लंबा होने के उपाय
लंबे होने के उपाय जानकर, क्या आप भी बढ़ाना चाहते हैं अपनी लंबाई, तो पढ़ें हमारा यह लेख। आकर्षक व्यक्तित्व हर किसी की पहली मांग है, खासतौर पर आज के युग में कामयाब होने के लिए हर क्षेत्र में प्रभावशाली व्यक्तित्व अनिवार्य हो गया है। व्यक्तित्व में ऐसे आकर्षण के लिए अच्छी लंबाई होना ज़रूरी है। इस लेख के माध्यम से जानें कद बढ़ाने से जुड़े ढेरों उपाय। जानें क्या है, कद के पीछे छिपा ज्योतिषीय दृष्टिकोण? तो चलिए पढ़ें हमारे इस लेख को और जानें लंबा होने के उपाय।
ज्योतिषीय दृष्टिकोण
लग्नेश को बनाएं मज़बूत- जन्म कुंडली में लग्न यानि पहला भाव शारीरिक रचना की नींव होता है। यह शरीर के अंगों में सिर, मस्तिष्क और उसके आसपास के क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करता है। लग्न भाव को तनु यानि शरीर का भाव भी कहा जाता है। ऐसे में अपनी कुंडली में लग्नेश यानि लग्न के स्वामी को मज़बूती दें। लग्नेश आपका शरीर, व्यक्तित्व होता है, उसको जितना मज़बूत करेंगे आपको उतना ही लाभ होगा। इसके लिए लग्नेश को खुश करने के लिए उनका पूजन, मंत्र जाप कर सकते हैं या रत्न धारण कर सकते हैं। वैसे लग्नेश की मज़बूती के लिए आप उसके आधिपति देवता का पूजन भी कर सकते हैं। उदाहरण के लिए यदि आपका लग्नेश गुरु है तो गुरु के आधिपति देवता यानि श्री हरि विष्णु को खुश करने के लिए बृहस्पति वार के दिन उनका पाठ, पूजन व व्रत करें। पीली वस्तुओं का प्रयोग करें, बृहस्पति यंत्र का पूजन करें।
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द्वादश भाव के लिए करेंं उपाय- अच्छी ग्रोथ के लिए अच्छी व पर्याप्त नींद अति आवश्यक है क्योंकि सोते समय मांसपेशियां और शरीर फैलता है। जन्म कुंडली में नींद का कारक द्वादश भाव होता है। कई बार द्वादश भाव में क्रूर या अशुभ ग्रह के स्थापित हो जाने से जातक को अनिद्रा की समस्या होने लग जाती है या नींद के दौरान बुरे स्वप्न आते हैं या फिर बेचैनी सी रहती है, इसलिए अच्छी नींद के लिए द्वादश भाव के दोषों का निवारण करना ज़रूरी है।
तृतीय भाव और तृतीयेश को करें बलवान- जन्म कुंडली में तृतीय भाव और तृतीयेश यानि तृतीय भाव का स्वामी जातक के पराक्रम को दर्शाता है इसी कारण इस भाव को पराक्रम भाव भी कहा जाता है। किसी व्यक्ति की शारीरिक मेहनत करने की क्षमता, शारीरिक ऊर्जा के बल पर खेले जाने वाले खेलों में उसकी रुचि तथा प्रगति देखने के लिए भी कुंडली के इस घर का अध्ययन किया जाता है। ऐसे में अगर ये भाव बलवान हो तो व्यक्ति शारीरिक गतिविधियों में बहुत ज़्यादा संलिप्त होता है जिससे शारीरिक विकास होता है।
मंगल को करें मज़बूत- खेल-कूद में ज़्यादा से ज़्यादा समर्पण भी लंबाई प्रदान करने में मदद करता है। ऐसे में अपनी कुंडली में मंगल को मज़बूत बनाएं क्योंकि मंगल ऐसे क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करता हैं जिनमें साहस, शारीरिक बल, मानसिक क्षमता आदि की आवश्यकता पड़ती है। मंगल यदि मज़बूत हो तो व्यक्ति खेल-कूद जैसे कुश्ती, टेनिस, फुटबाल, मुक्केबाज़ी आदि की प्रतिस्पर्धा में शामिल होता है और खुद को शारीरिक तौर पर फिट बनाएं रखता है।
सूर्य को करें नमन-
सूर्य देव को चढ़ाएं जल- सूर्य देव को रोज़ाना जल चढ़ाने और प्रणाम करने से शारीरिक विकास होता है। वैसे अगर वैज्ञानिक तौर पर देखा जाए तो सूर्य की रोशनी से शरीर में विटामिन डी का स्तर बढ़ता है। विटामिन डी हड्डियों के लिए अति आवश्यक तत्व है जो लंबाई बढ़ाने में मददगार साबित होता है।
सूर्य नमस्कार- सूर्य नमस्कार यानि सूर्य को प्रणाम या नमस्कार करना होता है। यह सभी योगासनों में सर्वश्रेष्ठ है। यह अकेला अभ्यास ही साधक को सम्पूर्ण योग व्यायाम का लाभ पहुंचाने में समर्थ है। इसके अभ्यास से साधक का शरीर निरोग और स्वस्थ होकर तेजस्वी हो जाता है।
जानें सूर्य नमस्कार की विधि व फायदे: सूर्य नमस्कार विधि
योगाभ्यास
योगासन- लंबाई को बढ़ाने के लिए कुछ ज़रूरी योगासन की क्रियाएं कर सकते हैं। हाइट को तेजी से बढ़ाने के लिए ताड़ासन, हलासन, भुजंगासन, पश्चिमोत्तानासन व सर्वांगआसन जैसे आसन भी कर सकते हैं। इन्हें करने से मांसपेशियों पर दबाव पड़ता है जिससे वो खिंचती है और लबांई बढ़ती है। आइए जानें इन आसनों को करने की विधि-
- ताड़ासन- इसके लिए सबसे पहले आप खड़े हो जाएं और अपने कमर एवं गर्दन को सीधा रखें। अब आप अपने हाथ को सिर के ऊपर करें और सांस लेते हुए धीरे-धीरे पूरे शरीर को खींचें। खिंचाव को पैर की उंगली से लेकर हाथ की उंगलियों तक महसूस करें। इस अवस्था को कुछ समय के लिए बनाए रखें और फिर सांस लेकर सांस छोड़ें। सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे अपने हाथ एवं शरीर को पहली अवस्था में लेकर आएं। इस पूरे चक्र को कम से कम तीन से चार बार प्रैक्टिस करें।
- हलासन- सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं और हाथों को जांघों के निकट टिका दें। अब आप धीरे-धीरे अपने पांवों को मोड़े बगैर पहले 30 डिग्री, फिर 60 डिग्री और उसके बाद 90 डिग्री पर उठाएं। सांस छोड़ते हुए पैरों को पीठ के बल उठाते हुए सिर के पीछे लेकर जाएं और पैरों की उंगलियों को जमीन से स्पर्श करवाएं। अब योग मुद्रा हलासन का रूप ले चुकी है। धीरे-धीरे सांस लें और आराम से सांस छोड़ें। जहां तक संभव हो सके इस आसन को धारण करें, फिर धीरे-धीरे मूल अवस्था में आएं। इस चक्र को भी आप 3 से 5 बार कर सकते हैं।
- भुजंगासन- सबसे पहले आप पेट के बल लेट जाएं। अब अपनी हथेली को कंधे के सीध में लाएं। दोनों पैरों के बीच की दूरी को कम करें और पैरों को सीधा एवं तना हुआ रखें। अब सांस लेते हुए शरीर के अगले भाग को नाभि तक उठाएं। ध्यान रहे कि कमर पर ज़्यादा खिंचाव न आए। अपने क्षमता के अनुसार इस आसान को बनाए रखें। योगाभ्यास को धारण करते समय धीरे-धीरे श्वास लें और छोड़ें। जब अपनी पहली अवस्था में आना हो तो गहरी श्वास छोड़ते हुए प्रारंभिक अवस्था में आएं।
- पश्चिमोत्तानासन- सबसे पहले आप ज़मीन पर बैठ जाएं। अब आप दोनों पैरों को सामने फैलाएं। पीठ की पेशियों को ढीला छोड़ दें। सांस लेते हुए अपने हाथों को ऊपर लेकर जाएं। फिर सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें। कोशिश करें कि आप अपने हाथ से पैरों की उंगलियों को पकड़ लें और नाक को घुटने से सटा लें। धीरे-धीरे सांस लें, फिर धीरे-धीरे छोड़े और फिर अपने हिसाब से इस अभ्यास को धारण करें।
- सर्वांगआसन- सबसे पहले अपनी पीठ के बल सीधे लेट जाएं। धीरे–धीरे अपने पैरों को 90 डिग्री पर ऊपर उठाएं। फिर धीरे से सिर को अपने पैरों की तरफ लाने का प्रयास करें और अपनी ठोड़ी सीने से सटा कर रखें। 30 सैकेंड या उससे अधिक के लिए इस मुद्रा को बनाए रखने का प्रयास करें और फिर धीरे-धीरे पुरानी मुद्रा में लौटें।
नोट- ऊपर बताए गए इन सभी आसनों का अभ्यास किसी एक्सपर्ट या योगा गुरु की निगरानी में ही करें।
घरेलू उपाय
गुड़ का सेवन करें- प्राकृतिक मिठाई कहलाए जाने वाले गुड़ के अंदर कई स्वास्थ्यवर्धक तत्व होते हैं जो शारीरिक विकास के लिए अति आवश्यक होते हैं। ऐसे में अपनी डाइट में गुड़ को ज़रूर शामिल करें। रोजाना एक गिलास गर्म दूध में एक चम्मच गुड मिलाकर पिएं, इससे लंबाई में इज़ाफा होगा।
प्रोटीन युक्त आहार खाएं- प्रोटीन भी शरीर के विकास के लिए बहुत आवश्यक है। इसकी पूर्ति के लिए अपनी डाइट में ज़्यादा से ज़्यादा प्रोटीन युक्त आहार जैसे अंकुरित अनाज, मेवा, दालें, दूध, दही व पनीर को शामिल करें।
गलत लत से दूर रहें- शराब, सिगरेट जैसी लत से ख़ुद को बचा कर रखें। इसके साथ ही लंबाई को बढ़ाने वाले आर्टीफिशियल हॉर्मोन के कैप्सूल का उपयोग न करें। इससे शरीर व उसकी प्रतिरोधक क्षमता पर बुरा असर पड़ता है जिससे शारीरिक विकास रुक भी सकता है।
हम आशा करते हैं कि ऊपर बताए गए ये सभी टिप्स आपके लिए उपयोगी साबित होंगे और आप पाएँगे आकर्षक व्यक्तित्व।