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मंगल का कन्या राशि में गोचर (28 जुलाई, 2025)

मंगल का कन्या राशि में गोचर 28 जुलाई, 2025 को होगा।

मंगल का कन्या राशि में गोचर: ग्रहों की सभा में सेनापति के पद को सुशोभित करने वाले मंगल ग्रह, 28 जुलाई 2025 को शाम 07 बजकर 02 मिनट पर कन्या राशि में प्रवेश कर रहे हैं। मंगल ग्रह यहां पर 13 सितंबर 2025 तक रहने वाले हैं। जैसा कि ज्योतिष प्रेमी जानते हैं कि मंगल ग्रह , ग्रहों के सेनापति तो होते ही हैं साथ ही साथ इन्हें रक्त, मज्जा, लड़ाई-झगड़ा, युद्ध, बिजली जैसे क्षेत्रों का कारक भी माना गया है। इसके अलावा तकनीकी क्षेत्र पर मंगल का अच्छा खासा आधिपत्य होता है।

मंगल अग्नि तत्व के ग्रह हैं और यह कन्या राशि में जा रहे हैं अर्थात पृथ्वी तत्व की राशि में जा रहे हैं। सामान्य तौर पर यह किसी बड़ी नकारात्मक घटना का संकेत नहीं है लेकिन मंगल ग्रह पर शनि ग्रह की दृष्टि का प्रभाव भी रहेगा। इसके चलते भूकंप या अन्य प्राकृतिक आपदाओं का भय इस अवधि में अधिक रह सकता है। यातायात दुर्घटनाएं भी बीच-बीच में हो सकती हैं। दक्षिण के कुछ राज्यों अथवा राष्ट्रों अप्रिय घटनाक्रम होने का संकेत भी मंगल के इस गोचर से मिल रहा है।

विद्वान ज्योतिषियों से फोन पर बात करें और जानेंमंगल का कन्या राशि में गोचर का अपने जीवन पर प्रभाव

मंगल का कन्या राशि में गोचर का भारतवर्ष पर प्रभाव

यदि भारतवर्ष की बात करें तो भारत की कुंडली में मंगल पंचम भाव में गोचर करेंगे। ऐसे में शिक्षण संस्थानों से जुड़े कुछ नकारात्मक समाचार भी सुनने को मिल सकते हैं। युवाओं, विद्यार्थियों और परीक्षार्थियों के मन में किसी घटनाक्रम को लेकर कोई रोष इत्यादि भी देखने को मिल सकता है। प्रश्नपत्र लीक होने की घटनाएं भी सुनने या देखने को मिल सकती हैं। क्योंकि विशेष बात यहां रहेगी कि मंगल इस अवधि में शनि के द्वारा देखे जाएंगे जो एक नकारात्मक संकेत है।

यही कारण है कि उपरोक्त घटनाओं के होने की संभावनाएं बहुत ज्यादा रहेगी। अतः इस गोचर की अवधि में प्रत्येक व्यक्ति को अपने क्रोध और आवेश पर नियंत्रण पाने की आवश्यकता रहेगी। साथ ही साथ वाहन इत्यादि सावधानी से चलाने की आवश्यकता रहेगी। आग, केमिकल या धारदार चीज़ों से जुड़े हुए काम करने वाले लोगों को विशेष रूप से सावधान रहने की आवश्यकता रहेगी।

यद्यपि यह बारिश का मौसम है लेकिन इसके बावजूद भी बीच-बीच में आगजनी की घटनाएं भी देखने को मिल सकती हैं। यह तो रहा मंगल के गोचर का देश दुनिया पर प्रभाव। आइए अब जानते हैं कि मंगल का यह गोचर आपकी लग्न या आपकी राशि के लिए कैसे परिणाम देगा? वैसे इस राशिफल को लग्न राशि के अनुसार देखना ज्यादा उचित रहेगा लेकिन यदि आपको अपनी लग्न राशि नहीं पता है तो आप हमारी वेबसाइट या एप्लीकेशन एस्ट्रोसेज के माध्यम से अपनी लग्न राशि पता कर सकते हैं। यदि इसमें भी कोई उलझन हो तो आप अपनी चंद्र राशि या फिर नाम की राशि के अनुसार भी इस गोचरफल को देख सकते हैं। वैसे लग्न राशि को प्रमुखता देना ज्यादा सही रहेगा।

Read Here In English: Mars Transit in Virgo

यह राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी व्यक्तिगत चन्द्र राशि अभी जानने के लिए चंद्र राशि कैलकुलेटर का उपयोग करें

मंगल का कन्‍या राशि में गोचर:राशि अनुसार प्रभाव और उपाय

मेष राशि

मेष राशि के लग्न या राशि के स्वामी होने के साथ-साथ मंगल आपके आठवें भाव के भी स्वामी होते हैं और वर्तमान में मंगल आपकी कुंडली के छठे भाव में गोचर कर रहे हैं। वैसे तो सामान्य तौर पर छठे भाव में मंगल के गोचर को अच्छे परिणाम देने वाला माना जाता है। गोचर शास्त्र के अनुसार ऐसा मंगल स्वर्ण और तांबे का लाभ करवाता है। वर्तमान समय में आप इसे मूल्यवान वस्तु और लग्जरी वस्‍तुओं से जोड़ सकते हैं। अर्थात आर्थिक मामले के लिए इस गोचर को अच्छे परिणाम देने वाला कहा जाएगा।

मंगल का कन्या राशि में गोचर के दौरान स्वास्थ्य भी सामान्य तौर पर अनुकूल बना रहेगा। आप अपने विरोधियों और प्रतिस्पर्धियों से बेहतर करते हुए देखे जा सकेंगे। मान-सम्मान में वृद्धि करवाने का भी काम यह गोचर कर सकता है। इन सबके बावजूद भी शनि की दृष्टि को ध्यान में रखते हुए इरादतन विवाद नहीं करना है और शत्रु या प्रतिस्पर्धी को कमज़ोर समझने की भूल भी नहीं करनी है। अर्थात कुछ समझदारियों को अपनाने की स्थिति में सामान्य तौर पर काफी अच्छे परिणाम मिल सकेंगे।

उपाय: मित्रों को नमकीन चीज खिलाएं।

मेष साप्ताहिक राशिफल

वृषभ राशि

मंगल वृषभ राशि के सातवें तथा द्वादश भाव के स्वामी होते हैं। वर्तमान समय में मंगल आपके पंचम भाव में गोचर कर रहे हैं। पंचम भाव में मंगल के गोचर को अच्छे परिणाम देने वाला नहीं माना जाता। ऊपर से मंगल ग्रह पर शनि की दृष्टि भी रहेगी। सामान्य तौर पर यह अनुकूल स्थिति नहीं कही जाएगी। अतः इस अवधि में प्रेम संबंधों को लेकर अथवा मित्रवत संबंधों को लेकर किसी भी तरीके का जोखिम लेना उचित नहीं रहेगा। विद्यार्थियों को अपने अध्ययन पर अब अपेक्षाकृत अधिक ध्यान देने की आवश्यकता रहेगी। मंगल का कन्या राशि में गोचर होने पर सहपाठियों से विवाद नहीं करना है अन्यथा विषय वस्तु की बजाय मन अन्य दिशाओं में भटक सकता है। उचित खान-पान अपनाने की स्थिति में ही अच्छे स्वास्थ्य की उम्मीद की जा सकेगी। संतान के साथ बेहतर संबंध रखने का प्रयास ज़रूरी रहेगा। मन में अनुचित विचार नहीं लाने हैं, बल्कि अच्छे विचारों को अपनाना और अच्छा साहित्य पढ़ना हितकर रहेगा।

उपाय: नीम की जड़ों पर जल चढ़ाना शुभ रहेगा।

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वृषभ साप्ताहिक राशिफल

मिथुन राशि

मंगल मिथुन राशि के छठे तथा लाभ भाव के स्वामी होते हैं और वर्तमान में यह आपके चतुर्थ भाव में गोचर कर रहे है। पहली बात तो चतुर्थ भाव में मंगल के गोचर को अच्छे परिणाम देने वाला नहीं माना जाता, ऊपर से मंगल ग्रह पर शनि की दृष्टि रहेगी। अत: इस गोचर की अवधि में घर-गृहस्थी से संबंधित मामलों में बहुत ही सावधानी पूर्वक निर्वाह करना ज़रूरी रहेगा। स्वजनों से विवाद न होने पाए इस बात के लिए बहुत ज्यादा जागरुक रहने की आवश्यकता रहने वाली है। जिन लोगों को हृदय या सीने से संबंधित कोई तकलीफ है उन्हें अपने स्वास्थ्य को लेकर सचेत रहना है। मंगल का कन्या राशि में गोचर के दौरान जमीन जायदाद इत्यादि से संबंधित विवादों को यथासंभव टालने की कोशिश करनी है। माता के साथ संबंधों को बनाए रखना भी ज़रूरी रहेगा। साथ ही साथ यदि माता का स्वास्थ्य ठीक नहीं है तो उनके स्वास्थ्य को लेकर जागरुक रहना और समय-समय पर उन्हें उचित इलाज और औषधि उपलब्ध करवाना भी ज़रूरी रहेगा। अर्थात सामान्य तौर पर इस गोचर को अच्छा नहीं माना जाएगा। अतः इस गोचर की अवधि में सावधानी पूर्वक निर्वाह ज़रूरी रहेगा।

उपाय: बरगद की जड़ों पर मीठा दूध चढ़ाएं।

मिथुन साप्ताहिक राशिफल

कर्क राशि

कर्क राशि वालों के लिए वैसे तो मंगल उनके हितैषी ग्रह माने गए हैं। ज्योतिष की भाषा में इसे योगकारक ग्रह कहा जाता है। मंगल का कन्या राशि में गोचर होने पर मंगल आपके तीसरे भाव में गोचर कर रहे हैं। सामान्य तौर पर तीसरे भाव में मंगल के गोचर को अच्छे परिणाम देने वाला माना जाता है। अतः इस गोचर से आपको अच्छे परिणाम ही मिलने चाहिए। इस गोचर को लेकर गोचरशास्त्र में उल्लेख मिलता है कि ऐसा मंगल धन लाभ करवाने का काम कर सकता है, क्योंकि मंगल आपके कर्म स्थान का स्वामी होकर पराक्रम स्थान पर आया है। इस कारण से आप अपने अटके हुए कामों को पूरा कर सकेंगे और उनसे लाभ भी प्राप्त कर सकेंगे। जिन लोगों का काम यात्राओं से जुड़ा हुआ है उन्हें भी अच्छे परिणाम मिलने की संभावनाएं हैं। उन्हें अपने काम से अच्छा खासा लाभ हो सकता है। संतान और प्रेम संबंध के दृष्टिकोण से भी सामान्य तौर पर अनुकूल परिणामों की उम्मीद की जा सकती है। हालांकि पंचमेश मंगल पर शनि की दृष्टि होने के कारण इन संबंधों के प्रति गंभीर रहना भी ज़रूरी रहेगा। बेहतर होगा कम मिला जाए लेकिन जब भी मिलें शालीनता के साथ मिलें। अर्थात सावधानी पूर्वक निर्वाह करने की स्थिति में प्रेम संबंध और मित्रों के साथ संबंध भी बने रह सकेंगे। अर्थात सामान्य तौर पर यह गोचर आपको अनुकूल परिणाम देगा, आपको प्रतिस्पर्धात्मक कामों में आगे ले जाएगा, अच्छे समाचार दिलवा सकता है, मन को प्रसन्न रख सकता है लेकिन कुछ सावधानियां तब भी ज़रूरी रहेंगी।

उपाय: क्रोध और अहंकार का त्याग करें, साथ ही साथ भाई बंधुओ के साथ अच्छे संबंध बनाए रखें।

कर्क साप्ताहिक राशिफल

सिंह राशि

सिंह राशि के भाग्य भाव तथा चतुर्थ भाव के स्वामी होने के कारण मंगल यहां योगकारक होते हैं। अर्थात मंगल आपके लिए काफी अच्छे ग्रह माने गए हैं लेकिन मंगल आपके दूसरे भाव में गोचर करेंगे। दूसरे भाव में मंगल के गोचर को अच्छे परिणाम देने वाला नहीं माना जाता है। हालांकि, मंगल आपकी कुंडली के लिए अच्छे ग्रह हैं, शायद इसलिए कोई बड़ी नकारात्मकता नहीं देंगे लेकिन शनि मंगल का संयुक्त प्रभाव दूसरे भाव में होने के कारण घर परिवार में शांति बनाए रखने की कोशिश करनी पड़ सकती है। आपकी बातचीत का तौर-तरीका सभ्य बना रहे, सौम्य बना रहे इस पर बहुत ध्यान देने की आवश्यकता रहने वाली है। मूल्यवान चीज़ें चोरी न होने पाएं या खोने न पाएं, इस बात का भी ख्याल रखना है। नेत्र या मुख से संबंधित कोई रोग या परेशानी न हो, ऐसा आचार-व्यवहार या खानपान भी ज़रूरी रहेगा। यदि आप विद्यार्थी हैं तो मन को अपेक्षाकृत अधिक संयमित करने की आवश्यकता रहेगी। जिससे आप अपने सब्जेक्ट पर फोकस बनाए रख सकें। कहने का तात्पर्य है कि कुछ सावधानियों को अपनाने के बाद ही मंगल के नकारात्मक परिणामों को आप रोक सकेंगे।

उपाय: नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करें।

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सिंहसाप्ताहिक राशिफल

कन्या राशि

कन्या राशि के तीसरे तथा आठवें भाव के स्वामी मंगल होते हैं और वर्तमान में यह आपके पहले भाव में गोचर कर रहे हैं। पहले भाव में मंगल के गोचर को अच्छे परिणाम देने वाला नहीं माना जाता। ऊपर से शनि के प्रभाव के चलते मंगल की नकारात्मकता अपेक्षाकृत और अधिक बढ़ सकती है। मंगल आपके आठवें भाव के स्वामी हैं और पहले भाव में आए हैं। अतः मंगल का कन्या राशि में गोचर करने की अवधि में वाहन इत्यादि सावधानी से चलाने की ज़रूरत रहेगी। ज्यादा मिर्च मसाले वाली चीज नहीं खानी है। यदि आसपास का माहौल क्रोध बढ़ाने का काम कर रहा हो तो उस माहौल से दूर रहने की कोशिश करें या वहां रहते हुए भी अपने मन मस्तिष्क को शांति देने वाली दिशा में मोड़ने का प्रयास करें। इस गोचर की अवधि में दाम्पत्य जीवन को लेकर भी सचेत रहने की आवश्यकता रहने वाली है। यदि विवाहित हैं तो जीवनसाथी या जीवन संगिनी के साथ बेहतर तालमेल बनाने की कोशिश भी ज़रूरी रहेगी।

उपाय: मुफ्त में कोई चीज स्वीकार न करें चाहे वह उपहार ही क्यों न हो।

कन्या साप्ताहिक राशिफल

तुला राशि

तुला राशि के दूसरे तथा सातवें भाव के स्वामी मंगल ग्रह हैं और वर्तमान में यह आपके द्वादश भाव में गोचर कर रहे हैं। द्वादश भाव में मंगल के गोचर को अनुकूल परिणाम देने वाला नहीं माना गया है। अत: इस गोचर की अवधि में यथा संभव खर्चों को रोकने की कोशिश करनी पड़ेगी। धन भाव के स्वामी का व्यय भाव में जाना आर्थिक और पारिवारिक दोनों मामलों में ही अच्छा नहीं माना जाएगा। सप्तमेश का द्वादश भाव में जाना दांपत्य जीवन के लिए ठीक नहीं है लेकिन यदि आपका काम विदेश आदि से जुड़ा हुआ है अथवा आप विदेश में रहकर काम कर रहे हैं तो सावधानीपूर्वक निर्वाह करने की स्थिति में कुछ फायदे भी मिल सकते हैं लेकिन इसके बावजूद भी स्वास्थ्य का ख्याल रखना ज़रूरी रहेगा। मंगल का कन्या राशि में गोचर के दौरान स्वयं को चिंता मुक्त रखने की कोशिश भी ज़रूरी रहेगी और साथ ही साथ किसी भी तरह के गलत काम से स्वयं को दूर रखना भी समझदारी का काम होगा। अर्थात बहुत सारी सावधानियां अपनाकर आप मंगल के नकारात्मक परिणामों को नियंत्रित कर सकेंगे।

उपाय: हनुमान जी के मंदिर में लाल मिठाई चढ़ाएं और प्रसाद लोगों में बाटें।

तुला साप्ताहिक राशिफल

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के लग्न या राशि के स्वामी होने के साथ-साथ मंगल इनके छठे भाव के भी स्वामी हैं और वर्तमान में मंगल आपके लाभ भाव में हैं। सामान्य तौर पर मंगल के गोचर को लाभ भाव में अच्छे परिणाम देने वाला माना जाता है। ऊपर से आपकी लग्न या राशि के स्वामी होकर मंगल लाभ भाव में पहुंचे हैं। अतः परिणाम काफी अच्छे रह सकते हैं। आमदनी में बढ़ोत्तरी करवाने में मंगल अच्छे मददगार हो सकते हैं। व्यापार व्यवसाय में आपको अच्छा लाभ मिल सकता है। स्वास्थ्य सामान्य और पर अच्छा रहेगा। जमीन जायदाद से संबंधित मामलों में अनुकूलता देखने को मिलेगी। मंगल का कन्या राशि में गोचर के दौरान भाई-बंधुओं का भी अच्छा सहयोग देखने को मिल सकता है। कार्यों में सफलता, शत्रुओं पर विजय, मित्र लाभ जैसे अनेक फायदे दिलवाने में मंगल का यह गोचर मददगार बन सकता है। फिर भी शनि मंगल के संयुक्त प्रभाव को देखते हुए मन मस्तिष्क को शांत रखना भी ज़रूरी रहेगा।

उपाय: शिवजी का दूध से अभिषेक करना शुभ रहेगा।

वृश्चिक साप्ताहिक राशिफल

बृहत् कुंडली : जानें ग्रहों का आपके जीवन पर प्रभाव और उपाय

धनु राशि

धनु राशि के लिए मंगल उनके पांचवें तथा द्वादश भाव के स्वामी हैं और वर्तमान में वह आपके दशम भाव में गोचर कर रहे हैं। वैसे तो गोचर शास्त्र में मंगल के दशम भाव में गोचर को अच्छे परिणाम देने वाला नहीं माना गया है। अतः मंगल के इस गोचर से सकारात्मकता की अधिक उम्मीद रखना ठीक नहीं रहेगा लेकिन हमने अपने व्यक्तिगत अनुभव में पाया है कि दशम का मंगल आपके भीतर अच्छी ऊर्जा देता है और यदि उस ऊर्जा का आप सदुपयोग करते हैं तो आपके रुके हुए काम पूरे हो जाते हैं, जिससे आपको फायदा मिल जाता है लेकिन शनि के प्रभाव को देखते हुए स्वयं को जल्दबाज़ी करने से बचाने की आवश्यकता रहेगी। इसके अलावा घर -गृहस्थी पर भी ध्यान देने की आवश्यकता रहने वाली है। पिता और पिता से संबंधित मामलों में सावधानी पूर्वक निर्वाह ज़रूरी रहेगा। कार्य व्यापार और रोज़गार को लेकर के भी जागरूकता ज़रूरी रहेगी। अर्थात सावधानियों को अपनाने की स्थिति में ही अनुकूल परिणामों की उम्मीद आप रख सकेंगे।

उपाय: नि:संतान व्यक्तियों की सेवा व सहयोग करें।

धनु साप्ताहिक राशिफल

मकर राशि

मकर राशि के लिए मंगल उनके चौथे तथा लाभ भाव के स्वामी हैं। वर्तमान में मंगल आपके भाग्य भाव में गोचर कर रहे हैं। भाग्य भाव में मंगल के गोचर को सामान्य तौर पर अनुकूल परिणाम देने वाला नहीं माना गया है लेकिन लाभ भाव के स्वामी का भाग्य भाव में आना प्रतिकूल परिणाम भी नहीं देगा। अर्थात मंगल सामान्य तौर पर औसत स्‍तर के परिणाम दे सकता है लेकिन शनि के प्रभाव को देखते हुए स्वयं को शांत रखना और गंभीर बनाए रखना भी ज़रूरी रहेगा। मंगल का कन्या राशि में गोचर करने पर आपको समझदारी दिखाने की स्थिति में संतान के साथ तालमेल बिठाने में कामयाब मिल सकती है। शासन प्रशासन से जुड़े लोगों को उचित सम्मान देना भी ज़रूरी रहेगा। धर्म के अनुसार आचरण करते हुए आगे बढ़ने की स्थिति में परिणाम सकारात्मक रह सकते हैं लेकिन फिर भी कूल्हे इत्यादि में चोट लगने का भय रह सकता है। कहने का तात्पर्य है कि नवम भाव में मंगल के गोचर को बहुत अच्छा नहीं माना गया है। अतः सावधानी पूर्वक निर्वाह करने की स्थिति में आप नकारात्मक परिणामों को रोक सकेंगे और अपने जीवन की गाड़ी को आगे बढ़ा सकेंगे।

उपाय: दूध मिश्रित जल से शिवजी का अभिषेक करें।

मकर साप्ताहिक राशिफल

कुंभ राशि

मंगल कुंभ राशि के तीसरे तथा दशम भाव के स्वामी हैं और वर्तमान में यह आपके अष्टम भाव में गोचर कर रहे हैं। अष्टम भाव में मंगल के गोचर को अच्छे परिणाम देने वाला नहीं माना जाता, ऊपर से मंगल पर शनि की दृष्टि भी रहेगी। अत: इस गोचर की आवधि में बहुत ही सावधानी पूर्वक निर्वाह करने की आवश्यकता रहेगी। मंगल का कन्या राशि में गोचर के दौरान कार्य व्यापार में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतनी है। वरिष्ठों का अनादर नहीं करना है। उनसे किसी भी प्रकार का विवाद भी नहीं करना है। भाई-बंधुओं, पड़ोसियों और मित्रों के साथ भी संबंधों को बनाए रखने की आवश्यकता रहने वाली है। इन सावधानियों को अपनाएंगे, तभी आप इन संबंधों की नकारात्मकता को रोक सकेंगे। इसके अलावा अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना ज़रूरी रहेगा। विशेषकर उचित खान-पान बहुत ज़रूरी रहेगा। वाहन इत्यादि सावधानी से चलाना है। जिन लोगों का काम आग, बिजली अथवा धारदार या नुकीली चीज़ों से जुड़ा हुआ है, उन्हें बहुत ही सावधानी रखने की आवश्यकता रहेगी। जिन लोगों को जननांगों विशेषकर गुदा आदि से संबंधित कोई परेशानी है, उन्हें इस समय अवधि में अपनी प्रकृति के अनुरूप भोजन करना ज़रूरी रहेगा। कहने का तात्पर्य है कि मंगल का कन्या राशि में गोचर अनुकूल नहीं माना गया है। अतः इस गोचर की अवधि में सावधानी पूर्वक निर्वाह करके आप नकारात्मकता को रोक सकेंगे।

उपाय: मंदिर में चने की दाल का दान करना शुभ रहेगा।

कुंभ साप्ताहिक राशिफल

मीन राशि

मीन राशि के दूसरे तथा भाग्य भाव के स्वामी मंगल हैं तथा वर्तमान में मंगल आपके सप्तम भाव में गोचर कर रहे हैं। सामान्य तौर पर सप्तम भाव में मंगल के गोचर को अच्छा नहीं माना गया है, ऊपर से मंगल पर शनि ग्रह की दृष्टि रहेगी। इन सभी कारणों से निजी जीवन में सावधानी पूर्वक निर्वाह ज़रूरी रहेगा। विवाहित होने की स्थिति में जीवनसाथी या जीवन संगिनी के साथ विवादों से बचना है। मंगल का कन्या राशि में गोचर के दौरान एक दूसरे की भावनाओं का पूरा ख्याल रखना है। साथ ही साथ एक दूसरे के स्वास्थ्य का भी ख्याल रखना है। यथासंभव यात्राओं से बचना है, यदि मुख से संबंधित कोई परेशानी पहले से रही है तो वह इस समय अवधि में पुनः देखने को मिल सकती है। अतः उचित खानपान और उचित औषधि अपनाने की ज़रूरत रहेगी। व्यापार व्यवसाय में किसी भी तरीके का जोखिम नहीं लेना है। इन सावधानियों को अपनाने की स्थिति में ही अनुकूल परिणामों की उम्मीद की जा सकेगी। धर्म और आध्यात्म से जुड़ना हितकारी रहेगा।

उपाय: कन्या पूजन कर कन्याओं को मिठाई खिलाना और उनका आशीर्वाद लेना शुभ रहेगा।

मीन साप्ताहिक राशिफल

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. मंगल का कन्‍या राशि में गोचर कब होगा?

28 जुलाई, 2025 को मंगल कन्‍या राशि में प्रवेश करेंगे।

2. कन्‍या राशि के स्‍वामी ग्रह कौन हैं?

कन्‍या राशि के स्‍वामी बुध ग्रह हैं।

3. बुध ग्रह को किसका कारक माना जाता है?

बुध को बुद्धि का कारक माना जाता है।

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