिक बढ़ सकता है। अच्छे अवसरों और संतुष्टि के लिए आप नौकरी बदलने के बारे में सोच सकते हैं।
यदि आप सामान्य व्यवसाय करते हैं, तो आपको इस समय औसत मुनाफा ही होगा लेकिन अगर आप सट्टा और ट्रेडिंग जैसा कोई बिज़नेस करते हैं, तो आपको अच्छा मुनाफा होने की उम्मीद है।
वित्तीय जीवन में आपके लिए लाभ और खर्चों दोनों की स्थिति बनी हुई है। इस समयावधि में आपकी बचत भी औसत रहने वाली है।
निजी जीवन की बात करें, तो इस समय आप न तो पूरी तरह से खुश रह पाएंगे और न हो आपको कोई बड़ी चिंता होगी। आपको अपने जीवनसाथी के साथ अपने रिश्ते को मजबूत करने की जरूरत है।
स्वास्थ्य के मामले में आपको अपने बच्चों की सेहत पर पैसा खर्च करना पड़ सकता है। आपकी संतान को जुकाम होने की आशंका है।
उपाय: आप बृहस्पतिवार के दिन बृहस्पति ग्रह के लिए यज्ञ-हवन करें।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. बृहस्पति कर्क राशि में कब वक्री हो रहे हैं?
11 नवंबर, 2025 को शाम 06 बजकर 31 मिनट पर।
2. गुरु के वक्री होने का किन राशियों पर सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ेगा?
उत्तर. सभी राशियों पर लेकिन मेष, कर्क और मकर पर खासतौर पर असर देखने को मिलेगा।
3. वक्री होने के दौरान क्या उपाय करने चाहिए?
उत्तर. मंत्रों का जाप करें और सप्ताह में एक बार यज्ञ-हवन करें।








