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बुध का मेष राशि में गोचर, जानिये आप पर प्रभाव (16 अप्रैल, 2021)

जातक की तर्क शक्ति, गणित, संचार, लेखन, व्यापार, वाणी और बुद्धि का प्रतिनिधित्व करने वाला बुध ग्रह, एक बार फिर अपना स्थानांतरण करते हुए जल तत्व की राशि मीन से, मेष राशि में गोचर करेगा। वैदिक ज्योतिष अनुसार बुध दूसरे ग्रहों के मुकाबले सबसे तेज गति से चलने वाला ग्रह होता है, जिसके गोचर की अवधि अन्य ग्रहों से सबसे कम होती है। इस कारण यह प्रत्येक राशि में लगभग 14 दिन तक स्थित रहता है। अब यही बुध देव ग्रह 16 अप्रैल 2021, शुक्रवार के दिन रात्रि 09 बजकर 05 मिनट पर मीन से मेष राशि में अपना गोचर करेगा और ये यहाँ 01 मई 2021, शनिवार सुबह 05 बजकर 49 मिनट तक इसी राशि में स्थित रहेगा। ऐसे में बुध के इस गोचर से हर राशि के जातक की जिंदगी में कोई न कोई परिवर्तन ज़रूर आएगा। तो आइए अब विस्तार से जानते हैं बुध के इस गोचर का सभी राशियों पर क्या प्रभाव होगा।

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बुध का मेष राशि में गोचर

बुध ग्रह के मेष राशि में गोचर का राशिफल

अब जबकि बुध मेष राशि में गोचर करने वाला है तो, आईये जानते हैं कि इस गोचर का आपकी राशि पर क्या प्रभाव पड़ने वाला है:

Read in English: Mercury Transit in Aries

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मेष राशि

आपके तीसरे और छठे भाव के स्वामी बुध, आपके प्रथम भाव अर्थात आपकी ही राशि में गोचर करेंगे। तीसरे भाव के स्वामी बुध के, लग्न में जाने से मेष राशि के जातकों को अनुकूल परिणामों की प्राप्ति होगी। क्योंकि बुध देव इस दौरान आपकी राशि में, “दिग्बली अवस्था” में होंगे। जिसके चलते कार्य क्षेत्र पर आपको, उत्तम फल प्राप्त होंगे।

इस दौरान कार्यस्थल पर आप कार्यों के प्रति, अधिक संगठित और संरचित होंगे। जिससे आपकी कार्य क्षमता और प्रदर्शन में बढ़ोतरी होगी। आपके इन प्रयासों से वरिष्ठ अधिकारी भी, आपकी ओर आकर्षित होंगे। इससे आपको पुरस्कार और उच्च पद के साथ ही, उनकी सराहना मिलने के भी योग बनेंगे। गोचरकाल के दौरान आपकी प्रतिस्पर्धी भावना में भी बढ़ोतरी देखी जाएगी,और आप अपने शत्रुओं पर जीत हासिल करने में सक्षम होंगे।

मेष राशि के व्यापारी जातकों की बात करें तो, बुध की यह स्थिति उनके अंदर एक अच्छा व्यापार करने की भावना उत्पन्न करेगी। इससे उन्हें लाभ और हानि का विश्लेषण करने में मदद मिलेगी, और वो अपने लिए कई बड़े सौदे करते हुए, उससे अच्छा मुनाफ़ा अर्जित करने में भी सफल होंगे।

प्रेम संबंधों की बात करें तो, शादीशुदा जातकों के लिए यह गोचर लाभदायक साबित होगा। क्योंकि इस गोचरकाल के दौरान, आपके रिश्ते में रोमांच और प्रेम की वृद्धि होगी। आप अपने घर-परिवार के वातावरण से भी खुश और संतुष्ट दिखाई देंगे। अपने दांपत्य जीवन को और मजबूत करने के लिए आप, अपने साथी के साथ इस समय खुलकर बात करते हुए, अपने रिश्ते में आ रहे हर ग़लतफहमी को भी दूर करने का प्रयास करेंगे। साथ ही आपको अपने भाई-बहनों और दोस्तों से भी, भरपूर सहयोग की प्राप्ति होगी।

हालांकि आपके छठे भाव के स्वामी बुध का इस दौरान आपके लग्न भाव में मौजूद होना, आपको किसी तरह की स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या दे सकता है। ऐसे में आपको अपनी सेहत का ध्यान रखते हुए, अपने खानपान में भी सुधार करने की जरूरत होगी। साथ ही इस समय योग और व्यायाम जैसी, गतिविधियों का भी सहारा लें। तभी आप खुद को स्वस्थ रखते हुए, सेहत से जुड़े सकारात्मक परिणाम प्राप्त कर सकेंगे।

उपायः हर बुधवार के दिन व्रत करें।


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वृषभ राशि

वृषभ राशि के वो छात्र जो उच्च प्राप्ति के लिए विदेश जाने के इच्छुक थे, उन्हें बुध के गोचर के दौरान शुभ समाचार प्राप्त होने की संभावना है। क्योंकि आपकी राशि के दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी बुध, आपकी राशि के बारहवें भाव में प्रवेश कर रहे हैं। जिसके चलते नौकरी पेशा और व्यापारी दोनों ही जातकों को, अपने विदेशी स्रोतों और संपर्कों की मदद से अपनी आय में वृद्धि करने के बहुत से शुभ अवसर प्राप्त होंगे।

बुध का यह गोचर आपके लिए, वर्ष 2021 का सबसे अच्छा समय सिद्ध होने वाला है। क्योंकि इस दौरान आप, अपनी बुद्धि और ज्ञान के माध्यम से सम्मान, प्रतिष्ठा और लोकप्रियता अर्जित करने में भी सफल होंगे। हालांकि बावजूद इसके आपको हर कदम को, सही दिशा में आगे बढ़ाने का प्रयास करते रहने की आवश्यकता होगी। क्योंकि इस अवधि के समय, आपको भाग्य का भी भरपूर साथ मिलेगा। साथ ही व्यापारी जातकों को भी निवेश से जुड़ा कोई भी जोखिम उठाते समय, अभी उसको गुप्त ही रखने की सलाह दी जाती है।

प्रेम संबंधों की बात करें तो, सिंगल जातकों की मुलाकात इस गोचरकाल के दौरान किसी खास व्यक्ति से संभव है। चूँकि बुध आपके लिए पंचम भाव का स्वामी है और वह इस समय स्वयं से छठे भाव में उपस्थित है, जिसके चलते वैवाहिक जातकों को कुछ यात्राएं करनी पड़ेगी। परिणामस्वरूप आपके और साथी के बीच, दूरियाँ बढ़ सकती हैं। हालांकि बावजूद इसके आप दोनों के बीच, सही समझ और तालमेल बना रहेगा।

आर्थिक जीवन में भी वृषभ राशि के जातकों को, अपने ख़र्चों पर शुरुआत से ही नजर रखने की जरूरत होगी। आशंका है कि आपके ख़र्चों में अचानक से वृद्धि हो, इसलिए अपनी आय और ख़र्चों के बीच सही तालमेल बिठाते हुए ही कुछ भी खरीदारी करें। तभी आप हर प्रकार की आर्थिक तंगी से बच सकेंगे।

कुल मिलाकर कहें तो बुध का यह गोचर, आपके लिए अनुकूल रहेगा। लेकिन इसके साथ ही आपको अपने स्वास्थ्य का भी ख्याल रखने की आवश्यकता होगी। क्योंकि इस दौरान आपको सेहत से जुड़ी हानि और कमज़ोरी होने की आशंका है। इसके अलावा बेवजह के तर्क-वितर्क को से भी दूर ही रहें। अन्यथा आपको अशांति मिलने के साथ ही, आपकी छवि को भी नुकसान पहुँचेगा।

उपायः आपको बुध ग्रह की अनुकूलता पाने के लिए, बुध की होरा के दौरान प्रतिदिन बुध के बीज मंत्र का जप करना चाहिए।

मिथुन राशि

आपके लिए बुध का ये गोचर बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि बुध आपकी ही राशि का स्वामी है। अब अपने इस गोचरकाल में वो आपके ग्यारहवें भाव में प्रवेश करेगा। ग्यारहवाँ भाव हमारी आमदनी और आय का भाव है। इस गोचर से लाभ भी मिलते हैं, इसलिए इस भाव में बुध का गोचर आपके साहस और पराक्रम में वृद्धि करते हुए, आपको पूर्व के अपने किसी रोग से निजात दिलाने में मदद करेगा।

कार्यक्षेत्र पर भी इसके सकारात्मक प्रभाव, आपके संचार और संगठन कौशल को बढ़ाएंगे। जिससे आपको वेतन वृद्धि और पदोन्नति प्राप्त होने के साथ ही, आप कार्यस्थल पर बेहतर प्रदर्शन देने में सफल रहेंगे। व्यापारी जातकों को भी इस समय, अपने बेहतर संवाद कौशल और आकर्षण वाणी की क्षमता से, अपने व्यवसाय के लिए अच्छे सौदा और निवेशक अर्जित करने में मदद मिलेगी।

इस समयावधि में आप अधिक महत्वाकांक्षी होंगे, इससे आपको समाज में अपनी स्थिति बेहतर करने में मदद मिलेगी। फ्रीलांसिंग (freelancing) करने वाले जातक, विभिन्न क्षेत्रों से आय अर्जित कर सकेंगे। वहीं यदि आप अपना नया व्यवसाय शुरू करने या नौकरी को छोड़कर अपना व्यवसाय करना चाहते हैं तो, उसके लिए भी यह समय उत्तम रहेगा। क्योंकि इस दौरान आपको कई शुभ अवसर प्राप्त होंगे।

निजी जीवन की बात करें तो, मिथुन राशि के कई जातकों को अपनी किसी चल-अचल संपत्ति से अच्छा लाभ मिलेगा। साथ ही प्रेम संबंधों में सिंगल जातक, अपने प्रेमी के समक्ष अपनी भावनाओं को खुलकर रख सकेंगे, जिससे उन्हें नए रिश्ते में बंधने में मदद मिलेगी। वहीं यदि आप शादीशुदा हैं तो, आपके भी रिश्ते में इस दौरान नयापन दिखाई देगा।

छात्रों के लिए समय शुभ रहेगा। क्योंकि उनमें इस समय नए विषयों को सीखने की इच्छा सबसे अधिक होगी, जिससे वो अपनी शिक्षा में बेहतर प्रदर्शन दे सकेंगे।

कुल मिलाकर कहें तो बुध का यह गोचर, मिथुन राशि के जातकों के लिए बहुत ही आशाजनक और अनुकूल रहने वाला है।

उपायः इस गोचर से लाभकारी परिणाम प्राप्त करने के लिए, बुधवार के दिन "विष्णु सहस्रनाम" का पाठ करें।

कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों के लिए, बुध का ये गोचर उनके कार्य क्षेत्र और करियर में अनुकूलता लेकर आएगा। क्योंकि आपकी राशि के बारहवें और तीसरे भाव के स्वामी बुध, आपके दसवें भाव में गोचर करेंगे। दसवाँ भाव कर्म स्थान अर्थात प्रोफेशन का स्थान भी होता है। ऐसे में बुध के इस गोचर से आप कार्यक्षेत्र पर, अपनी मेहनत और प्रयासों से इच्छानुसार फल प्राप्त कर सकेंगे।

नौकरी पेशा जातकों को अपने अधीन कार्य कर रहे कर्मियों से, पर्याप्त समर्थन और सहयोग मिलेगा। जिससे आप अपने सभी लक्ष्यों को समय से पहले ही प्राप्त करने में सफल होंगे। आपकी संवाद शैली का भी विकास होगा और इससे आपको काफी हद तक अनुकूल फल प्राप्त होने में मदद मिलेगी।

वो जातक जो किसी विदेशी संगठन में कार्यरत हैं, या आयात-निर्यात से जुड़ा व्यवसाय करते हैं, उन्हें यह गोचर मुनाफ़ा अर्जित करने के कई अवसर देगा। इसके साथ ही किसी मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी की तलाश कर रहे जातकों के भी, इस दौरान सपने साकार होने की संभावना है। कर्क राशि के जातकों के लिए, इस समय कार्य क्षेत्र से संबंधित छोटी दूरी की यात्रा करना अधिक फलदायी रहेगा।

हालांकि पारिवारिक जीवन में प्रतिकूल फल प्राप्त होंगे। क्योंकि आपके भाई-बहनों को इस गोचर से अपने जीवन में कुछ परेशानियों या चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए अपनी ज़िम्मेदारी को समझते हुए, उनका समर्थन करें। माता-पिता के साथ भी कुछ मतभेद की स्थिति उत्पन्न होगी। ऐसे में आपके लिए बेहतर रहेगा कि, उनके साथ बातचीत के दौरान मर्यादित आचरण करते हुए, हर विवाद को सुलझाने का प्रयास करें।

कर्क राशि के दांपत्य जातकों के लिए, बुध का यह गोचर ख़ुशियाँ लेकर आएगा। जिससे उन्हें रिश्ते में संतुष्टि और आनंद की प्राप्ति होगी। हालांकि स्वास्थ्य के मामले में आपको, शुरुआत से ही बहुत सावधानी बरतनी होगी। इसलिए अपने काम की अधिकता का बोझ और आराम के बीच, सही तालमेल बैठाए। अन्यथा इसका आपके स्वास्थ्य जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

उपायः बुधवार के दिन भगवान गणेश की पूजा करें, और उन्हें दूर्वा घास अर्पित करें।

सिंह राशि

बुध का गोचर आपकी राशि से नौवें भाव में होगा। जहां वो आपकी राशि के स्वामी सूर्य और, आपके दशम भाव के स्वामी शुक्र के साथ युति करेंगे। बुध की यह स्थिति बेहद मजबूत स्थिति की ओर इशारा कर रही है, जिससे आपकी आय, धन और समृद्धि में बढ़ोतरी होने के योग बनेंगे। इससे आपका जीवन भी बेहतर होगा। मीन राशि से निकलकर मेष राशि में बुध के ये गोचर, आपकी सुख-सुविधाओं में भी अचानक से वृद्धि होने की संभावना बनाएगा।

पारिवारिक जीवन में आपके बड़े भाई-बहनों को अपने कार्य क्षेत्र में पदोन्नति और समृद्धि प्राप्त होगी। जिससे घर-परिवार में भी ख़ुशियों का आगमन हो सकेगा। पिता के साथ आपके संबंधों में सुधार आएगा और इन सकारात्मक बदलावों के चलते आप, अपने परिवार के साथ कहीं घूमने या किसी सुंदर स्थान की यात्रा पर जाने का प्लान कर सकते हैं। इससे आपको परिवार के दूसरे सदस्यों के साथ, अपने संबंधों को और अधिक मजबूत करने में भी मदद मिलेगी।

कार्यक्षेत्र पर आप अपने पूर्व के उन सभी कार्यों को भी इस समय पूरा कर सकेंगे, जिन्हें पूरा करने में आपको पूर्व में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। साथ ही वो कार्य जो आपको पहले मुश्किल लग रहे थे, वो भी इस दौरान आसानी से पूरे होते दिखाई देंगे। कुल मिलाकर कहें तो यह अवधि आपको विजय बनाते हुए, कई उपलब्धियाँ देने का कार्य करेगी।

साथ ही व्यापारी जातकों को भी, गोचरकाल से लाभकारी परिणाम प्राप्त होंगे। विशेष रूप से वो जातक जो परिवार या पैतृक व्यवसाय से जुड़े हैं, उन्हें अपने व्यापार में विस्तार करने के बहुत से बेहतर और शुभ अवसर मिलेंगे। स्वास्थ्य जीवन में भी बुध की ये शुभ स्थिति, आपकी सेहत को सकारात्मक दिशा देना का कार्य करेगी।

उपायः मां समान घर की महिलाओं जैसे: बुआ, मासी, चाची से आशीर्वाद लें और उन्हें उपहार भेंट करें। इससे आपको बुध ग्रह के अनुकूल फल प्राप्त करने में मदद मिलेगी।

कन्या राशि

कन्या राशि के लिए यह समय थोड़ा चुनौतीपूर्ण रहेगा, क्योंकि आपकी राशि के स्वामी बुध इस गोचर के दौरान आपके आठवें भाव में प्रवेश करेंगे। चूंकि बुध आपके लग्न स्वामी होते है, इसलिए आपके लिए बुध का ये गोचर बहुत ही ख़ास मायने रखता है।

इसके साथ ही यह आपके दसवें भाव यानी कर्म भाव का स्वामी भी है, और गोचरकाल में आपके आठवें भाव में प्रवेश करेगा। जिससे आपको अपने करियर और कार्यक्षेत्र में, इच्छानुसार फलों की प्राप्ति करने में, कुछ परेशानी हो सकती है। इससे आपकी चिंता में वृद्धि और आत्मविश्वास में कमी देखी जाएगी।

कन्या राशि के कुछ जातकों को, जीवन में कई अप्रकाशित घटनाओं का सामना भी करना पड़ सकता है। जिससे आपके स्वभाव में चिड़चिड़ापन उत्पन्न होगा। इससे आपके मन में अपनी क्षमताओं को लेकर, भय की स्थिति भी उभर सकती है। इसलिए आपको सुझाव दिया जाता है कि, खुद को सकारात्मक रखते हुए अपने कौशल और अनुभवों में सुधार करने की ओर ही अपने प्रयास करें। तभी आपको 1 मई के बाद, शुभ फलों की प्राप्ति हो सकेगी। तब तक आप इस अवधि को आगामी शुभ अवसरों से लाभ प्राप्त करने के लिए, एक नींव मानते हुए खुद को आने वाले समय के लिए तैयार कर सकते हैं।

चूँकि बुध इस समय आपकी राशि के अष्टम भाव में मौजूद होते हुए, उच्च के सूर्य और दूसरे भाव के स्वामी शुक्र के साथ युति भी कर रहे हैं। इसलिए कुछ जातकों को गुप्त तरीकों से या अपनी किसी पैतृक संपत्ति के माध्यम से, धन संचित करने में बड़ी मदद मिलेगी।

शादीशुदा जातकों को भी जीवनसाथी से हर मुमकिन समर्थन मिलेगा। साथ ही आपके साथी की भी संपत्ति बढ़ने के योग बनेंगे, जो आपके लिए राहत का स्रोत सिद्ध होगी। हालांकि अपने पिता के स्वास्थ्य पर ध्यान दें, क्योंकि आशंका है कि बुध का यह गोचर उन्हें स्वास्थ्य हानि दे।

आठवें भाव में बुध की यह उपस्थिति, आपके स्वास्थ्य जीवन के लिए भी प्रतिकूल दिखाई दे रही है। इसलिए इस अवधि के दौरान आपको भी, अपना ध्यान रखने की जरूरत होगी। क्योंकि विशेष रूप से आपको त्वचा और पेट से जुड़ी, कोई समस्या परेशान कर सकती है।

कुल मिलाकर कहें तो, बुध का ये गोचर योग, ध्यान और आराम करने के लिए, अच्छा समय लेकर आएगा। जिससे कन्या राशि के जातकों को स्वयं के साथ संबंध स्थापित करने और अपनी पिछली ग़लतियों से सीख लेने की ज़रूरत होगी। ताकि आप अपने भविष्य में सुधार करते हुए, बेहतर परिणाम प्राप्त करने में सक्षम हो।

उपायः बुध के शुभ फल प्राप्त करने के लिए, अपनी दाहिनी हाथ की छोटी उंगली में सोने या चांदी में अच्छी गुणवत्ता का पन्ना रत्न धारण करें।


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तुला राशि

आपकी राशि के स्वामी शुक्र का परम मित्र है बुध ग्रह और यह आपकी कुंडली में नवें और बारहवें भाव का स्वामी है। मेष राशि में अपने गोचर के कारण ये आपके सातवें भाव में प्रवेश करेगा और आपके लिए विभिन्न प्रकार के परिणाम लेकर आएगा। कुंडली में सप्तम भाव वैवाहिक जीवन, साझेदारी और जीवनसाथी को दर्शाता है।

इसी लिए कार्यक्षेत्र पर बुध का यह गोचर उन जातकों के लिए विशेष अनुकूल रहेगा, जो अपना स्वयं का व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं या अपने आय के नियमित स्रोतों के अलावा अन्य किसी व्यवसाय से भी अपनी आय वृद्धि करने के इच्छुक हैं। उन्हें इस गोचर की अवधि के दौरान, कई लाभकारी अवसर मिलने की संभावना है। साथ ही विदेशी संपर्कों, भागीदारों या निवेशकों की तलाश करने वाले जातकों को भी, इच्छानुसार परिणामों की प्राप्ति होगी। वहीं नौकरी पेशा जातकों को अपने उन सभी क्षेत्रों से लाभ और सफलता मिलेगी, जिसकी उन्होंने पहले कभी उम्मीद नहीं की थी।

व्यापार में विस्तार के लिए की गई यात्रा, इस दौरान अच्छा मुनाफ़ा अर्जित करने में मदद करेंगी। साथ ही जो व्यापारी शेयर बाजार से जुड़े हैं, उन्हें भी बुध देव से अच्छा लाभ प्राप्त होगा।

प्रेम संबंधों की बात करें तो, विवाह योग्य जातकों को शादी के अच्छे अवसर मिलने के कई मजबूत योग बनेंगे। जिससे आपको अच्छा जीवन साथी प्राप्त हो सकेगा। कुंडली का सप्तम भाव समाज, संचार कौशल और आकर्षण को भी दर्शाता है, इसलिए आप इस दौरान दूसरों को आकर्षित करने में सफल होंगे। जिसके चलते कई अन्य लोग आपके पास सलाह-मशवरा लेने भी आएँगे।

क्योंकि आपके भाग्य भाग नवम के स्वामी बुध इस समय आपके सप्तम भाव में मौजूद है, इसलिए वैवाहिक जातक अपने जीवन साथी को खुश रखने का प्रयास करते दिखाई देंगे। क्योंकि इस दौरान आपको इस बात का एहसास होगा कि, आपकी किस्मत या भाग्य भी आपके साथी से ही जुड़ा हुआ है। इसलिए उन्हें अपने किसी पसंदीदा स्थान पर ले जाने का प्लान करें। इससे आप दोनों के बीच संबंधों में और अधिक मजबूती आएगी।

सेहत के लिहाज से भी, यह अवधि आपके स्वास्थ्य जीवन को सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ाने की ओर इशारा कर रही है। क्योंकि इस दौरान आप भरपूर उत्साह और ऊर्जा से परिपूर्ण होंगे।

उपायः मां समान महिलाएं जैसे: मौसी, मामी, चाची, आदि को उपहार और मिठाई भेंट करना, आपको शुभ फल प्रदान करेगा।

वृश्चिक राशि

आपकी राशि से छठे भाव में बुध का यह गोचर होगा। जो चुनौती, बाधा और रोगों का भाव होता है। आपके लिए बुध आठवें और ग्यारहवें भाव का स्वामी है, इसलिए छठे भाव में बुध का ये गोचर आपको मिश्रित परिणाम देने वाला है।

आपका स्वास्थ्य इस दौरान थोड़ा नाज़ुक और कमजोर रह सकता है, क्योंकि आशंका है कि आपको हार्मोन, त्वचा और किसी प्रकार की कोई एलर्जी, आदि समस्याओं का सामना करना पड़े। इसलिए उचित सावधानी बरतें और अपने खाने की खराब आदतों में सुधार लेकर आएं। स्वयं को धूल और प्रदूषण वाले स्थानों से भी, दूर रखना आपके लिए बेहतर रहेगा।

कार्य क्षेत्र पर भी गोचरकाल के दौरान आपको, हर प्रकार की बहस और तर्क-वितर्क में शामिल होने से बचना होगा। क्योंकि इन अवसरों का लाभ आपके दुश्मन उठाते हुए, आपके ऊपर हावी होने और आपकी छवि को खराब करने में सफल हो सकते हैं। आर्थिक जीवन में भी ख़र्चों में वृद्धि होने की बहुत अधिक आशंका है। ऐसे में यदि आप अपने ख़र्चों पर समय रहते अंकुश नहीं लगाएंगे तो, इससे आपकी चिंता और तनाव में भी वृद्धि होगी।

चूँकि आपके एकादश भाव के स्वामी बुध, इस दौरान स्वयं से अष्टम भाव में मौजूद होंगे। जिससे आपकी आय में कुछ कमी दर्ज की जाएगी।

वो व्यापारी जातक जो अपने व्यवसाय में विस्तार के लिए, किसी संस्था या बैंक की मदद से कोई ऋण लेने के बारे में विचार कर रहे थे। उन्हें इस गोचर के दौरान सफलता मिलेगी। जिससे वो अपने निलंबित पड़े, पूर्व के कई अधूरे कार्यो को पूरा कर सकेंगे। हालांकि कर्ज को चुकाने के लिए आपको पहले से ही एक मजबूत योजना तैयार रखने की सलाह दी जाती है, अन्यथा अपने ऋण को चुकाना आपके लिए मुश्किल होगा।

नौकरी पेशा जातकों को भी, अपने वरिष्ठ अधिकारियों और बड़े-बुजुर्गों के साथ खुलकर संवाद करने की आवश्यकता होगी। क्योंकि उनकी सलाह-मशवरा और अनुभव ही आपके जीवन में कोई बड़ा बदलाव कर, आपको सफलता की राह पर चलने में मदद करेंगे।

उपायः बुधवार के दिन देव यमदूत का आशीर्वाद लें।

धनु राशि

धनु राशि के लोगों के लिए बुध सातवें और दसवें भाव का स्वामी होता है, इसलिए यह आपके प्रोफेशन और आपके जीवन साथी तथा व्यापार के भावों का स्वामी भी है। बुध का यह गोचर आपके लिए काफी महत्वपूर्ण रहेगा, क्योंकि बुध इस समय आपकी राशि से पांचवें भाव में होंगे, जिससे आपके जीवन में अनुकूल बदलाव आएँगे।

प्रेम संबंधों के लिए भी ये समय शुभ होगा। क्योंकि इस दौरान आप अपने प्रेमी के समक्ष, अपने दिल की बात और भावनाओं को व्यक्त करने में स्पष्ट रूप से सक्षम होंगे। जिससे आप दोनों के बीच के संबंधों को मजबूती मिलेगी। वहीं दांपत्य जातकों को भी अपनी संतान की प्रगति देखकर, खुशी की अनुभूति होगी। ये गोचर शादीशुदा जातकों के जीवन साथी के लिए भी विकास और उन्नति लेकर आएगा। इससे उन्हें अपने कार्य क्षेत्र पर पदोन्नति और वेतन वृद्धि मिलने के योग बनेंगे।

इस गोचरकाल में आपको अपने कार्य और प्रयासों को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए, अपने अनुभव और ज्ञान का उपयोग करने में भी मदद मिलेगी। जिससे कार्य क्षेत्र पर आपके अधीन कार्य कर रहे कर्मियों और वरिष्ठों का ध्यान, आप अपनी ओर आकर्षित करने में सफल होंगे।

व्यापारी जातकों के लिए भी यह समय, व्यवसाय में विस्तार और आय में वृद्धि लेकर आएगा। क्योंकि इस दौरान आप अपने विचार और रणनीतियों को सफलतापूर्वक अपनाते हुए, उनसे उत्तम परिणाम प्राप्त करने में सक्षम होंगे। वहीं वो जातक जो पार्टनरशिप में व्यवसाय करते हैं, उन्हें भी लाभ और शुभ परिणाम मिलने की संभावना है। आप अपने साथी के साथ सही तालमेल बनाते हुए, एक साथ हर कार्य को करेंगे। इससे व्यापार में भरपूर सफलता मिलेगी। साथ ही सरकारी क्षेत्र से जुड़े उन सभी जातकों का भी स्थानांतरण या ट्रांसफर संभव है, जो शुरुआत में इसे लेकर थोड़ा चिंतित थे। क्योंकि यह बदलाव आपके लिए बेहतर अवसर और वृद्धि लेकर आएगा।

बुध देव छात्रों की शक्ति का विकास कर उन्हें, नए विषयों को सीखने में उनकी उत्सुकता बढ़ाने का कार्य करेंगे। परिणामस्वरूप छात्रों को अच्छा प्रदर्शन कर, बेहतर अंक प्राप्त करने में मदद मिलेगी।

उपायः किसी महत्वपूर्ण कार्य के लिए निकलने से पहले, रोज़ाना अपने गुरु, या बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद ज़रूर लें।


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मकर राशि

आपके भाग्य भाव का स्वामी बुध, जो कि आपके छठे भाव का स्वामी भी है, अपने इस गोचरकाल में आपके सुख भाव अर्थात चतुर्थ भाव में प्रवेश करेगा। जो मां, ज़मीन और खुशहाली का भाव होता है। ऐसे में बुध के इस गोचर के प्रभाव से आपको, अपनी मां की सेहत के प्रति सतर्कता बरतने की सलाह दी जाती है। क्योंकि आशंका है कि उनकी सेहत में बुध देव गिरावट प्रदान करें। जिससे उन्हें कई प्रकार की समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है।

आपके छठे भाव के स्वामी बुध इस दौरान आपको, किसी प्रकार के कोट-कचहरी या कानून से जुड़े विवाद में भी फंसा सकते हैं। ऐसे में आशंका है कि आपका अपने किसी रिश्तेदार से ज़मीन से जुड़ा कोई विवाद हो। हालांकि इसका परिणाम आपके पक्ष में आने की संभावना भी अधिक रहेगी। लेकिन बावजूद इसके ये विवाद, आपके तनाव और चिंता में बढ़ोतरी करेगा।

इसके अलावा चतुर्थ भाव बचपन की पुरानी यादें या परिस्थितियों का भी प्रतिनिधित्व करता है। इसलिए इस दौरान आपके जीवन में पूर्व की कोई परिस्थिति पुनः आ सकती है, जिससे आपके माता-पिता के साथ कुछ मतभेद हो सकता है। हालांकि आपको यह सलाह दी जाती है कि इन सभी परिस्थितियों को एक अवसर मानते हुए, अपने माता-पिता के साथ हर मतभेद को स्पष्ट रूप से हल करें।

वैवाहिक जातकों के जीवनसाथी को भी, अपने करियर और कार्यस्थल पर पदोन्नति प्राप्त हो सकेगी। जिससे समाज में उनका मान-सम्मान बढ़ेगा और इससे आपकी भी विलासिता और सुख-सुविधा में वृद्धि होने के योग बनेंगे।

चूँकि बुध देव हरियाली का प्रतिनिधित्व भी करते हैं, इसलिए यदि आप इस अवधि के दौरान किसी भी चीज के बारे में चिंता महसूस करते हैं तो, हरियाली या प्राकृतिक सुंदरता के बीच में जाकर समय बिताना आपकी चिंता और तनाव को काफी हद तक दूर करने में आपकी मदद करेगा।

मकर राशि के जातकों को बुध देव, उनके कार्यक्षेत्र पर अच्छे परिणाम प्रदान करने का कार्य भी करेंगे। क्योंकि इस दौरान आप अपने प्रयासों से हर कार्यों को, समय से पहले ही पूरा करने में सक्षम होंगे। साथ ही आपके रचनात्मक विचारों और सही रणनीतियों से भी आपको, अपने आत्मविश्वास में वृद्धि करने और अपने वरिष्ठ अधिकारियों से प्रोत्साहन प्राप्त करने में मदद मिलेगी। वहीं व्यापारी जातकों के लिए ये गोचर लाभ और मुनाफ़ा अर्जित करने में मदद करेगा।

हालांकि सेहत के लिहाज से आपको, शुरुआत से ही सावधान रहने की सलाह दी जाती है। क्योंकि आशंका है कि आपका वजन बढ़े या आपको सर्दी-खांसी और छाती में रक्त जमाव, आदि संबंधित समस्याओं से भी कोई परेशान हो। इसलिए अपने खाने में हरी पत्तेदार सब्जियों और स्वस्थ भोजन को शामिल करते हुए, अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएं।

उपायः बुध देव की विशेष कृपा प्राप्ति के लिए आपको बुधवार के दिन, मूंग दाल का दान करना चाहिए।


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कुंभ राशि

बुध का गोचर आपकी राशि से तीसरे भाव में होगा, जो काल पुरुष की कुंडली में बुध की राशि का ही भाव है, इसलिए बुध यहाँ मजबूत होगा और आपको कम्युनिकेशन स्किल से आपको अच्छे लाभ देगा। यह आपकी कुंडली में पांचवें और आठवें भाव का स्वामी होकर तीसरे भाव में जाएगा, इसलिए आपके स्वभाव में बदलाव आएँगे। जिससे आप अपनी सोचने-समझने की क्षमता से हर समस्या के लिए, सही और रचनात्मक समाधान खोजने में सफल होंगे। परिणामस्वरूप आप अपने कार्यस्थल पर, अपने विरोधियों पर विजय प्राप्त कर सकेंगे।

चूँकि तीसरा भाव प्रयासों का भाव भी होता है। ऐसे में आपके निरंतर प्रयास और मेहनत आपको, अपने करियर में सकारात्मक दिशा में आगे ले जाएंगे। जब संपर्कों की बात आती है तो, कुंभ राशि के जातक अधिक स्वभाविक दिखाई देते हैं। इसलिए आपके तीसरे भाव में बुध की उपस्थिति, आपको समाज के कुछ प्रभावशाली लोगों से मिलने का मौका देगी। जिससे आपको लंबे समय के लिए लाभ मिलता रहेगा।

हालांकि इस गोचर के दौरान हर प्रकार की यात्रा करने से बचें, क्योंकि यह यात्रा आपके लिए लाभदायक नहीं रहने वाली हैं। इसलिए अन्य साधनों जैसे: इंटरनेट, आदि के माध्यम से ही दूसरों के साथ संचार करना, आपके लिए बेहतर रहेगा। आप कुछ नए इलेक्ट्रॉनिक उपकरण या गैजेट खरीदने का भी इस समय प्लान कर सकते हैं।

पारिवारिक जीवन की बात करें तो, इस दौरान आपके पंचम भाव के स्वामी बुध स्वयं से आपके एकादश भाव में मौजूद होते हुए, दांपत्य जातकों के जीवन में अपार ख़ुशियाँ देने का कार्य करेंगे। क्योंकि इस अवधि के दौरान आपकी संतान को कोई बड़ी सफलता मिलेगी। साथ ही उन्हें आपका भी भरपूर सहयोग प्राप्त होगा।

हालांकि भाई-बहनों के लिए यह समय कुछ कठिनाइयाँ लेकर आ सकता है। वहीं यदि आप किसी से सच्चा प्रेम करते हैं तो, अपने प्रेमी के साथ हर बात और संवाद के दौरान पारदर्शिता बरतें। तभी आपको अपने प्रेम जीवन में लाभदायक परिणाम प्राप्त होंगे। इसके साथ ही ऐसा करने से आप अपने रिश्ते को एक नए स्तर पर ले जाने में भी सक्षम होंगे।

कुंडली का तीसरा भाव शौक और कला से भी संबंधित होता है, इसलिए नृत्य, लेखन या संगीत में भी आप अपना, अधिकतर समय व्यतीत करते दिखाई देंगे। जिसके चलते आपके जीवन में भी सकारात्मक बदलाव आएँगे। इसके परिणाम स्वरूप आपको, अपने जीवन के अलग-अलग क्षेत्रों में अपना बेहतर प्रदर्शन बेहतर देने में मदद मिलेगी।

उपायः बुधवार के दिन, "विष्णु सहस्रनाम" का पाठ करें।


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मीन राशि

आपकी राशि के लिए बुध आपके चौथे और सातवें भाव के स्वामी हैं, तथा इस गोचरकाल में वे आपके दूसरे भाव में प्रवेश करेंगे। जो धन, परिवार, वाणी, आदि को दर्शाता है। ऐसे में इस गोचर के प्रभाव से, आपको अनुकूल फल प्राप्त होंगे।

पारिवारिक जीवन में भी, घर-परिवार का वातावरण शांत और खुशहाल दिखाई देगा। साथ ही आपकी वाणी और खुद को संचालित करने की आपकी रणनीति, इस समय अधिक प्रभावित होगी। जिससे आपको अपने घर के वातावरण में सद्भाव और अनुशासन बनाए रखने में मदद मिलेगी। कई जातकों को अपनी मां से लाभ और मुनाफ़ा भी प्राप्त होगा।

चूँकि बुध आपके सप्तम भाव के स्वामी होते हैं, जो आपके जीवन साथी और वैवाहिक जीवन को दर्शाता है। और इस दौरान उनका स्वयं से अष्टम भाव में मौजूद होना, आपके साथी को अचानक से लाभ देने में मदद करेगा। हालांकि उनको स्वास्थ्य से संबंधित कुछ समस्या हो सकती है। विशेषकर पेट और त्वचा रोग उन्हें खासा परेशानी देंगे। इसलिए इस दौरान उनका उचित ध्यान रखना ही, आपके लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण कार्य होगा।

कार्य क्षेत्र की बात करें तो, चीजें पहले से अधिक स्थिर रहेंगी। जिससे आपकी आय में भी वृद्धि होने के योग बनेंगे। व्यापारी जातक भी अपनी बुद्धि और आत्मविश्वास के माध्यम से अच्छा मुनाफ़ा अर्जित करने और व्यापार में विस्तार करने में सक्षम होंगे। इस समय उनकी दूरदर्शिता और अंतर्ज्ञान उन्हें हर रणनीति का निर्माण करने में मदद करेगा, जिससे उनके संचालन को गति मिलेगी। क्योंकि ये समय आपको कई बेहतर अवसर भी प्रदान करेगा।

कुल मिलाकर कहें तो नौकरी पेशा और व्यापारी दोनों ही क्षत्रों में मीन राशि के जातक, इस गोचर से अनुकूल फल प्राप्त कर सकेंगे।

वो जातक जो घर-परिवार या कार्यालय में किसी प्रकार की मरम्मत या निर्माण कार्य करने का सोच रहे थे, यह समय उनके लिए भी उत्तम रहेगा और वो हर कार्य को आसानी से कर सकेंगे। वहीं संपत्ति संबंधित मामलों से जुड़ा पूर्व में अटका हुआ कोई सौदा या समझौता भी, इस गोचरकाल के दौरान आसानी से पूरा होता दिखाई दे रहा है।

स्वास्थ्य जीवन के लिहाज से आपको, अपने दाँत और उनके आसपास के क्षेत्रों की स्वच्छता बनाए रखने की भी इस समय सबसे अधिक जरूरत होगी। अन्यथा आपको दाँतों या आँखों से संबंधित, कुछ समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है।

उपायः भगवान विष्णु के वामन अवतार से जुड़ी कहानियों को सुनने या पढ़ने से, आपको शुभ फल प्राप्त होंगे।


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