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शुक्र का वृश्चिक राशि में गोचर (2 अक्टूबर, 2021)

शुक्र ग्रह सुख, समृद्धि आदि का कारक है, वास्तव में इसकी प्रकृति स्त्रैण है। शुक्र को ज्योतिष में सुंदरता, प्रजनन और समृद्धि का कारक ग्रह भी माना जाता है। यह ग्रह पुरुष की कुंडली में पत्नी का कारक है। यह राशिचक्र की सातवीं राशि तुला का स्वामी है, काल पुरुष की कुंडली में सातवां भाव विवाह का माना जाता है इसलिए किसी व्यक्ति की कुंडली में विवाह का यह महत्वपूर्ण कारक ग्रह माना जाता है। यह स्वाद कलाओं और सौंदर्यशास्त्र को परिभाषित करता है।

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सौंदर्य का देवता कहे जाने वाले इस ग्रह द्वारा रचनात्मकता, कला, आभूषण आदि सभी प्रभावित होते हैं। दुनिया के सभी अच्छे दिखने और आनंद वाले कृत्य जैसे नृत्य, संगीत, मनोरंजन, भौतिक सुख, सुगंध, फैशन, रंगमंच, इस ग्रह के अंतर्गत आते हैं। यह जननांगों और प्रजनन अंगों को भी नियंत्रित करता है, जो पृथ्वी पर जीवन की निरंतरता बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण हैं। प्रेम की गर्माहट और गहरी भावनाओं के प्रति सहानुभूति शुक्र द्वारा उत्पन्न होती है। एक अच्छी दशा या कुंडली में अच्छी अवस्था में बैठा शुक्र जीवन में घनिष्ठ रिश्ते बनाता है और प्रतिकूल शुक्र व्यक्ति को ब्रह्मचर्य की अवस्था की ओर ले जा सकता है। यह सौम्य ग्रह, बृहस्पति की उच्च राशि मीन में उच्च का और बुध की राशि कन्या में नीच का माना जाता है। यह ग्रह प्रेम और वात्सल्य की अपनी स्व राशि तुला से मंगल की गुप्त राशि कहे जाने वाली वृश्चिक राशि में गोचर करेगा। प्रेम की भावना इस गोचर के दौरान तीव्र होकर जुनून की भावना में परिवर्तित होगी। शुक्र का यह गोचर 2 अक्टूबर 2021 को सुबह 9.35 बजे होगा और 30 अक्टूबर को 15.56 बजे तक शुक्र इसी राशि में रहेगा इसके बाद यह बृहस्पति के स्वामित्व वाली धनु राशि में गोचर कर जाएगा। आइए जानें विभिन्न राशियों पर इस गोचर का प्रभाव कैसा होने वाला है।

यह राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है। इसके अलावा व्यक्तिगत भविष्यवाणी जानने के लिए ज्योतिषियों के साथ फ़ोन पर या चैट पर जुड़े

Read in English: Venus Transit in Scorpio (2 October 2021)

मेष

मेष राशि के लिए शुक्र संचित धन, बचत और परिवार से संबंधित दूसरे भाव और विवाह, संघ और भागीदारी से संबंधित सातवें भाव का स्वामी है, वर्तमान में यह आपके आठवें भाव में गोचर करेगा। विवाहित जातक अपने जीवनसाथी के साथ समस्याओं का सामना कर सकते हैं, वह अपने जीवनसाथी के खराब स्वास्थ्य को लेकर भी चिंतित हो सकते हैं। आपके अंतरंग संबंधों में भी कुछ दिक्कतें आ सकती हैं। जो लोग साझेदारी में व्यवसाय करते हैं उन्हें भी सावधान रहने की जरूरत है। कोई गुप्त शत्रु इस दौरान नुक्सान पहुंचा सकता है। इस गोचर के दौरान अपने क्लाइंट और साझेदारों के साथ आपको स्पष्टता से बात करनी चाहिए, आपकी गलत बातें रिश्तों में कुछ परेशानी उत्पन्न कर सकती है। बिजनेस करने वाले लोगों को अप्रत्याशित रूप से धन मिलने की संभावना है, आप गैर कानूनी रूप से भी धन कमा सकते हैं। हालांकि हम आपको सलाह देते हैं कि गैर कानूनी रूप से धन अर्जित करने से बचें क्योंकि ऐसा धन फलता-फूलता नहीं है। आपको पैतृक संपत्ति से भी लाभ हो सकता है। पैतृक संपत्ति को लेकर कोई विवाद है तो उसे सुलझाने का भी यह सबसे अच्छा समय है। माता को स्वास्थ्य से जुड़ी कोई परेशानी हो सकती है, इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि उचित चिकित्सीय परामर्श लें।

उपाय- ‘ॐ शुक्राय नमः’ मंत्र का 108 बार जाप करें।

वृषभ

वृषभ राशि के जातकों के लिए शुक्र उनकी आत्मा, शरीर आदि के प्रथम और बीमारियों, ऋण आदि के छठे भाव का स्वामी है। वर्तमान में यह आपके विवाह, साझेदारी के सप्तम भाव में गोचर करेगा। इस राशि के विवाहित जातकों को दांपत्य जीवन में खुशियां मिलेंगी। इस दौरान आप अपने जीवनसाथी के साथ रोमांटिक डिनर पर जा सकते हैं। यदि आपका जीवनसाथी प्राइवेट क्षेत्र में जॉब करता है तो उन्हें उन्नति मिल सकती है, और यह भी आपके लिए उत्सव मनाने का एक बहाना होगा। इस राशि के जो जातक सिंगल हैं या जो प्रेम संबंधों में हैं वो विवाह के बंधन में बंध सकते हैं। जो लोग साझेदारी में कारोबार करते हैं उन्हें अच्छा मुनाफा होने की पूरी संभावना है, वहीं कानूनी विवाद में भी इस दौरान वृषभ राशि के जातकों को सफलता प्राप्त होगी। आप इस गोचर की अवधि में खुशी, प्यार और स्नेह की भावना से ओत प्रोत रहेंगे। आप अपने स्टाइल और परिधानों पर भी इस दौरान विशेष ध्यान देंगे। यह आपके व्यक्तित्व को आकर्षक बनाएगा जोकि लोगों को भी आपकी ओर आकर्षित करेगा, खासकर विपरीत लिंगी लोगों को।

उपाय- हर दिन इत्र का उपयोग करना, विशेष रूप से चंदन की सुगंध शुभता लाएगी।

मिथुन

मिथुन राशि के जातकों के लिए शुक्र संतान, रोमांस, प्यार और भावनाओं के पंचम और हानि, विदेश यात्रा के द्वादश भाव का स्वामी है। वर्तमान में यह शत्रु, रोग, प्रतिस्पर्धा के आपके छठे भाव में गोचर करेगा। इस गोचर के दौरान प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वालों को सफलता मिलेगी, हालांकि आपको अपने प्रयासों को बढ़ाना होगा। जो लोग निजी क्षेत्र में, विशेष रूप से यात्रा, पर्यटन, मीडिया या मनोरंजन उद्योग में कार्यरत हैं, वे भाग्यशाली रहेंगे। इस राशि के जातकों को नौकरी में अच्छे अवसर प्राप्त होंगे, आमदनी में वृद्धि और प्रमोशन के भी चांस हैं। अपने उत्पादों को लोगों तक पहुंचाने के लिए इस राशि के कारोबारियों को यात्रा करने का मौका मिल सकता है। कार्यक्षेत्र का माहौल अच्छा रहेगा, आपको अपनी टीम और सहकर्मियों का साथ मिलेगा। इस राशि के जो लोग प्रेम संबंधों में हैं उनकी अपने संगी के साथ झड़प हो सकती है, आपको सलाह दी जाती है कि विवाद की स्थिति से खुद को दूर रखें। विवाहित जातकों के जीवन में भी मतभेद हो सकते हैं। बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर इस राशि के जातक कुछ परेशान हो सकते हैं।

उपाय- शुक्रवार के दिन छोटी कन्याओं को सफेद रंग का भोजन या सफेद आभूषण दान करें।


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कर्क

कर्क राशि के जातकों के लिए शुक्र सुख, माता आदि के चतुर्थ और लाभ, बड़े भाई-बहन और आमदनी के एकादश भाव का स्वामी है। वर्तमान में शुक्र ग्रह आपकी संतान, रोमांस, शिक्षा आदि के पंचम भाव में गोचर करेगा। आर्थिक रूप से यह गोचर आपके लिए बहुत अच्छा रहेगा। जो लोग नौकरी पेशा हैं उन्हें वेतन में वृद्धि मिलने की पूरी संभावना है, वहीं जो लोग बिजनेस करते हैं वो भी अपनी डीलिंग से इस दौरान अच्छा धन कमा सकते हैं। जो लोग फैशन, इंटीरियर डेकोरेशन के क्षेत्र में हैं उनके लिए भी यह गोचर लाभकारी होगा और आपको नई पहचान भी मिलेगी। वर्तमान में जो काम कर रहे हैं उसके लिए अच्छा पैसा मिलेगा औऱ जो अतीत में मेहनत की थी उसका भी शुभ फल मिल सकता है। आभूषण आदि का व्यापार करने वालों की भी अच्छी सेल होगी और वो भी अच्छा पैसा कमाएंगे। जो लोग अपने शौक को अपना व्यवसाय बनाना चाहते हैं उन्हें भी सफलता मिलेगी। निजी जीवन में खुशहाली औऱ समृद्धि आएगी। परिवार औऱ बच्चों के साथ संतुलन बना रहेगा।

उपाय- रोज शाम को चमेली, गुलाब या चंदन की सुगंध वाला दीया जलाएं।

सिंह

आपके लिए शुक्र ग्रह तीसरे और दसवें भाव का स्वामी है। तृतीय घर छोटी दूरी की यात्राओं, साहस-पराक्रम का माना जाता है वहीं दशम भाव करियर, मान-प्रतिष्ठा आदि का होता है। वर्तमान में यह आपके परिवार, माता और आराम के चौथे घर में गोचर करेगा। आपके घर में इस दौरान खुशहाली होगी, घर के सदस्यों के लिए कुछ करने की प्रेरणा आपके अंदर जागेगी, आपके घर वाले भी आपके निर्णय में आपका सहयोग करेंगे। इस राशि के कुछ जातक वाहन खरीद सकते हैं जो आपकी खुशी में वृद्धि करेगा। आपकी माता के साथ आपके संबंध प्रगाढ़ होंगे और उनका स्नेह और वातसल्य आपको प्राप्त होगा। जो लोग फैमिली बिजनेस में हैं उनके लिए यह समय शुभ होगा। परिवार के लोगों के साथ आपका सामंजस्य बहुत अच्छा रहेगा, जो आपको बड़े निर्णय लेने में सहायता करेगा। जो लोग घर में रहकर कार्य कर रहे हैं उनके करियर के लिए यह समय अच्छा है। जो लोग कला, फैशन, इंटीरियर डिज़ाइनिंग से संबंधित हैं उनके रचनात्मक विचार उफान पर होंगे और आप कई चुनौतीपूर्ण प्रोजेक्ट्स को अत्यंत सफलता से पूर्ण करेंगे। जो नौकरी पेशा से जुड़े लोग हैं उन्हें मनचाही जगह पर स्थानांतरण मिल सकता है। जो लोग प्रॉपर्टी में निवेश करना चाहते हैं उनके लिए भी समय अच्छा है आप मनचाही जगह संपत्ति अर्जित कर पाएंगे।

उपाय- रोजाना सौंफ और नींबू का सेवन करें।


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कन्या

राशिचक्र की छठी राशि कन्या के जातकों के लिए शुक्र द्वितीय और नवम भाव का स्वामी है। द्वितीय भाव वाणी, धन, परिवार आदि का होता है वहीं नवम भाव धर्म, गुरु और आध्यत्मक का माना जाता है। वर्तमान में शुक्र आपके तृतीय भाव में गोचर करेगा जोकि साहस-पराक्रम औऱ संचार का कारक भाव कहा जाता है। आपकी वाणी इस दौरान मधुर होगी और अपने हावभावों से भी आप लोगों को आकर्षित कर पाएंगे। आपके व्यक्तित्व में निखार आएगा जिससे लोग आपके निकट आना चाहेंगे। समाज में आपको मान-सम्मान प्राप्त होगा औऱ आप नए दोस्त बना सकते हैं। छोटे भाई-बहनों के साथ भी आपके संबंध अच्छे होंगे। छोटे भाई-बहनों या दोस्तों के साथ छोटी दूरी की यात्रा करने का प्लान बना सकते हैं। किस्मत का साथ मिलेगा औऱ हर क्षेत्र में सफलता मिलेगी। धार्मिक प्रवृति में भी वृद्धि हो सकती है, इस दौरान आप धार्मिक स्थलों या धार्मिक कार्यों में पैसा दान कर सकते हैं। ज़रूरतमंदों की आप इस समय सहायता करेंगे। उच्च शिक्षा अर्जित कर रहे विद्यार्थियों के लिए यह समय उम्दा होगा। किसी भी विषय को समझने या याद करने में आपको कोई कठिनाई नहीं होगी। सिंगल जातकों को मनचाहा प्रेम इस दौरान नहीं मिलेगा और इसके लिए आपको काफी प्रयास करना पड़ सकता है।

उपाय- शुक्रवार के दिन सफेद फूलों पौधे अपने घर में लगाएं और उनकी देखभाल करें।

तुला

तुला राशि के जातकों के लिए शुक्र आत्मा और व्यक्तित्व के प्रथम और गूढ़ विद्या आदि के अष्टम भाव का स्वामी है। वर्तमान में यह आपके द्वितीय भाव में गोचर करेगा। इस गोचर के दौरान आपका आर्थिक पक्ष मजबूत होगा और पैसों की कमी नहीं होगी, धन अर्जित करने के साधन बढ़ेगे। इस गोचर के दौरान आप गैर-कानूनी तरीकों से भी पैसा कमा सकते हैं, हालांकि आपको ऐसे कामों से दूर रहना चाहिए और ईमानदारी से हर कार्य करना चाहिए। पैतृक संपत्ति से इस राशि के लोगों को लाभ मिल सकता है। मामा के पक्ष के लोगों से भी लाभ होने संभावना है। शोध कार्य करने वाले विद्यार्थियों के लिए यह बहुत अनुकूल समय होगा। पढ़ाई में इस राशि के जातकों का मन लगेगा और गहरे रहस्यों को इस दौरान आप उजागर कर सकते हैं। फैशन और इवेंट प्रबंधकों के लिए यह बहुत अच्छा समय है। माता जी को स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या हो सकती है। पारिवारिक सुख के प्रति आप आकर्षित होंगे और परिवार के लोगों के साथ घर में ज्यादा समय बिताएंगे। जो लोग अपने परिवार से दूर हैं उन्हें अपने घर जानें का मौका मिल सकता है। इस राशि की महिलाओं को कुछ स्वास्थ्य समस्याएं इस दौरान आ सकती हैं। व्यवसाय में सोच समझकर निवेश करें, हानि होने की संभावना है।

उपाय- लक्ष्मी माता की पूजा करें और शुक्रवार के दिन उन्हें कमल का फूल चढ़ाएं।

वृश्चिक

आपके लिए शुक्र द्वादश और सप्तम का स्वामी है। द्वादश भाव व्यय और हानि का होता है जबकि सप्तम भाव साझेदारी और सहयोग का होता है। वर्तमान में यह आपकी ही राशि यानि आपके प्रथम भाव में गोचर करेगा जोकि आत्मा और शरीर का कारक भाव होता है। इस गोचर के दौरान विपरीत लिंग के लोग आपकी ओर आकर्षित होंगे। आप इस दौरान सकारात्मक और खुश रहेंगे। आप किसी कलात्मक स्थान में या खुली हवा में आनंद ले सकते हैं। इस गोचर के दौरान आप सुंदरता के प्रशंसक होंगे। विवाहित जातकों का अपने पार्टनर के साथ संबंध बहुत अच्छा होगा। इस दौरान आप जीवनसाथी के साथ यादगार पल बिता सकते हैं और उनके साथ कहीं घूमने भी जा सकते हैं। जीवनसाथी के लिये या पार्टनर के लिए कोई गिफ्ट ले सकते हैं। सिंगल जातकों की भावनाएं उफान पर होंगी और प्रेम प्रस्ताव के लिए यह अनुकूल समय है। जो लोग शादी के लिए मनचाहा साथी चाहते हैं उन्हें अपना सोलमेट मिल सकता है। जो लोग कला या डिज़ाइनिंग के क्षेत्र में हैं उनके लिए भी समय अच्छा है। आपकी रचनात्मकता चर्म पर होगी और आप किसी अतुल्य कृति का निर्माण कर सकते हैं। आयात-निर्यात से संबंधित व्यवसाय करने वालों का व्यवसाय फैलेगा। सुख-सुविधाओं के संसाधनों में व्यय कर सकते हैं।

उपाय- चांदी का टुकड़ा अपने बटुए में रखें।


बृहत् कुंडली: जानें ग्रहों का आपके जीवन पर प्रभाव और उपाय

धनु

धनु राशि के जातकों के लिए शुक्र षष्ठम और एकादश भाव का स्वामी है। षष्ठम भाव सेवा, स्वास्थ्य आदि का होता है जबकि एकादश भाव सफलता और लाभ का कारक माना जाता है। शुक्र का गोचर आपके द्वादश भाव में होगा जोकि व्यय और विदेश यात्राओं का भाव कहा जाता है। यह समय आपके लिए मिश्रित परिणाम लेकर आएगा। पैसा कमाने के लिए इस दौरान बहुत मेहनत करनी पड़ेगी। सफलता प्राप्त करने के लिए चतुरता का इस्तेमाल करना पड़ेगा। इस दौरान आपको विदेश जाने का मौका मिल सकता है जिससे आपको करियर में कुछ सकारात्मकता मिलेगी। इस दौरान आमदनी ज्यादा खर्च हो सकते हैं, और बेवजह की चीजों पर खर्च बढ़ सकता है। विवाहित जातकों के जीवन में कुछ परेशानियां आ सकती हैं, हर स्थिति को सुलझाने के लिए आपको मन शांति बनाए रखनी होगी। यदि आप शिक्षक हैं, शेयर बाजार में निवेश करते हैं तो आपको सफलता मिल सकती है। विदेशों से जुड़े व्यवसाय में काम करते हैं तो इस दौरान सफलता मिलेगी। विदेशी ग्राहकों की संख्या में वृद्धि होगी। इस दौरान काम को लेकर विदेश दौरे पर भी जा सकते हैं और इससे आपको सफलता भी मिलेगी। गैर-कानूनी कार्य करने से बचें नहीं तो परेशानी में फंस सकते हैं।

उपाय- ‘ॐ श्री श्रीये नमः’ मंत्र का प्रतिदिन 108 बार जप करें।

मकर

मकर राशि के जातकों के लिए शुक्र पंचम और दशम भाव का स्वामी है। पंचम भाव रोमांस, संतान आदि का कारक होता है जबकि दशम भाव आपके करियर और व्यवसाय का माना जाता है। वर्तमान में यह आपके लाभ के एकादश भाव में गोचर करेगा। यह समय आपके लिए हितकारी होगा। इस दौरान आप आर्थिक लाभ कमा पाएंगे और व्यवसाय और करियर में भी आपको सफलता मिलेगी। इस समय आप भौतिक सुख-साधनों में भी व्यय कर सकते हैं। कार्यक्षेत्र में आपके वरिष्ठ अधिकारी आपकी काम की सराहना करेंगे और इससे आमदनी में वृद्धि होने के भी चांस हैं। फैशन, डिडाइनिंग, मनोरंजन और मीडिया उद्योग से जुड़े लोगों को सफलता प्राप्त होगी। सामाजिक दायरे में आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी। लोग आपकी सलाह लेना चाहेंगे और आपको अपनी संगत में रखना चाहेंगे। कला, परा विद्या, इंटीरियर, आध्यात्म, तंत्र-मंत्र की तरफ आपका रुझान बढ़ सकता है। आपको अपने माता पिता या बच्चों से लाभ प्राप्त हो सकता है। रोमांटिक रिलेशनशिप के लिए समय अच्छा है, रिश्ता प्रगाढ़ होगा और आप संगी के साथ यादगार समय बिता सकते हैं। आप खुशमिजाज रहेंगे और लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र होंगे। इस अवधि में आप बहुत सारे दोस्त बना सकते हैं।

उपाय- दाएं हाथ की अनामिका अंगुली में उच्च गुणवत्ता वाली हीरे की अंगूठी धारण करें।

कुंभ

कुंभ राशि के जातकों के लिए शुक्र योगकारक ग्रह है क्योंकि यह उनके आराम, सुख और परिवार के चौथे भाव का स्वामी है। इसके अलावा शुक्र उनके भाग्य, धर्म आदि के नवम भाव का स्वामी भी है। वर्तमान में शुक्र का गोचर आपके दशम भाव में होगा जो व्यवसाय और आपके कर्म का कारक माना जाता है। आपका दशम भाव वृश्चिक राशि का होता है जिसका स्वामी मंगल है, अर्थात आप अपने प्रयासों को लेकर बहुत ऊर्जावान होंगे। करियर क्षेत्र में इस दौरान आपको सफलता प्राप्त होगी, चाहे आप नौकरी करते हों या व्यवसाय। यदि आप सरकारी नौकरी में हैं तो उच्च पद तक पहुंच सकते हैं। इस दौरान सीनियर्स के द्वारा आपके कार्य को सराहा जा सकता है और आपका प्रमोशन भी हो सकता है। आपको अपने परिजनों से भी इस अवधि में सहयोग मिलेगा। प्रॉपर्टी में निवेश करने के लिए भी यह समय बहुत अच्छा है। भौतिक संसाधनों में आप व्यय करेंगे जिससे आपको संतुष्टि और खुशी प्राप्त होगी। पैतृक संपत्ति मिलने की भी इस समय संभावना है। विद्यार्थियों के लिए समय अच्छा है, यादश्त अच्छी रहेगी और एकाग्रता भी बनी रहेगी। अपने विषय में आपकी रुचि बनी रहेगी।

उपाय- शुक्रवार के दिन गुलाबी रंग के परिधान पहनें।


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मीन

मीन राशि के जातकों के लिए शुक्र तीसरे और आठवें भाव का स्वामी है। तृतीय भाव से हम भाई-बहनों और आपके प्रयासों का विचार करते हैं वहीं अष्टम भाव अनिश्चितताओं और गूढ़ विज्ञान का होता है। वर्तमान में शुक्र का गोचर आपके नवम भाव में होगा जो कि भाग्य और धर्म का कारक भाव कहा जाता है। इस गोचर के दौरान आपको मिलेजुले परिणाम मिलेंगे। सामान्य रूप से इस गोचर के दौरान आप खुश रहेंगे। जीवन के छोटे-छोटे पलों का भी आप आनंद लेंगे। कार्यक्षेत्र में आप बुद्धिमत्ता से कार्य करेंगे जिससे आपको सफलता प्राप्त होगी। हालांकि आपका भाग्य आपके साथ बहुत अधिक नहीं होगा। इससे अथक प्रयासों के बाद भी आप अपने वरिष्ठों का दिल नहीं जीत पाएंगे। आपका ध्यान गूढ़ विद्याओं की ओर आकर्षित हो सकता है। लव रिलेशनशिप को लेकर बहुत सतर्क रहने की जरूरत है, छोटा सा विवाद भी रिश्ते को बहुत हानि पहुंचा सकता है। शुक्र की दृष्टि आपके तृतीय भाव पर होगी इसलिए आपकी संचार क्षमता बहुत अच्छी हो जाएगी। यदि आप शिक्षक हैं तो आपको सफलता प्राप्त होगी। सामाजिक दायरे में बहुत सोच समझकर बोलें, एक गलत शब्द भी आपकी प्रतिष्ठा को तार-तार कर सकता है।

उपाय- शुक्रवार के दिन तुलसी का पौधा लगाएं और उसकी देखभाल करें।


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